• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
6,259
17,596
174
सभी बड़े बुजुर्गो एवं बाल गोपापाठकों को होली की हार्दिक शुकानाएं
********
अपने लाड़ले भतिजे अमन की शादी होने की खुशी मे आपकी अपनी संगीता बुआ के तरफ से सप्रेम भेंट
👇👇👇👇👇👇


IMG-20240324-150743
 
Last edited:

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
6,259
17,596
174
Update 34

अब तक

बुआ - चलिये देख्ते है ,,, मेरी जवानी के आगे अच्छे अच्छे पानी भरे है तो एक बार भईया भी सही
मा - एक बार ले के देखो अपने भैया का ,, जिजा जी को भी भूल जाओगी हीहीहि
इधर मै उन लोगो की बाते और रात मे छत पर होने वाले रोमांच से बहुत उत्तेजित होने लगा था और मेरा लण्ड फिर से खड़ा होने लगा

अब आगे
बुआ की नजर मेरे खड़े हुए लण्ड पर गयी तो बोली

बुआ - अरे भाभी लगता है कि अभी भी राज को आराम नही मिला है
मा ने घूम कर मुझे देखा और फिर मेरे खड़े लण्ड पर घुमाई
मा - आईये दीदी एक बार आप ही कोसिस कर लिजीये हीहीहि

बुआ - नही भाभी मुझसे रहा नही जायेगा अगर मैने राज का लण्ड छू लिया तो बिना चुत मे लिये मै रह नही पाऊंगी
मा - तो चुत मे ही लेलो ना दीदी वो तो आपका भी बेटा है ना ,,,,
बुआ - सच भाभी तो क्या मै
मा - हा दीदी मै समझ रही हू कैसे आपने 4 दिनो से खुद को रोका हुआ है मै भी एक औरत हू
मा की बाते सुन कर मै और ज्यादा उत्तेजित हो रहा था ,,,कि मेरी मा मेरे लिये खुद चुत लेके आ रही है
बुआ उठी और मेरे दुसरे साइड बैठ गई
बुआ - भाभी आप भी आओ ना मिल कर करते है
मा - नही दिदी आप करिये मै देखूँगी वहा बैठ कर ,, कही कोई आ गया अचानक से तो

बुआ - ठीक है भाभी
फिर मा उठ कर स्टूल पर बैठ गई और बुआ ने मेरे लण्ड को मुथ्थी मे कस लिया
मै गरदन उपर करके देखा तो बुआ मेरे बगल मे बैठि मेरे लण्ड को पकडे सहला रही थी।
मै - बुआ जल्दी करो ना
बुआ मुस्कुराने लगी और झुक कर मेरे तरफ देखते हूए मुह मे लण्ड भर लिया

एक बार फिर मै आनन्द के सागर मे डूब गया ,,, बुआ भी मा के जैसे भर भर लण्ड को गले तक लेने लगी कारिब दो मिंट बाद बुआ उठी और बिस्तर पर चढ़ गई और घाघरे को उठा लिया ,,,अंदर बुआ ने कुछ नही पहना था और झुक कर मेरे लण्ड को अपनी चुत के होटों मे सेट करने लगी , जैसे ही मेरा सुपाड़ा बुआ की चुत के छेद पर सेट हुआ तो बुआ घ्प्प से मेरे खड़े लण्ड पर बैठ गयी और कूदने लगी

बुआ - आह्हह भाभी कित्ना गर्म लण्ड है राज का
मा - लेलो मज़ा ननद रानी ,, मायके का लण्ड नसिब वालो को ही मिलता है
बुआ - हा भाभी आह्हह आह्हह बहुत मज़ा आ रहा है आह्हह
बुआ तेज़ी से घ्प्प घ्प्प करके मेरे लण्ड पर उपर निचे हो रही थी ,जिससे बिना ब्रा के उनकी चुचिया टीशर्ट मे बहुत उछल रही थी ।
मा - अरे अब तो दर्शन करा दो अपने भतीजे को उसके मनपसंद चुचो के हीहीहि

बुआ - हा भाभी क्यू नही ,,,अह्ह्जहहह उम्म्ंम्ं क्यू लल्ल्ल्लाआअह्ह्ह देखेगा मेरे चुचो को

मै - हा बुआ मै तो कबसे चूसना चाहता हूँ आपके चुचे
फिर बुआ ने अपने टीशर्ट निकाल दिया जिससे उनके 42 साइज़ के मोटे चुचे हवा मे उछ्ल्ने लगे । फीर बुआ मे दोनो हाथों मे अपने चुचो को पकड़ा और वापस से मेरे लण्ड पर कूदने लगी ।
मुझसे बुआ की झुल्ती चुचिया देखी नही गई और मै बार बार हाथ उपर कर उनके चुचो को पकड़ने की कोसिस करने ल्गा लेकिन बुआ लगातर मेरे लण्ड पर उछले जा रही थी जिससे मेरे हाथ उनकी चुचे तक नही जा पा रहे थे ।
जब बुआ ने देखा की मै उनकी चुचे के लिए तडप रहा हू तो वो खुद अपने हाथो के बल मेरे उपर झुक गई और मैने लपक कर बुआ के चूचे पकड लिया और मुह मे भर कर चूसने ल्गा

बुआ - आह्ह्ह्ह लल्ला आराम से चुस अह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं
मै भाग थोडी रही हू
मा - रहम मत करना राज थोड़ा भी ,,, आज दिखा दे अपने लण्ड का जलवा ,,,, फाड देना अपनी बुआ की चुत को
मै - हा मा ,,, अभी देखो क्या कर रहा हू ,,,आप तैयार हो ना बुआ चुद्ने के लिए
बुआ - हा बेटा अब चोद दे जल्दी से ,,,, अह्ह्ह्ह उम्म्ंम बहुत जोर से चुस्ता है रे तू ,,, लाल कर दी तुने
मा - अभी इसके पापा भी चुसेगे आपको मेरी शिला रानी ,,,वो तो इससे भी तेज मरोडते है निप्प्ल को ,,,
बुआ - अह्ह्ह्ह उम्म्ंम खा जा बेटा और चुस ,ये ले हाआ अह्ह्ज्ज उम्मममंं अह्ह्ह्ह्ह

अब मैने अपनी पोजिसन बदली और बुआ को थोडा आगे कर उनको घुटनो के बल अपनी तरफ झुका लिया और अपने जांघो को खोल के बुआ के चुतडो को पकड़ा और निचे से चोद्ना शुरू कर दिया ।
बुआ - अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह मज़ा आ गया मेरे लाल अह्ह्ज्ज उन्मममंं हा बेटा चोद और तेज और तेज अह्ह्ह्ह्ह औह्ह्ह उम्म्ंम्म्ं और तेज आह्हह आह्हह
रुकना मत बेटा बस फाड मेरी चुत को
मै बीना कुछ बोले बुआ की चूची को मुह मे भरे उनकी मोटी गान्द को फैलाये निचे से कमर उठा कर घपाघप चोदे जा रहा था औ थप थप थप थप के साथ बुआ की सिसकियाँ की आवाजो से कमरा भर गया ।

करीब 5 मिंट तक ऐसे ही लगातार चोद्ने के बाद बुआ मेरे उपर अकड़ने लगी ,,, और तेज़ी मेरे लण्ड पर झडने लगी और उनकी चुत का पानी मेरे आड़ो से होकर बेडशिट पर गिरने लगा । बुआ के झडने से फच्च फच्च की आवाजे आने लगी क्योकि मै अभी झड़ा नही था और लागातार उसी पोजिसन मे चोदे जा रहा था

बुआ - अह्ह्ह्ह बेटा रुक जा मै झड़ गयी हू थोदा सा रुक जा ना
मा - क्या हुआ दीदी अभी तो राज ने शुरु बस किया था ,,,लगता है 4 दिन बाद लण्ड मिलने से जल्दी झड़ गई ।

अब मा को क्या पता कि बुआ क्यू थक गई थी ,,, अभी तो बुआ 2 बार चाचा से चुदी फिर मुझसे तो कहा से ताकत बचती ।

मै - मा आप आजाओ ना मेरा ब्स निकलने वाला है
मा - बेटा मै अभी नही आ सकती कोई आ जायेगा ऐसा कर तू खड़ा हो कर हिला ले मै चुस कर साफ कर दूँगी ।

फिर मै जल्दी से बिस्तर से उतर कर खड़ा हुआ और तब तक मा मेरे कदमो मे लण्ड के निचे आ गयी और मैने भी उनके चेहरे के उपर लण्ड हिलाने लगा

मा - जल्दी आओ दीदी अपनी मेहनत का फल तो लेलो

बुआ भी झटके मे उठी और मा के बगल मे मेरे लण्ड के निचे आ गई।

मै लण्ड हिलाते हुए - अह्ह्ह्ज्ज माआआ आह्ह्ह्ह निकलने वाला है
तभी मा और बुआ ने अपने गाल आपसे मे सटा लिये और जीभ को बाहर निकाल लिया माल लेने के लिए, मै भी आगे बढ़ कर लण्ड को उनकी जीभ पर रख कर हिलाने ल्गा और कुछ झटको मे मै दोनो के जीभ पर झडने ल्गा ,,, जब मेरा लण्ड झटका देना बन्द कर दिया तब बुआ और मा अपनी जीभ अंदर कर माल पी गयी और बुआ ने लपक कर मेर लण्ड मुह मे लेकर बचा कुचा माल भी साफ कर दी ।
फिर वो दोनो उठी और मा दुकान मे चली गयी ,, 10 मिंट बाद मै और बुआ भी अपने कपडे ठीक कर बाहर आये ।

मा - क्यू दिदी अब तो खुश हो ना आप ,,, और तू राज तू भी सिख गया ना
मै - हा मा थैंक यू
बुआ - थैंक्स भाभी आप बहुत अच्छी है मेरा कितना ख्याल रखती है ।

मा - अरे दीदी अब घर के लोग नही ख्याल रखेंगे तो कौन रखेगा ।

मा - वैसे मज़ा आया ना
मै - हा मा बहुत ज्यादा
बुआ - बेटा चुदाई का मज़ा होता ही अलग है हिहिहिही

ऐसे ही हम लोगो मे बाते हुई शाम को मा ने मुझे करीम के यहा से कपडे लेने को भेज दिया ,, मै भी वो कपडे लेते आया । शाम को 5 बजे ही पापा भी एक बैग मे मिठाई और कुछ सामान लेके आ गये ।
उस समय मा उपर थी और मै दुकान मे बैठा था,,, और बुआ बहुत थकी थी तो पापा के कमरे मे कुलर चला के सो गयी थी ।

मै - अरे पापा आज इतना जल्दी
पापा - हा बेटा वो कल के लिए मिठाई है और तेरी दोनो बुआ के लिए तोहफा भी है ,,, बाकि लोग कहा है

मै - मा और दीदी उपर है , अनुज बाहर खेलने गया है और बुआ अन्दर सोयी है ,

बुआ के बारे मे सुन्ते ही पापा के चेहरे खिल उठे ।
पापा - ये सामान रख दे मै जरा दिदी से मिल लू
मै समझ गया पापा बुआ को नये ड्रेस मे सोया हुआ पाकर मस्ती जरुर करेंगे ,,,
इसी लिये पापा के अन्दर जाते ही मै भी खिडकी के पास गया और पर्दे के कोने से देखने ल्गा ।
अन्दर बुआ बिंदास सोयी हुई थी । उनकी जान्घे फ़ोल्ड थी जिससे बुआ का घाघरा घुटनो तक उठा था अगर कोई झुक कर देखता तो उसको बुआ की चुत दिख जाती । बुआ की चूचिया बिना ब्रा के वजह से टीशर्ट मे दोनो तरफ फैली हुई थी और उनका नाभि दिख रहा था ।

और बुआ को देख के पापा चढ़ढे के उपर से लण्ड सहलाने लगे थे
मै पापा के आगे बढने के इंतज़ार मे था ,, और पापा आगे बढ़े और झुक कर जमीन पर बैठ और बुआ के स्कर्ट मे झाका ,,,, और उनको बुआ की चुत साफ नजर आने लगी ।

पापा के चेहरे के भाव से साफ पता चल रहा था की वो कितने खुश है ।
फिर पापा उठे और बुआ के पैर को चुमा और बाहर आने लगे मै जल्दी से अपनी जगह पर आकर पापा का लाया झोला देखने ल्गा कि क्या क्या सामान है ,,, इतने मे अनुज आया बाहर से और मुझे झोले से मिठाई निकालते देख चिल्लाता हुआ मेरे पास आ गया
अनुज - भैया मुझे भी चाहिये ,,क्या क्या लाये हो पापा ,,,
पापा - अरे बेटा सब तुम्ही लोगो के लिए है आराम से खाओ
अनुज तेज आवाज मे खुसी से बोला - अरे वाआअह मेरे लिए गिफ्ट ,,,थैंक्स पापा

पापा - नही बेटा वो तेरा नही है तेरी बुआ के लिए है

तभी बुआ कमरे से बाहर आती हुई - मेरे लिये क्या भैया
शायद अनुज के शोर गुल से जग गयी होगी

बुआ की आवाज सुनते ही सबकी नजर बुआ पर गयी ,,,,
फिर पापा ने वो गिफ्ट उठा कर बुआ को दे दिया
पापा - हा आपके लिये दीदी ये लिजीये ,,, और अनुज बेटा ये सारा सामान छत पर लेके चले जाओ ।

बुआ - इसकी क्या जरुरत थी भैया ,, वैसे इसमे है क्या
पापा - खुद खोल के देख लिजीये
बुआ जल्दी जल्दी खोलने लगी

पापा - अरे यहा नही कमरे में चलिये
फिर वो दोनो कमरे मे चले और थोडी देर बाद बुआ की आवाज आई । मै वही दुकान मे बैठा रहा

बुआ - भईया ये क्या है
पापा - क्यू पसंद नही आया क्या मेरा गिफ्ट
बुआ - धत्त अपनी बहन को कोई ये सब देता है
मै सोचने ल्गा कि ऐसा क्या दे दिया पापा ने
पापा - परसो आपके पास थे नही तो सोचा क्यू ना मै खुद एक अपनी पसन्द का लेलू और नाप था मेरे पास तो कोई दिक्कत नही हुई ।

बुआ - हा लेकिन क्या फायदा आप देख ही नही पाओगे हीहीहि
पापा - आप चाहोगे तो वो भी हो सकता है।
बुआ - कैसे
पापा - यही पर ट्राई कर लो और दिखा दो
बुआ - धत्त आपके सामने
पापा - हा तो मुझे ही तो देखना है ना
बुआ - ऐसे कैसे,, राज बाहर है और मैने अन्दर कुछ पहना भी नही है
पापा - राज नही अयेगा दीदी और वैसे भी इसको पहनने के लिए आप जो पहनी होती उसे भी निकालन पड़ता ना

मै सारी बाते सुने जा रहा था मेरे ख्याल मे लग रहा था कि पापा बुआ के लिए कोई अंडरगार्मेंट्स लाये थे ।
बुआ - भईया कल पहन लुंगी ना ,,, वैसे भी अभी शाम हो गयी है ।

पापा - अच्छा ठीक है लेकिन दिखाना पडेगा
बुआ - हिहिहिही ठीक है बाबा दिखा दूँगी अब खुश
पापा - हम्म्म ठीक
पापा - वैसे सच मे आपने कुच नही पहना
बुआ - क्यू अब क्या बिना कपड़ो के देखना है क्या हिहिहिही
पापा - कहा ऐसी किस्मत दीदी जो आपको
बुआ - धत्त भईया आप भी ना , चलो मै जा रही हू छत पर कुछ काम कर लू भाभी को भी कल के लिए पैकिंग करनी है ना

पापा - ठीक है दीदी चलो मै भी छत पर टहलने जा रहा हू ।
फिर पापा और बुआ बात करते हुए निकले और दोनो छत पर चले गये ।
इसी बीच मुझे चंदू का फोन आया और मै उससे बात करने लगा ।

फोन पर
मै - अबे साले कहा था तू ,,,
चंदू - यार मै मामा के यहा आया हू
मै - तो भोस्डी के बता के नही जा सकता था
चंदू - सॉरी यार वो अचानक से प्लान बन गया मामा का पैर की एड़ी मे फैकचर हुआ था बहुत पहले ही वो फिर से उभर गया ,, और बता मैने जो बोला था वो ट्राई किया की नही ,,,
मै - क्या बोला था क्लियर बोल न
चंदू - अबे वो जो स्टोरी दी थी और बोला था कि फॉलो करना वैसे ,,,
मै - मै कैसे मान लू कि सही बोल रहा था तू ,,, वीडियो भेजने वाला था ना ,,,,साले एक नम्बर का झुठा है
चंदू - अरे भाई मैने तो भेजा था उसी दिन ,, उसमे मेरी बहन के साथ वाला ही था ,,,

मै - अबे साले आया होता तो मै देखता नही ,,, फिर से भेज अब
चंदू - रुक अभी भेज रहा हू
मै - ठीक है वैसे वहा भी तेरी मौज ही होगी
चंदू - साले घन्टा मौज जबसे आया हूँ मा मुझे छूने नही देती हैं और हमेशा मामा की सेवा मे लगी रहती हैं,,, और तो और दिन मे रोज उसी से चुदवा लेती हैं सालि रन्डी

मै - लेकिन तेरे मामा के पैर मे फैकचर है ना
चंदू - अबे पैर मे है उसके लौडे मे थोडी है ,, सालि मुझे बोलती है कि यहा किसी को हमारे बारे मे पता ना चले और खुद उछल उछल के लण्ड लेती हैं ।

मै - और मामी नही है क्या
चंदू - भाई मामी पेट से है 7वा महिना हो गया है ना
मै - फिर उसकी कोई बेटी को फसा ले
चंदू - हा यही करना पडेगा तभी मै मामा से बदला ले पाऊन्गा ,,, बहन्चोद ने मेरी मा को दूर किया मुझसे

मै चंदू के जज्बाती बातो से बहुत हस रहा था और फिर थोडी देर बाद मैने उसको विदियो भेजने का बोल कर कॉल कट कर दिया ।


रात मे 8 बजे तक मै भी दुकान बंद करके उपर गया और मोबाइल दिदी को देके बोला चार्ज मे लगा दो ,,, फिर हम लोग खाना खाने बैठ गए ।


देखते है आने वाली रात क्या नया रोमांच लेकर आती है । आप सभी की प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा ।
 

Sanju@

Well-Known Member
4,206
17,217
143
Update 34

अब तक

बुआ - चलिये देख्ते है ,,, मेरी जवानी के आगे अच्छे अच्छे पानी भरे है तो एक बार भईया भी सही
मा - एक बार ले के देखो अपने भैया का ,, जिजा जी को भी भूल जाओगी हीहीहि
इधर मै उन लोगो की बाते और रात मे छत पर होने वाले रोमांच से बहुत उत्तेजित होने लगा था और मेरा लण्ड फिर से खड़ा होने लगा

अब आगे
बुआ की नजर मेरे खड़े हुए लण्ड पर गयी तो बोली

बुआ - अरे भाभी लगता है कि अभी भी राज को आराम नही मिला है
मा ने घूम कर मुझे देखा और फिर मेरे खड़े लण्ड पर घुमाई
मा - आईये दीदी एक बार आप ही कोसिस कर लिजीये हीहीहि

बुआ - नही भाभी मुझसे रहा नही जायेगा अगर मैने राज का लण्ड छू लिया तो बिना चुत मे लिये मै रह नही पाऊंगी
मा - तो चुत मे ही लेलो ना दीदी वो तो आपका भी बेटा है ना ,,,,
बुआ - सच भाभी तो क्या मै
मा - हा दीदी मै समझ रही हू कैसे आपने 4 दिनो से खुद को रोका हुआ है मै भी एक औरत हू
मा की बाते सुन कर मै और ज्यादा उत्तेजित हो रहा था ,,,कि मेरी मा मेरे लिये खुद चुत लेके आ रही है
बुआ उठी और मेरे दुसरे साइड बैठ गई
बुआ - भाभी आप भी आओ ना मिल कर करते है
मा - नही दिदी आप करिये मै देखूँगी वहा बैठ कर ,, कही कोई आ गया अचानक से तो

बुआ - ठीक है भाभी
फिर मा उठ कर स्टूल पर बैठ गई और बुआ ने मेरे लण्ड को मुथ्थी मे कस लिया
मै गरदन उपर करके देखा तो बुआ मेरे बगल मे बैठि मेरे लण्ड को पकडे सहला रही थी।
मै - बुआ जल्दी करो ना
बुआ मुस्कुराने लगी और झुक कर मेरे तरफ देखते हूए मुह मे लण्ड भर लिया

एक बार फिर मै आनन्द के सागर मे डूब गया ,,, बुआ भी मा के जैसे भर भर लण्ड को गले तक लेने लगी कारिब दो मिंट बाद बुआ उठी और बिस्तर पर चढ़ गई और घाघरे को उठा लिया ,,,अंदर बुआ ने कुछ नही पहना था और झुक कर मेरे लण्ड को अपनी चुत के होटों मे सेट करने लगी , जैसे ही मेरा सुपाड़ा बुआ की चुत के छेद पर सेट हुआ तो बुआ घ्प्प से मेरे खड़े लण्ड पर बैठ गयी और कूदने लगी

बुआ - आह्हह भाभी कित्ना गर्म लण्ड है राज का
मा - लेलो मज़ा ननद रानी ,, मायके का लण्ड नसिब वालो को ही मिलता है
बुआ - हा भाभी आह्हह आह्हह बहुत मज़ा आ रहा है आह्हह
बुआ तेज़ी से घ्प्प घ्प्प करके मेरे लण्ड पर उपर निचे हो रही थी ,जिससे बिना ब्रा के उनकी चुचिया टीशर्ट मे बहुत उछल रही थी ।
मा - अरे अब तो दर्शन करा दो अपने भतीजे को उसके मनपसंद चुचो के हीहीहि

बुआ - हा भाभी क्यू नही ,,,अह्ह्जहहह उम्म्ंम्ं क्यू लल्ल्ल्लाआअह्ह्ह देखेगा मेरे चुचो को

मै - हा बुआ मै तो कबसे चूसना चाहता हूँ आपके चुचे
फिर बुआ ने अपने टीशर्ट निकाल दिया जिससे उनके 42 साइज़ के मोटे चुचे हवा मे उछ्ल्ने लगे । फीर बुआ मे दोनो हाथों मे अपने चुचो को पकड़ा और वापस से मेरे लण्ड पर कूदने लगी ।
मुझसे बुआ की झुल्ती चुचिया देखी नही गई और मै बार बार हाथ उपर कर उनके चुचो को पकड़ने की कोसिस करने ल्गा लेकिन बुआ लगातर मेरे लण्ड पर उछले जा रही थी जिससे मेरे हाथ उनकी चुचे तक नही जा पा रहे थे ।
जब बुआ ने देखा की मै उनकी चुचे के लिए तडप रहा हू तो वो खुद अपने हाथो के बल मेरे उपर झुक गई और मैने लपक कर बुआ के चूचे पकड लिया और मुह मे भर कर चूसने ल्गा

बुआ - आह्ह्ह्ह लल्ला आराम से चुस अह्ह्ह्ह उम्म्ंम्ं
मै भाग थोडी रही हू
मा - रहम मत करना राज थोड़ा भी ,,, आज दिखा दे अपने लण्ड का जलवा ,,,, फाड देना अपनी बुआ की चुत को
मै - हा मा ,,, अभी देखो क्या कर रहा हू ,,,आप तैयार हो ना बुआ चुद्ने के लिए
बुआ - हा बेटा अब चोद दे जल्दी से ,,,, अह्ह्ह्ह उम्म्ंम बहुत जोर से चुस्ता है रे तू ,,, लाल कर दी तुने
मा - अभी इसके पापा भी चुसेगे आपको मेरी शिला रानी ,,,वो तो इससे भी तेज मरोडते है निप्प्ल को ,,,
बुआ - अह्ह्ह्ह उम्म्ंम खा जा बेटा और चुस ,ये ले हाआ अह्ह्ज्ज उम्मममंं अह्ह्ह्ह्ह

अब मैने अपनी पोजिसन बदली और बुआ को थोडा आगे कर उनको घुटनो के बल अपनी तरफ झुका लिया और अपने जांघो को खोल के बुआ के चुतडो को पकड़ा और निचे से चोद्ना शुरू कर दिया ।
बुआ - अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह मज़ा आ गया मेरे लाल अह्ह्ज्ज उन्मममंं हा बेटा चोद और तेज और तेज अह्ह्ह्ह्ह औह्ह्ह उम्म्ंम्म्ं और तेज आह्हह आह्हह
रुकना मत बेटा बस फाड मेरी चुत को
मै बीना कुछ बोले बुआ की चूची को मुह मे भरे उनकी मोटी गान्द को फैलाये निचे से कमर उठा कर घपाघप चोदे जा रहा था औ थप थप थप थप के साथ बुआ की सिसकियाँ की आवाजो से कमरा भर गया ।

करीब 5 मिंट तक ऐसे ही लगातार चोद्ने के बाद बुआ मेरे उपर अकड़ने लगी ,,, और तेज़ी मेरे लण्ड पर झडने लगी और उनकी चुत का पानी मेरे आड़ो से होकर बेडशिट पर गिरने लगा । बुआ के झडने से फच्च फच्च की आवाजे आने लगी क्योकि मै अभी झड़ा नही था और लागातार उसी पोजिसन मे चोदे जा रहा था

बुआ - अह्ह्ह्ह बेटा रुक जा मै झड़ गयी हू थोदा सा रुक जा ना
मा - क्या हुआ दीदी अभी तो राज ने शुरु बस किया था ,,,लगता है 4 दिन बाद लण्ड मिलने से जल्दी झड़ गई ।

अब मा को क्या पता कि बुआ क्यू थक गई थी ,,, अभी तो बुआ 2 बार चाचा से चुदी फिर मुझसे तो कहा से ताकत बचती ।

मै - मा आप आजाओ ना मेरा ब्स निकलने वाला है
मा - बेटा मै अभी नही आ सकती कोई आ जायेगा ऐसा कर तू खड़ा हो कर हिला ले मै चुस कर साफ कर दूँगी ।

फिर मै जल्दी से बिस्तर से उतर कर खड़ा हुआ और तब तक मा मेरे कदमो मे लण्ड के निचे आ गयी और मैने भी उनके चेहरे के उपर लण्ड हिलाने लगा

मा - जल्दी आओ दीदी अपनी मेहनत का फल तो लेलो

बुआ भी झटके मे उठी और मा के बगल मे मेरे लण्ड के निचे आ गई।

मै लण्ड हिलाते हुए - अह्ह्ह्ज्ज माआआ आह्ह्ह्ह निकलने वाला है
तभी मा और बुआ ने अपने गाल आपसे मे सटा लिये और जीभ को बाहर निकाल लिया माल लेने के लिए, मै भी आगे बढ़ कर लण्ड को उनकी जीभ पर रख कर हिलाने ल्गा और कुछ झटको मे मै दोनो के जीभ पर झडने ल्गा ,,, जब मेरा लण्ड झटका देना बन्द कर दिया तब बुआ और मा अपनी जीभ अंदर कर माल पी गयी और बुआ ने लपक कर मेर लण्ड मुह मे लेकर बचा कुचा माल भी साफ कर दी ।
फिर वो दोनो उठी और मा दुकान मे चली गयी ,, 10 मिंट बाद मै और बुआ भी अपने कपडे ठीक कर बाहर आये ।

मा - क्यू दिदी अब तो खुश हो ना आप ,,, और तू राज तू भी सिख गया ना
मै - हा मा थैंक यू
बुआ - थैंक्स भाभी आप बहुत अच्छी है मेरा कितना ख्याल रखती है ।

मा - अरे दीदी अब घर के लोग नही ख्याल रखेंगे तो कौन रखेगा ।

मा - वैसे मज़ा आया ना
मै - हा मा बहुत ज्यादा
बुआ - बेटा चुदाई का मज़ा होता ही अलग है हिहिहिही

ऐसे ही हम लोगो मे बाते हुई शाम को मा ने मुझे करीम के यहा से कपडे लेने को भेज दिया ,, मै भी वो कपडे लेते आया । शाम को 5 बजे ही पापा भी एक बैग मे मिठाई और कुछ सामान लेके आ गये ।
उस समय मा उपर थी और मै दुकान मे बैठा था,,, और बुआ बहुत थकी थी तो पापा के कमरे मे कुलर चला के सो गयी थी ।

मै - अरे पापा आज इतना जल्दी
पापा - हा बेटा वो कल के लिए मिठाई है और तेरी दोनो बुआ के लिए तोहफा भी है ,,, बाकि लोग कहा है

मै - मा और दीदी उपर है , अनुज बाहर खेलने गया है और बुआ अन्दर सोयी है ,

बुआ के बारे मे सुन्ते ही पापा के चेहरे खिल उठे ।
पापा - ये सामान रख दे मै जरा दिदी से मिल लू
मै समझ गया पापा बुआ को नये ड्रेस मे सोया हुआ पाकर मस्ती जरुर करेंगे ,,,
इसी लिये पापा के अन्दर जाते ही मै भी खिडकी के पास गया और पर्दे के कोने से देखने ल्गा ।
अन्दर बुआ बिंदास सोयी हुई थी । उनकी जान्घे फ़ोल्ड थी जिससे बुआ का घाघरा घुटनो तक उठा था अगर कोई झुक कर देखता तो उसको बुआ की चुत दिख जाती । बुआ की चूचिया बिना ब्रा के वजह से टीशर्ट मे दोनो तरफ फैली हुई थी और उनका नाभि दिख रहा था ।

और बुआ को देख के पापा चढ़ढे के उपर से लण्ड सहलाने लगे थे
मै पापा के आगे बढने के इंतज़ार मे था ,, और पापा आगे बढ़े और झुक कर जमीन पर बैठ और बुआ के स्कर्ट मे झाका ,,,, और उनको बुआ की चुत साफ नजर आने लगी ।

पापा के चेहरे के भाव से साफ पता चल रहा था की वो कितने खुश है ।
फिर पापा उठे और बुआ के पैर को चुमा और बाहर आने लगे मै जल्दी से अपनी जगह पर आकर पापा का लाया झोला देखने ल्गा कि क्या क्या सामान है ,,, इतने मे अनुज आया बाहर से और मुझे झोले से मिठाई निकालते देख चिल्लाता हुआ मेरे पास आ गया
अनुज - भैया मुझे भी चाहिये ,,क्या क्या लाये हो पापा ,,,
पापा - अरे बेटा सब तुम्ही लोगो के लिए है आराम से खाओ
अनुज तेज आवाज मे खुसी से बोला - अरे वाआअह मेरे लिए गिफ्ट ,,,थैंक्स पापा

पापा - नही बेटा वो तेरा नही है तेरी बुआ के लिए है

तभी बुआ कमरे से बाहर आती हुई - मेरे लिये क्या भैया
शायद अनुज के शोर गुल से जग गयी होगी

बुआ की आवाज सुनते ही सबकी नजर बुआ पर गयी ,,,,
फिर पापा ने वो गिफ्ट उठा कर बुआ को दे दिया
पापा - हा आपके लिये दीदी ये लिजीये ,,, और अनुज बेटा ये सारा सामान छत पर लेके चले जाओ ।

बुआ - इसकी क्या जरुरत थी भैया ,, वैसे इसमे है क्या
पापा - खुद खोल के देख लिजीये
बुआ जल्दी जल्दी खोलने लगी

पापा - अरे यहा नही कमरे में चलिये
फिर वो दोनो कमरे मे चले और थोडी देर बाद बुआ की आवाज आई । मै वही दुकान मे बैठा रहा

बुआ - भईया ये क्या है
पापा - क्यू पसंद नही आया क्या मेरा गिफ्ट
बुआ - धत्त अपनी बहन को कोई ये सब देता है
मै सोचने ल्गा कि ऐसा क्या दे दिया पापा ने
पापा - परसो आपके पास थे नही तो सोचा क्यू ना मै खुद एक अपनी पसन्द का लेलू और नाप था मेरे पास तो कोई दिक्कत नही हुई ।

बुआ - हा लेकिन क्या फायदा आप देख ही नही पाओगे हीहीहि
पापा - आप चाहोगे तो वो भी हो सकता है।
बुआ - कैसे
पापा - यही पर ट्राई कर लो और दिखा दो
बुआ - धत्त आपके सामने
पापा - हा तो मुझे ही तो देखना है ना
बुआ - ऐसे कैसे,, राज बाहर है और मैने अन्दर कुछ पहना भी नही है
पापा - राज नही अयेगा दीदी और वैसे भी इसको पहनने के लिए आप जो पहनी होती उसे भी निकालन पड़ता ना

मै सारी बाते सुने जा रहा था मेरे ख्याल मे लग रहा था कि पापा बुआ के लिए कोई अंडरगार्मेंट्स लाये थे ।
बुआ - भईया कल पहन लुंगी ना ,,, वैसे भी अभी शाम हो गयी है ।

पापा - अच्छा ठीक है लेकिन दिखाना पडेगा
बुआ - हिहिहिही ठीक है बाबा दिखा दूँगी अब खुश
पापा - हम्म्म ठीक
पापा - वैसे सच मे आपने कुच नही पहना
बुआ - क्यू अब क्या बिना कपड़ो के देखना है क्या हिहिहिही
पापा - कहा ऐसी किस्मत दीदी जो आपको
बुआ - धत्त भईया आप भी ना , चलो मै जा रही हू छत पर कुछ काम कर लू भाभी को भी कल के लिए पैकिंग करनी है ना

पापा - ठीक है दीदी चलो मै भी छत पर टहलने जा रहा हू ।
फिर पापा और बुआ बात करते हुए निकले और दोनो छत पर चले गये ।
इसी बीच मुझे चंदू का फोन आया और मै उससे बात करने लगा ।

फोन पर
मै - अबे साले कहा था तू ,,,
चंदू - यार मै मामा के यहा आया हू
मै - तो भोस्डी के बता के नही जा सकता था
चंदू - सॉरी यार वो अचानक से प्लान बन गया मामा का पैर की एड़ी मे फैकचर हुआ था बहुत पहले ही वो फिर से उभर गया ,, और बता मैने जो बोला था वो ट्राई किया की नही ,,,
मै - क्या बोला था क्लियर बोल न
चंदू - अबे वो जो स्टोरी दी थी और बोला था कि फॉलो करना वैसे ,,,
मै - मै कैसे मान लू कि सही बोल रहा था तू ,,, वीडियो भेजने वाला था ना ,,,,साले एक नम्बर का झुठा है
चंदू - अरे भाई मैने तो भेजा था उसी दिन ,, उसमे मेरी बहन के साथ वाला ही था ,,,

मै - अबे साले आया होता तो मै देखता नही ,,, फिर से भेज अब
चंदू - रुक अभी भेज रहा हू
मै - ठीक है वैसे वहा भी तेरी मौज ही होगी
चंदू - साले घन्टा मौज जबसे आया हूँ मा मुझे छूने नही देती हैं और हमेशा मामा की सेवा मे लगी रहती हैं,,, और तो और दिन मे रोज उसी से चुदवा लेती हैं सालि रन्डी

मै - लेकिन तेरे मामा के पैर मे फैकचर है ना
चंदू - अबे पैर मे है उसके लौडे मे थोडी है ,, सालि मुझे बोलती है कि यहा किसी को हमारे बारे मे पता ना चले और खुद उछल उछल के लण्ड लेती हैं ।

मै - और मामी नही है क्या
चंदू - भाई मामी पेट से है 7वा महिना हो गया है ना
मै - फिर उसकी कोई बेटी को फसा ले
चंदू - हा यही करना पडेगा तभी मै मामा से बदला ले पाऊन्गा ,,, बहन्चोद ने मेरी मा को दूर किया मुझसे

मै चंदू के जज्बाती बातो से बहुत हस रहा था और फिर थोडी देर बाद मैने उसको विदियो भेजने का बोल कर कॉल कट कर दिया ।


रात मे 8 बजे तक मै भी दुकान बंद करके उपर गया और मोबाइल दिदी को देके बोला चार्ज मे लगा दो ,,, फिर हम लोग खाना खाने बैठ गए ।


देखते है आने वाली रात क्या नया रोमांच लेकर आती है । आप सभी की प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा ।
Super update very hot update
 
Top