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Thriller Dharkan 2

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Anshu0Kraj

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Yah story meri pichli story dhadkan se Judi hui hi hai lekin ismein kuchh Nahin Patra Hain yah meri pichhali story ki Tarah Short Nahin hogi aur update bhi saptah mein 4 se 6 aaenge agla update thodi der mein
 
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Anshu0Kraj

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Update 1
अवध प्रांत का एक मशहूर प्राथमिक स्कूल जहां सभी बड़े बड़े व्यक्तियों के बच्चे पढ़ा करते थे उस के मेन गेट पर एक कार की एंट्री होती है कार इतना शानदार था कि सभी बच्चे तथा टीचर जो भी उस ग्राउंड में थे सभी कार को देखने लगते हैं तभी कार्य का गेट खुलता है और उस कार में से एक 5 साल का लड़का बाहर निकलता है वह बचपन से ही बहुत हैंडसम दिख रहा था जब वह लड़का इधर-उधर अपने नजरें को दोहराता है तो उससे एक तरफ अपने दोस्त दिखाई देते हैं लेकिन जब वह नजर को दूसरी और करता है तो उधर उसके ही हम उम्र की कुछ लड़कियां थी और वह लड़का लड़कियों की तरफ जाने लगता है और वह लड़कियों की तरह अपना हाथ बढ़ा कर कहता है hai मेरा नाम बस वह इतना ही कह पाया किस लड़के के ऊपर बहुत सारा पानी गिर जाता है जिस कारण वह अचानक होश में आता है और वह देखता है उसके एक दोस्त ने उसके ऊपर एक बाल्टी पानी फेंक दिया है जिस पर वह अपने दोस्त से कहता है
लड़का -क्या आरव इतना अच्छा सपना देख रहा था और तुमने उसे खराब कर दिया।
आरव-सपने रात को देखे जाते हैं राज सुबह के 8:00 बजे नहीं जल्दी से तैयार हो जाओ हमारे स्कूल का आज पहला दिन है
राज को जैसे ही यह पता चलता है कि 8:00 बज गए हैं वह तुरंत तैयार होने के लिए बाथरूम में चला जाता है वह स्नान करते समय कुछ सोचने लगता है
आज से 2 साल पहले

एक 3 साल लड़का जो बेहोश था उसे अचानक ही होश आ जाता है। और वह अपने चारों तरफ देखता है तो उसे पता चलता है कि वह एक कमरे में बंद है तथा वहां पर उसके साथ कुछ और भी बच्चे हैं वह अपने नाम को याद करने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसे अपने बारे में कुछ भी याद नहीं आता है जिस पर वह लड़का करता है मैं कौन हूं कहां हूं वहीं दूसरी तरफ उस कमरे में बैठे हैं दो बच्चे आपस में बात करते हैं
आरव -दीवाल पर इसका सर टकराने से लगता है इसकी याददाश्त चली गई है
निशा -हां मुझे भी यही लगता है मुझे इस से बात करनी चाहिए
यह कह कर निशा उस लड़के के पास जाने लगती है
निशा -तुम्हारा नाम राज है और हम लोग यहां किडनैप हो गए हैं हम लोगों को एक दूसरे के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है और तुम्हारी यादाश्त भी अभी ही गई है।
यह सुनकर थोड़ा परेशान हो जाता है।
तभी उस कमरे का गेट खुलता है कुछ गुंडे कमरे के अंदर आते हैं और बच्चे को उठाकर एक ट्रक में डाल देते हैं।
यहां यहां राज उसके साथ हो रही घटनाओं से थोड़ा परेशान हो रहा था कि अचानक ट्रक का बैलेंस भी करता है और वह नीचे एक नदी में गिर जाता है। इसका फायदा उठाकर सभी बच्चे किसी तरह उस तरफ से बाहर निकलते हैं और वह वहां से भाग जाते हैं। राज भी उन्हीं बच्चों में शामिल हो गया था।
अचानक एक लड़के को उसके पिता दिखाई देते हैं और वह अपने पिता के पास जाता है और सारी बातों को बताता है।
उसके उसके पिता अपने बेटे के मिलने के कारण बहुत खुश होते हैं और सारे बच्चों को एक बहुत ही अच्छे अनाथ आश्रम में डाल देते हैं। यह शहर का बहुत ही मशहूर अनाथ आश्रम था जहां सही बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल की जाती थी। और यदि कोई बच्चे को गोद लेना चाहे तो वहां से ले सकता था। अनाथ आश्रम में आने के बाद राज आरब और निशा के बीच दोस्ती हो जाती है। और इसी तरह मैं सब बड़े होने लगते हैं 1 साल के अंदर में ही आरव निशा और राज तीनों गहरे दोस्त हो गए थे निशा तो मन ही मन राज से प्यार करने भी लगी थी। अनाथ आश्रम में आने के 1 साल के बाद एक परिवार निशा को गोद ले लेते हैं और उसे अपने घर लेकर जाते हैं।
घर पर निशा थोड़ी परेशान लग रही थी जिस पर उसके पिता उसे कहते हैं क्या बात है बेटा क्यों परेशान हो इस बात पर निशा कहती है मुझे अपने दोस्तों की याद आ रही है
निशानिशा को जिस परिवार वालों ने गोद लिया था बहुत ही अच्छे व्यक्ति थे जिस कारण वे निशा को अनाथ आश्रम में ले जाते हैं जहां वह राज और आरव से मिलती है। इसी तरह निशा हर सप्ताह राज और निशा से मिलने आने लगती है लेकिन 1 साल के अंदर ही उसके पिता दूसरे शहर में जाकर बस जाते हैं जिस कारण निशा को भी दूसरे शहर जाना पड़ता है लेकिन वह वहां से भी महीने में एक-दो बार आश्रम में कॉल कर राज से बात कर लेती थी।

अचानक दरवाजे खटखटाने के कारण राज अपने होश में आता है।
राज जाकर दरवाजा खोलता है तो सामने आरव रहा था।
आरव -इतनी देर क्यों लगा दे चलो हमें स्कूल भी चलना है और फिर आज बाहर निकलता है और अपना बैग उठाकर आरव के साथ बगल के ही सरकारी स्कूल में चला जाता है (चुकी राज आश्रम में रहता था जिस कारण से सरकारी स्कूल में पढ़ना पढ़ता था।) जब वह आश्रम से निकल रहा था तभी एक बच्चा दौड़ता हुआ आता है और कहता है और कहता है तुम्हारे लिए निशा का फोन आया है।


अब से राज की जगह में लिखूंगा।
मैं जाकर फोन उठाता हूं और कहता हूं कितने दिनों के बाद फोन की हो मुझे तुम्हारी बहुत याद आ रही थी।
निशा कहती है अभी पिछले सप्ताह ही तो बात हुई थी
इसी इ तरह मेरे और निशा के बीच कुछ बातें होने लगती हैं कि तभी वहां पर आरव आ जाता है और वह कहता है किससे बात कर रहे हो निशा का कॉल है क्या
मैंने कहा निशा का ही call है
वह मुझसे फोन छीनता और निशा से बात करने लगता है। थोड़ी देर के बाद वह कॉल काट देता है। इसके बाद हम लोग अपने स्कूल की तरफ निकल जाते हैं। स्कूल में हमें अपने आश्रम के भी कुछ बच्चे दिखाई देते हैं।
यह रहा आज का अपडेट अगला अपडेट कल 4:00 से 6:00 के बीच
 
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Anshu0Kraj

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आशा करता हूं मेरे इस स्टोरी में आप लोगों का साथ मिलेगा
 
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Hate girls, except the one reading this.
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Yah story meri pichli story dhadkan se Judi hui hi hai lekin ismein kuchh Nahin Patra Hain yah meri pichhali story ki Tarah Short Nahin hogi aur update bhi saptah mein 4 se 6 aaenge agla update thodi der mein
:congrats: for new story brother....

:yourock::yourock::yourock:
 

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Hate girls, except the one reading this.
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अवध प्रांत का एक मशहूर प्राथमिक स्कूल जहां सभी बड़े बड़े व्यक्तियों के बच्चे पढ़ा करते थे उस के मेन गेट पर एक कार की एंट्री होती है कार इतना शानदार था कि सभी बच्चे तथा टीचर जो भी उस ग्राउंड में थे सभी कार को देखने लगते हैं तभी कार्य का गेट खुलता है और उस कार में से एक 5 साल का लड़का बाहर निकलता है वह बचपन से ही बहुत हैंडसम दिख रहा था जब वह लड़का इधर-उधर अपने नजरें को दोहराता है तो उससे एक तरफ अपने दोस्त दिखाई देते हैं लेकिन जब वह नजर को दूसरी और करता है तो उधर उसके ही हम उम्र की कुछ लड़कियां थी और वह लड़का लड़कियों की तरफ जाने लगता है और वह लड़कियों की तरह अपना हाथ बढ़ा कर कहता है hai मेरा नाम बस वह इतना ही कह पाया किस लड़के के ऊपर बहुत सारा पानी गिर जाता है जिस कारण वह अचानक होश में आता है और वह देखता है उसके एक दोस्त ने उसके ऊपर एक बाल्टी पानी फेंक दिया है जिस पर वह अपने दोस्त से कहता है
लड़का -क्या आरव इतना अच्छा सपना देख रहा था और तुमने उसे खराब कर दिया।
आरव-सपने रात को देखे जाते हैं राज सुबह के 8:00 बजे नहीं जल्दी से तैयार हो जाओ हमारे स्कूल का आज पहला दिन है
राज को जैसे ही यह पता चलता है कि 8:00 बज गए हैं वह तुरंत तैयार होने के लिए बाथरूम में चला जाता है वह स्नान करते समय कुछ सोचने लगता है
आज से 2 साल पहले

एक 3 साल लड़का जो बेहोश था उसे अचानक ही होश आ जाता है। और वह अपने चारों तरफ देखता है तो उसे पता चलता है कि वह एक कमरे में बंद है तथा वहां पर उसके साथ कुछ और भी बच्चे हैं वह अपने नाम को याद करने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसे अपने बारे में कुछ भी याद नहीं आता है जिस पर वह लड़का करता है मैं कौन हूं कहां हूं वहीं दूसरी तरफ उस कमरे में बैठे हैं दो बच्चे आपस में बात करते हैं
आरव -दीवाल पर इसका सर टकराने से लगता है इसकी याददाश्त चली गई है
निशा -हां मुझे भी यही लगता है मुझे इस से बात करनी चाहिए
यह कह कर निशा उस लड़के के पास जाने लगती है
निशा -तुम्हारा नाम राज है और हम लोग यहां किडनैप हो गए हैं हम लोगों को एक दूसरे के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है और तुम्हारी यादाश्त भी अभी ही गई है।
यह सुनकर थोड़ा परेशान हो जाता है।
तभी उस कमरे का गेट खुलता है कुछ गुंडे कमरे के अंदर आते हैं और बच्चे को उठाकर एक ट्रक में डाल देते हैं।
यहां यहां राज उसके साथ हो रही घटनाओं से थोड़ा परेशान हो रहा था कि अचानक ट्रक का बैलेंस भी करता है और वह नीचे एक नदी में गिर जाता है। इसका फायदा उठाकर सभी बच्चे किसी तरह उस तरफ से बाहर निकलते हैं और वह वहां से भाग जाते हैं। राज भी उन्हीं बच्चों में शामिल हो गया था।
अचानक एक लड़के को उसके पिता दिखाई देते हैं और वह अपने पिता के पास जाता है और सारी बातों को बताता है।
उसके उसके पिता अपने बेटे के मिलने के कारण बहुत खुश होते हैं और सारे बच्चों को एक बहुत ही अच्छे अनाथ आश्रम में डाल देते हैं। यह शहर का बहुत ही मशहूर अनाथ आश्रम था जहां सही बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल की जाती थी। और यदि कोई बच्चे को गोद लेना चाहे तो वहां से ले सकता था। अनाथ आश्रम में आने के बाद राज आरब और निशा के बीच दोस्ती हो जाती है। और इसी तरह मैं सब बड़े होने लगते हैं 1 साल के अंदर में ही आरव निशा और राज तीनों गहरे दोस्त हो गए थे निशा तो मन ही मन राज से प्यार करने भी लगी थी। अनाथ आश्रम में आने के 1 साल के बाद एक परिवार निशा को गोद ले लेते हैं और उसे अपने घर लेकर जाते हैं।
घर पर निशा थोड़ी परेशान लग रही थी जिस पर उसके पिता उसे कहते हैं क्या बात है बेटा क्यों परेशान हो इस बात पर निशा कहती है मुझे अपने दोस्तों की याद आ रही है
निशानिशा को जिस परिवार वालों ने गोद लिया था बहुत ही अच्छे व्यक्ति थे जिस कारण वे निशा को अनाथ आश्रम में ले जाते हैं जहां वह राज और आरव से मिलती है। इसी तरह निशा हर सप्ताह राज और निशा से मिलने आने लगती है लेकिन 1 साल के अंदर ही उसके पिता दूसरे शहर में जाकर बस जाते हैं जिस कारण निशा को भी दूसरे शहर जाना पड़ता है लेकिन वह वहां से भी महीने में एक-दो बार आश्रम में कॉल कर राज से बात कर लेती थी।

अचानक दरवाजे खटखटाने के कारण राज अपने होश में आता है।
राज जाकर दरवाजा खोलता है तो सामने आरव रहा था।
आरव -इतनी देर क्यों लगा दे चलो हमें स्कूल भी चलना है और फिर आज बाहर निकलता है और अपना बैग उठाकर आरव के साथ बगल के ही सरकारी स्कूल में चला जाता है (चुकी राज आश्रम में रहता था जिस कारण से सरकारी स्कूल में पढ़ना पढ़ता था।) जब वह आश्रम से निकल रहा था तभी एक बच्चा दौड़ता हुआ आता है और कहता है और कहता है तुम्हारे लिए निशा का फोन आया है।


अब से राज की जगह में लिखूंगा।
मैं जाकर फोन उठाता हूं और कहता हूं कितने दिनों के बाद फोन की हो मुझे तुम्हारी बहुत याद आ रही थी।
निशा कहती है अभी पिछले सप्ताह ही तो बात हुई थी
इसी इ तरह मेरे और निशा के बीच कुछ बातें होने लगती हैं कि तभी वहां पर आरव आ जाता है और वह कहता है किससे बात कर रहे हो निशा का कॉल है क्या
मैंने कहा निशा का ही call है
वह मुझसे फोन छीनता और निशा से बात करने लगता है। थोड़ी देर के बाद वह कॉल काट देता है। इसके बाद हम लोग अपने स्कूल की तरफ निकल जाते हैं। स्कूल में हमें अपने आश्रम के भी कुछ बच्चे दिखाई देते हैं।
यह रहा आज का अपडेट अगला अपडेट कल 4:00 से 6:00 के बीच
Behatareen update brother.....
intro kafi acha tha aur shandar shuruaat hui hai.....
keep writing....
keep posting.......
 

Anshu0Kraj

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Update 2
अब तक आपने देखा की मैं अपने स्कूल पहुंच चुका है।
जब आपने क्लास में जाता है तो उसे अपने आश्रम का एक लड़का रजत दिखाई देता है इसका भी मेरे साथ किडनैप हुआ था लेकिन आश्रम में आने के बाद मेरे , आरव और निशा के बीच गहरी दोस्ती हो गई थी जिस कारण मैं अन्य लोगों से ज्यादा मतलब नहीं रखता था। जब मुझे रजत दिखाई दिया तो मैं राजत के पास गया और बोला गुड मॉर्निंग तुम्हारा भी यही admission हुआ है।
इस बात पर रजत बोला हां
इसी तरह कुछ दिनों में इलाज की रजत से भी अच्छी दोस्ती हो गई। महीने में दो-तीन बार निशा का कॉल आता था जिससे मैं और आरव बातें करते थे। देखते ही देखत 1 साल बीत गया। इस साल राज दूसरी कक्षा में पहुंच गया था। एक दिन मै आरव और रजत स्कूल आ रहे थे तो रास्ते में मेरा एक्सीडेंट हो गया। आरव और रजत ने कुछ लोगों की सहायता से मुझे सरकारी अस्पताल में ले गए। जहां डॉक्टरों ने मेरा इलाज किया। उसके बाद डॉक्टर ने आराम से कहा कि इसके सर पर चोट लगने की वजह से या कोमा में चला गया है। इस बात से यार आपको बहुत गहरा धक्का लगा
उसने उसने तुरंत ही निशा को कॉल कर इस बात की जानकारी दी और निशा अपने पिता के साथ मुझे को देखने आए उस दिन वहां रहने के बाद निशा भी अपने घर चली गई। लेकिन निशा सप्ताह में एक बार फोन कर आरब से मेरे बारे में जानकारी ले लेती थी।
देखते ही देखते 3 साल गुजर गया अब आराम और रजत पांचवी कक्षा में चले गए थे
वहीं दूसरी तरफ एक बहुत ही भीड़ भाड़ वाले इलाके में दो बच्चे खेल रहे थे ध्यान से देखने पर भी बच्चे का चेहरा दिखाई नहीं दे रहा था तभी कुछ गुंडे आकर दोनों बच्चे को किडनैप कर लेते हैं अभी यह दृश्य चल ही रहा था कि अचानक मुझे होश आ गया यह दृश्य मैंने सपने में देखा था मैंने बहुत याद करने की कोशिश की लेकिन मुझे उस बच्चे का चेहरा और वह जगह याद नहीं आई। जब डॉक्टर इस बात का पता चला तो उसने तुरंत ही आरव को कॉल कर इस बात की जानकारी दे दी कि मुझे होश आ गया है। आरव में निशा को कॉल किया और वह हॉस्पिटल में आ गया। कुछ घंटे बाद निशा भी वहां आ गए मैंने अरब और निशा को अपने सपने के बारे में बताया जिस पर निशा ने कहा कि हो सकता है तुम्हारी याददाश्त वापस आ गई हो और तुम्हें धीरे-धीरे सब कुछ याद आ जाएगा। तब आरब ने मुझे बताया कि मैं 3 साल तक कोमें में था। इस बात पर मुझे बहुत बड़ा सदमा लगा लेकिन मैं इस सदमे से जल्दी ही निकल गया।
कुछ दिनों के बाद मैं दोबारा उसी सरकारी स्कूल में गया और अपनी पढ़ाई शुरू करने लगा। अब मेरी और अरब के बीच तीन कक्षा का अंतर था। मैंने कुछ नए दोस्त बना और देखते ही देखते मैं कक्षा 5 में पहुंच गया।
एक दिन हमारे शिक्षक ने बताया कि इस साल पहली बार हमारा ही विद्यालय एक प्रतियोगिता में भाग लेगा जो उस राज्य के हर एक स्कूल के बीच होती थी।जो जो भी विद्यार्थी उस में भाग लेना चाहे अपना नाम लिखवा सकते हैं और अपने खेल का नाम। मैंने दौड़ की प्रतियोगिता में अपना नाम लिखवाया।
जब जब मैं अपने प्रतियोगिता स्थल के पहुंचा तो वहां पहले से ही कुछ अन्य विद्यार्थी थे जो दूसरे दूसरे स्कूल से आए थे। जब हमारी परीक्षा शुरू हुई तो सभी विद्यार्थी ने दौड़ना शुरू किया। हम लोगों को हजार मीटर दौरना था। कुछ दूर दौड़ने के बाद ही कई विद्यार्थि रुक गए थोड़ी देर के बाद हम सब अपनी सफलता के बहुत ही नजदीक पहुंचे लेकिन यह क्या मेरे साथ कोई दूसरा लड़का मेरे ही बराबर में डर रहा था मैंने अपनी स्पीड तेज की उसने भी तेज की हमारा लक्ष्य बहुत पास आ रहा था मैंने अपनी स्पीड थोड़ी और तेज कि उसने भी तेज की। हम लोगों ने अपना मुकाबला कंप्लीट किया मुझे क्या पता नहीं चल रहा था कि मुझे फर्स्ट प्राइज मिलेगा या उस लड़के को थोड़ी देर के बाद जब हमारे रिजल्ट आया तो बताया गया की रनिंग के मुकाबले में दो व्यक्ति प्रथम स्थान प्राप्त हुए हैं तब हमें पता चला है कि हम दोनों ही फर्स्ट हुए हैं हम दोनों ने जाकर अपना ट्रॉफी लिया और जब हम बाहर हैं तो मैंने उससे कहा है hai नाम राज और तुम्हारा
इस इस बात पर उसने कहा मुझे तुमसे मिलकर बहुत खुशी हुई मेरा नाम देव सिंह है
 

Anshu0Kraj

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मेरी पिछली स्टोरी धड़कन में कुछ लोगों ने कहा था कि मैं बहुत ही शॉर्ट स्टोरी लिखा हूं और कुछ पॉइंट को नजरअंदाज भी कर दिया जिस कारण में इस स्टोरी में हर एक पॉइंट को लिख रहा हूं और अब यह पिछली स्टोरी भी अभी से जुड़ चुकी है देव सिंह या यूं कहें अर्जुन लेकिन अभी बचपन में उसे यह बात पता नहीं है जिस कारण में अर्जुन की जगह देव ही लिखूंगा
अगला अपडेट आज शाम 4:00 से 6:00 के बीच
 
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Anshu0Kraj

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INTRODUCTION
Raj-hero
nisha-heroine
Aarav-Raj aur Nisha ka dost
Rajat-Raj aur Aarav ka dost


विक्रम सिंह - हिमाचल प्रांत के एक राज्य का राजा,
विक्रम सिंह के तीन संतान हैं।
अजय सिंह-बड़ा बेटा और होने वाला महाराज
विजय सिंह-दूसरा बेटा
सुमन सिंह-इकलौती बेटी

अजय सिंह का परिवार
शिवानी सिंह- अजय सिंह की पहली पत्नी
करण सिंह -बड़ा बेटा
अर्जुन सिंह-छोटा बेटा

रजनी सिंह - अजय सिंह की दूसरी पत्नी

सूर्या सिंह- अजय सिंह का मछला बेटा करण से छोटा और अर्जुन से बड़ा


विजय सिंह का परिवार
संजना सिंह-पत्नी
देवा सिंह-इकलौता बेटा

सुमन सिंह का परिवार
संजय चौहान-पति
देव चौहान-बड़ा बेटा
सूरज चौहान-छोटा बेटा

रतन सिंह-अजय सिंह का दोस्त और होने वाला सेनापति
निशा सिंह-रतन सिंह की बड़ी बेटी
दिव्या सिंह-रतन सिंह छोटी बेटी

पवन सिंह-विजय सिंह का मित्र और होने वाला सलाहकार
राधा-विजय सिंह की बेटी।
 
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