अपडेट 14
हम्म... आखिर वही बात आ गयी जिसका डर था... अनुराधा सब कुछ जान चुकी, वैभव और काकी के सम्बन्धों के बारे में... या यूँ कहें उसने वो खेल अपनी आंखों से देखा...!!
इस प्रकार के दृश्य के बाद अपने आप पर काबू पाना बहुत कठिन होता है... और अनुराधा ने कैसे अपने गुस्से को काबू में किया बड़ी बात है... गुस्सा काबू किया ठीक है.. पर फिर काका की मौत के बाद भी सब रहस्य छुपाये रखा... जबकि उसने अपने दिमाग मे सारा खेल बना लिया था किस आधार पर काका की मौत हुई या यूं कहें हत्या की मुरारी काका की वैभव ने...
फाइनली आज उसने सबकुछ जितना कुछ था गुस्सा निकाल ही दिया अकेला होने पर... शायद उसका मन अब हल्का भी महसूस कर रहा हो.. क्योंकि वो बैभव से ऐसी उम्मीद तो बिल्कुल नही कर सकती थी वो एक दरिंदा तो था पर एक हत्यारा नही हो सकता...
खैर यंहा के माहौल के बाद बीच रास्ते पर बड़े भाई और साहूकारों के बीच आपस मे बात चीत...
मुझे तो शक है बड़े भाई साहूकारों से मिलकर हवेली के खिलाफ षड्यंत्र रचा रहे हों.... और हो न हो इसका आभास दादा ठाकुर को भी हो पर अपने पुत्रों से सीधे कुछ कह भी तो नही सकते वो...!!
वेल बढ़िया अपडेट
TheBlackBlood जी