धन्यवाद आपका महोदय।दोनो भाइयों का रिश्ता दोनो बहनों से हो जाएगा, बहूत बढ़िया। अब बेचारी सविता की प्रेम कहानी पर भी ध्यान दे और थोड़ा उसे भी आगे बढ़ाएं।
बस सरिता थोड़ी ठीक हो जाए उसके बाद तो सविता का भी बंदोबस्त हो जाएगा।
साथ बने रहिए।।
धन्यवाद आपका महोदय।दोनो भाइयों का रिश्ता दोनो बहनों से हो जाएगा, बहूत बढ़िया। अब बेचारी सविता की प्रेम कहानी पर भी ध्यान दे और थोड़ा उसे भी आगे बढ़ाएं।
धन्यवाद आपका मान्यवर।Awesome update once again maahi mam
Intzaar rahega aapke agle update ka
Dhanyavaad
Apka fan, apka shubhchintak
धन्यवाद आपका महोदय।Bahut hi shaandar update diya hai Mahi Maurya ji...
Nice and beautiful update....
धन्यवाद आपका महोदय।majedar update ..manisha ne phir ek baar bewakuf bana diya raghav ko maafi mangvakar ..raghav bhi pyar karne laga hai manisha se isliye jawab maangne aa gaya ,dono kareeb aane par manisha ko alag hi feel hua shayad wo samajh nahi paayi ki ye pyar ki feeling hai ..raghav ne apne dil ki baat keh di indirectly .
nischal dukhi ho gaya ki sarita ghar jaa rahi hai isliye uski yaad ki taur par tasveer khich li ,manisha to apne boss ko support karne ko taiyar hi rehti hai .par boss ko khane ke table par dara bhi diya ..
nischal bhi ab ye chahta hai ki sarita ke dil me uske liye feelings aa jaaye .
धन्यवाद आपका महोदय।निश्छल ने सही फैसला लिया जो मनीषा को सच सच बता दिया। सरिता के साथ हुई अनहोनी की सूचना देर सवेर सरिता के मां बाप तक पहुंच ही जाता। सरिता की खबर सुन घर का माहौल बिगड़ गया मां के जिद्द सभी जैन पुर के लिए उसी वक्त रवाना हों गए और पहुंच भी गए।
निश्छल परेशान था कहीं सरिता को कुछ हों न जाएं निश्छल के अंदर छुपा प्यार जो वो सरिता से करता था बहार आने लगा। छुपे प्यार को बाहर निकलने में कहीं न कहीं चाय की टापडी पर बज रहें गाने ने भी मदद किया।
अदभुत अतुलनीय लेखन कौशल
धन्यवाद आपका मान्यवररानी जी मां हैं और मां कभी नहीं चाहेगी उसके बच्चों के साथ अहित हों सरिता के साथ जो भी उससे रानी दुखी थी पर सरिता को होश में आने की ख़बर सुन भावनाओ पर नियंत्रण न रख पाई और सरिता के नौकरी पर ही सवाल उठा दिया।
रघु ने ही सरिता का बदली करवाने के लिए षड्यंत्र रचा लेकिन उसके रचे षड्यंत्र का शिकार सरिता बन गई जिससे वो प्यार करता जिसे पटाने के लिए कितना कुछ कर रहा हैं। आज बो उसकी के कारण icu पहुंच गईं। जिस दिन सरिता को पाता चलेगा वो दिन शायद रघु के जीवन का अखरी दिन होगा।
अदभुत अतुलनीय लेखन कौशल
धन्यवाद आपका महोदय।खाने को लेकर आनाकानी करना लाजमी हैं भाई ऐसा बे स्वाद खाना कौन खाना चाहेगा जिसमे न नमक हैं न मिर्च हैं न ठीक से तड़का लगा हुआ होता हैं।
खैर से किसी तरह समझा बुझा कर निश्छल ने सरिता को खाना खिला ही दिया।
रानी जी ने फैसला लिया वो सरिता को अपने साथ ले जाएगी। वैसे उनका ये फैशला लेना सही भी है एक तो बहुत दिनों से सरिता मां बाप के साथ नहीं रहा और इस वक्त सरिता जख्मी भी हैं ।
अदभुत अतुलनीय लेखन कौशल