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Serious Dil Ki Baat Shayari Ke Sath...

Mr. Pandit

SAB KUCH JAYAZ HAI....
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dil ki baat to na lagi yara , sab cnp hai :D

chodne ke liye choot ki kya jaroorat, lund jaroori hai!
gaand daba ke bhaga harami, mehak abhi tak aa rahi hai!!
Aree to yaha galib kaun hai bhaya...:lotpot:
 
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परिंदे लौट के जब घर को जाने लगते हैं,
हमें भी याद दर-ओ-बाम आने लगते हैं,
जो सुनते हैं कि तेरे दिल में कोई दूसरा है,
हम चुपचाप अपना दर्द दबाने लगते हैं।
 
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Mr. Pandit

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सुलझा हुआ सा समझते हैं मुझको लोग,
उलझा हुआ सा मुझमें कोई दूसरा भी है।
 
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वफा की तलाश करते रहे हम
बेवफाई में अकेले मरते रहे हम,
नहीं मिला दिल से चाहने वाला
खुद से ही बेबजह डरते रहे हम,
लुटाने को हम सब कुछ लुटा देते
मोहब्बत में उन पर मिटते रहे हम,
खुद दुखी हो कर खुश उन को रखा
तन्हाईयों में साँसें भरते रहे हम,
वो बेवफाई हम से करते ही रहे
दिल से उन पर मरते रहे हम।
 
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Mr. Pandit

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चलो दिल की अदला-बदली कर लें,
तड़प क्या होती है समझ जाओगे।
 
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खुद्दारियों में हद से गुजर जाना चाहिए,
इज्जत से जी न पाये तो मर जाना चाहिए।
 
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मिज़ाज में थोड़ी सख्ती लाज़िमी है हुज़ूर,
लोग पी जाते समंदर अगर खारा न होता।
 
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ख्वाब था बिखर गया ख्याल था मिला नहीं,
मगर ये दिल को क्या हुआ ये क्यूँ बुझा पता नहीं,
तमाम दिन उदास दिन तमाम शब् उदासियाँ,
किसी से कोई बिछड़ गया जैसे कुछ बचा नहीं।
 
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जुस्तजू खोये हुए की उम्र भर करते रहे,
चाँद के हमराह हम हर शब सफ़र करते रहे,
रास्तों का इल्म था न हमको सिम्तों की खबर,
शहर-ए-नामालूम की चाहत मगर करते रहे।
 
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