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Shukriya bhai,,,,,Bhai bahut badiya update haijab pta nhi. Hero ke bhaiyo ke bich kya chal ra hai or bhabhi unka to kuchh samajh nhi aa rha.... Waiting bhai

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Shukriya bhai,,,,,Bhai bahut badiya update haijab pta nhi. Hero ke bhaiyo ke bich kya chal ra hai or bhabhi unka to kuchh samajh nhi aa rha.... Waiting bhai
Shukriya bhai,,,,बढिया अपडेट है । वैभव के तीनों भाई कोई अलग ही खिचड़ी पका रहे है । पता नही बड़े ठाकुर जीप में कहां ले जा रहे है वैभव को
Vaibhav ye jaanna chahta hai ki Murari ki hatya me kahi uske pita ya uske bhai ka haath to nahi hai,,,,वैभव को अपने फादर और चाचा की जासूसी करना क्यों सुझा ? वो जानना क्या चाहता है ?
क्या उसे लगता है कि दोनों उसे अपने जायदाद से बेदखल कर देंगे ! या उसे लगता है कि वो दोनों किसी गलत कार्य में लिप्त है !
कहानी में बहुत कुछ ट्विस्ट आ गया है । फेमिली प्रोब्लम तो शर्तिया लगता है । ज्वाइंट फैमिली है तो बर्चस्व और अपने अपने स्वार्थ की भावना तो आयेगी ही ।
Sahi kaha aapne. Bahut kuch aisa hai jiske bare me vaibhav ko nahi pata hai ya ye kahiye ki usne kabhi jaanna zaruri hi nahi samjha,,,,कुसुम ही एक ऐसी लड़की है जिसके साथ वैभव का रिश्ता छल कपट से परे लगता है । और इस अपडेट के बाद ये भी लग रहा है कि उसके चार महीनों के गैर-हाजिरी में घर के अंदर बहुत कुछ हुआ है । और कुसुम के जानकारी में भी कुछ न कुछ तो है ।
अब ये सब तो बाद में ही पता चलेगा कि उन चार महीनों के दौरान क्या हुआ था !
Dekhiye kya hota hai aage, khair bahut bahut shukriya bhaiya ji aapki is khubsurat sameeksha ke liye,,,,और एक बात साफ साफ दिखाई दे रहा है कि वैभव के बाप के नजरों में ही नहीं बल्कि उसकी मां और भाभी के नजरों में भी वही इस पुरे परिवार का बागडौर उठाने योग्य है । वही सबसे योग्य है और आगे चलकर वही इस घर का मुखिया बनने लायक है ।
बेहतरीन अपडेट शुभम भाई । आउटस्टैंडिंग ।
Sahi kaha bhaiya ji,,,,,लेखक को अपनी कहानी लिखने दीजिए। इसे भानमती का पिटारा मत बनाइये