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Adultery सपना या हकीकत [ INCEST + ADULT ]

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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UPDATE 112
CHODAMPUR SPECIAL UPDATE

पिछले अपडेट मे आप सभी ने पढा कि कैसे रज्जो और राजन आखिरकार एक दुसरे को पा ही लिये और एक राउंड दमदार चुदाई के बाद भी राजन वापस से रज्जो की गाड़ का दिदार पाते ही अपना लण्ड सहलाने लगा ।
अब आगे


लोकेशन : राजन का बेडरूम
समय : रात के 02:30 बजे
पोजीशन : डॉगी स्टाइल
सेक्स टाइप : एनल
चुदाई का राउंड : चौथा
संवाद : अह्ह्ह्ह जीजा जीईईई उफ्फ्फ्फ्ग उम्म्ंम और तेज अह्ह्ह सच मे आपका एक एक धक्का मेरी गाड का सुराख बहुत ही फैला दे रहा हैअह्ह्ज्ज उफ्फ्फ्फ


राजन रज्जो के गाड पर थपेड जड़ता हुआ तेजी से लण्ड को उसकी गाड़ मे पेलता हुआ - ओह्ह्ह भाभी जी आज तक आप जैसी गरम औरत नही चोदी अह्ह्ह ,,,सच मे बहुत गरम हो आप उह्ह्ह

रज्जो सिस्क कर - हा जिजाआ जीईई उम्म्ंम्ं मुझे लण्ड की चसक बहुत है और आज आपके साथ का ये अनुभव बहुत ही जोशीला है अह्ह्ज उम्म्ंम्ं अह्ह्ह


रज्जो - ओह्ह्ह जीजा जीईई ऐसे ही औम्म्ंं बहुत अच्छा लग रहा है अज्ज्ज मेरी गाड़ फाड़ दो आजजज ओह्ह जीजा जी चोदो ना उम्म्ंम्ं

राजन रज्जो के संवाद से उत्तेजित होकर आखिर के कुछ दमदार धक्को के साथ भलभला कर रज्जो की गाड़ मे झडने लगता है ।

रज्जो राजन का लण्ड अपने चुतड के छल्ले से निचोडते हुए -उह्ह्ह जीजाजीई आपका गरम माल मेरी गाड़ के अन्दर के घावो को बहुत आराम दे रहा है ,,,आपने तो छील ही दी मेरी गाड अन्दर से हिहिहिजी

राजन रज्जो के चुतडो को हिलाते हुए - तूम सच मे एक नम्बर की राड हो भाभी ,,,चुदने मे जरा भी नही शर्माती हाहहहा

रज्जो इतरा कर - वो रन्डी ही क्या जो चुदने मे शर्मा जाये हिहिहिही,,, तो एक और राउंड के लिए तैयार है जीजा जीईई हिहिहिहिह

राजन थक कर चुर हो गया था - अरे अभी तो बहुत समय है भाभी शादी तक कयी राउंड होंगे , हा लेकिन आज जित्ना नही ,,आज जोश जोश मे बहुत ज्यादा हो गया ,, अब थोडा आराम करने की इच्छा है

रज्जो ह्स कर - कोई बात नही हिहिहिही ,,आप भी सो जाईये ,मै अपने कमरे मे जा रही हू ।

फिर रज्जो अपनी साडी लेके अपने कमरे मे आती है और वही राजन भी कपडे पहन कर सो जाता है ।

रज्जो कमरे मे प्रवेश करती है तो उसकी नजर टेबल पर रखे खाने की थाली पर जाती है ।

रज्जो मन मे - ये खाने की थाली कौन लाया ,,,शायद ममता लाई होगी , और ये जनाव उठे नही होगे ना
तभी रज्जो की नजर कमलनाथ के पायजामे से बाहर निकले लण्ड पर गयी

रज्जो मन मे - ये ऐसे क्यू सोये है ,,कही ममता अपने भैया के साथ मजे तो नही ना कर लिये हिहिहिही ,,, नही नही वो इतनी शरमिली है कि इसको देख कर ही भाग गयी होगी ।

फिर रज्जो ने अपने पति के कपडे सही किये और सोने चली गयी ।

अगली सुबह 5 बजे तक ममता की नीद खुली तो वो फ्रेश होकर उपर का हाल देखने गयी तो जैसे ही उसकी नजर अपने भैया के कमरे के बंद दरवाजे पर गयी , उसे रात के वो मस्ती भरे पल याद आ गये और वो शर्मा कर अपने कमरे की ओर बढ गयी जहा राजन रात की चुदाई की थकान से खरराते भर रहा था ।
ममता को कोई अचरज नही हुआ कि अभी 6 बजने वाले है और उसका पति सोया है ,,उसे यही लग रहा था कि रात मे ड्रिंक करने का असर होगा शायद । फिर वो आलमारि से अपने कपडे निकाल कर उपर टेरिस के बाथरूम मे नहाने के लिए चली जाती है ।

वो नहा कर ब्लाउज पेतिकोट मे बाहर निकल रही होती है कि सामने उसके भैया कमलनाथ छत पर टहल रहे होते है। ममता एकाएक सकपका जाती है और उसे अपने भैया के सामने ऐसे अचानक से ब्लाउज पेतिकोट मे आ जाने पर थोडा अटपटा सा लगता है मगर वो क्या कर सकती थी ,, वो बाल्ती लेके कमलनाथ को क्रॉस करके अरगन पर कपडे डालने के लिए चली जाती है ।

इधर कमलनाथ भी अपनी छोटी बहन के भरे ताजे जिस्म की कसावट और कामुक उभार को ब्लाउज पेतिकोट मे देख कर थोडा असहज महसूस करता है और जैसे ही ममता कपड़े फैलाने के लिए अरगन की ओर जाती है वो लपक कर फौरन बाथरूम मे घुस जाता है और दरवाजा बंद कर लेता है ।

दोनो भाई बहन मन ही मन खुद को थोडा शान्त करते है वही ममता धीरे धीरे सारे कपडे फैला देती है तो उसे ध्यान आता है कि उसकी ब्रा और पैंटी तो वही टोटी के पाइप पर टंगी हुई है ।

ममता अपना माथा पिट कर बुदबुदाई- हे भगवान , कही भैया उसे देख ना ले , क्या करु रुकू या निचे चली जाऊ

ममता अपने भैया से इतनी झिझक मह्सूस करने लगी और उसे कमलनाथ का सामना करने मे बहुत ही शर्म आ रही थी इसिलिए वो उपर रुकना ठीक नही समझी और बाद मे आने का सोच कर निचे कमरे मे चली गयी ।

वही कमलनाथ फ्रेश होकर जब हाथ धुलने टोटी के पास गया तो वहा पाइप पर उसे एक सेट ब्रा पैंटी दिखी और उसे समझते देर नही लगी कि वो उसके छोटी बहन ममता की ही है । मगर उस समय कमल्नाथ ने उसपर ध्यान नही दिया और वो हाथ धुल कर बाहर आया ।

कमलनाथ को उम्मीद थी कि शायद ममता अब भी उपर ही हो ,मगर उसको उपर ना देख कर कमलनाथ बुदबदाया - लगता है ममता अपने अन्दर के कपडे नल पर ही भूल गयी ,, चलो मै ही डाल देता हू नही तो गरमी के सीजन मे महकने लगेगा ।

कमलनाथ वापस बाथरूम मे गया और ममता की ब्रा और पैंटी लेके बाहर आया और बकायदा चिमती लगा कर उसने ममता के ब्रा और पैंटी को टांग दिया । तभी कमलनाथ की नजर ममता के ब्रा के लेबल पर गयी और 40 नम्बर का साइज़ देख कर कमलनाथ की आंखे चौडी हो गयी ।

कमलनाथ मुस्कुरा कर मन ही मन बोला - ये ममता के साइज़ कभी ध्यान ही नही गया हाहहहहा ,

फिर कमलनाथ नीचे चला गया । इधर ममता साड़ी पहन कर अपने कमरे मे कमलनाथ के निचे आने का इंतजार कर रही थी और जैसे उसे आभास हुआ कि उसके भैया निचे की सीढि की ओर घुमे वो लपक कर उपर के जीने से छत पर चली गयी ।

तभी ममता की नजर अरगन पर लहराते उसके ब्रा और पैंटी पर गयी और वो शर्म से पानी पानी हो गयी कि उसके भैया ने उसकी ब्रा और पैंटी अपने हाथो से सुखने के लिए डाल दी ।

ममता मन मे सोचते हुए थोडा इतराई- ये भैया भी ना हिहिहिहीही ,

फिर ममता अपनी कल्पनाओ मे खुद के सवालो का जवाब खुद ही देते हुए निचे अपने कमरे मे जाने लगी - क्या भैया ने मेरा साइज़ भी पढा होगा ,,,,, क्या सोच रहे होगे ,हिहिहिही लेकिन वो क्या सोचेंगे रज्जो भाभी का तो मुझसे भी ब्डा है सब हाहाहा । लेकिन अब मै उनके सामने कैसे जाऊ ,हे भगवान ये सब क्या हो रहा है हिहिहिही

ममता ऐसे ही बडबड़ाते हुए अपने कमरे मे आई और फिर राजन को जगा कर निचे किचन मे चली गयी ।

थोडी देर बाद 9 बजे तक लगभग सारे लोग नहा धोकर तैयार होकर नास्ते के लिए एकजुट हुए ।
जहा एकतरफ रज्जो और राजन मे आंखो ही आँखो मे इशारे बाजी हो रही थी ,वही ममता और कमलनाथ आपस मे एक दुसरे से नजरे चुरा रहे थे । वही पल्लवी की कोशिस जारी थी कि वो अनुज से थोडी नजदीकिया बढाए ,,मन तो अनुज का भी था मगर वो पल्लवी जितना जिगरा नही रख पा रहा था ,,उसे जब लगता कि पल्लवि उसे घुर रही है वो इधर उधर की बाते बनाता ताकि घर के बड़ो मे से कोई उसकी चोरी ना पकड ले ।
नास्ते के टेबल पर ही तय हुआ कि सभी लोग तैयार होकर रेडी रहे 11 बजे से सब लोग माल मे जायेंगे खरीदी के लिए । सारे लोग खुशि से चहक उठे खास कर महिला मंडल मे तो काफी उत्साह था शोप्पिन्ग के लिए ।

इधर यहा जानीपुर ये सब हो रहा था वही चमनपुरा मे भी कम काण्ड नही होने वाले थे आज ।


राज की जुबानी

रोज सुबह की दिनचर्या पूरी करके मै किचन मे नास्ते के लिए बैठा था और मोबाइल मे रात के मैसेज , मिस्काल का जवाब दे रहा था क्योकि सोनल और अनुज के जाने के बाद से रात मे मुझे समय ही नही मिल पाता था । ऐसे ही वो whatsaap स्क्रोल कर रहा था कि उसकी नजर status वाले सेक्सन पर गयी और मेरी आंखो मे नयी चमक आ गयी क्योकि कल काजल भाभी मे मेरा नम्बर सेव कर लिया था और उनका WhatsApp status मुझे शो हो रहा था । जो कि एक miss you sad status का गाना लगा था । फिर मुझे ध्यान आया कि कल ही तो शकुन्तला ताई बता रही थी कि काजल भाभी के पति अगले ही हफते आने वाले है ।

तभी मेरे दिमाग मे आइडिया आया और फटाफट अपने whatsaap status की privacy को only share with करते हुए सिर्फ काजल भाभी के नम्बर को सेलेक्ट करके 3 4 न्यू मॉडल ब्रा और पैंटी सेट की तस्वीरे डाल दी जो मेरे पास दुकान मे मौजुद थी । बस अब उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार था ।

मै जानता था ये एक बार मे नही होगा , मुझे और किसी ना किसी तरह से काजल भाभी को लपेटना पडेगा उसके लिए भी मैने सोच लिया ।

फिर मैने नासता किया और दुकान के लिए निकल गया ।
दुकान पर आने थोडी ही देर बाद ही चंदू का फोन आया और उसकी बाते सुन कर मेरा लण्ड अंगड़ाई लेने लगा ।
क्योकि उसने खबर ही ऐसी दी थी । बस अब मम्मी के आने का इन्तजार था ताकि उनकी इजाजत ले सकू ।
मै वापस दुकान के कामो मे लग गया , बीच मे एक दो बार whatsaap चेक कर रहा था और थोडा परेशान हो रहा था कि काजल भाभी ने अभी तक मेरा स्टेटस देखा क्यू नही ।
थोडी ही देर बाद मा दोपहर का खाना लेके आ गयी ।

मै खुश होके - मा मुझे आपसे कुछ बात करनी है
मा - हा बोल ना बेटा क्या बात है
मै - मा वो चंदू के मम्मी पापा दो दिन के लिए उसकी बुआ के यहा गये कोई शादी मे तो घर पर चंपा और चन्दू ही है

मा - हा तो
मै थोडा झिझक दिखाते हुए - तो मै कह रहा था ,,मतलब चंदू मुझसे पुछ रहा था कि मै उसके साथ सोने के लिए आ सकता हु क्या ,,

मा - हा तो चला जा ,, आखिर तेरा दोस्त है और उसने कितनी मदद भी तो की थी सगाई मे

मै हस कर - लेकिन मा वो रात मे हमारा वाला हिहिहिही

मा हस कर - धत्त बदमाश , दो ही दिन की बात है ना , मै कहा भागी जा रही हू हिहिही पागल कही का

मै हसकर - तो आज रात का अभी निबटा लिया जाये हिहिहिही

मा कुछ बोलती उससे पहले ग्राहक आ गये और वो बस हस कर चुप रहने का बोली फिर वो काम मे लग गयी और मै खाना खाने चला गया




लेखक की जुबानी
इधर जहा राज आज रात के लिए चंदू के साथ चम्पा को भोगने का प्लान बना चुका था ,वही जानीपुर मे रज्जो के यहा भी सारे लोग तैयार होकर दो ई-रिक्शा करके निकल गये सिटी के बड़े शॉपिंग मॉल की ओर ।
थोडी देर बाद सारे लोग माल पहुच गये ।
सोनल और पल्लवि तो बहुत ही खुश नजर आ रही थी और पल्लवि की खुशी देखकर अनुज भी खुश था ।

ममता और कमलनाथ दोनो आपस मे नजारे चुराते हुए कभी नजारे मिलती तो मुस्कुरा देते थे । वही रज्जो , राजन के सामने और भी इठला रही थी ।
राजन तो रज्जो के साडी मे थिरकते चुतडो का दीवाना हो चुका था ।
वही रमन और सोनल अपने अपने प्रेमियों के पास मोबाईल के माधय्म से संपर्क बनाये हुए थे
पल्लवि आज बहुत ही खूबसूरत दिख रही थी क्योकि आज सोनल ने उसे अपना नेवी ब्लू रंग का चूड़ीदार सूटसलवार दिया था पहनने के लिये और एक हिल वाली सैंडल भी ।
चूड़ीदार सलवार की कसावट पल्लवि के चर्बीदार कूल्हो पर साफ दिख रही थी और वही डीप नेक वाली सूट पर सिफान के पतले दुपट्टे से बडी चुचियो की दरारे झाक रही थी ।
पल्लवि कभी घूम कर अपनी लटो को कानो मे सहेजते हुए अनुज को देखती तो कभी सरकते दुपट्टे को कन्धे पर चढ़ाने के बहाने ।
अनुज भी सबकी नजरो से बच कर पल्लवि की कसी जवानी देख कर बहुत ही गदगद हो गया था । बार बार उसकी नजरे पल्लवि के कूल्हो पर कसे हुए सलवार की सिलवटो पर जा रही थी । उसके गोल गोल चुतडो की थिरकन अनुज की सांसो से लय बनाते हुए उपर निचे हो रही थी ।

फिर सारे लोग माल मे घुसते है ।
रज्जो कमलनाथ से - देखिये जी , पहले रमन के लिए शेरवानी और एक दो सूट ले लिया जाये , फिर बाकी सबको उनके हिसाब से जो लेना है ले लेगा ।

फिर सारे लोग उपर की मंजिल पर गये जहा ये वेडिंग ड्रेस की दुकान थी । जब रमन के लिए कपडे लिये जा रहे थे तो पल्लवि ने रज्जो से पहल करके सेम उसी मॉडल की दुसरे रंग की शेरवानी अनुज के लिए कही ।

पल्लवि - देखो मामी ,ये अनुज के लिए अच्छा रहेगा ।
ममता हस कर - अरे अनुज सहबाला बनेगा तो कही दुल्हन इसको ही दूल्हा ना समझ ले हिहिहिहिही
ममता की बाते सुन कर अनुज शर्मा जाता है जिसे पल्लवि भी ध्यान देती है और मजे लेते हुए कहती है ।

पल्लवी - कोई बात नही मम्मी , अनुज को मै पकडे रहूंगी हिहिहिही ताकि भाभी रमन भैया को ही दूल्हा समझे

पल्लवि की चंचलता भरी बातो पर सब हसने लगे ।
थोडी देर बाद अनुज और रमन के लिए ड्रेस ले लिये गये ।

रज्जो कमलनाथ से - चलिये जी अब आपका और जीजा जी के लिए कपडे देख लिया जाये ।

ममता - अरे नही भाभी , हम सबने तो कपडे लेके रखे हैं ।

रज्जो - तू चुप कर मै मेरे जीजा जी को दिला रही हू , तुझे चाहिये तो जा अपने भैया से लेले ।

ममता अपने भैया की चर्चा सुन कर एक नजर कमलनाथ को देखती है और उसे वापस से कल रात और आज सुबह की घटणाए याद आती है तो वो शर्मा कर मुस्कुराने लग जाती है ।

कमलनाथ - अगर ऐसी बात है तो चल ममता , मै तुझे दिलाउँगा
ममता हस कर- नही भैया क्या आप भी ,,भाभी मजाक कर रही हैं हिहिहिहिही
कमलनाथ - क्या नही , लिया जा रहा है कपडा तो सबके लिए खरीद लेते हैं ना , और वैसे भी कितना दिन हो गया मैने तुझे कुछ दिया नही , आ चल

ये बोल कमलनाथ ममता की कलाई पकड कर उसे एक निचे लेडिज वाले सेक्शन मे लेके चला जाता है ।
वही रज्जो - चलिये जीजा जी उधर जेन्स वाला , और ब्च्चो तुम लोगो को जो जो चाहिये लेलो , मै आती हू ।

इधर रज्जो भी राजन के साथ निकल गयी ।
इसी बीच रमन मोबाइल पर कुछ चेक कर रहा था ।
रमन - ऐसा है तुम लोग खरीदारी करो मै एक फोन करके आता हू

पल्लवि हस कर - हा हा जाओ जाओ , भाभी का ही फोन होगा हिहिहिहिह

रमन मुस्कुरा कर दुसरी ओर निकल गया
पल्लवी - तो सोनल दिदी आपको भी बात करनी हो तो कर लो हीहिहिही , देख रही हू काफी बार बज चुका है आपका फोन

सोनल अनुज के सामने थोडी शर्मायी और हा मे सर हिलाते हुए एक ओर निकल गयी ।

पल्लवि अनुज से - चलो अब हम लोग ही बचे हैं, तो अब तुम मुझे कपडे पसंद करने मे मदद करो

अनुज सकपकाकर - म म मै ए ए कैसे ???
पल्लवि थोडा हस अनुज का हाथ पकड कर निचे लेडिज सेक्शन की ओर चल दी ।

इधर कमलनाथ ममता को लेके एक साडी वाले सेक्शन में चला गया ।

कमलनाथ - ये क्या ममता कैसी सिम्पल साड़ीया ले रही है तू , कोई न्यू मॉडल मे ले ना

ममता थोड़ा झिझक कर - वो भैया मै ऐसे ही पहनती हू , गाव मे तो ऐसे ही बाकी की औरते भी पहनती है ना ।

कमलनाथ - ओहो तू भी ना गाव जाकर बदल ही गयी ,, शादी से पहले तू एक से एक नये जमाने के कपडे लेती थी और तेरी पसंद को कोई मना भी नही कर पाता था, मगर अब देख ये सिम्पल साड़ी ले रही है ।

ममता हस कर खुसफुसा कर - हा भैया तब की बात और थी ,मगर अब मुझे ऐसी ही सिम्पल कपड़ो की आदत हो चुकी है ना तो प्लीज

कमलनाथ - ठीक है लेकिन ये साडी मेरी पसन्द की लेनी होगी , तू मना नही करेगी

कमलनाथ एक न्यू चन्देरी प्रिंटेड रेड कलर की साडी ममता की ओर बढाता था ,,साड़ी बहुत ही खुबसूरत थी तो ममता चाह कर भी मना नही कर सकती थी ।

ममता हस कर - हिहिही ठीक है भैया चलिये हो गया अब

कमलनाथ कुछ सोच कर - अब ब हा हा ठीक है लेकिन

ममता अपने भैया को सोचता हुआ देख कर - क्या हुआ भैया

कमलनाथ थोडा हिचकते हुए - वो वो तू अन्दर के कपडे नही लेगी क्या ???

ममता अपने भैया के मुह से ऐसी बाते सुन कर शर्मा कर मुह फेर ली तो कमलनाथ फौरन सफाई देते हुए बोला - वो मैने सुबह देखा तेरे अन्दर के कपडे पुराने हो गये और इस लाल साडी के लिए मैचिंग वाले ही लेने पडेंगे ना इसिलिए मै कह रह था ,,,अगर चाहे तो बाद मे अपनी भाभी के साथ आजाना
कमलनाथ एक ही सास मे अपनी बात खतम कर थोड़ी देर तक ममता की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करता है और उसे लगता है कि वो कुछ गलत बोल गया ।

कमलनाथ मायूस होकर - माफ करना ममता , चल चलते हैं

ममता ने जब देखा कि उसके भैया का चेहरा उतर चुका है तो उसका दिल पिघल गया और उसे समझ आया कि वो फाल्तू मे कितना गलत विचार रखती है, आखिर वो उसके बडे भाई है ,,बचपन से लेकर शादी तक उसकी हर जरुरत का ख्याल रखा है तो इसमे कोई बड़ी बात नही है कि आज वो मेरे अंदर के कपडे के बारे मे बोल दे तो ।
ममता थोडा हस कर शर्माते हुए - नही भैया अब इसमे क्या भाभी को परेशान करना ,,,चलिये मै ले लूंगी हिहिहिहिही

कमलनाथ ममता के जवाब सुन कर खिल उठा - सच मे ममता

ममता अपने भैया को खुश होता देख कर - अब ब हा इसमे कुछ गलत थोड़ी है ,,वैसे भी आप मेरे भैया है ,याद है जब मै छोटी थी तो आप ही मेरे लिए सारे कपडे लाते थे हिहिहिही यहा तक कि ये वाले भी
ममता एक ब्रा पैंटी के सेट की ओर इशारा करके बोली ।

कमलनाथ थोडा झेपा लेकिन वो खुश था कि ममता ने उसकी बातो को नही टाला।
वो दोनो अंडरगार्मेंट्स वाले सेक्शन की ओर बढ गये ।

वही एक ओर रज्जो अपने नदोई के लिए एक अच्छा सा सूट ट्राई करवा रही होती है , जिसमे राजन काफी जवान नजर आता है तो

रज्जो ह्स कर - अरे वाह जीजाजी , आप तो जवान लग रहे है
राजन मौका देख कर रज्जो के कान मे बोला - रात मे इसी जवानी का जोर भी देखने को मिलेगा भाभी जी

रज्जो राजन की बातो से शर्मा जाती है
वही एक तरफ लेडिज वाले कम्पार्ट मे ही पल्लवि और अनुज ट्रायल रूम के बाहर खडे थे और इन्तजार कर रहे थे ।

अनुज इस समय 3 4 सेट कपडे लेके खड़ा था । थोडी ही देर बाद एक लड़की ट्रायल रूम से बाहर निकली तो पल्लवि अनुज के हाथ से एक जीन्स और टॉप लेके अन्दर घुस गयी , अनुज वही बाहर इन्तजार करने लगा
थोडी देर बाद ट्रायल रूम का दरवाजा खुला तो पल्लवि सामने दिखी
अनुज आंखे फाड़ कर पल्लवि के चुचो को उस कसी हुई टॉप मे निहार रहा था और फिर उसकी नजर पल्लवि के जांघो और कूल्हो पर कसे हुए जिन्स पर गयी

अनुज को खुद को ऐसे घुरता देख पल्लवी शर्माइ और अपने बालो को कानो मे सहेजते हुए बोली - कैसी लग रही हू मै अनुज
अनुज तो बस पल्लवि मे खो ही चुका था , पल्लवि को समझ आया कि अनुज कोई जवाब नही दे रहा है तो उसने एक बार लपक कर ट्रायल रूम के गलियारे मे देखा और फिर अनुज को पकड कर अन्दर खीच ली

अनुज कुछ समझ पाता उससे पहले ही पल्लवि ने दरवाजा भिड़काते हुए अनुज के लिप्स को अपने मुलायम पतले होटों मे भर लिया ।
अनुज की आन्खे फैल गयी , उसके हाथ ढीले हो गए और सारे कपडे निचे , उसकी दिल की धड़कने तेज हो गयी थी और वो कुछ भी सोच समझ पाने की स्थिति में नही था ।
वही पल्लवि ने जमकर अनुज के नरम कुवारे होठो को चूसे जा रही थी , फिर उसने अपनी लपल्पाती जीभ को अनुज के होठो के किनारो पर फिराया तो अनुज पूरी तरह से सिहर उठा ,,एक नयी ऊर्जा के साथ उसने अपने होठ खोले और पल्लवि के ऊपरि होठो मे मुह मे दबा लिया ।

अनुज मन मे - ओह्ह्ह कितने मुलायम होठ है इसके उम्म्ं और ये इतना अच्छा कैसे कर रही है

पल्लवि ने जब मह्सूस किया कि अनुज ने भी उसके होठो को पकड रखा है तो उसने किस को और भी गहरा करते हुए एक बार अपनी जीभ को अनुज के मुह मे ले जाकर उसके जीभ को छुते हुए बाहर खिच ली
अनुज एक बार फिर से तडप कर रह गया ।
पल्लवि ने अपने होठ बाहर खिचे और बिना कोई सवाल जवाब के अनुज को बाहर भेज दिया ।
अनुज जहा ढ़ेरो सवालो के साथ ट्रायल रूम के बाहर स्तब्ध होकर खड़ा हुआ अपने गीले होठो को हाथो से पोछ रहा था और सोचे जा रहा था कि अभी क्या हुआ आखिर , ऐसा कुछ अनुज ने पहले कभी मह्सूस ही नही किया था ।
उसे वापस से वही तलब उठ रही थी ,,मानो कुछ बहुत ही कीमती उससे छीन लिया गया हो
इतने मे सोनल उन दोनो को खोजते हुए ट्रायल रूम तक आ गयी ।

सोनल - अरे अनुज कहा था तू , कबसे खोज रही हूँ और पल्ल्वी कहा है ।

तभी पल्लवि दरवाजा खोलते हुए बाहर आई - मै यहा हू दीदी हिहिहिही , वो अनुज ने मेरे लिए जीन्स पसन्द की थी तो वही ट्राई कर रही थी ।

ये बोलकर उसने अनुज को देख कर स्माइल पास की जिससे अनुज सकपका गया ।

सोनल थोडा तुनक कर - क्या बात है अनुज तुने मेरे लिये तो कभी कुछ पसंद नही किया हा

पल्लवी अनुज को छेड़ते हुए - हा सच मे दीदी ,,,ये तो बहुत गलत बात है अनुज , चलो अब आज अनुज ही हम दोनो के बाकी कपड़े ही पसंद करेगा हिहिहिहिही

सोनल अनुज की खिचाई होती देख बोली - हिहिहि हा हा क्यू नही ।

फिर वो तीनो लड़कीयो के वेडिंग सेक्सन मे चले गये और कुछ गाऊन वगैरह देखने लगे ।

वही लेडिज कम्पार्ट मे अंडरगार्मेंट्स वाले सेकसन मे कमलनाथ और ममता दोनो भाई बहन थोडा शर्माते हिचकते एक काउंटर पर गये ।
काऊंटर पर खड़ी एक महिला स्टाफ ने ममता से मुखातिब होकर - जी मैम कहिये क्या दिखाऊ आपको

ममता थोडा हिचक कर कमलनाथ की ओर देखती है क्योकि वो काफी समय से गाव मे रह रही थी तो उसे ज्यादा इनसब कपड़ो के बारे मे जानकारी नही होती थी और जो कुछ भी मगाना होता था वो अपने पति राजन को कह देती थी ।
कमलनाथ अपने बहन की मनोव्य्था समझ कर खुद पहल करते हुए बोला - जी इनके लिए ब्रा पैंटी का सेट दिखाईये ।

अपने भैया के मुह से अपने लिये ब्रा पैंटी की बात सुन कर ममता के दिल की धडकनें तेज हो गयी ।

वो महिला स्टाफ एक बार फिर से ममता से - अच्छा मैम आप अपना साइज़ बताईए

ममता इस बार हिम्मत करके
कुछ बोलने जा रही थी कि कमलनाथ तपाक से बोल पडा - जी वो 40 नम्बर की ब्रा और 42 नम्बर की पैंटी

ममता अपने भैया के मुह से ऐसी बाते सुन कर मुस्कुरा दी और थोडी झेप सी गयी ।
फिर वो स्टाफ घूम कर कुछ मॉडल के ब्रा पैटी निकाल रही थी तो ममता मुस्कुरा कर अपने भैया के कान मे बोली - भैया आपको मेरा साइज़ कैसे पता

कमलनाथ पहले चौका फिर मुस्कुरा कर बोला - वो वो मैने सुबह जब तेरे कपडे अरगन पर डाल रहा था तभी मेरी नजर गयी ,,,,

ममता थोडा इतरा कर - लेकिन मेरी कच्छी पर तो कोई लेबल नही लगा था ना
कमलनाथ थोडा मुस्कुरा कर सीधा देखते हुए धीमी आवाज मे बोला - अब ब वो मैने बस अनुमान लगाया था , क्यू छोटा है क्या

ममता हस कर धीमी आवाज मे - धत्त भैया आप भी ,, सही है साइज़ हिहिहिही

कमलनाथ भी थोडा शरमाते हुए मुस्कुराया ,,उसे एक नया ही अह्सास मह्सूस हो रहा था अपनी सगी बहन के साथ ऐसे प्राइवेट मसलो पर बाते करते हुए ,ना जाने क्यू उसका लण्ड उठने लगा था ।

तभी वो महिला स्टाफ कुछ अच्छे मॉडल मे ब्रा पैंटी सेट के काफी कलर लाई ।

ममता ने मुस्कुरा कर एक नजर कमलनाथ को देखा और उन आये हूए मॉडल मे सबसे सिम्पल वाले सेट की उठा कर देखने लगती है तो कमलनाथ एक बहुत ही खुबसुरत रेड कलर लेस वाली ब्रा पैंटी के सेट को उठा कर ममता को दिखाता हुआ - ममता ये देख ना अच्छा लग रहा है

ममता अपने भैया द्वारा अपने लिये ब्रा पैंटी पसंद किये जाने पर थोडा हिचकी और उसे उसकी भी दिल की धडकनें तेज होने लगी
ऐसे मे ही वो महिला स्टाफ बोल पडी - हा मैडम आपके हसबैंड की पसंद बहुत अच्छी है , ये मॉडल अभी नया आया और बहुत बिक्री भी है इसकी


अब तो चौकने की बारी ममता और कमलनाथ दोनो की थी क्योकी उस महिला स्टाफ को लग रहा था कि वो दोनो पति पत्नी है । ऐसे मे ममता और कमलनाथ की नजरे एक पल टकराई और वो मुस्कुराये ।

कमलनाथ अपनी सफाई मे कुछ बोल्ने जा रहा था कि ममता ने उसका हाथ पकड कर ना मे गरदन हिला दी की वो हमारे रिस्ते के बारे मे कोई जिक्र ना करे ।

कमलनाथ समझ गया कि ऐसे में चुप रहने मे ही भलाई है नही तो वो महिला स्टाफ हम दोनो के बारे मे क्या सोचेगी की एक भाई अपने बहन को ब्रा पैंटी दिला रहा है और उसे साइज़ वगैरह सब पता है ।

ममता - हा ये वाला ठीक है लेकिन एक दो थोडे सिम्पल दिखाईये ,,गरमी के मौसम मे आरामदायक हो

सटाफ- जी मैम ,मै कुछ काटन के भी दिखाती हू
फिर वो स्टाफ वापस से घूम कर अपने काम मे लग गयी

ममता कमलनाथ को घुरते हुए धीमे से फुसफुसाई - भैया क्या करने जा रहे थे आप ,, उसे ये बताने की आप मेरे भैया है और मेरे साथ ये सब खरीद,,,,

कमलनाथ मम्ता के तुनकने से थोडा सहमा और सफाई देते हुए धीमी आवाज मे बोला - सॉरी ममता ,,, लेकिन वो हमे पति पत्नी मान रही थी तो मुझे कुछ अटपटा लगा इसिलिए

ममता थोडा इतरा कर मुस्कुराते हुए - जब सारे काम पति वाले ही करेंगे तो लोग वही समझेंगे ना हिहिहिही

कमलनाथ थोडा कन्फुज होकर - मतलब
ममता खिलखिला कर अप्नी हसी दबाते हुए - हिहिही कुछ नही

कमलनाथ समझ तो रहा था कि ममता बचपन से चंचल है मगर वो उस समय उसका व्यंग समझ नही पाया

फिर वो महिला स्टाफ आयी और उन दोनो को हस्ता मुस्कराता देख कर खुश होते हुए बोली - सच मे आप दोनो की जोडी बहुत प्यारी है ,,नही तो यहा ना जाने कितने जोड़े आते है वो बस खरीदारी को एक बोझ समझ कर जल्दी जल्दी के चक्कर मे झगड लेते है आपस मे ,,,लेकिन आप दोनो तो यहा एन्जॉय कर रहे है हिहिहिही

ममता फिर से कमलनाथ के मजे लेते हुए - हम्म्म अब ये है ही मजेदार
कमलनाथ को फिर से कुछ समझ नही आया तो वो ह्स कर ममता के लिए सहमती दिखाता है ।

स्टाफ - वैसे सर की पसंद की बहुत अच्छी है ,,,देखियेगा ये रेड वाली सेट आप पर जरुर खिलेगी,,,

ममता अब थोडी शर्मायी
स्टाफ फिर से - वैसे मुझे कहने की जरुरत तो नही लेकिन एक बार आप इसे अपने पति को पहन के जरुर दिखाईयेगा ,, इन्हे अच्छा लगेगा


कमलनाथ को लग रहा था कि अब ज्यादा हो रहा और बार बार अब उसके मन मे ममता की छवी सिर्फ ब्रा पैंटी पहने हूए ही आ रही थी ,,,उसके मन मे द्वंद चल रहा था ,,एक ओर उसे बुरा लग रहा था कि उसे अपने बहन के बारे ऐसा नही सुनना चाहिये ,, वही दुसरी ओर उसे एक अन्जानी खुसी मिल रही थी कि काफी समय बाद वो ममता के साथ वक़्त बिता रहा है और वो पल कुछ रोमचक मसलो से जुड़े हुए उसे उत्तेजक बनाये जा रहे थे ।

इसी उधेड़बुन से परेशान होकर कमलनाथ - अब ब ब ममता तुमको जो चाहिये लेलो , मै बाहर रुकता हू

फिर कमलनाथ तुरंत निकल गया सेकसन से बाहर की ओर
उसको भागते जाते देखे ममता खिलखिलाई

स्टाफ ह्स कर - लग रहा है काफी शर्मीले है आपके पति

ममता थोडा इतरा कर हस्ते हुए - हा उनको हमारी प्राइवेट बाते बाहर करनी पसन्द नही है हिहिहिहिही

स्टाफ हस्ते हुए - एक बात कहू मैम अगर आपको ऐतराज ना तो

ममता बड़ी उत्सुकता से - अरे हा हा क्यू नही

स्टाफ - वैसे ये मै अपना अनुभव बता रही हूँ , कि जब भी कभी मै और मेरे पति ऐसी कोई शॉपिंग करते है तो रात बहुत लम्बी होती है हमारी हिहिहिहिहिही ,,तो आप भी आज की तैयारी करके ही रखियेगा

ममता उस स्टाफ की बात समझ कर सिहर गयी और उसके मन मे कलपनाये उठने लगी कि उसके भैया उसे रात भर चोदे तो ,ये सोच के ही उसकी चुत गीली होने लगी ।


वो स्टाफ ममता को खोया देख कर - ओह्ह हो आप तो सच मे खो गयी हिहिहिही

ममता हसते हुए थोडा शर्मायी - हिहिहिही क्या आप भी , लाईये मेरा पैकेट दीजिये वो बाहर रुके है

फिर ममता ह्सते हुए और थोडा उन्ही लम्बी चुदाई की कल्पानाओ के बारे मे सोचते हुए बाहर कमलनाथ के पास चली गयी और वो महिला स्टाफ उसे जाते देख हस्ती रही ।
ममता कमलनाथ के पहुची तो देखा कि रज्जो और राजन भी आ रहे थे और वो लोग भी ममता को अकेले अंडरगार्मेंट सेक्सन से बाहर आते देखते हैं ।
ऐसे मे ममता और कमलनाथ ने राहत की सास ली कि अच्छा हुआ जो कमल्नाथ सही समय पर बाहर आ गया नही तो रज्जो अच्छी खिचाई करती दोनो की ।

रज्जो - ओहो लग रहा है सब खरीदारी हो गयी
ममता - हा भाभी , लेकिन आपने तो कुछ लिया ही नही
रज्जो - अरे नही , वो मैने अपनी सारी खरीदारी चमनपूरा मे ही अपनी छोटी बहन के साथ कर ली है ।

फिर धीरे धीरे सारे लोग इकठ्ठा हुए और फिर बिलिन्ग करवा कर रेस्तराँ में खाना खाने के लिए निकल गये ।

इनकी खरीदारी तो हो गयी थी मगर सबके मन में अपनी अपनी प्लानिंग थी घर जाकर
रमन और सोनल तो अपने अपने हमसफर से संपर्क बनाने मे व्यस्त थे ।
वही रज्जो और राजन की रात मे एक और धमाकेदार चुदाई की तलब हो रही थी ।
पल्लवि अनुज को छेड़ कर मजे लेने की योजना बना रही थी वही अनुज फिर से पल्लवि के होठो से जुड़ने को परेशान हुआ जा रहा था और उसके मन में काफी सारे सवाल थे ।
इधर ममता ने तय कर रखा था कि अब वो जबतक अपने भैया के साथ चुदवा न ले उसे चेन नही पडेगा तो वो भी नयी योजनाये बना रही थी कि कैसे कम्ल्नाथ से नजदीकिया बड़ाई जाये ।
फिर कमलनाथ की हालत कम खराब नही थी वो भी अपनी बहन के साथ समय बिताने को उतावला था और उसे अंडरगरमेंट्स वाले सेक्सन मे हुए वक्तव्यो पर चर्चा करनी थी जो बार बार उसे उत्तेजित किये जा रही थी ।

ना जाने आगे क्या होना था

जारी रहेगी
आप सभी की प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा
पढ कर दो शव्द जरुर लिखे
 

DREAMBOY40

सपनो का सौदागर
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Hooootttttt update

बहुत ही कामुक और गरमागरम अपडेट है:sex::sex::sex:

hot update bhai

Nice story

Fantastic update waiting for next

Awesome update dost

बहुत ही रोमांचक और सेक्सी अपडेट ।

Nice update

...superb.....Old is gold...but humme jawan chhamiya sonal ka intezar hai.. waiting more

Bahut hi zabardast update bhai...
Rajan ne to mauka maar lia. Aur Rajjo jaisi gadrai ghodi ko hi baja lia... Abhi to poori raat padi hai dekhte hain ye log kya kya karam karte hain.. bahut hi umda... Aage ka intezar

Dost Anokha Gyaan kb ?

Mast story hai comment ke liye aaj hi login kiya
Please give daily update

Super story, continue rakhiye

Pratiksha romanchak kahani ke agle rasprad update ki

Nice update. Waiting for next update

Waiting for the next update

are Bhai AISA na kro

Aap sabhi ki pratikriya k liye dhanywaad dosto

New update posted Read and review
 

Lucky..

“ɪ ᴋɴᴏᴡ ᴡʜᴏ ɪ ᴀᴍ, ᴀɴᴅ ɪ ᴀᴍ ᴅᴀᴍɴ ᴘʀᴏᴜᴅ ᴏꜰ ɪᴛ.”
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UPDATE 112
CHODAMPUR SPECIAL UPDATE

पिछले अपडेट मे आप सभी ने पढा कि कैसे रज्जो और राजन आखिरकार एक दुसरे को पा ही लिये और एक राउंड दमदार चुदाई के बाद भी राजन वापस से रज्जो की गाड़ का दिदार पाते ही अपना लण्ड सहलाने लगा ।
अब आगे


लोकेशन : राजन का बेडरूम
समय : रात के 02:30 बजे
पोजीशन : डॉगी स्टाइल
सेक्स टाइप : एनल
चुदाई का राउंड : चौथा
संवाद : अह्ह्ह्ह जीजा जीईईई उफ्फ्फ्फ्ग उम्म्ंम और तेज अह्ह्ह सच मे आपका एक एक धक्का मेरी गाड का सुराख बहुत ही फैला दे रहा हैअह्ह्ज्ज उफ्फ्फ्फ


राजन रज्जो के गाड पर थपेड जड़ता हुआ तेजी से लण्ड को उसकी गाड़ मे पेलता हुआ - ओह्ह्ह भाभी जी आज तक आप जैसी गरम औरत नही चोदी अह्ह्ह ,,,सच मे बहुत गरम हो आप उह्ह्ह

रज्जो सिस्क कर - हा जिजाआ जीईई उम्म्ंम्ं मुझे लण्ड की चसक बहुत है और आज आपके साथ का ये अनुभव बहुत ही जोशीला है अह्ह्ज उम्म्ंम्ं अह्ह्ह


रज्जो - ओह्ह्ह जीजा जीईई ऐसे ही औम्म्ंं बहुत अच्छा लग रहा है अज्ज्ज मेरी गाड़ फाड़ दो आजजज ओह्ह जीजा जी चोदो ना उम्म्ंम्ं

राजन रज्जो के संवाद से उत्तेजित होकर आखिर के कुछ दमदार धक्को के साथ भलभला कर रज्जो की गाड़ मे झडने लगता है ।

रज्जो राजन का लण्ड अपने चुतड के छल्ले से निचोडते हुए -उह्ह्ह जीजाजीई आपका गरम माल मेरी गाड़ के अन्दर के घावो को बहुत आराम दे रहा है ,,,आपने तो छील ही दी मेरी गाड अन्दर से हिहिहिजी

राजन रज्जो के चुतडो को हिलाते हुए - तूम सच मे एक नम्बर की राड हो भाभी ,,,चुदने मे जरा भी नही शर्माती हाहहहा

रज्जो इतरा कर - वो रन्डी ही क्या जो चुदने मे शर्मा जाये हिहिहिही,,, तो एक और राउंड के लिए तैयार है जीजा जीईई हिहिहिहिह

राजन थक कर चुर हो गया था - अरे अभी तो बहुत समय है भाभी शादी तक कयी राउंड होंगे , हा लेकिन आज जित्ना नही ,,आज जोश जोश मे बहुत ज्यादा हो गया ,, अब थोडा आराम करने की इच्छा है

रज्जो ह्स कर - कोई बात नही हिहिहिही ,,आप भी सो जाईये ,मै अपने कमरे मे जा रही हू ।

फिर रज्जो अपनी साडी लेके अपने कमरे मे आती है और वही राजन भी कपडे पहन कर सो जाता है ।

रज्जो कमरे मे प्रवेश करती है तो उसकी नजर टेबल पर रखे खाने की थाली पर जाती है ।

रज्जो मन मे - ये खाने की थाली कौन लाया ,,,शायद ममता लाई होगी , और ये जनाव उठे नही होगे ना
तभी रज्जो की नजर कमलनाथ के पायजामे से बाहर निकले लण्ड पर गयी

रज्जो मन मे - ये ऐसे क्यू सोये है ,,कही ममता अपने भैया के साथ मजे तो नही ना कर लिये हिहिहिही ,,, नही नही वो इतनी शरमिली है कि इसको देख कर ही भाग गयी होगी ।

फिर रज्जो ने अपने पति के कपडे सही किये और सोने चली गयी ।

अगली सुबह 5 बजे तक ममता की नीद खुली तो वो फ्रेश होकर उपर का हाल देखने गयी तो जैसे ही उसकी नजर अपने भैया के कमरे के बंद दरवाजे पर गयी , उसे रात के वो मस्ती भरे पल याद आ गये और वो शर्मा कर अपने कमरे की ओर बढ गयी जहा राजन रात की चुदाई की थकान से खरराते भर रहा था ।
ममता को कोई अचरज नही हुआ कि अभी 6 बजने वाले है और उसका पति सोया है ,,उसे यही लग रहा था कि रात मे ड्रिंक करने का असर होगा शायद । फिर वो आलमारि से अपने कपडे निकाल कर उपर टेरिस के बाथरूम मे नहाने के लिए चली जाती है ।

वो नहा कर ब्लाउज पेतिकोट मे बाहर निकल रही होती है कि सामने उसके भैया कमलनाथ छत पर टहल रहे होते है। ममता एकाएक सकपका जाती है और उसे अपने भैया के सामने ऐसे अचानक से ब्लाउज पेतिकोट मे आ जाने पर थोडा अटपटा सा लगता है मगर वो क्या कर सकती थी ,, वो बाल्ती लेके कमलनाथ को क्रॉस करके अरगन पर कपडे डालने के लिए चली जाती है ।

इधर कमलनाथ भी अपनी छोटी बहन के भरे ताजे जिस्म की कसावट और कामुक उभार को ब्लाउज पेतिकोट मे देख कर थोडा असहज महसूस करता है और जैसे ही ममता कपड़े फैलाने के लिए अरगन की ओर जाती है वो लपक कर फौरन बाथरूम मे घुस जाता है और दरवाजा बंद कर लेता है ।

दोनो भाई बहन मन ही मन खुद को थोडा शान्त करते है वही ममता धीरे धीरे सारे कपडे फैला देती है तो उसे ध्यान आता है कि उसकी ब्रा और पैंटी तो वही टोटी के पाइप पर टंगी हुई है ।

ममता अपना माथा पिट कर बुदबुदाई- हे भगवान , कही भैया उसे देख ना ले , क्या करु रुकू या निचे चली जाऊ

ममता अपने भैया से इतनी झिझक मह्सूस करने लगी और उसे कमलनाथ का सामना करने मे बहुत ही शर्म आ रही थी इसिलिए वो उपर रुकना ठीक नही समझी और बाद मे आने का सोच कर निचे कमरे मे चली गयी ।

वही कमलनाथ फ्रेश होकर जब हाथ धुलने टोटी के पास गया तो वहा पाइप पर उसे एक सेट ब्रा पैंटी दिखी और उसे समझते देर नही लगी कि वो उसके छोटी बहन ममता की ही है । मगर उस समय कमल्नाथ ने उसपर ध्यान नही दिया और वो हाथ धुल कर बाहर आया ।

कमलनाथ को उम्मीद थी कि शायद ममता अब भी उपर ही हो ,मगर उसको उपर ना देख कर कमलनाथ बुदबदाया - लगता है ममता अपने अन्दर के कपडे नल पर ही भूल गयी ,, चलो मै ही डाल देता हू नही तो गरमी के सीजन मे महकने लगेगा ।

कमलनाथ वापस बाथरूम मे गया और ममता की ब्रा और पैंटी लेके बाहर आया और बकायदा चिमती लगा कर उसने ममता के ब्रा और पैंटी को टांग दिया । तभी कमलनाथ की नजर ममता के ब्रा के लेबल पर गयी और 40 नम्बर का साइज़ देख कर कमलनाथ की आंखे चौडी हो गयी ।

कमलनाथ मुस्कुरा कर मन ही मन बोला - ये ममता के साइज़ कभी ध्यान ही नही गया हाहहहहा ,

फिर कमलनाथ नीचे चला गया । इधर ममता साड़ी पहन कर अपने कमरे मे कमलनाथ के निचे आने का इंतजार कर रही थी और जैसे उसे आभास हुआ कि उसके भैया निचे की सीढि की ओर घुमे वो लपक कर उपर के जीने से छत पर चली गयी ।

तभी ममता की नजर अरगन पर लहराते उसके ब्रा और पैंटी पर गयी और वो शर्म से पानी पानी हो गयी कि उसके भैया ने उसकी ब्रा और पैंटी अपने हाथो से सुखने के लिए डाल दी ।

ममता मन मे सोचते हुए थोडा इतराई- ये भैया भी ना हिहिहिहीही ,

फिर ममता अपनी कल्पनाओ मे खुद के सवालो का जवाब खुद ही देते हुए निचे अपने कमरे मे जाने लगी - क्या भैया ने मेरा साइज़ भी पढा होगा ,,,,, क्या सोच रहे होगे ,हिहिहिही लेकिन वो क्या सोचेंगे रज्जो भाभी का तो मुझसे भी ब्डा है सब हाहाहा । लेकिन अब मै उनके सामने कैसे जाऊ ,हे भगवान ये सब क्या हो रहा है हिहिहिही

ममता ऐसे ही बडबड़ाते हुए अपने कमरे मे आई और फिर राजन को जगा कर निचे किचन मे चली गयी ।

थोडी देर बाद 9 बजे तक लगभग सारे लोग नहा धोकर तैयार होकर नास्ते के लिए एकजुट हुए ।
जहा एकतरफ रज्जो और राजन मे आंखो ही आँखो मे इशारे बाजी हो रही थी ,वही ममता और कमलनाथ आपस मे एक दुसरे से नजरे चुरा रहे थे । वही पल्लवी की कोशिस जारी थी कि वो अनुज से थोडी नजदीकिया बढाए ,,मन तो अनुज का भी था मगर वो पल्लवी जितना जिगरा नही रख पा रहा था ,,उसे जब लगता कि पल्लवि उसे घुर रही है वो इधर उधर की बाते बनाता ताकि घर के बड़ो मे से कोई उसकी चोरी ना पकड ले ।
नास्ते के टेबल पर ही तय हुआ कि सभी लोग तैयार होकर रेडी रहे 11 बजे से सब लोग माल मे जायेंगे खरीदी के लिए । सारे लोग खुशि से चहक उठे खास कर महिला मंडल मे तो काफी उत्साह था शोप्पिन्ग के लिए ।

इधर यहा जानीपुर ये सब हो रहा था वही चमनपुरा मे भी कम काण्ड नही होने वाले थे आज ।


राज की जुबानी

रोज सुबह की दिनचर्या पूरी करके मै किचन मे नास्ते के लिए बैठा था और मोबाइल मे रात के मैसेज , मिस्काल का जवाब दे रहा था क्योकि सोनल और अनुज के जाने के बाद से रात मे मुझे समय ही नही मिल पाता था । ऐसे ही वो whatsaap स्क्रोल कर रहा था कि उसकी नजर status वाले सेक्सन पर गयी और मेरी आंखो मे नयी चमक आ गयी क्योकि कल काजल भाभी मे मेरा नम्बर सेव कर लिया था और उनका WhatsApp status मुझे शो हो रहा था । जो कि एक miss you sad status का गाना लगा था । फिर मुझे ध्यान आया कि कल ही तो शकुन्तला ताई बता रही थी कि काजल भाभी के पति अगले ही हफते आने वाले है ।

तभी मेरे दिमाग मे आइडिया आया और फटाफट अपने whatsaap status की privacy को only share with करते हुए सिर्फ काजल भाभी के नम्बर को सेलेक्ट करके 3 4 न्यू मॉडल ब्रा और पैंटी सेट की तस्वीरे डाल दी जो मेरे पास दुकान मे मौजुद थी । बस अब उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार था ।

मै जानता था ये एक बार मे नही होगा , मुझे और किसी ना किसी तरह से काजल भाभी को लपेटना पडेगा उसके लिए भी मैने सोच लिया ।

फिर मैने नासता किया और दुकान के लिए निकल गया ।
दुकान पर आने थोडी ही देर बाद ही चंदू का फोन आया और उसकी बाते सुन कर मेरा लण्ड अंगड़ाई लेने लगा ।
क्योकि उसने खबर ही ऐसी दी थी । बस अब मम्मी के आने का इन्तजार था ताकि उनकी इजाजत ले सकू ।
मै वापस दुकान के कामो मे लग गया , बीच मे एक दो बार whatsaap चेक कर रहा था और थोडा परेशान हो रहा था कि काजल भाभी ने अभी तक मेरा स्टेटस देखा क्यू नही ।
थोडी ही देर बाद मा दोपहर का खाना लेके आ गयी ।

मै खुश होके - मा मुझे आपसे कुछ बात करनी है
मा - हा बोल ना बेटा क्या बात है
मै - मा वो चंदू के मम्मी पापा दो दिन के लिए उसकी बुआ के यहा गये कोई शादी मे तो घर पर चंपा और चन्दू ही है

मा - हा तो
मै थोडा झिझक दिखाते हुए - तो मै कह रहा था ,,मतलब चंदू मुझसे पुछ रहा था कि मै उसके साथ सोने के लिए आ सकता हु क्या ,,

मा - हा तो चला जा ,, आखिर तेरा दोस्त है और उसने कितनी मदद भी तो की थी सगाई मे

मै हस कर - लेकिन मा वो रात मे हमारा वाला हिहिहिही

मा हस कर - धत्त बदमाश , दो ही दिन की बात है ना , मै कहा भागी जा रही हू हिहिही पागल कही का

मै हसकर - तो आज रात का अभी निबटा लिया जाये हिहिहिही

मा कुछ बोलती उससे पहले ग्राहक आ गये और वो बस हस कर चुप रहने का बोली फिर वो काम मे लग गयी और मै खाना खाने चला गया




लेखक की जुबानी
इधर जहा राज आज रात के लिए चंदू के साथ चम्पा को भोगने का प्लान बना चुका था ,वही जानीपुर मे रज्जो के यहा भी सारे लोग तैयार होकर दो ई-रिक्शा करके निकल गये सिटी के बड़े शॉपिंग मॉल की ओर ।
थोडी देर बाद सारे लोग माल पहुच गये ।
सोनल और पल्लवि तो बहुत ही खुश नजर आ रही थी और पल्लवि की खुशी देखकर अनुज भी खुश था ।

ममता और कमलनाथ दोनो आपस मे नजारे चुराते हुए कभी नजारे मिलती तो मुस्कुरा देते थे । वही रज्जो , राजन के सामने और भी इठला रही थी ।
राजन तो रज्जो के साडी मे थिरकते चुतडो का दीवाना हो चुका था ।
वही रमन और सोनल अपने अपने प्रेमियों के पास मोबाईल के माधय्म से संपर्क बनाये हुए थे
पल्लवि आज बहुत ही खूबसूरत दिख रही थी क्योकि आज सोनल ने उसे अपना नेवी ब्लू रंग का चूड़ीदार सूटसलवार दिया था पहनने के लिये और एक हिल वाली सैंडल भी ।
चूड़ीदार सलवार की कसावट पल्लवि के चर्बीदार कूल्हो पर साफ दिख रही थी और वही डीप नेक वाली सूट पर सिफान के पतले दुपट्टे से बडी चुचियो की दरारे झाक रही थी ।

पल्लवि कभी घूम कर अपनी लटो को कानो मे सहेजते हुए अनुज को देखती तो कभी सरकते दुपट्टे को कन्धे पर चढ़ाने के बहाने ।
अनुज भी सबकी नजरो से बच कर पल्लवि की कसी जवानी देख कर बहुत ही गदगद हो गया था । बार बार उसकी नजरे पल्लवि के कूल्हो पर कसे हुए सलवार की सिलवटो पर जा रही थी । उसके गोल गोल चुतडो की थिरकन अनुज की सांसो से लय बनाते हुए उपर निचे हो रही थी ।

फिर सारे लोग माल मे घुसते है ।
रज्जो कमलनाथ से - देखिये जी , पहले रमन के लिए शेरवानी और एक दो सूट ले लिया जाये , फिर बाकी सबको उनके हिसाब से जो लेना है ले लेगा ।

फिर सारे लोग उपर की मंजिल पर गये जहा ये वेडिंग ड्रेस की दुकान थी । जब रमन के लिए कपडे लिये जा रहे थे तो पल्लवि ने रज्जो से पहल करके सेम उसी मॉडल की दुसरे रंग की शेरवानी अनुज के लिए कही ।

पल्लवि - देखो मामी ,ये अनुज के लिए अच्छा रहेगा ।
ममता हस कर - अरे अनुज सहबाला बनेगा तो कही दुल्हन इसको ही दूल्हा ना समझ ले हिहिहिहिही
ममता की बाते सुन कर अनुज शर्मा जाता है जिसे पल्लवि भी ध्यान देती है और मजे लेते हुए कहती है ।

पल्लवी - कोई बात नही मम्मी , अनुज को मै पकडे रहूंगी हिहिहिही ताकि भाभी रमन भैया को ही दूल्हा समझे

पल्लवि की चंचलता भरी बातो पर सब हसने लगे ।
थोडी देर बाद अनुज और रमन के लिए ड्रेस ले लिये गये ।

रज्जो कमलनाथ से - चलिये जी अब आपका और जीजा जी के लिए कपडे देख लिया जाये ।

ममता - अरे नही भाभी , हम सबने तो कपडे लेके रखे हैं ।

रज्जो - तू चुप कर मै मेरे जीजा जी को दिला रही हू , तुझे चाहिये तो जा अपने भैया से लेले ।

ममता अपने भैया की चर्चा सुन कर एक नजर कमलनाथ को देखती है और उसे वापस से कल रात और आज सुबह की घटणाए याद आती है तो वो शर्मा कर मुस्कुराने लग जाती है ।

कमलनाथ - अगर ऐसी बात है तो चल ममता , मै तुझे दिलाउँगा
ममता हस कर- नही भैया क्या आप भी ,,भाभी मजाक कर रही हैं हिहिहिहिही
कमलनाथ - क्या नही , लिया जा रहा है कपडा तो सबके लिए खरीद लेते हैं ना , और वैसे भी कितना दिन हो गया मैने तुझे कुछ दिया नही , आ चल

ये बोल कमलनाथ ममता की कलाई पकड कर उसे एक निचे लेडिज वाले सेक्शन मे लेके चला जाता है ।
वही रज्जो - चलिये जीजा जी उधर जेन्स वाला , और ब्च्चो तुम लोगो को जो जो चाहिये लेलो , मै आती हू ।

इधर रज्जो भी राजन के साथ निकल गयी ।
इसी बीच रमन मोबाइल पर कुछ चेक कर रहा था ।
रमन - ऐसा है तुम लोग खरीदारी करो मै एक फोन करके आता हू

पल्लवि हस कर - हा हा जाओ जाओ , भाभी का ही फोन होगा हिहिहिहिह

रमन मुस्कुरा कर दुसरी ओर निकल गया
पल्लवी - तो सोनल दिदी आपको भी बात करनी हो तो कर लो हीहिहिही , देख रही हू काफी बार बज चुका है आपका फोन

सोनल अनुज के सामने थोडी शर्मायी और हा मे सर हिलाते हुए एक ओर निकल गयी ।

पल्लवि अनुज से - चलो अब हम लोग ही बचे हैं, तो अब तुम मुझे कपडे पसंद करने मे मदद करो

अनुज सकपकाकर - म म मै ए ए कैसे ???
पल्लवि थोडा हस अनुज का हाथ पकड कर निचे लेडिज सेक्शन की ओर चल दी ।

इधर कमलनाथ ममता को लेके एक साडी वाले सेक्शन में चला गया ।

कमलनाथ - ये क्या ममता कैसी सिम्पल साड़ीया ले रही है तू , कोई न्यू मॉडल मे ले ना

ममता थोड़ा झिझक कर - वो भैया मै ऐसे ही पहनती हू , गाव मे तो ऐसे ही बाकी की औरते भी पहनती है ना ।

कमलनाथ - ओहो तू भी ना गाव जाकर बदल ही गयी ,, शादी से पहले तू एक से एक नये जमाने के कपडे लेती थी और तेरी पसंद को कोई मना भी नही कर पाता था, मगर अब देख ये सिम्पल साड़ी ले रही है ।

ममता हस कर खुसफुसा कर - हा भैया तब की बात और थी ,मगर अब मुझे ऐसी ही सिम्पल कपड़ो की आदत हो चुकी है ना तो प्लीज

कमलनाथ - ठीक है लेकिन ये साडी मेरी पसन्द की लेनी होगी , तू मना नही करेगी

कमलनाथ एक न्यू चन्देरी प्रिंटेड रेड कलर की साडी ममता की ओर बढाता था ,,साड़ी बहुत ही खुबसूरत थी तो ममता चाह कर भी मना नही कर सकती थी ।

ममता हस कर - हिहिही ठीक है भैया चलिये हो गया अब

कमलनाथ कुछ सोच कर - अब ब हा हा ठीक है लेकिन

ममता अपने भैया को सोचता हुआ देख कर - क्या हुआ भैया

कमलनाथ थोडा हिचकते हुए - वो वो तू अन्दर के कपडे नही लेगी क्या ???

ममता अपने भैया के मुह से ऐसी बाते सुन कर शर्मा कर मुह फेर ली तो कमलनाथ फौरन सफाई देते हुए बोला - वो मैने सुबह देखा तेरे अन्दर के कपडे पुराने हो गये और इस लाल साडी के लिए मैचिंग वाले ही लेने पडेंगे ना इसिलिए मै कह रह था ,,,अगर चाहे तो बाद मे अपनी भाभी के साथ आजाना
कमलनाथ एक ही सास मे अपनी बात खतम कर थोड़ी देर तक ममता की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करता है और उसे लगता है कि वो कुछ गलत बोल गया ।

कमलनाथ मायूस होकर - माफ करना ममता , चल चलते हैं

ममता ने जब देखा कि उसके भैया का चेहरा उतर चुका है तो उसका दिल पिघल गया और उसे समझ आया कि वो फाल्तू मे कितना गलत विचार रखती है, आखिर वो उसके बडे भाई है ,,बचपन से लेकर शादी तक उसकी हर जरुरत का ख्याल रखा है तो इसमे कोई बड़ी बात नही है कि आज वो मेरे अंदर के कपडे के बारे मे बोल दे तो ।
ममता थोडा हस कर शर्माते हुए - नही भैया अब इसमे क्या भाभी को परेशान करना ,,,चलिये मै ले लूंगी हिहिहिहिही

कमलनाथ ममता के जवाब सुन कर खिल उठा - सच मे ममता

ममता अपने भैया को खुश होता देख कर - अब ब हा इसमे कुछ गलत थोड़ी है ,,वैसे भी आप मेरे भैया है ,याद है जब मै छोटी थी तो आप ही मेरे लिए सारे कपडे लाते थे हिहिहिही यहा तक कि ये वाले भी
ममता एक ब्रा पैंटी के सेट की ओर इशारा करके बोली ।

कमलनाथ थोडा झेपा लेकिन वो खुश था कि ममता ने उसकी बातो को नही टाला।
वो दोनो अंडरगार्मेंट्स वाले सेक्शन की ओर बढ गये ।

वही एक ओर रज्जो अपने नदोई के लिए एक अच्छा सा सूट ट्राई करवा रही होती है , जिसमे राजन काफी जवान नजर आता है तो

रज्जो ह्स कर - अरे वाह जीजाजी , आप तो जवान लग रहे है
राजन मौका देख कर रज्जो के कान मे बोला - रात मे इसी जवानी का जोर भी देखने को मिलेगा भाभी जी

रज्जो राजन की बातो से शर्मा जाती है
वही एक तरफ लेडिज वाले कम्पार्ट मे ही पल्लवि और अनुज ट्रायल रूम के बाहर खडे थे और इन्तजार कर रहे थे ।

अनुज इस समय 3 4 सेट कपडे लेके खड़ा था । थोडी ही देर बाद एक लड़की ट्रायल रूम से बाहर निकली तो पल्लवि अनुज के हाथ से एक जीन्स और टॉप लेके अन्दर घुस गयी , अनुज वही बाहर इन्तजार करने लगा
थोडी देर बाद ट्रायल रूम का दरवाजा खुला तो पल्लवि सामने दिखी
अनुज आंखे फाड़ कर पल्लवि के चुचो को उस कसी हुई टॉप मे निहार रहा था और फिर उसकी नजर पल्लवि के जांघो और कूल्हो पर कसे हुए जिन्स पर गयी

अनुज को खुद को ऐसे घुरता देख पल्लवी शर्माइ और अपने बालो को कानो मे सहेजते हुए बोली - कैसी लग रही हू मै अनुज
अनुज तो बस पल्लवि मे खो ही चुका था , पल्लवि को समझ आया कि अनुज कोई जवाब नही दे रहा है तो उसने एक बार लपक कर ट्रायल रूम के गलियारे मे देखा और फिर अनुज को पकड कर अन्दर खीच ली

अनुज कुछ समझ पाता उससे पहले ही पल्लवि ने दरवाजा भिड़काते हुए अनुज के लिप्स को अपने मुलायम पतले होटों मे भर लिया ।
अनुज की आन्खे फैल गयी , उसके हाथ ढीले हो गए और सारे कपडे निचे , उसकी दिल की धड़कने तेज हो गयी थी और वो कुछ भी सोच समझ पाने की स्थिति में नही था ।
वही पल्लवि ने जमकर अनुज के नरम कुवारे होठो को चूसे जा रही थी , फिर उसने अपनी लपल्पाती जीभ को अनुज के होठो के किनारो पर फिराया तो अनुज पूरी तरह से सिहर उठा ,,एक नयी ऊर्जा के साथ उसने अपने होठ खोले और पल्लवि के ऊपरि होठो मे मुह मे दबा लिया ।

अनुज मन मे - ओह्ह्ह कितने मुलायम होठ है इसके उम्म्ं और ये इतना अच्छा कैसे कर रही है

पल्लवि ने जब मह्सूस किया कि अनुज ने भी उसके होठो को पकड रखा है तो उसने किस को और भी गहरा करते हुए एक बार अपनी जीभ को अनुज के मुह मे ले जाकर उसके जीभ को छुते हुए बाहर खिच ली
अनुज एक बार फिर से तडप कर रह गया ।
पल्लवि ने अपने होठ बाहर खिचे और बिना कोई सवाल जवाब के अनुज को बाहर भेज दिया ।
अनुज जहा ढ़ेरो सवालो के साथ ट्रायल रूम के बाहर स्तब्ध होकर खड़ा हुआ अपने गीले होठो को हाथो से पोछ रहा था और सोचे जा रहा था कि अभी क्या हुआ आखिर , ऐसा कुछ अनुज ने पहले कभी मह्सूस ही नही किया था ।
उसे वापस से वही तलब उठ रही थी ,,मानो कुछ बहुत ही कीमती उससे छीन लिया गया हो
इतने मे सोनल उन दोनो को खोजते हुए ट्रायल रूम तक आ गयी ।

सोनल - अरे अनुज कहा था तू , कबसे खोज रही हूँ और पल्ल्वी कहा है ।

तभी पल्लवि दरवाजा खोलते हुए बाहर आई - मै यहा हू दीदी हिहिहिही , वो अनुज ने मेरे लिए जीन्स पसन्द की थी तो वही ट्राई कर रही थी ।

ये बोलकर उसने अनुज को देख कर स्माइल पास की जिससे अनुज सकपका गया ।

सोनल थोडा तुनक कर - क्या बात है अनुज तुने मेरे लिये तो कभी कुछ पसंद नही किया हा

पल्लवी अनुज को छेड़ते हुए - हा सच मे दीदी ,,,ये तो बहुत गलत बात है अनुज , चलो अब आज अनुज ही हम दोनो के बाकी कपड़े ही पसंद करेगा हिहिहिहिही

सोनल अनुज की खिचाई होती देख बोली - हिहिहि हा हा क्यू नही ।

फिर वो तीनो लड़कीयो के वेडिंग सेक्सन मे चले गये और कुछ गाऊन वगैरह देखने लगे ।

वही लेडिज कम्पार्ट मे अंडरगार्मेंट्स वाले सेकसन मे कमलनाथ और ममता दोनो भाई बहन थोडा शर्माते हिचकते एक काउंटर पर गये ।
काऊंटर पर खड़ी एक महिला स्टाफ ने ममता से मुखातिब होकर - जी मैम कहिये क्या दिखाऊ आपको

ममता थोडा हिचक कर कमलनाथ की ओर देखती है क्योकि वो काफी समय से गाव मे रह रही थी तो उसे ज्यादा इनसब कपड़ो के बारे मे जानकारी नही होती थी और जो कुछ भी मगाना होता था वो अपने पति राजन को कह देती थी ।
कमलनाथ अपने बहन की मनोव्य्था समझ कर खुद पहल करते हुए बोला - जी इनके लिए ब्रा पैंटी का सेट दिखाईये ।

अपने भैया के मुह से अपने लिये ब्रा पैंटी की बात सुन कर ममता के दिल की धडकनें तेज हो गयी ।

वो महिला स्टाफ एक बार फिर से ममता से - अच्छा मैम आप अपना साइज़ बताईए

ममता इस बार हिम्मत करके
कुछ बोलने जा रही थी कि कमलनाथ तपाक से बोल पडा - जी वो 40 नम्बर की ब्रा और 42 नम्बर की पैंटी

ममता अपने भैया के मुह से ऐसी बाते सुन कर मुस्कुरा दी और थोडी झेप सी गयी ।
फिर वो स्टाफ घूम कर कुछ मॉडल के ब्रा पैटी निकाल रही थी तो ममता मुस्कुरा कर अपने भैया के कान मे बोली - भैया आपको मेरा साइज़ कैसे पता

कमलनाथ पहले चौका फिर मुस्कुरा कर बोला - वो वो मैने सुबह जब तेरे कपडे अरगन पर डाल रहा था तभी मेरी नजर गयी ,,,,

ममता थोडा इतरा कर - लेकिन मेरी कच्छी पर तो कोई लेबल नही लगा था ना
कमलनाथ थोडा मुस्कुरा कर सीधा देखते हुए धीमी आवाज मे बोला - अब ब वो मैने बस अनुमान लगाया था , क्यू छोटा है क्या

ममता हस कर धीमी आवाज मे - धत्त भैया आप भी ,, सही है साइज़ हिहिहिही

कमलनाथ भी थोडा शरमाते हुए मुस्कुराया ,,उसे एक नया ही अह्सास मह्सूस हो रहा था अपनी सगी बहन के साथ ऐसे प्राइवेट मसलो पर बाते करते हुए ,ना जाने क्यू उसका लण्ड उठने लगा था ।

तभी वो महिला स्टाफ कुछ अच्छे मॉडल मे ब्रा पैंटी सेट के काफी कलर लाई ।

ममता ने मुस्कुरा कर एक नजर कमलनाथ को देखा और उन आये हूए मॉडल मे सबसे सिम्पल वाले सेट की उठा कर देखने लगती है तो कमलनाथ एक बहुत ही खुबसुरत रेड कलर लेस वाली ब्रा पैंटी के सेट को उठा कर ममता को दिखाता हुआ - ममता ये देख ना अच्छा लग रहा है

ममता अपने भैया द्वारा अपने लिये ब्रा पैंटी पसंद किये जाने पर थोडा हिचकी और उसे उसकी भी दिल की धडकनें तेज होने लगी
ऐसे मे ही वो महिला स्टाफ बोल पडी - हा मैडम आपके हसबैंड की पसंद बहुत अच्छी है , ये मॉडल अभी नया आया और बहुत बिक्री भी है इसकी


अब तो चौकने की बारी ममता और कमलनाथ दोनो की थी क्योकी उस महिला स्टाफ को लग रहा था कि वो दोनो पति पत्नी है । ऐसे मे ममता और कमलनाथ की नजरे एक पल टकराई और वो मुस्कुराये ।

कमलनाथ अपनी सफाई मे कुछ बोल्ने जा रहा था कि ममता ने उसका हाथ पकड कर ना मे गरदन हिला दी की वो हमारे रिस्ते के बारे मे कोई जिक्र ना करे ।

कमलनाथ समझ गया कि ऐसे में चुप रहने मे ही भलाई है नही तो वो महिला स्टाफ हम दोनो के बारे मे क्या सोचेगी की एक भाई अपने बहन को ब्रा पैंटी दिला रहा है और उसे साइज़ वगैरह सब पता है ।

ममता - हा ये वाला ठीक है लेकिन एक दो थोडे सिम्पल दिखाईये ,,गरमी के मौसम मे आरामदायक हो

सटाफ- जी मैम ,मै कुछ काटन के भी दिखाती हू
फिर वो स्टाफ वापस से घूम कर अपने काम मे लग गयी

ममता कमलनाथ को घुरते हुए धीमे से फुसफुसाई - भैया क्या करने जा रहे थे आप ,, उसे ये बताने की आप मेरे भैया है और मेरे साथ ये सब खरीद,,,,

कमलनाथ मम्ता के तुनकने से थोडा सहमा और सफाई देते हुए धीमी आवाज मे बोला - सॉरी ममता ,,, लेकिन वो हमे पति पत्नी मान रही थी तो मुझे कुछ अटपटा लगा इसिलिए

ममता थोडा इतरा कर मुस्कुराते हुए - जब सारे काम पति वाले ही करेंगे तो लोग वही समझेंगे ना हिहिहिही

कमलनाथ थोडा कन्फुज होकर - मतलब
ममता खिलखिला कर अप्नी हसी दबाते हुए - हिहिही कुछ नही

कमलनाथ समझ तो रहा था कि ममता बचपन से चंचल है मगर वो उस समय उसका व्यंग समझ नही पाया

फिर वो महिला स्टाफ आयी और उन दोनो को हस्ता मुस्कराता देख कर खुश होते हुए बोली - सच मे आप दोनो की जोडी बहुत प्यारी है ,,नही तो यहा ना जाने कितने जोड़े आते है वो बस खरीदारी को एक बोझ समझ कर जल्दी जल्दी के चक्कर मे झगड लेते है आपस मे ,,,लेकिन आप दोनो तो यहा एन्जॉय कर रहे है हिहिहिही

ममता फिर से कमलनाथ के मजे लेते हुए - हम्म्म अब ये है ही मजेदार
कमलनाथ को फिर से कुछ समझ नही आया तो वो ह्स कर ममता के लिए सहमती दिखाता है ।

स्टाफ - वैसे सर की पसंद की बहुत अच्छी है ,,,देखियेगा ये रेड वाली सेट आप पर जरुर खिलेगी,,,

ममता अब थोडी शर्मायी
स्टाफ फिर से - वैसे मुझे कहने की जरुरत तो नही लेकिन एक बार आप इसे अपने पति को पहन के जरुर दिखाईयेगा ,, इन्हे अच्छा लगेगा


कमलनाथ को लग रहा था कि अब ज्यादा हो रहा और बार बार अब उसके मन मे ममता की छवी सिर्फ ब्रा पैंटी पहने हूए ही आ रही थी ,,,उसके मन मे द्वंद चल रहा था ,,एक ओर उसे बुरा लग रहा था कि उसे अपने बहन के बारे ऐसा नही सुनना चाहिये ,, वही दुसरी ओर उसे एक अन्जानी खुसी मिल रही थी कि काफी समय बाद वो ममता के साथ वक़्त बिता रहा है और वो पल कुछ रोमचक मसलो से जुड़े हुए उसे उत्तेजक बनाये जा रहे थे ।

इसी उधेड़बुन से परेशान होकर कमलनाथ - अब ब ब ममता तुमको जो चाहिये लेलो , मै बाहर रुकता हू

फिर कमलनाथ तुरंत निकल गया सेकसन से बाहर की ओर
उसको भागते जाते देखे ममता खिलखिलाई

स्टाफ ह्स कर - लग रहा है काफी शर्मीले है आपके पति

ममता थोडा इतरा कर हस्ते हुए - हा उनको हमारी प्राइवेट बाते बाहर करनी पसन्द नही है हिहिहिहिही

स्टाफ हस्ते हुए - एक बात कहू मैम अगर आपको ऐतराज ना तो

ममता बड़ी उत्सुकता से - अरे हा हा क्यू नही

स्टाफ - वैसे ये मै अपना अनुभव बता रही हूँ , कि जब भी कभी मै और मेरे पति ऐसी कोई शॉपिंग करते है तो रात बहुत लम्बी होती है हमारी हिहिहिहिहिही ,,तो आप भी आज की तैयारी करके ही रखियेगा

ममता उस स्टाफ की बात समझ कर सिहर गयी और उसके मन मे कलपनाये उठने लगी कि उसके भैया उसे रात भर चोदे तो ,ये सोच के ही उसकी चुत गीली होने लगी ।


वो स्टाफ ममता को खोया देख कर - ओह्ह हो आप तो सच मे खो गयी हिहिहिही

ममता हसते हुए थोडा शर्मायी - हिहिहिही क्या आप भी , लाईये मेरा पैकेट दीजिये वो बाहर रुके है

फिर ममता ह्सते हुए और थोडा उन्ही लम्बी चुदाई की कल्पानाओ के बारे मे सोचते हुए बाहर कमलनाथ के पास चली गयी और वो महिला स्टाफ उसे जाते देख हस्ती रही ।
ममता कमलनाथ के पहुची तो देखा कि रज्जो और राजन भी आ रहे थे और वो लोग भी ममता को अकेले अंडरगार्मेंट सेक्सन से बाहर आते देखते हैं ।
ऐसे मे ममता और कमलनाथ ने राहत की सास ली कि अच्छा हुआ जो कमल्नाथ सही समय पर बाहर आ गया नही तो रज्जो अच्छी खिचाई करती दोनो की ।

रज्जो - ओहो लग रहा है सब खरीदारी हो गयी
ममता - हा भाभी , लेकिन आपने तो कुछ लिया ही नही
रज्जो - अरे नही , वो मैने अपनी सारी खरीदारी चमनपूरा मे ही अपनी छोटी बहन के साथ कर ली है ।

फिर धीरे धीरे सारे लोग इकठ्ठा हुए और फिर बिलिन्ग करवा कर रेस्तराँ में खाना खाने के लिए निकल गये ।

इनकी खरीदारी तो हो गयी थी मगर सबके मन में अपनी अपनी प्लानिंग थी घर जाकर
रमन और सोनल तो अपने अपने हमसफर से संपर्क बनाने मे व्यस्त थे ।
वही रज्जो और राजन की रात मे एक और धमाकेदार चुदाई की तलब हो रही थी ।
पल्लवि अनुज को छेड़ कर मजे लेने की योजना बना रही थी वही अनुज फिर से पल्लवि के होठो से जुड़ने को परेशान हुआ जा रहा था और उसके मन में काफी सारे सवाल थे ।
इधर ममता ने तय कर रखा था कि अब वो जबतक अपने भैया के साथ चुदवा न ले उसे चेन नही पडेगा तो वो भी नयी योजनाये बना रही थी कि कैसे कम्ल्नाथ से नजदीकिया बड़ाई जाये ।
फिर कमलनाथ की हालत कम खराब नही थी वो भी अपनी बहन के साथ समय बिताने को उतावला था और उसे अंडरगरमेंट्स वाले सेक्सन मे हुए वक्तव्यो पर चर्चा करनी थी जो बार बार उसे उत्तेजित किये जा रही थी ।

ना जाने आगे क्या होना था

जारी रहेगी
आप सभी की प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा
पढ कर दो शव्द जरुर लिखे
Behtreen update bhai
 

Lib am

Well-Known Member
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UPDATE 112
CHODAMPUR SPECIAL UPDATE

पिछले अपडेट मे आप सभी ने पढा कि कैसे रज्जो और राजन आखिरकार एक दुसरे को पा ही लिये और एक राउंड दमदार चुदाई के बाद भी राजन वापस से रज्जो की गाड़ का दिदार पाते ही अपना लण्ड सहलाने लगा ।
अब आगे


लोकेशन : राजन का बेडरूम
समय : रात के 02:30 बजे
पोजीशन : डॉगी स्टाइल
सेक्स टाइप : एनल
चुदाई का राउंड : चौथा
संवाद : अह्ह्ह्ह जीजा जीईईई उफ्फ्फ्फ्ग उम्म्ंम और तेज अह्ह्ह सच मे आपका एक एक धक्का मेरी गाड का सुराख बहुत ही फैला दे रहा हैअह्ह्ज्ज उफ्फ्फ्फ


राजन रज्जो के गाड पर थपेड जड़ता हुआ तेजी से लण्ड को उसकी गाड़ मे पेलता हुआ - ओह्ह्ह भाभी जी आज तक आप जैसी गरम औरत नही चोदी अह्ह्ह ,,,सच मे बहुत गरम हो आप उह्ह्ह

रज्जो सिस्क कर - हा जिजाआ जीईई उम्म्ंम्ं मुझे लण्ड की चसक बहुत है और आज आपके साथ का ये अनुभव बहुत ही जोशीला है अह्ह्ज उम्म्ंम्ं अह्ह्ह


रज्जो - ओह्ह्ह जीजा जीईई ऐसे ही औम्म्ंं बहुत अच्छा लग रहा है अज्ज्ज मेरी गाड़ फाड़ दो आजजज ओह्ह जीजा जी चोदो ना उम्म्ंम्ं

राजन रज्जो के संवाद से उत्तेजित होकर आखिर के कुछ दमदार धक्को के साथ भलभला कर रज्जो की गाड़ मे झडने लगता है ।

रज्जो राजन का लण्ड अपने चुतड के छल्ले से निचोडते हुए -उह्ह्ह जीजाजीई आपका गरम माल मेरी गाड़ के अन्दर के घावो को बहुत आराम दे रहा है ,,,आपने तो छील ही दी मेरी गाड अन्दर से हिहिहिजी

राजन रज्जो के चुतडो को हिलाते हुए - तूम सच मे एक नम्बर की राड हो भाभी ,,,चुदने मे जरा भी नही शर्माती हाहहहा

रज्जो इतरा कर - वो रन्डी ही क्या जो चुदने मे शर्मा जाये हिहिहिही,,, तो एक और राउंड के लिए तैयार है जीजा जीईई हिहिहिहिह

राजन थक कर चुर हो गया था - अरे अभी तो बहुत समय है भाभी शादी तक कयी राउंड होंगे , हा लेकिन आज जित्ना नही ,,आज जोश जोश मे बहुत ज्यादा हो गया ,, अब थोडा आराम करने की इच्छा है

रज्जो ह्स कर - कोई बात नही हिहिहिही ,,आप भी सो जाईये ,मै अपने कमरे मे जा रही हू ।

फिर रज्जो अपनी साडी लेके अपने कमरे मे आती है और वही राजन भी कपडे पहन कर सो जाता है ।

रज्जो कमरे मे प्रवेश करती है तो उसकी नजर टेबल पर रखे खाने की थाली पर जाती है ।

रज्जो मन मे - ये खाने की थाली कौन लाया ,,,शायद ममता लाई होगी , और ये जनाव उठे नही होगे ना
तभी रज्जो की नजर कमलनाथ के पायजामे से बाहर निकले लण्ड पर गयी

रज्जो मन मे - ये ऐसे क्यू सोये है ,,कही ममता अपने भैया के साथ मजे तो नही ना कर लिये हिहिहिही ,,, नही नही वो इतनी शरमिली है कि इसको देख कर ही भाग गयी होगी ।

फिर रज्जो ने अपने पति के कपडे सही किये और सोने चली गयी ।

अगली सुबह 5 बजे तक ममता की नीद खुली तो वो फ्रेश होकर उपर का हाल देखने गयी तो जैसे ही उसकी नजर अपने भैया के कमरे के बंद दरवाजे पर गयी , उसे रात के वो मस्ती भरे पल याद आ गये और वो शर्मा कर अपने कमरे की ओर बढ गयी जहा राजन रात की चुदाई की थकान से खरराते भर रहा था ।
ममता को कोई अचरज नही हुआ कि अभी 6 बजने वाले है और उसका पति सोया है ,,उसे यही लग रहा था कि रात मे ड्रिंक करने का असर होगा शायद । फिर वो आलमारि से अपने कपडे निकाल कर उपर टेरिस के बाथरूम मे नहाने के लिए चली जाती है ।

वो नहा कर ब्लाउज पेतिकोट मे बाहर निकल रही होती है कि सामने उसके भैया कमलनाथ छत पर टहल रहे होते है। ममता एकाएक सकपका जाती है और उसे अपने भैया के सामने ऐसे अचानक से ब्लाउज पेतिकोट मे आ जाने पर थोडा अटपटा सा लगता है मगर वो क्या कर सकती थी ,, वो बाल्ती लेके कमलनाथ को क्रॉस करके अरगन पर कपडे डालने के लिए चली जाती है ।

इधर कमलनाथ भी अपनी छोटी बहन के भरे ताजे जिस्म की कसावट और कामुक उभार को ब्लाउज पेतिकोट मे देख कर थोडा असहज महसूस करता है और जैसे ही ममता कपड़े फैलाने के लिए अरगन की ओर जाती है वो लपक कर फौरन बाथरूम मे घुस जाता है और दरवाजा बंद कर लेता है ।

दोनो भाई बहन मन ही मन खुद को थोडा शान्त करते है वही ममता धीरे धीरे सारे कपडे फैला देती है तो उसे ध्यान आता है कि उसकी ब्रा और पैंटी तो वही टोटी के पाइप पर टंगी हुई है ।

ममता अपना माथा पिट कर बुदबुदाई- हे भगवान , कही भैया उसे देख ना ले , क्या करु रुकू या निचे चली जाऊ

ममता अपने भैया से इतनी झिझक मह्सूस करने लगी और उसे कमलनाथ का सामना करने मे बहुत ही शर्म आ रही थी इसिलिए वो उपर रुकना ठीक नही समझी और बाद मे आने का सोच कर निचे कमरे मे चली गयी ।

वही कमलनाथ फ्रेश होकर जब हाथ धुलने टोटी के पास गया तो वहा पाइप पर उसे एक सेट ब्रा पैंटी दिखी और उसे समझते देर नही लगी कि वो उसके छोटी बहन ममता की ही है । मगर उस समय कमल्नाथ ने उसपर ध्यान नही दिया और वो हाथ धुल कर बाहर आया ।

कमलनाथ को उम्मीद थी कि शायद ममता अब भी उपर ही हो ,मगर उसको उपर ना देख कर कमलनाथ बुदबदाया - लगता है ममता अपने अन्दर के कपडे नल पर ही भूल गयी ,, चलो मै ही डाल देता हू नही तो गरमी के सीजन मे महकने लगेगा ।

कमलनाथ वापस बाथरूम मे गया और ममता की ब्रा और पैंटी लेके बाहर आया और बकायदा चिमती लगा कर उसने ममता के ब्रा और पैंटी को टांग दिया । तभी कमलनाथ की नजर ममता के ब्रा के लेबल पर गयी और 40 नम्बर का साइज़ देख कर कमलनाथ की आंखे चौडी हो गयी ।

कमलनाथ मुस्कुरा कर मन ही मन बोला - ये ममता के साइज़ कभी ध्यान ही नही गया हाहहहहा ,

फिर कमलनाथ नीचे चला गया । इधर ममता साड़ी पहन कर अपने कमरे मे कमलनाथ के निचे आने का इंतजार कर रही थी और जैसे उसे आभास हुआ कि उसके भैया निचे की सीढि की ओर घुमे वो लपक कर उपर के जीने से छत पर चली गयी ।

तभी ममता की नजर अरगन पर लहराते उसके ब्रा और पैंटी पर गयी और वो शर्म से पानी पानी हो गयी कि उसके भैया ने उसकी ब्रा और पैंटी अपने हाथो से सुखने के लिए डाल दी ।

ममता मन मे सोचते हुए थोडा इतराई- ये भैया भी ना हिहिहिहीही ,

फिर ममता अपनी कल्पनाओ मे खुद के सवालो का जवाब खुद ही देते हुए निचे अपने कमरे मे जाने लगी - क्या भैया ने मेरा साइज़ भी पढा होगा ,,,,, क्या सोच रहे होगे ,हिहिहिही लेकिन वो क्या सोचेंगे रज्जो भाभी का तो मुझसे भी ब्डा है सब हाहाहा । लेकिन अब मै उनके सामने कैसे जाऊ ,हे भगवान ये सब क्या हो रहा है हिहिहिही

ममता ऐसे ही बडबड़ाते हुए अपने कमरे मे आई और फिर राजन को जगा कर निचे किचन मे चली गयी ।

थोडी देर बाद 9 बजे तक लगभग सारे लोग नहा धोकर तैयार होकर नास्ते के लिए एकजुट हुए ।
जहा एकतरफ रज्जो और राजन मे आंखो ही आँखो मे इशारे बाजी हो रही थी ,वही ममता और कमलनाथ आपस मे एक दुसरे से नजरे चुरा रहे थे । वही पल्लवी की कोशिस जारी थी कि वो अनुज से थोडी नजदीकिया बढाए ,,मन तो अनुज का भी था मगर वो पल्लवी जितना जिगरा नही रख पा रहा था ,,उसे जब लगता कि पल्लवि उसे घुर रही है वो इधर उधर की बाते बनाता ताकि घर के बड़ो मे से कोई उसकी चोरी ना पकड ले ।
नास्ते के टेबल पर ही तय हुआ कि सभी लोग तैयार होकर रेडी रहे 11 बजे से सब लोग माल मे जायेंगे खरीदी के लिए । सारे लोग खुशि से चहक उठे खास कर महिला मंडल मे तो काफी उत्साह था शोप्पिन्ग के लिए ।

इधर यहा जानीपुर ये सब हो रहा था वही चमनपुरा मे भी कम काण्ड नही होने वाले थे आज ।


राज की जुबानी

रोज सुबह की दिनचर्या पूरी करके मै किचन मे नास्ते के लिए बैठा था और मोबाइल मे रात के मैसेज , मिस्काल का जवाब दे रहा था क्योकि सोनल और अनुज के जाने के बाद से रात मे मुझे समय ही नही मिल पाता था । ऐसे ही वो whatsaap स्क्रोल कर रहा था कि उसकी नजर status वाले सेक्सन पर गयी और मेरी आंखो मे नयी चमक आ गयी क्योकि कल काजल भाभी मे मेरा नम्बर सेव कर लिया था और उनका WhatsApp status मुझे शो हो रहा था । जो कि एक miss you sad status का गाना लगा था । फिर मुझे ध्यान आया कि कल ही तो शकुन्तला ताई बता रही थी कि काजल भाभी के पति अगले ही हफते आने वाले है ।

तभी मेरे दिमाग मे आइडिया आया और फटाफट अपने whatsaap status की privacy को only share with करते हुए सिर्फ काजल भाभी के नम्बर को सेलेक्ट करके 3 4 न्यू मॉडल ब्रा और पैंटी सेट की तस्वीरे डाल दी जो मेरे पास दुकान मे मौजुद थी । बस अब उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार था ।

मै जानता था ये एक बार मे नही होगा , मुझे और किसी ना किसी तरह से काजल भाभी को लपेटना पडेगा उसके लिए भी मैने सोच लिया ।

फिर मैने नासता किया और दुकान के लिए निकल गया ।
दुकान पर आने थोडी ही देर बाद ही चंदू का फोन आया और उसकी बाते सुन कर मेरा लण्ड अंगड़ाई लेने लगा ।
क्योकि उसने खबर ही ऐसी दी थी । बस अब मम्मी के आने का इन्तजार था ताकि उनकी इजाजत ले सकू ।
मै वापस दुकान के कामो मे लग गया , बीच मे एक दो बार whatsaap चेक कर रहा था और थोडा परेशान हो रहा था कि काजल भाभी ने अभी तक मेरा स्टेटस देखा क्यू नही ।
थोडी ही देर बाद मा दोपहर का खाना लेके आ गयी ।

मै खुश होके - मा मुझे आपसे कुछ बात करनी है
मा - हा बोल ना बेटा क्या बात है
मै - मा वो चंदू के मम्मी पापा दो दिन के लिए उसकी बुआ के यहा गये कोई शादी मे तो घर पर चंपा और चन्दू ही है

मा - हा तो
मै थोडा झिझक दिखाते हुए - तो मै कह रहा था ,,मतलब चंदू मुझसे पुछ रहा था कि मै उसके साथ सोने के लिए आ सकता हु क्या ,,

मा - हा तो चला जा ,, आखिर तेरा दोस्त है और उसने कितनी मदद भी तो की थी सगाई मे

मै हस कर - लेकिन मा वो रात मे हमारा वाला हिहिहिही

मा हस कर - धत्त बदमाश , दो ही दिन की बात है ना , मै कहा भागी जा रही हू हिहिही पागल कही का

मै हसकर - तो आज रात का अभी निबटा लिया जाये हिहिहिही

मा कुछ बोलती उससे पहले ग्राहक आ गये और वो बस हस कर चुप रहने का बोली फिर वो काम मे लग गयी और मै खाना खाने चला गया




लेखक की जुबानी
इधर जहा राज आज रात के लिए चंदू के साथ चम्पा को भोगने का प्लान बना चुका था ,वही जानीपुर मे रज्जो के यहा भी सारे लोग तैयार होकर दो ई-रिक्शा करके निकल गये सिटी के बड़े शॉपिंग मॉल की ओर ।
थोडी देर बाद सारे लोग माल पहुच गये ।
सोनल और पल्लवि तो बहुत ही खुश नजर आ रही थी और पल्लवि की खुशी देखकर अनुज भी खुश था ।

ममता और कमलनाथ दोनो आपस मे नजारे चुराते हुए कभी नजारे मिलती तो मुस्कुरा देते थे । वही रज्जो , राजन के सामने और भी इठला रही थी ।
राजन तो रज्जो के साडी मे थिरकते चुतडो का दीवाना हो चुका था ।
वही रमन और सोनल अपने अपने प्रेमियों के पास मोबाईल के माधय्म से संपर्क बनाये हुए थे
पल्लवि आज बहुत ही खूबसूरत दिख रही थी क्योकि आज सोनल ने उसे अपना नेवी ब्लू रंग का चूड़ीदार सूटसलवार दिया था पहनने के लिये और एक हिल वाली सैंडल भी ।
चूड़ीदार सलवार की कसावट पल्लवि के चर्बीदार कूल्हो पर साफ दिख रही थी और वही डीप नेक वाली सूट पर सिफान के पतले दुपट्टे से बडी चुचियो की दरारे झाक रही थी ।

पल्लवि कभी घूम कर अपनी लटो को कानो मे सहेजते हुए अनुज को देखती तो कभी सरकते दुपट्टे को कन्धे पर चढ़ाने के बहाने ।
अनुज भी सबकी नजरो से बच कर पल्लवि की कसी जवानी देख कर बहुत ही गदगद हो गया था । बार बार उसकी नजरे पल्लवि के कूल्हो पर कसे हुए सलवार की सिलवटो पर जा रही थी । उसके गोल गोल चुतडो की थिरकन अनुज की सांसो से लय बनाते हुए उपर निचे हो रही थी ।

फिर सारे लोग माल मे घुसते है ।
रज्जो कमलनाथ से - देखिये जी , पहले रमन के लिए शेरवानी और एक दो सूट ले लिया जाये , फिर बाकी सबको उनके हिसाब से जो लेना है ले लेगा ।

फिर सारे लोग उपर की मंजिल पर गये जहा ये वेडिंग ड्रेस की दुकान थी । जब रमन के लिए कपडे लिये जा रहे थे तो पल्लवि ने रज्जो से पहल करके सेम उसी मॉडल की दुसरे रंग की शेरवानी अनुज के लिए कही ।

पल्लवि - देखो मामी ,ये अनुज के लिए अच्छा रहेगा ।
ममता हस कर - अरे अनुज सहबाला बनेगा तो कही दुल्हन इसको ही दूल्हा ना समझ ले हिहिहिहिही
ममता की बाते सुन कर अनुज शर्मा जाता है जिसे पल्लवि भी ध्यान देती है और मजे लेते हुए कहती है ।

पल्लवी - कोई बात नही मम्मी , अनुज को मै पकडे रहूंगी हिहिहिही ताकि भाभी रमन भैया को ही दूल्हा समझे

पल्लवि की चंचलता भरी बातो पर सब हसने लगे ।
थोडी देर बाद अनुज और रमन के लिए ड्रेस ले लिये गये ।

रज्जो कमलनाथ से - चलिये जी अब आपका और जीजा जी के लिए कपडे देख लिया जाये ।

ममता - अरे नही भाभी , हम सबने तो कपडे लेके रखे हैं ।

रज्जो - तू चुप कर मै मेरे जीजा जी को दिला रही हू , तुझे चाहिये तो जा अपने भैया से लेले ।

ममता अपने भैया की चर्चा सुन कर एक नजर कमलनाथ को देखती है और उसे वापस से कल रात और आज सुबह की घटणाए याद आती है तो वो शर्मा कर मुस्कुराने लग जाती है ।

कमलनाथ - अगर ऐसी बात है तो चल ममता , मै तुझे दिलाउँगा
ममता हस कर- नही भैया क्या आप भी ,,भाभी मजाक कर रही हैं हिहिहिहिही
कमलनाथ - क्या नही , लिया जा रहा है कपडा तो सबके लिए खरीद लेते हैं ना , और वैसे भी कितना दिन हो गया मैने तुझे कुछ दिया नही , आ चल

ये बोल कमलनाथ ममता की कलाई पकड कर उसे एक निचे लेडिज वाले सेक्शन मे लेके चला जाता है ।
वही रज्जो - चलिये जीजा जी उधर जेन्स वाला , और ब्च्चो तुम लोगो को जो जो चाहिये लेलो , मै आती हू ।

इधर रज्जो भी राजन के साथ निकल गयी ।
इसी बीच रमन मोबाइल पर कुछ चेक कर रहा था ।
रमन - ऐसा है तुम लोग खरीदारी करो मै एक फोन करके आता हू

पल्लवि हस कर - हा हा जाओ जाओ , भाभी का ही फोन होगा हिहिहिहिह

रमन मुस्कुरा कर दुसरी ओर निकल गया
पल्लवी - तो सोनल दिदी आपको भी बात करनी हो तो कर लो हीहिहिही , देख रही हू काफी बार बज चुका है आपका फोन

सोनल अनुज के सामने थोडी शर्मायी और हा मे सर हिलाते हुए एक ओर निकल गयी ।

पल्लवि अनुज से - चलो अब हम लोग ही बचे हैं, तो अब तुम मुझे कपडे पसंद करने मे मदद करो

अनुज सकपकाकर - म म मै ए ए कैसे ???
पल्लवि थोडा हस अनुज का हाथ पकड कर निचे लेडिज सेक्शन की ओर चल दी ।

इधर कमलनाथ ममता को लेके एक साडी वाले सेक्शन में चला गया ।

कमलनाथ - ये क्या ममता कैसी सिम्पल साड़ीया ले रही है तू , कोई न्यू मॉडल मे ले ना

ममता थोड़ा झिझक कर - वो भैया मै ऐसे ही पहनती हू , गाव मे तो ऐसे ही बाकी की औरते भी पहनती है ना ।

कमलनाथ - ओहो तू भी ना गाव जाकर बदल ही गयी ,, शादी से पहले तू एक से एक नये जमाने के कपडे लेती थी और तेरी पसंद को कोई मना भी नही कर पाता था, मगर अब देख ये सिम्पल साड़ी ले रही है ।

ममता हस कर खुसफुसा कर - हा भैया तब की बात और थी ,मगर अब मुझे ऐसी ही सिम्पल कपड़ो की आदत हो चुकी है ना तो प्लीज

कमलनाथ - ठीक है लेकिन ये साडी मेरी पसन्द की लेनी होगी , तू मना नही करेगी

कमलनाथ एक न्यू चन्देरी प्रिंटेड रेड कलर की साडी ममता की ओर बढाता था ,,साड़ी बहुत ही खुबसूरत थी तो ममता चाह कर भी मना नही कर सकती थी ।

ममता हस कर - हिहिही ठीक है भैया चलिये हो गया अब

कमलनाथ कुछ सोच कर - अब ब हा हा ठीक है लेकिन

ममता अपने भैया को सोचता हुआ देख कर - क्या हुआ भैया

कमलनाथ थोडा हिचकते हुए - वो वो तू अन्दर के कपडे नही लेगी क्या ???

ममता अपने भैया के मुह से ऐसी बाते सुन कर शर्मा कर मुह फेर ली तो कमलनाथ फौरन सफाई देते हुए बोला - वो मैने सुबह देखा तेरे अन्दर के कपडे पुराने हो गये और इस लाल साडी के लिए मैचिंग वाले ही लेने पडेंगे ना इसिलिए मै कह रह था ,,,अगर चाहे तो बाद मे अपनी भाभी के साथ आजाना
कमलनाथ एक ही सास मे अपनी बात खतम कर थोड़ी देर तक ममता की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करता है और उसे लगता है कि वो कुछ गलत बोल गया ।

कमलनाथ मायूस होकर - माफ करना ममता , चल चलते हैं

ममता ने जब देखा कि उसके भैया का चेहरा उतर चुका है तो उसका दिल पिघल गया और उसे समझ आया कि वो फाल्तू मे कितना गलत विचार रखती है, आखिर वो उसके बडे भाई है ,,बचपन से लेकर शादी तक उसकी हर जरुरत का ख्याल रखा है तो इसमे कोई बड़ी बात नही है कि आज वो मेरे अंदर के कपडे के बारे मे बोल दे तो ।
ममता थोडा हस कर शर्माते हुए - नही भैया अब इसमे क्या भाभी को परेशान करना ,,,चलिये मै ले लूंगी हिहिहिहिही

कमलनाथ ममता के जवाब सुन कर खिल उठा - सच मे ममता

ममता अपने भैया को खुश होता देख कर - अब ब हा इसमे कुछ गलत थोड़ी है ,,वैसे भी आप मेरे भैया है ,याद है जब मै छोटी थी तो आप ही मेरे लिए सारे कपडे लाते थे हिहिहिही यहा तक कि ये वाले भी
ममता एक ब्रा पैंटी के सेट की ओर इशारा करके बोली ।

कमलनाथ थोडा झेपा लेकिन वो खुश था कि ममता ने उसकी बातो को नही टाला।
वो दोनो अंडरगार्मेंट्स वाले सेक्शन की ओर बढ गये ।

वही एक ओर रज्जो अपने नदोई के लिए एक अच्छा सा सूट ट्राई करवा रही होती है , जिसमे राजन काफी जवान नजर आता है तो

रज्जो ह्स कर - अरे वाह जीजाजी , आप तो जवान लग रहे है
राजन मौका देख कर रज्जो के कान मे बोला - रात मे इसी जवानी का जोर भी देखने को मिलेगा भाभी जी

रज्जो राजन की बातो से शर्मा जाती है
वही एक तरफ लेडिज वाले कम्पार्ट मे ही पल्लवि और अनुज ट्रायल रूम के बाहर खडे थे और इन्तजार कर रहे थे ।

अनुज इस समय 3 4 सेट कपडे लेके खड़ा था । थोडी ही देर बाद एक लड़की ट्रायल रूम से बाहर निकली तो पल्लवि अनुज के हाथ से एक जीन्स और टॉप लेके अन्दर घुस गयी , अनुज वही बाहर इन्तजार करने लगा
थोडी देर बाद ट्रायल रूम का दरवाजा खुला तो पल्लवि सामने दिखी
अनुज आंखे फाड़ कर पल्लवि के चुचो को उस कसी हुई टॉप मे निहार रहा था और फिर उसकी नजर पल्लवि के जांघो और कूल्हो पर कसे हुए जिन्स पर गयी

अनुज को खुद को ऐसे घुरता देख पल्लवी शर्माइ और अपने बालो को कानो मे सहेजते हुए बोली - कैसी लग रही हू मै अनुज
अनुज तो बस पल्लवि मे खो ही चुका था , पल्लवि को समझ आया कि अनुज कोई जवाब नही दे रहा है तो उसने एक बार लपक कर ट्रायल रूम के गलियारे मे देखा और फिर अनुज को पकड कर अन्दर खीच ली

अनुज कुछ समझ पाता उससे पहले ही पल्लवि ने दरवाजा भिड़काते हुए अनुज के लिप्स को अपने मुलायम पतले होटों मे भर लिया ।
अनुज की आन्खे फैल गयी , उसके हाथ ढीले हो गए और सारे कपडे निचे , उसकी दिल की धड़कने तेज हो गयी थी और वो कुछ भी सोच समझ पाने की स्थिति में नही था ।
वही पल्लवि ने जमकर अनुज के नरम कुवारे होठो को चूसे जा रही थी , फिर उसने अपनी लपल्पाती जीभ को अनुज के होठो के किनारो पर फिराया तो अनुज पूरी तरह से सिहर उठा ,,एक नयी ऊर्जा के साथ उसने अपने होठ खोले और पल्लवि के ऊपरि होठो मे मुह मे दबा लिया ।

अनुज मन मे - ओह्ह्ह कितने मुलायम होठ है इसके उम्म्ं और ये इतना अच्छा कैसे कर रही है

पल्लवि ने जब मह्सूस किया कि अनुज ने भी उसके होठो को पकड रखा है तो उसने किस को और भी गहरा करते हुए एक बार अपनी जीभ को अनुज के मुह मे ले जाकर उसके जीभ को छुते हुए बाहर खिच ली
अनुज एक बार फिर से तडप कर रह गया ।
पल्लवि ने अपने होठ बाहर खिचे और बिना कोई सवाल जवाब के अनुज को बाहर भेज दिया ।
अनुज जहा ढ़ेरो सवालो के साथ ट्रायल रूम के बाहर स्तब्ध होकर खड़ा हुआ अपने गीले होठो को हाथो से पोछ रहा था और सोचे जा रहा था कि अभी क्या हुआ आखिर , ऐसा कुछ अनुज ने पहले कभी मह्सूस ही नही किया था ।
उसे वापस से वही तलब उठ रही थी ,,मानो कुछ बहुत ही कीमती उससे छीन लिया गया हो
इतने मे सोनल उन दोनो को खोजते हुए ट्रायल रूम तक आ गयी ।

सोनल - अरे अनुज कहा था तू , कबसे खोज रही हूँ और पल्ल्वी कहा है ।

तभी पल्लवि दरवाजा खोलते हुए बाहर आई - मै यहा हू दीदी हिहिहिही , वो अनुज ने मेरे लिए जीन्स पसन्द की थी तो वही ट्राई कर रही थी ।

ये बोलकर उसने अनुज को देख कर स्माइल पास की जिससे अनुज सकपका गया ।

सोनल थोडा तुनक कर - क्या बात है अनुज तुने मेरे लिये तो कभी कुछ पसंद नही किया हा

पल्लवी अनुज को छेड़ते हुए - हा सच मे दीदी ,,,ये तो बहुत गलत बात है अनुज , चलो अब आज अनुज ही हम दोनो के बाकी कपड़े ही पसंद करेगा हिहिहिहिही

सोनल अनुज की खिचाई होती देख बोली - हिहिहि हा हा क्यू नही ।

फिर वो तीनो लड़कीयो के वेडिंग सेक्सन मे चले गये और कुछ गाऊन वगैरह देखने लगे ।

वही लेडिज कम्पार्ट मे अंडरगार्मेंट्स वाले सेकसन मे कमलनाथ और ममता दोनो भाई बहन थोडा शर्माते हिचकते एक काउंटर पर गये ।
काऊंटर पर खड़ी एक महिला स्टाफ ने ममता से मुखातिब होकर - जी मैम कहिये क्या दिखाऊ आपको

ममता थोडा हिचक कर कमलनाथ की ओर देखती है क्योकि वो काफी समय से गाव मे रह रही थी तो उसे ज्यादा इनसब कपड़ो के बारे मे जानकारी नही होती थी और जो कुछ भी मगाना होता था वो अपने पति राजन को कह देती थी ।
कमलनाथ अपने बहन की मनोव्य्था समझ कर खुद पहल करते हुए बोला - जी इनके लिए ब्रा पैंटी का सेट दिखाईये ।

अपने भैया के मुह से अपने लिये ब्रा पैंटी की बात सुन कर ममता के दिल की धडकनें तेज हो गयी ।

वो महिला स्टाफ एक बार फिर से ममता से - अच्छा मैम आप अपना साइज़ बताईए

ममता इस बार हिम्मत करके
कुछ बोलने जा रही थी कि कमलनाथ तपाक से बोल पडा - जी वो 40 नम्बर की ब्रा और 42 नम्बर की पैंटी

ममता अपने भैया के मुह से ऐसी बाते सुन कर मुस्कुरा दी और थोडी झेप सी गयी ।
फिर वो स्टाफ घूम कर कुछ मॉडल के ब्रा पैटी निकाल रही थी तो ममता मुस्कुरा कर अपने भैया के कान मे बोली - भैया आपको मेरा साइज़ कैसे पता

कमलनाथ पहले चौका फिर मुस्कुरा कर बोला - वो वो मैने सुबह जब तेरे कपडे अरगन पर डाल रहा था तभी मेरी नजर गयी ,,,,

ममता थोडा इतरा कर - लेकिन मेरी कच्छी पर तो कोई लेबल नही लगा था ना
कमलनाथ थोडा मुस्कुरा कर सीधा देखते हुए धीमी आवाज मे बोला - अब ब वो मैने बस अनुमान लगाया था , क्यू छोटा है क्या

ममता हस कर धीमी आवाज मे - धत्त भैया आप भी ,, सही है साइज़ हिहिहिही

कमलनाथ भी थोडा शरमाते हुए मुस्कुराया ,,उसे एक नया ही अह्सास मह्सूस हो रहा था अपनी सगी बहन के साथ ऐसे प्राइवेट मसलो पर बाते करते हुए ,ना जाने क्यू उसका लण्ड उठने लगा था ।

तभी वो महिला स्टाफ कुछ अच्छे मॉडल मे ब्रा पैंटी सेट के काफी कलर लाई ।

ममता ने मुस्कुरा कर एक नजर कमलनाथ को देखा और उन आये हूए मॉडल मे सबसे सिम्पल वाले सेट की उठा कर देखने लगती है तो कमलनाथ एक बहुत ही खुबसुरत रेड कलर लेस वाली ब्रा पैंटी के सेट को उठा कर ममता को दिखाता हुआ - ममता ये देख ना अच्छा लग रहा है

ममता अपने भैया द्वारा अपने लिये ब्रा पैंटी पसंद किये जाने पर थोडा हिचकी और उसे उसकी भी दिल की धडकनें तेज होने लगी
ऐसे मे ही वो महिला स्टाफ बोल पडी - हा मैडम आपके हसबैंड की पसंद बहुत अच्छी है , ये मॉडल अभी नया आया और बहुत बिक्री भी है इसकी


अब तो चौकने की बारी ममता और कमलनाथ दोनो की थी क्योकी उस महिला स्टाफ को लग रहा था कि वो दोनो पति पत्नी है । ऐसे मे ममता और कमलनाथ की नजरे एक पल टकराई और वो मुस्कुराये ।

कमलनाथ अपनी सफाई मे कुछ बोल्ने जा रहा था कि ममता ने उसका हाथ पकड कर ना मे गरदन हिला दी की वो हमारे रिस्ते के बारे मे कोई जिक्र ना करे ।

कमलनाथ समझ गया कि ऐसे में चुप रहने मे ही भलाई है नही तो वो महिला स्टाफ हम दोनो के बारे मे क्या सोचेगी की एक भाई अपने बहन को ब्रा पैंटी दिला रहा है और उसे साइज़ वगैरह सब पता है ।

ममता - हा ये वाला ठीक है लेकिन एक दो थोडे सिम्पल दिखाईये ,,गरमी के मौसम मे आरामदायक हो

सटाफ- जी मैम ,मै कुछ काटन के भी दिखाती हू
फिर वो स्टाफ वापस से घूम कर अपने काम मे लग गयी

ममता कमलनाथ को घुरते हुए धीमे से फुसफुसाई - भैया क्या करने जा रहे थे आप ,, उसे ये बताने की आप मेरे भैया है और मेरे साथ ये सब खरीद,,,,

कमलनाथ मम्ता के तुनकने से थोडा सहमा और सफाई देते हुए धीमी आवाज मे बोला - सॉरी ममता ,,, लेकिन वो हमे पति पत्नी मान रही थी तो मुझे कुछ अटपटा लगा इसिलिए

ममता थोडा इतरा कर मुस्कुराते हुए - जब सारे काम पति वाले ही करेंगे तो लोग वही समझेंगे ना हिहिहिही

कमलनाथ थोडा कन्फुज होकर - मतलब
ममता खिलखिला कर अप्नी हसी दबाते हुए - हिहिही कुछ नही

कमलनाथ समझ तो रहा था कि ममता बचपन से चंचल है मगर वो उस समय उसका व्यंग समझ नही पाया

फिर वो महिला स्टाफ आयी और उन दोनो को हस्ता मुस्कराता देख कर खुश होते हुए बोली - सच मे आप दोनो की जोडी बहुत प्यारी है ,,नही तो यहा ना जाने कितने जोड़े आते है वो बस खरीदारी को एक बोझ समझ कर जल्दी जल्दी के चक्कर मे झगड लेते है आपस मे ,,,लेकिन आप दोनो तो यहा एन्जॉय कर रहे है हिहिहिही

ममता फिर से कमलनाथ के मजे लेते हुए - हम्म्म अब ये है ही मजेदार
कमलनाथ को फिर से कुछ समझ नही आया तो वो ह्स कर ममता के लिए सहमती दिखाता है ।

स्टाफ - वैसे सर की पसंद की बहुत अच्छी है ,,,देखियेगा ये रेड वाली सेट आप पर जरुर खिलेगी,,,

ममता अब थोडी शर्मायी
स्टाफ फिर से - वैसे मुझे कहने की जरुरत तो नही लेकिन एक बार आप इसे अपने पति को पहन के जरुर दिखाईयेगा ,, इन्हे अच्छा लगेगा


कमलनाथ को लग रहा था कि अब ज्यादा हो रहा और बार बार अब उसके मन मे ममता की छवी सिर्फ ब्रा पैंटी पहने हूए ही आ रही थी ,,,उसके मन मे द्वंद चल रहा था ,,एक ओर उसे बुरा लग रहा था कि उसे अपने बहन के बारे ऐसा नही सुनना चाहिये ,, वही दुसरी ओर उसे एक अन्जानी खुसी मिल रही थी कि काफी समय बाद वो ममता के साथ वक़्त बिता रहा है और वो पल कुछ रोमचक मसलो से जुड़े हुए उसे उत्तेजक बनाये जा रहे थे ।

इसी उधेड़बुन से परेशान होकर कमलनाथ - अब ब ब ममता तुमको जो चाहिये लेलो , मै बाहर रुकता हू

फिर कमलनाथ तुरंत निकल गया सेकसन से बाहर की ओर
उसको भागते जाते देखे ममता खिलखिलाई

स्टाफ ह्स कर - लग रहा है काफी शर्मीले है आपके पति

ममता थोडा इतरा कर हस्ते हुए - हा उनको हमारी प्राइवेट बाते बाहर करनी पसन्द नही है हिहिहिहिही

स्टाफ हस्ते हुए - एक बात कहू मैम अगर आपको ऐतराज ना तो

ममता बड़ी उत्सुकता से - अरे हा हा क्यू नही

स्टाफ - वैसे ये मै अपना अनुभव बता रही हूँ , कि जब भी कभी मै और मेरे पति ऐसी कोई शॉपिंग करते है तो रात बहुत लम्बी होती है हमारी हिहिहिहिहिही ,,तो आप भी आज की तैयारी करके ही रखियेगा

ममता उस स्टाफ की बात समझ कर सिहर गयी और उसके मन मे कलपनाये उठने लगी कि उसके भैया उसे रात भर चोदे तो ,ये सोच के ही उसकी चुत गीली होने लगी ।


वो स्टाफ ममता को खोया देख कर - ओह्ह हो आप तो सच मे खो गयी हिहिहिही

ममता हसते हुए थोडा शर्मायी - हिहिहिही क्या आप भी , लाईये मेरा पैकेट दीजिये वो बाहर रुके है

फिर ममता ह्सते हुए और थोडा उन्ही लम्बी चुदाई की कल्पानाओ के बारे मे सोचते हुए बाहर कमलनाथ के पास चली गयी और वो महिला स्टाफ उसे जाते देख हस्ती रही ।
ममता कमलनाथ के पहुची तो देखा कि रज्जो और राजन भी आ रहे थे और वो लोग भी ममता को अकेले अंडरगार्मेंट सेक्सन से बाहर आते देखते हैं ।
ऐसे मे ममता और कमलनाथ ने राहत की सास ली कि अच्छा हुआ जो कमल्नाथ सही समय पर बाहर आ गया नही तो रज्जो अच्छी खिचाई करती दोनो की ।

रज्जो - ओहो लग रहा है सब खरीदारी हो गयी
ममता - हा भाभी , लेकिन आपने तो कुछ लिया ही नही
रज्जो - अरे नही , वो मैने अपनी सारी खरीदारी चमनपूरा मे ही अपनी छोटी बहन के साथ कर ली है ।

फिर धीरे धीरे सारे लोग इकठ्ठा हुए और फिर बिलिन्ग करवा कर रेस्तराँ में खाना खाने के लिए निकल गये ।

इनकी खरीदारी तो हो गयी थी मगर सबके मन में अपनी अपनी प्लानिंग थी घर जाकर
रमन और सोनल तो अपने अपने हमसफर से संपर्क बनाने मे व्यस्त थे ।
वही रज्जो और राजन की रात मे एक और धमाकेदार चुदाई की तलब हो रही थी ।
पल्लवि अनुज को छेड़ कर मजे लेने की योजना बना रही थी वही अनुज फिर से पल्लवि के होठो से जुड़ने को परेशान हुआ जा रहा था और उसके मन में काफी सारे सवाल थे ।
इधर ममता ने तय कर रखा था कि अब वो जबतक अपने भैया के साथ चुदवा न ले उसे चेन नही पडेगा तो वो भी नयी योजनाये बना रही थी कि कैसे कम्ल्नाथ से नजदीकिया बड़ाई जाये ।
फिर कमलनाथ की हालत कम खराब नही थी वो भी अपनी बहन के साथ समय बिताने को उतावला था और उसे अंडरगरमेंट्स वाले सेक्सन मे हुए वक्तव्यो पर चर्चा करनी थी जो बार बार उसे उत्तेजित किये जा रही थी ।

ना जाने आगे क्या होना था

जारी रहेगी
आप सभी की प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा
पढ कर दो शव्द जरुर लिखे
Nice update
 

Sanju@

Well-Known Member
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सूचना

सादर अभिवादन मित्रो
अवगत कराना है कि मेरे बडे भाई की शादी के सिलसिले में व्यस्त हू तो अगले महीने की 10 फरवरी तक अपडेट देने मे असमर्थ हूँ ।
अगर समय रहा तो जो अपडेट लिख रहा हूँ वो दो एक दिन की अवधि मे दे दू नही तो क्षमा प्रार्थी हूँ ।
कहानी जारी रहेगी ।


साथ बनाये रखे । धन्यवाद 🙏🙏🙏
कोई बात नही पहले परिवार बाद में स्टोरी घर के काम पहले करो शादी को खूब एंजॉय करो...
Apke बड़े भाई को बहुत सारी शुभकामनाएं अपनी जिंदगी की एक नई शुरुआत करने के लिए ... Happy married Life
 
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