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Update-18
सुनिल अपने मुंह की थोडी खाई मिठाई भी सरला के मुंह मे भर देता है और उसके होंट चुसने लगता है । और दोनो अलग हो जाते है । और वो आईस्कीम निकालता है वो भी एक ही ।
सरला- छी ये क्या एक ही वो भी हम झुटी खायेंगे एक दुसरे की
सुनिल- तो क्या हुआ अब हम दोनो लवबर्ड है एक दुसरे का झुटा खायेंगे ते हमारा प्यार बढेगा
और वो सरला के सामने आईस्कीम का कोन कर देता है वो उसे खाती है सुनिल भी वही से मजे ले ले कर खाता है सरला के होटो को थोडी लग जाती है तो सुनिल उसे बडे प्यार से होंटो
के पास जीभ ले जाकर चाटने लगता है ।
सुनिल कुछ देर बाद
सुनिल- मां बडी भुक लगी है खाना लगा दे बस एक ही थाली लगाना हां
सरला समझ गई ।
उसने थाली परोसती है
सुनिल ने थाली ली और सरला को अपनी जांघ पर बीठाया और उसे अपने हाथों से खाना खिलाने लगा सरला भी सुनिल को हाथों खाना खिलाने लगी। सुनिल सरला की सारी उंगलिया
चाट जाता था दोनो एक दुसरे मे खोये खाना खा रहे थे।
दुसरे दीन सुनिल नया टीवी ले आता है ।
सरला बडी खुश हो जाती है ।
सरला- बेटा खर्चा करने की क्या जरूरत थी
सुनिल- एसे कैसे मेरी प्यारी रानी को मनोरंजन के लिए कुछ तो होना चाहीये घर मे
सुनिल दोपहर तक कनेक्शन लगवाने के बाद दोनो टीवी लगाकर प्रोग्राम देखते है ।
सुनिल टीवी पे शाम को लव सोंग का चैनल लगता है । सुनिल खटीया पर बैठा था वो सरला का हाथ पकडता है ।
सुनिल- ए गोरी यहा आना
सुनिल सरला को उसकी गोदी मे बैठने का ईशारा करता है । सरला उंगली मुह मे काटते हुए शरम से गर्दन ना मे डोलते हुए कहती है ।
सरला- ना...बाबा
सुनिल- क्यू
सरला- मुझे सरम आती है
सुनिल- आय हाय क्या शरमाती है । पति से काहे की शरम आ गोदी मे देख टीवी पे लव के गाने लगे है देखेगी नही ए आना शरमा मत
सरला खटीया पर चढ जाती है , सुनिल उसे गोदी मे बीठाता है ,पहले उसे इसका पता नथा पर बैठने के बाद उसे साडी से उसके मोटे चुत्तरों के बीच गांड के छेद पर कुछ चुभने लगता है ।
तब सरला को पता चल जाता है, की उसे सुनिल क्यूं गोदी मे बीठाना चाहता था । वो तुरंत उछल के उठने की कोशीश करने लगी, सुनिल उसके गदराये पेट को कस के दबाये फीर गोदी
मे बीठाता है ।
सुनिल- अरे कहां चली रानी
सुनिल सरला के गले पर चुमने लगता है । और अपने दोनो हाथ उसके चोली मै कैद मोटी-मोटी नरम चुचिंयों पे रख देता है । सरला आंखे बंद कीये अपने होंट काट रही थी ।
और सुनिलने उसकी मोटी पपिते जैसी चुचिंया मसलना शुरू की । उसके चुचिंयो पे कडे हुए मनुके उंगलियो मे लेकर दबाने लगता है ।
सरला- आहहहह आहहह
सरला की दोनो जांघो के साडी मे सुनिल का लंड चुभ रहा था ।
सुनिल धीरे से सरला के कान मे फुसफुसाता है ।
सुनिल- बडी मस्त औरत है मां तू
सरला शरमाती है,
सरला- छोड ना सुनिल मुझे काम पडे है
सुनिल- पहले मेरा काम करले ,रवी सचमे नसिब वाला है जीसे ईतनी सुंदर मां मिली है, तुझे मै पसंद हूना मां बताना बताए बीना नही छोडूंगा
सुनिल अपने मुंह की थोडी खाई मिठाई भी सरला के मुंह मे भर देता है और उसके होंट चुसने लगता है । और दोनो अलग हो जाते है । और वो आईस्कीम निकालता है वो भी एक ही ।
सरला- छी ये क्या एक ही वो भी हम झुटी खायेंगे एक दुसरे की
सुनिल- तो क्या हुआ अब हम दोनो लवबर्ड है एक दुसरे का झुटा खायेंगे ते हमारा प्यार बढेगा
और वो सरला के सामने आईस्कीम का कोन कर देता है वो उसे खाती है सुनिल भी वही से मजे ले ले कर खाता है सरला के होटो को थोडी लग जाती है तो सुनिल उसे बडे प्यार से होंटो
के पास जीभ ले जाकर चाटने लगता है ।
सुनिल कुछ देर बाद
सुनिल- मां बडी भुक लगी है खाना लगा दे बस एक ही थाली लगाना हां
सरला समझ गई ।
उसने थाली परोसती है
सुनिल ने थाली ली और सरला को अपनी जांघ पर बीठाया और उसे अपने हाथों से खाना खिलाने लगा सरला भी सुनिल को हाथों खाना खिलाने लगी। सुनिल सरला की सारी उंगलिया
चाट जाता था दोनो एक दुसरे मे खोये खाना खा रहे थे।
दुसरे दीन सुनिल नया टीवी ले आता है ।
सरला बडी खुश हो जाती है ।
सरला- बेटा खर्चा करने की क्या जरूरत थी
सुनिल- एसे कैसे मेरी प्यारी रानी को मनोरंजन के लिए कुछ तो होना चाहीये घर मे
सुनिल दोपहर तक कनेक्शन लगवाने के बाद दोनो टीवी लगाकर प्रोग्राम देखते है ।
सुनिल टीवी पे शाम को लव सोंग का चैनल लगता है । सुनिल खटीया पर बैठा था वो सरला का हाथ पकडता है ।
सुनिल- ए गोरी यहा आना
सुनिल सरला को उसकी गोदी मे बैठने का ईशारा करता है । सरला उंगली मुह मे काटते हुए शरम से गर्दन ना मे डोलते हुए कहती है ।
सरला- ना...बाबा
सुनिल- क्यू
सरला- मुझे सरम आती है
सुनिल- आय हाय क्या शरमाती है । पति से काहे की शरम आ गोदी मे देख टीवी पे लव के गाने लगे है देखेगी नही ए आना शरमा मत
सरला खटीया पर चढ जाती है , सुनिल उसे गोदी मे बीठाता है ,पहले उसे इसका पता नथा पर बैठने के बाद उसे साडी से उसके मोटे चुत्तरों के बीच गांड के छेद पर कुछ चुभने लगता है ।
तब सरला को पता चल जाता है, की उसे सुनिल क्यूं गोदी मे बीठाना चाहता था । वो तुरंत उछल के उठने की कोशीश करने लगी, सुनिल उसके गदराये पेट को कस के दबाये फीर गोदी
मे बीठाता है ।
सुनिल- अरे कहां चली रानी
सुनिल सरला के गले पर चुमने लगता है । और अपने दोनो हाथ उसके चोली मै कैद मोटी-मोटी नरम चुचिंयों पे रख देता है । सरला आंखे बंद कीये अपने होंट काट रही थी ।
और सुनिलने उसकी मोटी पपिते जैसी चुचिंया मसलना शुरू की । उसके चुचिंयो पे कडे हुए मनुके उंगलियो मे लेकर दबाने लगता है ।
सरला- आहहहह आहहह
सरला की दोनो जांघो के साडी मे सुनिल का लंड चुभ रहा था ।
सुनिल धीरे से सरला के कान मे फुसफुसाता है ।
सुनिल- बडी मस्त औरत है मां तू
सरला शरमाती है,
सरला- छोड ना सुनिल मुझे काम पडे है
सुनिल- पहले मेरा काम करले ,रवी सचमे नसिब वाला है जीसे ईतनी सुंदर मां मिली है, तुझे मै पसंद हूना मां बताना बताए बीना नही छोडूंगा