जैसे की आप सभी को पता है राजेश कल सुमन मैडम की जमकर चुदाई* करने वाला था।यह सोचकर ही उसकी आंखों में नींद नहीं आ रही थी।
उसे प्यास लगी थी ।वह बिस्तर से उठा , उसने देखा जग खाली था। सुनीता जग में पानी नहीं भरी थी।
राजेश पानी पीने किचन की ओर चला गया। वह फ्रिज में रखा पानी का बॉटल निकालने के लिए जैसे ही फ्रिज का डोर ओपन करने दरवाजे को खीचा फ्रीज हिल गया।
उस पर रखा कांच का गिलास फ्रीज से नीचे फर्श पर गिर गया। गिलास के नीचे गिरते ही जोर की आवाज हुआ और गिलास के टुकड़े टुकड़े हो गये।
सुनीता इस समय सोई नहीं थी। उसकी आंख नहीं लगी थी। वह किचन से कुछ गिरने की आवाज सुनकर , वह उठी और अपने बेडरूम से किचन की ओर लगी है।
इधर राजेश पानी पीना भूल कर गिलास के टुकड़े को उठाने लगा, उसे उठाना जरूरी था नहीं तो कांच के टुकड़ों पर किसी का भी पांव पड़ने से पैर कट सकता था।
सुनीता किचन में पहुंच गई ।उसने देखा राजेश किचन मैं है, वह राजेश पूछा । राजेश तुम इस वक्त किचन में क्या कर रहे हो और यह कैसी आवाज थी।
राजेश अपनी मां की आवाज सुनकर थोड़ा हड़बड़ा गया, इस हडबडी में कांच उसके हाथ की उंगली में चुभ गया।
जिससे उसका उंगली कट गया। उंगली कटने से उससे तेज खून निकलने लगा। राजेश को तेज दर्द हुआ और उसके मुंह से आह मा निकल गया।
सुनीता राजेश की कराह सुनकर ,घबरा गयी।
वह राजेश से बोली क्या हुआ बेटे?
राजेश की उंगली कट गया था । उंगली से तेजी सेखून बाहर निकलने लगा और फर्श पर गिरने लगा।
यह देखकर सुनीता तेजी से राजेश की ओर आने लगी वह बोली बेटा यह क्या हुआ तुम्हारी उंगलियों से तो तेज खून निकल रहा है ।
राजेश ने कहां , मां तुम अंदर मत आओ ,नहीं तो कांच के टुकड़े तुम्हारे पांव में चुने जाएंगे ।सुनीता अपनी जगह पर खड़ी हो गई।
राजेश की उंगलियों से खून बहता देखकर वह तड़प उठी उसे राेना आ गया ।
उससे रहा न गया और वह फर्श पर ध्यानपूर्वक संभल कर चलती हुई ।राजेश के पास पहुंची।
सुनीता ने राजेश से पूछी, बेटा यह सब कैसे हो गया? तुम्हारी उंगली कैसे कट गई ।
राजेश ने अपनी मा कोपूरी बातें बताइ ।
राजेश के उंगली से खून बहता देखकर सुनीता घबरा गयी उसका जी रूआसी हो गया।
सुनीता राजेश से बोली ,बेटा तेज दर्द हो रहा है क्या?
राजेश ने कहा, हां मां ।
सुनीता-बेटा प्यास लगी थी तो मुझसे कह देते रात में किचन में आने की क्या जरूरत थी।
सुनीता राजेश की उंगली को अपने मुंह में डालकर चूसने लगी जिससे राजेश का दर्द कम हो गया ।
वह सुनीता से बोली ,अब दर्द कम हो गया मा ।थैंक यू मां ।
सुनीता ने उंगली कोम मूह से बाहर निकाला और राज से कहा बेटा मैं तुम्हारी उंगली में पट्टी बांध देती हूं और किचन में रखी फर्स्ट एड बॉक्स निकालकर उंगली का उपचार करने लगी।
मां की ममता को देखकर राजेश को उस पर बड़ा प्यार आने लगा।
इधर सुनीता राजेश को इस हालत में देखकर उसका दिल तड़प रहा था । उसके उंगली पर पट्टी बांधने के बाद सुनीता राजेश से बोली, बेटा अब उंगली जल्दी ठीक हो जाएगा घबराओ मत ।
राजेश ने कहा, मा आपके होते हुए मुझे घबराने की क्या जरूरत ?यह जल्दी ठीक हो जाएगा मा। थैंक यू माम ।
सुनीता ने राजेश से कहा बेटा अब तुम अपने कमरे में जाकर आराम करो मैं फर्श की सफाई कर देती हूं फिर मेै पानी लेकर तुम्हारे कमरे में आती हूं।
राजेश ने कहा ठीक है माम और राजेश किचन से निकलकर अपने रूम में चला गया और अपने बेड में लेट कर अपनी मां के आने का इंतजार करने लगा