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Romance In Love.. With You... (Completed)

Adirshi

Royal कारभार 👑
Staff member
Super-Moderator
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304
Update 12



राघव- नही क्युकी मुझे तुम्हारे साथ जाना था इसीलिए

राघव ने सपाट शब्दों मे कहा, जाहीर था उसे गुस्सा आ रहा था और वो बस नेहा का बर्थडे मनाना चाहता था।

नेहा- अगर मेरा आज बर्थडे ना होता तो आप मुझे कभी ऐसे बाहर नही ले जाते, आपको बस बुरा लग रहा था दया आ रही थी मुझपर

नेहा ने कहा और बोलते बोलते उसकी आवाज भारी होने लगी थी जिसे सुन कर राघव ने गाड़ी को एक साइड मे रोका और सपाट चेहरे के साथ नेहा को देखा और उसे देखते ही राघव के चेहरे के हावभाव बदनले लगे, नेहा को देख के साफ लग रहा था के वो अभी रो देगी

राघव - पहली बात तो ऐसा बिल्कुल नही है अगर आज तुम्हारा बर्थडे ना भी होता तो मेरे पास तुम्हें ऐसे बाहर लाने के और भी बहाने थे इसीलिए ये बात तुम अपने दिमाग से निकाल दो

राघव ने प्यार से कहा और नेहा ने उतरे चेहरे के साथ उसे कुछ टाइम तक देखा लेकिन कुछ बोली नहीं

राघव- तुम क्यू नहीं चाहती के सब तुम्हारा बर्थडे मनाए क्यू नही बताना चाहती किसी को

नेहा- ऐसा क्यू है के हम किसी के लिए हमारा प्यार हमारी सारी केयर बस उस इंसान के बर्थडे पर ही दिखते है भले ही उससे बाकी दिन बात भी ना करे, मैंने ऐसा करते बहुत लोगों को देखा है और बस यही मुझे पसंद नहीं है

राघव समझ रहा था के नेहा को कोई बात परेशान कर रही है लेकिन उसने अभी के लिए उस बात को इग्नोर किया और बोला

राघव- ठीक है तुम्हें नही पसंद सेलिब्रेट करना तो ना सही लेकिन अभी ऐसा मानो के हम बस एक डेट पर आए है मैं लेकर आया हु तुम्हें तो इस शाम को इन्जॉय करो

राघव ने कार वापिस शुरू करते हुए कहा वही नेहा उसे ऐसे देखने लगी मानो वो कोई एलियन हो क्युकी राघव ने उसके साथ कभी ऐसे प्यार से समझा के बात नहीं की थी, जल्द ही वो लोग एक 5 स्टार रेस्टोरेंट मे पहुचे और साथ ही रेस्टोरेंट के अंदर गए।

उनके रेस्टोरेंट मे एंटर होते ही मैनेजर खुद उन्हे रिसीव करने आया और उन्हे टेरेस मे बने सेक्शन मे ले गया जहा से पूरे शहर का व्यू मिलता था

आज का वो पूरा टेरेस राघव ने उन दोनों के लिए बुक किया हुआ था ताकि कोई उन्हे डिस्टर्ब ना करे

राघव ने नेहा के लिए एक खुर्ची खिची और उसे बैठने कहा और फिर उसके सामने आकार बैठ गया और जल्द ही एक वेटर आया और उनके खाने के ऑर्डर्स लेकर चला गया

नेहा ने देखा के राघव को इटालियन खाना बहुत पसंद है

उन दोनों के बीच एक अजीब खामोशी छाई थी कोई कुछ नहीं बोल रहा था और जल्द ही उनका खाना भी आ गया और उन्होंने चुप्पी साधे ही खाना खाया जिसके बाद राघव ने ही इस शांति को भंग करने का सोचा और बोलना शुरू किया

राघव- उम्म... तुम्हें पता है मैं ना तुम्हारे बारे मे कुछ नही जानता हु.. मतलब देखो ना इन पाँच महीनों मे मैं हमेशा इस शादी से भागता रहा हु

राघव बोल रहा था वही नेहा उसे देख भी नहीं रही थी, उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी

राघव- लेकिन अब नही..

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और ये सुन के नेहा ने भी अपनी नजरे उठा कर राघव को देखा तो पाया के वो उसे ही देख रहा था

राघव- मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है, हमारे बारे मे सोचा है और ये जाना है के भागने का कोई पॉइंट ही नही है

राघव की बाते अब नेहा को नर्वस कर रही थी

ये ऐसे क्यू कह रहे है ? कही ये मुझे डिवोर्स तो नहीं ना देना चाहते?’ नेहा के मन मे खयाल आया जिससे वो और भी ज्यादा नर्वस हो गई और उसकी आँखों मे पानी जमने लगा था

राघव- लेट्स गिव दिस रिलेशनशिप अ चांस हमे हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए एक मौका देना चाहिए

राघव ने अचानक कहा

नेहा- और ऐसा क्या हुआ जिससे आप इस नतीजे पर पहुचे?

राघव की बात सुन अचानक नेहा के मुह से निकल गया

राघव- हूह?? क्या?

नेहा- मतलब आप तो इस शादी को एक्सेप्ट नही करना चाहते थे और ना ही ये मानना के आप शादी शुदा है और मैं इतनी भी गधी नहीं हु के मुझे ये समझ ना आए के आप ये शादी करना ही नहीं चाहते थे तो फिर अब ये सब क्यू?

नेहा की बात सुन अब राघव शॉक मे था

राघव- ये सब अचानक नहीं हुआ है नेहा मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है और हा तुम सही हो मैं तयार नहीं था, उस समय मुझे थोड़ा टाइम चाहिए था तुम मुझे बताओ तुम क्या करती जब अचानक तुम्हें पता चलता के तुम्हारी किसी से शादी होने वाली है जिसे तुम जानती तक नहीं, हा मैंने दादू के डिसीजन के बाद शादी के लिए हा कही थी लेकिन मैं इसके बारे मे हमेशा कन्फ्यूज़ ही रहा

राघव- मुझे अपनी प्राइवसी और फ्रीडम बहुत प्यारी है नेहा और मैंने अपने दोस्तों को देखा है कैसे शादी के बाद उनकी लाइफ ही चेंज हो गई है उनकी लाइफ पार्टनर कैसे उन्हें कंट्रोल करती है और बस इसीलिए मैं शादी को लेकर शूअर नहीं था, कन्फ्यूज़ था लेकिन तुम उन सब से अलग हो ये मैं जान गया हु..

राघव आज पहली बार अपने दिल की बात नेहा से कर रहा था इससे पहले उन दोनों के बीच कभी ऐसी बाते नहीं हुई थी

नेहा- आपको क्या लगता है मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ? मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, मैं भी उस समय आपके बारे मे कुछ नही जानती थी लेकिन मैं कोशिश कर रही हु ना मैंने हमेशा हम दोनों के बीच चीजे बेहतर करने की कोशिश की है लेकिन आपने मुझे हमेशा इग्नोर किया, मैं ये तो जानती थी के मेरी शादी हो रही है लेकिन किससे ? आप एक बहुत अच्छे और बड़े परिवार के बेटे है एक सक्सेस्फूल बिजनेसमैन है लेकिन एक इंसान कैसे है मैंने कभी जाना ही नही, आपको याद है मैंने शादी से पहले आपसे कई बार मिलना चाहा था लेकिन आप हमेशा ही मुझे इग्नोर करते रहे

नेहा के कन्फेशन से राघव शॉक था उसे लगता था नेहा उसके बारे मे सब जानती है लेकिन यहा वो गलत था

नेहा- कुछ ही दिनों मे मेरी भी पूरी लाइफ चेंज हो गई थी मैं कंप्लेंट नही करती इसका ये मतलब तो नही के मुझे कुछ फरक ही ना पड़ा हो, मैंने आपको और दादाजी को इस बारे मे काफी बार बात करते सुना है लेकिन मैंने चुप रहना ही बेहतर समझा

नेहा- और रही बात प्राइवसी फ्रीडम और कंट्रोल की तो मैं आपकी प्राइवसी की बहुत रीस्पेक्ट करती हु और मुझे नही लगता के लाइफ पार्टनर्स हमेशा अपने बेटर हाफ ही लाइफ कंट्रोल करते है लेकिन कभी कभी आपको अपने पार्टनर को कुछ गलत करने से रोकना भी होता है चीजे दोनों तरफ से बैलेंस होनी चाहिए

नेहा- मैं आपको किसी बात के लिए टॉन्ट नहीं मार रही हु मैं बस हम दोनों के बीच कुछ बाते क्लियर कर रही हु जैसे आपने मुझे बताया के उस वक्त आपके दिमाग मे क्या था आपको कैसा लग रहा था वैसे ही मैं भी अपना पॉइंट ऑफ व्यू आपको बता रही थी क्युकी आप मेरे पति है और बस आप ही है जिससे मैं ये सब बाते कर सकती हु और मुझे खुशी है के आप ये सब बाते समझते है

नेहा ने एक स्माइल के साथ कहा, इस वक्त अपनी बात रखते हुए नेहा ऐसे लग रही थी जैसे वो किसी बिजनस प्रेजेंटेशन मे हो फूल कंसंट्रेशन के साथ

राघव- अपने बारे मे कुछ बताओ, मैं कुछ भी नही जानता हु

राघव ने दूसरी तरफ देखने हुए कहा

नेहा- मुझे लगता है मेरे साथ रह कर आप मेरे बारे मे ज्यादा अच्छे से जान पाएंगे न की सिर्फ सुन कर, इससे हमारा रिश्ता और मजबूत हो सकता है हम एकदूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे

नेहा ने मुस्कुरा कर कहा

यार मुझे इतनी समझदार बीवी कैसे मिल गई ये कितनी ऑसम है यार और कितनी प्रैक्टिकल है, मिसेस नेहा देशपांडे तुम इस देश के वन ऑफ द बेस्ट बिजनेस टाइकून की पत्नी के रूप मे बेस्ट हो’ राघव ने मन ही मन सोच...

क्रमश:
 

Riky007

उड़ते पंछी का ठिकाना, मेरा न कोई जहां...
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Update 12



राघव- नही क्युकी मुझे तुम्हारे साथ जाना था इसीलिए

राघव ने सपाट शब्दों मे कहा, जाहीर था उसे गुस्सा आ रहा था और वो बस नेहा का बर्थडे मनाना चाहता था।

नेहा- अगर मेरा आज बर्थडे ना होता तो आप मुझे कभी ऐसे बाहर नही ले जाते, आपको बस बुरा लग रहा था दया आ रही थी मुझपर

नेहा ने कहा और बोलते बोलते उसकी आवाज भारी होने लगी थी जिसे सुन कर राघव ने गाड़ी को एक साइड मे रोका और सपाट चेहरे के साथ नेहा को देखा और उसे देखते ही राघव के चेहरे के हावभाव बदनले लगे, नेहा को देख के साफ लग रहा था के वो अभी रो देगी

राघव - पहली बात तो ऐसा बिल्कुल नही है अगर आज तुम्हारा बर्थडे ना भी होता तो मेरे पास तुम्हें ऐसे बाहर लाने के और भी बहाने थे इसीलिए ये बात तुम अपने दिमाग से निकाल दो

राघव ने प्यार से कहा और नेहा ने उतरे चेहरे के साथ उसे कुछ टाइम तक देखा लेकिन कुछ बोली नहीं

राघव- तुम क्यू नहीं चाहती के सब तुम्हारा बर्थडे मनाए क्यू नही बताना चाहती किसी को

नेहा- ऐसा क्यू है के हम किसी के लिए हमारा प्यार हमारी सारी केयर बस उस इंसान के बर्थडे पर ही दिखते है भले ही उससे बाकी दिन बात भी ना करे, मैंने ऐसा करते बहुत लोगों को देखा है और बस यही मुझे पसंद नहीं है

राघव समझ रहा था के नेहा को कोई बात परेशान कर रही है लेकिन उसने अभी के लिए उस बात को इग्नोर किया और बोला

राघव- ठीक है तुम्हें नही पसंद सेलिब्रेट करना तो ना सही लेकिन अभी ऐसा मानो के हम बस एक डेट पर आए है मैं लेकर आया हु तुम्हें तो इस शाम को इन्जॉय करो

राघव ने कार वापिस शुरू करते हुए कहा वही नेहा उसे ऐसे देखने लगी मानो वो कोई एलियन हो क्युकी राघव ने उसके साथ कभी ऐसे प्यार से समझा के बात नहीं की थी, जल्द ही वो लोग एक 5 स्टार रेस्टोरेंट मे पहुचे और साथ ही रेस्टोरेंट के अंदर गए।

उनके रेस्टोरेंट मे एंटर होते ही मैनेजर खुद उन्हे रिसीव करने आया और उन्हे टेरेस मे बने सेक्शन मे ले गया जहा से पूरे शहर का व्यू मिलता था

आज का वो पूरा टेरेस राघव ने उन दोनों के लिए बुक किया हुआ था ताकि कोई उन्हे डिस्टर्ब ना करे

राघव ने नेहा के लिए एक खुर्ची खिची और उसे बैठने कहा और फिर उसके सामने आकार बैठ गया और जल्द ही एक वेटर आया और उनके खाने के ऑर्डर्स लेकर चला गया

नेहा ने देखा के राघव को इटालियन खाना बहुत पसंद है

उन दोनों के बीच एक अजीब खामोशी छाई थी कोई कुछ नहीं बोल रहा था और जल्द ही उनका खाना भी आ गया और उन्होंने चुप्पी साधे ही खाना खाया जिसके बाद राघव ने ही इस शांति को भंग करने का सोचा और बोलना शुरू किया

राघव- उम्म... तुम्हें पता है मैं ना तुम्हारे बारे मे कुछ नही जानता हु.. मतलब देखो ना इन पाँच महीनों मे मैं हमेशा इस शादी से भागता रहा हु

राघव बोल रहा था वही नेहा उसे देख भी नहीं रही थी, उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी

राघव- लेकिन अब नही..

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और ये सुन के नेहा ने भी अपनी नजरे उठा कर राघव को देखा तो पाया के वो उसे ही देख रहा था

राघव- मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है, हमारे बारे मे सोचा है और ये जाना है के भागने का कोई पॉइंट ही नही है

राघव की बाते अब नेहा को नर्वस कर रही थी

ये ऐसे क्यू कह रहे है ? कही ये मुझे डिवोर्स तो नहीं ना देना चाहते?’ नेहा के मन मे खयाल आया जिससे वो और भी ज्यादा नर्वस हो गई और उसकी आँखों मे पानी जमने लगा था

राघव- लेट्स गिव दिस रिलेशनशिप अ चांस हमे हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए एक मौका देना चाहिए

राघव ने अचानक कहा

नेहा- और ऐसा क्या हुआ जिससे आप इस नतीजे पर पहुचे?

राघव की बात सुन अचानक नेहा के मुह से निकल गया

राघव- हूह?? क्या?

नेहा- मतलब आप तो इस शादी को एक्सेप्ट नही करना चाहते थे और ना ही ये मानना के आप शादी शुदा है और मैं इतनी भी गधी नहीं हु के मुझे ये समझ ना आए के आप ये शादी करना ही नहीं चाहते थे तो फिर अब ये सब क्यू?

नेहा की बात सुन अब राघव शॉक मे था

राघव- ये सब अचानक नहीं हुआ है नेहा मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है और हा तुम सही हो मैं तयार नहीं था, उस समय मुझे थोड़ा टाइम चाहिए था तुम मुझे बताओ तुम क्या करती जब अचानक तुम्हें पता चलता के तुम्हारी किसी से शादी होने वाली है जिसे तुम जानती तक नहीं, हा मैंने दादू के डिसीजन के बाद शादी के लिए हा कही थी लेकिन मैं इसके बारे मे हमेशा कन्फ्यूज़ ही रहा

राघव- मुझे अपनी प्राइवसी और फ्रीडम बहुत प्यारी है नेहा और मैंने अपने दोस्तों को देखा है कैसे शादी के बाद उनकी लाइफ ही चेंज हो गई है उनकी लाइफ पार्टनर कैसे उन्हें कंट्रोल करती है और बस इसीलिए मैं शादी को लेकर शूअर नहीं था, कन्फ्यूज़ था लेकिन तुम उन सब से अलग हो ये मैं जान गया हु..

राघव आज पहली बार अपने दिल की बात नेहा से कर रहा था इससे पहले उन दोनों के बीच कभी ऐसी बाते नहीं हुई थी

नेहा- आपको क्या लगता है मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ? मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, मैं भी उस समय आपके बारे मे कुछ नही जानती थी लेकिन मैं कोशिश कर रही हु ना मैंने हमेशा हम दोनों के बीच चीजे बेहतर करने की कोशिश की है लेकिन आपने मुझे हमेशा इग्नोर किया, मैं ये तो जानती थी के मेरी शादी हो रही है लेकिन किससे ? आप एक बहुत अच्छे और बड़े परिवार के बेटे है एक सक्सेस्फूल बिजनेसमैन है लेकिन एक इंसान कैसे है मैंने कभी जाना ही नही, आपको याद है मैंने शादी से पहले आपसे कई बार मिलना चाहा था लेकिन आप हमेशा ही मुझे इग्नोर करते रहे

नेहा के कन्फेशन से राघव शॉक था उसे लगता था नेहा उसके बारे मे सब जानती है लेकिन यहा वो गलत था

नेहा- कुछ ही दिनों मे मेरी भी पूरी लाइफ चेंज हो गई थी मैं कंप्लेंट नही करती इसका ये मतलब तो नही के मुझे कुछ फरक ही ना पड़ा हो, मैंने आपको और दादाजी को इस बारे मे काफी बार बात करते सुना है लेकिन मैंने चुप रहना ही बेहतर समझा

नेहा- और रही बात प्राइवसी फ्रीडम और कंट्रोल की तो मैं आपकी प्राइवसी की बहुत रीस्पेक्ट करती हु और मुझे नही लगता के लाइफ पार्टनर्स हमेशा अपने बेटर हाफ ही लाइफ कंट्रोल करते है लेकिन कभी कभी आपको अपने पार्टनर को कुछ गलत करने से रोकना भी होता है चीजे दोनों तरफ से बैलेंस होनी चाहिए

नेहा- मैं आपको किसी बात के लिए टॉन्ट नहीं मार रही हु मैं बस हम दोनों के बीच कुछ बाते क्लियर कर रही हु जैसे आपने मुझे बताया के उस वक्त आपके दिमाग मे क्या था आपको कैसा लग रहा था वैसे ही मैं भी अपना पॉइंट ऑफ व्यू आपको बता रही थी क्युकी आप मेरे पति है और बस आप ही है जिससे मैं ये सब बाते कर सकती हु और मुझे खुशी है के आप ये सब बाते समझते है

नेहा ने एक स्माइल के साथ कहा, इस वक्त अपनी बात रखते हुए नेहा ऐसे लग रही थी जैसे वो किसी बिजनस प्रेजेंटेशन मे हो फूल कंसंट्रेशन के साथ

राघव- अपने बारे मे कुछ बताओ, मैं कुछ भी नही जानता हु

राघव ने दूसरी तरफ देखने हुए कहा

नेहा- मुझे लगता है मेरे साथ रह कर आप मेरे बारे मे ज्यादा अच्छे से जान पाएंगे न की सिर्फ सुन कर, इससे हमारा रिश्ता और मजबूत हो सकता है हम एकदूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे

नेहा ने मुस्कुरा कर कहा

यार मुझे इतनी समझदार बीवी कैसे मिल गई ये कितनी ऑसम है यार और कितनी प्रैक्टिकल है, मिसेस नेहा देशपांडे तुम इस देश के वन ऑफ द बेस्ट बिजनेस टाइकून की पत्नी के रूप मे बेस्ट हो’ राघव ने मन ही मन सोच...

क्रमश:
बहुत बढ़िया Adirshi भाई।

नेहा ने खुल कर बात करी राघव से। बहुत स्ट्रेट फॉरवर्ड है वो, और राघव जैसे इंसान के साथ होना भी चाहिए।
 

Yasasvi1

❣bhootni💞
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Update 12



राघव- नही क्युकी मुझे तुम्हारे साथ जाना था इसीलिए

राघव ने सपाट शब्दों मे कहा, जाहीर था उसे गुस्सा आ रहा था और वो बस नेहा का बर्थडे मनाना चाहता था।

नेहा- अगर मेरा आज बर्थडे ना होता तो आप मुझे कभी ऐसे बाहर नही ले जाते, आपको बस बुरा लग रहा था दया आ रही थी मुझपर

नेहा ने कहा और बोलते बोलते उसकी आवाज भारी होने लगी थी जिसे सुन कर राघव ने गाड़ी को एक साइड मे रोका और सपाट चेहरे के साथ नेहा को देखा और उसे देखते ही राघव के चेहरे के हावभाव बदनले लगे, नेहा को देख के साफ लग रहा था के वो अभी रो देगी

राघव - पहली बात तो ऐसा बिल्कुल नही है अगर आज तुम्हारा बर्थडे ना भी होता तो मेरे पास तुम्हें ऐसे बाहर लाने के और भी बहाने थे इसीलिए ये बात तुम अपने दिमाग से निकाल दो

राघव ने प्यार से कहा और नेहा ने उतरे चेहरे के साथ उसे कुछ टाइम तक देखा लेकिन कुछ बोली नहीं

राघव- तुम क्यू नहीं चाहती के सब तुम्हारा बर्थडे मनाए क्यू नही बताना चाहती किसी को

नेहा- ऐसा क्यू है के हम किसी के लिए हमारा प्यार हमारी सारी केयर बस उस इंसान के बर्थडे पर ही दिखते है भले ही उससे बाकी दिन बात भी ना करे, मैंने ऐसा करते बहुत लोगों को देखा है और बस यही मुझे पसंद नहीं है

राघव समझ रहा था के नेहा को कोई बात परेशान कर रही है लेकिन उसने अभी के लिए उस बात को इग्नोर किया और बोला

राघव- ठीक है तुम्हें नही पसंद सेलिब्रेट करना तो ना सही लेकिन अभी ऐसा मानो के हम बस एक डेट पर आए है मैं लेकर आया हु तुम्हें तो इस शाम को इन्जॉय करो

राघव ने कार वापिस शुरू करते हुए कहा वही नेहा उसे ऐसे देखने लगी मानो वो कोई एलियन हो क्युकी राघव ने उसके साथ कभी ऐसे प्यार से समझा के बात नहीं की थी, जल्द ही वो लोग एक 5 स्टार रेस्टोरेंट मे पहुचे और साथ ही रेस्टोरेंट के अंदर गए।

उनके रेस्टोरेंट मे एंटर होते ही मैनेजर खुद उन्हे रिसीव करने आया और उन्हे टेरेस मे बने सेक्शन मे ले गया जहा से पूरे शहर का व्यू मिलता था

आज का वो पूरा टेरेस राघव ने उन दोनों के लिए बुक किया हुआ था ताकि कोई उन्हे डिस्टर्ब ना करे

राघव ने नेहा के लिए एक खुर्ची खिची और उसे बैठने कहा और फिर उसके सामने आकार बैठ गया और जल्द ही एक वेटर आया और उनके खाने के ऑर्डर्स लेकर चला गया

नेहा ने देखा के राघव को इटालियन खाना बहुत पसंद है

उन दोनों के बीच एक अजीब खामोशी छाई थी कोई कुछ नहीं बोल रहा था और जल्द ही उनका खाना भी आ गया और उन्होंने चुप्पी साधे ही खाना खाया जिसके बाद राघव ने ही इस शांति को भंग करने का सोचा और बोलना शुरू किया

राघव- उम्म... तुम्हें पता है मैं ना तुम्हारे बारे मे कुछ नही जानता हु.. मतलब देखो ना इन पाँच महीनों मे मैं हमेशा इस शादी से भागता रहा हु

राघव बोल रहा था वही नेहा उसे देख भी नहीं रही थी, उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी

राघव- लेकिन अब नही..

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और ये सुन के नेहा ने भी अपनी नजरे उठा कर राघव को देखा तो पाया के वो उसे ही देख रहा था

राघव- मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है, हमारे बारे मे सोचा है और ये जाना है के भागने का कोई पॉइंट ही नही है

राघव की बाते अब नेहा को नर्वस कर रही थी

ये ऐसे क्यू कह रहे है ? कही ये मुझे डिवोर्स तो नहीं ना देना चाहते?’ नेहा के मन मे खयाल आया जिससे वो और भी ज्यादा नर्वस हो गई और उसकी आँखों मे पानी जमने लगा था

राघव- लेट्स गिव दिस रिलेशनशिप अ चांस हमे हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए एक मौका देना चाहिए

राघव ने अचानक कहा

नेहा- और ऐसा क्या हुआ जिससे आप इस नतीजे पर पहुचे?

राघव की बात सुन अचानक नेहा के मुह से निकल गया

राघव- हूह?? क्या?

नेहा- मतलब आप तो इस शादी को एक्सेप्ट नही करना चाहते थे और ना ही ये मानना के आप शादी शुदा है और मैं इतनी भी गधी नहीं हु के मुझे ये समझ ना आए के आप ये शादी करना ही नहीं चाहते थे तो फिर अब ये सब क्यू?

नेहा की बात सुन अब राघव शॉक मे था

राघव- ये सब अचानक नहीं हुआ है नेहा मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है और हा तुम सही हो मैं तयार नहीं था, उस समय मुझे थोड़ा टाइम चाहिए था तुम मुझे बताओ तुम क्या करती जब अचानक तुम्हें पता चलता के तुम्हारी किसी से शादी होने वाली है जिसे तुम जानती तक नहीं, हा मैंने दादू के डिसीजन के बाद शादी के लिए हा कही थी लेकिन मैं इसके बारे मे हमेशा कन्फ्यूज़ ही रहा

राघव- मुझे अपनी प्राइवसी और फ्रीडम बहुत प्यारी है नेहा और मैंने अपने दोस्तों को देखा है कैसे शादी के बाद उनकी लाइफ ही चेंज हो गई है उनकी लाइफ पार्टनर कैसे उन्हें कंट्रोल करती है और बस इसीलिए मैं शादी को लेकर शूअर नहीं था, कन्फ्यूज़ था लेकिन तुम उन सब से अलग हो ये मैं जान गया हु..

राघव आज पहली बार अपने दिल की बात नेहा से कर रहा था इससे पहले उन दोनों के बीच कभी ऐसी बाते नहीं हुई थी

नेहा- आपको क्या लगता है मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ? मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, मैं भी उस समय आपके बारे मे कुछ नही जानती थी लेकिन मैं कोशिश कर रही हु ना मैंने हमेशा हम दोनों के बीच चीजे बेहतर करने की कोशिश की है लेकिन आपने मुझे हमेशा इग्नोर किया, मैं ये तो जानती थी के मेरी शादी हो रही है लेकिन किससे ? आप एक बहुत अच्छे और बड़े परिवार के बेटे है एक सक्सेस्फूल बिजनेसमैन है लेकिन एक इंसान कैसे है मैंने कभी जाना ही नही, आपको याद है मैंने शादी से पहले आपसे कई बार मिलना चाहा था लेकिन आप हमेशा ही मुझे इग्नोर करते रहे

नेहा के कन्फेशन से राघव शॉक था उसे लगता था नेहा उसके बारे मे सब जानती है लेकिन यहा वो गलत था

नेहा- कुछ ही दिनों मे मेरी भी पूरी लाइफ चेंज हो गई थी मैं कंप्लेंट नही करती इसका ये मतलब तो नही के मुझे कुछ फरक ही ना पड़ा हो, मैंने आपको और दादाजी को इस बारे मे काफी बार बात करते सुना है लेकिन मैंने चुप रहना ही बेहतर समझा

नेहा- और रही बात प्राइवसी फ्रीडम और कंट्रोल की तो मैं आपकी प्राइवसी की बहुत रीस्पेक्ट करती हु और मुझे नही लगता के लाइफ पार्टनर्स हमेशा अपने बेटर हाफ ही लाइफ कंट्रोल करते है लेकिन कभी कभी आपको अपने पार्टनर को कुछ गलत करने से रोकना भी होता है चीजे दोनों तरफ से बैलेंस होनी चाहिए

नेहा- मैं आपको किसी बात के लिए टॉन्ट नहीं मार रही हु मैं बस हम दोनों के बीच कुछ बाते क्लियर कर रही हु जैसे आपने मुझे बताया के उस वक्त आपके दिमाग मे क्या था आपको कैसा लग रहा था वैसे ही मैं भी अपना पॉइंट ऑफ व्यू आपको बता रही थी क्युकी आप मेरे पति है और बस आप ही है जिससे मैं ये सब बाते कर सकती हु और मुझे खुशी है के आप ये सब बाते समझते है

नेहा ने एक स्माइल के साथ कहा, इस वक्त अपनी बात रखते हुए नेहा ऐसे लग रही थी जैसे वो किसी बिजनस प्रेजेंटेशन मे हो फूल कंसंट्रेशन के साथ

राघव- अपने बारे मे कुछ बताओ, मैं कुछ भी नही जानता हु

राघव ने दूसरी तरफ देखने हुए कहा

नेहा- मुझे लगता है मेरे साथ रह कर आप मेरे बारे मे ज्यादा अच्छे से जान पाएंगे न की सिर्फ सुन कर, इससे हमारा रिश्ता और मजबूत हो सकता है हम एकदूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे

नेहा ने मुस्कुरा कर कहा

यार मुझे इतनी समझदार बीवी कैसे मिल गई ये कितनी ऑसम है यार और कितनी प्रैक्टिकल है, मिसेस नेहा देशपांडे तुम इस देश के वन ऑफ द बेस्ट बिजनेस टाइकून की पत्नी के रूप मे बेस्ट हो’ राघव ने मन ही मन सोच...

क्रमश:
The next unexpected...blast....

bhot hi saandaar update...😍😍😍

Waiting for the next blast...😅
 

paarth milf lover

I m a big big milf and shayari lover💕♥️
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Update 12



राघव- नही क्युकी मुझे तुम्हारे साथ जाना था इसीलिए

राघव ने सपाट शब्दों मे कहा, जाहीर था उसे गुस्सा आ रहा था और वो बस नेहा का बर्थडे मनाना चाहता था।

नेहा- अगर मेरा आज बर्थडे ना होता तो आप मुझे कभी ऐसे बाहर नही ले जाते, आपको बस बुरा लग रहा था दया आ रही थी मुझपर

नेहा ने कहा और बोलते बोलते उसकी आवाज भारी होने लगी थी जिसे सुन कर राघव ने गाड़ी को एक साइड मे रोका और सपाट चेहरे के साथ नेहा को देखा और उसे देखते ही राघव के चेहरे के हावभाव बदनले लगे, नेहा को देख के साफ लग रहा था के वो अभी रो देगी

राघव - पहली बात तो ऐसा बिल्कुल नही है अगर आज तुम्हारा बर्थडे ना भी होता तो मेरे पास तुम्हें ऐसे बाहर लाने के और भी बहाने थे इसीलिए ये बात तुम अपने दिमाग से निकाल दो

राघव ने प्यार से कहा और नेहा ने उतरे चेहरे के साथ उसे कुछ टाइम तक देखा लेकिन कुछ बोली नहीं

राघव- तुम क्यू नहीं चाहती के सब तुम्हारा बर्थडे मनाए क्यू नही बताना चाहती किसी को

नेहा- ऐसा क्यू है के हम किसी के लिए हमारा प्यार हमारी सारी केयर बस उस इंसान के बर्थडे पर ही दिखते है भले ही उससे बाकी दिन बात भी ना करे, मैंने ऐसा करते बहुत लोगों को देखा है और बस यही मुझे पसंद नहीं है

राघव समझ रहा था के नेहा को कोई बात परेशान कर रही है लेकिन उसने अभी के लिए उस बात को इग्नोर किया और बोला

राघव- ठीक है तुम्हें नही पसंद सेलिब्रेट करना तो ना सही लेकिन अभी ऐसा मानो के हम बस एक डेट पर आए है मैं लेकर आया हु तुम्हें तो इस शाम को इन्जॉय करो

राघव ने कार वापिस शुरू करते हुए कहा वही नेहा उसे ऐसे देखने लगी मानो वो कोई एलियन हो क्युकी राघव ने उसके साथ कभी ऐसे प्यार से समझा के बात नहीं की थी, जल्द ही वो लोग एक 5 स्टार रेस्टोरेंट मे पहुचे और साथ ही रेस्टोरेंट के अंदर गए।

उनके रेस्टोरेंट मे एंटर होते ही मैनेजर खुद उन्हे रिसीव करने आया और उन्हे टेरेस मे बने सेक्शन मे ले गया जहा से पूरे शहर का व्यू मिलता था

आज का वो पूरा टेरेस राघव ने उन दोनों के लिए बुक किया हुआ था ताकि कोई उन्हे डिस्टर्ब ना करे

राघव ने नेहा के लिए एक खुर्ची खिची और उसे बैठने कहा और फिर उसके सामने आकार बैठ गया और जल्द ही एक वेटर आया और उनके खाने के ऑर्डर्स लेकर चला गया

नेहा ने देखा के राघव को इटालियन खाना बहुत पसंद है

उन दोनों के बीच एक अजीब खामोशी छाई थी कोई कुछ नहीं बोल रहा था और जल्द ही उनका खाना भी आ गया और उन्होंने चुप्पी साधे ही खाना खाया जिसके बाद राघव ने ही इस शांति को भंग करने का सोचा और बोलना शुरू किया

राघव- उम्म... तुम्हें पता है मैं ना तुम्हारे बारे मे कुछ नही जानता हु.. मतलब देखो ना इन पाँच महीनों मे मैं हमेशा इस शादी से भागता रहा हु

राघव बोल रहा था वही नेहा उसे देख भी नहीं रही थी, उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी

राघव- लेकिन अब नही..

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और ये सुन के नेहा ने भी अपनी नजरे उठा कर राघव को देखा तो पाया के वो उसे ही देख रहा था

राघव- मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है, हमारे बारे मे सोचा है और ये जाना है के भागने का कोई पॉइंट ही नही है

राघव की बाते अब नेहा को नर्वस कर रही थी

ये ऐसे क्यू कह रहे है ? कही ये मुझे डिवोर्स तो नहीं ना देना चाहते?’ नेहा के मन मे खयाल आया जिससे वो और भी ज्यादा नर्वस हो गई और उसकी आँखों मे पानी जमने लगा था

राघव- लेट्स गिव दिस रिलेशनशिप अ चांस हमे हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए एक मौका देना चाहिए

राघव ने अचानक कहा

नेहा- और ऐसा क्या हुआ जिससे आप इस नतीजे पर पहुचे?

राघव की बात सुन अचानक नेहा के मुह से निकल गया

राघव- हूह?? क्या?

नेहा- मतलब आप तो इस शादी को एक्सेप्ट नही करना चाहते थे और ना ही ये मानना के आप शादी शुदा है और मैं इतनी भी गधी नहीं हु के मुझे ये समझ ना आए के आप ये शादी करना ही नहीं चाहते थे तो फिर अब ये सब क्यू?

नेहा की बात सुन अब राघव शॉक मे था

राघव- ये सब अचानक नहीं हुआ है नेहा मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है और हा तुम सही हो मैं तयार नहीं था, उस समय मुझे थोड़ा टाइम चाहिए था तुम मुझे बताओ तुम क्या करती जब अचानक तुम्हें पता चलता के तुम्हारी किसी से शादी होने वाली है जिसे तुम जानती तक नहीं, हा मैंने दादू के डिसीजन के बाद शादी के लिए हा कही थी लेकिन मैं इसके बारे मे हमेशा कन्फ्यूज़ ही रहा

राघव- मुझे अपनी प्राइवसी और फ्रीडम बहुत प्यारी है नेहा और मैंने अपने दोस्तों को देखा है कैसे शादी के बाद उनकी लाइफ ही चेंज हो गई है उनकी लाइफ पार्टनर कैसे उन्हें कंट्रोल करती है और बस इसीलिए मैं शादी को लेकर शूअर नहीं था, कन्फ्यूज़ था लेकिन तुम उन सब से अलग हो ये मैं जान गया हु..

राघव आज पहली बार अपने दिल की बात नेहा से कर रहा था इससे पहले उन दोनों के बीच कभी ऐसी बाते नहीं हुई थी

नेहा- आपको क्या लगता है मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ? मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, मैं भी उस समय आपके बारे मे कुछ नही जानती थी लेकिन मैं कोशिश कर रही हु ना मैंने हमेशा हम दोनों के बीच चीजे बेहतर करने की कोशिश की है लेकिन आपने मुझे हमेशा इग्नोर किया, मैं ये तो जानती थी के मेरी शादी हो रही है लेकिन किससे ? आप एक बहुत अच्छे और बड़े परिवार के बेटे है एक सक्सेस्फूल बिजनेसमैन है लेकिन एक इंसान कैसे है मैंने कभी जाना ही नही, आपको याद है मैंने शादी से पहले आपसे कई बार मिलना चाहा था लेकिन आप हमेशा ही मुझे इग्नोर करते रहे

नेहा के कन्फेशन से राघव शॉक था उसे लगता था नेहा उसके बारे मे सब जानती है लेकिन यहा वो गलत था

नेहा- कुछ ही दिनों मे मेरी भी पूरी लाइफ चेंज हो गई थी मैं कंप्लेंट नही करती इसका ये मतलब तो नही के मुझे कुछ फरक ही ना पड़ा हो, मैंने आपको और दादाजी को इस बारे मे काफी बार बात करते सुना है लेकिन मैंने चुप रहना ही बेहतर समझा

नेहा- और रही बात प्राइवसी फ्रीडम और कंट्रोल की तो मैं आपकी प्राइवसी की बहुत रीस्पेक्ट करती हु और मुझे नही लगता के लाइफ पार्टनर्स हमेशा अपने बेटर हाफ ही लाइफ कंट्रोल करते है लेकिन कभी कभी आपको अपने पार्टनर को कुछ गलत करने से रोकना भी होता है चीजे दोनों तरफ से बैलेंस होनी चाहिए

नेहा- मैं आपको किसी बात के लिए टॉन्ट नहीं मार रही हु मैं बस हम दोनों के बीच कुछ बाते क्लियर कर रही हु जैसे आपने मुझे बताया के उस वक्त आपके दिमाग मे क्या था आपको कैसा लग रहा था वैसे ही मैं भी अपना पॉइंट ऑफ व्यू आपको बता रही थी क्युकी आप मेरे पति है और बस आप ही है जिससे मैं ये सब बाते कर सकती हु और मुझे खुशी है के आप ये सब बाते समझते है

नेहा ने एक स्माइल के साथ कहा, इस वक्त अपनी बात रखते हुए नेहा ऐसे लग रही थी जैसे वो किसी बिजनस प्रेजेंटेशन मे हो फूल कंसंट्रेशन के साथ

राघव- अपने बारे मे कुछ बताओ, मैं कुछ भी नही जानता हु

राघव ने दूसरी तरफ देखने हुए कहा

नेहा- मुझे लगता है मेरे साथ रह कर आप मेरे बारे मे ज्यादा अच्छे से जान पाएंगे न की सिर्फ सुन कर, इससे हमारा रिश्ता और मजबूत हो सकता है हम एकदूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे

नेहा ने मुस्कुरा कर कहा

यार मुझे इतनी समझदार बीवी कैसे मिल गई ये कितनी ऑसम है यार और कितनी प्रैक्टिकल है, मिसेस नेहा देशपांडे तुम इस देश के वन ऑफ द बेस्ट बिजनेस टाइकून की पत्नी के रूप मे बेस्ट हो’ राघव ने मन ही मन सोच...

क्रमश:
इस फोरम पर रोमांस का बीड़ा आप ही उठाए हुए हो Adirshi भाई

इसी तरह के लाजवाब जबरदस्त अपडेट देते रहिए और हम लोगो को रोमांस के समुंदर मैं डुबकी लगवाते रहिए।।।

बहुत बहुत धन्यवाद आपका
 

PRAVAS DALEI

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Wow!!! Such a cute and beautiful story. आपकी लिखनी का स्टाइल बहुत ही सुंदर है | और आप जो third person view से लिखते हो वो मुझे बहुत पसंद है क्यूंकि उससे सभी पात्र को अच्छी तरह से समझ सकते हैं और किसके अंदर क्या चल रहा है जान सकते हैं | वर्ना forum मैं mostly 1st person view से लिखते हैं जिसे स्टोरी हमेशा एक person के angle से ही पढ़ते हैं और सभी character का najariya उनके नजरो से नहीं जान पाते, इसी लिए special thanks to you.
 

Thakur

असला हम भी रखते है पहलवान 😼
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Update 12



राघव- नही क्युकी मुझे तुम्हारे साथ जाना था इसीलिए

राघव ने सपाट शब्दों मे कहा, जाहीर था उसे गुस्सा आ रहा था और वो बस नेहा का बर्थडे मनाना चाहता था।

नेहा- अगर मेरा आज बर्थडे ना होता तो आप मुझे कभी ऐसे बाहर नही ले जाते, आपको बस बुरा लग रहा था दया आ रही थी मुझपर

नेहा ने कहा और बोलते बोलते उसकी आवाज भारी होने लगी थी जिसे सुन कर राघव ने गाड़ी को एक साइड मे रोका और सपाट चेहरे के साथ नेहा को देखा और उसे देखते ही राघव के चेहरे के हावभाव बदनले लगे, नेहा को देख के साफ लग रहा था के वो अभी रो देगी

राघव - पहली बात तो ऐसा बिल्कुल नही है अगर आज तुम्हारा बर्थडे ना भी होता तो मेरे पास तुम्हें ऐसे बाहर लाने के और भी बहाने थे इसीलिए ये बात तुम अपने दिमाग से निकाल दो

राघव ने प्यार से कहा और नेहा ने उतरे चेहरे के साथ उसे कुछ टाइम तक देखा लेकिन कुछ बोली नहीं

राघव- तुम क्यू नहीं चाहती के सब तुम्हारा बर्थडे मनाए क्यू नही बताना चाहती किसी को

नेहा- ऐसा क्यू है के हम किसी के लिए हमारा प्यार हमारी सारी केयर बस उस इंसान के बर्थडे पर ही दिखते है भले ही उससे बाकी दिन बात भी ना करे, मैंने ऐसा करते बहुत लोगों को देखा है और बस यही मुझे पसंद नहीं है

राघव समझ रहा था के नेहा को कोई बात परेशान कर रही है लेकिन उसने अभी के लिए उस बात को इग्नोर किया और बोला

राघव- ठीक है तुम्हें नही पसंद सेलिब्रेट करना तो ना सही लेकिन अभी ऐसा मानो के हम बस एक डेट पर आए है मैं लेकर आया हु तुम्हें तो इस शाम को इन्जॉय करो

राघव ने कार वापिस शुरू करते हुए कहा वही नेहा उसे ऐसे देखने लगी मानो वो कोई एलियन हो क्युकी राघव ने उसके साथ कभी ऐसे प्यार से समझा के बात नहीं की थी, जल्द ही वो लोग एक 5 स्टार रेस्टोरेंट मे पहुचे और साथ ही रेस्टोरेंट के अंदर गए।

उनके रेस्टोरेंट मे एंटर होते ही मैनेजर खुद उन्हे रिसीव करने आया और उन्हे टेरेस मे बने सेक्शन मे ले गया जहा से पूरे शहर का व्यू मिलता था

आज का वो पूरा टेरेस राघव ने उन दोनों के लिए बुक किया हुआ था ताकि कोई उन्हे डिस्टर्ब ना करे

राघव ने नेहा के लिए एक खुर्ची खिची और उसे बैठने कहा और फिर उसके सामने आकार बैठ गया और जल्द ही एक वेटर आया और उनके खाने के ऑर्डर्स लेकर चला गया

नेहा ने देखा के राघव को इटालियन खाना बहुत पसंद है

उन दोनों के बीच एक अजीब खामोशी छाई थी कोई कुछ नहीं बोल रहा था और जल्द ही उनका खाना भी आ गया और उन्होंने चुप्पी साधे ही खाना खाया जिसके बाद राघव ने ही इस शांति को भंग करने का सोचा और बोलना शुरू किया

राघव- उम्म... तुम्हें पता है मैं ना तुम्हारे बारे मे कुछ नही जानता हु.. मतलब देखो ना इन पाँच महीनों मे मैं हमेशा इस शादी से भागता रहा हु

राघव बोल रहा था वही नेहा उसे देख भी नहीं रही थी, उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी

राघव- लेकिन अब नही..

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और ये सुन के नेहा ने भी अपनी नजरे उठा कर राघव को देखा तो पाया के वो उसे ही देख रहा था

राघव- मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है, हमारे बारे मे सोचा है और ये जाना है के भागने का कोई पॉइंट ही नही है

राघव की बाते अब नेहा को नर्वस कर रही थी

ये ऐसे क्यू कह रहे है ? कही ये मुझे डिवोर्स तो नहीं ना देना चाहते?’ नेहा के मन मे खयाल आया जिससे वो और भी ज्यादा नर्वस हो गई और उसकी आँखों मे पानी जमने लगा था

राघव- लेट्स गिव दिस रिलेशनशिप अ चांस हमे हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए एक मौका देना चाहिए

राघव ने अचानक कहा

नेहा- और ऐसा क्या हुआ जिससे आप इस नतीजे पर पहुचे?

राघव की बात सुन अचानक नेहा के मुह से निकल गया

राघव- हूह?? क्या?

नेहा- मतलब आप तो इस शादी को एक्सेप्ट नही करना चाहते थे और ना ही ये मानना के आप शादी शुदा है और मैं इतनी भी गधी नहीं हु के मुझे ये समझ ना आए के आप ये शादी करना ही नहीं चाहते थे तो फिर अब ये सब क्यू?

नेहा की बात सुन अब राघव शॉक मे था

राघव- ये सब अचानक नहीं हुआ है नेहा मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है और हा तुम सही हो मैं तयार नहीं था, उस समय मुझे थोड़ा टाइम चाहिए था तुम मुझे बताओ तुम क्या करती जब अचानक तुम्हें पता चलता के तुम्हारी किसी से शादी होने वाली है जिसे तुम जानती तक नहीं, हा मैंने दादू के डिसीजन के बाद शादी के लिए हा कही थी लेकिन मैं इसके बारे मे हमेशा कन्फ्यूज़ ही रहा

राघव- मुझे अपनी प्राइवसी और फ्रीडम बहुत प्यारी है नेहा और मैंने अपने दोस्तों को देखा है कैसे शादी के बाद उनकी लाइफ ही चेंज हो गई है उनकी लाइफ पार्टनर कैसे उन्हें कंट्रोल करती है और बस इसीलिए मैं शादी को लेकर शूअर नहीं था, कन्फ्यूज़ था लेकिन तुम उन सब से अलग हो ये मैं जान गया हु..

राघव आज पहली बार अपने दिल की बात नेहा से कर रहा था इससे पहले उन दोनों के बीच कभी ऐसी बाते नहीं हुई थी

नेहा- आपको क्या लगता है मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ? मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, मैं भी उस समय आपके बारे मे कुछ नही जानती थी लेकिन मैं कोशिश कर रही हु ना मैंने हमेशा हम दोनों के बीच चीजे बेहतर करने की कोशिश की है लेकिन आपने मुझे हमेशा इग्नोर किया, मैं ये तो जानती थी के मेरी शादी हो रही है लेकिन किससे ? आप एक बहुत अच्छे और बड़े परिवार के बेटे है एक सक्सेस्फूल बिजनेसमैन है लेकिन एक इंसान कैसे है मैंने कभी जाना ही नही, आपको याद है मैंने शादी से पहले आपसे कई बार मिलना चाहा था लेकिन आप हमेशा ही मुझे इग्नोर करते रहे

नेहा के कन्फेशन से राघव शॉक था उसे लगता था नेहा उसके बारे मे सब जानती है लेकिन यहा वो गलत था

नेहा- कुछ ही दिनों मे मेरी भी पूरी लाइफ चेंज हो गई थी मैं कंप्लेंट नही करती इसका ये मतलब तो नही के मुझे कुछ फरक ही ना पड़ा हो, मैंने आपको और दादाजी को इस बारे मे काफी बार बात करते सुना है लेकिन मैंने चुप रहना ही बेहतर समझा

नेहा- और रही बात प्राइवसी फ्रीडम और कंट्रोल की तो मैं आपकी प्राइवसी की बहुत रीस्पेक्ट करती हु और मुझे नही लगता के लाइफ पार्टनर्स हमेशा अपने बेटर हाफ ही लाइफ कंट्रोल करते है लेकिन कभी कभी आपको अपने पार्टनर को कुछ गलत करने से रोकना भी होता है चीजे दोनों तरफ से बैलेंस होनी चाहिए

नेहा- मैं आपको किसी बात के लिए टॉन्ट नहीं मार रही हु मैं बस हम दोनों के बीच कुछ बाते क्लियर कर रही हु जैसे आपने मुझे बताया के उस वक्त आपके दिमाग मे क्या था आपको कैसा लग रहा था वैसे ही मैं भी अपना पॉइंट ऑफ व्यू आपको बता रही थी क्युकी आप मेरे पति है और बस आप ही है जिससे मैं ये सब बाते कर सकती हु और मुझे खुशी है के आप ये सब बाते समझते है

नेहा ने एक स्माइल के साथ कहा, इस वक्त अपनी बात रखते हुए नेहा ऐसे लग रही थी जैसे वो किसी बिजनस प्रेजेंटेशन मे हो फूल कंसंट्रेशन के साथ

राघव- अपने बारे मे कुछ बताओ, मैं कुछ भी नही जानता हु

राघव ने दूसरी तरफ देखने हुए कहा

नेहा- मुझे लगता है मेरे साथ रह कर आप मेरे बारे मे ज्यादा अच्छे से जान पाएंगे न की सिर्फ सुन कर, इससे हमारा रिश्ता और मजबूत हो सकता है हम एकदूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे

नेहा ने मुस्कुरा कर कहा

यार मुझे इतनी समझदार बीवी कैसे मिल गई ये कितनी ऑसम है यार और कितनी प्रैक्टिकल है, मिसेस नेहा देशपांडे तुम इस देश के वन ऑफ द बेस्ट बिजनेस टाइकून की पत्नी के रूप मे बेस्ट हो’ राघव ने मन ही मन सोच...

क्रमश:
Dekho kitane type ki ladkiyan hoti he ye nahi malum lekin yu samaz lo ke aaj ke time me ek hoti he novels padh ke apne expectations aasmaan pe le jane wali aur ek hoti he jo normal jaise baki chijo me involve hone wali :notme:
Ab Neha ki thinking dikha rahi he ke wo aisi kyu he. Jo ki uske maa papa nahi he, jo bhi he wo chacha chachi he hai aur aise me ladki ke man ke akelepan ko wo kaise dur karti he ye kehna bohot he mushkil he :hmm:
Lihaja ye bhi anuman lagaya jaye ke wo bhi Adi bhai ke jaisi diary likhti ho :notme:

Kher he par lagta he uski entry business me hone wali he.
 

Abhi32

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राघव- नही क्युकी मुझे तुम्हारे साथ जाना था इसीलिए

राघव ने सपाट शब्दों मे कहा, जाहीर था उसे गुस्सा आ रहा था और वो बस नेहा का बर्थडे मनाना चाहता था।

नेहा- अगर मेरा आज बर्थडे ना होता तो आप मुझे कभी ऐसे बाहर नही ले जाते, आपको बस बुरा लग रहा था दया आ रही थी मुझपर

नेहा ने कहा और बोलते बोलते उसकी आवाज भारी होने लगी थी जिसे सुन कर राघव ने गाड़ी को एक साइड मे रोका और सपाट चेहरे के साथ नेहा को देखा और उसे देखते ही राघव के चेहरे के हावभाव बदनले लगे, नेहा को देख के साफ लग रहा था के वो अभी रो देगी

राघव - पहली बात तो ऐसा बिल्कुल नही है अगर आज तुम्हारा बर्थडे ना भी होता तो मेरे पास तुम्हें ऐसे बाहर लाने के और भी बहाने थे इसीलिए ये बात तुम अपने दिमाग से निकाल दो

राघव ने प्यार से कहा और नेहा ने उतरे चेहरे के साथ उसे कुछ टाइम तक देखा लेकिन कुछ बोली नहीं

राघव- तुम क्यू नहीं चाहती के सब तुम्हारा बर्थडे मनाए क्यू नही बताना चाहती किसी को

नेहा- ऐसा क्यू है के हम किसी के लिए हमारा प्यार हमारी सारी केयर बस उस इंसान के बर्थडे पर ही दिखते है भले ही उससे बाकी दिन बात भी ना करे, मैंने ऐसा करते बहुत लोगों को देखा है और बस यही मुझे पसंद नहीं है

राघव समझ रहा था के नेहा को कोई बात परेशान कर रही है लेकिन उसने अभी के लिए उस बात को इग्नोर किया और बोला

राघव- ठीक है तुम्हें नही पसंद सेलिब्रेट करना तो ना सही लेकिन अभी ऐसा मानो के हम बस एक डेट पर आए है मैं लेकर आया हु तुम्हें तो इस शाम को इन्जॉय करो

राघव ने कार वापिस शुरू करते हुए कहा वही नेहा उसे ऐसे देखने लगी मानो वो कोई एलियन हो क्युकी राघव ने उसके साथ कभी ऐसे प्यार से समझा के बात नहीं की थी, जल्द ही वो लोग एक 5 स्टार रेस्टोरेंट मे पहुचे और साथ ही रेस्टोरेंट के अंदर गए।

उनके रेस्टोरेंट मे एंटर होते ही मैनेजर खुद उन्हे रिसीव करने आया और उन्हे टेरेस मे बने सेक्शन मे ले गया जहा से पूरे शहर का व्यू मिलता था

आज का वो पूरा टेरेस राघव ने उन दोनों के लिए बुक किया हुआ था ताकि कोई उन्हे डिस्टर्ब ना करे

राघव ने नेहा के लिए एक खुर्ची खिची और उसे बैठने कहा और फिर उसके सामने आकार बैठ गया और जल्द ही एक वेटर आया और उनके खाने के ऑर्डर्स लेकर चला गया

नेहा ने देखा के राघव को इटालियन खाना बहुत पसंद है

उन दोनों के बीच एक अजीब खामोशी छाई थी कोई कुछ नहीं बोल रहा था और जल्द ही उनका खाना भी आ गया और उन्होंने चुप्पी साधे ही खाना खाया जिसके बाद राघव ने ही इस शांति को भंग करने का सोचा और बोलना शुरू किया

राघव- उम्म... तुम्हें पता है मैं ना तुम्हारे बारे मे कुछ नही जानता हु.. मतलब देखो ना इन पाँच महीनों मे मैं हमेशा इस शादी से भागता रहा हु

राघव बोल रहा था वही नेहा उसे देख भी नहीं रही थी, उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी

राघव- लेकिन अब नही..

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और ये सुन के नेहा ने भी अपनी नजरे उठा कर राघव को देखा तो पाया के वो उसे ही देख रहा था

राघव- मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है, हमारे बारे मे सोचा है और ये जाना है के भागने का कोई पॉइंट ही नही है

राघव की बाते अब नेहा को नर्वस कर रही थी

ये ऐसे क्यू कह रहे है ? कही ये मुझे डिवोर्स तो नहीं ना देना चाहते?’ नेहा के मन मे खयाल आया जिससे वो और भी ज्यादा नर्वस हो गई और उसकी आँखों मे पानी जमने लगा था

राघव- लेट्स गिव दिस रिलेशनशिप अ चांस हमे हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए एक मौका देना चाहिए

राघव ने अचानक कहा

नेहा- और ऐसा क्या हुआ जिससे आप इस नतीजे पर पहुचे?

राघव की बात सुन अचानक नेहा के मुह से निकल गया

राघव- हूह?? क्या?

नेहा- मतलब आप तो इस शादी को एक्सेप्ट नही करना चाहते थे और ना ही ये मानना के आप शादी शुदा है और मैं इतनी भी गधी नहीं हु के मुझे ये समझ ना आए के आप ये शादी करना ही नहीं चाहते थे तो फिर अब ये सब क्यू?

नेहा की बात सुन अब राघव शॉक मे था

राघव- ये सब अचानक नहीं हुआ है नेहा मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है और हा तुम सही हो मैं तयार नहीं था, उस समय मुझे थोड़ा टाइम चाहिए था तुम मुझे बताओ तुम क्या करती जब अचानक तुम्हें पता चलता के तुम्हारी किसी से शादी होने वाली है जिसे तुम जानती तक नहीं, हा मैंने दादू के डिसीजन के बाद शादी के लिए हा कही थी लेकिन मैं इसके बारे मे हमेशा कन्फ्यूज़ ही रहा

राघव- मुझे अपनी प्राइवसी और फ्रीडम बहुत प्यारी है नेहा और मैंने अपने दोस्तों को देखा है कैसे शादी के बाद उनकी लाइफ ही चेंज हो गई है उनकी लाइफ पार्टनर कैसे उन्हें कंट्रोल करती है और बस इसीलिए मैं शादी को लेकर शूअर नहीं था, कन्फ्यूज़ था लेकिन तुम उन सब से अलग हो ये मैं जान गया हु..

राघव आज पहली बार अपने दिल की बात नेहा से कर रहा था इससे पहले उन दोनों के बीच कभी ऐसी बाते नहीं हुई थी

नेहा- आपको क्या लगता है मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ? मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, मैं भी उस समय आपके बारे मे कुछ नही जानती थी लेकिन मैं कोशिश कर रही हु ना मैंने हमेशा हम दोनों के बीच चीजे बेहतर करने की कोशिश की है लेकिन आपने मुझे हमेशा इग्नोर किया, मैं ये तो जानती थी के मेरी शादी हो रही है लेकिन किससे ? आप एक बहुत अच्छे और बड़े परिवार के बेटे है एक सक्सेस्फूल बिजनेसमैन है लेकिन एक इंसान कैसे है मैंने कभी जाना ही नही, आपको याद है मैंने शादी से पहले आपसे कई बार मिलना चाहा था लेकिन आप हमेशा ही मुझे इग्नोर करते रहे

नेहा के कन्फेशन से राघव शॉक था उसे लगता था नेहा उसके बारे मे सब जानती है लेकिन यहा वो गलत था

नेहा- कुछ ही दिनों मे मेरी भी पूरी लाइफ चेंज हो गई थी मैं कंप्लेंट नही करती इसका ये मतलब तो नही के मुझे कुछ फरक ही ना पड़ा हो, मैंने आपको और दादाजी को इस बारे मे काफी बार बात करते सुना है लेकिन मैंने चुप रहना ही बेहतर समझा

नेहा- और रही बात प्राइवसी फ्रीडम और कंट्रोल की तो मैं आपकी प्राइवसी की बहुत रीस्पेक्ट करती हु और मुझे नही लगता के लाइफ पार्टनर्स हमेशा अपने बेटर हाफ ही लाइफ कंट्रोल करते है लेकिन कभी कभी आपको अपने पार्टनर को कुछ गलत करने से रोकना भी होता है चीजे दोनों तरफ से बैलेंस होनी चाहिए

नेहा- मैं आपको किसी बात के लिए टॉन्ट नहीं मार रही हु मैं बस हम दोनों के बीच कुछ बाते क्लियर कर रही हु जैसे आपने मुझे बताया के उस वक्त आपके दिमाग मे क्या था आपको कैसा लग रहा था वैसे ही मैं भी अपना पॉइंट ऑफ व्यू आपको बता रही थी क्युकी आप मेरे पति है और बस आप ही है जिससे मैं ये सब बाते कर सकती हु और मुझे खुशी है के आप ये सब बाते समझते है

नेहा ने एक स्माइल के साथ कहा, इस वक्त अपनी बात रखते हुए नेहा ऐसे लग रही थी जैसे वो किसी बिजनस प्रेजेंटेशन मे हो फूल कंसंट्रेशन के साथ

राघव- अपने बारे मे कुछ बताओ, मैं कुछ भी नही जानता हु

राघव ने दूसरी तरफ देखने हुए कहा

नेहा- मुझे लगता है मेरे साथ रह कर आप मेरे बारे मे ज्यादा अच्छे से जान पाएंगे न की सिर्फ सुन कर, इससे हमारा रिश्ता और मजबूत हो सकता है हम एकदूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे

नेहा ने मुस्कुरा कर कहा

यार मुझे इतनी समझदार बीवी कैसे मिल गई ये कितनी ऑसम है यार और कितनी प्रैक्टिकल है, मिसेस नेहा देशपांडे तुम इस देश के वन ऑफ द बेस्ट बिजनेस टाइकून की पत्नी के रूप मे बेस्ट हो’ राघव ने मन ही मन सोच...

क्रमश:
Mast update diya hai bhai .Raghav dheere dheere Neha ke prati akarshit ho raha hai.
 

park

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राघव- नही क्युकी मुझे तुम्हारे साथ जाना था इसीलिए

राघव ने सपाट शब्दों मे कहा, जाहीर था उसे गुस्सा आ रहा था और वो बस नेहा का बर्थडे मनाना चाहता था।

नेहा- अगर मेरा आज बर्थडे ना होता तो आप मुझे कभी ऐसे बाहर नही ले जाते, आपको बस बुरा लग रहा था दया आ रही थी मुझपर

नेहा ने कहा और बोलते बोलते उसकी आवाज भारी होने लगी थी जिसे सुन कर राघव ने गाड़ी को एक साइड मे रोका और सपाट चेहरे के साथ नेहा को देखा और उसे देखते ही राघव के चेहरे के हावभाव बदनले लगे, नेहा को देख के साफ लग रहा था के वो अभी रो देगी

राघव - पहली बात तो ऐसा बिल्कुल नही है अगर आज तुम्हारा बर्थडे ना भी होता तो मेरे पास तुम्हें ऐसे बाहर लाने के और भी बहाने थे इसीलिए ये बात तुम अपने दिमाग से निकाल दो

राघव ने प्यार से कहा और नेहा ने उतरे चेहरे के साथ उसे कुछ टाइम तक देखा लेकिन कुछ बोली नहीं

राघव- तुम क्यू नहीं चाहती के सब तुम्हारा बर्थडे मनाए क्यू नही बताना चाहती किसी को

नेहा- ऐसा क्यू है के हम किसी के लिए हमारा प्यार हमारी सारी केयर बस उस इंसान के बर्थडे पर ही दिखते है भले ही उससे बाकी दिन बात भी ना करे, मैंने ऐसा करते बहुत लोगों को देखा है और बस यही मुझे पसंद नहीं है

राघव समझ रहा था के नेहा को कोई बात परेशान कर रही है लेकिन उसने अभी के लिए उस बात को इग्नोर किया और बोला

राघव- ठीक है तुम्हें नही पसंद सेलिब्रेट करना तो ना सही लेकिन अभी ऐसा मानो के हम बस एक डेट पर आए है मैं लेकर आया हु तुम्हें तो इस शाम को इन्जॉय करो

राघव ने कार वापिस शुरू करते हुए कहा वही नेहा उसे ऐसे देखने लगी मानो वो कोई एलियन हो क्युकी राघव ने उसके साथ कभी ऐसे प्यार से समझा के बात नहीं की थी, जल्द ही वो लोग एक 5 स्टार रेस्टोरेंट मे पहुचे और साथ ही रेस्टोरेंट के अंदर गए।

उनके रेस्टोरेंट मे एंटर होते ही मैनेजर खुद उन्हे रिसीव करने आया और उन्हे टेरेस मे बने सेक्शन मे ले गया जहा से पूरे शहर का व्यू मिलता था

आज का वो पूरा टेरेस राघव ने उन दोनों के लिए बुक किया हुआ था ताकि कोई उन्हे डिस्टर्ब ना करे

राघव ने नेहा के लिए एक खुर्ची खिची और उसे बैठने कहा और फिर उसके सामने आकार बैठ गया और जल्द ही एक वेटर आया और उनके खाने के ऑर्डर्स लेकर चला गया

नेहा ने देखा के राघव को इटालियन खाना बहुत पसंद है

उन दोनों के बीच एक अजीब खामोशी छाई थी कोई कुछ नहीं बोल रहा था और जल्द ही उनका खाना भी आ गया और उन्होंने चुप्पी साधे ही खाना खाया जिसके बाद राघव ने ही इस शांति को भंग करने का सोचा और बोलना शुरू किया

राघव- उम्म... तुम्हें पता है मैं ना तुम्हारे बारे मे कुछ नही जानता हु.. मतलब देखो ना इन पाँच महीनों मे मैं हमेशा इस शादी से भागता रहा हु

राघव बोल रहा था वही नेहा उसे देख भी नहीं रही थी, उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी

राघव- लेकिन अब नही..

राघव ने नेहा को देखते हुए कहा और ये सुन के नेहा ने भी अपनी नजरे उठा कर राघव को देखा तो पाया के वो उसे ही देख रहा था

राघव- मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है, हमारे बारे मे सोचा है और ये जाना है के भागने का कोई पॉइंट ही नही है

राघव की बाते अब नेहा को नर्वस कर रही थी

ये ऐसे क्यू कह रहे है ? कही ये मुझे डिवोर्स तो नहीं ना देना चाहते?’ नेहा के मन मे खयाल आया जिससे वो और भी ज्यादा नर्वस हो गई और उसकी आँखों मे पानी जमने लगा था

राघव- लेट्स गिव दिस रिलेशनशिप अ चांस हमे हमारे रिश्ते को सुधारने के लिए एक मौका देना चाहिए

राघव ने अचानक कहा

नेहा- और ऐसा क्या हुआ जिससे आप इस नतीजे पर पहुचे?

राघव की बात सुन अचानक नेहा के मुह से निकल गया

राघव- हूह?? क्या?

नेहा- मतलब आप तो इस शादी को एक्सेप्ट नही करना चाहते थे और ना ही ये मानना के आप शादी शुदा है और मैं इतनी भी गधी नहीं हु के मुझे ये समझ ना आए के आप ये शादी करना ही नहीं चाहते थे तो फिर अब ये सब क्यू?

नेहा की बात सुन अब राघव शॉक मे था

राघव- ये सब अचानक नहीं हुआ है नेहा मैंने इस बारे मे बहुत सोचा है और हा तुम सही हो मैं तयार नहीं था, उस समय मुझे थोड़ा टाइम चाहिए था तुम मुझे बताओ तुम क्या करती जब अचानक तुम्हें पता चलता के तुम्हारी किसी से शादी होने वाली है जिसे तुम जानती तक नहीं, हा मैंने दादू के डिसीजन के बाद शादी के लिए हा कही थी लेकिन मैं इसके बारे मे हमेशा कन्फ्यूज़ ही रहा

राघव- मुझे अपनी प्राइवसी और फ्रीडम बहुत प्यारी है नेहा और मैंने अपने दोस्तों को देखा है कैसे शादी के बाद उनकी लाइफ ही चेंज हो गई है उनकी लाइफ पार्टनर कैसे उन्हें कंट्रोल करती है और बस इसीलिए मैं शादी को लेकर शूअर नहीं था, कन्फ्यूज़ था लेकिन तुम उन सब से अलग हो ये मैं जान गया हु..

राघव आज पहली बार अपने दिल की बात नेहा से कर रहा था इससे पहले उन दोनों के बीच कभी ऐसी बाते नहीं हुई थी

नेहा- आपको क्या लगता है मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ? मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है, मैं भी उस समय आपके बारे मे कुछ नही जानती थी लेकिन मैं कोशिश कर रही हु ना मैंने हमेशा हम दोनों के बीच चीजे बेहतर करने की कोशिश की है लेकिन आपने मुझे हमेशा इग्नोर किया, मैं ये तो जानती थी के मेरी शादी हो रही है लेकिन किससे ? आप एक बहुत अच्छे और बड़े परिवार के बेटे है एक सक्सेस्फूल बिजनेसमैन है लेकिन एक इंसान कैसे है मैंने कभी जाना ही नही, आपको याद है मैंने शादी से पहले आपसे कई बार मिलना चाहा था लेकिन आप हमेशा ही मुझे इग्नोर करते रहे

नेहा के कन्फेशन से राघव शॉक था उसे लगता था नेहा उसके बारे मे सब जानती है लेकिन यहा वो गलत था

नेहा- कुछ ही दिनों मे मेरी भी पूरी लाइफ चेंज हो गई थी मैं कंप्लेंट नही करती इसका ये मतलब तो नही के मुझे कुछ फरक ही ना पड़ा हो, मैंने आपको और दादाजी को इस बारे मे काफी बार बात करते सुना है लेकिन मैंने चुप रहना ही बेहतर समझा

नेहा- और रही बात प्राइवसी फ्रीडम और कंट्रोल की तो मैं आपकी प्राइवसी की बहुत रीस्पेक्ट करती हु और मुझे नही लगता के लाइफ पार्टनर्स हमेशा अपने बेटर हाफ ही लाइफ कंट्रोल करते है लेकिन कभी कभी आपको अपने पार्टनर को कुछ गलत करने से रोकना भी होता है चीजे दोनों तरफ से बैलेंस होनी चाहिए

नेहा- मैं आपको किसी बात के लिए टॉन्ट नहीं मार रही हु मैं बस हम दोनों के बीच कुछ बाते क्लियर कर रही हु जैसे आपने मुझे बताया के उस वक्त आपके दिमाग मे क्या था आपको कैसा लग रहा था वैसे ही मैं भी अपना पॉइंट ऑफ व्यू आपको बता रही थी क्युकी आप मेरे पति है और बस आप ही है जिससे मैं ये सब बाते कर सकती हु और मुझे खुशी है के आप ये सब बाते समझते है

नेहा ने एक स्माइल के साथ कहा, इस वक्त अपनी बात रखते हुए नेहा ऐसे लग रही थी जैसे वो किसी बिजनस प्रेजेंटेशन मे हो फूल कंसंट्रेशन के साथ

राघव- अपने बारे मे कुछ बताओ, मैं कुछ भी नही जानता हु

राघव ने दूसरी तरफ देखने हुए कहा

नेहा- मुझे लगता है मेरे साथ रह कर आप मेरे बारे मे ज्यादा अच्छे से जान पाएंगे न की सिर्फ सुन कर, इससे हमारा रिश्ता और मजबूत हो सकता है हम एकदूसरे को ज्यादा अच्छे से समझ पाएंगे

नेहा ने मुस्कुरा कर कहा

यार मुझे इतनी समझदार बीवी कैसे मिल गई ये कितनी ऑसम है यार और कितनी प्रैक्टिकल है, मिसेस नेहा देशपांडे तुम इस देश के वन ऑफ द बेस्ट बिजनेस टाइकून की पत्नी के रूप मे बेस्ट हो’ राघव ने मन ही मन सोच...

क्रमश:
Nice and superb update....
 
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