हकीम साहेब अपनी खानदानी कुर्सी पर बैठे अख़बार पड़ रहे है हालाते हिन्द से रुबरु हो रहे है.
शाही दवाखाना मनहूसियत भगाओ गिरहाक बुलाओ अगरबत्ती से महक रहा है चारो तरफ फ़रिश्तो की रूहे टहल रही है वहाँ लुल्ले अपने खानदानी स्टूल पर बैठा आसमान देख रहा है सायद कोई हूर दिख जाये उम्मीद पर दुनिया कायम है और लुल्ले भी उम्मीद का दामन थामे आस लगाए बैठा है.
ऊपर बाले ने सायद लुल्ले की सदा सुन ली एक शादी सुदा जोड़ा दवाखाने में दाखिल होता है.
आदमी २८ साल का था और औरत २६ साल की ना ना वो औरत नहीं थी हूर थी लाल साड़ी पहने मानो कोई दुल्हन सुहाग सेज से उठ कर सीधा दवाखाने आ गई हो और उस आदमी को देख कर बच्चा भी बतादेता की कोई अनुकम्पा से भर्ती हुआ सरकारी नौकर है बाप की असमय मौत ने सरकारी नौकरी और हूर की चूत दोनों दिला दी नहीं तो हिंदुस्तान में हूर की चूत तो धोके धड़ाके मिल भी सकती है लेकिन सरकारी नौकरी तो मिया अच्छे अच्छो को नसीब नहीं होती ऊपर वाला ऐसा बाप सब को दे
आओ आओ बैठो बैठो तसरीफ रखो.
दोनों मिया बीबी बैठ गए और एक दूसरे को देखने लगे मानो कह रहे हो क़े कौन बात सुरु करेगा.
बोलो बोलो शरमाओ मत जो भी परेशानी हो खुल कर वताओ आप लोग बिलकुल सही जगह आये हो हम सात पीडियो क़े खानदानी हकीम है दुनिया की सारी परेशानियो का हल हमारे पास है.
हकीम साहेब हम लोग बहुत परेशान है हमारी शादी को पांच साल हो गए लेकिन हमारे बच्चा नहीं हो रहा बहुत इलाज करवाया सारे पीर फकीरो से मिल्लीये सब जतन कर लिया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ सभी नाते रिस्तेदार पीठ पीछे मुझे नामर्द कहते है मुँह लगे दोस्त तो यह तक कहने लगे भाई एक मौका हम को भी देकर देखो आखिर दोस्त ही तो दोस्तों क़े काम आता है हकीम साहेब जाने क्या क्या ताने सुनने पड़ते है अब तो बस आप से ही उम्मीद है.
उस आदमी की यह बात सुनकर लुल्ले की लुल्ली भागड़ा करने लगी वो समझ गया क़े बच्चा हो ना हो लेकिन आज इस की लुगाई जरूर चुद जायेगी, क्या भोसड आदमी है हकीम साहेब तो खुद बे औलाद है चालीस साल में चूहा पैदा ना कर सके बच्चा क्या पैदा करेगे.
वहाँ हकीम साहेब भी अपना पेजमा सम्हल ने लगे उन्होंने जिंदगी में खूब चुदाया की थी लेकिन इतना बढ़िया माल आज तक नहीं चोदा था उन का लण्ड बेकाबू होने लगा बड़ी मुश्किल से खुदपर काबू किया और बोले.
अरे बस इतनी सी बात क़े लिए परेशान हो आप अरे मिया समझो बच्चा हो गया खुशियाँ मनाओ, पटाखे फोड़ो ,
मिठाइयां बाटो, खामोखा तुम लोगो ने यहां आने की जहमत उठाई अरे एक फोन कर दिया होता, मिया हम सात पीडियो क़े खानदानी हकीम है बच्चा तो हम फोन पर भी पैदा कर देते है ,अमरीका लन्दन तक से फोन आते है ,लन्दन के अग्रेजो बच्चों को गौर से देखोगे तो समझ जाओगे क़े हमारा ज़हूर तो सात समंदर पार तक फैला है हजारो बच्चे पैदा कर दिए हमने.
यह बात सुन कर लुल्ले मन भी मन कहता है कितना बड़ा मादरचोद है यह हकीम बोलो फोन पर बच्चा पैदा कर देता है, अमरीका लन्दन तक क़े लोग इससे बच्चे पैदा कराते है, हजार सूअर मरे होंगे जब यह हरामी पैदा हुआ होगा यह साला चूत से नहीं गांड से पैदा हुआ होगा.बेटा अपना भला चाहता है तो अपनी लुगाई उठा क़े भाग ले नहीं तो आज यह नहीं बचने वाली.
बो बेचारे सीधे सादे लोग महा मादरचोद हक़ीम की बात सुनकर उन को बड़ी खुसी हुई लगा जैसे बस अभी हक़ीम साहेब लुगाई की चड्डी में हाथ डालेगे और बच्चा निकाल कर पकड़ा देंगे दोनों बहुत खुश हो गए खुश होना भी चाहिए बाप बनने से बड़ी खुशी भला क्या होगी उस को लगा क़े वो ना मर्द से मर्द बन गया.
हक़ीम साहेब आप महान हो जैसा सुना था आप तो उस से भी ज्यादा बड़े हकीम हो बस अब जल्दी से बताओ बच्चा कैसे होगा कौन सी दवा खानी होगी किस दिन उपबास रखना होगा कहाँ घंटा चढ़ाना होगा कहाँ चादर चढ़ानी होगी ताबीज मुझे पहनना होगा क़े मरी पत्नी को जल्दी बताओ हकीम साहेब मुझ से सबर नहीं हो रहा.
अरे अरे बरखुरदार ज्यादा उताबले मत हो जब से दुनिया बनी है बच्चा पैदा करने का केबल और केबल एक ही तरीका है, "चुदाई "
भला उपवास रखने ताबीज पहनने से बच्चा पैदा होने का क्या ताल्लुक, मिया पड़े लिखे लगते हो दिमाक चलाया करो जब यही सब बातों को मानना था तो पढ़ाई क्यों की पढ़े लिखे लोग अंधबिस्वास की बात करते है तो बड़ा दुःख होता है सुनकर .
जरा चलो अंदर वाले कमरे में चेकअप करते है देखते है समस्या कहाँ है .
अंदरवाला कमरा चेकअप रूम जिस में एक बड़ा तखत बिछा है दो कुर्सी पड़ी है एक खिड़की है जो लुल्ले खिड़की क़े नाम से जानी जाती है उस खिड़की से लुल्ले चेकअप रूम में होने वाली गतिबिधियाँ देखता रहता है.
हूँ तो तुम दोनों मुझे खुल क़े बताओ क़े तुम लोग चुदाई कैसे करते हो देखो शर्माना नहीं तुम लोग जितना खुल क़े बताओगे उतना है अच्छा इलाज होगा हक़ीम और बकील से सब साफ़ साफ़ कह्देना चाहिए .
हकीम साहेब हम चूत में लण्ड डाल कर अंदर बहार करते है.
नहीं जी आप भूल रहे हो पहले आप मरी चूत चाटते हो फिर में आप का लण्ड चूसती हु फिर हम दोनों 69 करते है उस क़े बाद आप लण्ड मेरी चूत में डालते हो .
अरे बही बात है लण्ड चूत चूसने बाली बात बच्चा पैदा करने में नहीं आती
क्यों नहीं आती आप में यही खराबी है आप बात को समझते नहीं हो जब हकीम साहेब ने कहाँ सब कुछ साफ़ साफ़ खुल कर बताओ तो फिर सब खुल कर ही बताओ ना.
ठीक है ठीक है बताता हु तो हकीम साहेब सब से पहले में इस को किश करता हु फिर दूध दवाता हु फिर हमदोनो पुरे नंगे हो जाते है फिर में इस की चूत चाटता हु फिर में अपना लण्ड इस क़े मुँह में डाल कर इस का मुँह चोदता हु,
फिर हम ६९ होकर एक दूसरे का लण्ड चूत चाटते है फिर में लण्ड इस की चूत में डाल कर चुदाई करते है .
उस की यह बात सुनकर हकीम साहेब का लण्ड पजामा फाड़ने लगता है वहाँ खिड़की पर खड़ा लुल्ले लुंगी से अपना लण्ड निकल कर सहलाने लगता है .
हु हु बरखुरदार तुम ऐसा करो जैसे कह रहे हो बेसा कर क़े दिखाओ क्या है बेटा कहने मै और करने में फर्क होता है तुम जब मेरे सामने करोगे तो मुझे ठीक से समझ आएगा क़े समस्या की जड़ कहाँ है.
लेकिन हकीम साहेब आप क़े सामने कैसे होगा में तो सायद कर ही लू लेकिन यह आप क़े सामने कैसे नंगी होगी नहीं हकीम साहेब यह नहीं हो पाएगा.
क्यों नहीं हो पाएगा हकीम साहेब क़े सामने में क्यों नंगी नहीं हो सकती, जब हम घर पर चुदाई करते है तो तुम्हारी माँ चूत में ऊगली करते करते नहीं देखती, छुप छुप कर ,तब तो तुम कहते हो देखने दो ,माँ को देखने में क्या जाता है, बेचारी कुछ कर तो सकती नहीं, देख कर ही ऊगली करती है, करने दो हमारा क्या जा रहा है, जब में माँ क़े सामने चुदवा सकती हु ,फिर हकीम साहेब क़े सामने क्यों नहीं, हा तुम्हारा खड़ा ना हो वो अलग बात है.
मेरा क्यों नहीं खड़ा होगा में क्या नामर्द हु साली में तो तेरे लिए ही बोल रहा था चल हो जा नंगी अभी चोदता हु तुझे.
वो दोनों पति पत्नी कपडे निकल कर नंगे हो गए उस खूबरूरत 26 साल की गदराई औरत को नंगा देख हक़ीम साहेब और लुल्ले की हालत ख़राब हो गई अब तो हक़ीम साहेब भी अपना लण्ड मसलने लगे.
वो दोनों एक दूसरे को चूमे चाटने लगे पति अपनी पत्नी के ऊपर चढ़ गया और उस क़े दूध पीने लगा, पत्नी भी गरम होने लगी किसी दूसरे मर्द क़े सामने चुदने क़े ख्याल से वो बहुत गरम हो गई, उस की आखे वासना से लाल हो गई उस का पति अब उस क़े टाँगों को खोल कर उस की रानो को चाट रहा था, पति को भी नशा चढ़ रहा था रानो पर लगा पसीना चाट कर वो मदहोस होता जा रहा था, तभी उस ने अपनी जीव अपनी पत्नी की चूत में डाल दी, पत्नी मानो आसमान में उड़ने लगी उस की नजर हीम साहेब पर पड़ी तो देखा क़े हकीम साहेब वासना से तपते हुए अपना लण्ड हिला रहे है, उन का खड़ा लण्ड देख कर पत्नी और कामुक हो गई अधखुली आखो से हकीम साहेब का खड़ा लण्ड देखती वो गरम होकर अपने दूध दवाने लगी वो सिसकने लगी, पति भी पत्नी की चूत से बहता चूत रास पीकर कामुकता की आग में जलने लगा वो जोर जोर से अपनी पत्नी की चूत पीने लगा तभी उस ने पत्नी की टांगो को और फैला कर अपना मुँह उस की गांड की छेद पर रख दिया, और अपनी जीव से गांड का छेद कुरेदने लगा हकीम साहेब लण्ड पकडे पास आके खड़े हो गए और चूत का थूक से भिड़ा लाल लाल छेद गोर से देखने लगे, और अपना लण्ड हिलने लगे ,गांड चाट ते चाट ते पति का सबर टूटने लगा और वो उठ कर पत्नी की मुँह की पास पंहुचा और अपना लण्ड उस की मुँह में डाल दिया, पत्नी ने मुँह खोल कर लण्ड का सूपड़ा मुँह में लिया और एक हाथ से उस की अंडो को सहलाने लगी पति ने उस का सर पकड़ा और लण्ड से मुँह चोदने लगा, सामने चल रही चुदाई देख कर लुल्ले से रहा नहीं गया और उस ने दीवाल पर माल की पिचकारी उड़ाना सुरु कर दी 26 साल की औरत का नशीला जिस्म और लाल लाल चूत देख कर वो जल्दी छूट गया हकीम साहेब भी बा मुश्किल खुद पर काबू रखे दीवानो की तरह उस की चूत और गांड देख रहे थे.
अब उस का पति मुँह से लण्ड निकल कर उस की चूत पर लण्ड रगड़ने लगा, वो औरत जल बिन मछली जैसे तडपने लगी अपना सर इधर उधर पटकने लगी आ आ आआ उ उ उ की आवाजों से पूरा कमरा गूज रहा था, पति ने झटका मारा और आधा लण्ड चूत में पेल दिया दूसरे झटके में पूरा लण्ड पेल कर वो पत्नी की ऊपर चढ़ गया और अपनी जीव उस की मुँह में डाल कर पूरा मुँह चाटने लगा, धीरे धीरे उस की झटको की रफ़्तार तेज़ होने लगी और साथ साथ सिसकिया भी बढ़ने लगी दोनों पति पत्नी भूल गए थे की कमरे में और कोई भी है, वो दोनों तो आसमान में उड़ रहे थे दोनों का चेहरा थूक और पसीने से भिड़ा हुआ था, सिसकिया अब चीखो में बदल गई थी जोर जोर की झटको से पूरा तखत हिल रहा था, आखिर पति ने आखरी झटका मारा और लण्ड क़े माल से पत्नी की बच्चादानी भर दी, पत्नी की चूत भी लण्ड क़े माल की गर्मी से पिछलने लगी और चूत ने बही अपना पानी लण्ड क़े पानी में मिला दिया दोनों ने एक दूसरे को कस कर जकड़ लिया और हाफने लगे चुदाई का तूफान थम चूका था, दोनों सन्तुत हो चुके थे,
लेकिन इस दुनिया का क्या करे यहां कोई अपने दुख से दुखी नहीं, सब लोग दूसरों क़े सुख से दुखी है ,
सो उन की यह सुख यह संतुस्टी हकीम साहेब और लुल्ले क़े जलन का कारण थी उन दोनों क़े लण्ड फाटे जा रहे थे दोनों अपने अपने लड़ पकडे यह सोच रहे थे क़े कैसे उस औरत को चोदा जाये.
दोनों पति पत्नी अब सम्हल चुके थे पत्नी अपनी चूत पूच रही थी और पति हकीम साहेब से बोला.
हकीम साहेब अब बताइये कहाँ कमी है हम लोगो में क्यों हमारे बच्चा नहीं हो रहा.
हकीम साहेब जैसे सपनो से जागे.
हु हु बरखुर दार कोई बड़ी बात नहीं है मामूली बात है क्या है ना तुम्हारा लण्ड थोड़ा तिरछा जा रहा था चूत में वाये तरफ ज्यादा जुख रहा था उस की बजह से तुम्हारा माल बच्चेदानी तक नहीं पहुंच पा रहा है.
में आप की बात समझा नहीं हकीम साहेब कैसे तिरछा जा रहा है?
बेचारा पति अनुकम्पा नियुक्ति ना हुई होती बाप समय पर ना मारा होता तो साला मुठ मार रहा होता रिक्सा चला रहा होता आम हिंदुस्तानी नोजवानो जैसे कोई चुदाई की कहानी पड़ कर किसी नाली किनारे किसी बाथरूम में लण्ड हिला रहा होता,
लेकिन भाग्य तो भाग्य है गधो को भी हूर मिल जाती है चूत तो भाग्य से मिल सकती है,
लेकिन बुद्धि भाग्य से नहीं मिलती वो तो ज्ञान और अनुभब से ही मिलती है, और बुद्धि थी उस औरत क़े पास वो समझ गई क़े हकीम साहेब उस को चोदना चाहते है ,और आज कल की औरते गोलगपे तो छोड़ती नहीं लण्ड क्या छोड़ेगी,
उस क़े मन में लड्डू फूटने लगे चूत फिर अंगड़ाई लेने लगी आज पहली वार उसे अपने पति क़े चूतिया होने की खुशी हुई ऊपर बाला ऐसा चूतिया पति सब को दे,
अब में समझा तो सकता हु लेकिन उस क़े लिए मुझे अपना लण्ड तुम्हारी पत्नी की चूत में डालना होगा तभी तो तुम को समझ आएगा तुम खुद का लण्ड डालोगे तो कैसे देख पाओगे क़े लण्ड तिरछा जा रहा है,
बात तो आप की सही है हकीम साहेब ठीक है बच्चे क़े लिए में यह भी कर लूगा आप डालो मेरी पत्नी की चूत में लण्ड में दखता हु क़े बच्चा पैदा करने क़े लिए चूत में कैसे लण्ड डाला जाता है ,
यह बात सुन कर हकीम साहेब की बाहें खिल गई लण्ड फौलाद बन गया लेकिन तभी उस को लुल्ले का ख्याल आया बेचारा सात पीडियो से खिदमत कर रहा है आखिर क्यों ना उस का भी भला कर दिया जाये कौन सी अपनी लुगाई है, चुदवा दो साली को लुल्ले से भी दो लोगो से चुद लेगी तो पक्की रंडी बन जायेगी अपना क्या जाता है कौन सी अपनी लुगाई है, बेचारा लुल्लेकितनी खिदमत करता है दुआ ही देगा
लेकिन तुम ने इस की चूत में जो माल छोडा है उस की वजह से चूत गीली हो गई है, लण्ड फिसलने का खतरा है तो पहले चूत में से माल निकलना होगा और वो माल मेरा नौकर निकलता है इस लिए उस को भी बुलाना होगा आप को कोई एतराज तो नहीं बरखुरदार
आप को जिस को भी बुलाना है बुलालो हकीम साहेब मुझे कोई एतराज नहीं लेकिन बच्चा होना चाहिए.
हा हा बिल्कुल बिल्कुल यह हमारी गारंटी है आप को बच्चा जरूर होगा हकीम साहेब क़े बात सुनकर जिंदगी में पहली बार लुल्ले को हकीम साहेब फरिस्ते लगने लगे ,
वह उस औरत की मदहोशी और बड़ गई उसे मोबाईल पर देखी सनी लियोनी की ग्रुप चुदाई की मूवी याद आगई दो लोगो से एक साथ चुदने की बात सोच कर उस की चूत पानी छोड़ने लगी वो खुद को सनी लियोनी समझने लगी आखिर सनी का पति ही तो उस की मूवी का डारेक्टर होता है यह भी उस औरत का पति ही तो उस को चुद्वा रहा था,
अब यह आलम था लुल्ली किसी भूखे कुत्ते की तरह उस औरत की चूत कहते जा रहा था और हकीम साहेब उस औरत को अपना खानदानी लण्ड पिला रहे थे और पति खड़ा खड़ा देख रहा था,
वो औरत फुल मस्ती में आ चुकी थी और बड़े प्यार से हकीम साहेब का लण्ड चूसे जा रही थी, लुल्ले भी उस की पूरी टांगे फैला कर अपनी जीव से चूत की गहराइयाँ नाप रहा था चूत से निकलता पति पत्नी का माल का कसेला स्वाद और खुसबू से लुल्ले का लण्ड फूल गया था, इतनी हसीं औरत की लाल लाल चूत लुल्ले पहलीवार चाट रहा था, हकीम साहेब भी बेदर्दी से उस औरत का मुँह चोदे जा रहे थे उस का पति अपनी पत्नी को दो लोगो के साथ सेक्स करते देख उतेजित होने लगा, बो भी अपना लण्ड मसलने लगा सभी लोग वासना की खुमारी में डूब गए थे अब हकीम साहेब लुल्ले को हटा के उस औरत पर चढ़ गए, और उस की चूत में लण्ड पेल दिया लुल्ले जाके उस का मुँह चोदने लगा हकीम साहेब तो पुराने पापी थे एक बेहद हसीन और जवान और की चूत में लण्ड डालकर ही समझ गए की औरत भी मज़े लेना चाहती है, सो वो भी जोर जोर से झटके पर झटका मरने लगे औरत भी दोनों पैर फैला के हकीम साहेब का लण्ड खा रही थी ,और उस का पति भी वासना की आज में जलने लगा अपनी पत्नी को किसी और से चुदते देखने का एक अलग ही नशा होता है, वो नशा उस पर चढ़ने लगा जिंदगी में पहली वार उस का लण्ड इतना फूल गया था उस की सांसे तेज़ चलने लगी चारो लोग सिसकारियां भर रहे थे तभी लुल्ले के लण्ड से माल निकल पड़ा लुल्ले ने पूरा लण्ड उस औरत के मुँह में पेल दिया, और उस के गले में लण्ड के माल की पिचकारी छोड़ दी उस औरत की आँखे बंद हो गई उन ने जिंदगी में पहली वार लण्ड का माल खाया है, वो पागलो की तरह लुल्ले का लण्ड पिने लगी लुल्ले की गोटिया उस के मुँह पर थी और लण्ड गले में कुछ माल उस के मुँह से बहार निकल कर उस के थूक से भीगे गलो पर बह रहा था थूक और लण्ड के माल से सना चेहरा बहुत ही कामुक लग रहा था, लुल्ले झड ने के बाद लण्ड निकल के हाफने लगा तभी उस औरत का पति उसके मुँह के पास पंहुचा और उस के बाल पकड़ कर अपना लण्ड उस के चेहरे पर रगड़ने लगा, और लुल्ले का बहता माल अपने लण्ड से अपनी पत्नी के मुँह में डालने लगा अपने पति के आज्ञा समझ उस औरत ने पूरा मुँह खोल दिया और अपने पति के लण्ड से लुल्ले का माल चाटने लगी, फिर पति ने भी अपना लण्ड उस के मुँह में ड़ाल कर मुँह चोदना सुरु कर दिया वह हकीम साहेब जोर जोर से लण्ड पेले जा रहे थे झटको पर झटके मरे जा रहे थे उस औरत की कसी चूत चोद कर उन को बहुत मज़ा आ रहा है, आखिर वो भी चूत की गर्मी से बच न पाए और ओर का झटका मारके उस औरत की बच्चेदानी में झड गए, उन के उठते ही लुल्ले उस औरत पर चढ़ गया और चूत में लण्ड पेल कर उसे चोदने लगा लुल्ले के झटको से साथ हकीम साहेब का माल भी उड़ रहा था, पूरा बिस्तर लण्ड और चूत के पानी से भीग गया था अपनी पत्नी की चुदाई देखता पति भी आखरी मुकाम पर आ गया था वो जोर जोर से अपनी पत्नी का मुँह चोदे जा रहा था उस की पत्नी का पूरा चेहरा थूक पसीना और लण्ड क पानी से भीगा हुआ था अपनी अपनी पत्नी का इतना कामुक रूप देख कर वो पागल हो गया और जोर जोर से मुँह चोदता हुआ उस के मुँह में झड़ने लगा, अपने लण्ड के गरम गरम माल को अपनी पत्नी के मुँह में छोड़ने लगा पत्नी भी पति के माल को निगलने लगी, वहाँ लुल्ले भी औरत के दोनों दूध दवा दवा के जोर के झटके मरते हुए उस की चूत में माल छोड़ने लगा डबल मज़े से वो औरत भी अपने पति का लण्ड मुँह में दवाये अपनी चूत का माल चोदने लगी सब लोग निढाल होकर एक दूसरे पर गिर पड़े, कुछ समय बाद सब साफ़ सफाई कर के दबाखाने में आ गए.
हु हु बरखुर दार तुम बिल्कुल चिंता मत करो यह गोलिया लो और दिन में तीन बार दूध के साथ 7 दिन तक खाओ फिर सात दिन बाद दुवारा मेरे पास आना में तुम को जल्दी से जल्दी बाप बना दुगा.
हकीम साहेब अपनी गोलिया अपने पास रखो में चूतिया जरूर हु, लेकिन इतना भी नहीं के जो सामने हो रहा है उस को देख कर समझ न पाऊ के क्या हो रहा है, तुम लोगो ने हम को चूतिया बनाके मेरे सामने ही मेरी लुगाई चोद दी, मुझे समझ आ गया के बच्चे हकीमो के पास जाने से नहीं होते हमारे भाग्य में होगा तो अपने आप बच्चा हो जायेगा, पीर फ़क़ीर और हकीमो के पास बच्चे की उम्मीद में जाना माने अपनी लुगाई चुदबाना ,मुझे मेरे बच्चे का बाप बनना है तुम्हारे बच्चे का बाप नहीं बनना जो मै यहाँ दुवारा आउ.
बेटा लुल्ले यह तो जाते जाते हमारे पर जूता मार गया बे हमारे मुँह पर थूक गया.
बात तो आप सही कह रहे हो हुजूर आखिर लोग हमारे पास बड़ी उम्मीद से आते है और हम उन के बिस्वास का गलत फायदा उठाते है यह बात तो गलत है.
लेकिन बेटा लुल्ले आज कल तो सभी लोग यही कर रहे है तो हम ने कर दिया तो क्या गलत किया, हम तो मामूली लोग है बड़े बड़े संत महात्मा मुल्ला मोलबी सभी लोग मासूम लोगो की भाबनाओ से खेलते है, अपने छोटे से लाभ के लिए लोगो का भरोसा तोड़ते है, जब इतने बड़े लोग बात बात पर झूठ बोलते है, तो हम क्या करे और हम भी तो यह सब इन्ही लोगो से सीखे जब तक बड़े लोग नहीं बदले गे तब तक हम जैसे छोटे लोग नहीं बदल सकते आखिर दुनिया बड़े लोगो का अनुसरण ही तो करती है.
बात तो आप की भी सही है हकीम साहेब हम तो छोटी मछली है दुनिया तो बड़े बड़े मगरमच्छो से भरी पड़ी है, हम तो कीड़े मकोड़े है हुजूर दुनिया तो बड़े बड़े महा महा मादरचोदो से भरी पड़ी है सो जो हुआ उसे भूल जा और आगे के मरीजों की चिंता करो.
सही कहा बेटा लुल्ले हमारे बदलने से दुनिया नहीं बदल सकती सो सब की हा में हा मिलाओ और जहाँ चूत देखो पहले बजा देना कैसी है किस की यह बाद में देखना.