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Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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Update 26

अब तक
बुआ - मै नही पीछे हटून्गी,,, और अगर मै जीती तो राखी पर मन चाहा इनाम लुंगी आपसे हीहीहि
पापा - ठीक है फिर देखते है
बुआ - एक बात और भाभी का माप मै लुंगी पक्का न ,,,नही तो आप शर्त जितने के लिए बेईमानी कर लोगे
पापा- जरुर जरुर जीजी आप ही लेना लेकिन अभी चलिये ऊपर चलते बातो ही बातो मे रात हो गयी हाहाहह

अब आगे

रात के 8 बजे हम लोग एक साथ खाना खाने बैठे
मा और दीदी ने सबके लिये खाना लगाया फिर सभी खाना खाने लगे ।

पापा - मै क्या कह रहा हूँ रागिनी तुम कल जीजी को जंगी के यहा लिवा के जाओ और कुछ साड़ियां दिला दो चार नये मॉडल की जैसा जीजी को पसंद हो ।

मा - हा फिर लेकिन माप भी देना पडेगा ना और जीजी बता रही थी कि वो कोई साड़ी नही लाई है इस बार

पापा - अरे उसकी चिन्ता नही है मैने आज नाप ले लिया जीजी का

पापा के ये बोलते ही मा और दीदी बस एक नजर पापा को देखने लगी फिर दीदी ने एक नजर मेरी तरफ देखा तो मै मुस्करा रहा था

तो दीदी ने कोहनी से मेरे हाथ पर मारा और इशारे से पुछा की क्या माजरा है ,,, मैने उनको चिल्ल्ल करने का इशारा किया और बोला जाने दो
इससे पहले लोग अनुज और दीदी अपने मन मे कुछ और बाते बनाते तभी
बुआ - हा भाभी वो नाप मैने ले ली है वो भईया ने मेरी मदद की ,,,, फिर बुआ पापा को एक कातिल मुस्कान देती है

मा - अच्छा तब तो ठीक है नही तो बिना माप सिलाने दिक्कत आती
फिर सभी लोग खाना खा कर छत पर टहलने चले जाते हैं और मा दीदी किचेन मे काम करने लगते ।

थोडी देर बाद मा ऊपर आती है
बुआ - अरे सोनल नही आई ऊपर
मा - नही वो काम खतम करके निचे ही सो जायेगी
मा - अनुज बेटा तू भी जा सो जा
अनुज - जी मा
फिर अनुज भी निचे चला जाता है
अब छत पर मै मा बुआ और पापा थे

मै - पापा मुझे कुछ पैसे चाहिये थे
पापा - क्या हुआ बेटा कोई दिक्कत तो नही न
मा - हा बेटा बोल क्या जरुरत है तुझे

मै - पापा मै सोच रहा हूँ इस बार रक्षा बंधन पर दीदी को मोबाईल गिफ्ट देदू
बुआ - अरे वाह बहुत खूब बेटा
पापा - अरे लेकिन उसको मोबाइल का क्या काम ,, लडकी है वो
बुआ - क्या भईया आप भी अगर मै होती तो क्या आप तब भी ऐसा सोचते ,,, अरे जवान लडकी है अभी पढ रही कुछ नये चीजे सिख लेगी कल को ससुराल मे काम ही आयेगा

पापा - अरे नही जीजी ऐसा नही है
मा - क्या आप भी दे दो न पैसे ,, वैसे 2 3 साल तक ही रहेगी मेरी बेटी मेरे साथ ,, मा थोडी रुआसी हो गई

पापा - अच्छा ठीक है बाबा दे दूँगा मैं,, राज कल सुबह तू ले लेना
मै खुश होते हुए- थैंक्स पापा
फिर पापा निचे जाने लगे - चलो रागिनी मै नीचे जा रहा हू तुम और राज भी आजाना

मा - हा ठीक है आप चलिये हम आते है फिर पापा निचे चले गये

फिर बुआ और मा चताई पर बैठ कर बाते करने लगे
मै भी मा की गोद में सर रख कर लेट गया

मा - अरे ये राज भी ना पता नही कब बड़ा होगा
बुआ - अरे भाभी बड़ा तो हो ही गया है और कोई लडकी भी पटा लिया होगा अब तक क्यो हीरो

मै - नही बुआ क्या आप भी
बुआ - देखो कैसे शर्मा रहा है लडकी के नाम से हीहीहि अरे शादी होगी तब क्या होगा इसका

मै - आप कर लो बुआ मुझसे शादी फिर नही शर्माउँगा हिहिहिही और मा भी हसने लगी

बुआ - बदमाश अपनी बुआ से शादी करेगा अब तो मै बुड्ढी हो गई हू बेटा
मै - क्या बुआ अभी भी,, अगर आप टीशर्ट और घाघरा पहन लो एकदम भोजपूरी फ़िल्मों की रानी चटर्जी ल्गोगी

मा - हा जीजी राज एकदम सही कह रहा है आपका और रानी चटर्जी का फिगर सेम ही है ,,मै तो कहती हू कल एक टीशर्ट और घाघरा भी लेलो आप आपके भईया भी देख के खुश हो जायेगे हाहहाहहा

बुआ - क्या भाभी जी आप भी धत्त
मै नही पहनने वाली
मै - बुआ प्लीज लेलो ना आप पर बहुत अच्छी लगेगी
बुआ - लुंगी लेकिन एक शर्त पर तेरी मा को भी लेना पडेगा हिहिहिहिही

मा - नही नही नही रहने दो तब मै नही पहनती ऐसे कपडे जीजी ,,, आपकी तो आदत है मॉर्डन कपड़े पहनने की

मै - बुआ अब बहाने न बनाओ मा को लेके ,, आपको लेना है कल बस चलना मै भी चलूंगा

बुआ - अच्छा ठीक है बाबा ले लुंगी खुश
मै मा की गोद से उठ कर बुआ की गद्देदार जांघो मे लेट कर उनके मैक्सि के ऊपर से पेट मे हग करते हुए उनके पेट मे अपना चेहरा घुमाने लगा ,, आह्हह कितना सोफ्ती मह्सूस हो रहा था

बुआ - हिहिहिहिही अरे बेटा छोड मुझे गुदगुदी लग रही है हा हह हीहीह ब्स कर राज

फिर मै वापस बुआ की गोद मे सीधा लेट गया और बुआ मेरे चेहरे पर हाथ फेरते हुए - अभी भी नटखत है बचपन की तरह हा ,,,फिर वो मुझे छोटे बच्चे की तरह दुलारने लगी
मै ऊपर देखा तो बुआ की पपीते जैसी मोटी चूचिया मेरे चेहरे से कुछ इन्च ऊपर ही मैक्सि मे लटकी हुई थी ,,, मन तो कर रहा था की अभी चुस लू
इसी बीच बुआ - लेकिन भाभी जंगी के यहा तो सिर्फ साड़ियां ही मिलेगी ना तो वो कपडा कहा लेंगे
मै - अरे बुआ आप चिन्ता ना करो मार्केट मे अब नये नये दुकान खुल गये है और एक नया शॉपिंग कॉमप्लेक्स भी खुल गया है

मा - हा जीजी ,, मै तो कहती हू कल हम सब लोग चलते है त्योहार के लिए खरीदारी भी हो जायेगी सारी फिर अनुज और सोनल को भी नये कपडे चाहिये ना

मै थोड़ा उदास सा मुह बना कर - और मेरे कपड़े
बुआ हस्ती हुई - मै दिलाउंगी ना मेरे राजा बेटा को जो चाहिये

मै थोडा बुआ को छेडते हुए - हा बुआ ,, आपको ही मेरी मम्मी होना चाहिए था ,,,मा तो कुछ दिलाती ही नही

मा - हा हा बना ले मम्मी इनको भी वैसे भी तुने इनका भी दूध पिया है

मै - क्या सच मे बुआ ,, मै उत्साही मे बोला
बुआ - अरे नही बेटा मै बताती हू बात क्या ,,,वो क्या है छोटे पर तू इतना शरारती था और प्यारा कि कोई भी औरत तुझे गोद मे ले लेती खिलाने के लिये लेकिन थोडी ही देर मे तू दूध पीने के लिए रोने लगता था। तो तुझे चुप कराने के लिए हम लोग अपने दूध पर तेरा मुह लगा देते थे ,, अब उसमे दूध आये या ना आये लेकिन वही चुस कर तू चुप हो जाता था ।
हहाहहहा देखो भाभी कैसे शर्मा रहा है अब

मै - क्या बुआ आप भी
मा - हा बेटा तेरी बुआ सही कह रही है मै तो परेशान हो जाती थी तेरे रोने से तो किसी न किसी को बुला के दे देती थी ।
मै - उह्ह्ह्हउउहुहुहहह उह्ह्ह्झ दुधूअअउऊउऊ,,, मम्मीईईईई दुधुऊउऊऊऊऊ झूठ मूठ का रोने का नाटक करने लगा और बुआ की गोद मे उछल कूद करने लगा

मा हस्ते हुए - लगता हैं जीजी इसको चुप करवाना पडेगा पडेगा पहले की तरह ,,,

बुआ - मेरा सर किसी छोटे बच्चे की तरह दुलारते हुए मेरे गाल सहलाते हुए - दुधू चाहिये मेरे लल्ला को आजा मेरा बेटा और फिर बुआ ने एक हाथ से अपनी मैक्सि का चैन खोला फिर बाया तरफ का बाजू निचे किया और बाई तरफ की चुची निकाल के बाहर की फिर मेरा चेहरा उठा कर अपने चुची के पास ले जाकर - ले पी ले मेरा ल्ल्ला

मैने तो मजाक मे शुरू किया था मुझे नही पता था कि ये सब इतना आगे बढ़ जायेगा और फिर इतना बड़ा मौका मै कैसे जाने देता
मैने भी लपक कर बुआ के बडे बडे निप्प्ल को पर मुह लगा कर चूसने लगा
बुआ - अह्ह्ह्ह आराम से लल्ला
मा हस्ते हुए - अरे वाह देखो तो कितना प्यार है अपने भतीजे को रोता नही देख सकती

बुआ -उम्म्ंम आह्हह और क्या मेरा दुलारा बेटा है ऐसे कैसे उम्म्ंम्म्ं अह्ह्ह्ह आराम से चुस बेटा ,,,रुक मै लेट जाती हू
इतना कह कर बुआ निचे लेट गई और मै उन्के ऊपर आकर उनकी चुचि को वापस चूसने लगा

बुआ की शरारत अब उन पर भारी पड़ रही थी क्योकि मै धीरे धीरे उनकी चूचियो को दबा कर उन्के निप्प्ल को अपने जीभ से खेल रहा था
अब बुआ को मदहोशि होने लगी और उनकी सांसे भी तेज़ी से ऊपर निचे होने लगी थी ,,,,

बुआ - अह्ह्ह्ह आह्हह बेटा उम्म्ं
मा - चलो जीजी मै निचे जा रही हू और आप भी राज को दूध पिला कर भेज देना इसे भी निचे
बुआ - आह्हह हा भाभी चलो आप मै भेजती हू इसको
मा फिर निचे चली गई और मै अपना पोजिसन बदला और सीधा सीधा बुआ के ऊपर आ गया
अब तक मेरा लण्ड क्छ्छे मे पुरा कडक हो चूका था और बुआ को गदरायी जान्गो मे चुब्ने लगा

बुआ मेरे सर पकड़ अपनी चुची पर दबाते - आह्हह बेटा सिर्फ वही चुसेगा दुसरा भी है न मेरे लाल

फिर मुझे जैसे आमंत्रण मिल गया हो बुआ का कि आओ और मेरा भोग करो
मै बुआ की दुसरी चुची भी बाहर निकाली और निप्प्ल पर जीभ फिराते हुए उनको भी चूसने लगा साथ मे दुसरे हाथ से बुआ की दुसरी चुची को पकड के मिजने लगा
बुआ पागल होने लगी उन्हे इस बात का कोई ख्याल नही था कि कौन है क्या है वो अब अपनी 2 दिनो से अपनी प्यास बुझाने के लिए तडप रही थी और आज वो मौका उन्हे भी मिल गया था
मै भी उनकी चुचियो को मसलते चुस्ते हुए अपना लण्ड उनकी दोनो जांघो के बीच कमर हिला कर रगड़ने लगा
जिससे बुआ ने अपनी जान्घे खोलने लगी लेकिन मैक्सि मे सिमित जगह थी तो मैने उनकी मैक्सि को थोड़ा घुटनो तक खीचा जिससे तेज़ी से से बुआ की जान्घे फैल गयी और मेरे लण्ड कच्छे मे ही सीधा बुआ की चुत पर मैक्सि के उपर ही टकरा गया
मेरे खड़े लन्द का स्पर्श अपनी चुत पर पाते ही
बुआ - आह लल्ला
मै अपने लण्ड को बुआ की चुत पर क्छ्छे से रगद्ते हुए पुछा - क्या हुआ
बुआ - उम्म्ं वो तेरा हथियार मेरी मुनिया को लगा ना इसिलिए
मै हस्ते हुए - क्या बुआ आप भी वो तो नुन्नु है मेरा हीहीहि
बुआ - आह्हह लगता तो नही अबतक नुन्नु ही होगा

मै - अगर विश्वास नहीं तो खुद देख लो
बुआ - अच्छा ला तो मेरे पास देखू मै भी
फिर मै भी उठ कर बुआ के सर के पास अपने घुटने के बल खड़ा हो गया
फिर बुआ ने मेरे क्छ्छे पर हाथ फेरते हुए मेरे लण्ड के सुपाडे की गोलाई माप्ते हुए बोली - जरा अपनी कच्छी निचे करना लल्ला देखू तो अच्छे से

चुकी मै जानबुझ कर बुआ के सामने नादान बनने का नाटक कर रहा था तो बुआ भी मुझे अबोध समझ कर मेरे से अपना फायदा लेना चाहती थी और वो मुझे बच्चे की तरह ही पेश आ रही थी
फिर मै भी अपना कच्छा धीरे धीरे करते हुए निकाला और मेरा 7" का मोटा लाल सुपाडे वाला लण्ड घन्टे के जैसे टनटनाते हुए सीधा खड़ा हो गया

मेरी पोजिसन ऐसी थी की मै बुआ के दायी तरफ बिलकुल उनके कंधे से सट कर घुटनो के बल खड़ा था और मेरा लण्ड अपने नुकीले सुपाडे के साथ तीर के जैसे मौसी के चेहरे के ठीक समान्तर मे एक फिट के ऊपर तन कर खड़ा था
उस हल्की चांदनी रात मे मेरे लण्ड की छाया मौसी के चेहरे पर एक विकराल रूप ले चुकी थी और बुआ फटी आखो से इतने पास से मेरे फुकार मारते लण्ड को निहारे जा रही थी

बुआ - बेटा देखा मै ना कहती थी की ये एक हथीयार है और फिर अपने एक हाथ से मेरे सख्त लण्ड के उभरे नसो पर अपनी नाखूनो के खरोच लगाते हुए मुथ्थी मे भर लिया

बुआ - बेटा ये कितना तप रहा है तेरा हथियार
मै भी नादान होने नाटक करते हुए - हा बुआ और दर्द भी कर रहा,,, कही मेरे नुन्नु को बुखार तो नही न हो गया

बुआ को मेरी नादानी पर हसी आई फिर वो बोली - रुक जा बेटा मै इसको ठंडा कर दे रही हू
मै - हा बुआ कर दो न प्लीज
फिर बुआ ने थोडी करवट ली और अपनी दाहिने कोहनी के बल पर होकर बाये हाथ से मेरे लंड को थामा फिर अपना मुह खोला ,,, मुझे बुआ की गर्म सांसे अपने लण्ड पर मह्सूस होने लगी और देखते ही देखते बुआ ने आधा लण्ड को मुह में ले लिया और मेरे सूपाड़े पर मुह के अंदर ही जीभ फेरने लगी ।

मै - आह्हह बुआ कितना आराम मिल रहा है ,,, कितनी अच्छी हो आप ऐसे ही रहो ना

बुआ ने बिना कुछ बोले मुझे नासमझ लडके की तरह मेरे कमर पर हाथ रखा और धीरे धीरे पुरा लण्ड मुह लेने लगी
बुआ के मोटे मोटे और नरम होटो का मेरे सम्वेदनशील सुपाडे पर घर्षण मुझे बहुत ज्यादा उत्तेजित कर रहा था ,,, धीरे धीरे तकरीबन 5 6 मिनट मे मेरे लण्ड की नसे पुर्ण रूप से अपनी अन्त सिमा तक फैलाव ले चुकी थी ,,, मेरे सुपाडे मे मानो मेरी दोनो जांघो का खून एक साथ भरने लगा हो ,,, अब बुआ की गीली जीभ का मेरे सुपाडे पर चन्द स्पर्श भी मुझे झड़ा देने वाले थे , ऐसे मे मैने बुआ के सर को पकड़ा और ना चाहते हुए भी अपने बेरहम धक्को से उनकी मुहपेलाई शुरू कर दी ,,, मुह मे अंदर जाते वक़्त बुआ की जीभ मेरे सुपाडे और लण्ड की निचली नसो मे घर्षण करती,, ऐसे ही 20 22 जोरदार धक्को से अब मेरा लण्ड बुआ की लार से लिप्त हो चूका था और मेरी गति धीमी थी और अगले 8 से 10 धक्के मै उनके मुह मे झड़ते हुए मारने लगा ,,, फिर मैने अपने लण्ड बाहर निकाल कर बेधाल होकर बैठ कर हाफने लगा ,,,मुझे बुआ की स्थिति का कोई ध्यान नही था कुछ पलो मे सास बराबर होने पर मैने बैठे बैठे बुआ पर एक नजर मारी ,, वो अपने चेहरे पर लगे मेरे सोमरस को उंगली से साफ कर चाट रही थी और फिर लेटे लेटे ही मेरे तरफ मुस्कुरा कर देखा



अब आगे के अपडेट मे देखते है कि क्या होने वाला है
 
Last edited:

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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दोस्तो अपडेट दे दिया है आप सभी के प्यार भरे विचारो का इंतजार रहेगा ।

आप सभी पाठको से अनुरोध है कि अगली अपडेट के लिए अपनी राय दे
और बुआ के लिए अपनी कलपनाओ को सामने रखे ।
 

Lutgaya

Well-Known Member
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बहुत ही शानदार है भाई
 
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