• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Incest बाप खिलाड़ी बेटी महाखिलाडीन (Completed)

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
रवि रमेश की ओर देख कर बोला- क्या हुआ जनाब? होश उड़ गये न? मेरे भी होश ऐसे ही उड़ गये थे. देख कर यकीन नहीं हो रहा था कि ऐसी लड़की रंडी भी हो सकती है. सच ही कहा था उस दल्ले रतन लाल ने, बहुत ही कड़क माल है.

रमेश की बोलती बंद हो गयी थी. वो कुछ बोल ही नहीं रहा था.
कुछ देर के बाद वो संभल कर बोला- नहीं, नहीं यह गलत है.
रवि- क्या गलत है?
रमेश- यार ये तो हमारी बेटी की उम्र की है. इसको जाने दो.
रवि- जाने दूं? पागल हो गया है क्या? ऐसे माल को जाने दूं? अगर इसकी जगह मेरी बेटी रश्मि भी होती तो मैं उसे भी चोद देता, और फिर यह तो एक बाजारू रंडी है.

रवि की बात सुनकर रिया को थोड़ी राहत हुई क्योंकि उसको इस चुदाई के लिए अच्छी रकम मिलने वाली थी. मगर साथ में वह ये भी चाह रही थी कि उसके डैड वहां से चले जायें.

रमेश- तो तू नहीं मानेगा?
रवि- सवाल ही पैदा नहीं होता।
रमेश हार कर बोला- ठीक है, तो फिर मैं ही जा रहा हूं.

रवि- यार रमेश, क्या हो गया है तुझे? इसको मैंने तीस हजार दिये हैं, तू ऐसे कैसे जा सकता है?
रमेश को रोकता देख रिया सोचने लगी कि अगर रमेश यहां रहा तो उसे उसके तीस हज़ार से हाथ धोना पड़ेगा.

इसलिए रमेश को वहां से निकालने के लिए रिया ने कहा- जाने दो सेठ इनको, वैसे भी उनकी उम्र हो गयी है. अब इस उम्र में जवान लड़कियों को चोदना आसान बात नहीं, उनमें दम ही कहाँ बचा होगा अब?

रिया की इस बात का रमेश पर उल्टा असर गया. मन ही मन वो सोचने लगा- अगर ये रंडी बन ही गयी है तो मैं भी आज इसको अपनी मर्दानगी दिखा ही देता हूं.

रमेश बोला- रंडी, तेरी औक़ात क्या कि तू मेरा लंड सह सके! आज तो मैं तेरी चूत और गांड का भोसड़ा बना दूंगा।
रमेश की बात सुन कर रवि खुश हो गया.

मगर रिया चौंक गयी. वो सोचने लगी- ठीक है, जब इसे ही अपनी बेटी की चुदाई करने में परहेज नहीं तो फिर मैं क्यों पीछे हटूं? आज मैं भी इसको दिखा दूंगी कि कितना दम है मेरी इस लंडखोर चूत में और मेरी इस कातिल गांड में, आखिर मैं भी बेटी किसकी हूं!
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
रिया रमेश से बोली- ठीक है, देखते हैं, किसमे कितना है दम? मेरी चूत और गाँड में या फिर तुम्हारे लंड में?
रमेश रिया की बात सुन कर हैरत में पड़ गया कि कैसे उसकी बेटी इतनी बड़ी रांड बन गयी है जो कि अपने ही बाप से चुदवाने को तैयार है.

रवि- तो फिर ठीक है, शुरु हो जाओ. मगर पहले तू अपना नाम तो बता रंडी।
रिया रमेश की तरफ देख कर बोली- रिया! रिया नाम है मेरा।

रवि हंसने लगा और बोला- रमेश तू कह रहा था न कि ये हमारी बेटी की उम्र की है, ये ले … इसका तो नाम भी तेरी बेटी पर है. अब इसको तू अपनी बेटी सोच कर ही चोद देना.

मन ही मन रमेश बोला- साले, सोचना क्या है, ये मेरी बेटी ही है.
रमेश रवि से बोला- और तू कह रहा था कि अपनी बेटी रश्मि को चोदेगा, तो ये ले, मेरी ही बेटी आ गयी है. आज दोनों मिल कर इस रंडी की हेकड़ी निकाल देते हैं.

रिया- फिर बातें क्यों चोद रहे हो? आओ, शुरू हो जाओ।
रमेश ने झट से अपना तौलिया उतार कर फेंक दिया और अपनी बेटी के सामने पूरा नंगा हो गया.
रिया ने अपने बाप का लंड हैरत से देखा और बोली- इतना बड़ा और मोटा? और वो भी इस उम्र में? मानना पड़ेगा सेठ।

रमेश- देख ले रांड, आज इसी से फाडूंगा तेरी गांड।
रवि भी अपने कपड़े खोलने लगा.
तभी रमेश आगे बढ़ा और रिया को पकड़ कर उसकी ब्रा को खोल दिया. रिया अपनी पैंटी खोलने लगी.

रिया ने अपनी पैंटी को पैरों के नीचे कर दिया और बेड पर लेट कर अपने पैर हवा में उठा लिये और अपनी पैंटी को पैरों से निकालने लगी. रिया की गांड हवा में थी. रमेश ने जाकर रिया की पैंटी को ऊपर खींच दिया और रिया की गांड और चूत खुल कर रमेश के सामने आ गयी.

वो बोली- क्यों सेठ, बड़ी जल्दी है तुम्हें मेरे छेद देखने की?
रमेश- जरा मैं भी तो देखूं तेरे छेद बड़े होकर कैसे हो गये हैं?
तभी रवि मज़ाक़ में बोला- क्यों रमेश, तूने इसके छेदों को पहले कब देखा था?

रमेश बात बदलते हुए बोला- मेरा मतलब है यह इतनी बड़ी रंडी है तो इसका छेद भी तो बड़ा ही होगा ना।
रिया- देखते क्या हो सेठ, इस छेद में तो मैं तुम दोनों को पूरा घुसा लूंगी.

तभी रवि ने रिया की गांड पर एक जोरदार चाँटा मारा और बोला- रंडी तूने हमें अभी देखा ही कहाँ है, रुक… आज तेरी ऐसी चुदाई करेंगे कि तुझे तेरी रंडी माँ की याद आ जाएगी।

तब तक रमेश बेड पर चढ़ गया और रिया उसे देख कर मुस्कराने लगी. वो झट से कुतिया बन गयी और रमेश का लंड पकड़ लिया. उसने लंड को एक दो बार हाथ से सहलाया और फिर अपने मुंह में लेकर उसको चूसने लगी.
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
अब रवि ने झुक कर अपने दोनों हाथों से रिया की गांड को चौड़ी कर दिया और उसकी गांड और चूत में अपना मुंह देकर चाटने लगा. रिया ने भी अपनी टांगें पूरी फैला दीं ताकि रवि का मुंह उसकी गांड और चूत तक अच्छी तरह पहुंच सके.

रिया मजे लेकर अपने बाप का लंड चूस रही थी. रमेश भी रिया का सर अपने लंड पर दबा कर अपनी कमर आगे-पीछे करते हुए अपने लंड को रिया के गले तक उतार रहा था.
उधर रवि भी रिया की चूत और गाँड चाटने में लगा हुआ था.

पूरे रूम में सेक्स की कामुक सिसकारियां गूंजने लगीं- आह्ह … उम्म … होहह … आहा … आए … याह … आह्ह ओहह् … चूत … आह्ह क्या गांड है… आह्ह सेक्सी रंडी … आह्ह चूस ले साली रंडी … उम्म आह्ह।

रवि- यार बहुत टेस्टी रंडी है ये तो। एक बार इसकी चूत और गांड का रस चख कर तो देख, मजा आ जायेगा.
रमेश- हां होगी क्यों नहीं!
रवि- हां पता है, तू तो यही बोलेगा कि नाम तेरी बेटी वाला ही है. टेस्टी तो होगी ही.

रिया- चख लो सेठ, ऐसा मौका फिर मिले ना मिले।
रमेश- रंडी तू बहुत ही बड़ी रांड है। रवि तू हट वहां से, जरा मैं भी चखूँ इसका स्वाद।

रमेश रिया की गाँड के पास आ गया और रवि ने आगे आकर रिया के मुंह में अपना लंड ठूंस दिया. रमेश ने अपने हाथों से रिया की गांड को पकड़ कर खोल दिया और गौर से उसकी चूत और गांड को देखने लगा और बोला- सच में… आह्ह … क्या चूत और गांड है इसकी! बिल्कुल मक्खन लग रही है.

फिर रमेश ने झुक कर रिया की गांड और चूत में मुंह लगा दिया और मस्ती में चूसने लगा- सपड़ .. चपड़ आह .. म्मम… मस्त … चपचप… सुपड़.. सुपड़ करके वो उसकी चूत और गांड को चाट चाट कर उसका रस पीने लगा.

चाटने के बाद वो उठा और उसने ढेर सारा थूक रिया की गांड पर गिरा दिया जो उसकी गांड से बहता हुआ उसकी चूत तक जाने लगा. फिर रमेश ने रिया की गांड को उंगली से सहलाना शुरू किया. एक झटके में उसने अपनी बीच वाली उंगली रिया की गांड में पेल दी.

रिया की चीख निकल गयी- आआहह … सेठ क्या किया तुमने?
इतने में ही रवि ने रिया के बाल पकड़ कर उसके मुंह में फिर से अपना लंड ठूंस दिया.

अब रिया फिर से रवि का लंड चूसने लगी. रमेश अपनी उंगली से रिया की गांड चोदने लगा. फिर रमेश अपने घुटनों पर आ गया और उसने अपने लंड पर थूक लगा कर रिया की चूत पर अपना लंड सेट कर दिया.

रिया रवि का लंड अपने मुंह से निकाल कर पीछे देखने लगी. मुस्कराते हुए रमेश से बोली- घुसा दो सेठ, इसे अपना ही माल समझो.
ये कह कर उसने रमेश को आंख मार दी.
रमेश भी मुस्कराते हुए बोला- ह … ह … ह … साली … रंडी! बहुत पहुंची हुई चीज हो गयी है तू.

अब रिया वापस आगे मुंह करके रवि का लंड चूसने लगी. रमेश ने रिया की कमर को पकड़ लिया और एक जोरदार झटके के साथ अपना पूरा लंड रिया की चूत में घुसा दिया.
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
रिया के मुंह में रवि का लंड घुसा हुआ था इसलिए उसके मुंह सही तरीके से चीख भी न निकल पाई और वो ऊंहह … करके रह गयी. रवि भी रिया के सिर को पकड़ कर प्रेशर के साथ उसके मुंह में अपना लंड घुसाए हुए था. रमेश ने रिया की चूत में लंड के धक्के लगाने शुरू कर दिये थे.

अब रवि ने रिया के सिर से पकड़ ढीली कर दी और रिया सिसकारियां लेते हुए रवि का लंड चूसने लगी और चुदाई मजा लेने लगी.
थोड़ी देर चोदने के बाद रमेश ने अपना लंड रिया की चूत से निकाल लिया और रवि भी बेड पर आकर लेट गया.

रिया ने रवि के लंड पर चूत को सेट किया और बैठते हुए उसका लंड अपनी चूत में उतार लिया. उधर रमेश ने अपना लंड रिया के मुंह के आगे कर दिया. रिया ने रमेश के लंड को पकड़ कर चूसना शुरू कर दिया और साथ ही वो रवि के लंड पर कूदने भी लगी.

चुदते हुए गच-गच की आवाज होने लगी और उसके बाप का लंड उसके मुंह में घुसा होने की वजह से उसके मुंह से गूं-गूं के सिवा कुछ और नहीं निकल रहा था. लगातार ऐसे ही अपना लंड चुसवाने के बाद रमेश रिया के पीछे पहुंच गया.

उसने रिया को रवि के ऊपर थोड़ा और नीचे झुका दिया और अपना लंड रिया की गांड पर सेट कर दिया. रिया अब भी रवि के लंड को गांड हिलाते हुए अपनी चूत में गपागप ले रही थी.

फिर वो रुक गयी और रमेश का लंड उसकी गांड में उतरने लगा. अपने बाप का लंड पूरा उसने अपनी गांड में उतरवा लिया. रमेश ने आहिस्ता से अपना लंड रिया की गांड में चलाना शुरू कर दिया.

दम मारते हुए रिया बोली- आह्ह सेठ … तुम्हारा तो बहुत मोटा है. मेरी गांड तो फट ही जायेगी.

अब रवि और रमेश दोनों ही रिया की गांड और चूत में धक्के देने लगे.

दोनों छेद में लंड जाने की वजह से रिया भी चीख चीख कर सिसकारने लगी- आआआ … आहहहा … ओह्ह … ऊह्हह ओह यस … आहहा कमॉन… आहह सेठ … चोदो और जोर से आहह फाड़ दो मेरी चूत और गांड का छेद।

थोड़ी देर ऐसे ही जबरदस्त तरीके से चोदने के बाद दोनों ही मर्दों ने अपना लंड रिया के दोनों छेदों से निकाल लिया.
रमेश बोला- चल रवि, अब इसकी रंडी की गांड भी चोद ले तू, इसकी गांड में घुसा घुसा कर चोद साली को।

रवि ने अपना लंड रिया की गांड में पेल कर चोदना शुरू कर दिया. रमेश कुछ और ही करना चाह रहा था. उसने मौका देख कर रवि के लंड के साथ ही अपना लंड सटा लिया और रिया की गांड को पकड़ कर रवि के साथ ही अपना लंड रिया की गांड में घुसाने लगा.

रिया का दम निकलने लगा. उसने अंदाजा नहीं था कि उसकी गांड में दो दो लंड ठूंस दिये जायेंगे. वो जोर जोर से चीखने लगी लेकिन रमेश ने अब तक आधा लंड उसकी गांड में घुसाना शुरू कर दिया था.

उसकी चीखें बढ़ती देख रवि ने उसके होंठों को अपने होंठों में भींच लिया और दोनों उसकी गांड को फाड़ने लगे. थोड़ी देर तो वो छटपटाई मगर फिर रिया को भी मजा आने लगा. वह भी मस्ती में चुदने लगी.

कुछ देर तक उन्होंने ऐसे ही रिया रंडी की गांड चोदी और फिर दोनों बेड पर खड़े हो गये. रिया भी अपने घुटनों पर बैठ गयी. उसने अपने एक एक हाथ में रवि और रमेश का लंड ले लिया और बारी बारी से दोनों के लंड को चूसने लगी.

कुछ देर चुसवाने के बाद रमेश नीचे उतर गया और उसने रिया का हाथ पकड़ कर रिया को भी नीचे खींच लिया. उसने रिया के होंठों से अपने होंठों को जोड़ दिया और उसकी गांड को भींच भींच कर उसके होंठों को पीने लगा.

उधर रवि भी पीछे से रिया की गांड में अपना लंड रगड़ने लगा. रमेश ने ऐसे ही चूसते हुए रिया को अपनी गोद में उठा लिया और रिया भी दोनों पैरों को रमेश की कमर पर कसते हुए उसके ऊपर बंदरिया के जैसे लटक गयी.
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
रिया की चूत अब ठीक रमेश के लंड के निशाने पर थी. रमेश ने रिया की गांड को थामे हुए अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया और रिया को अपने लंड पर उछालने लगा.

उधर रवि ने भी अपना लंड रिया की गांड पर लगा कर प्रेशर बनाया और रिया की गांड में लंड को घुसा दिया. इस तरह से दोनों दोस्त मिल कर रिया की चुदाई करने लगे. रिया दोनों बुड्ढों के बीच में सैंडविच बन कर चुदने लगी.

रिया चुदाई के नशे में मदहोश होकर जोर जोर से सिसकार रही थी- आह्ह सेठ … चोदो मुझे … आह्ह मेरे दोनों छेद … आह्ह चोद दो … म्मा … अम्म … आह्ह चोदो … यस्स … आह्ह सेठ और जोर से… चोद दो.. फाड़ दो मुझे.

अचानक रवि ने अपना लंड बाहर निकाल लिया और बोला- आह्ह रंडी, नीचे आ … मैं झड़ने वाला हूं. जल्दी से अपना मुंह खोल!
रवि की बात सुनकर रमेश ने रिया को उतार दिया और रिया ने घुटनों के बल बैठ कर रवि के लंड के सामने अपना मुंह खोल लिया.

रमेश ने भी रवि के पास जाकर अपना लंड रिया के मुंह की ओर कर दिया. अब दोनों मर्द अपने हाथों से अपने लंड की मुठ मारने लगे और जोर जोर से लौड़ों को रगड़ने लगे.
इतने में ही रवि चीखा- आह्हह … ओह्हह … हाहह … माय गोड … आह्हह … रंडी … चूस जा … मेरा… लौ..लौड़ा।
कहते हुए रवि ने रिया के मुंह को पिचकारियां मारते हुए अपने वीर्य से सान दिया.

रिया एक रांड की तरह सारे वीर्य को जीभ निकाल निकाल कर चाट गयी और जहां जीभ नहीं पहुंची वहां उंगली पर वीर्य पोंछ पोंछ कर चाट गयी. इतने में ही रमेश भी झड़ने लगा.

रमेश ने रिया का मुंह पकड़ा और अपना लंड उसके मुंह में जोर से घुसा दिया. लंड घुसते ही रमेश के लंड से वीर्य की धार फूट पड़ी और उसने अपनी बेटी का मुंह अपने वीर्य से भर दिया. रिया ने अपने बाप का वीर्य गटक लिया.

फिर रमेश ने रिया का मुंह अपने हाथों से भींच कर खोला और ढेर सारा थूक इकट्ठा करके उसके मुंह में थूक दिया. रिया उसका थूक भी गटक गयी और मुस्करा कर बोली- आह्ह थैंक्यू सेठ. तुम दोनों का माल बहुत टेस्टी था.

रमेश- रंडी, तू भी कुछ कम नहीं है. लगता है कि अपनी मां से भी ज्यादा मजेदार माल है तू. मजा आ गया तुझे चोद कर।
रवि- हां साली … सच में तू कड़क माल है।

रिया- मगर सेठ तुम्हारी भी बातें सच निकलीं. मुझे तुम दोनों ने चोद कर सच में मुझे मेरी माँ याद दिला दी. बहुत अच्छा लगा अपने बाप जैसे दो मर्दों से एक साथ चुद कर।

ये कहते हुए रिया ने रमेश को आंख मार दी. रमेश भी उसकी ओर देख कर मुस्करा दिया. फिर तीनों बेड पर साथ में लेटकर एक दूसरे के अंगों के साथ खेलते हुए फिर से चुदाई में लग गए।रात के तीन बजे तक दोनों ने रिया को रंडी की तरह चोदते रहे फिर थक हारकर तीनो सो गए।
 
Last edited:

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
सुबह जब रमेश की आंखें खुलीं तो उसने पाया कि रिया रवि के ऊपर अपनी एक टांग चढ़ा कर सो रही थी. रमेश एकटक अपनी बेटी के नंगे जिस्म को देखता रहा, फिर पास पड़े टेबल से सिगरेट उठा कर जलायी और कश लगाने लगा.

तभी रवि की भी नींद टूट गयी. उसका ध्यान भी रिया के नंगे बदन पर गया. वह रिया की गांड को सहलाने लगा.
फिर उससे अलग होकर किनारे बैठ गया और रमेश से बोला- गुड मॉर्निंग यार, तू कब से उठा हुआ है?

रमेश- बस तभी से जब तू इस रंडी के जिस्म से लिपट कर सोया हुआ था।
रवि रिया की गांड को सहलाते हुए बोला- लिपटूं क्यों ना … साली चीज़ ही ऐसी है … क्या माल है ये! मगर देखने से यह किसी ख़ानदानी परिवार की लगती है।

रवि की बात पर रमेश मुस्करा दिया.
रवि- मगर जो भी हो, रांड तो नम्बर 1 है ये। देख जरा इसकी गांड … कितनी मस्त है! जी करता है अपने दाँत गड़ा दूं इसमें।

रमेश रिया की नंगी गांड को देख कर एक हंसी के साथ बोला- तो गड़ा दे ना… रोका किसने है? पैसे किस बात के दिए हैं तूने?
रवि- हां, सही बोलता है यार!

रवि ने झुक कर रिया की गांड में अपने दाँत गड़ा दिये. रवि के दांत चूतड़ों पर लगते ही रिया चीखते हुए उठ बैठी और बोली- सेठ क्या कर रहे हो तुम?

रमेश जोर-जोर से हंसने लगा.
रवि- कुछ नहीं रांड, बस तुझे जगा रहा था।
रिया- कोई ऐसे गांड में दाँत गड़ा कर किसी को जगाता है क्या?

रिया बेड से उतर कर आगे बढ़ने लगी तो रवि ने उसका हाथ पकड़ कर खींच लिया और उसे अपने लंड पर बैठा लिया. लंड पर उसकी गांड को रखवा कर वो उसकी चूत में आगे से उंगली करने लगा.

इतने में ही रवि का लंड तनाव में आ गया और उसने रिया को ऊपर उकसाते हुए उसकी चूत में लंड रगड़ना शुरू कर दिया. रिया को भी अच्छा लगने लगा. मगर वो उठ कर आगे होने लगी.

रवि ने उसको पकड़ कर फिर से पीछे खींचा और उसकी चूचियों को जोर जोर से दबाते हुए उसकी गर्दन को चूमने लगा. उसकी चूचियों के निप्पलों को कचोटने लगा.
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
रिया परेशान हो गयी. वो बोली- छोड़ो सेठ, दाम जो लिया था तो वो रात भर के लिए ही था. सुबह के लिए नहीं.
रमेश- अरे करने दे … तेरी चूत घिस थोड़ी न जाएगी?

रिया को अपने बाप की ऐसी बातें सुन कर अजीब लगा.
रवि के चंगुल से खुद को छुड़ाते हुए वो बोली- सेठ, रंडियों के भी कुछ उसूल होते हैं.

रवि- अरे तुझे पैसे ही चाहिएं न? मिल जाएंगे, मगर आ तो सही मेरे पास।
रिया- सेठ अपना एक और उसूल है. मैं दिन में धन्धा नहीं करती. मैं सिर्फ रात की रानी हूँ. दिन में मैं भी एक शरीफ लड़की हूं।
रवि- तुझे पैसों का ऑफर दिया है, आगे तेरी मर्जी।

रिया ने रवि की तरफ देखा और मुस्करा कर बाथरूम में फ्रेश होने चली गयी. थोड़ी देर बाद रिया नंगी ही बाथरूम से निकली और आइने के सामने बैठ कर बाल संवारने लगी। उसकी गोरी और गुदाज गांड स्टूल से काफी बाहर निकली हुई थी.

रमेश और रवि दोनों बैठ कर उसका बेशर्मी भरा रंडीपना देखने लगे. रिया उठी और फिर अपनी ब्रा और पैंटी पहनने लगी. जैसे ही उसने हाथ उठाये तो रवि ने उसे रोक लिया और बोला- रुको! तुम यह ब्रा और पैंटी अब नहीं पहन सकती।

रिया ने आश्चर्य से पूछा- क्यूं नहीं पहन सकती?
रवि- क्योंकि ये ब्रा और पैंटी अब मेरे दोस्त रमेश की हो गयी हैं.
रिया- अच्छा, कैसे भला?
रवि- क्योंकि रमेश को रंडियों की ब्रा और पैंटी कलेक्ट करने का शौक है. यह जब भी किसी को चोदता है तब उसकी ब्रा और पैंटी को अपने पास रख लेता है.

रवि की बात पर चौंकते हुए रिया रमेश के चेहरे की ओर देखने लगी. मगर रमेश उसको देख कर मुस्करा दिया.
फिर रवि बोला- तुम चाहो तो इसके ऐक्सट्रा पैसे ले लो. लेकिन अब यह ब्रा और पैंटी रमेश की ही है.

रिया रमेश को देख कर मुस्कुरायी और अपने हाथों में अपनी ब्रा और पेंटी लिए रमेश के पास आकर बोली- पैसे देने की कोई जरूरत नहीं सेठ. यह रख लो तुम। मेरी तरफ से फ्री. तुम भी क्या याद रखोगे कि किस दिलदार रंडी से पाला पड़ा था।

ये बोल कर रिया ने ब्रा और पेंटी को रमेश के हाथ में थमा दिया.
रमेश ने रिया की ब्रा और पेंटी को लेकर उसकी खुशबू को सूंघा और रिया रमेश की हरकत को देख कर खिलखिलाकर हंस दी.

फिर रिया ने अपनी जीन्स और टॉप को बिना ब्रा और पैंटी के ही पहन लिया. कपड़े पहन कर वो मटकती हुई दरवाजे की ओर जाने लगी.

दरवाजे के पास पहुंच कर वो बोली- सेठ … दोबारा कभी मेरी याद आये तो रत्न लाल को बोल देना. जितना रेट मैंने आपके लिए फिक्स किया है उससे एक पैसा ज्यादा मत देना उस हरामखोर रत्नलाल को।

तभी रवि ने रिया को रोकते हुए कहा- अरे सुन, तू ही अपना नम्बर दे दे. हम डायरेक्ट तुझसे ही बात कर लेंगे.
रिया- रंडी हूं, बेईमानी नहीं करूंगी सेठ. आज रत्न की वजह से ही इतनी बड़ी रांड बन पायी हूं. मैं उसे धोखा नहीं दे सकती. अगर तुम दोनों को मेरी चूत और गांड चुदाई आगे भी करनी है तो रत्न से ही बात करनी होगी. वरना बाय-बाय।
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
ये कह कर रिया कमरे से बाहर निकल गयी.
तभी रवि बोला- क्या रंडी थी यार, उसके बारे में सोच कर मेरा लंड अभी भी खड़ा है!
रमेश- हाँ यार, कुछ बात तो है इसमें!

रवि- मेरा तो जी नहीं भरा. मैं तो इसे और चोदना चाहता हूँ। तू क्या बोलता है?
रमेश- नहीं यार, तू ही मज़े कर. मुझे छोड़ दे।
रवि- लगता है तू सच में बूढ़ा हो गया है।
रमेश- तू चाहे जो समझ, मगर मुझे माफ़ कर।
रवि- जैसी तेरी मर्जी।

फिर थोड़ी देर बाद उन दोनों ने नाश्ता किया. उसके बाद रमेश भी अपने कपड़े पहन कर घर के लिये निकल गया. रमेश घर पहुंचा और उसने डोरबेल बजाई. दो मिनट के बाद दरवाजे पर आहट हुई.

दरवाजा खुला तो सामने रिया खड़ी हुई थी. रमेश रिया को देख कर खुश हो गया और मुस्करा दिया. रिया भी रमेश को देख कर मुस्करा दी. बाप बेटी के बीच में आज एक अलग ही रिश्ता पैदा हो गया था.

तभी आवाज देते हुए रति भी वहां आ पहुंची.
रति- बेटी कौन है?
तभी रति की नजर अपने पति रमेश पर पड़ी.
रति- अरे आप आ गये!

रमेश अंदर आया और उसने रिया को कस कर गले से लगा लिया. रात भर वो रिया के साथ था. मगर रति के सामने वो नाटक करते हुए बोला- आ गयी मेरी बिजनेस वूमेन बेटी।
रिया- जी डैड।
रमेश- बेटी कैसा रहा तेरा इवेंट?

रिया ने रमेश के छिछोरे सवाल पर उसे देखा और मुस्कराती हुई बोली- बहुत बढ़िया डैड, बहुत मजा आया।
रमेश- गुड, कल के इवेंट में किधर से ज्यादा मजा आया? आगे से या पीछे से?

रमेश के सवाल का मतलब रिया अच्छी तरह जानती थी.
वो बोली- डैड कल रात दोनों ही पार्टी जबरदस्त थीं. दोनों ही तरफ से मजा आया।

तभी रति ने दोनों को टोकते हुए कहा- बस हो गयी दोनों बाप-बेटी की बिज़नेस की बातें शुरु? अब जाओ और जा कर फ्रेश हो जाओ. मैं नाश्ता लगाती हूँ।

रमेश- अरे नहीं, तुम लोग नाश्ता करो, मैंने तो कर लिया है.
रिया- डैड, हमने पहले ही नाश्ता कर लिया है।
रमेश- ठीक है. मैं नहा कर फ्रेश हो जाता हूँ।

ये कह कर रमेश अपने कमरे में चला गया. उधर रति और रिया भी अपने अपने काम में लग गयीं. थोड़ी देर के बाद रमेश अपने कमरे से फ्रेश हो कर निकला और रिया को ढूँढता हुआ सीधे किचन में गया.

वो किचन में पहुंचा तो उसे वहां रति मिली. रमेश ने रति को अपनी बांहों में भर लिया. अपनी बीवी के बूब्स को साड़ी के ऊपर से ही दबाते हुए वो बोला- क्या कर रही हो जानू?
रति- आप भी ना! कभी-कभी आप बिल्कुल बुद्धू जैसी बातें करते हैं, देख नहीं रहें हैं कि मैं अपना काम कर रही हूँ?

रमेश- चलो ना डार्लिंग, एक बार हो जाए।
रति- छी: जब देखो तब शुरू हो जाते हो. आज ऑफिस नहीं जाना क्या?
रमेश अब सीधे अपने मतलब पर आते हुए बोला- हाँ जाऊँगा, मगर थोड़ी देर से जाऊँगा. अच्छा, मेरी वो बिजनेस वूमेन किधर है?
रति- वह अपने कमरे में है।
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
रति को वहीं किचन में छोड़ कर रमेश किचन से निकलते हुए बोला- मैं जरा उससे मिलकर आ रहा हूँ।
रमेश सीधे रिया के कमरे में घुस गया.

रिया की नज़र रमेश पर पड़ी और रमेश ने आगे बढ़ कर रिया को अपनी बांहों में कस लिया.
उसकी गांड को अपने हाथों से दबाते हुए बोला- जानेमन, क्या हो रहा है?

रमेश का लंड रिया की चूत से सट गया था. रमेश अपने लंड को अपनी बेटी की चूत पर कपड़ों के ऊपर से रगड़ने की कोशिश कर रहा था.

एक बार तो रमेश का लंड अपनी चूत पर लगता हुआ पाकर रिया भी बहकने सी लगी. मगर जल्दी ही वो संभल गयी.
वो बोली- डैड छोड़ो मुझे.

रमेश- क्यूं मेरी जान, रात में मेरा लंड लेकर मजा नहीं आया क्या?
रिया- रात की बात अलग थी.
रमेश- अलग कैसे थी, रात को भी तुम और मैं ही थे. अब भी तुम और मैं ही हूं.

रिया- डैड छोड़ो मुझे. रात को आप दोनों मेरे क्लाइंट थे.
रमेश- और अब?
रिया- अब मैं आपकी बेटी हूं.
रमेश- अच्छा, दिन में भैया और रात में सैंया? वाह रे रंडी, खूब हैं तेरे उसूल।

रमेश से छुड़ाकर अलग होते हुए रिया बोली- डैड, कर क्या रहे हो आप? मैं आपकी बेटी हूँ।
रमेश- अच्छा, रंडी … नाटक करना बंद कर और बता … आज रात चलेगी क्या?

रिया- कहाँ?
रमेश- जहाँ कल चुदी थी।
रिया मन ही मन सोचने लगी कि बाप के लंड चुदाई करवाने का ये पाप वो दोबारा नहीं कर सकती. किसी न किसी तरह से उसे डैड से पीछा छुड़ाना होगा. उसे कुछ तो करना पड़ेगा डैड को रोकने के लिए।

सोच कर वो बोली- सेठ, मेरी चूत की कीमत ही सिर्फ दस हज़ार है. मुझे इतने पैसे दे दो और चोद लो।
रमेश- क्या तू मुझसे भी चुदने के पैसे लेगी?

रिया- सेठ, यह चूत खैरात की नहीं है कि जब चाहो तब अपना लंड इसमें घुसा दो! वैसे भी तुम तो इतने मालदार सेठ हो. तुमसे चुदने के तो मैं 50 लूंगी.

रमेश- क्या? 50 हजार!
तभी रिया का फोन बजने लगा. उसने फोन उठा कर स्पीकर ऑन कर दिया और बोली- हां बोल रत्न!
रत्न- क्या बात है रंडी? क्या जादू कर दिया तुमने रात वाले बुड्ढे पर?

रिया हंसते हुए बोली- क्यों, क्या हुआ?
रत्न- साला आज रात फिर वह तेरी चूत चुदाई की डिमांड कर बैठा है.
रिया ने रमेश की ओर देख कर कहा- तो उसको बोल कि 30 हजार तैयार रखे.
 

Rakesh1999

Well-Known Member
3,092
12,082
159
रत्न- तीस नहीं, बीस हज़ार. आज सिर्फ एक ही बुड्ढा है।
रिया- ओके, कितने बजे पहुंचना है?
रत्न- उसी टाइम पर।

रिया- ठीक है पहुँच जाऊंगी, उसको तैयार रहने को बोलना।
रत्न- अरे उसकी बात सुन कर तैयार तो मैं भी बैठा हूँ. मेरा भी लंड तेरा इंतज़ार कर रहा है।
रिया- अरे तेरे लिए तो मैं फ्री हूँ. जब चाहो चोद लेना मगर पहले कस्टमर को तो देख लूँ।

रत्न- हाँ भाई, अब इतनी बड़ी रंडी जो बन गयी है। तो चल ठीक है, टाइम पर पहुँच जाना, रखता हूँ मैं।
उसने फोन काट दिया.

उन दोनों की बातें सुन कर रमेश तिलमिला सा गया और कमरे से बाहर निकलते हुए बड़बड़ाते हुए बोला- साली रंडी, तुझे और रवि को तो मैं देख लूंगा.

रिया अपने काम में लग गयी.

थोड़ी देर के बाद रमेश अपने ऑफिस के लिए चला गया. मगर रमेश का मन उसके ऑफिस में जरा सा भी नहीं लगा. वो बार बार रिया और रवि के बारे में ही सोच रहा था.

रमेश को खोया खोया और परेशान सा देख कर रीता ने भी उसको रिझाने की कोशिश की. उसके सामने अपनी चूचियों को हिलाया और दबाया. उसके हाथ को पकड़ कर अपने चूचों पर रखवाया. मगर रमेश उसको भाव नहीं दे रहा था.

काफी देर तक रीता की छिछोरी हरकतों को वो बर्दाश्त करता रहा मगर फिर उसने रीता को भी झड़क दिया. उसकी आंखों के सामने रवि के चेहरे पर रिया को देख कर नाचती वो हवस बार बार सामने आ रही थी कि कैसे रवि उसकी बेटी की चूत और गांड को चोद रहा था।
 
Top