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Adultery भाभियों का रहस्य

Napster

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अध्याय 33

जीवन की लीला अजीब है , अगर कोई कहे की आपके पास दुनिया भर की सुख सुविधाए हो , ताकत हो पैसा हो , एक प्यारा परिवार हो , एक बहुत प्यार करने वाली लड़की हो , एक गर्लफ्रेंड हो और उसके साथ आप रोज जितने चाहे उतनी नयी लडकियो के साथ सम्भोग का सुख उठा सकते हो तो कैसा रहेगा …
शायद कोई सोचेगा की ये तो जन्नत वाली जिंदगी है …
लेकिन क्या सच में ???
मेरी जिंदगी कुछ ऐसी ही चल रही थी और मैं इससे बेहद ही बोर हो गया था, लग रहा था जैसे जीवन का कोई मकसद ही नही बचा हो , रोज सुबह मैं उठता कोकू और अन्नू का प्यार मेरे लिए हमेशा से रहा , मुझे तैयार होकर सुबह एक दोपहर एक ,शाम एक और फिर रात में दो ओरतो से सम्भोग करना होता , कुल 5 महिलाओ से सम्भोग रोज का काम हो गया था , उस जादुई शक्ति का असर था की इसके बाद भी मेरे अंदर कोई कमजोरी नहीं आती बल्कि मैं खुद को और भी ज्यादा ताकतवर महसूस करने लगा था , 6 महीने हो गए थे , गांव की अधिकतर महिलाये अब प्रेग्नेंट थी , मेरा काम हो चूका था , चुदैल चुड़ैल बनने के बाद से अम्मा गुंजन और रामिका का जीवन भी सामान्य हो गया था , ना मैंने कभी उन्हें अपना गुलाम बनाने की कोशिस की ना ही उन्होंने कभी मुझसे कुछ कहा …
जीवन में सब कुछ था लेकिन जीवन नीरस हो गया था , और सबसे बड़ी बात थी मेरे अंदर का हवस, दिन रात बस सेक्स और सेक्स करना और उसी के बारे में सोचना मुझे अंदर से कमजोर कर रहा था , शारीरिक रूप से तो नहीं लेकिन मानसिक रूप से मैं खुद को बीमार महसूस कर रहा था ..
सामान्य जीवन की इतनी आश मुझे कभी नहीं रही , मैं हमेशा सोचता की अगर मैं एक सामान्य जीवन जी रहा होता तो क्या होता ,
आज वो तारीख थी जब मैं लिस्ट में शामिल आखरी महिला से सम्भोग कर उसे गर्भवती करने वाला था , जिस जिम्मेदारी के लिए ये शक्तिया मिली थी वो अब ख़त्म हो गयी थी …
रात का समय था और अब लिस्ट पूरी ख़त्म हो चुकी थी , मुझे ऐसा लगा जैसे एक बोझ मेरे सर से उतर गया हो , मैं आराम से अपने कमरे में था और साथ कोकू और अन्नू थे , हम तीनो से नग्न बिस्तर में लेटे हुए थे अभी अभी मैंने दोनों के साथ जमकर सम्भोग किया था , उनके साथ सम्भोग का मौका मुझे बहुत दिनों के बाद मिला था क्योकि मैं अभी लिस्ट को पूरा करने में ही पूरी ताकत लगा रहा था …
“कुवर आज तो मजा ही आ गया “
अन्नू थककर मेरे सीने में सोई थी वही दूसरी ओर कोकू भी , कोकू के चहरे में भी तृप्ति के भाव थे …
“अन्नू अब बहुत हुआ , मैं इन शक्तियों से आजाद होना चाहता हु , मेरी जिम्म्मेदारी अब ख़त्म हुई मैं अब मैं एक सामान्य इंसानों जैसा जीवन जीना चाहता हु , तुम्हे प्यार करना चाहता हु वो भी बिना किसी शक्ति का उपयोग किये , तुमसे शादी करना चाहता हु अपने बच्चो के साथ खेलना चाहता हु , आखिर मेरे बच्चो को मैं क्या सिखाऊंगा …. “
कोकू ने मेरे बालो में हाथ फेरा
“कुवर ये ताकत आपके लिए वरदान है , इनके बिना आप खुद को बहुत ही कमजोर पाएंगे “
मैं कोकू को देखकर मुस्कुराया
“मैं पहले भी वैसा ही था , और आदते छुट जाती है , आज मेरे पास ताकत है लेकिन मैं इससे परेशान हो चूका हु , जब तक मैं 2-३ महिलाओ के साथ सम्भोग ना करू मुझे तृप्ति नहीं मिलती , अब तो लिस्ट भी ख़त्म हो चुकी है “
कोकू हँसी
“आप भूलो मत की आपकी ३ चुड़ैले है और मुझे मिलाकर 4 और हम चुड़ैल किसी सामान्य महिला से ज्यादा सम्भोग का सुख आपको दे सकते है , आपको पूरा संतुष्ट करने के लिए एक ही चुड़ैल काफी है और आपके पास तो 4 है “
कोकू की बात सुनकर मैं मुस्कुराया
“यही तो मुझे नहीं चाहिए , जिस्म के हवस के लिए जीना भी कोई जीना है , इसका आखिर क्या मतलब होगा , मुझे जिस्मानी सुख मिल जायेगा लेकिन क्या यही जीवन है ???
नही कोकू ये जीवन नही है , लिंग की तृप्ति के लिए ही जीवन जीना निरर्थक है , मुझे अपनी वासना से मुक्त होना है , मुझे प्रेम से भरकर जीवन जीना है ना की केवल अपनी हवास की पूर्ति के लिए , क्या जीवन भर मैं सम्भोग ही करता रहूँगा , आखिर मेरे जीवन का अर्थ ही क्या रह जायेगा …
अभी तक मैं ये करता रहा क्योकि इसका कोई अर्थ था , बहुत महिलाओ की प्यासी गर्भ को मुझे भरना था , किसी की ख़ुशी इसमें जुडी हुई थी लेकिन अब … अब नहीं मुझे एक सामान्य जीवन जीना है बस “
कोकू और अन्नू दोनों ही मुझे बिना कुछ बोले ही देखती रही , अचानक अन्नू ने मेरे गालो में एक जोरदार किस कर लिया
“आई ऍम प्राउड ऑफ़ यू मेरे निक्कू , शायद ही कोई मर्द हो जो ऐसी ताकत को छोड़ना चाहे जिसमे जीवन भर मजे हो , इतनी ताकत हो की कोई आँखे उठाकर भी नहीं देख सकता , मुझे और किसी का नहीं पता लेकिन मैं तुम्हारे साथ हु , और मैं मानती हु की त्तुम्हारा हक़ बनता है इस चीज पर , तुम्हारा हक़ है की तुम एक सामान्य जीवन जियो , तुम्हारा हक़ है की तुम खुश रहो “
अन्नू की बात मेरे लिए दिल को सुकून पहुचाने वाली थी , मैं बड़े ही प्यार से उसे मुस्कुराते हुए देखता रहा …
तभी कोकू बोल उठी
“लेकिन कैसे ?? आखिर कैसे तुम अपनी शक्तियों को छोड़ पाओगे ???”
मैंने एक गहरी साँस ली
“मुझे नहीं पता की ये कैसे होगा लेकिन करना तो है ही “
“हम्म्म शायद डॉ कोई राह दिखाए ??”
अन्नू ने डॉ का नाम लिया था , वही इन्सान थे जिसने मुझे इसमें धकेला था शायद अब वही मुझे इस दलदल से बाहर निकाल सकते थे ……….
*********************
सुबह से तैयार होकर मैं अन्नू के साथ डॉ के पास पहुच गया
डॉ मेरी बात सुनकर गंभीर हो गए , पहले तो उन्होंने मुझे बहुत समझाया की ऐसा करना ठीक नहीं है , ये एक वरदान है लेकिन मैंने तो ठान ली थी
“कुवर बात को समझो यंहा भेडिये और वेम्पायर लोगो का खतरा मंडरा रहा है , ठाकुर और अब्दुल तुम्हारे जान के दुश्मन बने घूम रहे है और तुम शक्तियों को छोड़ने की बात कर रहे हो …अभी तो सब चुप बैठे है क्योकि उन्हें पता की तुमसे जितना नामुमकिन है लेकिन तुम्हारे शक्तियों को छोड़ते ही वो तुम्हारे उपर टूट पड़ेंगे “
डॉ की बात पर मैं महज मुस्कुराया
“भेडिये और वेम्पायर का मुझे कोई टेंशन नहीं है , आखिर वो लोग यंहा शांति से जी रहे है और उनका उत्पात मचाने का भी कोई इरादा नहीं है , उन्हें जो चाहिए वो उन्हें आसानी से मिल रहा है , तो वो हमारे लिए कोई खतरा नहीं है ,रही बात ठाकुर की तो उससे निपटने के लिए मुझे शैतानी शक्तियों की कोई जरुरत नहीं है , हमने पिछले दिनों में अपना बहुबल बढ़ा लिया है , राजनीती में भी हमारी पकड़ मजबूर हुई है , तो मुझे नहीं लगता की वो मेरे लिए कोई दिक्कत है .. मैं उससे बिना इन शक्तियों के भी लड़ सकता हु “
डॉ सोच में पड़ गया
“ठीक है मैं कुछ तरकीब सोचता हु , लेकिन तुम्हारे साथ और भी लोग जुड़े हुए है , तुम्हारी शक्तिया जाएगी तो समझो उनकी भी जाएगी “
“मतलब ?? “
“मतलब तुम्हारी चुदैल चुड़ैल , इतनी मेहनत से हमने उन्हें बनाया था और उनका कोई उपयोग भी नहीं हुआ , तुम्हारी शक्तियों के जाने से उनकी ताकते भी चली जाएँगी ,, लेकिन वो रहेंगी हमेशा चुदैल ही बस चुड़ैल नहीं रहेंगी , तो समझो उन्हें तो किसी मुस्टंडे की जरुरत पड़ेगी लेकिन तुम ना होगे … बड़ी नाइंसाफी है , और वो कभी तुम्हारी गुलाम नहीं बनेगी , तुम्हारी गुलामी से उन्हें आजादी भी मिल जाएगी , अभी तो वो तुम्हारी गुलाम है और इसलिए उनकी वासना भी दबी हुई है लेकिन तुम्हारे से आजाद होने के बाद उनकी वासना भड़केगी “
मैं कुछ देर तक सोच में पड़ा रहा
“कोई बात नहीं मुझे किसी को गुलाम रखना भी नहीं है , मैं भी आजाद होना चाहता हु और साथ में सभी आजाद रहे यही कामना करता हु “
डॉ ने सर हिला दिया
“ऐसी बात है तो फिर ठीक है , मैं चमन से बात करके कोई रास्ता निकालता हु “
*********************************
एक सप्ताह के बाद डॉ का फोन आया
“खुशखबरी है रास्ता मिल गया , क्या तुम अब भी इन ताकतों को छोड़ना चाहते हो ?? मैं फिर से कह रहा हु ये वरदान है “
मैंने डॉ को सहमती दे दी की मुझे ताकतों को हर हाल में छोड़ना है , डॉ ने मुझे उसी झरने के पास में बुला लिया जन्हा से इसकी शुरुवात हुई थी …
ये मेरे जीवन का एक अहम् फैसला होने वाला था मैं इतनी ताकतों का आदि हो चूका था अब इनसे आजाद होना मेरे लिए कोई आसन बात नहीं थी , लेकिन मुझे ये करना ही था ..
कोकू और अन्नू मेरे साथ थे , ये बात मैंने अम्मा को भी बताई वो भी मेरे साथ खड़ी थी , अंकित भी मेरे साथ था और उसने भी मुझे होसला दिलाया की सब ठीक होगा …
मेरा प्यार मेरा परिवार और मेरे दोस्त मेरे साथ थे , मुझे अब दुनिया की क्या ही फिक्र थी …
चांदनी रात में मैं अन्नू, कोकू और अंकित झरने के पास पहुचे , वंहा पहले से ही डॉ और चमन चुतिया मौजूद थे ..
डॉ ने मुझे आखरी बार समझाया , मैं अपने फैसले में अडिग था , डॉ ने मन मारकर प्रोसेस शुरू किया
उन्होंने मुझे उस पत्थर में नग्न लेटने को कहा ..
“इस पत्थर से ही तुम्हे शैतानी ताकते मिली थी और अब फिर से ये ताकते इस पत्थर में चली जाएँगी “
चमन बोल उठा , उसने बाकि सभी को वंहा से दूर जाने को कह दिया , और फिर मंत्रो का उच्चारण शुरू किया गया , चमन मेरे पास आया और उसने चाकू से मेरे गले में एक छोटा सा घाव किया , मेरे रक्त को लेकर वो पत्थर में चढाने लगा …
और उसके बाद उसने मेरे उपर कुछ डाला
मुझे नशा सा होने लगा था , मेरी आँखे बंद होने लगी तभी अचानक मुझे ऐसा लगा जैसे उस पत्थर ने मुझे जकड़ लिया है और मेरे अंदर की सारी उर्जा वो मुझसे चूस रहा है …
मैं दर्द और डर के मारे चिल्लाया लेकिन मेरे मुह से कोई भी आवाज नहीं आई ..
मेरा ये फैसला सही था या की गलत ??
मैं धीरे धीरे बेहोश होने लगा , शरीर जैसे शुन्य हो रहा था मेरी आँखे बंद होने लगी थी , और सब कुछ जैसे खोने लगा ……………
बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
कोकू और डॉ चुतिया ने समझाने के बाद भी की ये ताकतें वरदान हैं फिर भी निशांत अपने फैसले पर अडीग रहा और शक्तीया छोडने की प्रक्रिया शुरु हो गई
अब आगे क्या होता है देखते हैं
 

Antadu2010

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अध्याय 35
मेरे शक्ति छोड़ने से जन्हा कई लोग खुश थे तो कुछ दुखी थे , लेकिन कुछ को समझ नहीं आ रहा था की आखिर वो अब करे तो करे क्या ??
इनमे ही मेरे जाती दुश्मन बलवंत ठाकुर और अब्दुल थे ,..
ठाकुर की हवेली में बैठे हुए वो चिंता से इधर उधर भटक रहे थे ..
“मदरचोद ये साला निशांत भी अखंड चुतिया निकला , आखिर कोई ऐसी ताकत को छोड़ता है क्या , उसपर पता नहीं मेरी प्यारी सी बेटी पर उसने क्या जादू डाल दिया है वो उसके पास चली गई “
बलवंत परेशान था क्योकि रामिका मेरे पास पहुच गई थी , वही अब्दुल की परेशानी कुछ अलग थी …
“ठाकुर साहब आपने वादा किया था की रामिका और मेरी शादी करवाएंगे अभी तक हमारी मंगनी तक नहीं हुई है , रामिका कोई मैं जब से जानता हु वो मुझे पसंद करती है अब तो कम से कम बात आगे बढाइये , अब तो निशांत की भी ताकत ख़त्म हो गई है “
अब्दुल की बात सुनकर एक बार बलवंत ने उसे घुरा
“होने वाली बीवी किसी दुसरे के घर में जाकर रह रही है और तुझे शादी करनी है “
बलवंत की बात सुनकर अब्दुल थोडा असहज हुआ लेकिन फिर उसने कहना शुरू किया
“ठाकुर साहब वो दोनों कालेज के समय के दोस्त है , जब आपने निशांत की जान लेनी चाही थी वो रामिका ने उसकी जान बचाई थी ….और मुझे अपनी होने वाली बीवी पर पूरा भार्रोसा है , भरोसा ही नहीं मैं उससे प्यार भी करता हु …”
अब्दुल की बात सुनकर बलवंत मुस्कुराने लगा
“चलो कम से कम मैंने अपनी बेटी के लिए गलत लड़का तो नहीं चुना , बस मेरी बेटी कोई गलत लड़का ना चुन ले “
बलवंत ने अपने हाथ में रखा शराब का पेक खत्म किया और सोफे में आकार बैठ गया , अब्दुल उसके कंधे में हाथ रखकर उसे हिम्मत बाँधने लगा
“रामिका एक मजबूत लड़की है और मुझे उसपर पूरा भरोसा है , अब हमे निशांत के बारे में कुछ सोचना पड़ेगा “
बलवंत को दिल से ख़ुशी थी की उसका होने वाला दामाद इतना समझदार है , लेकिन निशांत उसके आँखों का कांटा बना हुआ था
“मुझे लगता है की अब सही समय है की हमें निशांत पर हमला करना चाहिए , उसे पूरी ताकत से ख़त्म कर देना ही हमारे लिए सही रहेगा “
बलवंत की बात सुनकर अब्दुल बेचैनी से उसके सामने जाकर बैठ गया ,
“नहीं ठाकुर साहब , निशांत ने इतनी बड़ी ताकत को ठुकराया है , हमें लगता है की वो एक चुतिय्या है लेकिन फिर भी ये करना एक ताकतवर इंसान के ही बस की बात है ,मैं मानता हु की वो एक कंफ्यूज आदमी है लेकिन उसे वही मात दी जानी चाहिए जन्हा वो अभी भी सबसे कमजोर है ना की वंहा जन्हा वो कभी ताकतवर रह चूका है “
बलवंत अब्दुल को देखने लगा
“आखिर कहना क्या चाहते हो ???”
अब्दुल ने एक गहरी साँस ली
“ठाकुर साहब जो शक्ति खोई जा सकती है वो पाई भी तो जा सकती है , हम क्यों उसे उस चीजो पर उंगली करे , निशांत की सबसे बड़ी कमजोरी ये है की उसे ताकत की समझ नहीं है उसे ये समझ दिला कर हम खुद के पैर में क्यों कुल्हाड़ी मारे ??? अच्छा ये है की उसे हम ना ही छेड़े बल्कि ऐसा कुछ करे की वो धीरे धीरे गिरता जाए और इतना गिर जाए की जब उसे होश आये तो वो खुद को जमीन में पाए “
बलवंत ने अपना सर खुजाया
“मतलब ???“
“मतलब ये की उसे राजनीती में घसीट कर लाओ , उसे एक साथ इतना दुःख मत दो की वो फिर से शैतानी ताकतों की शरण में चला जाए , अगर वो गया तो समझो की हमारी बिना बोले मार देगा , वो इतना ताकतवर हो सकता है की आपके पुरे गांव को एक घंटे में ख़त्म कर दे , आपकी इज्जत को कुछ सेकण्ड में नीलाम कर दे , उसने ये सभी ताकत खुद से छोड़ी है अब उसे ये फिर से नहीं मिलनी चाहिए इसलिय जरुरी है की उसे हम जबरदस्ती की उंगली ना करे , उसे आराम से मरेंगे धीरे धीरे , और सही चीज हो सकती है राजनीती , दिमाग से बड़े से बड़े दुश्मन को ख़त्म किया जा सकता है , हां समय जरुर लगेगा लेकिन मैं तैयार हु … क्या आप हो ???”
बलवंत ने सर हिलाया
“तो पहला काम मेरी शादी करवाओ , मैं जाकर रामिका को घर लाता हु “
अब्दुल की बात सुनकर बलवंत ने फिर से सर हिलाया ,
***********************************
इधर हवेली में
मैं रामिका से मिलने गया था , मेरा स्वस्थ अब पूरी तरह से ठीक था , रामिका आज ही यंहा आई थी और कई घंटो से अपने कमरे से नहीं निकली थी उसे अन्नू ने भी समझाया था लेकिन वो अभी भी मुझसे गुस्से में थी …
मैं उसके कमरे में गया , वो बिस्तर में बैठी हुई कुछ सोच रही थी …
मैं बिना कुछ बोले उसके बाजु में जाकर बैठ गया , एक बार उसने मुझे देखा लेकिन वो दूसरी तरफ मुह करके सो गई …
“मुझसे इतना गुस्सा ??? क्यों रामिका ??”
मेरे पूछने पर भी वो कुछ ना बोली मैंने उसके कंधे पर अपने हाथ रख दिए
“तुम मेरी दोस्त हो और मन तुम्हे किसी भी तरह से कोई दुःख नहीं देना चाहता , हमारे बीच जो भी हुआ था वो महज एक कर्मकांड था जो की उस समय जरुरी था लेकिन अब तो तुम आजाद हो “
वो पलटी और मुझे देखने लगी उसके आँखों में आंसू थे
“क्या तुम्हारे लिए ये महज एक खेल था, मैंने तुम्हे अपना दिल दिला है “
मैंने उंगलियों से उसके आंसू को पोछा मेरे होठो में एक मुस्कान थी
“जानता हु .. लेकिन तुम ही सोचो की क्या मैंने कभी तुम्हे कहा था की तुम एक चुड़ैल बन जाओ ?? ये तुम्हारा प्यार था जिसके बारे में मुझे कुछ भी नहीं पता था , तुम अब भी मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो तुम्हे मैं तकलीफ में नहीं देख सकता , तुमने मेरी जान बचाई है और मैं तुम्हारा हमेशा ही कर्जदार रहूँगा लेकिन …
लेकिन क्या कभी मैंने तुमसे प्यार का कोई वादा किया था जो तुम मुझसे उस प्रेम की उम्मीद कर रही हो “
मेरी बात सुनकर उसका सर झुक गया
“मैं जानती हु निशांत की ये प्रेम एक तरफा था और चुड़ैल बनना भी मेरे खुद का फैसला था .. लेकिन अब इस दिल का क्या करू जो तुम्हारे लिए ही धडकता है ??”
उसकी बात सुनकर मैं मुस्कराया और प्यार से उसके माथे पर अपना हाथ फेरा
“ये दिल तो कभी अब्दुल के लिए भी धड़का था “
“नहीं … हां धड़का था “ उसने बेचैनी से कहा और फिर आगे कहने लगी
“हा धड़का था .. लेकिन वो एक समझौता था , मुझे लगा था की तुम मेरे नहीं हो सकते इसलिए मैंने वो समझौता किया , लेकिन अब बात अलग है , हमारे बीच तो वो भी हो चूका है जो फिर एक पति पत्नी के बीच होना चाहिए “
“सेक्स ???”
वो बेचैन हो गई
“ऐसा मत कहो निशांत … वो महज जिस्मो का मिलन नहीं था वो मेरी जिन्दगी थी “
रामिका के आँखों में आंसू थे और मुझे समझ नहीं आ रहा था की आखिर मैं इसे कैसे समझाऊ
“रामिका … तुम जानती हो की मेरा प्यार अन्नू है “
रामिका फिर से मचल गई वो बेचैनी से करवट बदल रही थी , वो जानती थी की सच्चाई क्या है लेकिन वो मानने को तैयार नहीं थी
“हां जानती हु … लेकिन … लेकिन मेरे लिए तो … नहीं निशांत तुम्हारे सिवा अब कोई मेरे जिस्म का मालिक नहीं हो सकता .. इस जिस्म में बेचैनी है , मैं तुम्हे अपना बनाना चाहती हु और तुम ही … हा तुम ही अब इस जिस्म के मालिक हो “
उसने लगभग रोते हुए ये कहा था , मन का अंतरद्वन्द सामने था वो बेचैन थी और उसकी ये बेचैनी मुझे भी बेचैन कर रही थी …
“रामिका … समझो बात को अब मैं वो नहीं रहा जिसने तुम्हारे साथ सम्भोग किया था “
रामिका सम्भोग का सुनकर शर्म से लाल हो गई लेकिन उसका जिस्म कुछ और ही कहानी कह रहा था , वो मेरे पास आकर मुझसे लिपट गई , उसने अपनी कमीज खोल का फेक दिया,उसने उपर केवल एक ब्रा पहनी थी …
“एक बार .. एक बार मुझे नंगा देख लो फिर फैसला करना , ये जिस्म तुम्हारा है निशांत सिर्फ तुम्हारा , इसे ऐसे ना छोडो “
कहते हुए उसने अपनी ब्रा निकाल कर फेक दी और अपने सलवार का नाडा खोलकर उसे भी निकाल दिया , उसके जिस्म में केवल एक पेंटी बची थी जिसे भी उसने खोल दिया था , वो बिलकुल नंग होकर मुझसे लिपट गई थी
“इस जिस्म को भोग लो निशांत ये तुम्हारा ही है , प्लीज इसे भोग लो , “
वो मुझसे लिपट कर रो रही थी लेकिन मेरे मन में अब भी उसके लिए केवल मित्रता थी केवल प्रेम था …
“रामिका जागो .. मैं तुम्हारा नहीं हु , समझो मेरी बात को ..तुम्हारी शादी अब्दुल से होने वाली है “
मैंने उसे खुद से दूर किया , वो जोरो से रो पड़ी
मैंने प्यार से उसके गालो में एक किस किया ..
“खुद को सम्हालो , इस जिस्म की हवस में मैंने कई पाप कर दिए लेकिन अब नहीं … हवस शैतानो का काम है लेकिन प्रेम … प्रेम में देवत्व है रामिका , तुम्हारे प्रेम की कीमत मुझे मालूम है लेकिन इस प्रेम को हवस के तराजू में तोलकर इसे कलंकित मत करो “
रामिका मेरी बात सुन रही थी लेकिन अब भी सिसक रही थी , उसने मेरा हाथ अपने वक्षो पर रख दिया
“क्या ये आकर्षक नहीं है निशांत ???”
अब मैं उससे कहता भी तो क्या , मैंने 100 से अधिक महिलाओ के साथ सम्भोग किया था , जिस्म तो सबका एक सा ही होता है , और सम्भोग का मजा भी , उससे क्या ही कहता की असली चीज तो प्रेम है अगर प्रेम न हो तो सम्भोग केवल सम्भोग ही रह जाता है उसमे प्रेम की गहराई कभी नहीं आ सकती ..
मैंने महिलाओ के जिस्म को देखकर ही ये समझा था की सम्भोग और प्रेम में क्या अंतर है …
“रामिका ऐसा मत करो , मैंने तुमसे प्रेम करता हु , एक दोस्त की तरह ना की एक प्रेमी की तरह , जो हमारे बीच हुआ उसे भूल जाओ , तुम्हारी जिंदगी बहुत ही हसीन है , एक प्रेम करने वाला पति तुम्हारे इन्तजार में है उसे मत ठुकराओ , वो भी उसके लिए जिसके साथ प्रेम केवल एक तरफा है “
रामिका ने अपने हाथ ढीले छोड़ दिए उसने अपने आंसू पोछे और हलके से मुस्कुराई , उस मुस्कान में भी दर्द था ..
“ठीक है .. मैं अब्दुल से शादी करुँगी लेकिन वादा करो अगर मेरे जिस्म या मन को तुम्हारी जरुरत होगी तो तुम मुझे मना नहीं करोगे “
उसकी बात सुनकर मैं चौक गया , मैं उसे क्या ही उत्तर देता , क्या वो अपने पति से बेवफाई की बात कर रही थी ???
लेकिन उसे अभी शांत करने के लिए ये जरुरी लगा
‘मैं वादा करता हु , तुम्हारी इस बेचैनी का कारण मैं हु तो मेरा वादा है कि जब भी ये तुम्हारे अंदर आये तो मैं इसे शांत करूँगा , लेकिन तुम्हे अपनी जिंदगी अच्छे से और खुश होकर जीनी होगी , तुम्हे अपने पति से प्यार करना होगा बोलो मंजूर है “
इस बार वो मुस्कुराई
“तुम्हारे लिए तो सब मंजूर है मेरे मालिक “
उसने इतना ही कहा था की कमरे का दरवाजा खुला सामने खड़ी अन्नू हम दोनों को घुर रही थी , वो ना तो खुश थी ना ही दुखी , रामिका के नग्नता को वो निहार रही थी लेकिन हम दोनों की दुरी को भी वो समझ रही थी …
“अब्दुल आया है , रामिका को ले जाने “
उसने तुरंत ही कहा और एक बार हमें देख कर बिना कुछ बोले ही दरवाजा बंद कर लिया …
मैं रामिका को देखने लगा
“तैयार हो जाओ …”
इतना ही बोलकर मैं कमरे से बाहर आ गया
Badhiya update..
 

Napster

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बहुत ही बढिया और मनमोहक अपडेट हैं भाई मजा आ गया
निशांत शक्ती हीन होने के बाद उसके दुश्मन सक्रिय हो जायेगे और फिर कौन क्या क्या खेल खेलता हैं देखते हैं आगे
अगले धमाकेदार और रोमांचकारी अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Napster

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बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया
ये साला अब्दुल और बलवंत बहुत बडा गेम खेलने के चक्कर में है
रामिका से किया वादा निशांत को भारी पडने की संभावना लगती हैं जब निशांत वादा खिलाफी करकर रामिका से संभोग करने से मना करेगा तब रामिका, अब्दुल और बलवंत का त्रिकोण बनेगा जो निशांत का दुश्मन होगा खैर देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा
 

Chutiyadr

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nice update .amma bhi maa bannewali hai kunwar ke bachche ki .
par sabse jyada sadma ramika ko laga ,usne apna sabkuch nochhawar kar diya nishant ke liye aur nishant ne apni shaktiyo ko kurban kar diya .

Nishant babu to shaant ho ke baith gaye lekin hamare dimaag ko ashant kar diya ki aage kya hoga jab balwant usko apne dav pench mein uljhayega.

Nice update. Waiting for next.

अदभुत, निशांत का वापस अपने होश में आना।

लेकिन मुझे लगता है उसे शक्ति वापस लेनी ही पड़ेगी, और इस बार वो अच्छे से निपट पायेगा उससे।

Nice update

Awesome update, शक्ति का त्याग करके शायद निशांत ने अपने मन को शांत कर लिया लेकिन जो रमिका का हाल हुआ है और जो उसने मांग रखी। निशांत ने वादा भी कर लिया उसे निभाने का। उससे तो लग रहा है जो छोड़ा है वही वापिश होगा घूम कर। सबको बैचैनी होगी और सबको शांत करना होगा नही करेगा जो आसानी से जीने तो नही देगी निशांत को, बिना शक्ति के कैसे मुमकिन करेगा, या फिर से हासिल करेगा शक्ति को।

पोलिटिकल खेल चालू और चूत चुदाई का खेल खत्म हुआ फ़िलहाल तो निशांत का चूतिया बनना तय है लेकिन अभी इसके पास कोकु चुड़ैल के रूप में एक बड़ी ताकत मौजूद है

hmm some dramatic turns in story changed the whole scenario upside down,


abdul aur baldev wont let nishant live in peace easily

nice update ..abdul ka dimaag bahut sahi daud raha hai aakhir collector jo bana hai .
rajneeti me laake shikast dene ki soch raha hai nishant ko .

aur yaha nishant ramika ko mana kar raha hai 🤣. aage jaake ramika bhi dushman naa ban jaaye .

nice update

Shandar update Doctor Sahab,

Ramika ka pyar use dorahe par la kar khada kar diya tha, lekin Nishant ne use sahi tarike se samjha diya he, lekin Ramika se wada karke fans gaya he ab ye........

Ab Nishant ko apni shaktiya khone ka ahsas hona shuru hoga jab Balwant aur Abdul uske khilaf morcha kholenge.....

Keep posting

Bahut hi shaandar update diya hai Chutiyadr bhai....
Nice and beautiful update....

Shandar update :claps:


Awesome update

कहानी की मुख्या महिलाएं ख़ास कर के ३ चुड़ैलें अब ठकुरवा से शांत नहीं होने वाली क्यों की शैतान ठाकुर का था हलाबी व् फौलादी लंड और अब शक्तियां जाने के बाद रह गयी होगी मूंगफली वाल लुल्ली :vhappy1:

DDrDr. Saab ye nishant ko to ekdum hi badal gaya . plate me dala hua khana bhi nahi khaya. Abhi uski jagah aap hote to chatka hi dete🤣🤣🤣

Superb update

Waiting for next update

Kya gajab ka chutiya kata hai ramika ka...😜😜😜😜😜
dhanywad dosto :)
 
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