धन्यवाद आपके महोदय।प्यार की शुरुआत ताका झाकी से ही होता हैं। वो अलग बात हैं की लड़कियों को हमेशा इनसे दो चार होना पड़ता हैं। तो अच्छे नज़र से देखने वाले लड़के को भी लड़किया गलत समझ लेती हैं फ़िर जो मन में आती बोल देती। सरिता ने भी अनंत को गलत समझ लिया विचारा भाला लड़का था। सरिता की डांट सुन भीगी बिल्ली बन गया। फिर धीरे धीर सरिता को पता चला अनंत अच्छा लडका है सिर्फ अच्छा ही नहीं बंदे का ख्याल भी बहुत अच्छा हैं।
अदभुत अतुलनीय लेखन कौशल
हर लड़की को यही लगता है कि अगर लड़का उसे देख रहा है तो उसकी नियत गलत है। इसमें लड़की की भी गलती नहीं होती है। हमारे समाज में लड़कियों के लिए इतनी असुरक्षा है कि कोई भी लड़की ऐसा सोच सकती है।।
लेकिन बाद में सविता को अनन्त के प्यार का एहसास हो ही गया।
साथ बने रहिए।