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Incest बाली उमर के कच्चे निम्बू।

Hard dude

Tere bin kuch nahi
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कुछ ही मिनट की मेहनत में कामनी की चूत ने अपने
भतीजे के पूरे लौड़े को अपने अंदर जगह देदी।
अब कामनी की जाँघे खुलती चली गई और अमन को अपनी बुआ को चोदने के लिए जगह मिलती चली गई।

अब आगे-

यंहा से आगे की राहे कामनी के लिए आसान हो जानी थी।
वैसे तो कामनी के पति ने भी उसको काफी चोदा था पर एक तो उसके पति का लौड़ा अमन के सामने आधा था दूसरा पति की मौत के बाद कामनी ने अपनी चूत में उंगली तक नही जाने दी थी इस लिए उसकी चूत वापस टाइट हो गई थी।
इस लिए कामनी को अपने भतीजे को अपनी चूत में जगह देने में टाइम लग रहा था।

पर वो अच्छी तरह जानती थी कि एक बार लंड ने अपनी जगह बना ली तो फिर मज़े ही मज़े है।
और वो वक़्त आ गया था जिसका कामनी को इंतज़ार था अपने भतीजे के लंबे लौड़े को कामनी की चूत पूरा निगल गई थी।
अब अमन का ट्रक रूपी लौड़ा कामनी की चिकनी सड़क पर सरपट दौड़ना था।

अमन ने अपनी कमर को आगे पीछे करके अपनी बुआ को चोदना शुरू कर दिया था।

22913292
what's my screen
कामनी की डबल रोटी की तरह फुली हुई चूत में अब अमन का लौड़ा फ़स फ़स कर अंदर बाहर हो रहा था।
अपनी चूत को अपने भतीजे के लंड से भरा हुआ महसूस करके कामनी निहाल हो गई थी।
सोफे पर बैठी गोरी कामनी के चेहरे पर आई लालिमा को देख उसके मज़े का अंदाज़ा लगाने की कोशिश कर रही थी।
पर नादान ये नही जानती थी इस सुख का अंदाज़ा तो तभी होता है जब अपनी ख़ुद की चूत में एक मोटा लंबा लौड़ा घुसा हो और बेरहमी से अंदर बाहर होकर चूत का मर्दन कर रहा हो।
पर कमसिन कली के लिए अपने सामने होते मर्द-औरत के इस असीम सुख वाले मिलन की साक्षी बनना भी किस्मत की बात थी।

अमन बड़ी लगन से अपनी बुआ की चूत को चौद रहा था कामनी से अब अपनी खुशी को छिपाना मुश्किल था।

जैसे ही अमन ने अपने लौड़े को टोप्ले तक बाहर खींच कर अंदर की तरफ एक करारा झटका दिया
कामनी की खुशी एक लंबी आआह के साथ उसके मुँह से निकली।

आआह अमन उईईईई आआह ऐसे ही ज़ोर से उईईईई चोदो मुझे आआह सीईईई मेरे ला लाल।

अपनी बुआ के मुख से निकलती ये सिस्कारिया अमन के शरीर में बह रहे लहू को गरम करती जा रही थी।
उसका लौड़ा अपनी कठोरता बढ़ाता जा रहा था और अपने रास्ते को लंबा और लंबा करता जा रहा था।
जब अमन अपने लौड़े को बुआ की चूत में अंदर की तरफ दबाता तो कामनी की चूत के होंठ भी लंड के साथ अंदर की तरफ दबते और जब अमन उसको बाहर की तरफ खींचता तो चूत के अंदर का गुलाबी हिस्सा भी बाहर की तरफ खींचता।

इस दृश्य से पता चलता था कि कामनी की चूत ने किस तरह अपने भतीजे के लौड़े को अपने आलिंगन में कस रखा था।

लगातार धक्के लगाते अमन का लौड़ा पुक की आवाज़ के साथ कामनी की चूत से बाहर आ गया और जैसे ही अमन ने अपनी कमर को आगे की तरफ दबाया चूत के होंठो पर फैली क्रीम पर लौड़ा फिसलता हुआ कामनी के भग्नासे को रगड़ता चला गया।
अमन ने अपनी कमर को रोक कर कामनी की आंखों में देखा उसे अपनी बुआ की आंखों में चूत से लौड़ा बाहर निकलने की नाराज़गी साफ दिखाई देती थी और उससे भी ज़्यादा लौड़े को वापस चूत में डाल देने के लिए आग्रह पर अमन अपनी कमर को बिना हिलाय अपने लौड़े को ऐसे ही चूत के ऊपर रखे अभी भी कामनी की आंखों में देख रहा था।

वो देखना चाहता था कि उसकी बुआ कुछ बोलती है या नही।
अपनी चूत का खालीपन ज़्यादा देर बर्दाश्त नही कर पाई कामनी और गिड़गिड़ाती हुई अपने भतीजे से लौड़े को वापस चूत के अंदर करने के लिए आग्रह करने लगी।

"आआह अमन मेरे बेटे बुआ अब और बर्दाश्त नही कर सकती प्लीज् इसको वापस अंदर कर दे।

"क्या अंदर करदूँ बुआ

अमन मस्ती के मूड में आ गया था।
वो कामनी को थोड़ा और परेशान करना चाहता था।

"अपना वो अंदर कर दे बेटा क्यों परेशान कर रहा है।

"ऐसे नही मेरी प्यारी बुआ पहले बताओ क्या अंदर कर दु।
जब तक बोलोगी नही मुझे कैसे पता चलेगा।"

"बदमाश तू ऐसे नही मानेगा ना।

"बिल्कुल नही बुआ।

"अपनी बुआ को भी अपने जैसा गंदा बनाना चाहता है बदमाश।
अपना वो वो ल ल लंड अंदर कर दे।"

"हाय मेरी प्यारी बुआ कँहा अंदर करना है।

"बदमाश मेरी चु चु चूत में अपना लौड़ा भर दो।
अब खुश चलो अब देर मत करो मेरे से और सबर नही होता।

अपनी बुआ की पुकार को अमन नज़रंदाज़ ना कर सका उसने अपने लौड़े को पीछे खींचा और टोप्ले को छेंद का अंदाज़ा होते ही अमन का लौड़ा कामनी की गदराई गीली चूत को खोलता हुआ पूरा अंदर।

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"सीईईई मेरे लाल आआह चीर दिया मेरी चूत को तेरे मोटे लंड ने आआह आआह रगड़ कर चोद मेरी चूत को।
कामनी की चूत ने अपने आप को अपने ही पानी में पूरा भिगो लिया था अब अमन का लौड़ा अपनी बुआ की चूत में ऐसे घुस रहा था जैसे मख्खन में छुरी।

"आआह आआह चोद चोद मेरे लाल चोद मेरी चूत आआह अमन अपनी बुआ को गाली दे बेटा आआह मेरा होने वाला है आआह सीईईई ऊईईई माँ।

कामनी को अपनी चूत में फुलझड़ीया छूटती महसूस हो रही थी अपने भतीजे के लंबे लौड़े के मर्दन के सामने काफी जल्दी हार मान गई कामनी। उसकी कमर कमान की तरह उठती चली गई कामनी ने अपने पैरों की कैची को अमन की कमर के गिर्द बांध कर अपनी तरफ ज़ोर लगाया झड़ते हुए वो अमन के पूरे लौड़े से अपनी चूत को भर लेना चाहती थी।

अपनी बुआ की हरकतों को देखकर
अमन की समझ में आ गया था कि उसको क्या करना है।

वो कामनी बुआ की चूत में गहरे धक्के लगाने लगा बस कामनी भी ये ही तो चाहती थी अब हर धक्के में अमन का लौड़ा सीधा कामनी बुआ के गर्भाशय पर चोट कर रहा था।

अमन के झटकों में कामनी की चूत से फच फच की आवाज़ आने लगी।
आखिर कामनी ने लौड़े कक चूत की गहराई में उतारकर उसको अपनी चूत के पानी से भिगोने लगी।
जब कामनी झड़ रही थी उसकी चूत में संकुचन होने लगा लगता था जैसे उसकी चूत लौड़े से भी अपना पानी बहाने का आग्रह कर रही थी।

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अमन ने अपनी बुआ के उन्नत उरोज़ो को दबाते हुए फिरसे अपने लौड़े से अपनी बुआ की चूत का चोदन शुरू कर दिया।

चूत का पानी निकल जाने के कारण अब अमन का मोटा मिसाइल बड़े आराम से चूत में अंदर बाहर हो रहा था।

पर अब कामनी से अपनी चूत में होती गुदगुदी बर्दाश्त करना मुश्किल था।

"अमन मेरे लाल थोड़ी देर रुक जा मर जायगी तेरी बुआ आआह सीईईई माँ आआह बचा लो मुझे।

पर अमन इस वक़्त पीक पर था उसका लौड़ा लोहे की तरह सख्त हुआ पड़ा था।

सोफे पर बेठी गोरी से कामनी की हालत देखी नही गई वो अपनी जगह से खड़ी होकर चुदाई करते बुआ भतीजे की तरफ बढ़ी और पास जाकर अमन के लौड़े को पकड़ कर कामनी की चूत से बाहर निकाल कर अपने होंठो के हवाले कर दिया।

अमन ने आंव देखा ना तांव जैसे ही लिंगमुंड गोरी के होंठो में गया अमन ने करारा झटका मारा लौड़ा गोरी के मुँह को चीरता हुआ आधे से ज़्यादा अंदर चला गया।

गोरी की आंखे बाहर को उबल पड़ी उसको अमन से ऐसा करने की बिल्कुल भी अपेक्षा ना थी पर बेचारी कमसिन कन्या कामनी को बचाने के चक्कर में अपना मुँह फड़वा बैठी।
उसके फैले होंठो के दोनों कोनो से हल्का खून छलकने लगा पर अमन को बिल्कुल तरस ना आया उसने पीछे से गोरी के बालों को पकड़ा और एक के बाद एक गहरे धक्के लगाने लगा 4 ही झटकों मैं लौड़ा गोरी के गले तक उतर गया अब गोरी की हालत और भी खराब होने लगी।

कामनी ने जैसे ही अपने भतीजे के अंदर आये जानवर को देखा वो एकदम दौड़कर उसके पास पहुंची और अमन को धक्का मारकर बिस्तर पर गिरा दिया।
अमन को जब तक सम्हलने का मौका मिलता वो बिस्तर पर पड़ा था।

लौड़े के मुँह से बाहर निकलते ही गोरी खांसने लगी उसके मुँह से लार और खून टपक रहा था।एओ लंबी लंबी सांस ले रही थी।

कामनी उसकी कमर को थपकने लगी।
"कुछ नही हुआ गोरी शांत हो जाओ बस बस बच्ची कामनी ने मेज़ पर रखा गुलाबजल उठाकर उसके होंठो के साइड में लगाया।
खून छलकना अब बंद हो गया था पर गोरी को अपना मुँह चीरा हुआ महसूस हो रहा था।
उसकी आँखों से आँसू टपकने लगे।
कामनी ने उसे गले से लगा लिया।
"बस बस मेरी बच्ची कुछ नही हुआ खामोश हो जाओ।
और तुम जानवर बन गए हो कुछ पता भी है क्या कर रहे हो गोरी की जान भी जा सकती थी।

होश आने पर अमन को अपने किये पर बहुत पछतावा हो रहा था उसकी खुद समझ नही आ रहा था कि उसको आखिर हुआ क्या था।
उसको ऐसा महसूस हो रहा था जैसे कोई शक्ति उसका शरीर छोड़ गई हो।
पर शांत रहने वाला ये लड़का इतना उग्र कैसे हो गया था इसका कामनी को भी अचंभा हो रहा था।

पर अमन के पास अपनी सफाई के लिए कहने को कुछ नही था वो खुद अपने आप को मुजरिम समझ रहा था।उसको पता था कि अभी थोड़ी देर पहले वो किसी खूंखार जानवर की तरह व्यवहार कर रहा था।
उसके इस व्यवहार से एक कच्ची कली को अपने पहले ओरल सेक्स में काफी चोट आई थी।

अमन बिस्तर से उठा और खड़ा होकर गोरी की तरफ देखने लगा।गोरी अभी भी सुबक रही थी।
अमन की आंखों से आँसू टपकने लगे और उसने गोरी के आगे माफी वाले अंदाज़ में अपने हाथ जोड़ लिए।

"गोरी मु मु मुझे माफ़ करदो पता नही मुझे क्या हो गया था सब मेरी गलती है तुम जो भी सज़ा दोगी मुझे कुबूल है।

गोरी ने अमन की तरफ देखा और अभी कुछ देर पहले पागल कुत्ते की तरह उसको भमोड़ने वाला इंसान इस वक़्त इतना मासूम और शर्मिंदा था जैसे उस जैसे इंसान से ये कुकर्म हो ही नही सकता।

गोरी की नज़र जैसे ही उसकी आँखों में देखकर नीचे की तरफ आई उसके चेहरे के हाव भाव बदल गए उसने कामनी का ध्यान उस तरफ दिलाया।
सामने का नज़ारा देख कामनी का मुँह भी खुल गया।


सामने खड़े अमन के झूलते हुए लंड से खून टपक रहा था और और उसका लिंग जगह जगह से छिल गया था शायद जब वो अपने लौड़े को जानवर की तरह गोरी के मुँह में ठूस रहा था तब गोरी के दांतों से लंड छिल गया था।

"अमन मेरे लाल ये क्या हुआ।

पर अमन तो जैसे इस दुनिया में ही नही था वो लगातार गोरी से माफी मांग रहा था और रो रहा था।
कामनी ने गोरी की तरफ देखा पर गोरी की आंखों में उसे अमन के लिए नफरत नज़र आई।

"देखो गोरी ये कुछ और ही मामला लगता है मुझे उसने सिर्फ तुमको नही बल्कि अपने आप को भी तकलीफ दी है और देखो किस तरह तुमसे माफी मांग रहा है जैसे उसे अपनी गलती का एहसास हो प्लीज् बच्ची उसको माफ करदो।
इसके बारे में हम आराम से बात करेंगे फिलहाल इसके अंग की ड्रेसिंग करनी ज़रूरी है।

"ठीक है मैडम आप की वजह से में माफ कर रही हूँ।

गोरी को भी मामला कुछ और ही लग रहा था।

कामनी ने गोरी को बिस्तर पर बैठाया और अमन गुलाब जल से तोलिये को भिगो कर अमन के लिंग को साफ करने लगी।

अपने लिंग पर तोलिये का कपड़ा लगने से अमन को दर्द होने लगा।
लिंग को पूरा साफ करके कामनी ने पूरे लिंग पर कोल्ड क्रीम लगा दी।

अमन अब भी गोरी की तरफ देख रहा था और आंखों आंखों में उससे माफी मांग रहा था।

तीनो लोग अब कपड़े पहन चुके थे।

कामनी ने गोरी को फिरसे नहलाया और उसको आराम करने को बोलकर अमन के साथ नीचे पार्लर में जाने लगी।

पर अमन से चला नही जा रहा था उसके लिंग में काफी दर्द हो रहा था जैसे तैसे दोनों अपनी कार में आ गए।
रास्ते में कामनी ने कार को मेडिकल स्टोर के सामने रुकवाया और कुछ दवाइया लेकर कार घर की तरफ दौड़ने लगी।
 

Lib am

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कुछ ही मिनट की मेहनत में कामनी की चूत ने अपने
भतीजे के पूरे लौड़े को अपने अंदर जगह देदी।
अब कामनी की जाँघे खुलती चली गई और अमन को अपनी बुआ को चोदने के लिए जगह मिलती चली गई।

अब आगे-

यंहा से आगे की राहे कामनी के लिए आसान हो जानी थी।
वैसे तो कामनी के पति ने भी उसको काफी चोदा था पर एक तो उसके पति का लौड़ा अमन के सामने आधा था दूसरा पति की मौत के बाद कामनी ने अपनी चूत में उंगली तक नही जाने दी थी इस लिए उसकी चूत वापस टाइट हो गई थी।
इस लिए कामनी को अपने भतीजे को अपनी चूत में जगह देने में टाइम लग रहा था।

पर वो अच्छी तरह जानती थी कि एक बार लंड ने अपनी जगह बना ली तो फिर मज़े ही मज़े है।
और वो वक़्त आ गया था जिसका कामनी को इंतज़ार था अपने भतीजे के लंबे लौड़े को कामनी की चूत पूरा निगल गई थी।
अब अमन का ट्रक रूपी लौड़ा कामनी की चिकनी सड़क पर सरपट दौड़ना था।

अमन ने अपनी कमर को आगे पीछे करके अपनी बुआ को चोदना शुरू कर दिया था।

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कामनी की डबल रोटी की तरह फुली हुई चूत में अब अमन का लौड़ा फ़स फ़स कर अंदर बाहर हो रहा था।
अपनी चूत को अपने भतीजे के लंड से भरा हुआ महसूस करके कामनी निहाल हो गई थी।
सोफे पर बैठी गोरी कामनी के चेहरे पर आई लालिमा को देख उसके मज़े का अंदाज़ा लगाने की कोशिश कर रही थी।
पर नादान ये नही जानती थी इस सुख का अंदाज़ा तो तभी होता है जब अपनी ख़ुद की चूत में एक मोटा लंबा लौड़ा घुसा हो और बेरहमी से अंदर बाहर होकर चूत का मर्दन कर रहा हो।
पर कमसिन कली के लिए अपने सामने होते मर्द-औरत के इस असीम सुख वाले मिलन की साक्षी बनना भी किस्मत की बात थी।

अमन बड़ी लगन से अपनी बुआ की चूत को चौद रहा था कामनी से अब अपनी खुशी को छिपाना मुश्किल था।

जैसे ही अमन ने अपने लौड़े को टोप्ले तक बाहर खींच कर अंदर की तरफ एक करारा झटका दिया
कामनी की खुशी एक लंबी आआह के साथ उसके मुँह से निकली।

आआह अमन उईईईई आआह ऐसे ही ज़ोर से उईईईई चोदो मुझे आआह सीईईई मेरे ला लाल।

अपनी बुआ के मुख से निकलती ये सिस्कारिया अमन के शरीर में बह रहे लहू को गरम करती जा रही थी।
उसका लौड़ा अपनी कठोरता बढ़ाता जा रहा था और अपने रास्ते को लंबा और लंबा करता जा रहा था।
जब अमन अपने लौड़े को बुआ की चूत में अंदर की तरफ दबाता तो कामनी की चूत के होंठ भी लंड के साथ अंदर की तरफ दबते और जब अमन उसको बाहर की तरफ खींचता तो चूत के अंदर का गुलाबी हिस्सा भी बाहर की तरफ खींचता।

इस दृश्य से पता चलता था कि कामनी की चूत ने किस तरह अपने भतीजे के लौड़े को अपने आलिंगन में कस रखा था।

लगातार धक्के लगाते अमन का लौड़ा पुक की आवाज़ के साथ कामनी की चूत से बाहर आ गया और जैसे ही अमन ने अपनी कमर को आगे की तरफ दबाया चूत के होंठो पर फैली क्रीम पर लौड़ा फिसलता हुआ कामनी के भग्नासे को रगड़ता चला गया।
अमन ने अपनी कमर को रोक कर कामनी की आंखों में देखा उसे अपनी बुआ की आंखों में चूत से लौड़ा बाहर निकलने की नाराज़गी साफ दिखाई देती थी और उससे भी ज़्यादा लौड़े को वापस चूत में डाल देने के लिए आग्रह पर अमन अपनी कमर को बिना हिलाय अपने लौड़े को ऐसे ही चूत के ऊपर रखे अभी भी कामनी की आंखों में देख रहा था।

वो देखना चाहता था कि उसकी बुआ कुछ बोलती है या नही।
अपनी चूत का खालीपन ज़्यादा देर बर्दाश्त नही कर पाई कामनी और गिड़गिड़ाती हुई अपने भतीजे से लौड़े को वापस चूत के अंदर करने के लिए आग्रह करने लगी।

"आआह अमन मेरे बेटे बुआ अब और बर्दाश्त नही कर सकती प्लीज् इसको वापस अंदर कर दे।

"क्या अंदर करदूँ बुआ

अमन मस्ती के मूड में आ गया था।
वो कामनी को थोड़ा और परेशान करना चाहता था।

"अपना वो अंदर कर दे बेटा क्यों परेशान कर रहा है।

"ऐसे नही मेरी प्यारी बुआ पहले बताओ क्या अंदर कर दु।
जब तक बोलोगी नही मुझे कैसे पता चलेगा।"

"बदमाश तू ऐसे नही मानेगा ना।

"बिल्कुल नही बुआ।

"अपनी बुआ को भी अपने जैसा गंदा बनाना चाहता है बदमाश।
अपना वो वो ल ल लंड अंदर कर दे।"

"हाय मेरी प्यारी बुआ कँहा अंदर करना है।

"बदमाश मेरी चु चु चूत में अपना लौड़ा भर दो।
अब खुश चलो अब देर मत करो मेरे से और सबर नही होता।

अपनी बुआ की पुकार को अमन नज़रंदाज़ ना कर सका उसने अपने लौड़े को पीछे खींचा और टोप्ले को छेंद का अंदाज़ा होते ही अमन का लौड़ा कामनी की गदराई गीली चूत को खोलता हुआ पूरा अंदर।

18721984
"सीईईई मेरे लाल आआह चीर दिया मेरी चूत को तेरे मोटे लंड ने आआह आआह रगड़ कर चोद मेरी चूत को।
कामनी की चूत ने अपने आप को अपने ही पानी में पूरा भिगो लिया था अब अमन का लौड़ा अपनी बुआ की चूत में ऐसे घुस रहा था जैसे मख्खन में छुरी।

"आआह आआह चोद चोद मेरे लाल चोद मेरी चूत आआह अमन अपनी बुआ को गाली दे बेटा आआह मेरा होने वाला है आआह सीईईई ऊईईई माँ।

कामनी को अपनी चूत में फुलझड़ीया छूटती महसूस हो रही थी अपने भतीजे के लंबे लौड़े के मर्दन के सामने काफी जल्दी हार मान गई कामनी। उसकी कमर कमान की तरह उठती चली गई कामनी ने अपने पैरों की कैची को अमन की कमर के गिर्द बांध कर अपनी तरफ ज़ोर लगाया झड़ते हुए वो अमन के पूरे लौड़े से अपनी चूत को भर लेना चाहती थी।

अपनी बुआ की हरकतों को देखकर
अमन की समझ में आ गया था कि उसको क्या करना है।

वो कामनी बुआ की चूत में गहरे धक्के लगाने लगा बस कामनी भी ये ही तो चाहती थी अब हर धक्के में अमन का लौड़ा सीधा कामनी बुआ के गर्भाशय पर चोट कर रहा था।

अमन के झटकों में कामनी की चूत से फच फच की आवाज़ आने लगी।
आखिर कामनी ने लौड़े कक चूत की गहराई में उतारकर उसको अपनी चूत के पानी से भिगोने लगी।
जब कामनी झड़ रही थी उसकी चूत में संकुचन होने लगा लगता था जैसे उसकी चूत लौड़े से भी अपना पानी बहाने का आग्रह कर रही थी।

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अमन ने अपनी बुआ के उन्नत उरोज़ो को दबाते हुए फिरसे अपने लौड़े से अपनी बुआ की चूत का चोदन शुरू कर दिया।

चूत का पानी निकल जाने के कारण अब अमन का मोटा मिसाइल बड़े आराम से चूत में अंदर बाहर हो रहा था।

पर अब कामनी से अपनी चूत में होती गुदगुदी बर्दाश्त करना मुश्किल था।

"अमन मेरे लाल थोड़ी देर रुक जा मर जायगी तेरी बुआ आआह सीईईई माँ आआह बचा लो मुझे।

पर अमन इस वक़्त पीक पर था उसका लौड़ा लोहे की तरह सख्त हुआ पड़ा था।

सोफे पर बेठी गोरी से कामनी की हालत देखी नही गई वो अपनी जगह से खड़ी होकर चुदाई करते बुआ भतीजे की तरफ बढ़ी और पास जाकर अमन के लौड़े को पकड़ कर कामनी की चूत से बाहर निकाल कर अपने होंठो के हवाले कर दिया।

अमन ने आंव देखा ना तांव जैसे ही लिंगमुंड गोरी के होंठो में गया अमन ने करारा झटका मारा लौड़ा गोरी के मुँह को चीरता हुआ आधे से ज़्यादा अंदर चला गया।

गोरी की आंखे बाहर को उबल पड़ी उसको अमन से ऐसा करने की बिल्कुल भी अपेक्षा ना थी पर बेचारी कमसिन कन्या कामनी को बचाने के चक्कर में अपना मुँह फड़वा बैठी।
उसके फैले होंठो के दोनों कोनो से हल्का खून छलकने लगा पर अमन को बिल्कुल तरस ना आया उसने पीछे से गोरी के बालों को पकड़ा और एक के बाद एक गहरे धक्के लगाने लगा 4 ही झटकों मैं लौड़ा गोरी के गले तक उतर गया अब गोरी की हालत और भी खराब होने लगी।

कामनी ने जैसे ही अपने भतीजे के अंदर आये जानवर को देखा वो एकदम दौड़कर उसके पास पहुंची और अमन को धक्का मारकर बिस्तर पर गिरा दिया।
अमन को जब तक सम्हलने का मौका मिलता वो बिस्तर पर पड़ा था।

लौड़े के मुँह से बाहर निकलते ही गोरी खांसने लगी उसके मुँह से लार और खून टपक रहा था।एओ लंबी लंबी सांस ले रही थी।

कामनी उसकी कमर को थपकने लगी।
"कुछ नही हुआ गोरी शांत हो जाओ बस बस बच्ची कामनी ने मेज़ पर रखा गुलाबजल उठाकर उसके होंठो के साइड में लगाया।
खून छलकना अब बंद हो गया था पर गोरी को अपना मुँह चीरा हुआ महसूस हो रहा था।
उसकी आँखों से आँसू टपकने लगे।
कामनी ने उसे गले से लगा लिया।
"बस बस मेरी बच्ची कुछ नही हुआ खामोश हो जाओ।
और तुम जानवर बन गए हो कुछ पता भी है क्या कर रहे हो गोरी की जान भी जा सकती थी।

होश आने पर अमन को अपने किये पर बहुत पछतावा हो रहा था उसकी खुद समझ नही आ रहा था कि उसको आखिर हुआ क्या था।
उसको ऐसा महसूस हो रहा था जैसे कोई शक्ति उसका शरीर छोड़ गई हो।
पर शांत रहने वाला ये लड़का इतना उग्र कैसे हो गया था इसका कामनी को भी अचंभा हो रहा था।

पर अमन के पास अपनी सफाई के लिए कहने को कुछ नही था वो खुद अपने आप को मुजरिम समझ रहा था।उसको पता था कि अभी थोड़ी देर पहले वो किसी खूंखार जानवर की तरह व्यवहार कर रहा था।
उसके इस व्यवहार से एक कच्ची कली को अपने पहले ओरल सेक्स में काफी चोट आई थी।

अमन बिस्तर से उठा और खड़ा होकर गोरी की तरफ देखने लगा।गोरी अभी भी सुबक रही थी।
अमन की आंखों से आँसू टपकने लगे और उसने गोरी के आगे माफी वाले अंदाज़ में अपने हाथ जोड़ लिए।

"गोरी मु मु मुझे माफ़ करदो पता नही मुझे क्या हो गया था सब मेरी गलती है तुम जो भी सज़ा दोगी मुझे कुबूल है।

गोरी ने अमन की तरफ देखा और अभी कुछ देर पहले पागल कुत्ते की तरह उसको भमोड़ने वाला इंसान इस वक़्त इतना मासूम और शर्मिंदा था जैसे उस जैसे इंसान से ये कुकर्म हो ही नही सकता।

गोरी की नज़र जैसे ही उसकी आँखों में देखकर नीचे की तरफ आई उसके चेहरे के हाव भाव बदल गए उसने कामनी का ध्यान उस तरफ दिलाया।
सामने का नज़ारा देख कामनी का मुँह भी खुल गया।


सामने खड़े अमन के झूलते हुए लंड से खून टपक रहा था और और उसका लिंग जगह जगह से छिल गया था शायद जब वो अपने लौड़े को जानवर की तरह गोरी के मुँह में ठूस रहा था तब गोरी के दांतों से लंड छिल गया था।

"अमन मेरे लाल ये क्या हुआ।

पर अमन तो जैसे इस दुनिया में ही नही था वो लगातार गोरी से माफी मांग रहा था और रो रहा था।
कामनी ने गोरी की तरफ देखा पर गोरी की आंखों में उसे अमन के लिए नफरत नज़र आई।

"देखो गोरी ये कुछ और ही मामला लगता है मुझे उसने सिर्फ तुमको नही बल्कि अपने आप को भी तकलीफ दी है और देखो किस तरह तुमसे माफी मांग रहा है जैसे उसे अपनी गलती का एहसास हो प्लीज् बच्ची उसको माफ करदो।
इसके बारे में हम आराम से बात करेंगे फिलहाल इसके अंग की ड्रेसिंग करनी ज़रूरी है।

"ठीक है मैडम आप की वजह से में माफ कर रही हूँ।

गोरी को भी मामला कुछ और ही लग रहा था।

कामनी ने गोरी को बिस्तर पर बैठाया और अमन गुलाब जल से तोलिये को भिगो कर अमन के लिंग को साफ करने लगी।

अपने लिंग पर तोलिये का कपड़ा लगने से अमन को दर्द होने लगा।
लिंग को पूरा साफ करके कामनी ने पूरे लिंग पर कोल्ड क्रीम लगा दी।

अमन अब भी गोरी की तरफ देख रहा था और आंखों आंखों में उससे माफी मांग रहा था।

तीनो लोग अब कपड़े पहन चुके थे।

कामनी ने गोरी को फिरसे नहलाया और उसको आराम करने को बोलकर अमन के साथ नीचे पार्लर में जाने लगी।

पर अमन से चला नही जा रहा था उसके लिंग में काफी दर्द हो रहा था जैसे तैसे दोनों अपनी कार में आ गए।
रास्ते में कामनी ने कार को मेडिकल स्टोर के सामने रुकवाया और कुछ दवाइया लेकर कार घर की तरफ दौड़ने लगी।
अमन शायद किसी और को याद करके ऐसा कर गया। पता नही अब गौरी अमन को माफ भी करेगी या नही, बेचारे का KLPD भी हो गया। बहुत Hई जबरदस्त अपडेट।
 
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Proud INDIAN 🇮🇳
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कुछ ही मिनट की मेहनत में कामनी की चूत ने अपने
भतीजे के पूरे लौड़े को अपने अंदर जगह देदी।
अब कामनी की जाँघे खुलती चली गई और अमन को अपनी बुआ को चोदने के लिए जगह मिलती चली गई।

अब आगे-

यंहा से आगे की राहे कामनी के लिए आसान हो जानी थी।
वैसे तो कामनी के पति ने भी उसको काफी चोदा था पर एक तो उसके पति का लौड़ा अमन के सामने आधा था दूसरा पति की मौत के बाद कामनी ने अपनी चूत में उंगली तक नही जाने दी थी इस लिए उसकी चूत वापस टाइट हो गई थी।
इस लिए कामनी को अपने भतीजे को अपनी चूत में जगह देने में टाइम लग रहा था।

पर वो अच्छी तरह जानती थी कि एक बार लंड ने अपनी जगह बना ली तो फिर मज़े ही मज़े है।
और वो वक़्त आ गया था जिसका कामनी को इंतज़ार था अपने भतीजे के लंबे लौड़े को कामनी की चूत पूरा निगल गई थी।
अब अमन का ट्रक रूपी लौड़ा कामनी की चिकनी सड़क पर सरपट दौड़ना था।

अमन ने अपनी कमर को आगे पीछे करके अपनी बुआ को चोदना शुरू कर दिया था।

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कामनी की डबल रोटी की तरह फुली हुई चूत में अब अमन का लौड़ा फ़स फ़स कर अंदर बाहर हो रहा था।
अपनी चूत को अपने भतीजे के लंड से भरा हुआ महसूस करके कामनी निहाल हो गई थी।
सोफे पर बैठी गोरी कामनी के चेहरे पर आई लालिमा को देख उसके मज़े का अंदाज़ा लगाने की कोशिश कर रही थी।
पर नादान ये नही जानती थी इस सुख का अंदाज़ा तो तभी होता है जब अपनी ख़ुद की चूत में एक मोटा लंबा लौड़ा घुसा हो और बेरहमी से अंदर बाहर होकर चूत का मर्दन कर रहा हो।
पर कमसिन कली के लिए अपने सामने होते मर्द-औरत के इस असीम सुख वाले मिलन की साक्षी बनना भी किस्मत की बात थी।

अमन बड़ी लगन से अपनी बुआ की चूत को चौद रहा था कामनी से अब अपनी खुशी को छिपाना मुश्किल था।

जैसे ही अमन ने अपने लौड़े को टोप्ले तक बाहर खींच कर अंदर की तरफ एक करारा झटका दिया
कामनी की खुशी एक लंबी आआह के साथ उसके मुँह से निकली।

आआह अमन उईईईई आआह ऐसे ही ज़ोर से उईईईई चोदो मुझे आआह सीईईई मेरे ला लाल।

अपनी बुआ के मुख से निकलती ये सिस्कारिया अमन के शरीर में बह रहे लहू को गरम करती जा रही थी।
उसका लौड़ा अपनी कठोरता बढ़ाता जा रहा था और अपने रास्ते को लंबा और लंबा करता जा रहा था।
जब अमन अपने लौड़े को बुआ की चूत में अंदर की तरफ दबाता तो कामनी की चूत के होंठ भी लंड के साथ अंदर की तरफ दबते और जब अमन उसको बाहर की तरफ खींचता तो चूत के अंदर का गुलाबी हिस्सा भी बाहर की तरफ खींचता।

इस दृश्य से पता चलता था कि कामनी की चूत ने किस तरह अपने भतीजे के लौड़े को अपने आलिंगन में कस रखा था।

लगातार धक्के लगाते अमन का लौड़ा पुक की आवाज़ के साथ कामनी की चूत से बाहर आ गया और जैसे ही अमन ने अपनी कमर को आगे की तरफ दबाया चूत के होंठो पर फैली क्रीम पर लौड़ा फिसलता हुआ कामनी के भग्नासे को रगड़ता चला गया।
अमन ने अपनी कमर को रोक कर कामनी की आंखों में देखा उसे अपनी बुआ की आंखों में चूत से लौड़ा बाहर निकलने की नाराज़गी साफ दिखाई देती थी और उससे भी ज़्यादा लौड़े को वापस चूत में डाल देने के लिए आग्रह पर अमन अपनी कमर को बिना हिलाय अपने लौड़े को ऐसे ही चूत के ऊपर रखे अभी भी कामनी की आंखों में देख रहा था।

वो देखना चाहता था कि उसकी बुआ कुछ बोलती है या नही।
अपनी चूत का खालीपन ज़्यादा देर बर्दाश्त नही कर पाई कामनी और गिड़गिड़ाती हुई अपने भतीजे से लौड़े को वापस चूत के अंदर करने के लिए आग्रह करने लगी।

"आआह अमन मेरे बेटे बुआ अब और बर्दाश्त नही कर सकती प्लीज् इसको वापस अंदर कर दे।

"क्या अंदर करदूँ बुआ

अमन मस्ती के मूड में आ गया था।
वो कामनी को थोड़ा और परेशान करना चाहता था।

"अपना वो अंदर कर दे बेटा क्यों परेशान कर रहा है।

"ऐसे नही मेरी प्यारी बुआ पहले बताओ क्या अंदर कर दु।
जब तक बोलोगी नही मुझे कैसे पता चलेगा।"

"बदमाश तू ऐसे नही मानेगा ना।

"बिल्कुल नही बुआ।

"अपनी बुआ को भी अपने जैसा गंदा बनाना चाहता है बदमाश।
अपना वो वो ल ल लंड अंदर कर दे।"

"हाय मेरी प्यारी बुआ कँहा अंदर करना है।

"बदमाश मेरी चु चु चूत में अपना लौड़ा भर दो।
अब खुश चलो अब देर मत करो मेरे से और सबर नही होता।

अपनी बुआ की पुकार को अमन नज़रंदाज़ ना कर सका उसने अपने लौड़े को पीछे खींचा और टोप्ले को छेंद का अंदाज़ा होते ही अमन का लौड़ा कामनी की गदराई गीली चूत को खोलता हुआ पूरा अंदर।

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"सीईईई मेरे लाल आआह चीर दिया मेरी चूत को तेरे मोटे लंड ने आआह आआह रगड़ कर चोद मेरी चूत को।
कामनी की चूत ने अपने आप को अपने ही पानी में पूरा भिगो लिया था अब अमन का लौड़ा अपनी बुआ की चूत में ऐसे घुस रहा था जैसे मख्खन में छुरी।

"आआह आआह चोद चोद मेरे लाल चोद मेरी चूत आआह अमन अपनी बुआ को गाली दे बेटा आआह मेरा होने वाला है आआह सीईईई ऊईईई माँ।

कामनी को अपनी चूत में फुलझड़ीया छूटती महसूस हो रही थी अपने भतीजे के लंबे लौड़े के मर्दन के सामने काफी जल्दी हार मान गई कामनी। उसकी कमर कमान की तरह उठती चली गई कामनी ने अपने पैरों की कैची को अमन की कमर के गिर्द बांध कर अपनी तरफ ज़ोर लगाया झड़ते हुए वो अमन के पूरे लौड़े से अपनी चूत को भर लेना चाहती थी।

अपनी बुआ की हरकतों को देखकर
अमन की समझ में आ गया था कि उसको क्या करना है।

वो कामनी बुआ की चूत में गहरे धक्के लगाने लगा बस कामनी भी ये ही तो चाहती थी अब हर धक्के में अमन का लौड़ा सीधा कामनी बुआ के गर्भाशय पर चोट कर रहा था।

अमन के झटकों में कामनी की चूत से फच फच की आवाज़ आने लगी।
आखिर कामनी ने लौड़े कक चूत की गहराई में उतारकर उसको अपनी चूत के पानी से भिगोने लगी।
जब कामनी झड़ रही थी उसकी चूत में संकुचन होने लगा लगता था जैसे उसकी चूत लौड़े से भी अपना पानी बहाने का आग्रह कर रही थी।

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अमन ने अपनी बुआ के उन्नत उरोज़ो को दबाते हुए फिरसे अपने लौड़े से अपनी बुआ की चूत का चोदन शुरू कर दिया।

चूत का पानी निकल जाने के कारण अब अमन का मोटा मिसाइल बड़े आराम से चूत में अंदर बाहर हो रहा था।

पर अब कामनी से अपनी चूत में होती गुदगुदी बर्दाश्त करना मुश्किल था।

"अमन मेरे लाल थोड़ी देर रुक जा मर जायगी तेरी बुआ आआह सीईईई माँ आआह बचा लो मुझे।

पर अमन इस वक़्त पीक पर था उसका लौड़ा लोहे की तरह सख्त हुआ पड़ा था।

सोफे पर बेठी गोरी से कामनी की हालत देखी नही गई वो अपनी जगह से खड़ी होकर चुदाई करते बुआ भतीजे की तरफ बढ़ी और पास जाकर अमन के लौड़े को पकड़ कर कामनी की चूत से बाहर निकाल कर अपने होंठो के हवाले कर दिया।

अमन ने आंव देखा ना तांव जैसे ही लिंगमुंड गोरी के होंठो में गया अमन ने करारा झटका मारा लौड़ा गोरी के मुँह को चीरता हुआ आधे से ज़्यादा अंदर चला गया।

गोरी की आंखे बाहर को उबल पड़ी उसको अमन से ऐसा करने की बिल्कुल भी अपेक्षा ना थी पर बेचारी कमसिन कन्या कामनी को बचाने के चक्कर में अपना मुँह फड़वा बैठी।
उसके फैले होंठो के दोनों कोनो से हल्का खून छलकने लगा पर अमन को बिल्कुल तरस ना आया उसने पीछे से गोरी के बालों को पकड़ा और एक के बाद एक गहरे धक्के लगाने लगा 4 ही झटकों मैं लौड़ा गोरी के गले तक उतर गया अब गोरी की हालत और भी खराब होने लगी।

कामनी ने जैसे ही अपने भतीजे के अंदर आये जानवर को देखा वो एकदम दौड़कर उसके पास पहुंची और अमन को धक्का मारकर बिस्तर पर गिरा दिया।
अमन को जब तक सम्हलने का मौका मिलता वो बिस्तर पर पड़ा था।

लौड़े के मुँह से बाहर निकलते ही गोरी खांसने लगी उसके मुँह से लार और खून टपक रहा था।एओ लंबी लंबी सांस ले रही थी।

कामनी उसकी कमर को थपकने लगी।
"कुछ नही हुआ गोरी शांत हो जाओ बस बस बच्ची कामनी ने मेज़ पर रखा गुलाबजल उठाकर उसके होंठो के साइड में लगाया।
खून छलकना अब बंद हो गया था पर गोरी को अपना मुँह चीरा हुआ महसूस हो रहा था।
उसकी आँखों से आँसू टपकने लगे।
कामनी ने उसे गले से लगा लिया।
"बस बस मेरी बच्ची कुछ नही हुआ खामोश हो जाओ।
और तुम जानवर बन गए हो कुछ पता भी है क्या कर रहे हो गोरी की जान भी जा सकती थी।

होश आने पर अमन को अपने किये पर बहुत पछतावा हो रहा था उसकी खुद समझ नही आ रहा था कि उसको आखिर हुआ क्या था।
उसको ऐसा महसूस हो रहा था जैसे कोई शक्ति उसका शरीर छोड़ गई हो।
पर शांत रहने वाला ये लड़का इतना उग्र कैसे हो गया था इसका कामनी को भी अचंभा हो रहा था।

पर अमन के पास अपनी सफाई के लिए कहने को कुछ नही था वो खुद अपने आप को मुजरिम समझ रहा था।उसको पता था कि अभी थोड़ी देर पहले वो किसी खूंखार जानवर की तरह व्यवहार कर रहा था।
उसके इस व्यवहार से एक कच्ची कली को अपने पहले ओरल सेक्स में काफी चोट आई थी।

अमन बिस्तर से उठा और खड़ा होकर गोरी की तरफ देखने लगा।गोरी अभी भी सुबक रही थी।
अमन की आंखों से आँसू टपकने लगे और उसने गोरी के आगे माफी वाले अंदाज़ में अपने हाथ जोड़ लिए।

"गोरी मु मु मुझे माफ़ करदो पता नही मुझे क्या हो गया था सब मेरी गलती है तुम जो भी सज़ा दोगी मुझे कुबूल है।

गोरी ने अमन की तरफ देखा और अभी कुछ देर पहले पागल कुत्ते की तरह उसको भमोड़ने वाला इंसान इस वक़्त इतना मासूम और शर्मिंदा था जैसे उस जैसे इंसान से ये कुकर्म हो ही नही सकता।

गोरी की नज़र जैसे ही उसकी आँखों में देखकर नीचे की तरफ आई उसके चेहरे के हाव भाव बदल गए उसने कामनी का ध्यान उस तरफ दिलाया।
सामने का नज़ारा देख कामनी का मुँह भी खुल गया।


सामने खड़े अमन के झूलते हुए लंड से खून टपक रहा था और और उसका लिंग जगह जगह से छिल गया था शायद जब वो अपने लौड़े को जानवर की तरह गोरी के मुँह में ठूस रहा था तब गोरी के दांतों से लंड छिल गया था।

"अमन मेरे लाल ये क्या हुआ।

पर अमन तो जैसे इस दुनिया में ही नही था वो लगातार गोरी से माफी मांग रहा था और रो रहा था।
कामनी ने गोरी की तरफ देखा पर गोरी की आंखों में उसे अमन के लिए नफरत नज़र आई।

"देखो गोरी ये कुछ और ही मामला लगता है मुझे उसने सिर्फ तुमको नही बल्कि अपने आप को भी तकलीफ दी है और देखो किस तरह तुमसे माफी मांग रहा है जैसे उसे अपनी गलती का एहसास हो प्लीज् बच्ची उसको माफ करदो।
इसके बारे में हम आराम से बात करेंगे फिलहाल इसके अंग की ड्रेसिंग करनी ज़रूरी है।

"ठीक है मैडम आप की वजह से में माफ कर रही हूँ।

गोरी को भी मामला कुछ और ही लग रहा था।

कामनी ने गोरी को बिस्तर पर बैठाया और अमन गुलाब जल से तोलिये को भिगो कर अमन के लिंग को साफ करने लगी।

अपने लिंग पर तोलिये का कपड़ा लगने से अमन को दर्द होने लगा।
लिंग को पूरा साफ करके कामनी ने पूरे लिंग पर कोल्ड क्रीम लगा दी।

अमन अब भी गोरी की तरफ देख रहा था और आंखों आंखों में उससे माफी मांग रहा था।

तीनो लोग अब कपड़े पहन चुके थे।

कामनी ने गोरी को फिरसे नहलाया और उसको आराम करने को बोलकर अमन के साथ नीचे पार्लर में जाने लगी।

पर अमन से चला नही जा रहा था उसके लिंग में काफी दर्द हो रहा था जैसे तैसे दोनों अपनी कार में आ गए।
रास्ते में कामनी ने कार को मेडिकल स्टोर के सामने रुकवाया और कुछ दवाइया लेकर कार घर की तरफ दौड़ने लगी।
Bhai Update jaldi diya kro apki stroy muje acchi lagi... 🔥

waiting for next update.. 🙏
 
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Vikashkumar

Well-Known Member
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Keep Going
Update regular dene ki kirpa karo Dost.
Kahani me thoda tahraaavvv laaaoo.
Long story with more seduction
Waiting For Next Update
 
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Hard dude

Tere bin kuch nahi
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अमन शायद किसी और को याद करके ऐसा कर गया। पता नही अब गौरी अमन को माफ भी करेगी या नही, बेचारे का KLPD भी हो गया। बहुत Hई जबरदस्त अपडेट।
ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा।
पर गोरी की नाज़ुक जवानी में इस तरह का ज़ुल्म असहनीय है।
 
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