"ए चांद आ तुझे बाहों में सुला लूं"
हो इजाजत, इस दिल में बिठा लूं
ए चांद आ तुझे, बाहों में सुला लूं
तेरे आंचल में खोया सा हूं मत जगा मुझे
तुम चाहो तो इस दिल को यही पर छुपा लूं
ये लोग कह रहे थे ये चांद सबका है,
ए जान कहो तो इन सबको जला दूं
मेरा चांद मेरी आखों में जो देख ले,
खुदा कसम आखों से तस्वीर मैं बना दूं
बेहतर इश्क की उम्मीद हुई है मुझसे,
आ चांद मैं तेरे होश में होश गवा दूं
दिल बड़े मुद्दत से खुलकर आज आंगन में
चल तुझे दिल की हर बात बता दूं
एक तेरी तस्वीर से मैं इश्क कर लूं,या तेरी तस्वीर बना लूं
बता ए चांद तुझे मै
"ए चांद तुझे बाहों में सुला लूं"
हो इजाजत , तुझे दिल में बिठा लूं
ए चांद तुझे, बाहों में सुला लूं
मत जगा मुझे आंचल में तेरे सुकूं से हूं
दे इजाजत, इस दिल को दिल में बसा लूं
लोग कह रहे हैं ये चांद सबका है,
मन कहता है तुम्हें सब से छुपा लूं,
चांद मेरे मेरी आखों से आंखें ज़रा मिला ले,
कसम खुदा की आखों में मासूम सी तस्वीर बना लूं
बेइंतेहा इश्क की उम्मीद जगी है दिल में,
ऐ चांद तेरे होश शिद्दते - इश्क की लौ से उड़ा दूं
दिल, बादे मुद्दत बेतकल्लुफ हुआ आज आंगन में
चल तुझे दिल की हर एक बात बता दूं
तस्वीर से तेरी इश्क इस कदर हुआ ऐ चांद
क्यों न तुझे मैं अपनी तकदीर बना लूं
गैर जरूरी लफ्ज शायरी की रूह को दफ्न कर दिया करते हैं,