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Adultery भाभियों का रहस्य

Motilal

Best
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UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE UPDATE
I AM WAITING
 

Chutiyadr

Well-Known Member
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मस्त अपडेट ब्रदर

आखिर बच ही गया निशांत मुझे उम्मीद थी की कोकू या कोई और जरूर बचा लेगा उस शैतान से जो गुंजन के रूप में थी कोकू ने जेसे ही गुंजन को मरना चाहा दोस्ती बीच में आगई बढ़िया बढ़िया है अब शायद गुंजन आगे से कोई नुकसान ना पहुंचने की सोचे नही तो इससे भी बुरा हाल हो सकता था ये तो निशात था जिसकी वजह से बच गई पर ये क्या अन्नु गायब है अपनी ही घर से कही कोकू तो नही ले गई उठा के इसे चलिए देखते है अगले अपडेट में

मस्त ट्विस्ट, आखिर कोकू ने बचा ही लिया निशांत को। अब क्या निशांत कभी अंकित पर उतना भरोसा कर पाएगा और गुंजन को उसके किए की सजा देगा? कहीं बलवंत या अब्दुल ने तो अन्नू को कैद नही कर लिया है निशांत को कमजोर करने के लिए। बेहतरीन अपडेट मगर थोड़ा छोटा था कुछ अधूरा सा लगा इस बार।

Nishant ne sahi kiya hum kisi or ki galati ki saza kisi or ko nahi de sakte hai lekin iska matlab ye nahi hai ki ankit or gunjan bhabhi ko baksh diya jaayega badla to hum lenge hi bas andaaz alag honga thik keh raha hu na mai Dr sahab :D
Koku gusse me or bhi jaada pyaari lagti hai :love: dono ke bich hawai ghamasan yudh hone ki aashanka hai :approve:

Annu musibat me hai or isme koi shak nahi hai saccha pyaar karti hai, in sab me uska koi dosh nahi hai bewajh dr sahab ki wajh se wah taklif me hai :sigh: iski saza dr sahab ko dene chahiye :D or ab agar nishant use bachane jaata hai to shayad bigadi hui baat ban sakti hai :?:

कुंवर जी भी काजल का विकास बन कर रह गया है दो बार इसपर जान लेवा हमला हो चुका है लेकिन ये महाशय सड़कों पर मखमली गद्दे लगवा कर के चुदाई का आनंद लेता रहता है और किसी चीज़ की इसे परवाह नहीं है इसकी चोदम चुदाई की करतूतों की वजह से अम्मॉ को अपने दुश्मनों से हाथ मिलाना पड़ा और अब कोकु जी के साथ ना जाने कहाँ माँ चुदाने को उड़ गया है ऊपर से अन्नू भी अगवाह हो गयी ये काम भी कोकु जी का ना हो ?

Behtreen update :applause:

भोसड़ीवाली गुंजन को ज़िंदा छोड़ देना ठरकी चुदाई के बादशाह की बहुत भारी भूल है कुंवर जी को अभी गुंजन व् अंकित के विश्वासघात से अक्ल नहीं आई जो इन दोनों के बस अपने तीसरे दुश्मन यानि कि भतीजे को पैदा होने दे रहा है पर ये बेचारे भी क्या करे विकास का बीज लगता है :D

Sunny deol type chudai chalu krr diya... yrr Kumar ne loduuu

लो बहन चोदो,
और मांग लो डॉक्टर साहब से अपडेट😪😪😪😪😪


बहन चोद एक चुतियापा खत्म होता नहीं 😉😉😉


डॉक्टर साहब दो और नए खड़े कर देते हैं 😜😜😜😜😜😜



सस्पेंस की मां चोद रखी है डॉक्टर साहब ने🤣🤣🤣



अगले अपडेट का और भी बेसब्री से इंतजार है

Chutiya bro msst ... kalm chlate ho
.. sayd tum wahi ho jo desibees aur xossip p tha.. drchutiyqaaaa. Welcome back

Koku, ise kaise bul gaya me, aakhir sachcha pyar he dono me...... Nishant ko bachane ke liye Koku to aana hi tha..........

Gunjan ko chhod kar shayad Nishant ne bahut badi galti ki he..... ye aage chal kar lafda jarur karegi....

Annu ko aakshir kisne kaid kar rakha he, shayad Balwant....... ya koi aur.........

Waiting for the next

Bahut hi badhiya update diya hai Chutiyadr bhai.....
Nice and lovely update....

Awesome update

Achha tha par chhota tha

nishant ko end moment par koku ne bacha liya nahi to ankit hi agla kunwar ban jata

annu ke idnap kaise aur kis ne kiya kuch samjh nahi aaya ?

Superb update

Wha badiya hi twist hai....Bhai kaise apne dimag daudte ho... Mien kalpana Bhai nahi kar sakta ... Keep it up .. waiting for next update.😍

Nice one. Koku kaam aa gayi.

Waiting for next.

Mast update bhai
Waiting for more

Awesome update


Ek or jabardast update… dimag ki chulen hila kar rakh dete hain Dr shahab… ab Anu gayab hai… ek ke baad jaan leva suspense… adhbhut 👏🏻👏🏻🎂🎂
sabhi dosto ko bahut bahut dhanywad :)
 

Chutiyadr

Well-Known Member
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Nice update

Nice update

Kuwar ko koku ne bacha hi liya ab annu kaha chali gayi suspense bana hua hai

बहुत ही रोमांचक अप्डेट


waiting for next update..!

:superb: :good: :perfect: amazing update hai dr sahab,
Behad hi shandaar aur lajawab update hai bhai,
Aaj to koku ne jaan hi le Lena tha gunjan ka, lekin nishant ne rok liya hai,
Aur idhar ab Annu Kahan gayab ho gayi hai,
Ab dekhte hain ki aage kya hota hai,
Waiting for next update

Lajawaab... laga hi tha kuch lochaa hoga.. aur ho gaya..
Koku ki entry ek baar fir impact full rahi.. Damdar

Badhiya update..

कोकू तो पिशाच योनि से मुक्त हो गई थी न ! फिर वापस कैसे आ गई ? उसे निशांत ने ही तो मुक्त किया था ।

वैसे अच्छा ही हुआ जो अभी भी उसकी रूह इस चराचर जगत में विचरण कर रही है अन्यथा कुंवर साहब का तो राम नाम सत्य हो ही गया होता ।
गुंजन भाभी इस कहानी में विलेन किरदार के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है और उनका किरदार मुझे पसंद भी आ रहा है । एक खुदगर्जी और लालची महिला जिसके सपने हवाई किले बनाने जैसा है ।
अंकित को इमोशनल ब्लैकमेल करके अपना उल्लू सीधा कर रही है वो । मुझे नहीं लगता उनके गर्भ में पल रहा संतान अंकित का ही है । कोई तीसरा शख्स होगा जो पर्दे के पीछे से यह खेल , खेल रहा है ।

बखलंड शब्द का भी जिक्र आया इस कहानी में । हमने बखलंड तो नहीं लेकिन बकलंड और बकलोल जरूर सुना हुआ है । मुर्ख इंसान को इस उपाधि से विभूषित किया जाता है ।
अब देखना है बखलंड प्रजाति का शैतान और उनमें भी फीमेल शैतान के रूप में कौन युवती दस्तक दे रही हैं !
अनु या बलवंत की सुपुत्री ? या फिर कोई और ?

इस कहानी में जो भी इम्पोर्टेंट किरदार हैं उनमें अधिकांश का रिलेशन किसी न किसी रूप में बना हुआ है । चाहे बलवंत और कांता देवी का हो , चाहे अंकित और निशांत का हो , चाहे मरहूम तांत्रिक और इनके गांव के महिलाओं का हो । मतलब एक कड़ी से जुड़े हुए हैं ये सभी लोग ।

अनु जिस तरह से अपने कमरे से गायब हुई है उससे तो यही लगता है कि वो भी किसी तांत्रिक या अलौकिक शक्तियों से लैस इंसान के कब्जे में जा पहुंची है । इस इंसान ने किस मकसद से ऐसा किया , देखना है और क्यों किया यह भी जानना है !

सभी अपडेट्स बहुत ही बेहतरीन थे डॉ साहब ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।

सही है

प्रेम खिंच ही लाता है

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय मनभावन अपडेट है मजा आ गया
कोकू ने अपने कुंवर निशांत को गुंजन के हत्थे चढने से बचा लिया जब कोकू गुंजन के गुनाह की सजा देने जा रही थी तब अंकित वहा आ कर गुंजन के गर्भ में अपना बच्चा हैं कहकर माफी की दुहाई मांगता हैं और निशांत दोस्ती के खातिर बडे मन से माफ भी करता हैं
ये कोकू निशांत को कहा उडा ले गई और अन्नु अपने कमरे से कैसे गायब हो कर किसी अज्ञात कमरे में कैसे पहुंच गयी ये एक रहस्य हैं कही कोकु ने तो अन्नू का अपहरण तो नहीं किया अगने कुंवर निशांत के खातिर
देखते हैं आगे क्या होता है
अगले रोमांचकारी धमाकेदार अपडेट की प्रतिक्षा रहेगी जल्दी से दिजिएगा

Nice update

one of the best story it is

Very nice update bro.

romanchak update ..nishant ko chudai se bhi shanti nahi mil rahi aur waha gunjan to alag ki khel khel rahi hai .
ek aur khulasa ki ankit ka baap bhi wahi tantrik hai .
property ke lalach me gunjan ko khooni bana diya .
itni chudai ke baad bhi wo shaitan ki taakat bacha nahi paayi nishant ko us injection se aur gunjan ne chaku se gala bhi kaat diya .
ab dobara kisi chamatkar ka intejar hai .

nice update ..gunjan ne koi kami nahi chhodi thi maarne ke liye par sahi waqt pe koku aa gayi aur bacha liya nishant ko 😍..
achcha hota maar hi deti koku usko par ankit ne bich me aakar bacha liya .
aur ab ye sab annu ke ghar gaye aur waha annu hi nahi hai ,usko kisine kidnap karke rakha hai iska matlab koi nahi chahta ki nishant apni power ko kaabu me rakhe ,nishant ko shaitan bane hi rehna chahiye aisa soch raha hoga 🤔🤔🤔.
ya koi aur bhi wajah ho sakti hai .

Romanchak Pratiksha agle rasprad update ki

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है भाई मजा आ गया :adore: ये अब्दुल तो बलवंत से जा मिला और रामिका से शादी कर रहा है लगता है बलवंत कोई खेल खेल रहा है देखते हैं आगे क्या होता है कुंवर अपना वादा भूल गया है

बहुत ही जबरदस्त और अद्भुत मनमोहक अपडेट हैं
सपने में कोकू ने निशांत को समझाया की शक्ति का उपयोग किस तरह से करना है उसकी ये शक्तियां दबाने के लिए नही है तो निशांत ने सभी बंधन को त्याग कर हवस का रास्ता अपनाया तो लौडू भी खुश हो गया
पहली शिकार कामिनी होती हैं लेकिनअन्नू जोर से चिल्लाती और सभी संमोहन से बाहर निकल जाते है आखिर अन्नू चिल्लाई क्यो
देखते हैं आगे

इतना गुस्सा अन्नू से बिछड़ने का जिसके कारण उस पर लोडू का असर रहा होगा । जिसके कारण वह शैतान बन गया
लेकिन अन्नू सब कुछ जानती है कि कुंवर के शरीर पर बुरी छाया पड़ चुकी है... गांव के अंदर महिलाओं के निसंतान होने का कारण भी उसे पता है... खुद ही उसे महिलाओं के साथ सेक्स करने के लिए प्रोत्साहित कर चुकी है , फिर उसने निशांत से ये उम्मीद क्यो रखी ???

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है मजा आ गया
अब्दुल की चिंता जायज है । निशांत का कहर सिर्फ उसी के गांव पर नहीं बल्कि आस पास, के गांवो पर पड़ सकता है
एक बात का खुलासा हुआ कि अम्मा ने तांत्रिक से संबंध बनाए और निशांत अम्मा और तांत्रिक का बेटा है जिस कारण वो शक्तियों को हासिल कर पाया है
वैसे अम्मा जी ने बहुत बड़ी कुर्बानी दी है तांत्रिक से संबंध बनाकर उसकी हत्या कर गांव को बचाया है

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है
इन सब का इलाज Dr.chutya के पास है
निशांत के अंदर भखलंड शैतान है अब क्या अन्नू चुदैल शैतान की साधना कर निशांत को काबू में करती है या नहीं
ये अम्मा तो बडी पहुंची हुई निकली अपने काॅलेज के दिनों में दो दो को अपना दिवाना बना चुकी है और पता नही कितने कांड कर चुकी है खैर
देखते हैं आगे क्या होता है

एक और बेहद ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय अपडेट है
गुंजन भाभी ने तो एक और धमाका कर दिया अंकित निशांत का भाई है मतलब दोनो का बाप एक ही है मां अलग अलग है और गुंजन अंकित के बच्चे की मां बनने वाली है गुंजन भाभी ने अंकित को बडे बडे ख्वाब दिखाकर और ब्लाकमेल करके निशांत को लकवा ग्रस्त करने का इंजेक्शन दे दिया और निशांत के गले पर खंजर फिरा दिया वो रानी बनना चाहती है अब आगे क्या होता है देखते हैं अगले अपडेट में

बहुत ही सुंदर लाजवाब और अद्भुत रमणिय मनभावन अपडेट है
कोकू ने निशांत को बचा लिया जब कोकू गुंजन के गुनाह की सजा देने जा रही थी तब अंकित वहा आ कर गुंजन के गर्भ में अपना बच्चा हैं कहकर माफी मांगता हैं और निशांत दोस्ती के खातिर उसे माफ भी कर देता हैं
ये कोकू निशांत को कहा उडा ले गई और अन्नु अपने कमरे से कैसे गायब हो कर किसी अज्ञात कमरे में कैसे पहुंच गयी। क्या कोकु ने तो नही क्या ये काम या कोई और भी तांत्रिक है
देखते हैं आगे क्या होता है

मस्त ट्विस्ट,

Lovely story
sabhi dosto ko bahut bahut dhanywad :)
 

Chutiyadr

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कोकू तो पिशाच योनि से मुक्त हो गई थी न ! फिर वापस कैसे आ गई ? उसे निशांत ने ही तो मुक्त किया था ।

वैसे अच्छा ही हुआ जो अभी भी उसकी रूह इस चराचर जगत में विचरण कर रही है अन्यथा कुंवर साहब का तो राम नाम सत्य हो ही गया होता ।
गुंजन भाभी इस कहानी में विलेन किरदार के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है और उनका किरदार मुझे पसंद भी आ रहा है । एक खुदगर्जी और लालची महिला जिसके सपने हवाई किले बनाने जैसा है ।
अंकित को इमोशनल ब्लैकमेल करके अपना उल्लू सीधा कर रही है वो । मुझे नहीं लगता उनके गर्भ में पल रहा संतान अंकित का ही है । कोई तीसरा शख्स होगा जो पर्दे के पीछे से यह खेल , खेल रहा है ।

बखलंड शब्द का भी जिक्र आया इस कहानी में । हमने बखलंड तो नहीं लेकिन बकलंड और बकलोल जरूर सुना हुआ है । मुर्ख इंसान को इस उपाधि से विभूषित किया जाता है ।
अब देखना है बखलंड प्रजाति का शैतान और उनमें भी फीमेल शैतान के रूप में कौन युवती दस्तक दे रही हैं !
अनु या बलवंत की सुपुत्री ? या फिर कोई और ?

इस कहानी में जो भी इम्पोर्टेंट किरदार हैं उनमें अधिकांश का रिलेशन किसी न किसी रूप में बना हुआ है । चाहे बलवंत और कांता देवी का हो , चाहे अंकित और निशांत का हो , चाहे मरहूम तांत्रिक और इनके गांव के महिलाओं का हो । मतलब एक कड़ी से जुड़े हुए हैं ये सभी लोग ।

अनु जिस तरह से अपने कमरे से गायब हुई है उससे तो यही लगता है कि वो भी किसी तांत्रिक या अलौकिक शक्तियों से लैस इंसान के कब्जे में जा पहुंची है । इस इंसान ने किस मकसद से ऐसा किया , देखना है और क्यों किया यह भी जानना है !

सभी अपडेट्स बहुत ही बेहतरीन थे डॉ साहब ।
आउटस्टैंडिंग एंड अमेजिंग एंड ब्रिलिएंट ।
bhai naraj na hona aaj bhi kewal dhanywad hi bol paunga :)
 

Chutiyadr

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अध्याय 29
कोकू ने मुझे उड़ाते हुए एक पहाड़ी में ला दिया …
“ये कैसी जगह है कोकू ??”
उसने बड़े ही प्यार से मेरे गालो को सहलाया ,
“तुम्हारे लिए एक गिफ्ट है मेरे पास “
वो मुस्कुराते हुए बोली , सामने एक झोपडी थी वो उस ओर चल दी …
जब हम उस झोपडी के पास पहुचे तो मुझे एक लकड़ी का दरवाजा दिखा , बेहद ही कमजोर सा दरवाजा था ..
कोकू ने हाथो का एक इशारा किया और वो दरवाजा खुल गया , सामने मैंने जो देखा वो देखकर मैं आश्चर्य से भर गया ..
“अन्नू तुम “
वही अन्नू मुझे सामने देख कर बुरी तरह से चौक गई थी , वो बार बार कभी मुझे तो कभी उस लकड़ी के दरवाजे को तो कभी उस झोपड़े को आश्चर्य से देखे जा रही थी , जैसे ही उसे कुछ होश आया वो मेरे तरफ भागी और आकर मुझसे चिपक गई , वो जोरो से रो रही थी …
“ना जाने कितने देर से मैं यंहा एक कमरे में बंद थी , उसका दरवाजा इतना मजबूत था की मेरे लाख कोशिसो के बाद भी मैं उसे नहीं खोल पाई और अब .. ये तो एक सामान्य सी झोपडी है जिसका दरवाजा इतना कमजोर है की मैं उसे एक लात में खोल दू ??? ये क्या हो रहा है निक्कू , मैं तो अपने घर में थी मैं यंहा कैसे आ गई ???”
उसने रोते हुए कहा , मैंने कोकू की तरफ देखा जो हमें देख कर मुस्कुरा रही थी , मैं समझ चूका था की ये इसी की करामात है ..
मैंने अन्नू को शांत किया
“शांत हो जाओ , ये सब इसने किया है .. इससे मिलो ये कोकू है , तुम्हारी सौतन ही समझो इसे “
अन्नू ने लाल आँखे किये हुए मुझे देखा , उसके चहरे में गुस्सा साफ़ था लेकिन उस गुस्से में भी मासूमियत मिली हुई थी , मुझे उस पर बेहद ही प्यार आया मुझे लगा जैसे मेरा ही अंग मुझसे बिछड़ गया था जो आज मुझे फिर से मिल गया ..
अन्नू की जुदाई में मैं कैसा हो गया था किसी पागल शैतान की तरह हरकते कर रहा था , वो भी अजीब लड़की थी एक तरफ तो वो चाहती थी की मैं जिम्मेदारी निभाऊ और दूसरी ही ओर वो मुझे किसी के साथ भी बांटना नहीं चाहती थी , जब मैंने कोकू को सौतन कहा तो उसकी आँखों में जलन , गुस्सा और प्रेम एक साथ टपकने लगा , उसके मासूम चहरे को मैंने झुककर एक किस किया , लेकिन उसने मुझे खुद से दूर कर लिया ..
सामने खड़ी कोकू भी ये सब देख कर मुस्कुरा रही थी वो मेरे पास आई और अन्नू के चहरे को अपने हाथो से उठा कर उसे देखने लगी …
“सच में तुमसे बहुत प्यार करती है कुवर , और तुम भी इससे बहुत प्यार करते हो , लेकिन अन्नू ये जान लो की प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं होता , और प्यार पर किसी एक का अधिकार नही होता , मैं भी कुवर से बेहद प्यार करती हु और शायद कुवर भी “
वो इतना बोलकर मुझे देखने लगी , मैं ये फैसला नहीं कर पा रहा था की क्या मैं भी सच में कोकू से प्यार करता हु , मेरा प्यार तो सिर्फ अन्नू के लिए था …. लेकिन मैं इस बात से भी इंकार नहीं कर सकता की कोकू के लिए मेरे दिल में एक खास जगह थी , उसका स्नेह उसका समर्पण मुझे हमेशा से अपनी ओर खींचता था …
“मैं अपने प्यार को नहीं बाँट सकती “
अन्नू फिर से मुझसे चिपक गई , वो ऐसे बर्ताव कर रही थी जैसे किसी बच्चे से उसका खिलौना मांग लिया गया हो …
उसे देख कर कोकू हँस पड़ी
“प्यार को कोई बाँट सकता है भला ??? क्या ये प्यार नहीं की मैं तुम्हे कुवर के साथ देख कर खुश हु , क्या ये प्रेम नहीं की कुवर के जान के खतरे का अंदेशा ही हुआ और मैंने खुद की प्रण तोड़ दिया , मैं कभी अपनी शक्तियों का फिर से उपयोग नहीं करना चाहती थी लेकिन मैंने किया , मैं तो सब छोड़ कर कुवर के प्रेम में जोगन बन जीवन भर यु ही रहना चाहती थी , क्या ये प्रेम नहीं की मैं अपने प्रेम की प्रेमिका को उनके यंहा उससे मिलवाने ले आई … क्या ये प्रेम नहीं की मैं नहीं चाहती की मेरे कुवर की प्रेमिका उसके ही जान की दुशमन बन जाए “
कोकू की कुछ बाते मुझे समझ आई कुछ नहीं लेकिन अन्नू पर उसकी बातो का एक असर जरुर दिख रहा था , उसकी पकड़ मुझसे थोड़ी कम होने लगी ..
“कुवर की जान को खतरा ???”
उसने मुझे और उसे बारी बारी से देखते हुए कहा
“हा अन्नू आज अगर कोकू नहीं होती तो शायद जिन्दा नहीं होता ..”
मैंने पूरी कहानी अनु को सुनाई वो पहले मुझसे जी भर कर लिपट कर रोई , उसने कई बार मुझसे माफ़ी मांगी की वो मुझे यु छोड़कर चली गई थी ..
फिर वो कोकू की तरफ मुड़ी और सीधे उसे गले से लगा लिया ….
“तुम जो भी हो तुमने मेरे जान की जान बचाई है , मैं तुम्हारा ये अहसान जीवन भर नहीं उतार पाऊँगी “
कोकू भी उसकी इस बात पर मुस्कुराने लगी
“अरे पगली तो सिर्फ तुम्हारा ही जान थोड़ी ना है , उसमे तो मेरी भी जान बसती है , उसने ही मुझे आजाद किया था , मुझे हर बंधन से मुक्त किया “
अन्नू को शायद कुछ समझ ना आया हो लेकिन वो फिर से कोकू के गले से लग गई …
“आखिर तुम हो कौन ??”
कोकू मुस्कुराई और हमें पहले झोपडी के अंदर आने का निमंत्रण दिया ..
झोपडी के अंदर आते ही हमारी आँखे फट गई , ये क्या कोई महल था , दरवाजे के बाहर तो वो एक सामान्य से घास की झोपड़ी थी लेकिन अंदर वो एक महल जैसा था , इतना बड़ा और विलासता से भरा हुआ ..
“ये कैसे हुआ “
अन्नू ने मुझे पकड लिया था ,पहले वो इस झोपडी के अंदर थी तो वो केवल एक खाली कमरा था , अब एक महल इसके अंदर था आखिर ये हो क्या रहा था ..??
मैं हँस पड़ा
“फिक्र मत करो , अंदर चलो ये सब कोकू का किया धरा है , अंदर चलकर सब बताता हु “
हम वंहा एक आलीशान सोफे में बैठ गए , कोकू ने हाथ घुमाया और हमारे सामने खाने पीने की कई चीजे आ गई , सामने सोने के नक्कासी किये हुए तीन ग्लास थे और एक कांच की बोतल में मदिरा ..
मैंने सभी के लिए पेक बनाया ..
फिर मैंने अन्नू को सारी कहानी बताई की कैसे मैं और कोकू मिले थे , अन्नू बस आँखे फाडे सब सुन रही थी लेकिन अंत में वो मेरे गले से लग गई ..
“आई ऍम प्राउड ऑफ़ यु माय बॉय … मेरा सोना बच्चा “
उसने मेरे गाल पर एक जोरदार किस किया और फिर कोकू को देखने लगी ,
“आपने मुझे यंहा क्यों लाया , आप कह रही थी की मैं कही इनकी दुश्मन ना बन जाऊ , आखिर बात क्या है ??”
मैंने ये बात नोटिस की कि अन्नू अब कोकू को आप से संबोधित कर रही थी , पहले तो कोकू को तुम ही कह रही थी …
अन्नू की बात सुनकर कोकू मुस्कुराई
“तुम्हारे जाने से कुवर पागल से हो गए थे , और इसका इलाज जानने के लिए वो डॉ चुतिया के पास जाने वाले थे , मुझे पता था की डॉ चुतिया को वो पुरानी जादू की किताब मिल गई है और वो भखलंड शैतान और चुदैल चुडैलो के बारे में जानते है , उसी किताब का सहारा लेकर चमन चुतिया ने मुझे आजाद करवाया था ,
डॉ के पास जाने का मतलब था की वो सभी को उन चुड़ैल प्रजातियों के बारे में बताएगा , और सभी के दिमाग में कुवर को रोकने के लिए एक ही नाम आएगा , वो था अन्नू का , लेकिन मुझे पता था की कुवर के दुश्मन कभी नहीं चाहते की कुवर के पास ताकते रहे , और इसलिए वो अन्नू को कुवर के खिलाफ जाकर काम करने को भड़का सकते थे , शायद मैं गलत भी हो जाऊ लेकिन मैं नहीं चाहती थी की कोई भी कुवर के लिए चुदैल चुड़ैल बने क्योकि इससे कुवर को काबू किया जा सकता है , और काबू होना भखलंडो के लिए
अच्छा नही होता , वो तो बिना किसी काबू के खुले सांड की तरह घुमने के लिए ही बने हुए है , इसलिए ही मैंने सपने में आकर कुवर को अपनी शक्तियों को खुला छोड़ने को कहा …
लेकिन कुवर तो पहले ही किसी के प्यार में पड़ चुके थे , ये बात मैं भूल गई थी , प्यार का बिछड़ना कुवर के लिए भारी हो गया और इससे गांव में आतंक मच गया ..
कुवर को काबू में रखने के लिए किसी चुड़ैल की जरुरत ही नहीं है वो तो अन्नू साथ रहे तो कुवर खुद ही काबू में रहेगा ,लेकिन ये बात दुनिया को कैसे समझाई जाए , दुनिया प्यार और उसकी ताकत को कहा कभी जान पाया है …. अगर अन्नू चुदैल चुड़ैल बनने के लिए मान भी जाती तो मैं फिर कुछ नहीं कर सकती थी ,और अन्नू अम्मा की बात मान ही जाती इसलिए सोचा की पहले इसी को उठा लिया जाय हा हा हा “
वो हँसने लगी साथ ही अन्नू भी …
“ठीक किया दीदी आपने , मैं अम्मा की बात को इनकार नहीं कर पाती “
अन्नू ने हँसते हुए कहा
“दीदी ??”
मैंने अन्नू को आश्चर्य से देखा , वो शर्मा गई और मेरे सीने में अपना सर रख लिया ..
“जो आपसे इतना प्यार करे मैं उसे कैसे आपसे दूर कर सकती हु , दीदी ने सही कहा प्यार केवल पाने का नाम नहीं है , वो आपसे बिना कुछ पाने की उम्मीद किये प्यार करती है , लेकिन मैं कितनी स्वार्थी हु जो बस खुद का सोचती हु , मैंने आपकी इक्छा को कभी नहीं समझा मुझे माफ़ कर दो , अब से मैं कभी आप पर काबू करने की कोशिस नहीं करुँगी , आपको आपका शैतान और उसकी शैतानी जैसे चलानी हो चलाओ , बस मेरे साथ रहो “
उसके आँखों में आंसू थे, होठो में मुस्कान और नजरो में अथाह प्रेम , मैंने उसे अपने सीने से लगा लिया , कोकू भी हमारे पास आ गई थी उसने भी हम दोनों को अपने बांहों में भर लिया …
“शुक्रिया मेरी बहन “
उसने प्यार से अन्नू के गालो को सहलाया ……………

***********************************
इधर …बलवंत की हवेली में
गुंजन के बाल बिखरे हुए थे, आँखों का काजल फैला हुआ था , आँखे जी शुन्य में कही खो गई हो , वो एक कुर्सी में सर गडाए बैठी थी …
सामने बैठे बलवंत और अब्दुल उसकी कहानी सुन रहे थे …
“आखिर वो थी कौन ???”
बलवंत ने पूरी बात सुनकर कहा
“मुझे नही पता लेकिन ऐसी ताकत मैंने आज तक नहीं देखी है , अगर कुवर ना होता तो वो मुझे अपने उंगली के एक इशारे से मार देती “
गुंजन बोल तो रही थी लेकिन वो अभी भी खोई हुई थी
उसकी बात सुनकर बलवंत और अब्दुल के माथे पर बल पड़ गए , बड़ी मुश्किल से तो उन्होंने गुंजन को अपने झांसे में लाया था और फिर गुंजन ने अंकित को अपने झांसे में लाया ,उनके आँख का कांटा आज मिट ही जाता लेकिन अब ये नै मुसीबत सामने आ गई थी …
“क्या हो सकता है ??“
बलवंत ने अब्दुल की ओर देखा
“क्या पता ?? शायद डॉ चुतिया बता पाए “ अब्दुल ने कहा लेकिन उसकी बात सुनकर बलवंत गुस्से में भर गया
“पागल हो क्या जो उस चुतिया के पास जाओगे , अगर उसे ये सब बताया ना तो हम ही मरेंगे , वो अम्मा और कुवर का शुभचिंतक है उससे ये बात नहीं पूछ सकते , और ये साली अन्नू कहा चली गई आखिर ??”
वो झल्लाया
“अन्नू ?? आखिर आपको अन्नू क्यों चाहिए ??”
गुंजन अन्नू का नाम सुनकर बोल उठी
अब्दुल ने उसे चुदैल चुड़ैल के बारे में बताया , उसकी बात सुनकर गुंजन जोरो से हंसने लगी थी …
“अब इसे क्या हुआ “ बलवंत जो की पहले से परेशान था गुंजन की इस हरकत से और भी चिढ ग्या
“अब मैं बनूँगी चुदैल चुड़ैल “ उसने सर उठा कर कहा
बलवंत और अब्दुल को लगा की ये पागल हो गई है …
“अरे मंद बुद्धि जो कुवर से प्यार करता हो वही ये काम कर सकती है और तुम तो उसे मारना चाहती थी “
गुंजन फिर से हँस पड़ी लेकिन उसकी हँसी में एक दर्द भी था …
‘मैं उसे इतना प्यार करती हु की मैंने उसका गला काटने से पहले भी नही सोचा , जो प्यार खून तक बहा दे उससे ज्यादा प्यार और क्या होगा ?”
उसकी बात और हरकत देखकर दोनों चौक गए थे ..
“मतलब ??”
अब्दुल ने हडबडी में कहा
“कुवर से मैं हमेशा से प्यार करती हु ,लेकिन वो कमीना कभी मुझे सर उठा कर देखता भी नहीं था और उसका ये भोलापन मेरा प्यार उसके लिए और भी बढ़ा देता , कई बार मैंने उसे अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिसे की लेकिन वो रहा बुद्धू का बुद्धू , फिर से शैतानी ताकते मिली , मैंने सोचा की अब मेरा प्यार सफल हो जायेगा लेकिन … उस कमीने ने खुद की जगह मेरे बेटे के जैसे देवर से मेरा सम्भोग करवा दिया , उसने मेरे प्यार का अपमान किया था , उसके बाद भी मैं सब सह गई , मैं कभी नहीं चाहती थी की वो शैतान बने , मैं टी अंकित को शैतान बनाना चाहती थी फिर भी ये सोच कर खुश थी की कम से कम कुवर अब मुझे प्यार नहीं तो सम्बोग का सुख तो देगा , मैं उसे ही प्यार समझ कर खुश रह लुंगी , लेकिन नहीं उसने मुझे धोखा दे दिया , फिर भी जब उसके जान पर बन आई तो अपने जिस्म उसे सोपने वाली स्त्रियों में मैं भी थी , मैंने उससे सम्भोग का सुख लिया और उसे मिली शैतानी शक्तिया , मैं उस सम्भोग के सुख को नहीं भूल पाई , अंकित से दिन रात सम्भोग करवाने के बाद भी मुझे कुवर का प्यार चाहिए था , प्यार नहीं तो कम से कम वो मुझसे सम्भोग तो करता , लेकिन नहीं वो दूसरी ओरतो में मस्त रहा मुझे देखा तक नहीं , तब मैंने फैसला कर लिया की मैं उसके अंदर के शैतान को मार दूंगी और मुझे फिर से मेरा भोला कुवर मिल जायेगा , और उसकी जगह शैतानी शक्तिया अंकित को मिलेगी , सम्भोग में अंकित मुझे शांत करता और प्रेम में कुवर लेकिन कुदरत को ये भी मंजूर नही था , लेकिन मैं हार नहीं मान सकती अभी मेरे पास एक मौका और है “
उसकी बात सुनकर बलवंत और अब्दुल एक दुसरे को देखने लगे , उन्होंने गुंजन से यही कहा था की कुवर की बलि देने से उसका शरीर नहीं बल्कि उसके अंदर का शैतान मरेगा , गुंजन भी उनके बातो में आ गई थी , लेकिन गुंजन के दिल में क्या था ये अभी तक किसी को पता नहीं था …
कमरे में शांति थी , बलवंत उठ खड़ा हुआ …
“अगर ये सच है और तुम कुवर से प्रेम करती हो तो बधाई हो वो तुम्हारा होने वाला है , अब्दुल किसी अच्छे से तांत्रिक से मिलो और गुंजन को चुदैल चुड़ैल बनाने का इंतजाम करो “

लेकिन उसी समय उनके कमरे के बाहर खड़ी रामिका ये सब सुन रही थी , उसे इतना तो पता था की उसके पिता कुवर के जान के दुश्मन है लेकिन उसका होने वाला पति अब्दुल भी …
उसके आँखों में आंसू थे और दिल में एक निश्चय
“तू क्या कुवर को प्यार करेगी कमिनी , ये बलिदान मैं दूंगी मैं बनूँगी चुदैल चुड़ैल “
उसने अपने मन में एक संकल्प कर लिया था …………..
 

snidgha12

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वाह, Chutiyadr साब... आप कि कृति कि और अद्भुत लेखनी कि तारीफ में कोई शब्द नहीं हैं हमारे पास...

क्या शानदार twist & turn दिया है आपने कथा क्रम को , मान गए आपको। अब कोकु और अनु दोनों कुंवर को आजाद देखना चाहती हैं। और रामिका और गुंजन भाभी चुदैल चुड़ैल बन कर कुंवर को कैद करके अपना बनाना चाहती हैं। ग़ज़ब :love3:
 

vickyrock

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अध्याय 29
कोकू ने मुझे उड़ाते हुए एक पहाड़ी में ला दिया …
“ये कैसी जगह है कोकू ??”
उसने बड़े ही प्यार से मेरे गालो को सहलाया ,
“तुम्हारे लिए एक गिफ्ट है मेरे पास “
वो मुस्कुराते हुए बोली , सामने एक झोपडी थी वो उस ओर चल दी …
जब हम उस झोपडी के पास पहुचे तो मुझे एक लकड़ी का दरवाजा दिखा , बेहद ही कमजोर सा दरवाजा था ..
कोकू ने हाथो का एक इशारा किया और वो दरवाजा खुल गया , सामने मैंने जो देखा वो देखकर मैं आश्चर्य से भर गया ..
“अन्नू तुम “
वही अन्नू मुझे सामने देख कर बुरी तरह से चौक गई थी , वो बार बार कभी मुझे तो कभी उस लकड़ी के दरवाजे को तो कभी उस झोपड़े को आश्चर्य से देखे जा रही थी , जैसे ही उसे कुछ होश आया वो मेरे तरफ भागी और आकर मुझसे चिपक गई , वो जोरो से रो रही थी …
“ना जाने कितने देर से मैं यंहा एक कमरे में बंद थी , उसका दरवाजा इतना मजबूत था की मेरे लाख कोशिसो के बाद भी मैं उसे नहीं खोल पाई और अब .. ये तो एक सामान्य सी झोपडी है जिसका दरवाजा इतना कमजोर है की मैं उसे एक लात में खोल दू ??? ये क्या हो रहा है निक्कू , मैं तो अपने घर में थी मैं यंहा कैसे आ गई ???”
उसने रोते हुए कहा , मैंने कोकू की तरफ देखा जो हमें देख कर मुस्कुरा रही थी , मैं समझ चूका था की ये इसी की करामात है ..
मैंने अन्नू को शांत किया
“शांत हो जाओ , ये सब इसने किया है .. इससे मिलो ये कोकू है , तुम्हारी सौतन ही समझो इसे “
अन्नू ने लाल आँखे किये हुए मुझे देखा , उसके चहरे में गुस्सा साफ़ था लेकिन उस गुस्से में भी मासूमियत मिली हुई थी , मुझे उस पर बेहद ही प्यार आया मुझे लगा जैसे मेरा ही अंग मुझसे बिछड़ गया था जो आज मुझे फिर से मिल गया ..
अन्नू की जुदाई में मैं कैसा हो गया था किसी पागल शैतान की तरह हरकते कर रहा था , वो भी अजीब लड़की थी एक तरफ तो वो चाहती थी की मैं जिम्मेदारी निभाऊ और दूसरी ही ओर वो मुझे किसी के साथ भी बांटना नहीं चाहती थी , जब मैंने कोकू को सौतन कहा तो उसकी आँखों में जलन , गुस्सा और प्रेम एक साथ टपकने लगा , उसके मासूम चहरे को मैंने झुककर एक किस किया , लेकिन उसने मुझे खुद से दूर कर लिया ..
सामने खड़ी कोकू भी ये सब देख कर मुस्कुरा रही थी वो मेरे पास आई और अन्नू के चहरे को अपने हाथो से उठा कर उसे देखने लगी …
“सच में तुमसे बहुत प्यार करती है कुवर , और तुम भी इससे बहुत प्यार करते हो , लेकिन अन्नू ये जान लो की प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं होता , और प्यार पर किसी एक का अधिकार नही होता , मैं भी कुवर से बेहद प्यार करती हु और शायद कुवर भी “
वो इतना बोलकर मुझे देखने लगी , मैं ये फैसला नहीं कर पा रहा था की क्या मैं भी सच में कोकू से प्यार करता हु , मेरा प्यार तो सिर्फ अन्नू के लिए था …. लेकिन मैं इस बात से भी इंकार नहीं कर सकता की कोकू के लिए मेरे दिल में एक खास जगह थी , उसका स्नेह उसका समर्पण मुझे हमेशा से अपनी ओर खींचता था …
“मैं अपने प्यार को नहीं बाँट सकती “
अन्नू फिर से मुझसे चिपक गई , वो ऐसे बर्ताव कर रही थी जैसे किसी बच्चे से उसका खिलौना मांग लिया गया हो …
उसे देख कर कोकू हँस पड़ी
“प्यार को कोई बाँट सकता है भला ??? क्या ये प्यार नहीं की मैं तुम्हे कुवर के साथ देख कर खुश हु , क्या ये प्रेम नहीं की कुवर के जान के खतरे का अंदेशा ही हुआ और मैंने खुद की प्रण तोड़ दिया , मैं कभी अपनी शक्तियों का फिर से उपयोग नहीं करना चाहती थी लेकिन मैंने किया , मैं तो सब छोड़ कर कुवर के प्रेम में जोगन बन जीवन भर यु ही रहना चाहती थी , क्या ये प्रेम नहीं की मैं अपने प्रेम की प्रेमिका को उनके यंहा उससे मिलवाने ले आई … क्या ये प्रेम नहीं की मैं नहीं चाहती की मेरे कुवर की प्रेमिका उसके ही जान की दुशमन बन जाए “
कोकू की कुछ बाते मुझे समझ आई कुछ नहीं लेकिन अन्नू पर उसकी बातो का एक असर जरुर दिख रहा था , उसकी पकड़ मुझसे थोड़ी कम होने लगी ..
“कुवर की जान को खतरा ???”
उसने मुझे और उसे बारी बारी से देखते हुए कहा
“हा अन्नू आज अगर कोकू नहीं होती तो शायद जिन्दा नहीं होता ..”
मैंने पूरी कहानी अनु को सुनाई वो पहले मुझसे जी भर कर लिपट कर रोई , उसने कई बार मुझसे माफ़ी मांगी की वो मुझे यु छोड़कर चली गई थी ..
फिर वो कोकू की तरफ मुड़ी और सीधे उसे गले से लगा लिया ….
“तुम जो भी हो तुमने मेरे जान की जान बचाई है , मैं तुम्हारा ये अहसान जीवन भर नहीं उतार पाऊँगी “
कोकू भी उसकी इस बात पर मुस्कुराने लगी
“अरे पगली तो सिर्फ तुम्हारा ही जान थोड़ी ना है , उसमे तो मेरी भी जान बसती है , उसने ही मुझे आजाद किया था , मुझे हर बंधन से मुक्त किया “
अन्नू को शायद कुछ समझ ना आया हो लेकिन वो फिर से कोकू के गले से लग गई …
“आखिर तुम हो कौन ??”
कोकू मुस्कुराई और हमें पहले झोपडी के अंदर आने का निमंत्रण दिया ..
झोपडी के अंदर आते ही हमारी आँखे फट गई , ये क्या कोई महल था , दरवाजे के बाहर तो वो एक सामान्य से घास की झोपड़ी थी लेकिन अंदर वो एक महल जैसा था , इतना बड़ा और विलासता से भरा हुआ ..
“ये कैसे हुआ “
अन्नू ने मुझे पकड लिया था ,पहले वो इस झोपडी के अंदर थी तो वो केवल एक खाली कमरा था , अब एक महल इसके अंदर था आखिर ये हो क्या रहा था ..??
मैं हँस पड़ा
“फिक्र मत करो , अंदर चलो ये सब कोकू का किया धरा है , अंदर चलकर सब बताता हु “
हम वंहा एक आलीशान सोफे में बैठ गए , कोकू ने हाथ घुमाया और हमारे सामने खाने पीने की कई चीजे आ गई , सामने सोने के नक्कासी किये हुए तीन ग्लास थे और एक कांच की बोतल में मदिरा ..
मैंने सभी के लिए पेक बनाया ..
फिर मैंने अन्नू को सारी कहानी बताई की कैसे मैं और कोकू मिले थे , अन्नू बस आँखे फाडे सब सुन रही थी लेकिन अंत में वो मेरे गले से लग गई ..
“आई ऍम प्राउड ऑफ़ यु माय बॉय … मेरा सोना बच्चा “
उसने मेरे गाल पर एक जोरदार किस किया और फिर कोकू को देखने लगी ,
“आपने मुझे यंहा क्यों लाया , आप कह रही थी की मैं कही इनकी दुश्मन ना बन जाऊ , आखिर बात क्या है ??”
मैंने ये बात नोटिस की कि अन्नू अब कोकू को आप से संबोधित कर रही थी , पहले तो कोकू को तुम ही कह रही थी …
अन्नू की बात सुनकर कोकू मुस्कुराई
“तुम्हारे जाने से कुवर पागल से हो गए थे , और इसका इलाज जानने के लिए वो डॉ चुतिया के पास जाने वाले थे , मुझे पता था की डॉ चुतिया को वो पुरानी जादू की किताब मिल गई है और वो भखलंड शैतान और चुदैल चुडैलो के बारे में जानते है , उसी किताब का सहारा लेकर चमन चुतिया ने मुझे आजाद करवाया था ,
डॉ के पास जाने का मतलब था की वो सभी को उन चुड़ैल प्रजातियों के बारे में बताएगा , और सभी के दिमाग में कुवर को रोकने के लिए एक ही नाम आएगा , वो था अन्नू का , लेकिन मुझे पता था की कुवर के दुश्मन कभी नहीं चाहते की कुवर के पास ताकते रहे , और इसलिए वो अन्नू को कुवर के खिलाफ जाकर काम करने को भड़का सकते थे , शायद मैं गलत भी हो जाऊ लेकिन मैं नहीं चाहती थी की कोई भी कुवर के लिए चुदैल चुड़ैल बने क्योकि इससे कुवर को काबू किया जा सकता है , और काबू होना भखलंडो के लिए
अच्छा नही होता , वो तो बिना किसी काबू के खुले सांड की तरह घुमने के लिए ही बने हुए है , इसलिए ही मैंने सपने में आकर कुवर को अपनी शक्तियों को खुला छोड़ने को कहा …
लेकिन कुवर तो पहले ही किसी के प्यार में पड़ चुके थे , ये बात मैं भूल गई थी , प्यार का बिछड़ना कुवर के लिए भारी हो गया और इससे गांव में आतंक मच गया ..
कुवर को काबू में रखने के लिए किसी चुड़ैल की जरुरत ही नहीं है वो तो अन्नू साथ रहे तो कुवर खुद ही काबू में रहेगा ,लेकिन ये बात दुनिया को कैसे समझाई जाए , दुनिया प्यार और उसकी ताकत को कहा कभी जान पाया है …. अगर अन्नू चुदैल चुड़ैल बनने के लिए मान भी जाती तो मैं फिर कुछ नहीं कर सकती थी ,और अन्नू अम्मा की बात मान ही जाती इसलिए सोचा की पहले इसी को उठा लिया जाय हा हा हा “
वो हँसने लगी साथ ही अन्नू भी …
“ठीक किया दीदी आपने , मैं अम्मा की बात को इनकार नहीं कर पाती “
अन्नू ने हँसते हुए कहा
“दीदी ??”
मैंने अन्नू को आश्चर्य से देखा , वो शर्मा गई और मेरे सीने में अपना सर रख लिया ..
“जो आपसे इतना प्यार करे मैं उसे कैसे आपसे दूर कर सकती हु , दीदी ने सही कहा प्यार केवल पाने का नाम नहीं है , वो आपसे बिना कुछ पाने की उम्मीद किये प्यार करती है , लेकिन मैं कितनी स्वार्थी हु जो बस खुद का सोचती हु , मैंने आपकी इक्छा को कभी नहीं समझा मुझे माफ़ कर दो , अब से मैं कभी आप पर काबू करने की कोशिस नहीं करुँगी , आपको आपका शैतान और उसकी शैतानी जैसे चलानी हो चलाओ , बस मेरे साथ रहो “
उसके आँखों में आंसू थे, होठो में मुस्कान और नजरो में अथाह प्रेम , मैंने उसे अपने सीने से लगा लिया , कोकू भी हमारे पास आ गई थी उसने भी हम दोनों को अपने बांहों में भर लिया …
“शुक्रिया मेरी बहन “
उसने प्यार से अन्नू के गालो को सहलाया ……………

***********************************
इधर …बलवंत की हवेली में
गुंजन के बाल बिखरे हुए थे, आँखों का काजल फैला हुआ था , आँखे जी शुन्य में कही खो गई हो , वो एक कुर्सी में सर गडाए बैठी थी …
सामने बैठे बलवंत और अब्दुल उसकी कहानी सुन रहे थे …
“आखिर वो थी कौन ???”
बलवंत ने पूरी बात सुनकर कहा
“मुझे नही पता लेकिन ऐसी ताकत मैंने आज तक नहीं देखी है , अगर कुवर ना होता तो वो मुझे अपने उंगली के एक इशारे से मार देती “
गुंजन बोल तो रही थी लेकिन वो अभी भी खोई हुई थी
उसकी बात सुनकर बलवंत और अब्दुल के माथे पर बल पड़ गए , बड़ी मुश्किल से तो उन्होंने गुंजन को अपने झांसे में लाया था और फिर गुंजन ने अंकित को अपने झांसे में लाया ,उनके आँख का कांटा आज मिट ही जाता लेकिन अब ये नै मुसीबत सामने आ गई थी …
“क्या हो सकता है ??“
बलवंत ने अब्दुल की ओर देखा
“क्या पता ?? शायद डॉ चुतिया बता पाए “ अब्दुल ने कहा लेकिन उसकी बात सुनकर बलवंत गुस्से में भर गया
“पागल हो क्या जो उस चुतिया के पास जाओगे , अगर उसे ये सब बताया ना तो हम ही मरेंगे , वो अम्मा और कुवर का शुभचिंतक है उससे ये बात नहीं पूछ सकते , और ये साली अन्नू कहा चली गई आखिर ??”
वो झल्लाया
“अन्नू ?? आखिर आपको अन्नू क्यों चाहिए ??”
गुंजन अन्नू का नाम सुनकर बोल उठी
अब्दुल ने उसे चुदैल चुड़ैल के बारे में बताया , उसकी बात सुनकर गुंजन जोरो से हंसने लगी थी …
“अब इसे क्या हुआ “ बलवंत जो की पहले से परेशान था गुंजन की इस हरकत से और भी चिढ ग्या
“अब मैं बनूँगी चुदैल चुड़ैल “ उसने सर उठा कर कहा
बलवंत और अब्दुल को लगा की ये पागल हो गई है …
“अरे मंद बुद्धि जो कुवर से प्यार करता हो वही ये काम कर सकती है और तुम तो उसे मारना चाहती थी “
गुंजन फिर से हँस पड़ी लेकिन उसकी हँसी में एक दर्द भी था …
‘मैं उसे इतना प्यार करती हु की मैंने उसका गला काटने से पहले भी नही सोचा , जो प्यार खून तक बहा दे उससे ज्यादा प्यार और क्या होगा ?”
उसकी बात और हरकत देखकर दोनों चौक गए थे ..
“मतलब ??”
अब्दुल ने हडबडी में कहा
“कुवर से मैं हमेशा से प्यार करती हु ,लेकिन वो कमीना कभी मुझे सर उठा कर देखता भी नहीं था और उसका ये भोलापन मेरा प्यार उसके लिए और भी बढ़ा देता , कई बार मैंने उसे अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिसे की लेकिन वो रहा बुद्धू का बुद्धू , फिर से शैतानी ताकते मिली , मैंने सोचा की अब मेरा प्यार सफल हो जायेगा लेकिन … उस कमीने ने खुद की जगह मेरे बेटे के जैसे देवर से मेरा सम्भोग करवा दिया , उसने मेरे प्यार का अपमान किया था , उसके बाद भी मैं सब सह गई , मैं कभी नहीं चाहती थी की वो शैतान बने , मैं टी अंकित को शैतान बनाना चाहती थी फिर भी ये सोच कर खुश थी की कम से कम कुवर अब मुझे प्यार नहीं तो सम्बोग का सुख तो देगा , मैं उसे ही प्यार समझ कर खुश रह लुंगी , लेकिन नहीं उसने मुझे धोखा दे दिया , फिर भी जब उसके जान पर बन आई तो अपने जिस्म उसे सोपने वाली स्त्रियों में मैं भी थी , मैंने उससे सम्भोग का सुख लिया और उसे मिली शैतानी शक्तिया , मैं उस सम्भोग के सुख को नहीं भूल पाई , अंकित से दिन रात सम्भोग करवाने के बाद भी मुझे कुवर का प्यार चाहिए था , प्यार नहीं तो कम से कम वो मुझसे सम्भोग तो करता , लेकिन नहीं वो दूसरी ओरतो में मस्त रहा मुझे देखा तक नहीं , तब मैंने फैसला कर लिया की मैं उसके अंदर के शैतान को मार दूंगी और मुझे फिर से मेरा भोला कुवर मिल जायेगा , और उसकी जगह शैतानी शक्तिया अंकित को मिलेगी , सम्भोग में अंकित मुझे शांत करता और प्रेम में कुवर लेकिन कुदरत को ये भी मंजूर नही था , लेकिन मैं हार नहीं मान सकती अभी मेरे पास एक मौका और है “
उसकी बात सुनकर बलवंत और अब्दुल एक दुसरे को देखने लगे , उन्होंने गुंजन से यही कहा था की कुवर की बलि देने से उसका शरीर नहीं बल्कि उसके अंदर का शैतान मरेगा , गुंजन भी उनके बातो में आ गई थी , लेकिन गुंजन के दिल में क्या था ये अभी तक किसी को पता नहीं था …
कमरे में शांति थी , बलवंत उठ खड़ा हुआ …
“अगर ये सच है और तुम कुवर से प्रेम करती हो तो बधाई हो वो तुम्हारा होने वाला है , अब्दुल किसी अच्छे से तांत्रिक से मिलो और गुंजन को चुदैल चुड़ैल बनाने का इंतजाम करो “

लेकिन उसी समय उनके कमरे के बाहर खड़ी रामिका ये सब सुन रही थी , उसे इतना तो पता था की उसके पिता कुवर के जान के दुश्मन है लेकिन उसका होने वाला पति अब्दुल भी …
उसके आँखों में आंसू थे और दिल में एक निश्चय
“तू क्या कुवर को प्यार करेगी कमिनी , ये बलिदान मैं दूंगी मैं बनूँगी चुदैल चुड़ैल “
उसने अपने मन में एक संकल्प कर लिया था …………..
वाह अब आएगा मजा जब बलवंत की बेटी चुदेल बनके चुदेगी उसके दुश्मन कुंवर से 😍
 
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