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Yah story meri pichli story dhadkan se Judi hui hi hai lekin ismein kuchh Nahin Patra Hain yah meri pichhali story ki Tarah Short Nahin hogi aur update bhi saptah mein 4 se 6 aaenge agla update thodi der mein
for new story brother....Yah story meri pichli story dhadkan se Judi hui hi hai lekin ismein kuchh Nahin Patra Hain yah meri pichhali story ki Tarah Short Nahin hogi aur update bhi saptah mein 4 se 6 aaenge agla update thodi der mein
Behatareen update brother.....Update 1अवध प्रांत का एक मशहूर प्राथमिक स्कूल जहां सभी बड़े बड़े व्यक्तियों के बच्चे पढ़ा करते थे उस के मेन गेट पर एक कार की एंट्री होती है कार इतना शानदार था कि सभी बच्चे तथा टीचर जो भी उस ग्राउंड में थे सभी कार को देखने लगते हैं तभी कार्य का गेट खुलता है और उस कार में से एक 5 साल का लड़का बाहर निकलता है वह बचपन से ही बहुत हैंडसम दिख रहा था जब वह लड़का इधर-उधर अपने नजरें को दोहराता है तो उससे एक तरफ अपने दोस्त दिखाई देते हैं लेकिन जब वह नजर को दूसरी और करता है तो उधर उसके ही हम उम्र की कुछ लड़कियां थी और वह लड़का लड़कियों की तरफ जाने लगता है और वह लड़कियों की तरह अपना हाथ बढ़ा कर कहता है hai मेरा नाम बस वह इतना ही कह पाया किस लड़के के ऊपर बहुत सारा पानी गिर जाता है जिस कारण वह अचानक होश में आता है और वह देखता है उसके एक दोस्त ने उसके ऊपर एक बाल्टी पानी फेंक दिया है जिस पर वह अपने दोस्त से कहता है
लड़का -क्या आरव इतना अच्छा सपना देख रहा था और तुमने उसे खराब कर दिया।
आरव-सपने रात को देखे जाते हैं राज सुबह के 8:00 बजे नहीं जल्दी से तैयार हो जाओ हमारे स्कूल का आज पहला दिन है
राज को जैसे ही यह पता चलता है कि 8:00 बज गए हैं वह तुरंत तैयार होने के लिए बाथरूम में चला जाता है वह स्नान करते समय कुछ सोचने लगता है
आज से 2 साल पहले
एक 3 साल लड़का जो बेहोश था उसे अचानक ही होश आ जाता है। और वह अपने चारों तरफ देखता है तो उसे पता चलता है कि वह एक कमरे में बंद है तथा वहां पर उसके साथ कुछ और भी बच्चे हैं वह अपने नाम को याद करने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसे अपने बारे में कुछ भी याद नहीं आता है जिस पर वह लड़का करता है मैं कौन हूं कहां हूं वहीं दूसरी तरफ उस कमरे में बैठे हैं दो बच्चे आपस में बात करते हैं
आरव -दीवाल पर इसका सर टकराने से लगता है इसकी याददाश्त चली गई है
निशा -हां मुझे भी यही लगता है मुझे इस से बात करनी चाहिए
यह कह कर निशा उस लड़के के पास जाने लगती है
निशा -तुम्हारा नाम राज है और हम लोग यहां किडनैप हो गए हैं हम लोगों को एक दूसरे के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है और तुम्हारी यादाश्त भी अभी ही गई है।
यह सुनकर थोड़ा परेशान हो जाता है।
तभी उस कमरे का गेट खुलता है कुछ गुंडे कमरे के अंदर आते हैं और बच्चे को उठाकर एक ट्रक में डाल देते हैं।
यहां यहां राज उसके साथ हो रही घटनाओं से थोड़ा परेशान हो रहा था कि अचानक ट्रक का बैलेंस भी करता है और वह नीचे एक नदी में गिर जाता है। इसका फायदा उठाकर सभी बच्चे किसी तरह उस तरफ से बाहर निकलते हैं और वह वहां से भाग जाते हैं। राज भी उन्हीं बच्चों में शामिल हो गया था।
अचानक एक लड़के को उसके पिता दिखाई देते हैं और वह अपने पिता के पास जाता है और सारी बातों को बताता है।
उसके उसके पिता अपने बेटे के मिलने के कारण बहुत खुश होते हैं और सारे बच्चों को एक बहुत ही अच्छे अनाथ आश्रम में डाल देते हैं। यह शहर का बहुत ही मशहूर अनाथ आश्रम था जहां सही बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल की जाती थी। और यदि कोई बच्चे को गोद लेना चाहे तो वहां से ले सकता था। अनाथ आश्रम में आने के बाद राज आरब और निशा के बीच दोस्ती हो जाती है। और इसी तरह मैं सब बड़े होने लगते हैं 1 साल के अंदर में ही आरव निशा और राज तीनों गहरे दोस्त हो गए थे निशा तो मन ही मन राज से प्यार करने भी लगी थी। अनाथ आश्रम में आने के 1 साल के बाद एक परिवार निशा को गोद ले लेते हैं और उसे अपने घर लेकर जाते हैं।
घर पर निशा थोड़ी परेशान लग रही थी जिस पर उसके पिता उसे कहते हैं क्या बात है बेटा क्यों परेशान हो इस बात पर निशा कहती है मुझे अपने दोस्तों की याद आ रही है
निशानिशा को जिस परिवार वालों ने गोद लिया था बहुत ही अच्छे व्यक्ति थे जिस कारण वे निशा को अनाथ आश्रम में ले जाते हैं जहां वह राज और आरव से मिलती है। इसी तरह निशा हर सप्ताह राज और निशा से मिलने आने लगती है लेकिन 1 साल के अंदर ही उसके पिता दूसरे शहर में जाकर बस जाते हैं जिस कारण निशा को भी दूसरे शहर जाना पड़ता है लेकिन वह वहां से भी महीने में एक-दो बार आश्रम में कॉल कर राज से बात कर लेती थी।
अचानक दरवाजे खटखटाने के कारण राज अपने होश में आता है।
राज जाकर दरवाजा खोलता है तो सामने आरव रहा था।
आरव -इतनी देर क्यों लगा दे चलो हमें स्कूल भी चलना है और फिर आज बाहर निकलता है और अपना बैग उठाकर आरव के साथ बगल के ही सरकारी स्कूल में चला जाता है (चुकी राज आश्रम में रहता था जिस कारण से सरकारी स्कूल में पढ़ना पढ़ता था।) जब वह आश्रम से निकल रहा था तभी एक बच्चा दौड़ता हुआ आता है और कहता है और कहता है तुम्हारे लिए निशा का फोन आया है।
अब से राज की जगह में लिखूंगा।
मैं जाकर फोन उठाता हूं और कहता हूं कितने दिनों के बाद फोन की हो मुझे तुम्हारी बहुत याद आ रही थी।
निशा कहती है अभी पिछले सप्ताह ही तो बात हुई थी
इसी इ तरह मेरे और निशा के बीच कुछ बातें होने लगती हैं कि तभी वहां पर आरव आ जाता है और वह कहता है किससे बात कर रहे हो निशा का कॉल है क्या
मैंने कहा निशा का ही call है
वह मुझसे फोन छीनता और निशा से बात करने लगता है। थोड़ी देर के बाद वह कॉल काट देता है। इसके बाद हम लोग अपने स्कूल की तरफ निकल जाते हैं। स्कूल में हमें अपने आश्रम के भी कुछ बच्चे दिखाई देते हैं।
यह रहा आज का अपडेट अगला अपडेट कल 4:00 से 6:00 के बीच
INTRODUCTION |
Raj-hero nisha-heroine Aarav-Raj aur Nisha ka dost Rajat-Raj aur Aarav ka dost विक्रम सिंह - हिमाचल प्रांत के एक राज्य का राजा, विक्रम सिंह के तीन संतान हैं। अजय सिंह-बड़ा बेटा और होने वाला महाराज विजय सिंह-दूसरा बेटा सुमन सिंह-इकलौती बेटी अजय सिंह का परिवार शिवानी सिंह- अजय सिंह की पहली पत्नी करण सिंह -बड़ा बेटा अर्जुन सिंह-छोटा बेटा रजनी सिंह - अजय सिंह की दूसरी पत्नी सूर्या सिंह- अजय सिंह का मछला बेटा करण से छोटा और अर्जुन से बड़ा विजय सिंह का परिवार संजना सिंह-पत्नी देवा सिंह-इकलौता बेटा सुमन सिंह का परिवार संजय चौहान-पति देव चौहान-बड़ा बेटा सूरज चौहान-छोटा बेटा रतन सिंह-अजय सिंह का दोस्त और होने वाला सेनापति निशा सिंह-रतन सिंह की बड़ी बेटी दिव्या सिंह-रतन सिंह छोटी बेटी पवन सिंह-विजय सिंह का मित्र और होने वाला सलाहकार राधा-विजय सिंह की बेटी। |