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very nice update ,Kamini ki santushti kitni mushkil sabit hui.Amazing ,nicest updateFir se Hindi font mein likhne ja rahi hun -
"मोहन जी हाँ, आपका लुंड मेरी चूत में कितना अच्छा लगता है! हे भगवान उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़ , मुझे और चोदो, मुझे और चोदो, मेरी चूत की कुटाई करिए मोहन जी ," कामिनी चिल्लाई। मोहन बोला। “आ गयी ना लाइन पर छमिया, कितना नाटक कर रही थी पहले, कितने नख़रे जवानी के उफ़्फ़्फ़्फ ।”
"हाँ यार, इस कुतिया को अब पूरी तरह से चोद के रख दो, इसकी चिकनी गंदी चूत को चोदो," गिरिधर ने मोहन को प्रोत्साहित किया।
फिर मोहन ने कामिनी को उसके घुटनों और हाथों पर रखा और पीछे से उसकी चूत में अपने लंड से प्रवेश किया। मोहन ने जब कामिनी को डॉगी अंदाज चोदना शुरू किया, तो गिरिधर ने फिर से अपना मोटा लंड कामिनी के चेहरे के सामने रख दिया। "चलो वेश्या, मेरे लंड को वापस चूसो तमहरे इन गुलाबी होंठों से," उसने आदेश दिया। कामिनी ने तुरंत उसकी आज्ञा का पालन करी और गिरिधर के लंड को अपने मह में भर के मस्ती से चूसने लगी।
यह चुदाई 5-7 मिनट तक चलती रही। और उसके बादतीनों ने पानी के घूंट लिए। 5 मिनट के आराम के बाद जिसमें कामिनी अब दोनों मर्दों के बीच लेटी हुयी थी।
मोहन ने कहा। "हम सैंडविच चुदाई करेंगे तुम्हारी बेब," । गिरिधर अब कामिनी की गीली चूत पर अपने लंड से रगड़ने लगे। "यह कुतिया की चूत अब पूरी तरह से गीली हो गई है," मोहन ने टिप्पणी की और अपना लंड उसकी चूत के अंदर स्लाइड करने के लिए आगे बढ़ा। अपनी चूत में लंड काप्रवेश होते ही कामिनी ने खुशी से अपना सिर पीछे कर लिया।
वह स्पष्ट रूप से अब इस चुदाई का पूरा आनंद लेने लगी थी। इसी बीच गिरिधर ने वैसलीन के जार को पकड़ लिया और कामिनी की गांड के छेद पर मलने लगा। कामिनी को सोचने या प्रतिक्रिया करने के लिए ज्यादा समय न देते हुए, वह पीछे से कामिनी की टाइट गाँड के छेद के अंदर अपने मोटे लंड को घुसाने लगा।
"अपने गाँड की छेद टाइट मत पकड़े रखिए कुतिया। जितना अधिक आप आराम करेंगे, तुम्हारी गाँड की उतनी ही आसानी से में कर पाऊँगा ", उसने कहा।
कामिनी ने उसकी बात सुनी और जल्द ही वह पूरी तरह से उस चुदाई में समा गई। उसके दोनों छेदों में लंड घुसाये जा रहे थे, और उसने देखा कि वह सेक्स वीडियो पर भी वह मस्ती में चुद रही थी। कामिनी के स्तन वृत्ताकार गति से झूल रहे थे और गिरिधर के लंड के प्रत्येक झटके सेउसकी चूत के और अंदर तक उनका लंड घुसा दिया गया था।
गिरिधर भी वीडियो देख रहा था और कराहते हुए बोले, "मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैं किसी ऐसे व्यक्ति को चोद रहा हूं जिसे मैंने वीडियो में देखा हैं। " उस मजाक पर दोनों मर्द के बीच हंसी के ठहाके लगे।
अब सीन ऐसा था की आगे से चूत की कुटाई कर रहे थे गिरिधर और पीछे से उसकी गाँड की ठुकाई मोहन कर रहे थे। दोनो कभी एकसाथ कामिनी के चूत और गाँड में अपने लंड से झटके देते तो कभी पहले गिरिधर लंड घुसता और उसका लंड निकलते वक्त मोहन अपना लंड अब कामिनी की गाँड में घुसाते और फिर डोनो उसके विपरीत चुदाई करते कामिनी की चूत और गाँड की।
ऐसे लग रहा था डोनो ऐसे सैंड्विच चुदाई में माहिर थे और कई औरतों की ऐसी चुदाई किए हैं। कामिनी के दोहरे हमले से बस मह से अह्ह्ह उफ़्फ़्फ़्फ म्म्म्म्म धीरे उईईई माँआऽऽ उफ़्फ़्फ़्फ माँ म्म्म्म्म ऐसे ज़ोरों से कराहने वाली आवाज़ ही निकलती रही।
क्या महोल बना था चुदाई का इन तीनो में। कामिनी को सैंड्विच चुदाई वैसे भी काफ़ी पसंद थी। उसके डोनो छेद एक साथ पहले भी काफ़ी बार चुदे थे। डोनो मर्द कमीने ज़रूर थे लेकिन साले चुदाई में मस्त थे। बहुत जमकर कामिनी की चुदाई हो रही थी डोनो साँड़ जैसे मर्दों के बीच।
गिरिधर ने फिर कहा, "उसे मोहन घुमाओ, मुझे अब उसकी चूत चाहिए।" उसने अपना लंड बाहर निकाल लिया जबकि मोहन ने कामिनी को घुमाया। फिर मोहन ने अपना लंड निकाला और उसकी गांड पर जोर लगाने लगा। कामिनी ने जोर से चीख निकली क्योंकि मोहन ने उसकी गाँड को एक ही गति में जोर से थपथपा कर चोदने लगा था। आगे से, गिरिधर ने एक छुरा घोंपते हुए उसने कामिनी की चूत में अपने लंड का प्रवेश किया।
गिरिधर के पास अब कामिनी के सुंदर उछलते हुए स्तनों तक पहुंच थी और अपने मुंह से उनके साथ खेलना शुरू कर दिया। "आआआह !!!!" कामिनी जोर से कराह उठी। गिरिधर ने उसके मुँह में एक उंगली डाली और कामिनी तुरंत उनके उँगली को चूसने लगी। उसकी चूत की चुदाई, उसकी उँगली की चुसाई , स्तन पम्पिंग और गांड ठोकने के बीच कामिनी को इतना मज़ा आ रहा था कि वह ज़ोर-ज़ोर से कामोत्तेजना करने लगी। इस पर डोनो मर्द कुछ ज्यादा ही हंसे और उसे और जोर से चोदने लगे।
गिरिधर पागल लय में बेतहाशा कामिनी की चूत को पंप करता रहा। अब गिरधर को रहा नहीं जा रहा था और जल्द ही गिरिधर ने कामिनी की चूत के बाहर लंड निकाल कर अपना पूरा सहबहा दिया कॉंडम में और एक तरफ हाँफते हुए लेट गया। मोहन ने अपने लंड को कामिनी के गाँड से बाहर सरकाया और पीछे से उसकी चूत में घुस गया, उसेअभी भी चुदाई करनी थी कमिनी की । उसने कॉलेज की लड़कियों की चुदाई की थी लेकिन कामिनी एक शादिशूडा लड़की होकर भी किसी कॉलेज वाली लड़की से कम नहीं थी। कितना मस्त बदन था कामिनी का। अभी भी बहुत मुलायम।
अब मोहन ने कामिनी को रिवर्स काउगर्ल की स्थिति में रखते हुए अब उसे और ज़ोरों से पंप करना शुरू कर दिया। उसने कामिनी के नीचे रहते हुए कामिनी के स्तनों को पकड़ लिया और उन्हें जोर से दबाने लगा। उसने अपनी बाहों को पार कर लिया था ताकि वह उसे अपने शरीर के और भी करीब से पकड़ सके। मोहन के पूरे शरीर का कामिनी की खिलाफ दबने का अहसास उसे बहुत खुशी दे रहा था। वह भी अब और नहीं सह सका और लंड निकाल कर पूरा सह कॉंडम में ही बहा दिया।
फिर उसने कामिनी को एक तरफ धकेल दिया और एक तरफ भी हांफने लगा। जल्द ही वे सभी कामिनी को बीच में पूरी तरह नग्न करके बिस्तर पर उसके अग़ल बग़ल लेटे रहे। कामिनी के चेहरे पर चुदाई की संतुष्टि छायी हुयी थी।