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Incest पुरा परिवार हवस का शिकार

कहानी का हीरो आप किसे समझ रहे हो ??


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Nasn

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इधर रात के अंधकार में किचन में दो जिस्म एक जान हुए एक बाप बेटी एक दूसरे को लूट रहे थे ।

" आह्ह...पापा धीरे दबाओ ना ।
" हम्म...क्या मस्त चूचियों हैं सुरेश निप्पल को मुँह भर के चूसता हुआ बोला ।
" पापा जल्दी से कर लो कोई आ गया तो गड़बड़ हो जाएगी।

सुरेश ने भी समय की कमी को समझा और गरिमा को नग्न किया खुद अपना कच्छा उतर के फेंक दिया । गरिमा बैठ के लिंग को मुँह में भर ली और चूसने लगी । सुरेश एक अलग ही दुनिया में पहुंच गया था इधर गरिमा लिंग के ऊपरी भाग को अपनी जीभ से कुरेदने में लगी थी ।सुरेश को अब इतना मज़ा आने लगा था की उसके मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी ।

" आह्ह्ह...गरिमा.....मेरी प्यारी बेटी अह्ह्ह...चुस्स्स..


वो कभी कभी कमर चला देता जिससे लिंग गरिमा के मुँह में अंदर बहार होने लगता । गरिमा के थूक से लंड पुरी तरह भीग चुका था ।
" गरिमा ने धीरे से बोला अब मेरा बूर चाट के मुझे भी प्यार दो ।

सुरेश ने उसके होठों को चूमा और गरिमा की एक टांग को सालप पे रख के निचे बैठ गया और अंधरे में बूर का अंदाजा लगा के बूर पे जीभ लगा दी । और चाटने लगा । सुरेश बूर को मज़े से चाट चाट के भीगा रहा था ।बहार खड़ी आयेशा इस खेल की आवाज़ से गरम हो चुकी थी उसकी बूर अब रिसने लगी थी । पैंटी पुरी तरह चिपचपे द्रवये से भीगने लगी थी ।

सुरेश ने बूर को फैला के उसमे जीभ डाल दी और गरिमा की सिसकियाँ निकल गयी ।
" आह्ह्ह...पापा... ओह्ह्ह...खा जाओगे क्या आह्ह्ह...बेटीचोद

सुरेश बूर को लगातार चाटने में लगा था सुरेश का मुँह अब गरिमा के चिपचपे द्रवये से भीग चुका था और आयेशा भी अपनी कच्छी को साइड करके बूर में ऊँगली करने लगी ।वो बूर में ऊँगली करते समय रोहन को याद करने की प्रयत्न करने लगी पर रोहन उसके ख्यालो से बहुत दूर था ।उसे तो बार बार सुरेश का चेहरा अपनी आँखों के सामने दिखाई दे रहा था । सुरेश ने लिंग को बूर पे रख के सरका दिया और लिंग योनि को खोलता हुआ अंदर समा गया ।अब गरिमा को दर्द नही हुआ पर लंड की गर्माहट से वो सिसक उठी । सुरेश कमर को चलाने लगा और गरिमा भी मज़े से गांड उचका के साथ देने लगी । बूर में चिकनापन बढ़ने लगा और दोनों को अब आनंद की प्राप्ति होने लगी दोनों ही एक दूसरे को लूटने में व्यस्त हो चुके थे लिंग योनि की गहराई को नाप के आता और फिर गहराई में समा जाता ।

दोनों की साँसे उखड़ने लगी थी इधर आयेशा भी ना चाहते हुए तेज़ी से अपनी बूर में ऊँगली करने लगी। वो झड़ने के काफी करीब पहुंच गयी और ना चाहते हुए भी अचानक ही उसके मुँह से फूफ़ा जी आह्ह्ह...फूफ़ा जी चोदिये मुझे निकल गया और वो ढीली पड़ के ज़मीन पे ही पसर गयी । और अपनी साँसे काबू करने की कोशिश करते हुए वो ये सोच के मुस्कुरा दी की फूफ़ा जी का नाम कैसे निकल गया । कुछ देर आयेशा रुकी रही और कुछ देर बाद ही जल्दी से वहा से निकल गयी । इधर सुरेश गरिमा की बजाये जा रहा था की किचन की लाइट जल गयी पर वो आँखे बंद किये हुए अपनी ही धुन में रसलीला किये जा रहे थे की सुरेश ने आँख खोली और वो रुक गया ।उसकी गांड में जैसे 100 किले ठोक दी हो।

" सुरेश को जैसे साँप सूंघ गया हो वो एक दम सन्न था ।तभी गरिमा बोली पापा रुक क्यों गये चोदो ना कितना मज़ा आ रहा था वो अपनी बूर को छु के बोली । उसको एहसास हुआ की लंड मुरझा रहा था पर सुरेश की तरफ से कुछ होता हुआ ना देख वो आँखें खोल के देखी उसकी आवाज़ उसके हलक में ही रह गयी ।क्योंकी सामने राहुल खड़ा था जिसको देख दोनों की सीटी पीटी घूम हो गयी । दोनों ही बिल्कुल ही कुछ बोलने की परिस्थिति में नही थे
किचन में बस साँसों की ही आवाज़ सुनाई दे रही थी की सुरेश का लोड़ा मुरझा के बहार निकल आया डर के मारे गरिमा और सुरेश दोनों का ही जिस्म पसीने से तर बदर हो चुका था ।सुरेश जल्दी से भाग गया । पर गरिमा अपनी गांड सुटकाये वही खड़ी थी इसकी हालत धोबी का कुत्ता ना घर का ना घाट का हो चुकी थी ।

" क्यों दीदी तुम्हारा यार तो भाग गया ओह्ह सॉरी मतलब तुम्हारा बाप भाग गया । ओह्ह सॉरी क्या बोलूं तुम ही बता दो ।
" गरिमा क्या बोलती उसकी तो गांड ही फट चुकी थी । तभी राहुल बोला मुझे पता हैं दीदी तुम कब से पापा से किचन में चुदवा रही हो और अपने ही बाप की दुल्हन भी बन चुकी हो ।

" इस बात को सुन गरिमा की सांस अटक गयी वो जोर जोर से साँसे लेटे हुए कंपकांपती ही जुबान में बोली क्या बकवास कर रहा हैं ।

" चुप साली रंडी मुझे पता हैं तूने अपने ही बाप से शादी की हैं मुझे तुम्हारी अलमारी से मंगल सूत्र और सिन्दूर मिला हैं कब से और क्यों ये सब किया बताओ वरना अभी सब को उठा के तुम्हारी करतूत बता दूँगा ।

गरिमा का गला सुख गया वो डर से कांपने लगी और नंगी ही राहुल के कदमों में जा गिरी और रोने लगी भाई मुझे माफ़ कर दे मैं हवस में बहक गयी थी । और अपने और सुरेश की कथा बताने लगी की कैसे और किन हालातों में वो सुरेश से चुदवाने लगी ।

ये सब सुन के राहुल का लिंग भी हरकत करने लगा कुछ देर पहले ही निधि की योनि में वीर्य गिराया था पर अपनी बड़ी दीदी की कहानी और उसको नंगा देखा राहुल का लोड़ा सर उठाने लगा। उसने गरिमा को पकड़ के उसकी आँखें में देखा और उसके आंसू को पूछते हुआ बोला जो होना था हो गया अब मज़ा लो दीदी पर साथ में मुझे भी चाहिए ।

ये सुन गरिमा हैरान थी की उसका भाई भी उसकी लेना चाहता हैं ।वो आँखें बड़ी किये हुए राहुल को देख रही थी ।की राहुल ने उसकी गांड पे आहिस्ता से हाथ रखते हुए अपनी तरफ खिंचा जिससे गरिमा राहुल से सट गयी

दोनों एक दूसरे को देख रहे थे की राहुल ने आव देखा ना ताव गरिमा के होठों पे होंठ मिला दिया और चूसने लगा ।इधर गरिमा को अचानक ही इसका एहसास हुआ पर वो कोई प्रतिक्रिया नही दे रही थी ।कुछ देर राहुल होठों को चूसा पर गरिमा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया ना देख उसने उसको सांवलिया नज़र से देखा और बोला

" दीदी मैं कोई जबदस्ती नही करूंगा आपका मन नही हैं तो कोई बात नही पर जब भी आपका मन हुआ तो बोलना मुझे भी आपकी चूत का स्वाद लेना हैं । गरिमा से दूर होकर बोला ।
किचन में शांति थी दोनों ही कुछ नही बोले और राहुल निकल गया ।इधर गरिमा भी कपड़े पहन के जल्दी से भाग गयी ।।

**********

सुबह हुई और बरखा किचन में गयी तभी उसको सुरेश का कच्छा मिला जो किचन में अभी तक पड़ा हुआ था वो हैरान थी। की सुरेश का कच्छा यहाँ क्या कर रहा हैं । तभी रोहन उठा और बहार आया । बरखा साफ सफाई कर रही थी की रोहन की नज़र बरखा पे गयी । जिसकी गांड को देख रोहन का लोड़ा टनटना गया । और उसके मुँह से अन्यासा ही निकल गया बहनचोद क्या गांड हैं उसने पहली बार बरखा की गांड को इतने ध्यान से देखा था ।बरखा की गांड से रोहन का लिंग अब अकड़ने लगा था की बरखा की नज़र रोहन पे गयी और वो बोली ।
" अरे बेटा तु कब उठा
" रोहन निचे आया और बोला बस बुआ जी अभी उठा हूँ ।

सुरेश उठा और जल्दी से नाश्ता किया और निकल गया इधर गरिमा भी आज जल्दी ही निकल गयी । बरखा आज दुकान नही जाना चाहती थी वो आराम करने अपने कमरे में चली गयी ।इधर राहुल और आरोही कॉलेज के लिए निकल गये । आयेशा ने उठकर नाश्ता किया और टीवी देखने लगी ।निधि रात की चुदाई से मस्त होकर अभी भी सो रही थी । और रोहन अकेले ही टहलने निकल गया ।

******
गुड मॉर्निंग इस आवाज़ से रोहन पलट के देखा उसके सामने दो लड़के खड़े थे ।
" रोहन ने देखा और बोला क्या आप मुझसे बोले ।
" जी हाँ मैं आपको ही बोल रहा हूँ मिस्टर ??
" रोहन मेरा नाम रोहन हैं ।

" कहा रहते हो रोहन काफी फिट हो यार विक्की ने रोहन को फंसाने के लिए झूठ बोला ।
" शुक्रिया मैं यही पास में रहता हूँ पर शायद मैंने आप लोगो को देखा हैं ।
" जी आपने हमको जिम में देखा होगा फिटनेस जिम में हम लोग भी आते हैं।
" अच्छा अच्छा हैं मैंने भी कल से ही शुरू किया हैं ।

ऐसे ही बात होती रही। विक्की और अजय ने रोहन से दोस्ती कर ली ।
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Punnu

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चांदनी रात और हलकी हवाओं के बीच राहुल और निधि छत पे एक दम शांत खड़े थे । दोनों कुछ बोल नही रहे थे की सनाटे को एक आवाज़ ने ख़त्म किया ।

" दीदी मुझे माफ़ कर देना उस दिन नशे में मुझसे गलती हो गयी ।
" निधि ने भी अपने होठों को हिलाया और बोली ।इसमे मेरी भी गलती हैं भाई मुझे दारु नही पीना चाहिए था । वो सिसक के बोली ।
" दीदी गलती तो दोनों की हैं ।पर बहनचोद तो मैं ही बना राहुल मुस्कुरा के बोला ।
" जिसे सुन निधि ने उसको देखा वो भी हलकी मुस्कान देती हुई बोली तु कितना कमीना हैं । अकेले ही मज़ा ले लिया मुझे तो पता भी नही हैं की क्या हुआ मेरे साथ वो पलट के दूसरी तरफ देखने लगी ।
" राहुल ने निधि को पीछे से पकड़ लिया अचानक ऐसे एहसास से निधि मचल गयी । राहुल ने धीरे से अपने हाथों को उसकी चूची पे रख के दबाया और निधि ने आँखें बंद कर ली ।
" उस दिन का याद नही तो आज फिर से कर लेते हैं
" निधि ने ऑंखें बंद किये हुए बोली ये पाप हैं अब नही करना चाहिए भाई ।
" दीदी पाप और पुण्य तो इंसान की सोच होती हैं । और जहाँ दो लोगो को मज़ा आये वो चीज़ कभी गलत नही होती । और चूचियों को दबाने लगा जिससे निधि उसकी बाहों में ही मचलते हुए बोली आअह्ह...भाई कोई देख लेगा ।
" दीदी कोई नही देखेगा इतनी रात को किसको अपनी माँ चुदवानी हैं जो मेरी दीदी को देखेगा।

निधि मुस्कुराई और पलट के राहुल की आँखें में देखने लगी ।दोनों एक दूसरे को देख हलके से मुस्कुरा दिये ।रात गहरी हो चली थी। निधि ने आँखें बंद की और राहुल ने अपने होंठ निधि के होठों के करीब ले गया दोनों की ही गरम साँसे एक दूसरे से टकरा रही थी । की राहुल ने होठों को निधि के होठों से मिला दिया ।जिससे दोनों के बदन में झुरझुरी होने लगी और कब दोनों एक दूसरे के होठों को चूसने लगे । पता ही नही चला ।दोनों दुनिया से बेखबर होठों की चुसाई का आनंद ले रहे थे । राहुल ने आहिस्ता से अपने हाथों को निधि के चुतरों पे गया और उसकी गोलाईयों को सहलाने लगा । चुतरों का उभार राहुल को और भी मदहोश किये जा रहा था और निधि का जिस्म भी अब गरम होने लगा उसकी बूर भी पनियाने लगी थी । दोनों अलग हुए और एक दूसरे को चांदनी रात में देख के मुस्करा दिये निधि अपनी साँसे काबू करने की प्रयत्न करने लगी ।तभी राहुल ने छत के दरवाजे की कुंडी लगा दी और कपड़े उतार के टंकी के बगल में बिछा दिया ये देख निधि शर्मा गयी तभी राहुल ने उसको निचे बैठने का इशारा किया और उसके कपड़े भी उतरने लगा निधि कुछ नही बोली और उसका साथ देते हुए नंगी हो चली ।दोनों के ही जिस्म नंगे हो चुके थे ।राहुल ने उसके कपड़ों को भी बिछा दिया और उसको लिटा के उसको टाँगे फैलाने के लिये निधि को बोला पर निधि शर्म की लाली लिए नही खोली तो राहुल ने जंघों को चूमने लगा जिससे निधि ने आँखे बंद कर ली और मज़ा लेने लगी।देखते ही देखते राहुल ने निधि के पूरे जिस्म को चूम चूम के अपने थूक से भीगा दिया। निधि अब गरम हो चुकी थी उसने मस्ती में अपनी टांगे खोली और राहुल अपनी जीभ को बूर पे रख घूमाने लगा । जिससे निधि की साँसे तेज़ होने लगी ।राहुल ने बूर को खोल के उसमे जीभ घुसा दी जिससे निधि मचल गयी और उसके चुतर ऊपर हवा में उठ गये। राहुल मज़े से बूर को चाटे जा रहा था दोनों ही वासना की चपेट में आ चुके थे । अब निधि पुरी तरह गर्म हो चुकी थी उसके निप्पल भी कड़क होने लगे थे । राहुल ने निधि को देखा और वो मुस्कुरा के आँखें बंद कर ली । अपने होठों पे होठों का एहसास होते ही वो आँखें खोली तो राहुल उसको चूमने लगा । राहुल के होठों में उसकी बूर का लसलसा पन था जो निधि को और भी आनंदित कर रहा था ।
इधर गरिमा और सुरेश ने भी अपना खेल शुरू कर दिया था ये बाप बेटी तो अपनी ही दुनिया में मगन होकर जिस्म की आग ठंडी करने में लगे थे ।और आयेशा उनकी आवाज़े सुन के मज़े ले रही ।

" आह्ह्ह...दीदी चुसो अह्हो... राहुल के मुँह से ऐसे ही गर्म शब्द निकल रहे थे और इधर निधि अपनी जीभ को लंड पे घुमाये जा रही थी । इतना मज़ा राहुल ने कभी महसूस नही किया था ।पर आज उसकी सगी दीदी उसको वो सुख दे रही थी ।दोनों ही हवस की आग में अंधे हो चुके थे और सांसरिक सुख की प्राप्ति करने में लगे थे ।
राहुल ने निधि को लिटाया और लिंग को योनि पे रख के निधि की आँखें में देखा जैसे पूछ रहा हो दीदी घुसा दूँ ना ।
निधि ने पलकों से ही इशारा किया की घुसा दे भाई और बना ले मुझे अपनी रंडी, बन जा बहनचोद । एक जोरदार धक्के से निधि की आह्ह्ह...निकली और वो आसमान को देखते हुए आह्ह्ह..भरती रही ।राहुल ने लंड को बहार किया और एक जोर का झटका दे मारा लंड बूर को खोलता हुआ पुरा अंदर समा चुका था निधि भी बिन पानी मछली की तरह छ्टपटा के रह गयी और राहुल ने कमर को आगे पीछे करना चालू कर दिया निधि भी मस्ती में आकर राहुल के धक्कों का साथ अपनी गांड उठा के दे रही थी । बूर और लंड के रगड़ से उत्पन होने वाले उस गजब के एहसास से दोनों का जिस्म मदहोश होने लगा । कुछ ही देर में लंड के अंदर बहार होने से बूर रस छोड़ने लगी और मज़ा बढ़ने लगा । दोनों ही मज़े के सागर में डुबकी लगाने लगे थे ।दोनों की साँसे तेज़ हो चुकी थी । निधि मस्ती में अब सिसकियां लेने लगी और राहुल जोर जोर से बूर को चोदे जा रहा था लंड बूर की गहराई नापने लगा ।
" आह्ह्ह...राहुल..मेरे.. भईया.... चोदो मुझे मेरे भईया मैं तुम्हारी हूँ ।
" आह्ह्ह..दीदी...मेरी रंडी बहना आह्ह्ह...

अब दोनों को इतना मज़ा आने लगा की इज़्ज़त गयी माँ चुदाने और दोनों ही मदहोश होकर एक दूसरे को भोगते हुए गाली देने लगे ।
" आअह्ह्ह...बहनचोद साले भड़वे चोद साले माँ के लोड़ आह्ह्ह....ओह्हो....भईया
" आह्ह्ह...मेरी रंडी साली मेरे लंड की रानी निधि रांड जब तेरे जैसा माल हो तो बहार क्यों जाना आह्ह्ह...ले रंडी ले मादरचोद कुतिया

दुनिया और घर के लोगो से छिपकर एक भाई और बहन प्यार के एक पवित्र बंधन की डोर को अपने हवस में गिरा चुके थे ।दोनों ही चुदाई का सुख भोगने में सब कुछ भूल चुके थे और देखते ही देखते निधि का जिस्म कांपने लगा ।

" आह्ह्ह...बहनचोद मैं गयी और निधि की बूर ने एक गर्म द्रवये छोड़ने लगी ।राहुल को अपने लंड पे गरम गरम कुछ महसूस हुआ और वो भी झड़ने लगा और निधि को अपनी बूर की गहराई में गरम लावा जैसा कुछ महसूस हुआ। दोनों ही झाड़ के छत पे पसर गये और आसमान को देखते हुए अपनी साँसे काबू करने लगे। निधि की बूर से वीर्य निकल के बहार आ रहा था
उसने ऊँगली को चूत में घुसाया और वीर्य से सनी हुई ऊँगली को मुँह भरकर चाटने लगी ।

थोड़ी देर बाद दोनों की नज़र मिली और दोनों हँसने लगे ।निधि जल्दी से उठी और कपड़े पहनें लगी तभी राहुल बोला
" दीदी एक और राउंड हो जाये । वो मुस्कुरा के बोला ।
" निधि भी उसको मुस्कुरा के देखी और बोली हट बदमाश ।
" दीदी कम से कम ये पैंटी तो देती जाओ ।
" निधि मुस्कुराई और कपड़े पहन के कच्छी राहुल के मुँह पे मार के बोली ले साले बहनचोद और हँसते हुए निचे भाग गयी ।
Behtarren update bhidu....Rahul ne nidhi ko fir thok diya ....pehle nashe me the pr ab hosh me hokar thoka ha...or udhar baap beti lage huye hai ....or aayesha unhe dekh rhi hai.... DEKHTE Hain aage kya majedar hota hai
 
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Punnu

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दोपहर का समय था ।केंटीन में बैठे निशा और राहुल एक दूसरे को ही देख रहे थे की आरोही ने एक व्यंग किया ।
" बस भी करो दोनों आज ही डूब जाओगे क्या एक दूसरे में ।
निशा मुस्कुरा के रह गयी और राहुल बोला चुप कर कुछ भी बोलती हैं ।
" राहुल ये आखिरी सप्ताह हैं कॉलेज का, पेपर की तैयार कर ली ना ।
" हाँ थोड़ी बहुत तो कर ली हैं आगे देख लेंगे।

इधर सुरेश कल रात की बात से परेशान था और इधर गरिमा का भी वही हाल था उसका मन काम में नही लग रहा था तो वो छुट्टी लेकर पलक के घर चली गयी ।

राहुल और आरोही कॉलेज से आकर खाना खा रहे थे इधर रोहन आज बरखा के साथ बैठा बातें कर रहा था आरोही जाकर सो गयी ।राहुल भी बैठ के थक गया और जाने को हुआ तभी अचानक ही वो किसी से टकरा गया और जब देखा तो सामने आयेशा खड़ी थी ।उसके मुलायम चूचियों की रगड़ से राहुल को बड़ा मज़ा आया इधर आयेशा भी अपनी चूचियों पे राहुल की छाती की रगड़ से खुश हो गयी थी । दोनों एक दूसरे को देखे और मुस्कुरा दिये ।


*********

गुड्डू और मिस्टर एक्स बैठे बाते कर रहे थे ।

" पता नही साली कहा चली गयी ।गुड्डू बोला
" तेरे से कुछ नही होगा तु अपना काम नही कर पाया मेरा क्या घंटा करेगा । मिस्टर एक्स की आवाज़ में एक व्यंग था ।
" सॉरी बॉस आगे से ये गलती नही होगी ।
" देख गुड्डू तेरे पे मैंने इतना पैसा ऐसे नही बहाया था पर तु किसी काम नही निकला ।


*********


" देख गरिमा यदि तेरे भाई ने तुझको पकड़ लिया ही हैं तो उसको भी खुश कर दे चुदवा ले साले से तब तेरा गुलाम हो जायेगा । पलक बोली
" तेरा दिमाग़ तो सही जगह हैं ना भाई से कैसे चुदवा सकती हूँ
" साली जब बाप का ले सकती हैं तो भाई का लेने में कैसी शर्म और सोच तेरे दोनों छेद में बाप और भाई का लोड़ा होगा तो तुझको कितना मज़ा आएगा । बाकी मैं तेरे पापा को पटाने की कोशिश करती हूँ तु भाई से चुदवा ।

समय बीता और गरिमा घर के लिए निकल गयी ।
इधर सुरेश घर नही जाना चाहता था पर आखिरकार उसको जाना ही पड़ा। सुरेश घर पहुंचा और जल्दी से अपने कमरे में भाग गया इधर गरिमा भी राहुल से नज़र नही मिलना चाहती थी । रात हुई और सब बैठ के खाना खा रहे थे । सब के दिमाग़ में कुछ ना कुछ चल रहा था । तभी राहुल और गरिमा की नज़र मिली और राहुल मुस्कुरा दिया बल्कि गरिमा की गांड फट रही थी। खाना हुआ और सब सोने चले गये ।
ऐसे ही कई दिन निकल गये पर ना सुरेश राहुल से नज़र मिला पाता ना ही गरिमा दिन पे दिन बीते और रोहन की अच्छी दोस्ती हो गयी विक्की और अजय से ।


**********


एक दिन अचानक ही गुड्डू ने विक्की और अजय के साथ रोहन को देख लिया और रोहन के जाने के बाद उनसे मिला और बोला।

" तुम इसको कैसे जानते हो ।
" आओ गुड्डू क्या बात हैं अपनी आयेशा रंडी को चोदने के बाद तो भूल ही गये हो हमें हमारा काम तो अधूरा ही रह गया हैं ।
" पहले ये बताओ उसको कैसे जानते हो ।
" ये तो हमारा मोहरा हैं ।इसके जरिये ही तो आरोही और निधि चुदेंगी ।
" इसके जरिये कैसे समझा नही । गुड्डू ने सर खुजाते हुए बोला

विक्की गुड्डू को सब बताता हैं जिसको सुन गुड्डू की आँखें में चमक आ जाती हैं ।उसको अपना बरसों पुराना ख्वाब पुरा होते नज़र आता हैं । वो विक्की और अजय को बताता हैं की यही वो लड़का हैं जो आयेशा का भाई हैं और इसकी बहन भी टंच माल हैं ।
ये सुन विक्की और अजय की लार टपकने लगती हैं। वो समझ जाते हैं की गुड्डू क्या चाहता हैं ।


************

इधर तिवारी निशा को अग़वा करने का सोचने लगा कैसे भी करके निशा की चूत अब तिवारी को चाहिए थी ।

" क्या हुआ पापा रामदास अंकल बोले आप कुछ दिनों से बहुत परेशान हो क्या बात हैं ।
" भोसड़ी के रामदास मेरे बेटे को क्या ज़रूरत हैं बताने की कुछ नही बेटा चंद्रभान मुझे धमकी दे रहा हैं की उन रंडियों का पीछा छोड़ दूँ। पर तु चिंता मत कर मैं देख लूंगा ।

तभी मिस्टर एक्स और गुड्डू साथ आये। तिवारी ने उसको बैठने का बोला ।
" क्यों मिस्टर एक्स हो गया तुम्हारा काम ?
" मिस्टर एक्स गुस्से से गुड्डू को देखता हुआ ये झांट के बाल क्या काम करेंगे इनके बस का कुछ नही हैं मुझे ही काम पुरा करना पड़ेगा ।
" क्यों क्या हुआ ये गुड्डू काम को अंजाम नही दे पाया ।
" तिवारी जी वो आयेशा गाँव छोड़कर कही चली गयी और काम अधूरा ही रह गया । गुड्डू बोला।
" तुम लोग झांट का बाल ही रहोगे बहनचोद किसी काम के नही हो और यहां ये चंद्रभान मुझे धमकी देता हैं ।
वैसे कौन हैं तुम्हारा दुशमन ?

" हैं एक हरामी लेडीज कपड़ों की दुकान चलाता हैं। मिस्टर एक्स बोला।

ऐसे ही बातें होती रही और तिवारी बोला चलो उस मादरचोद को भी देख ले पहला तुम्हारा मामला निपटा ले फिर मेरा काम करना होगा तिवारी बोला ।
" ठीक हैं तिवारी जी मिस्टर एक्स ने अपनी जुबान दी ।


********

तिवारी और उसकी गैंग दूर से ही सुरेश और उसकी दुकान को देख रहे थे ।
" ये हैं मेरा दुशमन इसी की वजह से मैं ऐसी ज़िंदगी जी रहा हूँ
तिवारी ने दूर से ही सुरेश को देखा ।सुरेश को देख के उसका मुँह खुला का खुला रह गया वो एक गहरी सोच में डूब गया ।तभी मिस्टर एक्स ने उसको हिलाया और बोला कहा खो गये तिवारी जी ।
" ये कौन हैं इसका नाम क्या हैं ?
" यही तो हैं मेरा दुशमन सुरेश जिसने मेरी माँ के साथ बोल के मिस्टर एक्स चुप हो गया ।
" नही नही ये सुरेश नही हैं ये तो जग्गू हैं भगोड़ा जग्गू जो भाग गया था मुझे अभी भी याद हैं भईया को ये मिलने आया करता था मैंने एक दो बार इसको देखा भी था।
" सब हैरान होकर मनमोहन तिवारी को देख रहे थे ।तभी विक्की बोला पापा आपका दिमाग़ तो सही हैं यही तो हैं उन रंडियों का बाप सुरेश और इसकी एक मस्त बीवी भी हैं ।

" क्या ये हैं उन रंडियों का बाप ? तिवारी ने आँखें बड़ी करके बोला ।
" कौन रंडियों किनका बाप मुझे तो कुछ भी समझ नही आ रहा हैं मिस्टर एक्स ने एक सीधा जवाब दिया ।
" देखो हमारा दुशमन राहुल और उसकी बहनें इस मादरचोद सुरेश की औलादें हैं ।बाकी तुम्हारा दुशमन भी शायद यही हैं । विक्की बोला ।
" मतलब हम लोगो का दुशमन एक ही हैं मिस्टर एक्स ने एक सवाल किया ।
" हाँ और अब तो और मज़ा आएगा ।इसकी बेटियों की चूत हम लोग मिलकर फड़ेंगे । विक्की हँसता हुआ बोला ।

" ये क्या बकवास हैं विक्की मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा हैं । तिवारी ने सांवलिया नज़र से विक्की और मिस्टर एक्स को देखते हुए बोला ।
" पापा बात ऐसी हैं की ये सुरेश हैं उन रंडियों का बाप जिसने हमें बदला लेना है ।और यही मिस्टर एक्स का भी दुश्मन है और खुशी की बात ये हैं की गुड्डू जिस आयेशा की चुदाई करना चाहता हैं वो इनके ही घर की हैं । इससे ये साबित होता हैं की हम लोग का एक ही परिवार दुश्मन हैं ।

विस्तार से विक्की ने मनमोहन तिवारी को समझाया ।

" अच्छा तो एक ही दुश्मन तीनों को हैं पर ये समझ नही आया ये सुरेश कभी जग्गू हुआ करता था । ये नाम बदल के क्यों रह रहा हैं।
" पापा मुझे कुछ समझ नही आ रहा हैं ये तो सुरेश हैं । और ये जग्गू जो भी हैं वो यही हैं
" अच्छा मतलब ये भगोड़ा जग्गू और सुरेश एक ही आदमी हैं पर एक बात अभी भी दिमाग़ घूम रही हैं की ये माँ का लोड़ा इस तरह छुप के क्यों रह रहा हैं ।
" पापा इसका जवाब तो ये सुरेश मादरचोद ही दे सकता हैं ।पर इस सुरेश से मिलने से पहले मैं आपको एक लड़के से मिलवाना चाहता हूँ वो हमारा काम कर सकता हैं ।

" कौन लड़का बेटा समझा नही ।
" पापा उसका नाम रोहन है । और वो हमारे बहुत काम आ सकता हैं । अच्छी दोस्ती कर ली हैं और आज सुबह ही उससे मिला और उसके बाद गुड्डू भी मिला जिसने बताया की कैसे वो गुड्डू का दुश्मन हैं और कैसे उसके जरिये हम अपना बदला ले सकते हैं विक्की ने तिवारी को सब को विस्तार से बताया ।
" हम्म्म...ये लौंडा क्या नाम हैं हाँ रोहन बहुत काम आ सकता हैं ।एक काम करो इससे मुझे मिलवा दो बाकी मैं संभाल लूंगा कैसे उन रंडियों तक पहुँचे।
Behtarren update bhidu.....aaj to lottery laga di tumne bhai ek saath 3 update...teeno jabardast..hai...sanjay Jaggu iska kya chakkar hai kahi sanjay or barkha bhai behan to nhi...or ab inke saare dushman ek ho gye hai ...inki to ga**d fatne wali hai...pr ye rohan ke jariye apna kaam nikalwana chahte hai ... dekhna hoga aage kya dhammal hota hai... story ek dum bdiya ja rahi hai bhai
 
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अपडेट 29



रोहन की आँख अचानक ही खुली उसने समय देखा तो 11 बज गये थे । वो निचे उठकर आया तो देखा की आरोही और निधि के बीच टीवी के रिमोट के लिए भिड़ान्त चालू थी । वही राहुल और आयेशा मज़े लेकर देख रहे थे ।
" भाई बोल दे अपनी लाडली को वरना आज इसको मज़ा चखा दूंगी।
" क्या राहुल बहनों की लड़ाई का मज़ा ले रहा हैं ।रोहन आकर बोला ।
" भईया दीदी को बोल दो वरना मैं सर फोड़ दूंगी ।

लड़ाई को बढ़ता देख राहुल और आयेशा ने बीच बचाओ करने गये की तभी राहुल की कोहनी आयेशा की चूची पे रगड़ खा गयी जिससे आयशा का मुँह खुल गया और रोहन ने देख लिया और उसके चेहरे के भाव भी बदल गये।राहुल की लाडली को रिमोट मिल गया वो निधि को चिढ़ाते हुए टीवी का चैनल बदलने लगी ।

" भाई तूने बचा लिया वरना आज इसको मज़ा चखा देती ।
" हाँ रात में आज कल बहुत मज़ा चख रहे हैं राहुल ने एक तंज कसा आयेशा की आँखें में देखते हुए । जो रोहन ने देखा और उसका बुरा हाल हो गया ।
" निधि सर खुजाते हुए क्या बोला भाई समझी नही ।
" कुछ नही और रोहन जल्दी से तैयार हो जा आज घूमने चलते हैं ।
" क्या घूमने मैं भी चलूंगी भईया आरोही चाहकते हुए बोली ।
" ठीक हैं जिसको भी चलना हैं तैयार हो जाओ थोड़ी देर में निकल जाएंगे ।

सब तैयार होने लगते हैं पर निधि बोल देती हैं मैं नही जाउंगी ।
आयेशा, आरोही, रोहन और राहुल तैयार होकर निकल जाते हैं इधर निधि दरवाजा बंद करके मज़े से टीवी देखने लगती हैं ।

"इंडिया गेट चलते हैं ।राहुल बोला ।
कुछ ही समय के बाद वो लोग इंडिया गेट पहुंच के मज़े करने लगते हैं । रोहन ,राहुल को अकेले में ले जाकर बोलता हैं
" साले ये क्या चल रहा हैं सच बता ।
" राहुल सर खुजाते हुए कहना क्या चाहता हैं ठीक से बोल ना ।
" किचन में जो रात को हुआ वो
" क्या हुआ किचन में मुझे कैसे पता होगा
" ज़्यादा मत बन तुझे सब पता हैं साले फूफ़ा जी और गरिमा दीदी कब से कर रहे हैं ।
" राहुल मुस्कुरा के बोला तूने सुना उनकी आवाज़ को ,
" रोहन थोड़ा घबरा गया और बोला हाँ वो मैं किसी काम से गया था तो सुना ये सब क्या चल रहा हैं ।
" वही जो तेरा और आयेशा का चल रहा हैं ।
" साले भाई बहन तक तो ठीक हैं पर बाप बेटी ये थोड़ा अजीब नही हैं ।
" दुनिया में कुछ भी अजीब नही होता मेरे दोस्त सब को अपनी भूख और प्यास बुझनी हैं। वो भी वही कर रहे हैं पर उनको अब मज़ा चखाने का समय आ गया हैं ।वो मुस्कुरा के बोला ।
" मैं समझा नही तु कहना क्या चाहता हैं ।
" तु देखता जा ऐसा फसाऊंगा दीदी को, की वो मेरे लोड़े पे होगी साली को बहुत चुदवाने का शौख हैं ना अपने बाप से ।
तभी आरोही और आयेशा आ जाती हैं । क्या हो रहा हैं दोनों भाइयों में आयेशा बोली ।
" कुछ नही आयेशा बस सोच रहे थे इसके बाद कहा जाये ।

कुछ देर मस्ती करते रहे और निकल गये दूसरी जगह घूमने के लिए ऐसे ही दिन भर घूमते रहे। इधर गरिमा आज फिर पलक के घर पे पहुंच गयी थी ।
" देख गरिमा तुझको ये डर हैं की तु मेरे पापा से पहले नही चुदवाना चाहती तो कोई बात नही मैं चुदवा लेती हूँ तेरे पापा से उसके बाद तो मेरे पापा को खुश कर देगी ना ।
" गरिमा मुस्कुरा गयी और बोली देखती हूँ पर ये सब होगा कैसे मुझे तो शर्म आएगी यार ।
" साली तु फिर से वही पुरानी बात लेकर बैठ गयी ।गरिमा की चूची को दबाते हुए बोली ।
" आउच...साली क्या कर रही हैं ।
" तु परेशान ना हो तेरे बाप को फंसना तो मैने कब से चालू किया हुआ हैं साला एक नंबर का ठरकी हैं कल तेरे दुकान पे गयी थी चूचियों दिखा के आयी ।साला आँखों से ही चोदने लगा था ।
" हाहाहा...साली तु बहुत बड़ी वाली रंडी हैं ।गरिमा बोली।


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एक कमरे में मनमोहन तिवारी बैठा था ऊपर तेज़ी से पंखा चल रहा था । की एक आवाज़ आयी ।
" तुमने उन लोगो को परेशान करना बंद नही किया तिवारी ।
" चंद्रभान जी मैं तो कब का उनको भूल गया हूँ और आप मुझे ऐसे एक कमरे में बैठा के सवाल पूछ रहे हैं वैसे भी एक बच्चे और उसकी बहनों से मेरा कोई लाभ भी नही हैं ।
" बात लाभ और हानि की नही हैं तिवारी ,पर मुझे पता चला हैं की तुम अभी भी उनको परेशान कर रहे हो ।
" अरे मालिक किस मूर्ख ने आपको बताया हैं हम तो उनसे मिले भी नही हैं । उस समय के बाद से और आप ये बताये की आप उनको कैसे जानते हो ।
" हम्म..तुम जितना भी झूठ बोल लो मुझसे बच नही पाओगे । और बात हैं की जानता कैसे हूँ तो मुझे काम मिला हैं जो मुझे पुरा करना हैं । तुम दूर ही रहना वरना अंजाम अच्छा नही होगा ।

काफी देर बात हुई और तिवारी उठ के चल दिया । तिवारी के जाते हैं चंद्रभान ने कॉल किया और बोला ।
" मैंने समझा दिया हैं अब नही समझा तो उसका खेल ख़तम करना पड़ेगा ।

दिन भर की मस्ती और मज़ाक से चारों थक गये थे । वो घर के लिए निकल जाते हैं । घर पहुंचे निधि ने दरवाजा खोला वो सब सोफे पे पसर गये । सब मिलकर चाय की चुस्की ले रहे थे दरवाजे पे घंटी बजी तो आयेशा खोलने गयी ।सामने गरिमा खड़ी थी ।गरिमा को देख के आयेशा को रात की वो आवाज़े याद आने लगी ।वो उसको देख के मुस्कुराई तभी गरिमा बोली तुझे क्या हुआ हट अंदर आने दे ।
" राहुल तूने मिलवाया भी नही अपनी प्रेमिका से रोहन ने धीरे से कान में बोला ।
" मिलवा दूंगा यार कल आज बहुत थक गये हैं और जिम भी जाना हैं ।
" तू जिम कब से जाने लगा हैं ।
" कल से भाई तु भी चलेगा तो बता ।
" हाँ हाँ क्यों नही ।

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" साला मादरचोद चंद्रभान मुझे धमकी देता हैं ।वो भी उन रंडियों के लिए इसकी बहन का भोसड़ा वो दारु का पेग पीते हुए बोला ।
" ये चंद्रभान ने धमकी क्यों दी ये समझ नही आ रहा हैं ।रामदास बोला ।
" चुप भोसड़ी के तुझे समझ नही आया ये सब उस निशा ने करवाया हैं । निशा ने योगराज को बोला और योगराज ने चंद्रभान को माँ के लोड़े हैं दोनों के दोनों , भईया सही बोलते थे। उनसे बच के रहना चाहिए ।
" तो बड़े तिवारी जी से ही बात करो ना वो एक ही झटके में मामला साफ कर देंगे ।
" रामदास कब तक भईया के सहारे चलता रहूंगा और उस दिन के बाद से तो कभी उनके आगे झुकना मुझे मंजूर नही हैं । चल पेग बना और बुला उस रंडी रोहिणी को आज फाड़ दूंगा उसकी बूर को साली रंडी भोसड़ी वाली ।

नशा पुरी तरह तिवारी के सर चढ़ गया था उसने दो तीन और पैग लगाए और रोहिणी पे चढ़ गया ।और उसको रौंदने लगा ।
" ले साली रंडी जोर जोर से झटके मरता हुआ तिवारी बोल रहा था ।
" आह्ह...धीरे चोदो मर जाउंगी ।आह्ह्ह..ओह्ह्ह..
मम्मी बचाओ मुझे ।
" चुप बहन की लोड़ी साली ।
तिवारी रोहिणी की बुर को घोड़ी बना के दना दन बूर चोदें जा रहा और गांड पे जोर जोर से मार देता जिससे रोहिणी दर्द से गांड उचका देती हैं। रोहिणी की गांड पुरी तरह लाल को चुकी थी। तिवारी ने उसको बिस्तर पे पटक दिया और उसकी बूर में लंड सरका दिया ।काफी देर उसकी बूर की कुटाई चलती रही और वो बिस्तर पे बेजान सी पड़ी हुई अपना जिस्म रोंदवाती रही ।तिवारी झाड़ के शांत हो गया और फिर रामदास उसपे चढ़ गया और पेलने लगा ।रोहिणी को साथ ना देता देख रामदास ने उसको थप्पड़ मारा और बोला

" माँ की लोडी चुदवाने में क्या टैक्स लेगी साली, तुझे भी मज़ा आ रहा हैं चुप चाप ले ले रांड साली ।
और जोर जोर से पेलने लगा रोहिणी मजबूर होकर उसके लंड के धक्कों का जबाब अपनी गांड उचका के दे रही थी थोड़ी देर ये खेल चला दोनों शांत होकर पसर गये ।


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राहुल और निधि के साथ किसी नये को देख अजय और विक्की को अपना प्लान अब पुरी तरह फ़ैल होता दिखाई दिया ।

" बहनचोद इस रंडी ने तो अपनी वाट लगा दी विक्की ।सोचा था इसी जिम में चोदेंगे पर अब एक और नया यार ले आयी साली ।
" जो भी हो अपने काम आ सकता हैं। वो कुछ सोच के बोला ।
" मैं समझा नही तु कहना क्या चाहता हैं
" इसका उपयोग करके ही निधि को चोदेंगे

दोनों मुस्कुरा के बेंचप्रेस करने लगे। रोहन ने भी आज से जिम शुरू कर दिया ।तीनों ही मिलकर जिम करने लगे ।अब निधि को बिल्कुल भी विक्की और अजय का डर नही था ।
घर पे सब खाना खाने में व्यस्त थे पर रोहन और आयेशा के मन में रात की बातें ही घूम रही थी । जैसे तैसे सब का खाना हुआ और सोने चले गये ।

आज आरोही जाते ही सो गयी ।साथ ही इधर रोहन भी थक के सो गया था और आयेशा की आँखें में नींद नही थी वो तो फूफ़ा जी गरिमा की चुदाई की याद में खोयी हुई थी । राहुल कुछ पढ़ने में लगा था और निधि इस सोच में डूबी थी की राहुल से वो दोबारा कैसे ठुकवाये। निधि उठी और राहुल के कमरे की तरह चल दी । इधर गरिमा को निधि पे गुस्सा आने लगा की
एक तो साली ये सो नही रही थी अब पता नही कहा चली गयी वो भी उसके पीछे गयी तो देखा की राहुल और निधि बातें कर रहे हैं । उसने अच्छा सोचा क्यों ना अभी खेल को अंजाम दे दिया जाये और मुस्कुरा के चल दी ।किचन की तरफ इधर आयेशा को भी सबर नही हुआ और वो भी उठ के किचन में की तरह ही चल दी । निधि अभी भी शर्मा रही थी तो राहुल ने उसको छत पे चलने का इशारा किया ।
Super duper bhai bohot sexy ab jaldi se garima ko sabak sikhao or haa us bichari rohini ko bachalo yaar please
 
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