इसमें संजीदा होने की कोई बात ही नहीं है।माही जी ज्यादा सिरियस न लेना flow flow में कभी कभी निकल जाता हैं।
अच्छी पंक्तियां थी वो।।
इसमें संजीदा होने की कोई बात ही नहीं है।माही जी ज्यादा सिरियस न लेना flow flow में कभी कभी निकल जाता हैं।
धन्यवाद आपका मान्यवर।।
पत्रों का परिचय बहुत ही सुसज्जित ढंग से सजाकर थाली में रखकर परोशा गया जैसे मिठाई के दुकान में बड़े से थाली में लड्डू जो मेरा पसंदीदा हैं सजाकर रखा जाता हैं। किरदारों के परिचय कुछ हद तक कहानी की रूप रेखा का वर्णनन कर दिया। जिससे यहां पता चलता हैं पिछली कहानी की तरह शब्दों का जादू बेशुमार बरसेगा। ये साफ सुथरी कहानी और रोमांटिक कहानी हैं तो मुझे तो पढ़ने में बहुत मजा आयेगा।
काम शब्दों में कहें तो किरदारों का परिचित सुपर हिट और अप्रतीम रहा।
सही कहा आपने मान्यवर।निश्छल नाम के किरदार के टक्कर का कोई इसलिए नहीं होगा। क्योंकि निश्छल xf के टॉप लेखकों में से एक लेखक का किरदार हैं जब लेखक के टक्कर का कोई नही तो उनके किरदार से टक्कर कोन लेगा।
महेंद्र बाबू और सारी लड़कियां यहां भी टपक गई । इसके साथ नैन भाई का क्रिएशन " निश्छल " भी अपनी मौजूदगी बना दिया ।
आखिर कर नैना जी ने आपसे " हां " करवा ही ली निश्छल को अपने स्टोरी में शामिल करने के लिए । बस " हेला " की कमी रह गई । हो सकता है वो भी देर सबेर कहानी में दस्तक दे ही दे ।
कहानी दो परिवारों की भले ही है, लेकिन पूरी कहानी परिवारों के इर्द गिर्द नहीं घूमती। प्रेम तोदोनों परिवारों में होगा ही लेकिन उसका परिणाम क्या होता है ये बाद में पता चलेगा।इस कहानी में दो प्रमुख परिवार को दर्शाया गया है । जोशी परिवार और राठौड़ परिवार । एक मध्यमवर्गीय परिवार और दूसरा धनाढ्य परिवार ।
अगर आगे चलकर लव - शब का चक्कर इन दोनों फेमिली के बच्चों में हुआ तो तय है कि वाद विवाद और टशन आगे देखने को मिलेगा । आखिर हैसियत का जो फर्क है ।
सही कहा आपने।महेंद्र बाबू के तीन बच्चों में अभिषेक पहला संतान है और वह बचपन से ही अपनी मां के लाड़ प्यार में पड़कर जिद्दी और आवारा बन गया । छोटी छोटी बातों पर बचपन में ही स्कूल में अपने सहपाठियों के साथ हाथापाई करने लगा । खैर , बच्चे हैं ! इसमें उनकी कोई गलती नहीं है क्योंकि वो अबोध बच्चे हैं ।
लेकिन गार्जियन को समझना चाहिए । शरारती होना और मारपीट करने में फर्क होता है । बच्चों का शरारत होना उनके मानसिक विकास के लिए आवश्यक है लेकिन बचपन से ही मारपीट करना भविष्य में उनके लिए खतरे का संकेत पैदा करता है ।
धन्यवाद आपका महोदय,यह अपडेट बहुत ही खूबसूरत था माही जी ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग ।
अरे मान्यवर।माही जी मैंने पहले ही कहा था ज्यादा फुल खिल जाए तो आपको ही बेचना पड़ेगा देखो कितने रंग बिरंगे फुल खिल रहें हैं। अभी तो शुरुवात हैं पिक्चर तो अभी बाकी हैं।
धन्यवाद आपका महोदय,Bahut hi badhiya update diya hai Mahi Maurya ji...
Nice and beautiful update...
धन्यवाद आपका महोदय,Shandar surubat ..Sarita k farz k raste uski rishte aagyi lekin jo bhi hua galti se hua he..
धन्यवाद आपका महोदय।First update is amazing..padhai me kamzor hone k bawajood abhishek me drawing karne ka talent he..lekin gussel he kuch bhi kar leta he guess me..Ladke hamessa maa ka ladla hote hain jese ki abhi he Apni Maa ji ki.