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Adultery पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे

deeppreeti

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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे


परिचय

ये कहानी की 2011-12 है जो वर्तमान समय से लगभग 9-10 साल पहले वर्ष 2011-12 में सूरत शुरू हुई थी ।

पेश है एक नयी कहानी जिसमे आपको जीवन के सभी रंग मिलेंगे खास तौर पर कामुकता से भरपूर होगी ये कहानी l

इसमें मिलेगा आपको पड़ोसियों से सेक्स, युवतियों से सेक्स, ऑफिस में सेक्स, पार्क में सेक्स, सिनेमा में सेक्स, नौकरानी से सेक्स , ग्रुप सेक्स, कुंवारा सेक्स, कॉलेज सेक्स, डॉक्टर के साथ सेक्स, बच्चे के लिए SEX, गर्भादान, इत्यादिl

कहानी लम्बी चलेगी और उम्मीद है आप सब को मजा आएगाl

दीपक कुमार



INDEX

पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे



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CHAPTER- 1

एक युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ के साथ कारनामे


आगमन और परिचय

PART 1- परिचय
PART 2- परिचय

उपहार
PART 1- उपहार
PART 2- उपहार
PART 3- उपहार


CHAPTER- 2

मानवी- मेरी पड़ोसन
PART - 1 सुबह- सुबह
PART- 2 दीवानी
PART- 3 सोनू के लिए बड़े दिनों में ख़ुशी का दिन आया
PART- 4 स्वपनदोष
PART-5 एक कप कॉफी
PART-6 दर्द का इलाज
PART-7 मालिश
PART-8 राज
PART-9 सुन्दर बदलाव
PART-10 आशा से मुलाकात
PART-11 पार्क का निर्जन कोना

PART-12 गुप्त इशारे
PART-13 छत पर सारी रात
PART-14 छत पर सेक्स
PART-15 छत पर गुदा सेक्स



CHAPTER- 3

रुसी युवती ऐना


PART-1 होटल में ऐना से मुलाकात
PART-2 जल परी
PART-3 जल परी के साथ जल क्रीड़ा
PART-4 जल परी के साथ
PART-5 स्विमिंग पूल के किनारे
PART-6 स्विमिंग पूल के किनारे चुदाई
PART-7 स्विमिंग पूल के अंदर चुदाई
PART-8
PART-9
PART-10
PART-11

CHAPTER- 4
कामदेव की उपासना

PART-1 कामदेव की कहानी
PART-2 कामदेव हैं कौन

PART-3 यज्ञ द्वारा पापों का प्रायश्चित
PART-4 साधना के नियम
PART-5 कामरूप क्षेत्र की राजकुमारी से भेंट
PART-6 राजकुमारी - सपनो की रानी


CHAPTER- 5
रुपाली - मेरी पड़ोसन
PART-1 कामुक दृश्यमं
PART-2 बल्ब फ्यूज हो गया
PART-3 स्टूल (छोटी मेज)
PART-4 वास्तविकता या एक सपना
PART-5 ( 69 )

PART-6 प्रस्ताव
PART-7 ईशा- माफ़ी की प्राथना
PART-8 फिल्म
PART-9 कामुक फिल्म
PART-10 हस्तमैथुन
PART-11 अंतराल

PART-12 अंतराल के बाद
PART-13 थिएटर में चुदाई
PART-14 सुपर संडे
PART-15 सुपर संडे - ईशा
PART-16 सुपर संडे - ईशा की परख
PART-17 सुपर संडे - ईशा का विर्जिनिटी टेस्ट
PART-18 सुपर संडे - जाल में ईशा
PART-19 सुपर संडे - इजहार
PART-20 सुपर संडे - ईशा की तयारी
PART-21 सुपर संडे - ईशा का कौमार्य भेदन
PART-22 सुपर संडे - ईशा के साथ सम्भोग का आनंद
PART-23 सुपर संडे - शाही हर्बल तेल से मालिश
PART-24 सुपर संडे - कपल मालिश
PART-25 सुपर संडे - क्लब सैंडविच मालिश
PART-26 सुपर संडे - सुपर लेस्बियन शो
PART-27 सुपर संडे - लेस्बियन त्रिकोण
PART-28 सुपर संडे - सुरक्षा
PART-29 सुपर संडे - मानवी
PART-30 सुपर संडे - रूपाली के साथ सुहागरात
PART-31 सुपर संडे - रूपाली के साथ

CHAPTER-6
पश्ताचाप


PART- 1 / PART- 2


VOLUME II
विवाह, यज्ञ और शुद्धिकरन

CHAPTER-1
विवाह से पहले

PART- 1 /PART- 2/ PART- 3/ PART- 4/ PART -5/PART- 6/ PART- 7/PART- 8/PART- 9/PART-10
PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/PART-16/PART-17/PART-18/PART-19/PART-20
PART- 21/PART-22/
PART- 23 page 37/PART- 24-page 39/PART- 25/PART- 26/PART -27 Page 40/PART-28/PART-29/ PART-30 page 41 /PART-31/PART-32 page 42 /PART- 33/PART- 34/PART- 35/PART- 36/PART -37/
PART-38/PART-39/PART-40
PART-41/
PART- 42/PART -43/PART-44/PART-45/PART-46/PART-47/PART-48/PART-49/PART-50/
PART-51/PART- 52/PART -53/PART-54/PART-55/PART-56/PART-57/PART-58


CHAPTER-2
नयी भाभी की सुहागरात

PART- 1 (PAGE 48) /PART- 2/ PART- 3/ PART- 4/ PART -5/PART- 6/ PART- 7/PART- 8/PART- 9/PART-10
PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/ PART- 16/PART- 17/PART- 18/PART- 19


CHAPTER-3

बैचलर पार्टी

PART- 1 /PART- 2/ PART- 3/ PART- 4/ PART -5/PART- 6/ PART- 7/
PART- 8/PART- 9/PART-10 /PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/
PART- 16/PART- 17/PART- 18/PART- 19/PART-20/ PART-21/PART-22/
/PART- 23/PART- 24/PART-25/

CHAPTER-4
विवाह

PART-1/ PART-2/PART-3/ PART- 4/PART-5/
PART-6/PART-7/ PART- 8/PART-9/ PART- 10/
PART-11/

विवाह- सुहागरात
PART-1/PART-2/ PART- 3/PART-4/
PART-5/PART-6/ PART- 7/PART-8/
PART-9/PART-10 / PART-11/PART-12/
PART- 13/PART-14/PART-15/
PART-16/

PART-17/ PART- 18/PART-19/ PART- 20

CHAPTER-5
मधुमास (हनीमून)

PART-1/ PART-2/PART-3/ PART- 4/PART-5/
PART-6/PART-7/ PART- 8/PART-9/ PART- 10/
PART- 11/PART- 12/PART- 13/PART- 14/PART-15/
PART-16/PART-17/PART-18/PART-19/PART-20
PART- 21/PART- 22/PART- 23/PART- 24/PART-25/
PART-26/PART-27/PART-28/
PART-29/PART-30
PART- 31/PART- 32/PART- 33/PART- 34/PART-35/
PART-36/PART-37/PART-38/PART-39/PART-40
PART- 41/



UPDATE 001
CHAPTER- 1 आगमन और परिचय
आगमन
Incest/Taboo
UPDATE 002परिचय.Incest/Taboo
UPDATE 003आशा को उपहार दिए.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 004उपहारErotic Couplings
UPDATE 005युवा के अपने पड़ोसियों और अन्य महिलाओ को उपहार.Incest/Taboo
UPDATE 006CHAPTER- 2 मानवी- मेरी पड़ोसन

सुबह- सुबह मेरी पड़ोसन मानवी.
Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 007लंड की दीवानी मानवी भाभी.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 008सोनू के लिए ख़ुशी का दिन आया.Romance
UPDATE 009स्वपनदोष.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 010एक कप कॉफीRomance
UPDATE 011मानवी के दर्द का इलाजNonConsent/Reluctance
UPDATE 012मानवी की मालिश और इलाजErotic Couplings
UPDATE 013सेक्सी गदरायी हुई महिला के साथ सम्भोग.Erotic Couplings
UPDATE 014मानवी मे सुन्दर बदलाव.Erotic Couplings
UPDATE 015आशा से एक और मुलाकात .Erotic Couplings
UPDATE 016पार्क के निर्जन कोने में भाभी के साथ.Erotic Couplings
UPDATE 017हमारे गुप्त इशारे.Erotic Couplings
UPDATE 018छत पर सारी रात.Incest/Taboo
UPDATE 019छत पर सेक्स.Erotic Couplings
UPDATE 020छत पर गुदा सेक्स.Anal
UPDATE 021CHAPTER- 3 रुसी युवती ऐना

होटल में रुसी युवती ऐना से मुलाकात.
Interracial Love
UPDATE 022 (जल परी रुसी युवती ऐनाErotic Couplings
UPDATE 023रुसी जल पारी ऐना के साथ जल क्रीड़ाErotic Couplings
UPDATE 024 (रुसी जल परी ऐना के साथInterracial Love
UPDATE 025रुसी युवती ऐना के साथ जल क्रीड़ा.Interracial Love
UPDATE 026रुसी युवती ऐना के साथ चुंबन.Interracial Love
UPDATE 027रुसी युवती ऐना स्विमिंग पूल के किनारे.Interracial Love
UPDATE 028रुसी युवती ऐना के साथ स्विमिंग पूल के किनारे चुदाई.Interracial Love
UPDATE 029रुसी युवती ऐना के साथ पूल के पानी में चुदाई.Interracial Love
UPDATE 030रुसी युवती ऐना के साथ कमरे में चुदाई.Interracial Love
UPDATE 031CHAPTER- 4 परिवार

गर्भदान.
Erotic Couplings
UPDATE 032परिवार की वंशावली.Erotic Couplings
UPDATE 033वंश वृद्धि के लिए साधन - प्रायश्चित मदन, गर्भदान के नियम.Erotic Couplings
UPDATE 034राजकुमारी से भेंट.Romance
UPDATE 035CHAPTER- 5 रुपाली - मेरी पड़ोसन

कामुक दृश्यमं.
Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 036रुपाली पड़ोसन का बल्ब फ्यूज हो गया.NonConsent/Reluctance
UPDATE 037स्टूल (छोटी मेज).NonConsent/Reluctance
UPDATE 038रुपाली मेरी पड़ोसन, वास्तविकता या एक सपना.NonConsent/Reluctance
UPDATE 039रुपाली पड़ोसन के साथ 69 सेक्स.NonConsent/Reluctance
UPDATE 040राजकुमारी के साथ विवाह प्रस्ताव.Loving Wives
UPDATE 041ईशा के पीछे बगीचे में.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 042ईशा की माफ़ी की प्राथना.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 043रुपाली भाभी के साथ फिल्म देखना.Romance
UPDATE 044पड़ोसन के साथ कामुक फ़िल्म देखना.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 045पड़ोसन ने किया हस्त मैथुन.NonConsent/Reluctance
UPDATE 046कामुक फिल्म का अंतराल.NonConsent/Reluctance
UPDATE 047कामुक फिल्म अंतराल के बाद मुखमैथुन.Erotic Couplings
UPDATE 048पड़ोसन की फिल्म थिएटर में चुदाई .Erotic Couplings
UPDATE 049पड़ोसन के साथ सुपर संडे.Erotic Couplings
UPDATE 050सुपर संडे - ईशा.Romance
UPDATE 051सुपर संडे-ईशा की परख.NonConsent/Reluctance
UPDATE 052विर्जिनिटी टेस्ट.First Time
UPDATE 053सुपर संडे-जाल में ईशा.NonConsent/Reluctance
UPDATE 054सुपर संडे-इज़हार.NonConsent/Reluctance
UPDATE 055ईशा की तयारी .First Time
UPDATE 056सुपर संडे-ईशा का कौमार्य भेदन .First Time
UPDATE 057सुपर संडे-ईशा के साथ सम्भोग का आनंदFirst Time
UPDATE 058सुपर संडे-शाही हर्बल तेल से मालिश.Group Sex
UPDATE 059सुपर संडे-कपल मालिश.Erotic Couplings
UPDATE 060सुपर संडे-क्लब सैंडविच मालिश.Erotic Couplings
UPDATE 061सुपर संडे-सुपर लेस्बियन शो.Lesbian Sex
UPDATE 062लेस्बियन त्रिकोण.Lesbian Sex
UPDATE 063सुरक्षाErotic Couplings
UPDATE 064सुपर संडे-मानवी.Incest/Taboo
UPDATE 065रूपाली के साथ सुहागरातErotic Couplings
UPDATE 066रूपाली के साथ सुहागरात .Erotic Couplings
UPDATE 067सुपर संडे-रूपाली के साथ.Erotic Couplings
UPDATE 068CHAPTER 6 पश्ताचाप

पैतृक स्थान
Loving Wives
UPDATE 069राज .Loving Wives
UPDATE 070VOLUME II विवाह, यज्ञ और शुद्धिकरन

CHAPTER-1 विवाह से पहले


दावत.
Group Sex
UPDATE 071समूह सेक्स दावत.Group Sex
UPDATE 072प्रातः काल भ्रमण मुलाकात.Mind Control
UPDATE 073घायल वृद्ध .Mind Control
UPDATE 074घायल वृद्ध की अंगूठी.Mind Control
UPDATE 075राज कुमारी के साथ सगाई.Romance
UPDATE 076इलेक्ट्रॉनिक लाकर का पासवर्ड.Mind Control
UPDATE 077चमत्कारी अंगूठी.Mind Control
UPDATE 078इच्छा की शक्ति या सपना .Mind Control
UPDATE 079वृद्ध से एक और मुलाकात.Mind Control
UPDATE 080मानसिक नियंत्रण.Mind Control
UPDATE 081मानसिक नियंत्रण.Mind Control
UPDATE 082अंगूठी की शक्तियों का पहला प्रयोग -समस्या और समाधान..Mind Control
UPDATE 083गर्भाधान की समस्या और समाधान.Mind Control
UPDATE 084भाभी का कृत्रिम गर्भधान.First Time
UPDATE 085सेक्स की इच्छा.Erotic Couplings
UPDATE 086कामवासना का जंगली जुनून सवार.Mind Control
UPDATE 087मेरे अंतरंग हमसफ़र.Erotic Couplings
UPDATE 088मैंने अपना रानिवास-हरम बनाने का फैसला किया.Mind Control
UPDATE 089सेक्सी लाल रंग की पोशाक.Erotic Couplings
UPDATE 090युवा प्रशिक्षु के प्रशिक्षण का सबसे महत्त्वपूर्ण सबक.How To
UPDATE 091पोशाक का चयनRomance
UPDATE 092मौसियो के परिवार.Incest/Taboo
UPDATE 093मौसियो की पोतिया का मेट्रो ट्रेन में पहला सेक्स अनुभव.First Time
UPDATE 094मेट्रो ट्रेन में मौसियो की पोतियो के पहले कामुक अनुभव .First Time
UPDATE 095मौसियो की पोतियो की नग्न तैराकी.Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 096मौसियो की पोतियो का परस्पर निरीक्षण और हस्तमैथुन.Lesbian Sex
UPDATE 097समलैंगिकता का दूसरा सत्र.Lesbian Sex
UPDATE 098समलैंगिक कजिन बहनेLesbian Sex
UPDATE 099समलैंगिक कजिन बहने.Lesbian Sex
UPDATE 100समलैंगिक कजिन बहने.Lesbian Sex
UPDATE 101असली मजे का थोड़ा-सा स्वाद.Sci-Fi & Fantasy
UPDATE 102असली मजे.First Time
UPDATE 103बेतहाशा चुंबन और मजे.First Time
UPDATE 104बेतहाशा स्तनों की चुसाई और मजे.First Time
UPDATE 105प्रतिक्रियाFirst Time
UPDATE 106लंड की चुसाई और मजे.First Time
UPDATE 107दुल्हन बनी नीता.First Time
UPDATE 108कुंवारी नीता की पहली चुदाई.First Time
UPDATE 109कुंवारी नीता की पहली चुदाई.First Time
UPDATE 110कुंवारी रीता की पहली चुदाई.Incest/Taboo
UPDATE 111कुंवारी रीता की पहली चुदाई.First Time
UPDATE 112धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है.First Time
UPDATE 113चुदाई से पहले उसे गर्म किया.First Time
UPDATE 114लंड का योनि में प्रथम प्रवेशFirst Time
UPDATE 115लंड के योनि में प्रथम प्रवेश के बाद मस्तीभरी चुदाई.First Time
UPDATE 116प्रेम निवेदन और समर्पण.Erotic Couplings
UPDATE 117मरीना का प्रेम निवेदन .Erotic Couplings
UPDATE 118मरीना का प्रेम निवेदनErotic Couplings
UPDATE 119मरीना का प्रेम निवेदन- मैं कुछ करूँFirst Time
UPDATE 120मरीना से प्यारErotic Couplings
UPDATE 121मरीना के साथ मुख मैथुनErotic Couplings
UPDATE 122जो तुमको हो पसंदBDSM
UPDATE 123दो तरफा चुसाईGroup Sex
UPDATE 124फोरसमGroup Sex
UPDATE 125डरGroup Sex
UPDATE 126मरीना का कौमर्य भंगFirst Time
UPDATE 127हेमा की कामुकताErotic Couplings
UPDATE 128कुंवारी हेमा का कौमार्य भंगFirst Time
UPDATE 129हस्तमैथुन के साथ-साथ चुदाईErotic Couplings
UPDATE 130बहनो की साथ-साथ में चुदाईGroup Sex
UPDATE 131अर्धनग्न तरुण- नर्तकीExhibitionist & Voyeur
UPDATE 132तुम्हारे ही लिए आया हूँ.Romance
UPDATE 133जल क्रीड़ाRomance
UPDATE 134फूलों से प्राकृतिक शृंगारRomance
UPDATE 135अलोकिक रचनाRomance
UPDATE 136वीर्यदान के लिए संकल्पErotic Couplings
UPDATE 137VOLUME II CHAPTER-2 नयी भाभी की सुहागरात

ओवुलेशन प्रक्रिया
How To
UPDATE 138 (नयी भाभी की सुहागरात - राजमाता ने लिया साक्षात्कार.How To
UPDATE 139 (असाधरण परिस्तिथियों में असाधारण कार्य.How To
UPDATE 140क्या और कैसे करना है.How To
UPDATE 141नयी भाभी की सुहागरात में सम्भोग कैसे करना है.How To
UPDATE 142हस्तमैथुन और स्खलन.How To
UPDATE 143सुहागरात की तयारी.Incest/Taboo
UPDATE 144नयी रानी की सुहागरात सुहागसेज.Incest/Taboo
UPDATE 145नयी रानी की सुहागरात.Incest/Taboo
UPDATE 146सुहागरात में नयी रानी भाभी का कौमार्य भंग.First Time
UPDATE 147नयी रानी के साथ सम्भोग.First Time
UPDATE 148नयी रानी का गर्भादान.First Time
UPDATE 149नयी रानी के साथ पिक्चर अभी बाकी हैFirst Time
UPDATE 150भोर में आँख खुलीFirst Time
UPDATE 151रानी गर्भवती हुई है या नहीं?First Time
UPDATE 152एक बार फिर.Erotic Couplings
UPDATE 153रानी माँ ने एकांत प्रदान कियाErotic Couplings
UPDATE 154लग रहा था कि मेरा इरेक्शन कभी कम नहीं होगाErotic Couplings
UPDATE 155मालिश से आराम और चुदाई.Erotic Couplings
UPDATE 156 VOLUME II CHAPTER-3 बैचलर पार्टी

बैचलर पार्टी की तयारी
Exhibitionist & Voyeur
UPDATE 157बैचलर पार्टी डांस पार्टी की तयारीExhibitionist & Voyeur
UPDATE 158नर्तकियों की तलाशErotic Couplings
UPDATE 159नर्तकियों की तलाशExhibitionist & Voyeur
UPDATE 160बैचलर पार्टी के लिए डांसरExhibitionist & Voyeur
UPDATE 161बैचलर पार्टी के लिए बारगर्ल्स डांसरExhibitionist & Voyeur
UPDATE 162लैप डांसरExhibitionist & Voyeur
UPDATE 163बैचलर पार्टी- संधि और विधि, संगीत और नृत्यExhibitionist & Voyeur
UPDATE 164बैचलर पार्टी-संगीत और नृत्य और नवविवाहितExhibitionist & Voyeur
UPDATE 165बैचलर पार्टी की शुरुआतExhibitionist & Voyeur
UPDATE 166बैचलर पार्टी- शो का आनंदExhibitionist & Voyeur
UPDATE 167बैचलर पार्टी-प्रतिभागिGroup Sex
UPDATE 168बैचलर पार्टी - मंच से नीचे का नजाराGroup Sex
UPDATE 169बैचलर पार्टी मंच का नजाराExhibitionist & Voyeur
UPDATE 170कौमार्य भंग करने के लिए प्रशंसा और बधाईGroup Sex
UPDATE 171आनंद आनंदExhibitionist & Voyeur
UPDATE 172बैचलर पार्टी-अध्भुत कामुकताGroup Sex
UPDATE 173बैचलर पार्टी अध्भुत कामुकता और चुदाईGroup Sex
UPDATE 174बैचलर पार्टी तरोताजा कामुकता और चुदाईGroup Sex
UPDATE 175बैचलर पार्टी- तरोताजा चुदाईExhibitionist & Voyeur
UPDATE 176बैचलर पार्टी तरोताजा कामुकता और समूह सेक्सGroup Sex
UPDATE 177बैचलर पार्टी सेक्सी समूह नृत्यExhibitionist & Voyeur
UPDATE 178बैचलर पार्टी सेक्सी समूह नृत्य.Group Sex
UPDATE 179बैचलर पार्टी लैप डांसGroup Sex
UPDATE 180बैचलर पार्टी नंगा नाच और समूह सेक्स.Group Sex
UPDATE 181VOLUME II CHAPTER 4 विवाह

विवाह से पहले मिलने को दिल बेकरार है
Romance
UPDATE 182बेकरार दिल का प्रेमालापRomance
UPDATE 183विवाह पूर्व प्रेमालाप का सुनहरा समयRomance
UPDATE 184सुनहरा समयInterracial Love
UPDATE 185मंगेतरों का परस्पर परिचयLoving Wives
UPDATE 186हल्दी समारोहLoving Wives
UPDATE 187मेहंदी संगीत और नृत्यErotic Couplings
UPDATE 188विवाहLoving Wives
UPDATE 189दुल्हन की बिदाईLoving Wives
UPDATE 190दुल्हन का सोलह श्रृंगारFirst Time
UPDATE 191स्वर्ग की अप्सराLoving Wives
UPDATE 192 VOLUME II CHAPTER 4 सुहागरात

सुहागरात के दंगल की तैयारी
First Time
UPDATE 193सुहाग कक्षLoving Wives
UPDATE 194पूरे जीवन चलने वाले प्यार और जुनून की चाहतLoving Wives
UPDATE 195अरमानो वाली रात सुहागरातLoving Wives
UPDATE 196सुहागरात-मैं चुपचाप निहारता रहाFirst Time
UPDATE 197सुहागरात- चक्रनितम्बा, फूलो से श्रृंगारFirst Time
UPDATE 198सुहागरात- वासना के ज़्वार-भाटेFirst Time
UPDATE 199सुहागरात-अध्भुत नजाराFirst Time
UPDATE 200सुहागरात पहला ओर्गास्म अनुभवLoving Wives
UPDATE 201सुहागरात लिंग दर्शन पहलाExhibitionist & Voyeur
UPDATE 202अच्छे मजेदार सेक्स का अच्छा पक्ष बार बार करना और दोहरानाLoving Wives
UPDATE 203सुहागरात कौमार्य भेदनLoving Wives
UPDATE 204सुहागरात कौमार्य भेदन फिर प्रथम सम्भोगFirst Time
UPDATE 205सुहागरात कौमार्य भेदन के बाद प्रथम सम्पूर्ण मिलन का आनंदLoving Wives
UPDATE 206सुहागरात में कौमार्य भेदन पहले मोहक मिलन का प्रभावFirst Time
UPDATE 207गर्भाधान के लिए सेवक आपकी सेवा के लिए प्रस्तुत हैIncest/Taboo
UPDATE 208भाभी की सेवाIncest/Taboo
UPDATE 209सुहागरात -कोई देख रहा हैExhibitionist & Voyeur
UPDATE 210सुहागरात- एक साथ तीन का स्नान और सम्भोगLoving Wives
UPDATE 211मेरी सुहागरात और भाभी की संतान की मुरादLoving Wives

 
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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे-292

VOLUME II-विवाह और शुद्धिकरन

CHAPTER-5

मधुमास (हनीमून)

PART 76


सम्भोग से प्रजनन के देवता को खुश करो

इसके बाद पूरन ने जो कहा उसने रानी ऐश्वर्या को खुश किया। "अब तुम प्रजनन के देवता से चुदाई करवाकर उन्हें खुश करने जा रही हो।"

अपने चेहरे पर एक सेक्सी मुस्कान के साथ, रानी ऐश्वर्या मेरी तरफ घूमी और मैं अपने आसमान की ओर इशारा करते लिंग के साथ हुए आँखे बंद किये हुए उस आसन पर सपाट लेटा हुआ था। "अब मैं क्या करूं?"


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उसकी दुर्दशा को जानते हुए, पूरन ने उसे मेरे लंड के ऊपर बैठने और अपने कूल्हों को लंड पर नीचे करने के लिए कहा। " रानी ऐश्वर्या, हमेशा याद रखना, पुरुषों को भी हावी होना पसंद आता है। यह एक ऐसी स्थिति है जहाँ आप एक रानी की तरह एक आदमी पर हावी होंगी।

अब रानी ऐश्वर्या की योनि मेरे मुँह के बिल्कुल सामने थी। रानी अब थरथरा रही थी। खिड़की-सी आती हिमालय की ठंडी हवा उनकी चुत के होंठों को सरसरा रही थी। उनका चेहरा शर्म से लाल-लाल हो गया था। सुनीता और पूर्ण ने रानी को पकड़ लिया । उन दोनों ने उनके कंधों को हल्के से दबाकर धीरे-धीरे मेरे लंड के ऊपर रानी ऐश्वर्या को बैठा दिया। घुटने झुकाकर शरमाते हुए रानी अपनी आँखें झुकाए और चुत फैलाए मेरे लंड के बिल्कुल ऊपर आ गई। मेरी तरफ से अभी भी कोई प्रतिक्रिया नहीं थी। रानी ने चुपके से मेरी हरकत देखने के लिए आँखें खोली। मैं अभी भी किसी योगी की ही तरह एकदम शांत था।

"पूर्ण, ऋषि और सुनीता सब मंत्रमुग्ध होकर इस द्रश्य को देख रहे थे। सब नजरें झुकाएँ खड़े थे पर फिर भी बार-बार तिरछी आँखों से आगे की गतिविधि जानने की उत्कंठा से हम देखते रहे। यज्ञ की अग्नि के अतिरिक्त कमरे में एक छोटा-सा दिया जल रहा था। सुनहरी रोशनी में ये द्रश्य काफी अनोखा लग रहा था। रानी जांघे फैलाए ऐसे खड़ी थी की अगर मैं आँखें खोलता तो मुझे रानी की चुत का अंदरूनी हिस्सा भलीभाँति नजर आता। लेकिन मेरी आँखें बंद थी।"

रानी ऐश्वर्या अभी भी असमंजस में थी, इसलिए पूर्ण ने कहा, "आप अपने आप को ढीला छोड़ो और शरीर को नीचे लंड पर झुकाओ और फिर तुम्हें पता चल जाएगा कि मेरा क्या मतलब है।" रानी ऐश्वर्या नेसंकोच वाश उसने उससे कहा था वैसा नहीं किया । तो ऐश्वर्या रानी के दोनों तरफ खड़े पूर्ण और सुनीता ने उन्हे सहारा देकर उनका संतुलन बनाए रखने में मदद करने के लिए उनके कंधो पर हाथ रख थोड़ा नीचे दबाब डाला। अचानक ऐश्वर्या रानी के मुंह से एक बड़ी आह निकल गई।

उनकी चुत के ओंठो पर उभरे हुए लंड का स्पर्श हुआ। रानी उचक कर ऊपर हो गयी जिससे उनकी दोनों जांघों के बीच से मेरा मोटा तगड़ा लंड प्रकट हुआ जो बिल्कुल सीधा कोण बनाकर खड़ा हुआ था। लंड के छूते ही रानी उठ खड़ी हुई तो पूर्ण और सुनीता ने उन्हे फिरसे पकड़कर मेरे लंड पर धकेला।

लंड को दोबारा चुत में डालते ही महारानी की आह निकल गई। जिस तरह का आनंद उन्हे मिल रहा था उस वजह से उनकी ऐसी आवाज़ें निकल जाना स्वाभाविक था।

और धीरे-धीरे ऐश्वर्या रानी ने खुद को लंड पर नीचे किया जब तक कि लंड का अग्रभाग उसके उभरे हुए योनि होंठों को नहीं छू गया। योनि के ओंठो से पर्श हटे ही मेरा लंड नीचे से धड़कने लगा और रानी ऐश्वर्या को लगा कि यह उसके सिर तक पहुँच गयी है।

ऊँहहह ... " महारानी ऐश्वर्या के मुख से एक और आवाज निकल गई। रानी अपनी कमर नीचे कर मेरे लंड को जितना ज्यादा हो सके अपने अंदर ग्रहण करने की कोशिश कर रही थी।

ऊपर से थोड़ा दबाब और आया और इस बार रानी की खुली चुत में मेरा लिंग सरपट प्रवेश कर गया! रानी का ऐसा महसूस हुआ जैसे वह खुली तलवार पर कूद गई हो और लंडमुंड उसकी चुत को चीरते हुए अंदर घुस गया था! "

" अब रानी के कूल्हे मेरी गोद में धंस गए थे और लँड उनकी चुत में फंस गया था। कुल मिलकर स्थिति यह थी की अब रानी चाहकर भी हिल नहीं सकती थी। धीरे-धीरे रानी ने अपने शरीर को नीचे जाने दिया जिससे लंड बेहद अंदर गर्भाशय के मुख तक पहुँच चुका था।

"हे भगवान, यह बहुत अलग और बहुत अच्छा लगता है।"

"हाँ, लंड को अपने अंदर घुसने दो, इसे अंदर ले लो और भगवान को खुश करो," पूरन ने उसे प्रोत्साहित किया। रानी ऐश्वर्या को अपनी चूत में खिंचाव महसूस हुआ क्योंकि वह मेरे लंड को अधिक से अधिक अंदर ले रही थी। वह लंबाई में उसके पति से बड़ा था और इसलिए उसे लगा कि उसका लंड उसके पति के लंड से भी ज्यादा गहराई तक घुस रहा है।

इतने विकराल लंड को अपने गुहयानगों में समाया हुआ पाकर उसने दिव्यता का एहसास कर लिया था।

"ओह, ओउ," रानी ऐश्वर्या कराह उठी क्योंकि पूरा लंड उसकी चूत में था। "कैसा लग रहा है, रानी ऐश्वर्या?" पूरन ने उसके कूल्हों पर हाथ रखते हुए धीरे-धीरे उसे ऊपर की ओर निर्देशित करते हुए पूछा।

"यह बहुत अच्छा लग रहा है।"

" संतुलन बनाए रखने के हेतु से रानी ने अपने दोनों हाथों को मेरी छाती पर रख दिया और नीचे लंड के झटकों का इंतज़ार करने लगी। उसके सुर्ख होंठ एक गहरे चुंबन की अभिलाषा लिए थे। उनके स्तन चाहते थे के उन्हे मरोड़ा और मसला जाए। उनकी चुत की दीवारें फैलकर इस गधेनुमा लंड के लिए मार्ग देकर अपना रस द्रवित कर रही थी। रानी ने महसूस किया कि वह एक अप्रत्याशित लेकिन अपरिहार्य संभोग क्रिया के प्रति बहती जा रही थी।

पर ना ही लंड के झटके लगे, ना ही उसे कोई चुंबन किया और ना ही उनके स्तनों को छुआ। रानी के चुत का रस योनि के होंठों से द्रवित होकर मेरी जांघो को गीला कर रहा था। उनकी दोनों जांघों के बीच फंसे लंड के इर्दगिर्द से रस की धाराएँ बहकर बिस्तर पर जमा हो गई।

ये देख की रानी अब कामुक है सुनीता रानी के स्तन मसलने और सहलाने लगी ।

"अच्छा, रानी स्मरण रखे आपने प्रजनन के देवता को प्रसन्न करना है इसलिए आप अपने कूल्हों को इस तरह ऊपर और नीचे हिलाओ," पूरन ने उसके कूल्हों को छोड़ने से पहले कुछ स्ट्रोक के लिए उसका मार्गदर्शन किया और उसे अपने दम पर चुदाई करवाते हुए या चोदते हुए देखा। "उसे चोदो, रानी ऐश्वर्या, उस पर घोड़े की तरह सवारी करो, उस पर तेजी से सवारी करो, अपने कूल्हों को हिलाओ, उस पर हावी हो जाओ," पूरन ने खुश होकर कहा।

चुत के अंदर लंड इतनी प्रखरता से फैल गया था कि अंदर की सारी दीवारें उसे हर कोने से स्पर्श कर रही थी। रानी अब पूरे उफान में आकार उछलने लग गई। उसे अब किसी भी चीज की परवाह नहीं थी।

पूर्ण ने उसे गति बढ़ाते हुए और पहले से भी अधिक गहरा और तेज धक्के लगाते हुए देखा। उसके चेहरे पर वासना झलक रही थी। उसकी आँखों में उसके अंदर छिपी कुतिया झलक रही थी। रानी ऐश्वर्या जल्दी से संतुलन बनाकर एक लय में ऊपर नीचे करती रही और मैंने चुदाई का पूरा मजा लिया। मैंने आँखे खोली और प्रत्येक धक्के के साथ उसके भरे हुए स्तन ऊपर-नीचे हिलते हुए दिखाई दे रहे थे।

अब इसके प्रभाव से मैं मजे से कराह उठा! आह्हः! मैं अब अपनी कामुकता को और अधिक नियंत्रित नहीं कर सका, इसलिए उसने अपने हाथों से उसके स्तनों को पकड़ा और उन्हें धीरे से सहलाया। पूरन ने रानी ऐश्वर्या की गांड पर हाथ मारते हुए कहा, "और तेज़।"

फिर ऋषि ने कुछ मन्त्र पढ़े और तीन ने अग्नि में कुछ आहुतिया डाली। फिर ऋषि बोले कुमार आप भी प्रजनन की देवी को प्रसन्न करो । फिर प्राथना की हे प्रजनन की देवी और देवता आप प्रसन्न हो उस श्राप को दूर कीजिये और कुमार के परिवार को श्राप मुक्त कीजिये । फिर ऋषि पूर्ण के कान में कुछ फुसफुसाए उसके बाद ऋषि, पूर्ण और सुनीता उस कुटिया से बाहर चले गए ।

उसके बाद मैंने अपने कूल्हे ऊपर उठा कर धक्के मारे इससे रानी ऐश्वर्या के पूरे शरीर में खुशी की लहर दौड़ गई।

रानी ने उस वक्त ऐसा महसूसकिया की लंड का सुपाड़ा उसके गर्भाशय के अंदर घुस गया हो। लिंग के कंपनों और मेरे धक्के का वो, उसकी चुत की दीवारें भी उपयुक्त जवाब दे रही थी। चुत और लँड दोनों लय और ताल के साथ एक दूसरे संग झूम रहे थे। रानी ऐश्वर्या की चुत की हर एक मांसपेशी अति-आनंद महसूस कर रही थी। रानी को इस दिव्य लिंग से चुदवाने में बहुत मज़ा आ रहा था । रानी ऐश्वर्या कराहने लगी, सिसकारने लगी, फिर रानी की सिसकारियाँ चीखो में तब्दील हो गई। वह स्थान उनकी आवाजों से गूंजने लगा। ।

उसे अपने पेट के निचले हिस्से में एक अनुभूति महसूस हुई जिससे रानी ऐश्वर्या कुछ देर पहले ही परिचित हुई थी। रानी ऐश्वर्या को इतनी कामुकता महसूस हुई कि उसने मुझे उसे फिर से एक थपकी मारने के लिए कहा। मैं, ऋषि, सुनीता और पूरण सभी ये बातें सुनकर पहले तो चौंक गये। फिर मैंने रानी के बड़े नितम्ब को थपथपाया। रानी ऐश्वर्या को पता था कि वह अपने दूसरे संभोग सुख के करीब पहुँच रही है।

इसका मेरे पर भी असर हो रहा था क्योंकि उसकी चूत की दीवारें मेरे लंड के चारों ओर कस गई थीं।

मैं महारानी के बड़े गुंबजदार स्तनों के साथ खेलने लगा था... उनकी केले की जड़ जैसी मस्त जांघों को सहलाने लगा था... उनकी सुडौल गांड को अपनी दोनों हथेलियों में भरकर नापने लगा!

मेरी अपनी गेंदों में झुनझुनी महसूस हुई और उसमें से एक सुखद अनुभूति प्रवाहित होने लगी। मैंने रानी ऐश्वर्या को अपने ऊपर खींच लिया और उसके निपल्स को चूसना शुरू कर दिया।

इसका उस पर व्यापक प्रभाव पड़ा क्योंकि उसे लगा कि उसे एक और संभोग सुख प्राप्त हुआ है। जैसे ही मैंने अपने कूल्हे उठा कर उसे चोदा, गर्म तरल पदार्थ मेरे लंड के चारों ओर बह गया और ये गर्म अनुभूति मुझे उसके अंदर स्खलन के लिए मजबूर कर रही थी। मैं और रानी ऐश्वर्या दोनों गुर्राने और विलाप करने लगे क्योंकि हमारे शरीर खुशी से कांप रहे थे। रानी ऐश्वर्या की चुत में कामरस की बाढ़ आई हुई थी...उसका पूरा भोंसड़ा चिपचिपा हो रखा था।

मैंने महारानी ऐश्वर्या के दोनों स्तनों को कसकर दबोच लिया और नीचे से ऊपर की तरफ के धक्कों की गति और तेज कर दी।

"आह आह... लीजिए महारानी जी, मेरी प्यारी रानी भाभी ... लो... मेरा रस ग्रहण करो..."

"हाँ, हाँ... भर दो मुझे, मेरी जान..." रानी ऐश्वर्या की आँखों से अब आँसू बहने लगे।

उसकी चुत के अंदर वीर्य की बाढ़-सी आ गई थी और उसका गर्भाशय बड़ी ही आतुरता से उस वीर्य को ग्रहण कर रहा था। जिस मात्रा में अंदर वीर्य की वर्षा हुई थी उससे उसकी चूत पूरी भर गयी फिर रस उसकी बाहर बहने लगा ।

रानी ऐश्वर्या ने मेरी सवारी रोक दी और मेरे शरीर पर गिर पड़ीं। हम दोनों आँखें बंद करके जोर-जोर से साँसें ले रहे थे।

जारी रहेगी
 
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पड़ोसियों के साथ एक नौजवान के कारनामे-293

VOLUME II-विवाह और शुद्धिकरन

CHAPTER-5

मधुमास (हनीमून)

PART 77

परस्पर संतुष्टि के लिए

मैंने महारानी ऐश्वर्या के दोनों स्तनों को कसकर दबोच लिया और नीचे से ऊपर की तरफ़ के धक्कों की गति और तेज कर दी।

"आह आह... लीजिए महारानी जी, मेरी प्यारी रानी भाभी ... लो... मेरा रस ग्रहण करो..."

"हाँ, हाँ... भर दो मुझे, मेरी जान..." रानी ऐश्वर्या की आँखों से अब आँसू बहने लगे।

उसकी चुत के अंदर वीर्य की बाढ़-सी आ गई थी और उसका गर्भाशय बड़ी ही आतुरता से उस वीर्य को ग्रहण कर रहा था। जिस मात्रा में अंदर वीर्य की वर्षा हुई थी उससे उसकी चूत पूरी भर गयी फिर मिलाजुला रस बाहर बहने लगा। मैंने अपने सुपाड़े ने गरम-गरम वीर्य की 8-10 लंबी पिचकारियाँ महारानी की चुत में छोड़ दी थी। महारानी के गर्भाशय ने मेरे गाढ़े वीर्य का खुले दिल से स्वागत किया था।

रानी ऐश्वर्या ने मेरी सवारी रोक दी और मेरे शरीर पर गिर पड़ीं। हम दोनों आँखें बंद करके जोर-जोर से साँसें ले रहे थे। स्खलन के बाद भी मेरा लंड नरम नहीं पड़ा था। मैंने अपने घुटने मोड और संभालकर महारानी को ज़मीन पर लिटा दिया। उस दौरान मैंने यह ध्यान रखा की एक पल के लिए भी मेरा लंड महारानी की चुत से बाहर ना निकले।

जब हमारी साँसे नियंत्रित हुई तब मैंने । दोनों हाथों से महारानी ऐश्वर्या के उन बड़े-बड़े स्तनों को ऐसे मसलने लगा जैसे रोटी के लिए आटा गूँदते है। स्तन मसलते हुए मैंने उनके निप्पलों को भी उंगलियों से पकड़कर मरोड़ दिया।

रानी कराह उठी और अपने हाथ दो जांघों के बीच डालकर मेरे चिपचिपे लंड को बड़े ही स्नेह से पकड़ा। लंड अभी भी कड़ा था और उसकी चुत के काम-रस और मेरे वीर्य से लंड पूरा लिप्त था। रानी ने लंड को कड़ा महसूस कर अपने कूल्हे उठा कर उछाल दिए जिससे मेरे अंडकोष रानी के भाबनासा से टकरा गए । मैंने भी अब दोबारा अपनी हथेलियों से महारानी के कूल्हों को उठाकर अपनी तरफ़ खींचा और अपना औज़ार चुत के अंदर दे मारा। महारानी ने अपने दोनों पैरों से मेरी कमर को चौकड़ी मारकर जकड़ लिया।

महारानी ने अपनी टांगों से मुझे इतनी सख्ती से जकड़ा की मुझे लगा जैसे मेरी हड्डियाँ तोड़ देगी।

हम दोनों एक दूसरे के सामने देख मुस्कुराये। नीचे लंड और चुत रसों से भीगे हुए थे। दोनों के जिस्म पसीने से तरबतर हो गए थे। आँखों में अनोखी चमक भी थी। पर अभी भी और की भूख दोनों में बाक़ी थी ।

महारानी ने अपनी गर्दन को तकिये के ऊपर इस तरह दबाया की उनकी कमर उचककर मेरे लंड को मूल तक निगल गई। मैंने कुछ धक्के मारे हर धक्के के साथ उनकी पायल और चूडियो की खनक उस कुटिया में गूंज रही थी। अब हम दोनों परस्पर संतुष्टि के लिए चुदाई जारी रखना चाहते थे ।

"आह रानी भाभी ... बहुत मज़ा आ रहा है।"

धक्को की लय और पायल और चूडियो ताल के साथ लगता प्रत्येक धक्का, कराहे, आहे कई अनोखी ध्वनियों को जन्म दे रहा था। दोनों की कराहे अस्पष्ट उदगार, पायल, चूड़ी की खनक, और गीली चुत के अंदर घुसते लंड से निकलती "पुचुक पुचुक" और अंडकोषों के चूत के ओंठो और नितम्बो के टकराने की फटफ्ट, फुट्छ फुछ, फच फ्टच की आवाज़ तेज होती जा रही थी! आहहहह "मैं रानी की हर एक" आह" के साथ और ज़ोर से चुत में धक्के लगा रहा था।

अब महारानी ने अपनी कमर को धनुष्य की प्रत्यंचा की तरह ऊपर की तरफ़ उठा दिया। इस स्थिति में अब मेरा सुपाड़ा चुत की ऐसी गहराइयों को छु रहा था जो महारानी को अनूठा आनंद दे रहा था। महारानी कराह रही थी। उनकी दोनों निप्पल कड़ी होकर मुझे अपनी और आकर्षित करने का प्रयास कर रही थी।

मैंने फिर रानी ऐश्वर्या की योनि के होंठों के बीच उँगली की नोक डालते हुए, उसकी चूत के दाने को ढूँढ लियाl मैंने उसे इतनी अच्छी तरह से छेड़ा कि वह अपनी जगह पर उछलने लगी, मेरा लंड भी अब फुल टाइट हो गया था।

वह अब महारानी के पैरों के बीच आधा लेट गया। अपने मज़बूत हाथों से उसने घुटनों से लेकर जंघा-मूल तक हाथ फेरकर मालिश करना शुरू किया। महारानी ने आँखें बंद कर इस स्वर्गीय आनंद का रसपान शुरू कर दिया। मैं अपना हाथ चुत तक ले जाता मेरे हर स्पर्श के साथ चुत के होंठ सिकुड़ जाते थे।

मैंने ऐसे ही कुशलतापूर्वक उसकी जांघों के सभी संवेदनशील हिस्सों को रगड़ा की महारानी कांप उठी। उन्होंने अपने घुटनों को ऊपर की और उठाकर अपनी तड़प रही चुत के प्रति मेरा ध्यान आकर्षित करने का प्रयत्न किया।

मैंने लंड चूत के अंदर डाले हुए अपने दोनों अंगूठों से चुत के इर्दगिर्द मसाज किया। अंगूठे से दबाकर चुत के होंठों को चौड़ा कर दिया। अंदर का गुलाबी हिस्सा लंड और काम-रस से भरा हुआ था। होंठों के खुलते ही अंदर से रस की धारा बाहर निकालकर महारानी के गाँड़ के छेद तक बह गई। महारानी की भगनासा फूलकर लाल हो गई थी।

मैंने अपने दोनों अंगूठों की मदद से क्लिटोरिस के इर्दगिर्द दबाव बनाया और उसे उकसाने लगा। चुत से काफ़ी मात्र में द्रव्य निकला। मैंने लंड आगे को दबा दिया जिससे मैं महारानी की चुत को उत्तेजना के चरम की तरफ़ ले आया था । उत्तेजना बर्दाश्त की हद पार हो जाने पर महारानी ने मेरे हाथ को पकड़कर अपनी क्लिटोरिस पर दबा दिया। मैंने उसकी आंखों में देखा और उसने मेरी, फिर उसने अपने हाथों का घेरा मेरी पीठ पर बनाया फिर अपने होंठ मेरे होंठों से मिला दिए.

महारानी की निप्पल अब इस खेल के कारण लाल-लाल हो गई थी। वह ख़ुद अपने स्तनों को दूसरे हाथ से इतनी निर्दयता से मसल और मरोड़ रही थी...! मेरी गरम साँसे महारानी के उत्तेजित स्तनों को छु रही थी। उस दौरान मैंने लंड पीछे खींचा पर पूरा बाहर नहीं निकाला, कड़ा लंडमुंड रानी की चुत के अंदर महसूस हुआ।

मैंने अपनी कमर को हल्का-सा पीछे किया और एक जोरदार धक्का लगाया। जिससे मेरा लन्ड उसकी चूत में पूरा जा धंसा।

हालांकि दर्द का अहसास मुझे भी हुआ लेकिन रानी को ज़्यादा दर्द हुआ था क्योंकि मेरी पीठ पर उसकी हाथों की पकड़ इतनी कस गई कि मुझे सांस लेने में दिक्कत-सी होने लगी।

मेरा निचला होंठ उसके होंठों में ऐसे दबा कि मुझे तेज दर्द हुआ मानो खून ही निकल आए। कुछ देर हम ऐसे ही पड़े रहे। और फिर जब उसकी पकड़ सामान्य हुई और उसने वापस से मेरे होंठों को चूसना शुरू किया।
तब मैंने हल्के-हल्के धक्के लगाने शुरू किए।

हालांकि शुरुआत में हर धक्के पर उसकी सिसकारी निकल जा रही थी लेकिन लगभग पांच मिनट में उसकी सिसकारियों के साथ-साथ आंखें भी चमकने लगी।

मेरी हालत ऐसी थी कि मानो मेरे लन्ड को किसी गर्म तेल में भीगी रुई के अंदर भींच लिया गया हो।

रानी ऐश्वर्या भाभी के चुम्बनों ने मेरा हौसला बढ़ाया और ये स्पष्ट संकेत था कि अब उसे भी मज़ा आ रहा था । करीब पंद्रह मिनट तक यह खेल चलता रहा और हमने एक दूसरे के माथे, आंखों, गाल, होंठ और गर्दन पर चुम्बनों की बौछार कर दी थी।

हम अब चरमसुख की ओर बढ़ रहे थे और तभी उसकी टांगें कांपने लगी ... ।

मेरे धक्कों के साथ थरथराहट की लय मिलते हुए और एक बार फिर उसने मुझे जकड़ लिया ... हाथों और पैरों को आपस में जोड़ लिया जिससे मेरा कमर हिला कर धक्के लगा पाना मुश्किल हो गया।

और फिर वह शांत हो गई, उसकी पकड़ ढीली हो गई और सांसें गहरी! उसकी आंखें बंद थी पर थरथराहत रुक-रुक कर जारी थी। उसके होंठ सुर्ख लाल हो गए थे मैंने उसके होंठों को अपने होंठों में भर लिया और चूसने लगा।

मैंने धक्के लगाने जारी रखे। मैंने अपने लन्ड को तेजी से आगे पीछे करना शुरू किया।

मैं उसके गालों को चूम रहा था और उसकी चूचियों को भी मसल रहा था। वह जैसे ढीली रूई की बोरी की तरह सिर्फ़ मेरी मर्जी के लिए सब कुछ सह रही हो क्योंकि उसने कोई भी हरकत नहीं की।

मैंने दोनों हाथों से बड़ी ही निर्दयता से उनके स्तनों को पकड़ लिया। महारानी कराहने लगी, उन्होंने अपनी चुत और स्तनों को और ऊपर उभार लिया ताकि मेरे जिस्म से ज़्यादा से ज़्यादा संपर्क हो पाए।

वह अपनी कमर उठाकर अपनी चुत को चुदवाने लगी। महारानी फिर गर्म हुई और अब बेशर्मों की तरह चिल्ला रही थी। लंड ने भाभी की चुत में ऐसा भूचाल मचाया की वह तुरंत अपने गांड के छिद्र को सिकुड़ते हुए झड़ गई.।! उउउउउउ ...

महारानी ने आनंद मिश्रित चीख दे मारी... उनकी चीख की गूंज ने उस कुटिया को हिलाकर रख दिया। महारानी को अब किसी की भी परवाह नहीं थी... अपने संवेदन और भावनाओ को ज्यों का त्यों व्यक्त करने से अब वह पीछे नहीं हट रही थी। वह बार-बार चीखती रही "आह्हहह हहहहहह ओह्ह्ह्हह्ह्ह्हह! देवरजी ... क्या कर दिया तुमने!" उनके स्वर से यह बड़ा ही स्पष्ट था कि उन्हे कितना मज़ा आ रहा था।

"आह्हह... हाँ हाँ...चोदो मुझे ऐसे ही आह्हः करते रहोू ... अह्ह्ह वहीं पर... ऊईई माँ... मर गई में... ईशशश..." महारानी के पूरे जिस्म में तूफान-सा उमड़ पड़ा था। वह आँखें बंद कर मेरे दोनों कानों को पकड़कर मरोड़ रही थी। उनकी टाँगे वह बार-बार पटक रही थी। उनके चूतड़ बड़ी ही लय में ऊपर नीचे हो रहे थे।

महारानी की इन हलचलों की वज़ह से मेरे धक्के पर मेरा लंड उसकी गर्भशय से बार-बार टकरा रहा था जिससे महारानी फिर से अपनी पराकाष्ठा की और के दिव्य सफ़र पर निकल चुकी थी।

"आहहहहहहहहहहह...!" महारानी अब अपनी जांघों से मुझे जकड़कर अपने नितम्ब उछाल रही थी। मैंने अपने हाथों से उनकी चूचियों को पकड़कर निप्पलों की चुटकी काट ली। उसकी उंगलियों ने निप्पलों पर अपना अत्याचार जारी रखा। महारानी आनंद के समंदर में गोते लगा रही थी। मेरे नितम्बो के अगलबगल में उन्होंने अपनी जांघों को ऐसे बंद कर दिया था कि उनके पैर मेरे नितम्बो को उनकी योनि पर लगातार दबा रहे थे।
अचानक स्खलन के आवेग ने महारानी को अपने वश में कर लिया...! वह बुरी तरह तड़पती हुई अस्पष्ट उदगार निकालनी लगी। अपने पंजों से मेरी पीठ में गड़ाते हुए वह पैर पटकने लगी। उनकी योनि मार्ग ने एक आखिरी बार संकुचित होकर अपना मुंह खोला और अपना गरम-गरम काम रस बहाने लगी। मैंने लंड बाहर निकाला तो वह बोली

"बाहर मत निकालो मुझे चोदो! कस कर चोदो, बार-बार करो! अब मुझे मन भर कर चोदो ... इतना चोदो की मेरी आत्मा तृप्त हो जाए... की आज अगर मेरी मृत्यु भी हो जाए तो मुझे कोई आपत्ति ना हो!" स्खलित होते ही उन्होंने अपने चूतड़ फैलाए और अपनी चुत मेरे सामने पेश कर दी।

मैंने अपने जिस्म को घुटने मोड कर थोड़ा-सा झुका लिया और मेरा लंड, महारानी की गांड के छेद से लेकर चुत पर इस क़दर रगड़ा की महारानी पागल हो गई। !

मैंने अपनी हथेली पर लार लगाई, हाथ महारानी की जांघों के बीच डाला और उंगलियों से चुत के होंठों को फैलाकर हाथो को गीला किया, हाथ लंड पर फिरा कर लंड उस लार और भाभी के रस से चिकना किया और अपना सुपाड़ा चुत के मुख पर टीका दिया।

"अब लगाओ धक्का..." महारानी ने कराहते हुए विनती की।

मैंने अपनी कमर हिलाकर एक जोरदार धक्का लगाया... पहले से गीली और गरम हो चुकी चुत में उसका लंड, मूल तक अंदर घुस गया...! मेरे अंडकोषों ने महारानी की क्लिटोरिस पर चपत लगाई।

पूरा लंड निगलने के बाद महारानी के चेहरे पर एक अनोखे आनंद की अनुभूति हुई। मैंने दोनों हाथों से महारानी ऐश्वर्या के स्तनो को मजबूती से पकड़ लिया और धमाधम धक्के लगाने लगा। ऐश्वर्या भाभी अपने घुटनों को ज़्यादा से ज़्यादा चौड़ा कर रही थी ताकि लंड पूरी गहराई तक चोट मारे। लंड और चुत का मिश्रित रस... लंड पर लगी लार... ... । इन सब से लिप्त दोनों जिस्म ऐसे एक दूसरे में समा रहे थे लंड जब अंदर समाया तो टिच की आवाज़ आयी लगा जैसे टिच बटनो की जोड़ी बंद हुई हो ...!


मेरा लंड अब महारानी की चुत के ऐसे स्थानों पर प्रहार कर रहा था की हर धक्के के साथ महारानी की जोरदार आह निकल जाती थी। मेरा एक हाथ भाभी के नितम्ब पर और दूसरे हाथ से उनके स्तन को मर्दन करते हुए मैं उन्हें जोर से चोद रहा था और महारानी अपनी चूतड़ों को आगे पीछे करते हुए मेरे साथ ताल से ताल मिला रही थी।

जिस आसन पर हम दोनों संभोग कर रहे थे, वह भी चूत और लंड के रस से स्निग्ध था। फिर मैंने रानी को घोड़ी बनाया , उनके नितम्ब पर चपत लगाई , पीठ को सहलाया , फिर आगे होकर संतुलन बनाने के लिए मैंने तुरंत महरानी की दोनों चूचियों को पकड़कर अपना संतुलन बनाया । महारानी ने अब अपनी दोनों हथेलिया आसन पर टीका दी थी।

"आह आह आह..कुमार . देखो तुम्हारी महारानी., तुम्हारी भाभी .. कैसे जानवरों की तरह चुद रही है... दबाओ उसके स्तनों को...आह और जोर से... मारो धक्के... मार धक्के... लगा.. आह.. लगा जोर से..." महारानी के सर पर चुदाई का पागलपन सवार हो चला था। महारानी ने अब अपनी चुत का कोण बदलकर उतनी ही ताकत से उलटे झटके लगाने शुरू कर दिए। जब भी उनके कूल्हे और मेरी झांघे टकराती तब "थपाक थपाक" की आवाज गूंज उठती। मेरा सुपाड़ा बेहद फूलकर महारानी की चुत के अंदरूनी हिस्सों को और फैला रहा था।

पसीने से लथबथ दोनों अपने कौशल का पूर्ण इशतेमाल करते हुए, यह यत्न कर रहे थे की अपनी मंजिल को प्राप्त कर सकें। हालांकि यह स्पष्ट था की महारानी का पलड़ा इस युद्ध में काफी भारी था और वह उलटे धक्के लगाते हुए तेजी से अपने उत्कर्ष की और बढ़ रही थी ।

"रुक जाइए भाभी , रुकिए महारानी... " उनका स्खलन बेहद निकट प्रतीत होते हुए मैंने आवाज लगाई। मैं अभी इस खेल को समाप्त नहीं करना चाहता था। जिस क्रूरता से महारानी धक्के लगा रही थी उससे स्पष्ट था महारानी अपने उत्कर्ष के आस पास थी .।

यह सुनने के बाद जैसे महारानी को कोई फरक नहीं पड़ा.. वह अपनी चुत की आग के सामने लाचार थी... स्वयं को चरमसीमा को इतना करीब पाकर वह रुकना नहीं चाहती थी। उन्होंने धक्के लगाना जारा रखा... मैं पीछे हट गया ताकि उसका लंड महारानी की चुत से निकल जाए। पर महारानी खुद भी पीछे हो गई और यह सुनिश्चित किया की इस नाजुक घड़ी में लंड बाहर ना निकल आए।

जिसका डर था वहीं हुआ...झटके लगना जारी रहे फिर पहले रानी कांपने लगी फिर झड़ने लगी , मैं भी तेजी से धक्के लगाकर गुर्राते हुए झड़ने लगा... मैं अब भी लगातार छोटे छोटे तेज धक्के लगा रहा था.

करीब दो मिनट में मेरे लन्ड से गाढ़ा सफेद वीर्य निकालना शुरू हुआ. और हर झटके के साथ वीर्य की धराएं महारानी की चुत में गिर रही थी। बड़ी मात्र में गाढ़ा वीर्य महारानी की चुत में बरसने लगा.. इस गर्माहट का एहसास होते ही महारानी भी कांपने लगी। उन्होंने भी अपनी चुत बहा दी।

दोनों अभी भी चरमसीमा का सुख अनुभावित करते हुए कांप रहे थे। मुझे लगा अब वीर्य चूत से बाहर बहने लगेगा तो मैंने रानी की कमर को जकड़ा और रानी को पीठ के बल लिटा कर टाँगे ऊपर उठा दी फिर अपना हथियार महारानी की चुत से बाहर निकाल उनकी बगल में ही ढेर हो गया। महारानी भी मेरी छाती पर सर रखकर लेट गई। इस अवस्था में उनकी भारी चूचियों मेरी छाती को मसल रही थी।

इस अनोखे हसीन अनुभव का पूरा स्वाद अभी हम दोनों ले ही रहे थे की कुटिया में ज्योत्स्ना और जूही भाभी ने प्रवेश किया .

जारी रहेगी
 
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