ैंने नए नम्बर से मैसेज देखा तो डीपी देखी, उसमें भाभी जी की फ़ोटो लगी थी.
मैंने खुश होते हुए लिखा- आज नींद नहीं आने वाली है भाभी!
भाभी- क्यों, क्या तुमने कोई भूत देखा लिया है?
ये लिख कर उन्होंने आंख मारने वाली इमोजी भेज दी.
मैंने कहा- जी नहीं, पर कुछ ऐसा देख लिया कि नींद आना मुश्किल हो गई.
उसके बाद भाभी का जवाब आया, उसे देख कर में हैरान ही रह गया.
भाभी- मुझे पता है कि तुम मेरी टी-शर्ट के अन्दर क्या देख रहे थे … और मैंने वो भी देखा, जो आपके पैंट में खड़ा हो रहा था. क्या तुमने अभी तक कभी किसी को ऐसे नहीं देखा है?
मैं- नहीं, आज तक मैंने ऐसा कुछ नहीं देखा है भाभी … तभी तो मेरा आपको देखते खड़ा हो गया था. पर मैं आपसे उसके लिए माफी मांगता हूं.
भाभी- अरे माफी क्यों मांग रहे हो, ऐसा होता है … और मैं वैसे भी तुम्हारी सगी भाभी तो हूँ नहीं!
मैं- ओके भाभी, मैं समझ गया.
भाभी- हम्म .. गुड ब्वॉय … अगर तुम चाहो, तो मैं आपको और भी कुछ सिखा सकती हूं.
मुझे पता चल गया था कि भाभी किस चीज के बारे में बोल रही थीं. मैं मन ही मन में खुश हो रहा था.
मैं- ठीक है भाभी, पर कोई दिक्कत तो नहीं होगी ना?
भाभी- अरे कोई दिक्कत नहीं होगी. मैं एक काम करती हूँ … कल मेरे घर के सब लोग पड़ोस में मौसी के घर जा रहे हैं, तो मैं कल अपने घर पर ही ठहर जाऊंगी. मैं आपको जब मैसेज करूं, तब आप छत के जरिए मेरे घर में आ जाना.
मैं- ठीक है भाभी. आप तो बहुत समझदार हो … मेरे से भी ज्यादा.
भाभी हंसने लगीं.
फिर कुछ देर यूं ही गर्मागर्म बातें करने बाद हम दोनों एक दूसरे को गुड नाइट बोल कर सो गए.
पर मुझे आज कहां नींद आने वाली थी.
मैंने रात में एक बार फिर से सेक्सी भाभी की चुदाई की प्रतीक्षा में मुठ मारी.
मुझे यकीन ही नहीं हो रहा था कि जिस चूत के मैं सपने देख रहा था … वो कल मुझे मिलने वाली है.
सुबह होते ही दोस्त के घर के सब लोग जाने की तैयारी करने लगे.
उस वक्त लॉकडाउन में छूट रहती थी तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं आने वाली थी.
नौ बजे भाभी के सिवाय सब लोग एक साथ चले गए.
उसके आधे घंटे बाद भाभी का मैसेज आया- आ जाओ.
मैं तुरंत ही मैसेज को पढ़ कर भाभी की छत के जरिए उनके घर में चला गया.
अन्दर जाते ही मैंने भाभी को देखा, क्या माल लग रही थीं. उन्होंने एक टाईट और सेक्सी ड्रेस पहनी हुई थी.
उन्होंने मुझे पानी पिलाया.
फ़िर मैंने मुस्कुराते उनसे कहा- इस पानी से कुछ नहीं होने वाला भाभी … मुझे तो आपका रस पीना है.
भाभी- हां क्यों नहीं, पर उसके लिए तुम्हें मुझे अपनी तलवार दिखानी पड़ेगी.
मैं- क्यों नहीं भाभी … आप अपने हाथों से ही देख लो न!
इस बात पर भाभी ने आगे बढ़ कर मेरे पैंट को खोल दिया और मेरे निक्कर को नीचे करके मेरे लंड को अपने हाथों में ले लिया.
भाभी मुस्कुरा कर बोलीं- क्या बात है मेरे शेर … तुम्हारी तलवार तो बड़ी चमक रही है.
मैं- हां भाभी … ये आपके लिए ही चमकाई है मैंने!
भाभी लंड सहलाने लगीं.
मैं भी भाभी से कहने लगा- आंह भाभी … आपके तलवार तो देख ही ली, अब आप इसे इसकी म्यान तो दिखा दो.
भाभी- क्यों नहीं … तुम अपने ही हाथों से मेरी ड्रेस उतार कर म्यान देख लो.
मैंने देर ना करते हुए भाभी की ड्रेस को जल्दी से उतार दिया और उन्हें सिर्फ ब्रा और पैंटी में ला दिया.
भाभी- क्या गोली खाकर आए हो … धीरे धीरे उतारो. आज मैं कहीं भी भाग कर नहीं जाने वाली.
फिर हम दोनों बेडरूम में चले गए.
वहां उनका बेटा सो रहा था.
मैंने उनकी ब्रा को उनके जिस्म से अलग कर दी और उनके बोबों को ब्रा से आजाद कर दिया.
उनके मम्मे एकदम टाइट हो गए थे. भाभी के दूध इतने बड़े थे कि उनके एक बोबे को दबाने के लिए मुझे अपने दोनों हाथों की जरूरत पड़ी.
इससे आप अंदाजा लगा सकते हो कि भाभी के दूध कितने बड़े रहे होंगे.
मैं भाभी के दुधारू बोबों को धीरे धीरे दबाने लगा. फिर मैंने उनके एक दूध को मुँह में लेकर पिया. बड़ा ही स्वादिष्ट दूध लग रहा था.
वो धीरे धीरे आहें भरने लगी थीं. उनके मुँह से मादक आवाजें आने लगी थीं.
फिर मैंने उनकी पैंटी को जांघों तक उतार दिया और उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा.
मेरा हाथ उनकी चूत पर पड़ते ही वो सिसक पड़ीं … उनकी चूत एकदम गुलाबी और शेव की हुई थी.
मैंने अपनी जीभ भाभी की चूत पर रखी, तो वो बोलने लगीं- यार ये सब मुझे पसंद नहीं है … प्लीज़ ऐसा मत करो.
मैंने उनसे कहा- बिना चाटे तो मुझे चैन ही नहीं मिलेगा.
ये कह कर मैंने उनको लेटा दिया और मैं उनके ऊपर 69 की पोजीशन में लेट गया.
उनके मुँह में मैंने अपना लंड दे दिया.