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Lyrics Bhule Bisre Geet

Adirshi

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गाना / Title: हे, नीले गगन के तले, धरती का प्यार पले - he, niile gagan ke tale, dharatii kaa pyaar pale
चित्रपट / Film: हमराज-(Hamraaz)
संगीतकार / Music Director: रवी
गीतकार / Lyricist: साहिर लुधियानवी
गायक / Singer(s): महेन्द्र कपूर

हे..., नीले गगन के तले, धरती का प्यार पले
ऐसे ही जग में, आती हैं सुबहें
ऐसे ही शाम ढले ...

शबनम के मोती, फूलों पे बिखरे
दोनों की आस फले ...

बलखाती बेलें, मस्ती में खेलें
पेड़ों से मिलके गले ...

नदिया का पानी, दरिया से मिलके
सागर किस ओर चले ...
 

Adirshi

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गाना / Title: किसी पत्थर की मूरत से मुहब्बत का इरादा है
चित्रपट / Film:
हमराज-(Hamraaz)
संगीतकार / Music Director: रवी
गीतकार / Lyricist: साहिर लुधियानवी
गायक / Singer(s): महेन्द्र कपूर

किसी पत्थर की मूरत से मुहब्बत का इरादा है
परस्तिश की तमन्ना है, इबादत का इरादा है
किसी पत्थर की मूरत से ...

जो दिल की धड़कनें समझे न आँखों की ज़ुबाँ समझे
नज़र की गुफ़्तगू समझे न जज़बों का बयाँ समझे
उसी के सामने उसकी शिक़ायत का इरादा है
किसी पत्थर की मूरत से ...

मुहब्बत बेरुख़ी से और भड़केगी वो क्या जाने
तबीयत इस अदा पे और फड़केगी वो क्या जाने
वो क्या जाने कि अपना किस क़यामत का इरादा है
किसी पत्थर की मूरत से ...

सुना है हर जवाँ पत्थर के दिल में आग होती है
मगर जब तक न छेड़ो, शर्म के पर्दे में सोती है
ये सोचा है की दिल की बात उसके रूबरू कह दे
नतीजा कुच भी निकले आज अपनी आरज़ू कह दे
हर इक बेजाँ तक़ल्लुफ़ से बग़ावत का इरादा है
किसी पत्थर की मूरत से ...
 

Adirshi

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गाना / Title: न मुँह छुपा के जियो
चित्रपट / Film:
हमराज-(Hamraaz)
संगीतकार / Music Director: रवी
गीतकार / Lyricist: साहिर लुधियानवी
गायक / Singer(s): महेन्द्र कपूर

न मुँह छुपा के जियो और न सर झुका के जियो
ग़मों का दौर भी आये तो मुस्कुरा के जियो
न मुँह छुपा के जियो और न सर झुका के जियो

घटा में छुपके सितारे फ़ना नहीं होते
अँधेरी रात में दिये जला के चलो
न मुँह छुपा के जियो और न सर झुका के जियो

ये ज़िंदगी किसी मंज़िल पे रुक नहीं सकती
हर इक मक़ाम पे क़दम बढ़ा के चलो
न मुँह छुपा के जियो और न सर झुका के जियो
 
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चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएं हम दोनो
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएं हम दोनो
न मैं तुमसे कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी की
न तुम मेरी तरफ़ देखो गलत अंदाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाये मेरी बातों से
न ज़ाहिर हो तुम्हारी कश्म-कश का राज़ नज़रों से
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएं हम दोनो
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएं हम दोनो
तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेशकदमी से
मुझे भी लोग कहते हैं कि ये जलवे पराए हैं
मेरे हमराह भी रुसवाइयां हैं मेरे माझी की
मेरे हमराह भी रुसवाइयां हैं मेरे माझी की
तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साये हैं
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएं हम दोनो
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएं हम दोनो
तार्रुफ़ रोग…
 
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संभल ऐ दिल
तड़पने और तड़पाने से क्या होगा
जहाँ बसना नहीं मुमकिन
वहाँ जाने से क्या होगा
संभल ऐ दिल

चले आओ
कि अब मुँह फेर के जाने से क्या होगा
जो तुम पर मिट चुका
उस दिल को तरसाने से क्या होगा
चले आओ

हमे संसार में अपना बनाना कौन चाहेगा
ये मसले फूल से जोबन सजाना कौन चाहेगा
तमन्नाओं को झूठे ख्वाब दिखलाने से क्या होगा
संभल ऐ दिल
चले आओ

तुम्हें देखा, तुम्हें चाहा, तुम्हें पूजा है इस दिल ने
जो सच पूछो तो पहली बार कुछ माँगा है इस दिल ने
समझते बूझते अनजान बन जाने से क्या होगा
चले आओ
संभल ऐ दिल

जिन्हें मिलती है ख़ुशियाँ वो मुक्कदर और होते है
जो दिल में घर बनाते हैं वो दिलबर और होते है
उम्मीदों को खिलौने दे के बहलाने से क्या होगा
जहाँ बसना नहीं मुमकिन...

बहुत दिन से थी दिल में अब ज़बाँ तक बात पहुँची है
वहीँ तक इसको रहने दो जहाँ तक बात पहुँची है
जो दिल की आख़िरी हद है, वहाँ तक बात पहुँची है
जिसे खोना यकीनी है, उसे पाने से क्या होगा
जहाँ बसना नहीं मुमकिन...
 

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चले थे साथ मिल के, चलेंगे साथ मिलकर
तुम्हें रुकना पड़ेगा, मेरी आवाज़ सुनकर
चले थे साथ मिल के...

हमारी जान लेंगी, तुम्हारी ये अदायें
हमें जीने ना देंगी, तुम्हारी ये निगाहें
समझ लो बात दिल की, तुम्हे देंगे दुआएं
चले थे साथ मिल के...

बड़ा प्यासा है ये दिल, इसे मदहोश कर दो
भड़क उठे हैं शोले, इन्हें खामोश कर दो
हमारा होश ले लो, हमें बेहोश कर दो
चले थे साथ मिल के...
 

Naina

Nain11ster creation... a monter in me
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राजेश खन्ना
फिल्म - आनंद
संगीत - सलिल चौधरी
गीत - योगेश


कहीं दूर जब दिन ढल जाए
साँझ की दुल्हन बदन चुराए
चुपके से आए
मेरे ख़यालों के आँगन में
कोई सपनों के दीप जलाए, दीप जलाए
कहीं दूर ...

कभी यूँहीं, जब हुईं, बोझल साँसें
भर आई बैठे बैठे, जब यूँ ही आँखें
तभी मचल के, प्यार से चल के
छुए कोई मुझे पर नज़र न आए, नज़र न आए
कहीं दूर ...

कहीं तो ये, दिल कभी, मिल नहीं पाते
कहीं से निकल आए, जनमों के नाते
घनी थी उलझन, बैरी अपना मन
अपना ही होके सहे दर्द पराये, दर्द पराये
कहीं दूर ...

दिल जाने, मेरे सारे, भेद ये गहरे
खो गए कैसे मेरे, सपने सुनहरे
ये मेरे सपने, यही तो हैं अपने
मुझसे जुदा न होंगे इनके ये साये, इनके ये साये
कहीं दूर ...
:perfect:
 

Adirshi

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गाना : मिलो न तुम तो हम घबराये
चित्रपट : हीर रांझा
संगीतकार : मदन मोहन
गीतकार : कैफ़ी आज़मी
गायक : लता मंगेशकर

मिलो न तुम तो हम घबराये
मिलो तो आँख चुराये
हमें क्या हो गया है
तुम्हीं को दिल का राज़ बतायें
तुम्हीं से राज़ छुपायें
हमें क्या हो गया है ...

ओ भोले साथिया
देखे जो शोखी तेरे प्यार की ओय होय
ओ भोले साथिया
देखे जो शोखी तेरे प्यार की
आँचल में भर ली हमने
सारी बहरें संसार की
नयी अदा से हम इठलायें
पायी खुशी लुटायें
हमें क्या हो गया है ...

रूठे कभी कभी मान गये
बातें तुम्हारी हम जान गये
आ~
ऐसी अदायें क़ुरबान गये
तुम्हें मनाये दिल बहलायें
क्या क्या नाज़ उठायें
हमें क्या हो गया है ...

ओ सोहने जोगिया
रंग ले हमें भी इसी रंग में ओय होय
ओ सोहने जोगिया
रंग ले हमें भी इसी रंग में
फिर से सुना दे बंसी
कलियाँ खिला दे गोरे अंग में
वही जो तानें आग लगाये
उन्हीं से आग बुझाएं
हमें क्या हो गया है ...
 
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Adirshi

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गाना : इक परदेसी मेरा दिल ले गया, जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया
चित्रपट फागुन
संगीतकार : ओ. पी. नय्यर
गीतकार : कमार जलालाबादी
गायक : आशा भोसले, मोहम्मद रफ़ी

आशा: इक परदेसी मेरा दिल ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया, हाँ, इक...
रफ़ी: कौन परदेसी तेरा दिल ले गया
मोटी मोटी अँखियों मे आँसू दे गया

रफ़ी: ढूँढ रहे तुझे लाखों दिल वाले
कर दे ओ गोरी ज़रा आँखों से उजाले
आशा: आँखों का उजाला परदेसी ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया

आशा: मेरे परदेसिया की यही है निशानी
अँखियां बिलौर की शीशे की जवानी
ठण्डी ठण्डी आहों का सलाम दे गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया, ओय, कौन...
रफ़ी: ओहो, कौन परदेसी तेरा दिल ले गया...

रफ़ी: उसको बुला दूँ सामने ला दूँ
क्या मुझे दोगी जो तुमसे मिला दूँ
आशा: जो भी मेरे पास था वो सब ले गया
जाते जाते मीठा मीठा ग़म दे गया

रफ़ी: ओय, कौन...
आशा: इक...
 
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