कहानी को बुनते हुए आप घटना के भीतर त्वरित वेग से घटती अंतर्घटनाओं की अंतः डोरियों को जिस कुशलता से नचा रहे है, और उन्हें एक दूसरे की पारस्परिकता में गूंथ कर एक खास डिजाइन बना रहे है, उसी कुशलता से पाठक की सांस को भी अपनी पटु उंगलियों से नचा रहे है।
बहुत ही खूबसूरत अपडेट भाई