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Incest टैटू गुदाई और चुदाई (complete)

Ek number

Well-Known Member
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अपडेट नंबर 5

मधुलिका ने अपनी कार स्टार्ट करी और घर की तरफ चल पड़ी। उसके मन में हजारों सवाल एक साथ उठ रहे थे और उसकी समझ में नही आ रहा था कि जो उसके साथ हुआ उसके लिए कौन जिम्मेदार है। नहीं मुझे टैटू ही नहीं बनवाना चाहिए था, मैं बेकार ही नेहा को बातो में आ गई और यहां चली आई और अपने बेटे के सामने इस स्थिति का सामना करना पड़ा। तभी उसके मन में दूसरा सवाल उठ गया कि इसमें नेहा का क्या दोष, उसने तो मेरे अच्छे के लिए ही मुझे सलाह दी थी और फिर टैटू ऑफिस वाली लड़की भी तो यही बोल रही थी कि टैटू से मैं ज्यादा खूबसूरत और आकर्षक लगने लगूंगी। ये ख्याल मन में आते ही उसने एक नजर अपनी गर्दन पर बने टैटू पर डाली तो उसे अपनी गर्दन सच में पहले से ज्यादा खूबसूरत लगी और उसे एहसास हुआ कि उसके पैसे बेकार नहीं गए। लड़की तो ये भी बो रही थी कि टैटू से पति आगे पीछे घूमते हैं, लेकिन मुझे इससे क्या फायदा होगा, मेरा पति तो मेरे करीब आकर भी सिर्फ मूड ही खराब करता हैं। मधुलिका को रात वाली बात याद आ गई और उसके चेहरे पर थोड़े गुस्से के भाव आए और फिर मन ही मन बड़बड़ाने लगी ना राकेश में दम ना उसके लंड में दम।

तभी उसके सामने चल रही गाड़ी ने अचानक से ब्रेक लगा दिए तो मधुलिका ने भी अपने ब्रेक लगाए लेकिन तब तक गाड़ी सामने वाली गाड़ी से टकरा गई थी और गुस्से से चिल्लाते हुए करीब एक 28 साल का सांवला सा युवक निकला और गुस्से से बोला:"

" अंधी होकर क्या गाड़ी देख कर नही चला सकती क्या ?

मधुलिका ने अपनी गाड़ी का दरवाजा खोला और उस लड़के की तरफ देखते हुए अदा के साथ अपन गर्दन पर पड़े हुए बाल हटाए और बोली:"

" अंधी नही हु, देखा कर ही चला रही थी ? तुम क्या ऐसे ही बीच सड़क में गाड़ी के तेज ब्रेक लगा दोगे क्या ?

लड़का मधुलिका की सुंदरता और उसके जिस्म को देखकर चुप सा हो गया और उसे मधुलिका की गर्दन पर बना टैटू बहुत पसंद आया और धीरे से बोला:"

" माफ कीजिए मैडम, सामने एक बच्चा आ गया जो रोड पर कर रहा था बस इसलिए ये हादसा हो गया, मैंने आपको देखा नहीं इसलिए गलती से गुस्सा कर बैठा। जाने दीजिए, गलती मेरी ही थी बस।

मधुलिका ने उसे कोई जवाब नही दिया और अपनी गाड़ी की तरफ पलट कर चल दी तो उसकी गर्दन पर बना टैटू देखकर लड़का उससे बेहद प्राभावित हुआ और बोला:"

" मैडम वैसे आपका टैटू बेहद खूबसूरत लग रहा हैं आपकी लंबी सुंदर सी गर्दन पर।

मधुलिका अपने टैटू की तारीफ सुनकर खुश हो गई और उसे स्माइल दी और अपनी गाड़ी में बैठ गई। वो युवक मधुलिका की गाड़ी की तरफ आ रहा था कि तभी सामने पीछे से रोड पर जाम लगने लगा और मजबूरी में उसे अपनी गाड़ी में बैठना पड़ा और आगे की तरफ चल पड़ा। वो युवक जान बूझकर गाड़ी धीरे चला रहा था ताकि उसे मधुलिका से बात करने का एक मौका और मिल जाए लेकिन मधुलिका इतनी आसानी से किसी को अपने मुंह लगाने वाली चीज नही थी इसलिए उसने अगले मोड़ से गाड़ी को दांई तरफ घुमा दिया और उसके होंठो पर स्माइल आ गई। उसने थोड़ी दूर जाने के बाद एक मॉल के सामने गाड़ी को रोक दिया क्योंकि उसे घर का कुछ सामान खरीदना था। उसने एक बार ध्यान से अपने टैटू को शीशे में देखा और खुश हो गई। सच में टैटू का असर वो देख चुकी थी कि टैटू उसके जिस्म पर कितना आकर्षक लग रहा था क्योंकि उसे काफी छोटी उम्र का लड़का उसे भाव दे रहा था।

मधुलिका बाहर निकली और अपनी गाड़ी को लॉक करने के बाद मॉल में घुस गई। वहां लेडीज सेक्शन में जाकर उसने अपने लिए ड्रेस और कुछ मेक अप का सामान लिया क्योंकि कल उसकी शादी की सालगिरह थी। आज मॉल में काफी भीड़ थी और मधुलिका ने जान बूझकर अपने टैटू को दर्शनीय बनाया हुआ था जिसे काफी लोग देख भी रहे थे और मधुलिका इससे बेहद खुश हो रही थी।

तभी उसके कंधे पर किसी ने पीछे से हाथ रख दिया तो मधुलिका ने चौंक कर पीछे की तरफ देखा पीछे उसकी सहेली नेहा खड़ी हुई नजर आई तो खुश होते हुए बोली:"

" अरे नेहा यहां क्या कर रही हो ? तुमने मुझे डरा दिया।

नेहा:" अरे वही करने आई ही जो तू कर रही है। घर के जरूरी सामान और कपड़े।

मधुलिका:" अच्छा जी ये बात भी ठीक हैं, वैसे तूने मुझे एकदम से पहचान लिया। काफी तेज नजर हैं तेरी।

नेहा ने अपने हाथ को उसकी गर्दन पर बने टैटू पर फिराया और बोली: अरे मैं तो इस टैटू के चक्कर में आई थी क्योंकि बहुत खूबसूरत लग रहा था।

मधुलिका अपने टैटू की तारीफ सुनकर हवा में उड़ सी गई और बोली:"

" अच्छा तुझे पसंद आया इसके लिए तू ही जिम्मेदार हैं क्योंकि तूने ही तो मुझे टैटू बनवाने की सलाह दी थी।

नेहा:" हान वो बात तो ठीक हैं लेकिन एक बात माननी पड़ेगी कि सच में टैटू बनाने वाले के हाथ में बड़ा दम है बिलकुल कुशल आर्टिस्ट।

टैटू बनाने वाले के हाथ में बड़ा दम हैं ये बात सुनकर मधुलिका के चेहरे पर एक के बाद एक कई भाव आए और चले क्योंकि उसे वो पल याद आ गया जब उसके बेटे ने अपने हाथ में भरकर उसकी चूची को उछलने से रोक रखा था। मधुलिका को खोए हुए देखकर नेहा ने उसकी आंखो के आगे चुटकी बजाई और बोली:"

" क्या हुआ ? कहां खो गई मैडम क्या टैटू बनाने वाली की याद में ?

मधुलिका के चेहरे पर हल्के से हंसी के भाव और उभरे और बोली:" नही यार, बस अपने टैटू को तारीफ सुनकर खुश हो गई थी और कुछ सोच रही थी।

नेहा:" अरे तो मुझे भी बता ना ऐसा क्या सोच रही थी ?

मधुलिका ने उसे अपने साथ रास्ते में सड़क पर हुआ हादसा बताया तो नेहा हंसने लगी और बोली

" मतलब टैटू बनते ही तूने लोगो पर बिजली भी गिरानी शुरू कर दी। जलवे है तेरे भी। मानना पड़ेगा तुझे मधुलिका।

मधुलिका:" अरे इसमें मेरी क्या गलती भला ? वो तो खुद ही कमीना मेरे पीछे पड़ गया था। चलो अच्छा हुआ जान बच गई।

नेहा:" हान तूने अच्छा की किया वैसे भी आज कल राह चलते लोगो को मुंह लगाने का जमाना नही है।

मधुलिका: अच्छा चल तूने सामान खरीद लिया हो तो तुझे घर छोड़ देती हूं अपनी गाड़ी से।

नेहा:" हान चल सामान तो सब खरीद ही लिया है। चल आ चलते हैं घर। तुझे भी काफी समय हो गया घर आए हुए।

इसके दोनो गाड़ी ने बैठ गए और मधुलिका नेहा के साथ उसके घर पहुंच गई। दोनो कॉलेज टाइम की दोस्त थी लेकिन शादी के बाद मधुलिका की किस्मत बदल गई क्योंकि देखने में बेहद खूबसूरत थी वहीं नेहा थोड़ी सांवली थी इसलिए उसे इतनी ऊंची ससुराल और जॉब वाला पति नही मिला और बेचारी की बदकिस्मती के शादी के बाद कोई बच्चा भी नही हुआ था अभी तक। पति बहुत अच्छा मिला जो उसका बेहद ख्याल रखता था।

नेहा चाय बना लाई और दोनो चाय पीते हुए गप्पे लगाने लगी
और नेहा बोली:"

" सिर गर्दन पर ही टैटू बनवाया होगा तो मैं जानती हूं।

मधुलिका अब उसे क्या बोलती कि वो तो सब जगह बनवाने गई और बिल तक दे दिया था लेकिन उसकी किस्मत ने साथ नहीं दिया क्योंकि टैटू बनाने वाला उसका बेटा था। मधुलिका थोड़ा सा उसे समझाते हुए बोली:

" अरे पहली बार था न इसलिए सिर्फ गर्दन पर ही बनाया। अगली बार और भी कुछ सेक्सी से बनवा लुंगी।

उसकी बात सुनकर नेहा जोर जोर से हंसी और बोली:"

" वैसे एक बात तो माननी पड़ेगी कि मधुलिका कि तुम कॉलेज टाइम से आज तक बिलकुल भी नही बदली। तुम पहले भी फट्टू थी और आज भी फट्टू ही हो। रुक तुझे मैं दिखाती हूं।

इतना कहकर उसने अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिया सिर अपनी पेंटी के उपर बना हुआ टैटू दिखा दिया और बोली:"

" देख ये होती हैं हिम्मत और बहादुरी, अगर खुद को जवान रखना हैं और जमाने के साथ चलना हैं तो नए फैशन को फॉलो करना ही पड़ता हैं। और ये सब तेरे जैसी फट्टू नही कर सकती।

मधुलिका को उसकी बाते बुरी जरूर लग रही थी लेकिन वो उसकी हिम्मत पर हैरान हो थी कि उसने कितनी बेशर्म से उसके सामने अपनी सलवार को खोल दिया था। मधुलिका बोली:"

" हद हैं यार तेरी भी, तुझे बिलकुल शर्म नही आई ऐसे मेरे सामने कपड़े खोलने में ? और बकवास बंद कर मैं कोई फट्टू नही हू समझी।

नेहा: तेरे सामने सलवार खोलने में कैसी शर्म ? तू कौन सा मेरा रेप कर देगी ?

मधुलिका इस बार उसकी बात पर हंस पड़ी और उसके टैटू की तरफ देखते हुए बोली:

" अच्छा एक बात बता कल तक को तू बोल रही थी कि तूने नीचे टैटू नही बनवाया हैं अभी तू ?फिर ये कैसा बन गया ?

मधुलिका को अपने टैटू को देखते हुए पाकर नेहा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उसने अपने टैटू की अधिक तारीफ सुनने के इसलिए उसने अपनी पेंटी को हल्का सा नीचे की तरफ सरकाया और बिलकुल उसके करीब आ गई और बोली:"

" देख न ध्यान से टैटू। कल ही शाम को तेरे से बात करने के बाद में मैंने फैसला किया और पहुंच गई टैटू बनवाने के लिए बस।

मधुलिका ने ध्यान से उसके टैटू को देखा तो ज्यादा सुंदर नही लग रहा था। टैटू उसकी चूत के मुंह पर आकर खत्म हो गया था जहां उसकी चूत की क्लिट शुरू हो रही थी। मधुलिका ने देखा कि टैटू के पास हल्के हल्के लाल निशान पड़े थे जो नीचे की तरफ आते हुए उसकी चूत के आस पास और गहरे होते जा रहे थे तो मधुलिका ने हैरानी से पूछा:"

" यार नेहा, सच में तेरे अंदर बहुत ज्यादा हिम्मत हैं, लेकिन एक बात बता ये लाल लाल निशान कैसे पड़े हुए हैं यहां ?

नेहा लाल निशान की बात सुनकर पहले थोड़ा सा मायूस हुई और अगले ही उसके होंठो पर स्माइल आ गई और बोली:"

" यार मेरे पास पैसे कम थे इसलिए सस्ता टैटू बनवाना पड़ा जिससे निशान पड़ गए क्योंकि यहां की स्किन बहुत ज्यादा चिकनी और मुलायम होती हैं ना।

मधुलिका:" अच्छा जी इसका मतलब टैटू बनाने में मशीन और आर्टिस्ट का बुहुत ज्यादा ध्यान रखना होगा।

नेहा किसी पूरी अनुभवी की तरह बोल रही थी:"

" और नही तो क्या? अपने तू अपनी गर्दन के टैटू को ही देख ले कितनी खूबसूरती और बारीकी से काम हुआ है। बनने के बाद कोई सूजन और निशान तक नही। काश मेरे पास भी ज्यादा पैसे होते हो अच्छे आर्टिस्ट से ही बनवाती।

मधुलिका को उसकी बात सुनकर एक बात हो समझ में आ गई कि टैटू बनाना भी कोई बच्चो का खेल नही है और उसका बेटा सच में बहुत बड़ा और सुलझा हुआ आर्टिस्ट है। साथ ही उसे उसे नेहा की हालत पर भी तरस आया कि किस तरह मजबूरी में उसे सस्ते आर्टिस्ट से टैटू बनवाना पड़ा। मधुलिका ने बार फिर से उसके टैटू को देखा और बोली:"

" मशीन के निशान तो ठीक हैं नेहा लेकिन ये तो नीचे की तरफ आते ही ज्यादा ही लाल और गहरे निशान पड़ते जा रहे हैं।

अब नेहा के होंठो पर एक बहुत ही कामुक सी मुस्कान उभर आई और अपने होंठो पर जीभ फिराते हुए बोली:"

" ये निशान मशीन के नही बल्कि तेरे जीजू ने बनाए है। तेरे को देखते ही पागलों की तरह टूट पड़े और जी भरकर चूसा टैटू को और बोले कि तेरी इस टैटू वाली चिड़िया की ऐसी की तैसी। मेरे चोंच में होते हुए भला इसकी चोंच कैसे घुस सकती हैं। बस फिर क्या था खूब दबा दबा कर रात भर अपनी चोंच घुसाते रहे। कभी ऊपर वाली और कभी नीचे वाली।इसलिए ये हाल हो रहा इसका।

इतना कहते हुए नेहा ने अपन पेंटी को पूरा नीचे सरका तो मधुलिका ने शर्म के मारे अपनी अपनी आंखे बंद कर ली तो नेहा। की हंसी छूट गई और बोली:"

" शर्मा मत मेरी जान, देख ले तू भी टैटू बनने के बाद मर्द क्या हाल करते हैं इसका ?

इतना कहते हुए उसने अपनी टांगो को पूरा खोल दिया और मधुलिका ने हिम्मत करके अपनी आंखे खोली और देखा कि नेहा की चूत के होंठ सच में बिलकुल लाल सुर्ख होकर सूज गए मानो रात भर किसी ने उन्हें पूरी बेदर्दी से चूसा, मसला और लंड से चोदा था। मधुलिका अब काफी उत्तेजित महसूस कर रही थी जिससे उसकी चूत में रस उमड़ आया था और उसकी आंखे भी लाल सुर्ख हो गई थी। नेहा ने अपनी पेंटी को ऊपर कर लिया और सीधे उसकी चूची पर हाथ फेरते हुए बोली:"

" क्या हुआ पसंद नही आई तुझे मुझे लाल लाल सूजी हुई, चूसी हुई, मसली हुई, रगड़ी हुई गुलाबो ?

मधुलिका कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी क्योंकि उसकी नेहा का हाथ अपनी चूची पर महसूस करके उसकी सासें बहुत ज्यादा तेज हो गई थी और वो कसकर नेहा से लिपट और बोली:"

" आह नेहा, मुझे भी अपनी गुलाबो पर चिड़िया जरूर बनवानी है।

नेहा उसकी बात सुनकर खुश हो गया और उसे अपनी बाहों में कस लिया और बोली

" ये हुई न बात, अब आई न मेरी जान लाइन पर।

थोड़ी देर बाद के बाद नेहा और मधुलिका एक दूसरे से अलग हो गई और दोनो बैठी रही और बाते करती रही।

मधुलिका :" अच्छा नेहा एक बात बता बता ? क्या तू मुझे अपनी अच्छी और सच्ची सहेली मानती है। ?

नेहा ने चौंक कर उसकी तरफ देखा और बोली:"

" हान बिलकुल बहन की तरह, लेकिन हुआ क्या है ये बता ?

मधुलिका ने बिना कुछ बोले अपने बैग से एक 50 लाख रुपए का चेक निकाला और उसे देते हुए बोली:"

" तो फिर ये रख ले अपनी बहन के आशीर्वाद के रूप में और अपनी जिंदगी खूब अच्छे से जी।

नेहा को कुछ समझ नहीं आया और उसने चेक लिया और फिर उसने मधुलिका को वापिस कर दिया और बोली:"

" आपने मुझे चेक दिया और मैंने लेकर आपको वापिस कर दिया। अब ये चेक तुम्हारे पास मेरी अमानत हैं और मैं इसे उस दिन वापिस लूंगी जब तुम साबित कर दोगी कि तुम फट्टू नही हो।

मधुलिका ने ना चाहते हुए भी चेक वापिस ले लिया क्योंकि वो जानती थी नेहा अपनी जिद की कितनी पक्की है। मधुलिका ने चेक वापिस अपने बैग में रख लिया और बोली:"

" अच्छा तो ये बात है। मतलब तूने कसम खा ही ली हैं कि मुझे भी अपनी तरफ बेशर्म बना कर मेरी भी लाल करवा कर ही मानेगी।

मधुलिका की बात खत्म होते ही दोनो एक साथ जोर जोर से हंसने लगी और नेहा बोली:


" इसी बेशर्मी में ही जिंदगी का मजा हैं, वो गुलाबो ही क्या जो गुलाब की तरह लाल का कर दी जाए

मधुलिका फिर से हंस पड़ी और काफी देर तक दोनो हंसी मजाक करते रहे और फिर मधुलिका अपने घर की तरफ चल पड़ी।
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मधुलिका ने अपनी कार स्टार्ट करी और घर की तरफ चल पड़ी। उसके मन में हजारों सवाल एक साथ उठ रहे थे और उसकी समझ में नही आ रहा था कि जो उसके साथ हुआ उसके लिए कौन जिम्मेदार है। नहीं मुझे टैटू ही नहीं बनवाना चाहिए था, मैं बेकार ही नेहा को बातो में आ गई और यहां चली आई और अपने बेटे के सामने इस स्थिति का सामना करना पड़ा। तभी उसके मन में दूसरा सवाल उठ गया कि इसमें नेहा का क्या दोष, उसने तो मेरे अच्छे के लिए ही मुझे सलाह दी थी और फिर टैटू ऑफिस वाली लड़की भी तो यही बोल रही थी कि टैटू से मैं ज्यादा खूबसूरत और आकर्षक लगने लगूंगी। ये ख्याल मन में आते ही उसने एक नजर अपनी गर्दन पर बने टैटू पर डाली तो उसे अपनी गर्दन सच में पहले से ज्यादा खूबसूरत लगी और उसे एहसास हुआ कि उसके पैसे बेकार नहीं गए। लड़की तो ये भी बो रही थी कि टैटू से पति आगे पीछे घूमते हैं, लेकिन मुझे इससे क्या फायदा होगा, मेरा पति तो मेरे करीब आकर भी सिर्फ मूड ही खराब करता हैं। मधुलिका को रात वाली बात याद आ गई और उसके चेहरे पर थोड़े गुस्से के भाव आए और फिर मन ही मन बड़बड़ाने लगी ना राकेश में दम ना उसके लंड में दम।

तभी उसके सामने चल रही गाड़ी ने अचानक से ब्रेक लगा दिए तो मधुलिका ने भी अपने ब्रेक लगाए लेकिन तब तक गाड़ी सामने वाली गाड़ी से टकरा गई थी और गुस्से से चिल्लाते हुए करीब एक 28 साल का सांवला सा युवक निकला और गुस्से से बोला:"

" अंधी होकर क्या गाड़ी देख कर नही चला सकती क्या ?

मधुलिका ने अपनी गाड़ी का दरवाजा खोला और उस लड़के की तरफ देखते हुए अदा के साथ अपन गर्दन पर पड़े हुए बाल हटाए और बोली:"

" अंधी नही हु, देखा कर ही चला रही थी ? तुम क्या ऐसे ही बीच सड़क में गाड़ी के तेज ब्रेक लगा दोगे क्या ?

लड़का मधुलिका की सुंदरता और उसके जिस्म को देखकर चुप सा हो गया और उसे मधुलिका की गर्दन पर बना टैटू बहुत पसंद आया और धीरे से बोला:"

" माफ कीजिए मैडम, सामने एक बच्चा आ गया जो रोड पर कर रहा था बस इसलिए ये हादसा हो गया, मैंने आपको देखा नहीं इसलिए गलती से गुस्सा कर बैठा। जाने दीजिए, गलती मेरी ही थी बस।

मधुलिका ने उसे कोई जवाब नही दिया और अपनी गाड़ी की तरफ पलट कर चल दी तो उसकी गर्दन पर बना टैटू देखकर लड़का उससे बेहद प्राभावित हुआ और बोला:"

" मैडम वैसे आपका टैटू बेहद खूबसूरत लग रहा हैं आपकी लंबी सुंदर सी गर्दन पर।

मधुलिका अपने टैटू की तारीफ सुनकर खुश हो गई और उसे स्माइल दी और अपनी गाड़ी में बैठ गई। वो युवक मधुलिका की गाड़ी की तरफ आ रहा था कि तभी सामने पीछे से रोड पर जाम लगने लगा और मजबूरी में उसे अपनी गाड़ी में बैठना पड़ा और आगे की तरफ चल पड़ा। वो युवक जान बूझकर गाड़ी धीरे चला रहा था ताकि उसे मधुलिका से बात करने का एक मौका और मिल जाए लेकिन मधुलिका इतनी आसानी से किसी को अपने मुंह लगाने वाली चीज नही थी इसलिए उसने अगले मोड़ से गाड़ी को दांई तरफ घुमा दिया और उसके होंठो पर स्माइल आ गई। उसने थोड़ी दूर जाने के बाद एक मॉल के सामने गाड़ी को रोक दिया क्योंकि उसे घर का कुछ सामान खरीदना था। उसने एक बार ध्यान से अपने टैटू को शीशे में देखा और खुश हो गई। सच में टैटू का असर वो देख चुकी थी कि टैटू उसके जिस्म पर कितना आकर्षक लग रहा था क्योंकि उसे काफी छोटी उम्र का लड़का उसे भाव दे रहा था।

मधुलिका बाहर निकली और अपनी गाड़ी को लॉक करने के बाद मॉल में घुस गई। वहां लेडीज सेक्शन में जाकर उसने अपने लिए ड्रेस और कुछ मेक अप का सामान लिया क्योंकि कल उसकी शादी की सालगिरह थी। आज मॉल में काफी भीड़ थी और मधुलिका ने जान बूझकर अपने टैटू को दर्शनीय बनाया हुआ था जिसे काफी लोग देख भी रहे थे और मधुलिका इससे बेहद खुश हो रही थी।

तभी उसके कंधे पर किसी ने पीछे से हाथ रख दिया तो मधुलिका ने चौंक कर पीछे की तरफ देखा पीछे उसकी सहेली नेहा खड़ी हुई नजर आई तो खुश होते हुए बोली:"

" अरे नेहा यहां क्या कर रही हो ? तुमने मुझे डरा दिया।

नेहा:" अरे वही करने आई ही जो तू कर रही है। घर के जरूरी सामान और कपड़े।

मधुलिका:" अच्छा जी ये बात भी ठीक हैं, वैसे तूने मुझे एकदम से पहचान लिया। काफी तेज नजर हैं तेरी।

नेहा ने अपने हाथ को उसकी गर्दन पर बने टैटू पर फिराया और बोली: अरे मैं तो इस टैटू के चक्कर में आई थी क्योंकि बहुत खूबसूरत लग रहा था।

मधुलिका अपने टैटू की तारीफ सुनकर हवा में उड़ सी गई और बोली:"

" अच्छा तुझे पसंद आया इसके लिए तू ही जिम्मेदार हैं क्योंकि तूने ही तो मुझे टैटू बनवाने की सलाह दी थी।

नेहा:" हान वो बात तो ठीक हैं लेकिन एक बात माननी पड़ेगी कि सच में टैटू बनाने वाले के हाथ में बड़ा दम है बिलकुल कुशल आर्टिस्ट।

टैटू बनाने वाले के हाथ में बड़ा दम हैं ये बात सुनकर मधुलिका के चेहरे पर एक के बाद एक कई भाव आए और चले क्योंकि उसे वो पल याद आ गया जब उसके बेटे ने अपने हाथ में भरकर उसकी चूची को उछलने से रोक रखा था। मधुलिका को खोए हुए देखकर नेहा ने उसकी आंखो के आगे चुटकी बजाई और बोली:"

" क्या हुआ ? कहां खो गई मैडम क्या टैटू बनाने वाली की याद में ?

मधुलिका के चेहरे पर हल्के से हंसी के भाव और उभरे और बोली:" नही यार, बस अपने टैटू को तारीफ सुनकर खुश हो गई थी और कुछ सोच रही थी।

नेहा:" अरे तो मुझे भी बता ना ऐसा क्या सोच रही थी ?

मधुलिका ने उसे अपने साथ रास्ते में सड़क पर हुआ हादसा बताया तो नेहा हंसने लगी और बोली

" मतलब टैटू बनते ही तूने लोगो पर बिजली भी गिरानी शुरू कर दी। जलवे है तेरे भी। मानना पड़ेगा तुझे मधुलिका।

मधुलिका:" अरे इसमें मेरी क्या गलती भला ? वो तो खुद ही कमीना मेरे पीछे पड़ गया था। चलो अच्छा हुआ जान बच गई।

नेहा:" हान तूने अच्छा की किया वैसे भी आज कल राह चलते लोगो को मुंह लगाने का जमाना नही है।

मधुलिका: अच्छा चल तूने सामान खरीद लिया हो तो तुझे घर छोड़ देती हूं अपनी गाड़ी से।

नेहा:" हान चल सामान तो सब खरीद ही लिया है। चल आ चलते हैं घर। तुझे भी काफी समय हो गया घर आए हुए।

इसके दोनो गाड़ी ने बैठ गए और मधुलिका नेहा के साथ उसके घर पहुंच गई। दोनो कॉलेज टाइम की दोस्त थी लेकिन शादी के बाद मधुलिका की किस्मत बदल गई क्योंकि देखने में बेहद खूबसूरत थी वहीं नेहा थोड़ी सांवली थी इसलिए उसे इतनी ऊंची ससुराल और जॉब वाला पति नही मिला और बेचारी की बदकिस्मती के शादी के बाद कोई बच्चा भी नही हुआ था अभी तक। पति बहुत अच्छा मिला जो उसका बेहद ख्याल रखता था।

नेहा चाय बना लाई और दोनो चाय पीते हुए गप्पे लगाने लगी
और नेहा बोली:"

" सिर गर्दन पर ही टैटू बनवाया होगा तो मैं जानती हूं।

मधुलिका अब उसे क्या बोलती कि वो तो सब जगह बनवाने गई और बिल तक दे दिया था लेकिन उसकी किस्मत ने साथ नहीं दिया क्योंकि टैटू बनाने वाला उसका बेटा था। मधुलिका थोड़ा सा उसे समझाते हुए बोली:

" अरे पहली बार था न इसलिए सिर्फ गर्दन पर ही बनाया। अगली बार और भी कुछ सेक्सी से बनवा लुंगी।

उसकी बात सुनकर नेहा जोर जोर से हंसी और बोली:"

" वैसे एक बात तो माननी पड़ेगी कि मधुलिका कि तुम कॉलेज टाइम से आज तक बिलकुल भी नही बदली। तुम पहले भी फट्टू थी और आज भी फट्टू ही हो। रुक तुझे मैं दिखाती हूं।

इतना कहकर उसने अपनी सलवार का नाड़ा खोल दिया सिर अपनी पेंटी के उपर बना हुआ टैटू दिखा दिया और बोली:"

" देख ये होती हैं हिम्मत और बहादुरी, अगर खुद को जवान रखना हैं और जमाने के साथ चलना हैं तो नए फैशन को फॉलो करना ही पड़ता हैं। और ये सब तेरे जैसी फट्टू नही कर सकती।

मधुलिका को उसकी बाते बुरी जरूर लग रही थी लेकिन वो उसकी हिम्मत पर हैरान हो थी कि उसने कितनी बेशर्म से उसके सामने अपनी सलवार को खोल दिया था। मधुलिका बोली:"

" हद हैं यार तेरी भी, तुझे बिलकुल शर्म नही आई ऐसे मेरे सामने कपड़े खोलने में ? और बकवास बंद कर मैं कोई फट्टू नही हू समझी।

नेहा: तेरे सामने सलवार खोलने में कैसी शर्म ? तू कौन सा मेरा रेप कर देगी ?

मधुलिका इस बार उसकी बात पर हंस पड़ी और उसके टैटू की तरफ देखते हुए बोली:

" अच्छा एक बात बता कल तक को तू बोल रही थी कि तूने नीचे टैटू नही बनवाया हैं अभी तू ?फिर ये कैसा बन गया ?

मधुलिका को अपने टैटू को देखते हुए पाकर नेहा की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उसने अपने टैटू की अधिक तारीफ सुनने के इसलिए उसने अपनी पेंटी को हल्का सा नीचे की तरफ सरकाया और बिलकुल उसके करीब आ गई और बोली:"

" देख न ध्यान से टैटू। कल ही शाम को तेरे से बात करने के बाद में मैंने फैसला किया और पहुंच गई टैटू बनवाने के लिए बस।

मधुलिका ने ध्यान से उसके टैटू को देखा तो ज्यादा सुंदर नही लग रहा था। टैटू उसकी चूत के मुंह पर आकर खत्म हो गया था जहां उसकी चूत की क्लिट शुरू हो रही थी। मधुलिका ने देखा कि टैटू के पास हल्के हल्के लाल निशान पड़े थे जो नीचे की तरफ आते हुए उसकी चूत के आस पास और गहरे होते जा रहे थे तो मधुलिका ने हैरानी से पूछा:"

" यार नेहा, सच में तेरे अंदर बहुत ज्यादा हिम्मत हैं, लेकिन एक बात बता ये लाल लाल निशान कैसे पड़े हुए हैं यहां ?

नेहा लाल निशान की बात सुनकर पहले थोड़ा सा मायूस हुई और अगले ही उसके होंठो पर स्माइल आ गई और बोली:"

" यार मेरे पास पैसे कम थे इसलिए सस्ता टैटू बनवाना पड़ा जिससे निशान पड़ गए क्योंकि यहां की स्किन बहुत ज्यादा चिकनी और मुलायम होती हैं ना।

मधुलिका:" अच्छा जी इसका मतलब टैटू बनाने में मशीन और आर्टिस्ट का बुहुत ज्यादा ध्यान रखना होगा।

नेहा किसी पूरी अनुभवी की तरह बोल रही थी:"

" और नही तो क्या? अपने तू अपनी गर्दन के टैटू को ही देख ले कितनी खूबसूरती और बारीकी से काम हुआ है। बनने के बाद कोई सूजन और निशान तक नही। काश मेरे पास भी ज्यादा पैसे होते हो अच्छे आर्टिस्ट से ही बनवाती।

मधुलिका को उसकी बात सुनकर एक बात हो समझ में आ गई कि टैटू बनाना भी कोई बच्चो का खेल नही है और उसका बेटा सच में बहुत बड़ा और सुलझा हुआ आर्टिस्ट है। साथ ही उसे उसे नेहा की हालत पर भी तरस आया कि किस तरह मजबूरी में उसे सस्ते आर्टिस्ट से टैटू बनवाना पड़ा। मधुलिका ने बार फिर से उसके टैटू को देखा और बोली:"

" मशीन के निशान तो ठीक हैं नेहा लेकिन ये तो नीचे की तरफ आते ही ज्यादा ही लाल और गहरे निशान पड़ते जा रहे हैं।

अब नेहा के होंठो पर एक बहुत ही कामुक सी मुस्कान उभर आई और अपने होंठो पर जीभ फिराते हुए बोली:"

" ये निशान मशीन के नही बल्कि तेरे जीजू ने बनाए है। तेरे को देखते ही पागलों की तरह टूट पड़े और जी भरकर चूसा टैटू को और बोले कि तेरी इस टैटू वाली चिड़िया की ऐसी की तैसी। मेरे चोंच में होते हुए भला इसकी चोंच कैसे घुस सकती हैं। बस फिर क्या था खूब दबा दबा कर रात भर अपनी चोंच घुसाते रहे। कभी ऊपर वाली और कभी नीचे वाली।इसलिए ये हाल हो रहा इसका।

इतना कहते हुए नेहा ने अपन पेंटी को पूरा नीचे सरका तो मधुलिका ने शर्म के मारे अपनी अपनी आंखे बंद कर ली तो नेहा। की हंसी छूट गई और बोली:"

" शर्मा मत मेरी जान, देख ले तू भी टैटू बनने के बाद मर्द क्या हाल करते हैं इसका ?

इतना कहते हुए उसने अपनी टांगो को पूरा खोल दिया और मधुलिका ने हिम्मत करके अपनी आंखे खोली और देखा कि नेहा की चूत के होंठ सच में बिलकुल लाल सुर्ख होकर सूज गए मानो रात भर किसी ने उन्हें पूरी बेदर्दी से चूसा, मसला और लंड से चोदा था। मधुलिका अब काफी उत्तेजित महसूस कर रही थी जिससे उसकी चूत में रस उमड़ आया था और उसकी आंखे भी लाल सुर्ख हो गई थी। नेहा ने अपनी पेंटी को ऊपर कर लिया और सीधे उसकी चूची पर हाथ फेरते हुए बोली:"

" क्या हुआ पसंद नही आई तुझे मुझे लाल लाल सूजी हुई, चूसी हुई, मसली हुई, रगड़ी हुई गुलाबो ?

मधुलिका कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी क्योंकि उसकी नेहा का हाथ अपनी चूची पर महसूस करके उसकी सासें बहुत ज्यादा तेज हो गई थी और वो कसकर नेहा से लिपट और बोली:"

" आह नेहा, मुझे भी अपनी गुलाबो पर चिड़िया जरूर बनवानी है।

नेहा उसकी बात सुनकर खुश हो गया और उसे अपनी बाहों में कस लिया और बोली

" ये हुई न बात, अब आई न मेरी जान लाइन पर।

थोड़ी देर बाद के बाद नेहा और मधुलिका एक दूसरे से अलग हो गई और दोनो बैठी रही और बाते करती रही।

मधुलिका :" अच्छा नेहा एक बात बता बता ? क्या तू मुझे अपनी अच्छी और सच्ची सहेली मानती है। ?

नेहा ने चौंक कर उसकी तरफ देखा और बोली:"

" हान बिलकुल बहन की तरह, लेकिन हुआ क्या है ये बता ?

मधुलिका ने बिना कुछ बोले अपने बैग से एक 50 लाख रुपए का चेक निकाला और उसे देते हुए बोली:"

" तो फिर ये रख ले अपनी बहन के आशीर्वाद के रूप में और अपनी जिंदगी खूब अच्छे से जी।

नेहा को कुछ समझ नहीं आया और उसने चेक लिया और फिर उसने मधुलिका को वापिस कर दिया और बोली:"

" आपने मुझे चेक दिया और मैंने लेकर आपको वापिस कर दिया। अब ये चेक तुम्हारे पास मेरी अमानत हैं और मैं इसे उस दिन वापिस लूंगी जब तुम साबित कर दोगी कि तुम फट्टू नही हो।

मधुलिका ने ना चाहते हुए भी चेक वापिस ले लिया क्योंकि वो जानती थी नेहा अपनी जिद की कितनी पक्की है। मधुलिका ने चेक वापिस अपने बैग में रख लिया और बोली:"

" अच्छा तो ये बात है। मतलब तूने कसम खा ही ली हैं कि मुझे भी अपनी तरफ बेशर्म बना कर मेरी भी लाल करवा कर ही मानेगी।

मधुलिका की बात खत्म होते ही दोनो एक साथ जोर जोर से हंसने लगी और नेहा बोली:


" इसी बेशर्मी में ही जिंदगी का मजा हैं, वो गुलाबो ही क्या जो गुलाब की तरह लाल का कर दी जाए

मधुलिका फिर से हंस पड़ी और काफी देर तक दोनो हंसी मजाक करते रहे और फिर मधुलिका अपने घर की तरफ चल पड़ी।
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