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Incest रंगीन दुलहन

Deeply

सवित्रा
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लल्ली सब्जी वाले खेतो मे घुस कर कोने मे खड़ी चरी काटने लगती है गांड चुदाई मे वो भैसो के चारे को काटना भूल गई थी बगल मे सोहन कुदाल से निराई कर रहा था मटर पानी देने लायक हो गई थी तभी लल्ली को पेशाब लगती है तो वो खेत के किनारे साड़ी उठा देती है उसकी सांवली गाड़ सोहन के सामने नंगी थी सोहन की नजर पड़ते ही जैसे उसे साप सूंघ गया था
लल्ली सोहन बेटा जरा हँसिया किनारे रख दियो मै रखना ही भूल गई
सोहन जैसे ही लल्ली के हाथो मे थमी हंसिया को पकड़ा लल्ली तेजी से सीटी मारती मूत पड़ी पेशाव की गंध से वातावरण झूम उठा सोहन फती आँखो से पीछे खडा लल्ली के चुतडो को देख रहा था, सोहन ने देखा लल्ली के गांड के छेद मे बनवारी का वीर्य बूंद बूंद टपका रहा था नाजरा यह था कि लल्ली का भोसड़ा पेशाब छोड रहा था तो गांड बनवारी का भरा पानी और सोहन इस नजारे मे ही खोया था

लल्ली तेरा असली बाप भी ऐसे ही मेरी गांड देखता था जब ये मेरी गांड बजा के जाते, तुझे बडी गांड पंसद है ना

सोहन शर्म से सर झुका लेता है

लल्ली चिंता ना कर तेरा बाप बनवारी कम हरामी नही फिर मेरा छोटा बेटा राजन दोनो मिलकर रोशनी की फागूनाहट खत्म होते होते उसकी भी इतना बडा कर देही

सोहन अभी भी बूत बना लल्ली की गांड देखा जा रहा था

लल्ली रोशनी अभी कमसीन है तेरे बाप को ना झेल पाये बेचारी तभी रोक दी वरना पहली रात ही वो तऊवाये थे, हमी रोके वरना तेरी नुनी अब तक गढहा खोद रही होती समझा

सोहन जी........ अम्मा

लल्ली उठती है तो कमर से उठी साड़ी नीचे आ जाती है और एकाएक मस्त नजारा सोहन की आँखो से ओझल हो जाता है, तभी लल्ली सोहन के पास आकर उसकी धोती खीच देती है और सोहन नीचे से नंगा हो जाता है उसकी 5 इंच का लंड सुकाड़ा हुआ झांटो के खोया था लल्ली उसके सोये लंड का पकड़ तेजी से खीचती है कि सोहन दर्द से सिसक पड़ता है
लल्ली तु भी अपने असल बाप की तरह नामर्द है बेटा, इतने छोटे नुनी से गर्म जवान औरत का क्या भला होगा, इसके बीज से नामर्द ही पैदा होगा है ना

सोहन जी...….. अम्मा

लल्ली देख बेटा तेरी नूनी से किसी औरत का भला नही हो सकता, रोशनी तो इतनी सुंदर गर्म औरत है उसे बडे लंडो से नही चुदवाया तो तेरे साथ ना रह पायेगी छोड कर किसी और की हो लेगी, रोशनी की चुदवायेगा ना अपने बाप भाई से

सोहन जी...... जी...... जी

लल्ली गुस्से मे क्या जी जी कर रहा है हरामी साफ साफ बोल हराम के जने और तेजी से इसकी नूनी खीच देती है
सोहन दर्द से कराहा उठाता है इसकी आँखो से आँसू निकल उठते है साथ लंड से वीर्य की पिचकरी छोड देता है
सोहन हाये....... अम्मा सबसे चुदेगी रोशनी,

लल्ली अपने वीर्य लगे हाथ उसकी छोती मे पोछते हुये, याद है आज पंचमी है राजन शहर से आज आ रहा है समय हो गया है जा गाड़ी से स्टेशन जा अपने भाई को ले आ,
 

Ajju Landwalia

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लल्ली सब्जी वाले खेतो मे घुस कर कोने मे खड़ी चरी काटने लगती है गांड चुदाई मे वो भैसो के चारे को काटना भूल गई थी बगल मे सोहन कुदाल से निराई कर रहा था मटर पानी देने लायक हो गई थी तभी लल्ली को पेशाब लगती है तो वो खेत के किनारे साड़ी उठा देती है उसकी सांवली गाड़ सोहन के सामने नंगी थी सोहन की नजर पड़ते ही जैसे उसे साप सूंघ गया था
लल्ली सोहन बेटा जरा हँसिया किनारे रख दियो मै रखना ही भूल गई
सोहन जैसे ही लल्ली के हाथो मे थमी हंसिया को पकड़ा लल्ली तेजी से सीटी मारती मूत पड़ी पेशाव की गंध से वातावरण झूम उठा सोहन फती आँखो से पीछे खडा लल्ली के चुतडो को देख रहा था, सोहन ने देखा लल्ली के गांड के छेद मे बनवारी का वीर्य बूंद बूंद टपका रहा था नाजरा यह था कि लल्ली का भोसड़ा पेशाब छोड रहा था तो गांड बनवारी का भरा पानी और सोहन इस नजारे मे ही खोया था

लल्ली तेरा असली बाप भी ऐसे ही मेरी गांड देखता था जब ये मेरी गांड बजा के जाते, तुझे बडी गांड पंसद है ना

सोहन शर्म से सर झुका लेता है

लल्ली चिंता ना कर तेरा बाप बनवारी कम हरामी नही फिर मेरा छोटा बेटा राजन दोनो मिलकर रोशनी की फागूनाहट खत्म होते होते उसकी भी इतना बडा कर देही

सोहन अभी भी बूत बना लल्ली की गांड देखा जा रहा था

लल्ली रोशनी अभी कमसीन है तेरे बाप को ना झेल पाये बेचारी तभी रोक दी वरना पहली रात ही वो तऊवाये थे, हमी रोके वरना तेरी नुनी अब तक गढहा खोद रही होती समझा

सोहन जी........ अम्मा

लल्ली उठती है तो कमर से उठी साड़ी नीचे आ जाती है और एकाएक मस्त नजारा सोहन की आँखो से ओझल हो जाता है, तभी लल्ली सोहन के पास आकर उसकी धोती खीच देती है और सोहन नीचे से नंगा हो जाता है उसकी 5 इंच का लंड सुकाड़ा हुआ झांटो के खोया था लल्ली उसके सोये लंड का पकड़ तेजी से खीचती है कि सोहन दर्द से सिसक पड़ता है
लल्ली तु भी अपने असल बाप की तरह नामर्द है बेटा, इतने छोटे नुनी से गर्म जवान औरत का क्या भला होगा, इसके बीज से नामर्द ही पैदा होगा है ना

सोहन जी...….. अम्मा

लल्ली देख बेटा तेरी नूनी से किसी औरत का भला नही हो सकता, रोशनी तो इतनी सुंदर गर्म औरत है उसे बडे लंडो से नही चुदवाया तो तेरे साथ ना रह पायेगी छोड कर किसी और की हो लेगी, रोशनी की चुदवायेगा ना अपने बाप भाई से

सोहन जी...... जी...... जी

लल्ली गुस्से मे क्या जी जी कर रहा है हरामी साफ साफ बोल हराम के जने और तेजी से इसकी नूनी खीच देती है
सोहन दर्द से कराहा उठाता है इसकी आँखो से आँसू निकल उठते है साथ लंड से वीर्य की पिचकरी छोड देता है
सोहन हाये....... अम्मा सबसे चुदेगी रोशनी,

लल्ली अपने वीर्य लगे हाथ उसकी छोती मे पोछते हुये, याद है आज पंचमी है राजन शहर से आज आ रहा है समय हो गया है जा गाड़ी से स्टेशन जा अपने भाई को ले आ,

Badhiya update Bhai,

Keep posting
 

malikarman

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लल्ली सब्जी वाले खेतो मे घुस कर कोने मे खड़ी चरी काटने लगती है गांड चुदाई मे वो भैसो के चारे को काटना भूल गई थी बगल मे सोहन कुदाल से निराई कर रहा था मटर पानी देने लायक हो गई थी तभी लल्ली को पेशाब लगती है तो वो खेत के किनारे साड़ी उठा देती है उसकी सांवली गाड़ सोहन के सामने नंगी थी सोहन की नजर पड़ते ही जैसे उसे साप सूंघ गया था
लल्ली सोहन बेटा जरा हँसिया किनारे रख दियो मै रखना ही भूल गई
सोहन जैसे ही लल्ली के हाथो मे थमी हंसिया को पकड़ा लल्ली तेजी से सीटी मारती मूत पड़ी पेशाव की गंध से वातावरण झूम उठा सोहन फती आँखो से पीछे खडा लल्ली के चुतडो को देख रहा था, सोहन ने देखा लल्ली के गांड के छेद मे बनवारी का वीर्य बूंद बूंद टपका रहा था नाजरा यह था कि लल्ली का भोसड़ा पेशाब छोड रहा था तो गांड बनवारी का भरा पानी और सोहन इस नजारे मे ही खोया था

लल्ली तेरा असली बाप भी ऐसे ही मेरी गांड देखता था जब ये मेरी गांड बजा के जाते, तुझे बडी गांड पंसद है ना

सोहन शर्म से सर झुका लेता है

लल्ली चिंता ना कर तेरा बाप बनवारी कम हरामी नही फिर मेरा छोटा बेटा राजन दोनो मिलकर रोशनी की फागूनाहट खत्म होते होते उसकी भी इतना बडा कर देही

सोहन अभी भी बूत बना लल्ली की गांड देखा जा रहा था

लल्ली रोशनी अभी कमसीन है तेरे बाप को ना झेल पाये बेचारी तभी रोक दी वरना पहली रात ही वो तऊवाये थे, हमी रोके वरना तेरी नुनी अब तक गढहा खोद रही होती समझा

सोहन जी........ अम्मा

लल्ली उठती है तो कमर से उठी साड़ी नीचे आ जाती है और एकाएक मस्त नजारा सोहन की आँखो से ओझल हो जाता है, तभी लल्ली सोहन के पास आकर उसकी धोती खीच देती है और सोहन नीचे से नंगा हो जाता है उसकी 5 इंच का लंड सुकाड़ा हुआ झांटो के खोया था लल्ली उसके सोये लंड का पकड़ तेजी से खीचती है कि सोहन दर्द से सिसक पड़ता है
लल्ली तु भी अपने असल बाप की तरह नामर्द है बेटा, इतने छोटे नुनी से गर्म जवान औरत का क्या भला होगा, इसके बीज से नामर्द ही पैदा होगा है ना

सोहन जी...….. अम्मा

लल्ली देख बेटा तेरी नूनी से किसी औरत का भला नही हो सकता, रोशनी तो इतनी सुंदर गर्म औरत है उसे बडे लंडो से नही चुदवाया तो तेरे साथ ना रह पायेगी छोड कर किसी और की हो लेगी, रोशनी की चुदवायेगा ना अपने बाप भाई से

सोहन जी...... जी...... जी

लल्ली गुस्से मे क्या जी जी कर रहा है हरामी साफ साफ बोल हराम के जने और तेजी से इसकी नूनी खीच देती है
सोहन दर्द से कराहा उठाता है इसकी आँखो से आँसू निकल उठते है साथ लंड से वीर्य की पिचकरी छोड देता है
सोहन हाये....... अम्मा सबसे चुदेगी रोशनी,

लल्ली अपने वीर्य लगे हाथ उसकी छोती मे पोछते हुये, याद है आज पंचमी है राजन शहर से आज आ रहा है समय हो गया है जा गाड़ी से स्टेशन जा अपने भाई को ले आ,
Good update... pics bhi add kar do
 
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