• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest बाली उमर के कच्चे निम्बू।

Golu_nd

Proud INDIAN 🇮🇳
1,617
4,856
143
"जल्दी बताना शुरू करो

अब आगे-

प्रीति अमन की सुलगती आंखों में हवस की आग को साफ देख पा रही थी।असमंजस में पड़ी बेचारी कच्ची कली।
भाई ने किसी को बताने से मना किया है और नही बताया तो बात घर तक पहुंच जायेगी।

"ठीक है क्या पूछना है आपको बताइए।

"सब कुछ बताओ।

"सब कुछ बताने के लिए तो काफी वक़्त चाहिए।

"कोई बात नही वक़्त है हमारे पास तुम बताओ।

"रवि भइय्या मुझे स्कूल और घर में ना पाकर परेशान हो जायँगे।

"ओय होय बन्नो बड़ी फिक्र है भाई की।
चलो घर फ़ोन करके बोल दो की सोनम के घर आ गई हो।

अमन ने अपना मोबाइल प्रीति की तरफ बढ़ाया।
प्रीति ने घर फ़ोन करके अपनी मम्मी को बोल दिया कि सोनम के साथ उसके घर आ गई है।

"अब बताओ ये सब कैसे शुरू हुआ तुम्हारे और भाई के बीच।

"मम्मी और पापा में रोज़ झगड़ा होता था पता नही क्यों उनके चीखने की आवाज़ से में रोने लगती थी तब मम्मी मुझे रवि भाई के रूम में जाने को बोल देती थी।
कई बार पापा मम्मी को मारते भी थे और गंदी गालियां देते थे।
तब मम्मी बोलती थी कि बच्ची के सामने ये सब करते हो शर्म नही आती।
तब पापा मुझे डांट कर रवि भाई के रूम में जाने को बोल देते थे।
धीरे धीरे ये रोज़ का काम हो गया अब पापा रोज़ रात को शराब पीकर घर आते और उनके आते ही झगड़ा शुरू हो जाता।
धीरे धीरे में पापा मम्मी के रूम से रवि भाई के रूम में शिफ्ट कर गई।
अब पापा के आने के बाद दोनों भाई-बहन अपने रूम में जाकर गेट बंद कर लेते थे।
अक्सर में पहले सो जाती और रवि भैया काफी रात तक जागते रहते।एक रात में पेशाब करने के लिए उठी रूम में अंधेरा हो रहा था पर रवि भाई का चेहरा उनके मोबाइल की रोशनी में दिख रहा था वो शायद मोबाइल में कुछ देख रहे थे थोड़ी ही देर में मेरी आँखें अंधेरे में देखने की अभ्यस्त हुई तो मैने देखा रवि भैय्या का कंबल हिल रहा था। मैं चुपचाप लेटी रही और सामने अपने भाई को देखती रही उनके मुँह से हल्की हल्की आंहे निकल रही थी और एक हाथ से मोबाइल पकड़कर वो अपने दूसरे हाथ को कंबल के अंदर हिला रहे थे।

प्रीति कुछ देर सांस लेने के लिए रुकी।

"फिर क्या किया तुमने।
प्रीति के खामोश होते ही अमन ने पूछा।

"मुझे लगा शायद भैय्या को सर्दी लग रही है।उनके कांपते जिस्म को देखकर मैं डर गई थी में अपने बिस्तर से उठकर रवि भैय्या के पास गई मेरे उठने की आहट पाकर उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया।
मेने उनके पास जाकर पूछा क्या आपकी तबियत ठीक है उन्होंने बोला हाँ ठीक है तू सो जा।
पर मेरा दिल नही माना मेने फिर पूछा आप अभी कांप रहे थे आपको सर्दी लग रही है क्या मैं मम्मी को बताऊं।
उन्होंने मम्मी को बताने को मना कर दिया और मुझे सोने को बोल दिया।अब में क्या करती मेने रूम से अटैच बाथरूम में सुसु किया और अपने बिस्तर में लेट गई पर मुझे अपने भाई को देखकर नींद नही आ रही थी फिरभी मेने आंख बंद करके सोने की कोशिश की।
कुछ ही देर बाद मेने फिर आंख खोलकर देखा तो भैया फिरसे कांप रहे थे अब मुझसे बर्दाश्त नही हुआ में अपने बिस्तर से निकलकर फिर उनके पास पहुंच गई और बोली"भाई पक्का आपको सर्दी लगी है में मम्मी को बोलने जा रही हूँ।
उन्होंने मुझे रोककर बोला "गुड़िया मम्मी को परेशान मत करो अभी तो वो सोई होगी फिर परेशान हो जायेगी एक काम करो तुम मेरे बिस्तर में ही सो जाओ मेरी सर्दी कम हो जायेगी।
इस तरह मेरे भाई ने मेरी नादानी को हथियार बनाया और मुझे अपने साथ अपने बिस्तर में लेटा लिया।
में भाई की तरफ कमर करके सोई थी कुछ ही देर में मुझे भाई का जिस्म अपने जिस्म से सटता हुआ महसूस हुआ मेने सोचा शायद भाई सर्दी से बचने के लिए मुझसे सट रहा है।
बाकी सब तो ठीक था पर मेरी बम पर कुछ भारी सी चीज दबाव बना रही थी जिसका दबाव में लगातार अपनी बम पर बढ़ता हुआ महसूस कर रही थी पर मैने कोई रेस्पांस नही किया।
लेकिन एक बात की मुझे खुशी थी कि भाई अब कांप नही रहे थे में अभी ये सोच ही रही थी कि भाई का हाथ मेरी बगल से निकलकर आगे की तरफ आया और सीधा मेरी चुंची को अपने हाथ में भर कर दबाने लगे।
मेरी तरफ से कोई रेस्पॉन्स ना मिलने पर उनके हाथ धीरे धीरे मेरी टी-शर्ट को ऊपर खींचने लगे कुछ ही देर में मेरी टी-शर्ट मेरे गले में लिपटी थी और मेरे दोनों चुचे नंगे हो गए थे।
IMG-20200628-015116-130
मेरी दोनों चुचियों को नंगा करके भाई ने उनसे खेलना शुरू कर दिया कभी भाई मेरी पूरे चुचे को अपने हाथ में भरकर दबाते कभी मेरे निप्पलों को खींचते भाई बारी बारी से मेरे दोनों चुचको को मसल रहे थे।
कुछ ही देर में मुझे भी मज़ा आने लगा मुझे भाई के द्वारा अपनी चुचियों का मर्दन कराने में मज़ा आ रहा था।
तब तो मुझे नही पता था कि मेरे बम में चुभती चीज़ क्या है पर बाद में भाई ने मुझे सब कुछ बताया था।
की लड़को के प्राइवेट पार्ट को लंड और लड़कियों के प्राइवेट पार्ट को चूत कहते है।

प्रीति फिर कुछ देर के लिए खामोश हो गई।

अमन और सोनम कान लगाकर प्रीति की बात सुन रहे थे।

"फिर क्या हुआ प्रीति।
अबकी बार सोनम की आवाज़ निकली।

"भैय्या मेरे निप्पलों से खेलते हुए अब अपनी कमर को भी दबा रहे थे मेरी गाँड पर।

"ओ गंदी लड़की।
सोनम की आवाज़ आई।

"इसमें गंदा क्या है गाँड की गाँड ही तो कहेगी।
अमन ने सोनम की तरफ देखते हुए कहा।

"भैय्या ये तो इतनी गंदी है के तुमको दिखा भी देगी।
सोनम हंसते हुए बोली।

"हाँ जब तू मेरे भाई को दिखा सकती है तो मैं भी दिखा सकती हूँ।
प्रीति गुरूर के साथ बोली।

"अच्छा चल दिखा ज़रा।
सोनम ने प्रीति को चिढ़ाया।

धीरे धीरे दोनों ने बात को इतना बढ़ा दिया कि अपनी आन का प्रशन बना डाला।
प्रीति एक बेशर्म लड़की थी सोनम की बात का बुरा मान कर वो अपनी जगह से खड़ी हुई।
और उसने वो कर दिया जिसकी अमन को बिल्कुल भी उम्मीद नही थी।

IMG-20200704-002602-153
वो खड़ी हुई और अमन के सामने झुक गई।
प्रीति सोनम को नीचा दिखाने के लिए सब कर रही थी।

"लो भैय्या देखो मेरी गाँड।
अभी नही दिखी हो तो लो अब देखो।
प्रीति ने सोनम की आंखों में देखते हुए अपनी छोटी सी चढ्ढी को भी नीचे सरका दिया।

672-1000-1-jpg-797747f7ac88a03d6e1627cfb0bfbcab
प्रीति की साफ शफ़्फ़ाफ़ गाँड देखकर अमन का लौड़ा सर् उठाने लगा।

"ले मेने तो दिखा दी अब बोल तू दिखा सकती है अपने भैय्या को।
प्रीति अपनी चढ्ढी को ऊपर करते हुए बोली।

"अरे रुको प्रीति तुम्हारे पीछे कुछ लगा है।
अमन ने प्रीति को चढ्ढी ऊपर करने से रोक दिया।

"क्या लगा है भैय्या।
प्रीति चिंतित स्वर में बोली।

"रुको एक मिनट।
अमन उठकर उसके पास जाता है और अपने दोनों हाथों को उसकी उभरी हुई गाँड पर रख देता है और ऐसे मसलता है जैसे उसपर लगी धूल साफ कर रहा हो।
असल में वो उसके मांसल चूतड़ों को दबाकर मज़े ले रहा था।

"भैया क्या लगा था हट गया क्या?

"बस थोड़ा रुको अभी हटा रहा हूँ।
अमन मस्ती से प्रीति की पूरी गाँड को मसल रहा था
उसने दोनों चूतड़ को चौड़ा करके अपनी उंगली को गुदा-द्वार तक पहुंचा दिया था थोड़ी देर तक गुदा-द्वार को मसलकर अमन प्रीति से बोलता है।

"प्रीति ज़रा पलट जाओ देखूं आगे तो कुछ नही है।
अब अमन के मन में प्रीति की चूत देखने की हवस जगी थी।
अमन के बोलने पर प्रीति पलट गई।

1487959-5179fbf-320x
सामने से प्रीति की नाज़ुक चूत को देखकर अमन के मुँह में पानी आ गया उसके दिमाग में तुरंत आइडिया आया प्रीति से नज़र बचाकर उसने पास रखी आइसक्रीम की प्लेट से अपनी उंगलियों पर क्रीम लगाई और उस क्रीम को प्रीति की गुलाबी चूत पर लगा दिया।

"देखो प्रीति शायद तुम्हारी जांघो पर आइस्क्रीम गिर गई थी।
अमन अपनी उंगलियों से क्रीम को नाज़ुक चूत पर मलने लगा।

"इसको हटाने के लिए तो पानी चाहिए।
अमन ने रूम में चारो तरफ नज़रे घुमाई पर पानी कँहा मिलना था।

"अब क्या होगा भैय्या पानी तो नही है मेरी जाँघे चिपचिपी हो गई है।

"मेरे पास एक आइडिया है सोनम तुम कुछ देर उधर देखो।

अपने भाई का आदेश पाकर सोनम पलट कर दूसरी तरफ देखने लगी।
अमन ने प्रीति की आंखों में देखा और अपने होंठ पर उंगली रखकर उसको चुप रहने का इशारा किया।
और अगले ही पल अपने होंठो को प्रीति की जांघो पर रख दिया।
आआह कितना सुखद अनुभव था बिना बालो वाली गुलाबी चूत के आस पास अपनी जीभ को घुमा रहा था अमन।
प्रीति ने दोनों हाथों से अपनी गुलाबी परी के पंखों को खोल दिया।

0-980
"भैय्या देखो यंहा भी लगी है क्रीम।
अमन ने खुली हुई चूत में अपनी जीभ डाल दी।
प्रीति की खुली हुई चूत को देखकर एक बात तो अमन समझ गया था कि रवि ने एक बार नही कई बार चोद दिया है अपनी बहन को।
अमन प्रीति की चूत के अंदर तक पहुंचा रहा था अपनी नुकीली जीभ को।

"भैय्या क्या मैं पलट जाऊ।
सोनम ने पूछा।

"नही अभी दो मिनट रुको।
अमन चूत में से जीभ निकालकर तुरंत बोला।
हालांकि सोनम चोर नज़रों से देख चुकी थी कि उसका भाई उसकी सहेली की चूत का मख्खन चाट रहा है।

मस्ती में प्रीति का हाथ अमन के बालों में घूम रहा था और वो अमन के सर को अपनी चूत की तरफ दबा रही थी।
कुछ ही पलों मे अमन की जीभ ने प्रीति के बदन को झटके लेने पर मजबूर कर दिया और वो भलभला कर अमन के चेहरे को भिगोती चली गई।
अमन ने कच्ची शराब की एक भी बूंद को खराब नही होने दिया वो प्रीति की चूत से निकला पूरा पानी पी गया और चूत के आस पास लगी सारी क्रीम चाट गया।

प्रीति ने अपनी चढ्ढी को अपनी चूत पर चढ़ाया और आराम से बैठ गई।

"अब तुम पलट जाओ सोनम।
अमन उसके सामने से उठता हुआ बोला।

सोनम के पलटते ही प्रीति बोली।

"अमन भैय्या मुझे घर जाना है।
प्रीति की बात सुनकर सोनम बोलती है।
"अरे कहानी तो पूरी करो आगे क्या हुआ।

"भैय्या प्लीज् में बाकी बात बाद में बता दूंगी।

अमन समझ चुका था कि चिड़या अब दाना खा चुकी है अब वो उससे बाहर नही जा सकती।

"ठीक है कोई बात नही अभी हम चलते है पर ध्यान रखना तुमको पूरी बात बतानी है।

"कसम से भैय्या में कल पूरी बात बता दूंगी अभी मुझे घर जाना है।

अमन दोनों लड़कियों को लेकर आइस्क्रीम पार्लर से निकल गया और प्रीति को उसके घर छोड़ते हुए वो सोनम को लेकर अपने घर आ गया।
अभी वो गाड़ी से निकल ही रहा था कि उसने अपने मोबाइल में टाइम देखा।
3:50 ही रहे थे उसको कामनी बुआ का ख्याल आया।
वो सोनम को घर छोड़ कर वापस गाड़ी में बैठा और कामनी बुआ के पार्लर की तरफ गाड़ी दौड़ा दी।




अगला अपडेट बहुत ही कामुक होगा दोस्तो आप कमेंट करते रहे।
आपके कमेंट लिखने की प्रेरणा देते है।
★ Fabulous Mind Blowing Updated... 😍🔥



★ Waiting for next update... 🙏
 
  • Like
Reactions: Sanju@

NEHAVERMA

Member
140
464
63
"जल्दी बताना शुरू करो

अब आगे-

प्रीति अमन की सुलगती आंखों में हवस की आग को साफ देख पा रही थी।असमंजस में पड़ी बेचारी कच्ची कली।
भाई ने किसी को बताने से मना किया है और नही बताया तो बात घर तक पहुंच जायेगी।

"ठीक है क्या पूछना है आपको बताइए।

"सब कुछ बताओ।

"सब कुछ बताने के लिए तो काफी वक़्त चाहिए।

"कोई बात नही वक़्त है हमारे पास तुम बताओ।

"रवि भइय्या मुझे स्कूल और घर में ना पाकर परेशान हो जायँगे।

"ओय होय बन्नो बड़ी फिक्र है भाई की।
चलो घर फ़ोन करके बोल दो की सोनम के घर आ गई हो।

अमन ने अपना मोबाइल प्रीति की तरफ बढ़ाया।
प्रीति ने घर फ़ोन करके अपनी मम्मी को बोल दिया कि सोनम के साथ उसके घर आ गई है।

"अब बताओ ये सब कैसे शुरू हुआ तुम्हारे और भाई के बीच।

"मम्मी और पापा में रोज़ झगड़ा होता था पता नही क्यों उनके चीखने की आवाज़ से में रोने लगती थी तब मम्मी मुझे रवि भाई के रूम में जाने को बोल देती थी।
कई बार पापा मम्मी को मारते भी थे और गंदी गालियां देते थे।
तब मम्मी बोलती थी कि बच्ची के सामने ये सब करते हो शर्म नही आती।
तब पापा मुझे डांट कर रवि भाई के रूम में जाने को बोल देते थे।
धीरे धीरे ये रोज़ का काम हो गया अब पापा रोज़ रात को शराब पीकर घर आते और उनके आते ही झगड़ा शुरू हो जाता।
धीरे धीरे में पापा मम्मी के रूम से रवि भाई के रूम में शिफ्ट कर गई।
अब पापा के आने के बाद दोनों भाई-बहन अपने रूम में जाकर गेट बंद कर लेते थे।
अक्सर में पहले सो जाती और रवि भैया काफी रात तक जागते रहते।एक रात में पेशाब करने के लिए उठी रूम में अंधेरा हो रहा था पर रवि भाई का चेहरा उनके मोबाइल की रोशनी में दिख रहा था वो शायद मोबाइल में कुछ देख रहे थे थोड़ी ही देर में मेरी आँखें अंधेरे में देखने की अभ्यस्त हुई तो मैने देखा रवि भैय्या का कंबल हिल रहा था। मैं चुपचाप लेटी रही और सामने अपने भाई को देखती रही उनके मुँह से हल्की हल्की आंहे निकल रही थी और एक हाथ से मोबाइल पकड़कर वो अपने दूसरे हाथ को कंबल के अंदर हिला रहे थे।

प्रीति कुछ देर सांस लेने के लिए रुकी।

"फिर क्या किया तुमने।
प्रीति के खामोश होते ही अमन ने पूछा।

"मुझे लगा शायद भैय्या को सर्दी लग रही है।उनके कांपते जिस्म को देखकर मैं डर गई थी में अपने बिस्तर से उठकर रवि भैय्या के पास गई मेरे उठने की आहट पाकर उन्होंने अपना मोबाइल बंद कर लिया।
मेने उनके पास जाकर पूछा क्या आपकी तबियत ठीक है उन्होंने बोला हाँ ठीक है तू सो जा।
पर मेरा दिल नही माना मेने फिर पूछा आप अभी कांप रहे थे आपको सर्दी लग रही है क्या मैं मम्मी को बताऊं।
उन्होंने मम्मी को बताने को मना कर दिया और मुझे सोने को बोल दिया।अब में क्या करती मेने रूम से अटैच बाथरूम में सुसु किया और अपने बिस्तर में लेट गई पर मुझे अपने भाई को देखकर नींद नही आ रही थी फिरभी मेने आंख बंद करके सोने की कोशिश की।
कुछ ही देर बाद मेने फिर आंख खोलकर देखा तो भैया फिरसे कांप रहे थे अब मुझसे बर्दाश्त नही हुआ में अपने बिस्तर से निकलकर फिर उनके पास पहुंच गई और बोली"भाई पक्का आपको सर्दी लगी है में मम्मी को बोलने जा रही हूँ।
उन्होंने मुझे रोककर बोला "गुड़िया मम्मी को परेशान मत करो अभी तो वो सोई होगी फिर परेशान हो जायेगी एक काम करो तुम मेरे बिस्तर में ही सो जाओ मेरी सर्दी कम हो जायेगी।
इस तरह मेरे भाई ने मेरी नादानी को हथियार बनाया और मुझे अपने साथ अपने बिस्तर में लेटा लिया।
में भाई की तरफ कमर करके सोई थी कुछ ही देर में मुझे भाई का जिस्म अपने जिस्म से सटता हुआ महसूस हुआ मेने सोचा शायद भाई सर्दी से बचने के लिए मुझसे सट रहा है।
बाकी सब तो ठीक था पर मेरी बम पर कुछ भारी सी चीज दबाव बना रही थी जिसका दबाव में लगातार अपनी बम पर बढ़ता हुआ महसूस कर रही थी पर मैने कोई रेस्पांस नही किया।
लेकिन एक बात की मुझे खुशी थी कि भाई अब कांप नही रहे थे में अभी ये सोच ही रही थी कि भाई का हाथ मेरी बगल से निकलकर आगे की तरफ आया और सीधा मेरी चुंची को अपने हाथ में भर कर दबाने लगे।
मेरी तरफ से कोई रेस्पॉन्स ना मिलने पर उनके हाथ धीरे धीरे मेरी टी-शर्ट को ऊपर खींचने लगे कुछ ही देर में मेरी टी-शर्ट मेरे गले में लिपटी थी और मेरे दोनों चुचे नंगे हो गए थे।
IMG-20200628-015116-130
मेरी दोनों चुचियों को नंगा करके भाई ने उनसे खेलना शुरू कर दिया कभी भाई मेरी पूरे चुचे को अपने हाथ में भरकर दबाते कभी मेरे निप्पलों को खींचते भाई बारी बारी से मेरे दोनों चुचको को मसल रहे थे।
कुछ ही देर में मुझे भी मज़ा आने लगा मुझे भाई के द्वारा अपनी चुचियों का मर्दन कराने में मज़ा आ रहा था।
तब तो मुझे नही पता था कि मेरे बम में चुभती चीज़ क्या है पर बाद में भाई ने मुझे सब कुछ बताया था।
की लड़को के प्राइवेट पार्ट को लंड और लड़कियों के प्राइवेट पार्ट को चूत कहते है।

प्रीति फिर कुछ देर के लिए खामोश हो गई।

अमन और सोनम कान लगाकर प्रीति की बात सुन रहे थे।

"फिर क्या हुआ प्रीति।
अबकी बार सोनम की आवाज़ निकली।

"भैय्या मेरे निप्पलों से खेलते हुए अब अपनी कमर को भी दबा रहे थे मेरी गाँड पर।

"ओ गंदी लड़की।
सोनम की आवाज़ आई।

"इसमें गंदा क्या है गाँड की गाँड ही तो कहेगी।
अमन ने सोनम की तरफ देखते हुए कहा।

"भैय्या ये तो इतनी गंदी है के तुमको दिखा भी देगी।
सोनम हंसते हुए बोली।

"हाँ जब तू मेरे भाई को दिखा सकती है तो मैं भी दिखा सकती हूँ।
प्रीति गुरूर के साथ बोली।

"अच्छा चल दिखा ज़रा।
सोनम ने प्रीति को चिढ़ाया।

धीरे धीरे दोनों ने बात को इतना बढ़ा दिया कि अपनी आन का प्रशन बना डाला।
प्रीति एक बेशर्म लड़की थी सोनम की बात का बुरा मान कर वो अपनी जगह से खड़ी हुई।
और उसने वो कर दिया जिसकी अमन को बिल्कुल भी उम्मीद नही थी।

IMG-20200704-002602-153
वो खड़ी हुई और अमन के सामने झुक गई।
प्रीति सोनम को नीचा दिखाने के लिए सब कर रही थी।

"लो भैय्या देखो मेरी गाँड।
अभी नही दिखी हो तो लो अब देखो।
प्रीति ने सोनम की आंखों में देखते हुए अपनी छोटी सी चढ्ढी को भी नीचे सरका दिया।

672-1000-1-jpg-797747f7ac88a03d6e1627cfb0bfbcab
प्रीति की साफ शफ़्फ़ाफ़ गाँड देखकर अमन का लौड़ा सर् उठाने लगा।

"ले मेने तो दिखा दी अब बोल तू दिखा सकती है अपने भैय्या को।
प्रीति अपनी चढ्ढी को ऊपर करते हुए बोली।

"अरे रुको प्रीति तुम्हारे पीछे कुछ लगा है।
अमन ने प्रीति को चढ्ढी ऊपर करने से रोक दिया।

"क्या लगा है भैय्या।
प्रीति चिंतित स्वर में बोली।

"रुको एक मिनट।
अमन उठकर उसके पास जाता है और अपने दोनों हाथों को उसकी उभरी हुई गाँड पर रख देता है और ऐसे मसलता है जैसे उसपर लगी धूल साफ कर रहा हो।
असल में वो उसके मांसल चूतड़ों को दबाकर मज़े ले रहा था।

"भैया क्या लगा था हट गया क्या?

"बस थोड़ा रुको अभी हटा रहा हूँ।
अमन मस्ती से प्रीति की पूरी गाँड को मसल रहा था
उसने दोनों चूतड़ को चौड़ा करके अपनी उंगली को गुदा-द्वार तक पहुंचा दिया था थोड़ी देर तक गुदा-द्वार को मसलकर अमन प्रीति से बोलता है।

"प्रीति ज़रा पलट जाओ देखूं आगे तो कुछ नही है।
अब अमन के मन में प्रीति की चूत देखने की हवस जगी थी।
अमन के बोलने पर प्रीति पलट गई।

1487959-5179fbf-320x
सामने से प्रीति की नाज़ुक चूत को देखकर अमन के मुँह में पानी आ गया उसके दिमाग में तुरंत आइडिया आया प्रीति से नज़र बचाकर उसने पास रखी आइसक्रीम की प्लेट से अपनी उंगलियों पर क्रीम लगाई और उस क्रीम को प्रीति की गुलाबी चूत पर लगा दिया।

"देखो प्रीति शायद तुम्हारी जांघो पर आइस्क्रीम गिर गई थी।
अमन अपनी उंगलियों से क्रीम को नाज़ुक चूत पर मलने लगा।

"इसको हटाने के लिए तो पानी चाहिए।
अमन ने रूम में चारो तरफ नज़रे घुमाई पर पानी कँहा मिलना था।

"अब क्या होगा भैय्या पानी तो नही है मेरी जाँघे चिपचिपी हो गई है।

"मेरे पास एक आइडिया है सोनम तुम कुछ देर उधर देखो।

अपने भाई का आदेश पाकर सोनम पलट कर दूसरी तरफ देखने लगी।
अमन ने प्रीति की आंखों में देखा और अपने होंठ पर उंगली रखकर उसको चुप रहने का इशारा किया।
और अगले ही पल अपने होंठो को प्रीति की जांघो पर रख दिया।
आआह कितना सुखद अनुभव था बिना बालो वाली गुलाबी चूत के आस पास अपनी जीभ को घुमा रहा था अमन।
प्रीति ने दोनों हाथों से अपनी गुलाबी परी के पंखों को खोल दिया।

0-980
"भैय्या देखो यंहा भी लगी है क्रीम।
अमन ने खुली हुई चूत में अपनी जीभ डाल दी।
प्रीति की खुली हुई चूत को देखकर एक बात तो अमन समझ गया था कि रवि ने एक बार नही कई बार चोद दिया है अपनी बहन को।
अमन प्रीति की चूत के अंदर तक पहुंचा रहा था अपनी नुकीली जीभ को।

"भैय्या क्या मैं पलट जाऊ।
सोनम ने पूछा।

"नही अभी दो मिनट रुको।
अमन चूत में से जीभ निकालकर तुरंत बोला।
हालांकि सोनम चोर नज़रों से देख चुकी थी कि उसका भाई उसकी सहेली की चूत का मख्खन चाट रहा है।

मस्ती में प्रीति का हाथ अमन के बालों में घूम रहा था और वो अमन के सर को अपनी चूत की तरफ दबा रही थी।
कुछ ही पलों मे अमन की जीभ ने प्रीति के बदन को झटके लेने पर मजबूर कर दिया और वो भलभला कर अमन के चेहरे को भिगोती चली गई।
अमन ने कच्ची शराब की एक भी बूंद को खराब नही होने दिया वो प्रीति की चूत से निकला पूरा पानी पी गया और चूत के आस पास लगी सारी क्रीम चाट गया।

प्रीति ने अपनी चढ्ढी को अपनी चूत पर चढ़ाया और आराम से बैठ गई।

"अब तुम पलट जाओ सोनम।
अमन उसके सामने से उठता हुआ बोला।

सोनम के पलटते ही प्रीति बोली।

"अमन भैय्या मुझे घर जाना है।
प्रीति की बात सुनकर सोनम बोलती है।
"अरे कहानी तो पूरी करो आगे क्या हुआ।

"भैय्या प्लीज् में बाकी बात बाद में बता दूंगी।

अमन समझ चुका था कि चिड़या अब दाना खा चुकी है अब वो उससे बाहर नही जा सकती।

"ठीक है कोई बात नही अभी हम चलते है पर ध्यान रखना तुमको पूरी बात बतानी है।

"कसम से भैय्या में कल पूरी बात बता दूंगी अभी मुझे घर जाना है।

अमन दोनों लड़कियों को लेकर आइस्क्रीम पार्लर से निकल गया और प्रीति को उसके घर छोड़ते हुए वो सोनम को लेकर अपने घर आ गया।
अभी वो गाड़ी से निकल ही रहा था कि उसने अपने मोबाइल में टाइम देखा।
3:50 ही रहे थे उसको कामनी बुआ का ख्याल आया।
वो सोनम को घर छोड़ कर वापस गाड़ी में बैठा और कामनी बुआ के पार्लर की तरफ गाड़ी दौड़ा दी।




अगला अपडेट बहुत ही कामुक होगा दोस्तो आप कमेंट करते रहे।
आपके कमेंट लिखने की प्रेरणा देते है।
Nice and hot update keep it up
 
  • Like
Reactions: Sanju@ and Nick107
146
729
94
Bhai apni Naina ji se puchh lo ya fir Mahi maurya ji se vo Bahut hi saral or satik jankari de sakti hai ladko me aap kalyansurya bhai se Ya Jay Sutar Bhai se Ya nain11star bhai se Ya kingfisher bhai se bhi puchh sakte hain unhe kafi experience hai in sabka...
How to contact them by email
 

poorva

Member
496
727
93
हो सकता है कहानी की कुछ घटनाएं किसी और कहानी से मेल खाती हो।

पर अगर आपको ये किसी कहानी का रूपांतरण लग रहा है तो माफी चाहता हूँ आप ये बात सिद्ध कर दे में इस कहानी को समाप्त कर दूंगा।
Aap apane hisab se kahani likhate rahiye.is tarah ki kahani me ye sab hote rahata hai. Jaisa ki chudai sabi kahani me ek jaisi hi hogi shyad kisi me pahili bar doggy me ho ya missionary ho chudai to chudai hi hogi.
 
  • Like
Reactions: Pradnya
Top