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Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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UPDATE 65



रात मे सारे लोग अपने तय कमरे मे सोने के लिए चले गये ।
मै कमरे मे पहुचा ही था कि मेरे मोबाईल पर एक sms बिप हुआ , मोबाईल देखा तो उम्मीद के हिसाब से कोमल का ही था

कोमल - सोना मत अभी मै आ रही हू
मै उसको ओके लिख के भेज दिया और आने वाले पल को लेके लण्ड को दुलारते हुए कल्पनाओ मे खो गया

थोडी ही देर मे मौसी ने मेन गेट बंद किया और बाहर की लाईट बुझाते हुए मेरे कमरे के पास आई और बोली - बेटा लाईट बुझा दू बाहर की कोई दिक्कत तो नही है ना

मै - नही मौसी कोई दिक्कत नही है ।
फिर विमला ने लाईट बुझा कर अपने कमरे की तरफ गयी और अपने कमरे के बाहर लगी लाईट को बुझा कर कमरे का दरवाजा बन्द कर दिया

मैने झट से मोबाईल उठाया कोमल को मैसेज किया

मै - मै आऊ तुम्हारे पास या तू आओगी
कोमल - तू ही आजाओ मेरे हीरो हिहिही

मै झट से बिस्तर से उठा और दबे पाव कोमल के कमरे के पास गया जो मनोज के कमरे के तुरंत बगल मे ही था ।
मै दरवाजा खोला और चुप चाप कमरे मे जाकर अन्दर से दरवाजा बन्द कर दिया ।

कमरे मे लाईट जल रही थी और कोमल मेरी तरफ देखते हुए करवट लेके लेटी हुई थी ।
मै उसके पास गया और लेट गया उसकी तरफ करवट लेके
और अब हम दोनो आमने सामने एक दुसरे की आँखो में आंखे डालकर मुस्कुरा रहे थे ।

फिर पहले कोमल ने मेरा चेहरा थामा और मेरे होठो को चूम लिया और खस्क कर मेरे और करीब आ गयी ।
कोमल के बदन से एक भिनी सी खुस्बु आ रही थी मै उसके कमर मे हाथ डाल कर अपने से चिपका कर उसके होठो को चूसने ल्गा । जिससे कोमल जोश मे आकर अपना एक पैर मेरे कमर पर फेक के अपनी चुत को मेरे लोवर मे खडे लण्ड से सटाते हुए मेरे गले मे हाथ डाल कर चिपक गयी ।
मैने भी कोमल के उसी पैर को स्कर्ट के अन्दर हाथ डाल कर सहलाते हुए उसके चुतडो तक ले गया तो पाया की कोमल ने अन्दर कुछ नही पहना है ।

कोमल की मुलायम नंगी गाड़ मेरे हाथ मे आते ही मेरे अन्दर जोश का एक सैलाब सा उठा और मै उसके गाड़ को अपने लण्ड पर दबाते हुए अपनी कमर की और आगे किया ।
जिस्से कोमल छटपटाने लगी ।
मै कोमल को खीच कर अपने उपर किया और खुद पीठ के बल लेट गया और अब कोमल मेरे गाल गरदन सीने पर चूमने लगी । मै उसकी गाड़ को पकड कर उसके पाटो को फैलाने लगा ।
जल्द ही जोशिली कोमल ने अपना टीशर्ट निकाल कर फेक दिया जिससे बिना ब्रा के उसके 32 के चुचे हवा मे झूल गये ।

मै कोमल के झुलते गोरे मुलायम गुलाबी निप्प्ल वाले चुचे को देख कर उत्तेजित हो गया और कोमल की पीठ को थाम कर उसे अपने उपर किया फिर उसकी एक चुची को पकड कर मुह मे भर लिया ।

उफ्फ़ क्या मुलायम और मीठी सी निप्प्ल थी उसकी
मेरे मे निप्प्ल जाते ही कोमल आंखे बंद किये तेज सांसे लेते हुए मेरे उपर लोटने लगी अपनी चुत को मेरे लण्ड पर घिस्ना शुरू कर दिया ।

मै बारी बारी से दोनो चुचियो को मसल मसल कर चुस्ते हुए लाल कर दिया और कोमल को एक जोरदार किस्स करते हुए उसे अपने लण्ड की तरफ जाने का इशारा किया

कोमल के कातिल मुस्कान के साथ निचे मेरे जांघो के बिच मे गयी और लोवर मे तने लण्ड को सुन्घा और नशिलि आखो से मेरे तरफ देख्ते हुए लोवर के उपर से अपनी जीभ को मेरे लनड के उपर घुमाने लगी ।

कोमल की इस अदा से मेरे तन बदन मे गर्मी बढ़ गयी मेरे लण्ड की नशो मे नया जोश आने लगा
फिर उसने मेरे लोवर और अंडरवियर पको खींचा और मेरा लनड़ तन कर फनफनाने लगा

मेरे रबर के डण्डे जैसे लण्ड को स्प्रिंग जैसा हिलता देख उसे हाथ मे थाम लिया कोमल ने और चमडी को निचे खीचते हुए अपनी लार की मोटी धार मेरे सुपाडे पर गिराते हुए गप्प से उसे मुह मे भर ली ।

मै कोमल की इस हरकत से अकड गया और उसके बालो को सहलाते हुए अपने गाड़ के पाटो को सख्त कर कमर उचका कर लन्द को उसके मुह मे पेल्ने लगा ।
कोमल अपने लटकती जुल्फो को बार बार कान मे खोस कर गुउऊ गुउऊ करके मेरे लण्ड को चूसे जा रही थी ।

हम दोनो मे कोई बात नही हो रही थी जबसे मै कमरे मे आया था । बस आँखो से इशारे और मुस्करा के ही हा ना मे बाते हो रही थी ।

फिर कोमल ने मुह से लण्ड निकाल कर ढेर सारा लार मेरे सुपाडे पे छोडा और उसे पुरे लण्ड पर लीपने लगी ।
मै एक मुस्कान के साथ उठ गया और कोमल को बिस्तर पर लिटा कर उसके चुचो पे झपट गया ।
उसके चुचो को मिजना शुरू करते ही वो सिस्कने लगी । हम दोनो इस बात का पुरा खयाल रखरहे थे कि आवाज बाहर ना जाये ।

इसी बीच मैने कोमल की स्कर्ट उपर करके लण्ड को उसकी नाजुक चिकनी रस छोड़ती चुत पर रगड़ना सुरु कर दिया ।

कोमल मेरे गर्म लण्ड का स्पर्श अपनी नाजुक चुत पर पाकर सनसना उथी और मेरे पीठ पर हाथ डाल कर मुझे अपने सीने से लगा लिया ।
मेरे लण्ड की रगड़न से कोमल मादक और दबी हुई सिसकियाँ लेने लगी थी ।
मै कमर उपर करके लण्ड के सुपाड़े को उसके चुत के होठो को खोल कर लगाया और सुपाड़े पर जोर दिया ।

कोमल दर्द से तडप कर मेरे पीठ को अपनी तरफ दबा के और तेज मुझसे चिपकती हुई सिसकने लगी और मैने धीरे धीरे अपना सुपाडे को उसकी रस बहाती चुत मे दबाते हुए अन्दर घुसेड़ दिया ।

मेरा सुपाडा अन्दर जाते ही मैने कोमल को ढिला किया तो वो एक गहरी सांस लेते हुए हाफने लगी और उसके चेहरे पर दर्द की लाली साफ दिख रही थी लेकिन हिम्मत बाँधे मुस्कुरा कर मेरे गालो को चूमा और आँखो से इजाजत दी की मै आगे बढू ।

फिर मै उसके होठो को चूम कर उसकी एक जांघो को अपनी कमर पर चढ़ाया । वही कोमल गहरी सांसे लेके आने वाले दर्द के लिए तैयार होने लगी ।
मै उसके गाड़ को थाम के हल्का सा जोर देके लण्ड को कोमल के आधी चुत मे चिरते हुए ले गया जिससे कोमल मेरे नीचे छटपटाने लगी और धीरे से बोली - बहुत जलन हो रहा है राज बहुत ज्यादा उफ्फ्फ
कोमल दर्द और जलन से अपने कन्धे झटक रही थी

मै उसके गालो को थपथपा कर उसके सर पर अपना होठ रख कर एक और धक्के के साथ पुरा लण्ड कोमल की चुत मे उतार दिया ।

कोमल एक लम्बी और गहरी सांस लेके अपनी चुतडो को दर्द से उठा कर पटका और खुद कमर हिलाने लगी ।

अब मैने धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू किया और चोदने लगा ।
कोमल के दर्द की तडप ने मेरे लण्ड में थोडा ढिलापन ला दिया था लेकिन वापस जब उसने कमर उच्काना शुरू किया तो मेरे लण्ड मे जोश आ आगय और मै रफ्तार बढ़ाते हुए चोद्ना शुरू कर दिया
और समय के साथ कोमल की चुत मेरे लण्ड के लिये जगह बना ली और मै अब धक्को को तेज कर दिया ।
कोमल मेरे पीठ को पकड कर अपनी जांघो को खोले मेरे तेज धक्के से अपनी चुत को कूटवाति रही और जल्द ही मै झडने को आया

कोमल - वो मुझे चाहिये राज
मै पसीने से तर उसको हस कर देखते हुए - क्या चाहिये कोमल

कोमल - वो पानी मुझे चाहिये
मै - नही आज का नही
कोमल - क्यू
मै - आज तुम्हारा पहली बार था तो हो सकता हो अन्दर का ब्लड लगा हो

कोमल मेरे चेहरे को दुलारते हुए मुस्कुरा कर ओके बोली और फिर मै कोमल से एक कपडा मांगा तो कोमल ने तकिये के नीचे से अपनी पैंटी निकाल कर दी मुझे

मै झट से कोमल की चुत से लण्ड को निकाला और उसकी दी हुई पैंटी को लण्ड के सुपाडे पर लगा कर मुठियाने लगा
मेरा लौडा सख्त हो चूका था और मै आंखे बन्द किये कोमल का नाम बूदबुदाते झडने लगा
कुछ ही देर मे मेरे माल से कोमल की पैंटी भीग गयी और उसी से मैने अपना लण्ड पोछा और फिर कोमल की चुत साफ करके बेड के पावे के पास रख दी और वापस कोमल के बगल मे आ गया ।

कोमल खुश होकर मेरे सीने से चिपक गयी ।
मै उसको अप्नी बाहो मे भर लिया
मै - कोमल मेरे ख्याल से मुझे अब अपने कमरे मे जाना चाहिए
कोमल - बक्क इतना जल्दी ,ऐसे सोने दो अच्छा लग रहा है और थैंकयू

मै मुस्करा कर - थैंकयू क्यू भई
कोमल मेरे गालो को चूम कर - इतनी केयर करने के लिए और क्या , जैसा तुमने किया वैसा थोडी ना कोई करता है ।

मै हस के - पागल कही की चलो तुम आराम करो
कोमल- मुझे सुला दो फिर जाओ ना
मै हसकर - चल चल फुररर,,मुझे क्या अपना आशिक़ समझा है कि तुझे बाबू सोना करू

कोमल मेरे सीने पर हल्के मुक्के मारती हुई - क्या यार थोडी देर के लिए बन जाओ ना मेरे बॉयफ्रेंड , बाकी टाईम तो हम दोस्त है ना

मै उसको अपने तरफ खिच कर हग करते हुए उसके माथे को चूमा और बोला - ठीक है सो जाओ
फिर उसको थपकी देके सुलाने लगा और थकी हारी कोमल कुछ ही मिनटो मे गहरी नींद मे चली गयी ।
फिर मैने उसको आराम से लिटा कर उसकी स्कर्ट को निचे किया और एक चादर उढा कर अपने कपडे सही किये कमरे से बाहर निकल गया ।

कमरे से निकल कर थोड़ी देर बाहर की ताजा हवा लेने के बाद मै अपने कमरे मे जाने को हुआ तो मुझे लगा कि सोने से पहले एक बार मुत लू नही तो भोर मे उठ कर मूतने जाना पडेगा और नीद खराब होगी
फिर मै कमरे से मोबाईल लिया और टॉर्च जला कर पीछे आगन की तरफ जाने लगा ।

जारी रहेगी
आज का अपडेट कैसा लगा पढ कर अपना रेवियू जरुर दे
धन्यवाद
 

DREAMBOY40

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Nevil singh

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रात मे सारे लोग अपने तय कमरे मे सोने के लिए चले गये ।
मै कमरे मे पहुचा ही था कि मेरे मोबाईल पर एक sms बिप हुआ , मोबाईल देखा तो उम्मीद के हिसाब से कोमल का ही था

कोमल - सोना मत अभी मै आ रही हू
मै उसको ओके लिख के भेज दिया और आने वाले पल को लेके लण्ड को दुलारते हुए कल्पनाओ मे खो गया

थोडी ही देर मे मौसी ने मेन गेट बंद किया और बाहर की लाईट बुझाते हुए मेरे कमरे के पास आई और बोली - बेटा लाईट बुझा दू बाहर की कोई दिक्कत तो नही है ना

मै - नही मौसी कोई दिक्कत नही है ।
फिर विमला ने लाईट बुझा कर अपने कमरे की तरफ गयी और अपने कमरे के बाहर लगी लाईट को बुझा कर कमरे का दरवाजा बन्द कर दिया

मैने झट से मोबाईल उठाया कोमल को मैसेज किया

मै - मै आऊ तुम्हारे पास या तू आओगी
कोमल - तू ही आजाओ मेरे हीरो हिहिही

मै झट से बिस्तर से उठा और दबे पाव कोमल के कमरे के पास गया जो मनोज के कमरे के तुरंत बगल मे ही था ।
मै दरवाजा खोला और चुप चाप कमरे मे जाकर अन्दर से दरवाजा बन्द कर दिया ।

कमरे मे लाईट जल रही थी और कोमल मेरी तरफ देखते हुए करवट लेके लेटी हुई थी ।
मै उसके पास गया और लेट गया उसकी तरफ करवट लेके
और अब हम दोनो आमने सामने एक दुसरे की आँखो में आंखे डालकर मुस्कुरा रहे थे ।

फिर पहले कोमल ने मेरा चेहरा थामा और मेरे होठो को चूम लिया और खस्क कर मेरे और करीब आ गयी ।
कोमल के बदन से एक भिनी सी खुस्बु आ रही थी मै उसके कमर मे हाथ डाल कर अपने से चिपका कर उसके होठो को चूसने ल्गा । जिससे कोमल जोश मे आकर अपना एक पैर मेरे कमर पर फेक के अपनी चुत को मेरे लोवर मे खडे लण्ड से सटाते हुए मेरे गले मे हाथ डाल कर चिपक गयी ।
मैने भी कोमल के उसी पैर को स्कर्ट के अन्दर हाथ डाल कर सहलाते हुए उसके चुतडो तक ले गया तो पाया की कोमल ने अन्दर कुछ नही पहना है ।

कोमल की मुलायम नंगी गाड़ मेरे हाथ मे आते ही मेरे अन्दर जोश का एक सैलाब सा उठा और मै उसके गाड़ को अपने लण्ड पर दबाते हुए अपनी कमर की और आगे किया ।
जिस्से कोमल छटपटाने लगी ।
मै कोमल को खीच कर अपने उपर किया और खुद पीठ के बल लेट गया और अब कोमल मेरे गाल गरदन सीने पर चूमने लगी । मै उसकी गाड़ को पकड कर उसके पाटो को फैलाने लगा ।
जल्द ही जोशिली कोमल ने अपना टीशर्ट निकाल कर फेक दिया जिससे बिना ब्रा के उसके 32 के चुचे हवा मे झूल गये ।

मै कोमल के झुलते गोरे मुलायम गुलाबी निप्प्ल वाले चुचे को देख कर उत्तेजित हो गया और कोमल की पीठ को थाम कर उसे अपने उपर किया फिर उसकी एक चुची को पकड कर मुह मे भर लिया ।

उफ्फ़ क्या मुलायम और मीठी सी निप्प्ल थी उसकी
मेरे मे निप्प्ल जाते ही कोमल आंखे बंद किये तेज सांसे लेते हुए मेरे उपर लोटने लगी अपनी चुत को मेरे लण्ड पर घिस्ना शुरू कर दिया ।

मै बारी बारी से दोनो चुचियो को मसल मसल कर चुस्ते हुए लाल कर दिया और कोमल को एक जोरदार किस्स करते हुए उसे अपने लण्ड की तरफ जाने का इशारा किया

कोमल के कातिल मुस्कान के साथ निचे मेरे जांघो के बिच मे गयी और लोवर मे तने लण्ड को सुन्घा और नशिलि आखो से मेरे तरफ देख्ते हुए लोवर के उपर से अपनी जीभ को मेरे लनड के उपर घुमाने लगी ।

कोमल की इस अदा से मेरे तन बदन मे गर्मी बढ़ गयी मेरे लण्ड की नशो मे नया जोश आने लगा
फिर उसने मेरे लोवर और अंडरवियर पको खींचा और मेरा लनड़ तन कर फनफनाने लगा

मेरे रबर के डण्डे जैसे लण्ड को स्प्रिंग जैसा हिलता देख उसे हाथ मे थाम लिया कोमल ने और चमडी को निचे खीचते हुए अपनी लार की मोटी धार मेरे सुपाडे पर गिराते हुए गप्प से उसे मुह मे भर ली ।

मै कोमल की इस हरकत से अकड गया और उसके बालो को सहलाते हुए अपने गाड़ के पाटो को सख्त कर कमर उचका कर लन्द को उसके मुह मे पेल्ने लगा ।
कोमल अपने लटकती जुल्फो को बार बार कान मे खोस कर गुउऊ गुउऊ करके मेरे लण्ड को चूसे जा रही थी ।

हम दोनो मे कोई बात नही हो रही थी जबसे मै कमरे मे आया था । बस आँखो से इशारे और मुस्करा के ही हा ना मे बाते हो रही थी ।

फिर कोमल ने मुह से लण्ड निकाल कर ढेर सारा लार मेरे सुपाडे पे छोडा और उसे पुरे लण्ड पर लीपने लगी ।
मै एक मुस्कान के साथ उठ गया और कोमल को बिस्तर पर लिटा कर उसके चुचो पे झपट गया ।
उसके चुचो को मिजना शुरू करते ही वो सिस्कने लगी । हम दोनो इस बात का पुरा खयाल रखरहे थे कि आवाज बाहर ना जाये ।

इसी बीच मैने कोमल की स्कर्ट उपर करके लण्ड को उसकी नाजुक चिकनी रस छोड़ती चुत पर रगड़ना सुरु कर दिया ।

कोमल मेरे गर्म लण्ड का स्पर्श अपनी नाजुक चुत पर पाकर सनसना उथी और मेरे पीठ पर हाथ डाल कर मुझे अपने सीने से लगा लिया ।
मेरे लण्ड की रगड़न से कोमल मादक और दबी हुई सिसकियाँ लेने लगी थी ।
मै कमर उपर करके लण्ड के सुपाड़े को उसके चुत के होठो को खोल कर लगाया और सुपाड़े पर जोर दिया ।

कोमल दर्द से तडप कर मेरे पीठ को अपनी तरफ दबा के और तेज मुझसे चिपकती हुई सिसकने लगी और मैने धीरे धीरे अपना सुपाडे को उसकी रस बहाती चुत मे दबाते हुए अन्दर घुसेड़ दिया ।

मेरा सुपाडा अन्दर जाते ही मैने कोमल को ढिला किया तो वो एक गहरी सांस लेते हुए हाफने लगी और उसके चेहरे पर दर्द की लाली साफ दिख रही थी लेकिन हिम्मत बाँधे मुस्कुरा कर मेरे गालो को चूमा और आँखो से इजाजत दी की मै आगे बढू ।

फिर मै उसके होठो को चूम कर उसकी एक जांघो को अपनी कमर पर चढ़ाया । वही कोमल गहरी सांसे लेके आने वाले दर्द के लिए तैयार होने लगी ।
मै उसके गाड़ को थाम के हल्का सा जोर देके लण्ड को कोमल के आधी चुत मे चिरते हुए ले गया जिससे कोमल मेरे नीचे छटपटाने लगी और धीरे से बोली - बहुत जलन हो रहा है राज बहुत ज्यादा उफ्फ्फ
कोमल दर्द और जलन से अपने कन्धे झटक रही थी

मै उसके गालो को थपथपा कर उसके सर पर अपना होठ रख कर एक और धक्के के साथ पुरा लण्ड कोमल की चुत मे उतार दिया ।

कोमल एक लम्बी और गहरी सांस लेके अपनी चुतडो को दर्द से उठा कर पटका और खुद कमर हिलाने लगी ।

अब मैने धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू किया और चोदने लगा ।
कोमल के दर्द की तडप ने मेरे लण्ड में थोडा ढिलापन ला दिया था लेकिन वापस जब उसने कमर उच्काना शुरू किया तो मेरे लण्ड मे जोश आ आगय और मै रफ्तार बढ़ाते हुए चोद्ना शुरू कर दिया
और समय के साथ कोमल की चुत मेरे लण्ड के लिये जगह बना ली और मै अब धक्को को तेज कर दिया ।
कोमल मेरे पीठ को पकड कर अपनी जांघो को खोले मेरे तेज धक्के से अपनी चुत को कूटवाति रही और जल्द ही मै झडने को आया

कोमल - वो मुझे चाहिये राज
मै पसीने से तर उसको हस कर देखते हुए - क्या चाहिये कोमल

कोमल - वो पानी मुझे चाहिये
मै - नही आज का नही
कोमल - क्यू
मै - आज तुम्हारा पहली बार था तो हो सकता हो अन्दर का ब्लड लगा हो

कोमल मेरे चेहरे को दुलारते हुए मुस्कुरा कर ओके बोली और फिर मै कोमल से एक कपडा मांगा तो कोमल ने तकिये के नीचे से अपनी पैंटी निकाल कर दी मुझे

मै झट से कोमल की चुत से लण्ड को निकाला और उसकी दी हुई पैंटी को लण्ड के सुपाडे पर लगा कर मुठियाने लगा
मेरा लौडा सख्त हो चूका था और मै आंखे बन्द किये कोमल का नाम बूदबुदाते झडने लगा
कुछ ही देर मे मेरे माल से कोमल की पैंटी भीग गयी और उसी से मैने अपना लण्ड पोछा और फिर कोमल की चुत साफ करके बेड के पावे के पास रख दी और वापस कोमल के बगल मे आ गया ।

कोमल खुश होकर मेरे सीने से चिपक गयी ।
मै उसको अप्नी बाहो मे भर लिया
मै - कोमल मेरे ख्याल से मुझे अब अपने कमरे मे जाना चाहिए
कोमल - बक्क इतना जल्दी ,ऐसे सोने दो अच्छा लग रहा है और थैंकयू

मै मुस्करा कर - थैंकयू क्यू भई
कोमल मेरे गालो को चूम कर - इतनी केयर करने के लिए और क्या , जैसा तुमने किया वैसा थोडी ना कोई करता है ।

मै हस के - पागल कही की चलो तुम आराम करो
कोमल- मुझे सुला दो फिर जाओ ना
मै हसकर - चल चल फुररर,,मुझे क्या अपना आशिक़ समझा है कि तुझे बाबू सोना करू

कोमल मेरे सीने पर हल्के मुक्के मारती हुई - क्या यार थोडी देर के लिए बन जाओ ना मेरे बॉयफ्रेंड , बाकी टाईम तो हम दोस्त है ना

मै उसको अपने तरफ खिच कर हग करते हुए उसके माथे को चूमा और बोला - ठीक है सो जाओ
फिर उसको थपकी देके सुलाने लगा और थकी हारी कोमल कुछ ही मिनटो मे गहरी नींद मे चली गयी ।
फिर मैने उसको आराम से लिटा कर उसकी स्कर्ट को निचे किया और एक चादर उढा कर अपने कपडे सही किये कमरे से बाहर निकल गया ।

कमरे से निकल कर थोड़ी देर बाहर की ताजा हवा लेने के बाद मै अपने कमरे मे जाने को हुआ तो मुझे लगा कि सोने से पहले एक बार मुत लू नही तो भोर मे उठ कर मूतने जाना पडेगा और नीद खराब होगी
फिर मै कमरे से मोबाईल लिया और टॉर्च जला कर पीछे आगन की तरफ जाने लगा ।

जारी रहेगी
आज का अपडेट कैसा लगा पढ कर अपना रेवियू जरुर दे
धन्यवाद
Kaamuk update dost
 

Yamraaj

Put your Attitude on my Dick......
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रात मे सारे लोग अपने तय कमरे मे सोने के लिए चले गये ।
मै कमरे मे पहुचा ही था कि मेरे मोबाईल पर एक sms बिप हुआ , मोबाईल देखा तो उम्मीद के हिसाब से कोमल का ही था

कोमल - सोना मत अभी मै आ रही हू
मै उसको ओके लिख के भेज दिया और आने वाले पल को लेके लण्ड को दुलारते हुए कल्पनाओ मे खो गया

थोडी ही देर मे मौसी ने मेन गेट बंद किया और बाहर की लाईट बुझाते हुए मेरे कमरे के पास आई और बोली - बेटा लाईट बुझा दू बाहर की कोई दिक्कत तो नही है ना

मै - नही मौसी कोई दिक्कत नही है ।
फिर विमला ने लाईट बुझा कर अपने कमरे की तरफ गयी और अपने कमरे के बाहर लगी लाईट को बुझा कर कमरे का दरवाजा बन्द कर दिया

मैने झट से मोबाईल उठाया कोमल को मैसेज किया

मै - मै आऊ तुम्हारे पास या तू आओगी
कोमल - तू ही आजाओ मेरे हीरो हिहिही

मै झट से बिस्तर से उठा और दबे पाव कोमल के कमरे के पास गया जो मनोज के कमरे के तुरंत बगल मे ही था ।
मै दरवाजा खोला और चुप चाप कमरे मे जाकर अन्दर से दरवाजा बन्द कर दिया ।

कमरे मे लाईट जल रही थी और कोमल मेरी तरफ देखते हुए करवट लेके लेटी हुई थी ।
मै उसके पास गया और लेट गया उसकी तरफ करवट लेके
और अब हम दोनो आमने सामने एक दुसरे की आँखो में आंखे डालकर मुस्कुरा रहे थे ।

फिर पहले कोमल ने मेरा चेहरा थामा और मेरे होठो को चूम लिया और खस्क कर मेरे और करीब आ गयी ।
कोमल के बदन से एक भिनी सी खुस्बु आ रही थी मै उसके कमर मे हाथ डाल कर अपने से चिपका कर उसके होठो को चूसने ल्गा । जिससे कोमल जोश मे आकर अपना एक पैर मेरे कमर पर फेक के अपनी चुत को मेरे लोवर मे खडे लण्ड से सटाते हुए मेरे गले मे हाथ डाल कर चिपक गयी ।
मैने भी कोमल के उसी पैर को स्कर्ट के अन्दर हाथ डाल कर सहलाते हुए उसके चुतडो तक ले गया तो पाया की कोमल ने अन्दर कुछ नही पहना है ।

कोमल की मुलायम नंगी गाड़ मेरे हाथ मे आते ही मेरे अन्दर जोश का एक सैलाब सा उठा और मै उसके गाड़ को अपने लण्ड पर दबाते हुए अपनी कमर की और आगे किया ।
जिस्से कोमल छटपटाने लगी ।
मै कोमल को खीच कर अपने उपर किया और खुद पीठ के बल लेट गया और अब कोमल मेरे गाल गरदन सीने पर चूमने लगी । मै उसकी गाड़ को पकड कर उसके पाटो को फैलाने लगा ।
जल्द ही जोशिली कोमल ने अपना टीशर्ट निकाल कर फेक दिया जिससे बिना ब्रा के उसके 32 के चुचे हवा मे झूल गये ।

मै कोमल के झुलते गोरे मुलायम गुलाबी निप्प्ल वाले चुचे को देख कर उत्तेजित हो गया और कोमल की पीठ को थाम कर उसे अपने उपर किया फिर उसकी एक चुची को पकड कर मुह मे भर लिया ।

उफ्फ़ क्या मुलायम और मीठी सी निप्प्ल थी उसकी
मेरे मे निप्प्ल जाते ही कोमल आंखे बंद किये तेज सांसे लेते हुए मेरे उपर लोटने लगी अपनी चुत को मेरे लण्ड पर घिस्ना शुरू कर दिया ।

मै बारी बारी से दोनो चुचियो को मसल मसल कर चुस्ते हुए लाल कर दिया और कोमल को एक जोरदार किस्स करते हुए उसे अपने लण्ड की तरफ जाने का इशारा किया

कोमल के कातिल मुस्कान के साथ निचे मेरे जांघो के बिच मे गयी और लोवर मे तने लण्ड को सुन्घा और नशिलि आखो से मेरे तरफ देख्ते हुए लोवर के उपर से अपनी जीभ को मेरे लनड के उपर घुमाने लगी ।

कोमल की इस अदा से मेरे तन बदन मे गर्मी बढ़ गयी मेरे लण्ड की नशो मे नया जोश आने लगा
फिर उसने मेरे लोवर और अंडरवियर पको खींचा और मेरा लनड़ तन कर फनफनाने लगा

मेरे रबर के डण्डे जैसे लण्ड को स्प्रिंग जैसा हिलता देख उसे हाथ मे थाम लिया कोमल ने और चमडी को निचे खीचते हुए अपनी लार की मोटी धार मेरे सुपाडे पर गिराते हुए गप्प से उसे मुह मे भर ली ।

मै कोमल की इस हरकत से अकड गया और उसके बालो को सहलाते हुए अपने गाड़ के पाटो को सख्त कर कमर उचका कर लन्द को उसके मुह मे पेल्ने लगा ।
कोमल अपने लटकती जुल्फो को बार बार कान मे खोस कर गुउऊ गुउऊ करके मेरे लण्ड को चूसे जा रही थी ।

हम दोनो मे कोई बात नही हो रही थी जबसे मै कमरे मे आया था । बस आँखो से इशारे और मुस्करा के ही हा ना मे बाते हो रही थी ।

फिर कोमल ने मुह से लण्ड निकाल कर ढेर सारा लार मेरे सुपाडे पे छोडा और उसे पुरे लण्ड पर लीपने लगी ।
मै एक मुस्कान के साथ उठ गया और कोमल को बिस्तर पर लिटा कर उसके चुचो पे झपट गया ।
उसके चुचो को मिजना शुरू करते ही वो सिस्कने लगी । हम दोनो इस बात का पुरा खयाल रखरहे थे कि आवाज बाहर ना जाये ।

इसी बीच मैने कोमल की स्कर्ट उपर करके लण्ड को उसकी नाजुक चिकनी रस छोड़ती चुत पर रगड़ना सुरु कर दिया ।

कोमल मेरे गर्म लण्ड का स्पर्श अपनी नाजुक चुत पर पाकर सनसना उथी और मेरे पीठ पर हाथ डाल कर मुझे अपने सीने से लगा लिया ।
मेरे लण्ड की रगड़न से कोमल मादक और दबी हुई सिसकियाँ लेने लगी थी ।
मै कमर उपर करके लण्ड के सुपाड़े को उसके चुत के होठो को खोल कर लगाया और सुपाड़े पर जोर दिया ।

कोमल दर्द से तडप कर मेरे पीठ को अपनी तरफ दबा के और तेज मुझसे चिपकती हुई सिसकने लगी और मैने धीरे धीरे अपना सुपाडे को उसकी रस बहाती चुत मे दबाते हुए अन्दर घुसेड़ दिया ।

मेरा सुपाडा अन्दर जाते ही मैने कोमल को ढिला किया तो वो एक गहरी सांस लेते हुए हाफने लगी और उसके चेहरे पर दर्द की लाली साफ दिख रही थी लेकिन हिम्मत बाँधे मुस्कुरा कर मेरे गालो को चूमा और आँखो से इजाजत दी की मै आगे बढू ।

फिर मै उसके होठो को चूम कर उसकी एक जांघो को अपनी कमर पर चढ़ाया । वही कोमल गहरी सांसे लेके आने वाले दर्द के लिए तैयार होने लगी ।
मै उसके गाड़ को थाम के हल्का सा जोर देके लण्ड को कोमल के आधी चुत मे चिरते हुए ले गया जिससे कोमल मेरे नीचे छटपटाने लगी और धीरे से बोली - बहुत जलन हो रहा है राज बहुत ज्यादा उफ्फ्फ
कोमल दर्द और जलन से अपने कन्धे झटक रही थी

मै उसके गालो को थपथपा कर उसके सर पर अपना होठ रख कर एक और धक्के के साथ पुरा लण्ड कोमल की चुत मे उतार दिया ।

कोमल एक लम्बी और गहरी सांस लेके अपनी चुतडो को दर्द से उठा कर पटका और खुद कमर हिलाने लगी ।

अब मैने धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू किया और चोदने लगा ।
कोमल के दर्द की तडप ने मेरे लण्ड में थोडा ढिलापन ला दिया था लेकिन वापस जब उसने कमर उच्काना शुरू किया तो मेरे लण्ड मे जोश आ आगय और मै रफ्तार बढ़ाते हुए चोद्ना शुरू कर दिया
और समय के साथ कोमल की चुत मेरे लण्ड के लिये जगह बना ली और मै अब धक्को को तेज कर दिया ।
कोमल मेरे पीठ को पकड कर अपनी जांघो को खोले मेरे तेज धक्के से अपनी चुत को कूटवाति रही और जल्द ही मै झडने को आया

कोमल - वो मुझे चाहिये राज
मै पसीने से तर उसको हस कर देखते हुए - क्या चाहिये कोमल

कोमल - वो पानी मुझे चाहिये
मै - नही आज का नही
कोमल - क्यू
मै - आज तुम्हारा पहली बार था तो हो सकता हो अन्दर का ब्लड लगा हो

कोमल मेरे चेहरे को दुलारते हुए मुस्कुरा कर ओके बोली और फिर मै कोमल से एक कपडा मांगा तो कोमल ने तकिये के नीचे से अपनी पैंटी निकाल कर दी मुझे

मै झट से कोमल की चुत से लण्ड को निकाला और उसकी दी हुई पैंटी को लण्ड के सुपाडे पर लगा कर मुठियाने लगा
मेरा लौडा सख्त हो चूका था और मै आंखे बन्द किये कोमल का नाम बूदबुदाते झडने लगा
कुछ ही देर मे मेरे माल से कोमल की पैंटी भीग गयी और उसी से मैने अपना लण्ड पोछा और फिर कोमल की चुत साफ करके बेड के पावे के पास रख दी और वापस कोमल के बगल मे आ गया ।

कोमल खुश होकर मेरे सीने से चिपक गयी ।
मै उसको अप्नी बाहो मे भर लिया
मै - कोमल मेरे ख्याल से मुझे अब अपने कमरे मे जाना चाहिए
कोमल - बक्क इतना जल्दी ,ऐसे सोने दो अच्छा लग रहा है और थैंकयू

मै मुस्करा कर - थैंकयू क्यू भई
कोमल मेरे गालो को चूम कर - इतनी केयर करने के लिए और क्या , जैसा तुमने किया वैसा थोडी ना कोई करता है ।

मै हस के - पागल कही की चलो तुम आराम करो
कोमल- मुझे सुला दो फिर जाओ ना
मै हसकर - चल चल फुररर,,मुझे क्या अपना आशिक़ समझा है कि तुझे बाबू सोना करू

कोमल मेरे सीने पर हल्के मुक्के मारती हुई - क्या यार थोडी देर के लिए बन जाओ ना मेरे बॉयफ्रेंड , बाकी टाईम तो हम दोस्त है ना

मै उसको अपने तरफ खिच कर हग करते हुए उसके माथे को चूमा और बोला - ठीक है सो जाओ
फिर उसको थपकी देके सुलाने लगा और थकी हारी कोमल कुछ ही मिनटो मे गहरी नींद मे चली गयी ।
फिर मैने उसको आराम से लिटा कर उसकी स्कर्ट को निचे किया और एक चादर उढा कर अपने कपडे सही किये कमरे से बाहर निकल गया ।

कमरे से निकल कर थोड़ी देर बाहर की ताजा हवा लेने के बाद मै अपने कमरे मे जाने को हुआ तो मुझे लगा कि सोने से पहले एक बार मुत लू नही तो भोर मे उठ कर मूतने जाना पडेगा और नीद खराब होगी
फिर मै कमरे से मोबाईल लिया और टॉर्च जला कर पीछे आगन की तरफ जाने लगा ।

जारी रहेगी
आज का अपडेट कैसा लगा पढ कर अपना रेवियू जरुर दे
धन्यवाद
Nice update waiting for your next update..... Asha karta hu aaj raat ko 8 baje milega....
 
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