Update 18
मै ऊपर आकर नास्ता कर रहा था कि पापा और मा निचे से आ गये
पापा - अरे वाह राज , तू तो बड़ा जल्दी उठ गया
मै - जी पापा रात मे जल्दी ही सो गया था तो जल्दी निद खुल गई
मा - चलिये अब जाईये नहा कर आईये दुकान नही जाना क्या
पापा- अरे हा , और पापा जल्दी से ऊपर चले गये
मै हसने लगा
मा - तु भी चुपचाप नास्ता कर और त्योहार आने वाले है तो आज दुकान की पर्ची बना ले कल हम दोनो मार्केट जायेगे
मै - दोनो क्यू , मै लेके आऊंगा ना मा आप क्यो परेशान हो
मा - अरे तु लेडीज़ अंडरगार्मेंट सही नही लाता है ,,और आजकल की लडकिया मोबाईल पर मुझे नये नये मॉडल दिखाई है और ओर्डेर भी दिया है उसी तरह का मुझे लाना है ।
मैने एक नजर मा को देखा वो सब्जी छील रही थी वही दीदी पर नजर गयी तो वो मुझे देख कर हस रही थी
मैने उसको चम्मच दिखाया तो उसने भी मुह बनाया ,मै वापस नाश्ता करने लगा
तभी मेरे बारे मे एक शैतानी आइडिया आया क्यो ना मा के साथ थोड़ा मज़ा लू
मै - अगर नये डिज़ाइन के अंडरगार्मेंट की बात है तो मुझसे कहती मै आपको अपने मोबाइल मे इंटरनेट से एक से एक अच्छी माडल दिखाता
मा - अच्छा मोबाईल मे मिल जाते है क्या ये सब
मै - मा सिर्फ कपड़े ही नही अपनी दुकान और भी नये नये आइटेम मिल जायेंगे
मा - अच्छा ठीक है अभी दोपहर के बाद मै दुकान मे आऊ तो दिखाना
मै खुश होता हुआ - ठीक है मा तबतक मै कुछ नये डिज़ाइन निकाल के रखे रहूंगा आपके लिए
मा - हा ठीक है बेटा
फिर मै नास्ता करके निचे गया और दुकान खोल कर काम करने लगा
थोडी देर बाद एक मस्त गदरायी गांड वाली सवाली की लडकी मेरे दुकान पर आई
नया परिचय
सब्बो - मेरे मुहल्ले के पीछे वाली गली मे रह्ती है उम्र 28 साल , लेकिन शादी नही हुई है क्यौंकि ये एक नम्बर की छिनाल और कई बार रंगरेलिया मनाते पकड़ी गई है,,, जवान तो जवान 60 साल के बुढो ने भी इसकी गदरायी जवानी को भोगा है
इसका साइज़ - 38 36 40
इसके लहराते चुचे और कसी गदरायी गांड सबके लण्ड खड़े कर दे ,,,, इसके बदनाम होने के बाद अब ये कुछ गिने चुने सेठो की रखैल है ।
रुबीना - सब्बो की मा एक विधवा है , उम्र 50 साल , गठिला बदन और 40 साइज़ की भारी चुचो की मल्लिका ,,,और उसके 44 साइज़ के हिलते चुतड़ के क्या कहने
सोनू - रुबीना का एकलौता बेटा और सब्बो का छोटा भाई ,,जिसे सब्बो अपनी जान से ज्यादा प्यार करती है और सुनी सुनाई बात है कि सब्बो ने सोनू के लिए अपने ही मुह्हले की कई चूते उसको दिलवाई है ।
सब्बो की वजह से उसके मुहल्ले की और औरते भी थोड़ा बहुत बाहर सेक्स करने लगी थी जिससे की उसका टोला बदनाम था और हम लडके उसे मुहल्ले को रान्डटोला कहते थे ।
वापस कहानी पर
मैने एक नजर सब्बो को ऊपर से निचे देखा
महरुन कलर की बिना ब्रा के उसने टीशर्त पहनी थी जिसमे उसको बडे दानेदार निप्प्ल नुकीले होकर ऐसे तने थे मानो टीशर्त छेद कर बाहर आना चाहते हो और उसकी 38 इन्च का गेराव लिये फुली हुई चुची टीशर्ट मे कसी हुई थी
निचे हरे रंग का स्कर्ट जो कमर के बाद से उसके 40इन्च की बाहर निकली हुई गदराये चुतडो से इतना ऊपर उठा था की उसकी चिकनी पिंडलीया दिख रही थी ।
मेरा तो ये देख कर लण्ड फन्फ्ना गया ।
सब्बो - राज मुझे कुछ सामान चाहिये जरा चाची को बुला दोगे
मै - अरे क्या चाहिये बताओ
सब्बो - वो मुझे बालसफा वाला साबुन चाहिये था
मै - अरे वो अब नही आता जी ,, फिर मैने एक हेअर रेमोवर क्रीम दिया
सब्बो - अरे नही इससे दर्द ज्यादा होता है , साबुन हो तो दे दे नही तो एक 38 इन्च की ब्रा दिखा दे
मै थोडा हिचकता हुआ पुछा - कैसा ब्रा पहनती हो कॉटन मे या स्पोर्ट वाली
सब्बो थोड़ा झिझकते हुए- अब ये स्पोर्ट वाली क्या है ,,,इसिलिए बोल रही थी की चाची को बुला दे वो जानती है मै कौन सा पहनती हू
मै - स्पोर्ट वाले मे तुम्हारे वो लटकेंगे नही और शेप बना रहता है ,,,,मैने उसके चुचो की ओर इशारा करते हुए कहा
सब्बो थोड़ा सोचते हुए - अच्छा ,ठीक है फिर एक 38 नम्बर की वही देदे
मै - इसमे साइज़ का थोड़ा दिक्कत होता है सही साइज़ से एक नं छोटा लेना चाहिए
सब्बो - और अगर छोटा हो गया तो
मै - तु अंडर चली जा नाप ले एक बार
सब्बो मेरी तरफ अचरज से देख्ते हुए मुस्कुराई
फिर मै उसे पापा के कमरे के पास ले गया और बोला जाओ अन्दर नाप लो
सब्बो - ठीक है तू बाहर ही खड़ा रह कोई आये तो आवाज दे देना
सब्बो की ये बात मुझे कुछ आफर जैसी लगी मैने सोचा - ये है तो एक नं की रन्डी ही चलो थोडा मज़ा मै भी लेलू
मै शरारती अंदाज मे - कहो तो बाहर ही नही जाता हूँ ,,, और ये बोल के थोड़ा हिम्मत करते हुए उसके हैवी चुतडो को सहलाया और हल्का सा हाथ मे भर के दबाया भी
सब्बो थोड़ा शर्माते हुए बिना कुछ बोले पीछे हट गयी और एक झटके मे अपना टीसर्ट निकाल दिया और उसके हैवी नरम हल्के सावले रसिले चुचे उछल के नंगे हो गये
मेरा लण्ड तुरंत एक पल मे ही उत्तेजना से भर गया और मै झट से एक नजर दुकान मे देखा और तेज़ी से सब्बो की तरफ लपका और उसकी कमर को पकड के अपनी तरफ खीचा और जीभ निकाल कर उसके काले घेरेदार मून्क्के जैसे निप्प्ल को चाटते हुए उसकी चुचियो को चुस्ने लगा और एक हाथ सीधा उसकी चुत पर ले जाकर रगड़ने लगा
मेरे अचानक हवस भरे हमले से सब्बो खुद को सम्भाल नही पाई और मेरे उसके चुची की चूसने के नशे मे मदहोश होती चली गयी और अपना हाथ मेरे लोवर मे खड़े लण्ड पर ले जा कर उसको सहलाने लगी
करीब 5 मिंट तक उसको अच्छे से मसल चुस लेने के बाद
मैने जल्दी से उसको छोडा और बोला मै दुकान मे जा रहा हू तु साइज़ नाप ले
फिर मै दुकान मे अपना लण्ड ऐडजस्ट करते हुए आकर बैठ गया
थोडी देर बाद सब्बो बाहर आई और मुझे देखकर एक कातिल मुस्कान दी और बोली हा साइज़ ठीक है
फिर मैने उसको अपना नं दिया और बोला शाम तक फ्री होना तो बताना मै घर आ जाऊंगा
वो हस्ते हुए मुझे पैसा दिया और न. का कागज लिया और निकल गयी
मै भी खुश हुआ और सब्बो की जवानी भोगने के लिए थोड़ी देर कल्पानाओ मे खो गया ,,,,, फिर कुछ ग्राहक आये उनको सामान दिया
12 बजे मा निचे आई और मै खाना खाने उपर चला गया और खाना खा कर आया तो मा ने मुझे पापा के लिए टिफ़िन दिया और मै बर्तन वाले दुकान पे चला गया
वहा पापा मिले और उन्होने बताया की उनको अर्जेन्ट एक जगह पैसे लेने जाना है और मुझे गल्ले पर बिठा कर निकल गये और करीब एक घन्टे बाद पापा आये ,,इसी बीच मुझे मा की बात याद आई जो हमने सुबह नास्ते पर की थी तो मैने कुछ स्पैशल डिज़ाइन के ब्रा पैंटी इमेज डाउनलोड किये फिर वापस घर आ गया
फिर मा ऊपर चली गयी सारा काम खत्म करने और मै दुकान की पर्ची बनाने लगा
एक घन्टे बाद मा निचे आई फिर मैने उनको पर्ची दिखाई तो उन्होने कुछ अपने तरफ से भी नोट करने को कहा ।
मा - अरे राज तू मुझे कुछ डिज़ाइन दिखाने वाला था ना
मै - हा मा रुको दिखाता हू
फिर मैने अपने मोबाईल मे मा को कुछ नये मॉडल के ब्रा पैंटी सेट और बिकनी सेट दिखाए जिसे आजकल लडकिय बहुत पसंद कर रही है
मा - अरे वाह राज यहा तो बहुत सारी डिज़ाइन की ब्रा पैंटी है ।
फिर मैने मा को एक ऐसी ब्रा की डिज़ाइन दिखाई जिसमे सिर्फ लास्टीक थी
मै - मा ये देखो ये आजकल ट्रेंड में है और इसमे पट्टी नही होती
मा बडे ध्यान से देख्ते हुए - ओहो तब ये रुकती कैसे होगी
मै - अरे मा ये आप जैसी औरतो के लिए है जिनके दूध बडे हो ,,, मै एक सांस मे बोल गया फिर मेरी फट गयी ,,,फिर मैने उनको बोला - सॉरी मा
मा - अरे कोई बात नहीं तु तो मुझे समझा ही रहा है न
मैने मासूम सा मुह बना के हा बोला
मा - वैसे क्या सच मे तुझे मेरे दूध बडे लगते है ,, मुझे तो नही लगता ,,, और फिर वो पल्लू हटा कर ब्लाऊज को बाहर की तरफ खिच कर चुचियो को देखते हुए बोली
मै मा को नॉर्मल देख कर बोला - सच मे आपके बड़े है मा ,, चाहो तो सीसे मे देख लो
मा बगल मे लगे बडे सीसे मे अपना साडी हटा कर काले रंग की सूती ब्लाऊज मे कैद चुचियो को अपना शरीर घुमा कर देखने लगी और एक हाथ से अपनी एक चुची की ऊपर से पकड कर उसकी गोलाई मापने लगी
मै थोडा चांस लेते हुए बोला
मै ह्स्ते हुए - हिहिहिही ,,क्या नाप रही हो मा वो एक हाथ मे नही आयेगा , मै कह रहा हूँ न बड़े है आपके दूध ,, और तो और मेरे दोनो हाथो से भी नही पकड़ाएगा आपका एक भी दूध ,,,,
मा - चल झुठा इतने भी बडे नही है मेरे दूध
मै - मा शर्त लगा लो मै ही जीतूंगा
मा थोड़ा सोचते हुए मुस्कुरायी बोली चल आजा ,,,, अगर मै जीती तो कुल्फ़ी खिलाना पडेगा
मै - और मै जीता तो
मा - तु जो चाहे ले लेना ,,चल आ पीछे कमरे
मै सोचने लगा क्या किस्मत है यार पिछ्ले कुछ दिनो मे काफी कुछ मिल रहा है और अभी अभी तो सब्बो की चुचियो की मसला था और फिर मा भी
ये सब सोचते हुए मैने कमरे मे गया और मा खडी थी मै उनके सामने था
फिर मा बोली दुकान मे देखते रह कोई आये ना और फिर उसने अपनी काले रंग का ब्लाऊज निकाल दिया अन्दर मा ने कुछ नही पहना था और उन्के हल्के गोरे चुचे उछल के बाहर आ गये और मै एक टक उनके चुचो को निहारने लगा
मा - चल पकड देखू मै कौन जीतता है
मै भी खुश हुआ और जान बुझ के सामने से चुची ना पकड पाने का नाटक करते हुए बार बार हाथ सरका देता जिससे
मा - अरे पकड ना सही से
फिर मैने मा की एक चुची को अच्छे से भर के हाथो मे पकड़ा फिर भी उनका निप्प्ल मेरेदोनो हाथो के बिच से बाहर आ रहा था
मा - देखा ना पकड़ा गया
मै - अरे कहा पकड़ा गया ,, अभी ये तो बाहर ही आ रहा है
मा - क्या बाहर है
मै - अरे ये ,, मै उनके निप्प्ल पर इशारा कर रहा था लेकिन मेरे हाथ उनकी चुचे को पकडे थे तो उनको पता नही चल पा रहा थ
मा - अरे क्या ये ये लगा रखा है छू के बता
फिर मै थोड़ा मौके का फायदा लेते हुए झुका और उनके निप्प्ल लो जीभ से छुआ
इतने मे ही मा की आहह निकल गयी और मेरे हाथो मे भरे चुचे मे फुलाव होने लगा निप्प्ल कड़े हो गये
मा को सिसकी लेता देखा मैने वापस से मुह उनकी निप्प्ल पर लगा कर चूसना शुरू कर दिया
मा - सीईईई उम्म्ंम बेटाआहहह छोड दे अब जान गयी मै क्या बाहर निकला था
मैने वापस से मुह हटा लिया और हल्के हाथो से मा के चुची को दोनो हाथों मे लेके सहलाते हुए बोला - मा आपके दूध बहुत सुन्दर है
मा ह्स्ते हुए - हट बदमाश और मुझे हटा कर ब्लाऊज पहनने लगी
मै वापस से थोड़ा मासूम बनते हुए पुछा - मा अब मुझे दुध क्यो नही पिलाती हो
मा मुस्कुराते हुए मेरे गाल पर हाथ रख कर बोली - बेटा अब इसमे दूध नही होता है
मै - लेकिन मुझे अब मन करता है कि आपका दूध पीयू
मा मुस्कुराते हुए - फिर कभी बेटा अभी दुकान मे चल फिर हम दुकान मे आ गये और काम करने लगे
शाम को 4 बजे मै कोचिंग चला गया और शाम को घर आया थोडी देर दुकान मे रहा फिर सब्बो का फोन आ गया और मै खुश हो गया
देखते है आगे के अपडेट मे क्या होता है