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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

Tiger 786

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सोए हुए मैं एक सपना देख रहा था कि मेरे कमरे में मैं श्वेता और निकिता दीदी तीनो एक साथ चुदाई का खेल खेल रहे हैं हम तीनों एकदम नंगे हैं और दीदी और श्वेता मेरे सामने बैठी एक साथ मेरा लंड चूस रही हैं ..........

उधर नीचे दीदी श्वेता के साथ उसके कमरे में थी और तभी मां जी उनके कमरे में आई उन्हें देखते ही दीदी एकदम से उठ कर खड़ी हो गईं ...... मां जी उनके इस शिष्टाचार से खुश हो कर बोल अरे बैट बेटी ......ऐसे मुझे देख कर खड़ी मत हुआ करो मैं तुम्हारी भी माँ हूँ क्लास टीचर नही मैं बस ये बताने आयी थी कि मैं थोड़ी देर के पास वाले मंदिर में जा रही हूं आज वहां कथा हो रही है श्वेता तुम खाना बना लेना टाइम से मैं डेढ़ बजे तक आ जाऊंगी और फिर वो चली गईं ........

उनके जाने के बाद श्वेता बोली भाभी आप आराम करो मैं खाना बना लेती हूं दीदी बोली अरे वाह तुम काम करो और मैं आराम ये तो गलत बात है मैं भी चलती हूँ ना ...... श्वेता मना करती रही कि रहने दो भाभी मैं कर लुंगी पर दीदी नही मानी और बोली अच्छा चलो काम मत करवाना पर मुझसे बातें तो कर सकती हो .......

फिर वो दोनो किचन में आ गयी और श्वेता ने एक स्टूल किचन में डाल दिया और दीदी को सब्जी काटने को दे दी और वो खुद खाने की तैयारी करने लगी .......

दीदी ने टमाटर काटते हुए ननद रानी सच सच बताओ कितने बॉय फ्रेंड हैं तुम्हारे ...... वो वो फ्राई पैन में तेल डालते हुए बोली एक भी नही भाभी बोला न मैं इस सब चक्कर में नही रहती ....... दीदी ने एक बड़ा सा टमाटर उठा कर उसे घुमाते हुए कहा फिर ये इस टमाटर जैसी बड़ी बड़ी चुचियाँ कैसे हो गयी तुम्हारी ....... बिना बॉय फ्रेंड से मसलवाये .......

श्वेता ने फ्राई पैन में पनीर के पीस डालते हुए कहा धत्त भाभी आपको इसके अलावा और कुछ नही सूझता क्या ....... दीदी हंस कर बोली अभी जवानी में भला और क्या सूझेगा मुझे ...... और मेरे खयाल से तुम्हे भी यही सूझना चाहिए इस उम्र में .........

दीदी की बात का श्वेता ने कोई जवाब नही दिया और मुस्कुराती रही ....... दीदी बोली वैसे एक बात तो है ....... इतना कह कर दीदी चुप हो गईं ...... तो श्वेता बोली क्या बात भाभी ...... दीदी बोली रहने दो जब तुम्हे मेरा बात करना पसंद नही आ रहा कोई जवाब ही नही दे रही हो तो क्या फायदा ......

श्वेता को लगा दीदी नाराज़ हो गयी तो वो बोली भाभी ऐसा नही है पर मुझसे पहले कभी किसी ने ऐसी बातें नही की तो समझ नही आ रहा क्या जवाब दूँ बड़ा अजीब सा लग रहा है ....... वैसे कोई बात बताने वाली थीं आप बताइए ना ...... दीदी बोली मैं लड़का होती तो जरूर तुम्हे लाइन मारती और पटा लेती ......, श्वेता हंस पड़ी और जोर से हंसते हुए बोली आप भी ना भाभी ...... मुझे पटा कर आप क्या करती वैसे ....... दीदी ने उसे घूर कर देखा और मुस्कुरा कर बोली लड़के लकड़ियों को पटा कर क्या करते हैं ये भी नही जानती ..... इतनी तो छोटी नही हो अब तुम .........

श्वेता हकलाते हुए बोली स स सेक्स ...... दीदी हां वही लेकिन मैं तो तुम्हें चोद देती मौका मिलते ही ...... दीदी कि बात सुन कर श्वेता बोली उफ़्फ़फ़ भाभी बहोत गंदी हो आप ....... दीदी बोली अच्छा तूने इंग्लिश में बोला तो सही मैंने हिंदी में बोल दिया तो गंदी हो गयी मैं ....... ठीक है मैं गंदी ही सही पर कुछ दिन बाद मुझे भी चुदना है तेरे भैया से और एक दिन तू भी चुदेगी किसी न किसी से ........

श्वेता- भाभी उफ़्फ़फ़ ऐसे मत बोलो ना दीदी बोली क्यों सुन कर बुर गीली हो रही क्या ...... श्वेता बनवाती गुस्से से दीदी को देखते हुए बोली आप क्या चाहती हो ...... दीदी बोली यही की मुझसे दोस्ती कर लो बहोत मज़े करवाउंगी तुम्हें ....... श्वेता बोली लगता है आपने खूब मज़े किये हैं दीदी बोली और क्या मैं तो हर दिन मज़े करती हूं .......

वो हैरानी से बोली हाय आप सेक्स कर चुकी हैं दीदी बोली हां वो थोड़ी टेंशन में दिखने लगी और बोली ...... इसका मतलब आप मेरे भैया को चीट कर रही हैं दीदी बोली एकदम नही उन्हें सब मालूम है और उन्हें इससे कोई प्रॉब्लम नही ........

श्वेता सर हिलाते है बोली आप झूठ बोल रही हैं भाभी ऐसा कैसे हो सकता है कि भैया को सब मालूम हो और उन्हें कोई फर्क ना पड़े....... दीदी बोली अगर मैं प्रूव कर दूं तो ....... श्वेता ने कहा ठीक है करिये प्रूव अगर आपने प्रूव किया तो मैं आपकी दोस्ती एक्सेप्ट कर लुंगी ....... दीदी बोली वो तो तुम्हे वैसे भी करनी पड़ेगी जब मैं इस घर मे ब्याह कर आ जाऊंगी तो मुझसे दुश्मनी कर के तो रहोगी नही तुम .......

कुछ और करना पड़ेगा ...... श्वेता बोली क्या दीदी बोली अगर मैंने प्रूव कर दिया कि तुम्हारे भैया को मेरी सेक्स लाइफ के बारे में सब पता है और वो फिर भी मुझसे शादी करना चाहते हैं और मुझे प्यार करते हैं तो तुम्हे मेरी 3 बातें माननी पड़ेंगी .......

श्वेता ने कौन सी बातें दीदी ने कहा वो मैं बाद में बताऊंगी शर्त जीतने के बाद ..... श्वेता ने कहा पता नही आप बाद में का बोल दो मुझे तो आपसे डर लगने लगा है ....... दीदी बोली लड़की हो के लड़की से डरती हो मैं तुम्हारा रेप थोड़े कर लुंगी कुछ ऐसा ही करूंगी जो तुम कर सको और उसमे तुम्हें मज़ा भी आये ......

श्वेता ने थोड़ा सोचा और बोली ठीक है भाभी अब प्रूव करो ........ दीदी कमरे से अपना फोन ले आयी और श्वेता के बगल में खड़ी हो कर प्रतीक को कॉल की और स्पीकर ऑन किया ........

प्रतीक- हेलो जान क्या हुआ घर में हो कर कॉल क्यों कि ऊपर ही हूँ मैं बालकनी में .....

दीदी- प्रतीक मुझे एक बात पूछनी है तुमसे ....... मेरे पास्ट के बारे में जानकर कभी तुम्हारे मन मे ऐसा तो नही आया कि मैं कैसी लड़की से रिश्ता जोड़ रहा हूँ जो शादी के पहले ही किसी और से चुद चुकी है .........

प्रतीक- इस सवाल की जरूरत क्यों महसूस हुई तुम्हे जान तुम मेरे घर मे हो नवंबर में हमारी शादी है जिसमे की अब कुछ ही दिन बचे हैं और उस कमीने विनय ने जो किया तुम्हारे साथ वो सब मैं जानता हूँ और उस वजह से मुझे तुमसे कोई शिकायत नही रही कभी भी मेरे प्यार में कोई कमी महसूस हुई हो कभी तो कहो .........

दीदी- नही मुझे तो कभी कुछ महसूस नही हुआ पर मैं एक बार सुनना चाहती थी तुम्हारे मुह से ....... थैंक्स प्रतीक......

प्रतीक- कोई बात नही जान मैं 100 बार ये कहने को तैयार हूँ कि शादी से पहले किये गये तुम्हारे सेक्स की वजह से मुझे कोई फर्क नही पड़ता और हाँ तुम शादी के बाद भी किसी से चुदना चाहो तो मुझे कोई प्रॉब्लम नही है बस मुझे उस से मिलवा देना ......, हेहेहे ........

दीदी- धत्त गंदे शादी के बाद मैं सिर्फ तुमसे चुदूँगी जान ok लव यू जान उम्म्म्म्

और दीदी ने फोन काटते हुए विजेता वाली मुस्कान के साथ श्वेता को देखा ...... और वो बेचारी उलझन में सर झुका कर आटा गूंधने लगी ......

दीदी ने कहा अब बोलो ननद रानी क्या कहती हो...... उसने धीरे से कहा जब भैया को कोई प्रॉब्लम नही तो मैं क्या बोलूं पर आप लोग कितनी गंदी बातें करते हो दीदी बोली ......, ये तो कुछ भी नही था असली बातें तो रात में होती हैं उस टाइम हम दोनों अपने कपड़े निकाल देते हैं और नंगे हो कर बातें करते हैं .......

श्वेता उफ़्फ़फ़ भाभी लगता है आप मुझे भी अपने जैसी गन्दी बना दोगी दीदी ने उसकी जीन्स में कसी हुई गांड़ पर चिकोटी काटते हुए कहा बन कर देखो बड़ा मजा आएगा ......., वो एकदम से उछल गयी और बोली काम करने दो ना भाभी प्लीज ....., दीदी बोली ठीक है अभी तो काम कर लो पर 3 वचन याद रखना ....... श्वेता बोली अब तो फंस ही गई हूं .......

फिर दोनो ने मिल कर हंसी मजाक करते हुए खाना बनाया......

(ये सारी बातें मुझे बाद में प्रयागराज वापस आने पर दीदी की जुबानी पता चली)



इधर ऊपर प्रतीक के कमरे में सोए हुए मेरा सपना बड़ा मज़ेदार चल रहा था और सपना देखते हुए मेरा लंड एकदम टाइट हो चुका था लेकिन तभी किसी ने मुझे आवाज़ दी और सपना खत्म टूट गया साथ ही मेरी नींद भी खुल गयी देखा तो श्वेता मुझ पर झुकी हुई मुझे जगा रही थी ...... मैंने आंखे खोली तो उसने कहा नीचे चलिए सब आपका इंतजार कर रहे हैं खाने पर .......

वो इतना कह कर मुस्कुराते हुए भाग गई और मैं जैसे ही उठा मेरी नजर अपने लोअर में बने हुए टेंट पर पड़ी मैंने टाइम देखने के लिए फोन निकाला डेढ़ बजे रहे थे और व्हाट्सएप्प पर दीदी ने दो वॉयस रिकार्डिंग सेंड की थीं ....... मैं बाथरूम चला गया और मूतते हुए एक रिकार्डिंग प्ले की ........ प्रतीक की आवाज़ सुनाई दी मुझे ......

प्रतीक- हां जान जैसा तुमने कहा था वैसा ही किया मैंने उसकी पैंटी में मुठ मार कर वापस रख दी वैसे ही .........

दीदी- फिर कुछ हुआ ......

प्रतीक- नही कुछ खास नही बाद में एक घंटे बाद जा कर देखा तो उसके सारे गंदे कपड़े वहां से गायब थे और छत पर धुले हुए फैले थे ........

दीदी- उसके हाव भाव मे कोई बदलाव .....

प्रतीक- नही एकदम नही बिल्कुल सामान्य है ....... हां जितनी बार मेरे सामने आई मेरी ओर देखा नही एक भी बार नजर नही मिलाई मुझसे ......

दीदी- शर्मा रही होगी ये सोच कर की मेरे भैया मुझे चोदना चाहते हैं .......

प्रतीक- वो तो पता नही जान लेकिन ये बताओ यहाँ आ कर एक बार मेरे गले से भी नही लगोगी क्या जब से आई हो श्वेता के ही कमरे में घुसी हो ......

दीदी- बहोत मन कर रहा क्या मुझे गले लगाने का .......

प्रतीक- मेरा मन तो बस तुम्हें ....... खैर छोड़ो जानू जाने से पहले कुछ मिनट तो मिल लेना मुझसे अकेले में ......

दीदी- क्या मन कर रहा बोलो ना जान अपनी होने वाली बीवी से अपने दिल की बात तो कह ही सकते हो ......

प्रतीक- मन तो कर रहा जान बस तुम्हे अपने कमरे में लाउं और नंगी कर के तुम्हारी चूत चूस डालूं ........

दीदी- उफ़्फ़फ़ जान सच मे बहोत मन कर रहा क्या मेरी चूत चूसने का.......

प्रतीक- हां जान सच मे.....

दीदी- लेकिन अगर मैंने चूत चूसने दी तो फिर तुम्हारा चोदने का मन भी तो करेगा .......

ये सुन कर प्रतीक के मन मे आशा और लालच जाग गया ....

प्रतीक- नही जान मैं बस तुम्हारी बुर चूस कर खुश हो जाऊंगा ......

दीदी- ओ मेरा प्यारा बच्चा लेकिन तुमने तो विकास को अपने कमरे में रखा है वहां कैसे ......?

प्रतीक- अरे तुम चिंता ना करो उसे मैं बगल वाले रूम में शिफ्ट कर देता हूँ ..... अभी तो सो रहा है वो जागा तो उसे दूसरा कमरा दे दूंगा बोल दूंगा की उधर आराम से सो लेगा वो अकेले ........

दीदी- ok ठीक है फिर मैं कुछ जुगाड़ कर दूंगी तुम्हारा जान ....

प्रतीक- ओहहह जान तुम कितनी प्यारी हो लव यू सो मच ........

दीदी- अच्छा रखती हूं श्वेता आ गयी ......

और आवाज़ बंद हो गयी ......

मूतने से मेरे लंड का तनाव कुछ कम हुआ था पर ये रिकार्डिंग सुन कर फिर बढ़ गया ....... मैंने लंड को दबा कर लोअर में डाला और हाथ धो कर नीचे आ गया ......

खाने की मेज पर मां जी प्रतीक और दीदी बैठे हुए थे श्वेता नही नजर आ रही थी ...... मैं दीदी के सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया ....... और तभी अचानक मुझे अपने लंड पर कुछ हरकत महसूस हुई ...... मैंने धीरे से नीचे देखा तो दीदी मेज़ पर कुहनियां रख कर झुकी हुई थी और उनका एक पैर मेरे लंड पर हरकत कर रहा था ......

दीदी के इस साहस पर मैं हैरान हो गया और मैंने घूर कर उन्हें देखा वो मुझे देख हल्के से आंख दबा के मुस्कुरा दी और फिर अपना पैर हटा लिया ........ तभी प्रतीक ने आवाज़ दी श्वेता ले आओ विकास आ गया ....... और दो मिनट बाद ही ......, श्वेता पालक की गर्म कचौड़ियां और पूरियां ले कर आई मेज़ पर रख कर वो भी मेरे बगल में बैठ गयी ........,

हमने हल्की फुल्की बात चीत करते हुए खाना खाया खाना बहोत लाजवाब बना था ...... सभी ने दबा के खाया और फिर ....... मां जी अपने कमरे में आराम करने चली गईं ....... प्रतीक ने कहा श्वेता तुम शाम तक निकिता के साथ मिल के कमरा डेकोरेट कर देना .......और अपनी फ्रेंड्स को बोल देना टाइम से आ जाएं लेट ना करें वो बोली जी भैया ......

और फिर प्रतीक बोले मैं जरा एक दो काम और निपटा लूं ....... और वो मुझसे कार की चाभी ले कर चले गए ...... दीदी बोली चल श्वेता हम अंदर चलते हैं ...... श्वेता बोली लेकिन भाभी फिर विकास जी अकेले क्या करेंगे ...... मैं उसकी बात सुन कर हंस दिया और बोला विकास जी tv देखेंगे और आराम करेंगे आप लोग जा सकती हैं ....... और मेरा नाम विकास जी नही सिर्फ विकास है .......

मेरी बात सुन कर श्वेता खिलखिला कर हंस दी और बोली ठीक है सिर्फ विकास ....... और हम तीनों से हंसने लगे ...... श्वेता अब मुझे सेक्सी के साथ साथ प्यारी भी लगने लगी थी और उसके मासूम चेहरे को देखते हुए मुझे दीदी की बात याद आ गयी ......., श्वेता की सील मैं तुमसे तुड़वाऊंगी ...... उफ़्फ़फ़ कैसी होगी इसकी चूत दीदी जैसी ही या कुछ अलग और मेरा लंड फिर से सर उठाने लगा ........

मुझे यूँ गौर से अपनी ओर देखते देख कर श्वेता की हंसी बन्द हो गयी और वो शर्मा कर उठी और बोली चलिए भाभी ......

मैं उठ कर ड्राइंग रूम में आ गया और tv ऑन कर के सोफे पर फैल गया ...... ।
Shweta lagta hai vicky ko pasand karne lagi hai.nice update
 

Tiger 786

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दीदी हंस कर बोली हाय मेरी ननद रानी इतना धीरे कपड़े उतरोगी तो तुम्हारा पति मुठ मार के सो जाया करेगा ...... ये कहते हुए दीदी ने अपनी ब्रा भी खोल कर फेंक दी और दीदी के सुडौल तने हुए गोरे चिकने चूचे सर उठा कर खड़े हो गये दीदी अपनी चूचो पर हाथ फिराते हुए बोली come on श्वेता जल्दी करो वरना मम्मी आ जाएंगी ..... श्वेता बड़े गौर से दीदी की नंगी चुचियाँ देख रही थी और फिर उसने धीरे से शर्ट को बाहों से निकाला और उतार कर बेड पर फेंक दिया ....... व्हाइट कॉटन की नरम ब्रा में कसी उसकी चुचियाँ नुमाया हुई वो दीदी जितनी गोरी तो नही थी पर बेहद सेक्सी और क्यूट थी किसी का भी लंड खड़ा कर देने की छमता थी उसके जिस्म में ...... और मेरा लंड भी अंदर दो दो जवान लड़कियों की नंगी चुचियाँ देख कर पूरी तरह तन चुका था दीदी ने श्वेता के पीछे जा कर उसकी ब्रा का हुक एक झटके से खोल दिया और श्वेता की ब्रा ढीली हो कर उसकी चुचियों पर झूल गयी दीदी ने श्वेता की ब्रा को उसकी बाहों से निकालते हुए उसकी चुचियाँ नंगी कर दी ........ वाओ एकदम सुडौल दीदी से छोटी मगर एकदम कसी हुई चुचियाँ थी श्वेता की और निप्पल एकदम मटर के दाने जैसे नन्हे नन्हे जबकि दीदी के निप्पल काले अंगूर जैसे लंबे और फूले हुए थे .......
Lazwaab update
 

Tiger 786

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नीचे आ कर हम सब ने मिल कर ड्राइंग रूम को अच्छी तरह सजाया ....... फिर मां जी भी आ गईं वो भी हमारी मेहनत देख कर खुश हुई .......... और वो सब निपटाते हमे 4 बज गये प्रतीक बोले अच्छा चलो अब सब फटाफट तैयार हो जाओ ....... उन्होंने मुझसे कहा विकास श्वेता के कमरे से म्यूजिक सिस्टम ला कर यहां लगा दो ...... और मैं अंदर चला गया उसके कमरे में .......

सोनी का म्यूजिक सिस्टम था मैं पहले दोनो साउंड ले आया और दोबारा प्लयेर और रिमोट लेने गया तभी मेरी नजर तकिए के नीचे से झांक रही श्वेता की पैंटी पर पड़ी और मैंने जल्दी से उसे उठा कर अपनी जेब के हवाले किया ........ और बाहर आ कर सिस्टम को सही जगह पर लगा दिया सारी तैयारियां पूरी थी तभी केक वाला डिलीवरी ले कर आ गया मैंने उसे ला के सेंटर टेबल पर रख दिया .......

दीदी बोली चलो अब हम लोग तैयार हो लें और वो श्वेता के साथ अंदर चली गईं ...... मैं भी ऊपर आ गया प्रतीक भी मेरे साथ आये और बोले विकास तुम वो बगल वाले रूम में चले जाओ और उसे ही इस्तेमाल करो उसमे भी बाथरूम अटैच है और रात में भी वहीं सो जाना मुझे आज रात में कुछ इम्पोर्टेन्ट काम निपटाना है आफिस का तो तुम्हे डिस्टर्ब होगा .......

मैं उस रूम में आ गया और कपड़े उतार के श्वेता की पैंटी ले के बाथरूम में घुस गया और मैंने श्वेता की पैंटी सूंघी उफ़्फ़फ़फ़ मस्त खुशबू आ रही थी कुछ देर तक उसकी पैंटी से खेलने के बाद मैंने नहा के कपड़े बदल लिए और श्वेता की पैंटी तकिए के नीचे छुपा दी ..... प्रतीक अभी भी अपने रूम में थे मैं नीचे आ गया और थोड़ी देर में रेस्टोरेंट वाले लड़के खाना दे गए सब तैयारी पूरी थी फिर प्रतीक भी आ गया .......

और थोड़ी देर में मेहमान आने लगे कुछ ज्यादा नही थे बस 7-8 प्रतीक के फ्रेंड इतनी ही श्वेता की फ्रेंड और मुहल्ले की कुछ लड़कियां और भाभियां ..........

मां जी और प्रतीक ने सबका स्वागत किया और मेरा इंट्रो करवाया सब से और फिर थोड़ी देर बाद दो बेहद खूबसूरत लड़कियां ड्राइंग रूम में दाखिल हुई श्वेता और दीदी .......

श्वेता ने व्हाइट कलर का गाउन पहना था जिसमे रेड पैटर्न की डिजाइन की हुई थी और दीदी ने गोल्डन कलर की साड़ी पहनी हुई थी दोनो ही जानलेवा लग रही थी ..... प्रतीक के मुह में तो पानी सा आ रहा था दोनो को देख कर और मेरी भी हालत कुछ ऐसी ही थी ........

और दीदी हम दोनों के मन के हाल समझ कर मुस्कुरा रही थीं ........, सभी लोग आ चुके थे ...... श्वेता ने सबसे पहले केक काटा और अपने हाथों से मां जी दीदी और प्रतीक को खिलाया ....... प्रतीक ने उसे टोका विकास भी हमारे घर का हिस्सा है उसे भी खिला दो ........

वो कुछ हिचकिचाती हुई मेरे पास आई और केक का पीस मेरे मुह की ओर बढ़ाया मैंने उसके हाथ से केक लेते हुए कहा thanks shweta ....... Millions of wishes ...... hundreds of smiles ...... lots of love ......and thousands of greetings ........ Wish you a very Happy Birthday dear ........

और केक खा कर ऊपर भाग गया मैं दोनो गिफ्ट पैक ले कर नीचे आया और दीदी को ड्रेस वाला बॉक्स दिया और कहा श्वेता के गिफ्ट दे दो उसे ........ और खुद वाच वाला बॉक्स ले कर श्वेता के पास गया उसकी फ्रेंड्स उसे घेरे खड़ी थीं ....... मैंने पास जा कर कहा excuse me girls ...... मुझे जगह मिलेगी क्या और सब मुड़ कर मेरी ओर देखने लगी और एक किनारे हो गईं .......

मैंने जा के श्वेता को वो बॉक्स दिया और बोला your gift b'day girl ...... उसने मुस्कुरा कर मुझे देखा और बॉक्स ले कर तुरन्त ही उसकी पैकिंग खोल दी और वो वाच देख कर बोली wow ...... so beautiful vikas ...... thanks you so much ...... मैंने मुस्कुरा कर रहा ...... हां पर तुम ज्यादा खूबसूरत हो ......
वो शर्मा के मुस्कुरा दी .......

तभी दीदी भी आ गईं और उन्होंने भी श्वेता को गिफ्ट दिया और विश किया ...... फिर बाकी सब भी श्वेता को गिफ्ट देने लगे और प्रतीक ने मुझे आवाज़ दी मैं उनके पास जाने लगी तभी मेरे कानों में एक आवाज़ पड़ी ...... श्वेता या तो तू इसे पटा ले नही तो मुझे ही नंबर दिला दे क्या हैंडसम बन्दा है यार ......

मैं मुस्कुराता हुआ प्रतीक के पास आया उन्होंने 6 लड़को की ओर इशारा किया और बोला इन लोगों को ऊपर वाले कमरे में ले जाओ और बियर पिला दो साले मरे जा रहे हैं फोकट की पीने के लिए और कोल्ड ड्रिंक की बोतलें ले आओ यहां सब को कोल्ड ड्रिंक सर्व करा दो .......

मैं उन्हें ले कर ऊपर आया और अपने वाले कमरे में छोड़ कर फ्रीज से बियर निकाल कर रख दीं वो सब बियर पर टूट पड़े ....... मैं कोल्ड ड्रिंक की बोतलें ले कर नीचे आ गया और दीदी मेरे साथ किचन में आई ग्लास में कोल्ड ड्रिंक डाल कर हम ट्रे में ले कर आये और सबको देने लगे .......

थोड़ी देर में प्रतीक भी ऊपर चले गए और अपने दोस्तों के साथ बियर पार्टी करने लगे ....... तब तक श्वेता ने सांग प्ले कर दिया और वो अपनी फ्रेंड्स के साथ डांस करने लगी ...... और फिर उसने दीदी को भी खींच लिया ...... दोनो गज्जब के ठुमके लगा रही थीं ....... तभी मां जी ने मुझे आवाज़ दे के कहा बेटा खाना लगवा दो ...... तो सब शुरू करें खाना पीना और मैंने एक लड़के को पकड के अंदर से एक और बड़ी मेज़ लगवा कर ...... उस पर खाना लगवा दिया और किचन से प्लेट्स और चम्मच वगैरह ला कर रखे खाना शुरू करवा दिया .......

मुहल्ले के लोग खाना खाने लगे और श्वेता का डांस चलता रहा उसकी एक फ्रेंड जो कि दुबली पतली और लंबी सी मॉडल टाइप लड़की थी वो बस मुझे ही ताड़ रही थी लेकिन मेरी नजर बस श्वेता और दीदी पर थी .......

तभी दो लड़के अंदर आये उनमें से एक ठिगने कद का एकदम काला मोटा से लड़का था और दूसरा लंबा दुबला वो लेट आये थे और प्रतीक को पूछने लगे मैंने बताया वो ऊपर है तो उन्होंने प्रतीक को कॉल लगाई और प्रतीक ने मुझे कॉल कर के कहा कि इन लड़को को ऊपर भेज दो उनका स्टाफ है ...... मैंने उन्हें ऊपर का रास्ता बताया और वो डांस कर रही लड़कियों को कुत्ते जैसे घूरते हुए चले गए ........

फिर थोड़ी देर में प्रतीक भी अपने स्टाफ/ दोस्तों के साथ ऊपर से आ गया और उनसे कहा खाना खा लो तुम लोग वो सब खाने लगे ....... बाकी सब तो ठीक था पर वो दो लड़के जो बाद में आये थे वो भूखे कुत्ते जैसे वहां मौजूद लड़कियों को ताड रहे थे ...... बियर पीने के बाद उनकी आंखें लाल हो चुकी थीं ....... और वो मुझे खटक रहे थे .......

मैं खाने की मेज के पास ही खड़ा था तभी वो दोनो प्लेट ले कर मेज़ के पास आये और उनमें से जो एकदम काला और मोटा सा था उसने अपने आगे वाले लौंडे जो कि लंबा और दुबला था उस से कहा यार ये व्हाइट सूट वाली लौंडिया को देख के तो मेरा खड़ा हो रहा है दिल कर रहा है इसे घोड़ी बना दूँ ........ ये सुन कर मेरा खून खौल गया वो श्वेता के बारे में बोल रहा था ........

मैंने किसी तरह बर्दाश्त किया क्यों कि मैं नही जानता था वो कौन है फिर वो खाना ले कर टहलते हुए उस ओर चले गए जहां लड़कियां डांस कर रही थीं ........ मेरा मूड खराब हो चुका था मैं भी धीरे से घूमता हुआ उनके पीछे की ओर से आ कर उनके नजदीक खड़ा हो गया ....... तभी वो दुबला वाला बोला साले उस से मस्त तो ये साड़ी वाली लग रही गांड़ देख साली की मिल जाये तो इसकी गांड़ में पेल दूँ मैं .......

ये सुन कर मेरा कंट्रोल खत्म हो गया ....... और मैंने पीछे से ही दोनो के कॉलर पकड़े और पूरी ताकत से उनके सर आपस मे टकरा दिए उनकी खोपड़ियां तेजी से आपस मे टकराई औए दुबले वाले कि प्लेट हाथ से छूट कर तेज आवाज़ के साथ गिर गयी .......

वो नशे में थे और काले वाले लौंडे ने माथा सहलाते हुए मेरी ओर देखा और मुझ पर झपटने की कोशिश की तो मैने जूते की भरपूर ठोकर उसके घुटने पर दे मारी और वो हाय हाय करता हुआ घुटना पकड़ के बैठ गया ......... सब चौंक कर इस ओर देखने लगे म्यूजिक बंद हो गया ....... प्रतीक भाग कर मेरे पास आये और मेरे हाथों से उनके कॉलर छुड़ाते हुए बोले क्या हुआ विकी क्यों इन्हें मार रहा .......

मैंने कहा इन हरामजादों से ही पूछ लो निकी दीदी और श्वेता के बारे में क्या बोल रहे थे ....... मेरी बात सुन कर प्रतीक समझ गया कि कुछ गड़बड़ है उसने उन दोनों की बांह पकड़ी और बोला बाहर आओ विकी मैं उन लोगों के साथ बाहर आया और प्रतीक ने उनसे पूछा ये सब क्या है वो सर झुका कर खड़े हो गए प्रतीक ने दाँत भींचते हुए कहा इस से पहले की मैं भी तुम लोगों की खाल उधेड़ना शुरू करूँ निकल जाओ यहाँ से .........

तब तक दीदी श्वेता और बाकी लड़कियां भी बाहर आ कर पूछने लगी कि क्या हुआ मैंने कहा कुछ नही तुम लोग अंदर जाओ ....... इस सब हंगामे की वजह से बाकी लौंडे भी खा पी कर जल्दी ही सरक गए और फिर बस हम पांच घर वाले और श्वेता की 3 फ्रेंड्स बची ........ सभी थोड़ा डिस्टर्ब थे इस मार पीट की वजह से ...... तो मैंने फिर से सांग प्ले कर दिया और श्वेता और प्रतीक का हाथ पकड़ कर खींच लिया और बोला लेट्स डांस ....... दीदी भी आ गईं और श्वेता की फ्रेंड्स भी और सब ने खूब जम के डांस किया श्वेता की वो फ्रेंड मुझसे ज्यादा ही चिपकने की कोशिश कर रही थी और मैं बार बार उस से दूर हट जाता था .......

आखिर 5 गानों पर डांस करने के बाद हम सब थक गए और फिर श्वेता की बाकी 3 फ्रेंड्स भी खाना खा कर चली गईं ........ तब दीदी ने पूछा हुआ क्या था और प्रतीक ने बताया वो दोनो लड़के उसके बैंक में कुछ दिन पहले ही जॉइन हुए थे उसने स्टाफ के नाते उन्हें भी इनवाइट कर लिया था पर उसे नही मालूम था वो ऐसी हरकत करेंगे ........

दीदी ने फिर पूछा कि आखिर किया क्या था उन्होंने मैंने धीरे से कहा श्वेता के बारे में बहोत गलत और गंदे कमेंट्स कर रहे थे एक बार तो मैंने इग्नोर किया लेकिन दोबारा में कंट्रोल नही कर पाया ....... प्रतीक ने कहा तुमने सही किया विकी वो इसी लायक थे ........ फिर प्रतीक ने कहा श्वेता तुम मम्मी को खाना खिला दो वो आराम करें ....... हम दोनों ऊपर जा रहे हैं तुम लोग भी मम्मी को खिला कर ऊपर आ जाना .......

श्वेता बोली ठीक है भैया फिर मैं और प्रतीक ऊपर आ गए और प्रतीक ने फ्रीज से बियर निकाली और मुझे पकड़ाते हुए बोले चिल करो यार भूल जाओ उनको अब ...... मैंने कहा उन्हें तो कब का भूल गया जीजू और बियर खोल कर पीने लगा ........ हम दूसरी बियर खत्म करने वाले थे कि दीदी और श्वेता भी आ गईं .......

हमे बियर पीता देख कर श्वेता ठिठक गयी ....... लेकिन दीदी हमारे पास आ कर बोली wow तो यहां पार्टी चल रही स्पेशल वाली ........ प्रतीक ने कहा विकास और ले आओ ना निकी के लिए मैं जा कर 4-5 बियर और ले आया ....... और स्टूल पर रख दी ......... प्रतीक ने दीदी से कहा निकी लो ना ....... दीदी ने एक बियर उठा कर खोलते हुए श्वेता की ओर देखा और बोली हम तीन पी रहे हैं और श्वेता बेचारी देख रही ये गलत है .......

प्रतीक बोले तो उसे किसने मना किया है आज वो 18 की हो गयी है बालिग हो चुकी है वो चाहे तो ले सकती है ....... श्वेता ने ना में सर हिलाते हुए कहा मैं नही पीती दीदी ने उसे हौसला देते हुए कहा come on श्वेता एक बियर से कुछ नही होता और अपने हाथ मे ली हुई खुली कैन उसे पकड़ा दी .......

उसने पकड़ तो ली लेकिन सहमी हुई सी प्रतीक को देखने लगी और प्रतीक ने मुस्कुरा कर कहा एन्जॉय श्वेता अब तुम बच्ची नही रही ....... और श्वेता ने एक घूंट लिया और मुह बना कर बोली कितना गंदा टेस्ट है इसका ....... दीदी ने दूसरी कैन खोल कर घूंट भरते हुए कहा इतना भी गंदा नही है यार ....... आराम से पियो फिर थोड़ी देर बाद मज़ा आएगा .......

हम बातें करते हुए बियर पीते रहे और मैंने और प्रतीक ने 3-3 दीदी ने 2 और श्वेता ने एक कैन निपटा दी ....... फिर प्रतीक अपने रूम से अपना गिफ्ट ले आये और श्वेता को दे कर उसे गले से लगा लिया श्वेता भी थोड़ा सुरूर में थी तो कस के लिपट गयी प्रतीक से ....... प्रतीक ने उसके माथे पर किस किया और बोले चलो हम भी खाना खा लेते हैं फिर हम सब नीचे आ गए .......

सबने खाना खाया ....... और फिर श्वेता और दीदी बर्तन वगैरह समेटने लगी तो प्रतीक ने बोला ज्यादा परेशान ना हो सुबह विमला(काम वाली बाई) आ कर सब सफाई कर देगी अब आराम किया जाए ........

फिर श्वेता और दीदी अपने कमरे में चली गईं और मैं और प्रतीक ऊपर आ गए अपने अपने कमरे में ....... मैंने दरवाजा बंद कर लिया ........ कपड़े निकाल कर हेंगर पर टांग दिए और अपना फोन ले कर सिर्फ अंडरवियर बनियान में बेड पर लेट गया ।
Shandaar update
 

Lutgaya

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मैं आराम से लेटा हुआ फोन पर पोर्न देख रहा था ....... 3 बियर के बाद एकदम टाइट था मैं और बस सेक्स का मूड बन रहा था ..... तभी मुझे याद आया श्वेता की पैंटी मेरे पास है और मैंने तकिए के नीचे से उसे निकाला और अपनी नाक से लगाया उसे सूंघते ही लंड अपनी औकात में आ गया ........

तभी दीदी की कॉल आयी मैंने रिसीव की तो वो फुसफुसा कर बोलीं कहाँ हो .......

मैं - ऊपर हूँ

दीदी- मेरा मतलब किस रूम में प्रतीक के साथ या ......

मैं- उसी में जिसमे दोपहर को तुमने मेरा लंड चूसा था ......

दीदी- ok live पोर्न देखनी है ??

मैं- उछलते हुए हां पर कैसे .....

दीदी- मैं वीडियो कॉल करती हूं रिसीव कर लेना श्वेता बाथरूम गयी है ....... मैं फ़ोन कहीं सेट कर देती हूं रूम में लेकिन उधर से म्यूट कर देना कॉल इधर आवाज़ नही आनी चाहिए ........

मैं- ठीक है जान ......

और दीदी ने कॉल काट के अगले ही मिनट व्हाट्सएप्प पर वीडियो कॉल की मैंने रिसीव की और देखा दीदी ने अभी सिर्फ ब्रा पहनी हुई है वही नेट वाली ब्रा ....... दीदी ने मुझे देख के स्माइल दी और फिर उन्होंने वीडियो कॉल को बैक कैमरे पर डाला और फिर उन्होंने फोन को कमरे की अलमारी में कोने में रख दिया .......

मुझे बेड सहित पूरा कमरा साफ नजर आ रहा था ....... और फिर मैंने अपनी साइड से कॉल म्यूट कर दी ........ दीदी वापस जा कर बेड पर लेट गयीं उन्होंने सिर्फ ब्रा पैंटी पहनी थी ....... थोड़ी ही देर में बाथरूम का दरवाजा खुला और श्वेता भी आ गयी उसने एक क्रीम कलर की सिल्क की नाइटी पहनी थी और खुले बालों में और चश्मे में वो बेहद खूबसूरत लग रही थी ......

उसने लाइट ऑफ कर दी तो दीदी बोली...... लाइट ऑन करो ना श्वेता अंधेरे में मज़ा नही आता मुझे और उसने लाइट ऑन कर दी ....... फिर वो भी बेड पर आ गयी ...... और बोली सोना नही है क्या ...... दीदी बोली इतनी जल्दी अभी तो मुझे मज़े लेने हैं अपनी ननद रानी से और श्वेता का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया .......

अब श्वेता भी इस सब की अभ्यस्त हो रही थी और शायद उसे भी इस खेल में मज़ा आने लगा था और आज वो पहली बार बियर के नशे में भी थी वो खिंची हुई आ कर दीदी के सीने से चिपक गयी और दीदी ने उसकी पीठ सहलाते हुए उसके होंठो पर अपने होंठ चिपका दिया और दोनो जवान और सेक्सी लड़कियां एक लंबे और गरम चुम्बन में मशगूल हो गईं वो देखते हुए मैंने भी अपना लंड निकाला और श्वेता की पैंटी लंड पर लपेट कर उन कामुक दृश्यों का आनंद लेने लगा .........

2 मिनट चले इस लंबे किस के बाद दीदी ने श्वेता के चेहरे को अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया और उसकी गांड़ के ऊपर से नाइटी को खींचते हुए उसकी गांड़ नंगी कर दी और फिर उसकी पैंटी में कसे हुए चूतड़ों को कस कस के मसलती हुई बोली श्वेता सच बता मज़ा आ रहा है या नही ........ श्वेता नशे में लड़खड़ाती आवाज़ में बोली हां भाभी अच्छा लग रहा है ......, फिर मानेगी ना मेरा कहना ....... ह हां भाभी .. .. . गुड चल फिर जल्दी से नंगी हो जा सारे कपड़े निकाल दे ......

और श्वेता ने बैठ कर अपनी नाइटी निकाल दी फिर ब्रा भी खोल कर रख दी अब उसके बदन पर सिर्फ एक पैंटी थी ....... दीदी ने कहा इसे भी निकाल ना जल्दी से वो खड़ी हुई और पैंटी को भी टांगो से निकाल कर फेंक दिया ....... दीदी ने भी लेटे हुए अपनी पैंटी निकाल दी और श्वेता से कहा ....... आओ श्वेता come on मेरे मुह पर बैठ जाओ अपनी चूत रख कर आज हम 69 करेंगे .......

श्वेता बोली ये क्या होता है भाभी और दीदी उसे किसी टीचर जैसे 69 के बारे में बताने लगी और उसने भी एक अच्छे स्टूडेंट जैसे सब समझा और फिर दीदी के ऊपर आ गयी ........ और दोनो लकड़ियां एक दूसरे की चूत को सहलाने लगीं और फिर दीदी ने श्वेता की चूत को चूम लिया श्वेता सिहर उठी और बोली भाभी अच्छा लग रहा है ........


दीदी बोली तुम भी मेरी चूत चाटो श्वेता मुझे भी अच्छा लगेगा और फिर श्वेता ने झिझकते हुए दीदी की चूत पर होंठ रखे दीदी ने अपना हाथ उसके सर पर फिराते हुए उसका सर अपनी चूत पर दबा लिया और बोली जीभ डाल कर चाट ना अच्छे से मेरी जान ....... और खुद अपनी जीभ श्वेता की चूत पर फिराने लगी .....


श्वेता मस्ती में डूबने लगी और फिर उसने दीदी की चूत की मज़े से चाटना शुरू कर दिया और दोनों एकदम मज़े से एक दूसरे की चूत चाटते हुए सिसियाने लगी और दीदी ने श्वेता की चूत की दाने को होंठो में दबा लिया श्वेता ने तेज आह भरी और बोली aaahhhh भाभी बस इसे ही चूसो .......


दीदी के कुछ देर उसकी चूत का दाना चूसा और फिर उसकी गांड़ के छेद को निशाना बनाया दीदी की जीभ उसके नंगे चूतड़ों पर लपलपाती हुई उसकी गांड़ की दरार में समा गई श्वेता बेतहाशा मचलने ....... दीदी ने कहा श्वेता मेरी जान उंगलियां डाल दे मेरी बुर में उफ़्फ़फ़फ़ और श्वेता ने दो उंगलियां दीदी की बुर में पेल दी और उंगलियों से दीदी की बुर चोदने लगी ...... और दीदी श्वेता की गांड़ के भूरे छेद को मुह में भर कर पीने लगीं साथ ही उनकी उंगली श्वेता की चूत की गीली दरार में हरकत कर रही थी .......


इस दोतरफे हमले श्वेता की जान सी निकलने लगी और किसी चुदासी कुतिया जैसे किकियाते हुए झड़ने लगी और तेज तेज सांसे लेने लगी ........ और दीदी ने उसकी अनचुदी चूत पर जीभ फिराते हुए उसका सारा रस चूस लिया .......


एक और बार जीवन के इस अद्भुत सुख को महसूस करने के बाद श्वेता खिसक कर दीदी के बगल में लेट गयी और आंखे बंद किये हुए उस सुख को याद कर के मुस्कुराने लगी दीदी ने करवट ले कर श्वेता की नंगी चुचियों पर हाथ फिराते हुए कहा श्वेता सच मे तेरी बुर का स्वाद बड़ा मस्त है तेरा पति तो दिन रात तेरी बुर में मुह डाले पड़ा रहेगा .........


दीदी के ये बात सुन कर मेरे होंठो पर एक मुस्कान आ गयी ...... और श्वेता ने आंख खोल कर दीदी को देखते हुए कहा भाभी थैंक्स मुझे तो इस सब के बारे में कुछ पता ही नही था ........ मैं तो बस इतना जानती थी लड़के लड़की दोस्ती करते हैं और उसके बाद किसिंग करते हैं मैं तो उसी को सेक्स समझती थी ........ दीदी बोली अभी हमने जी किया उसे भी सेक्स नही कहते मेरी जान ये तो बस मस्ती थी जो जवान लड़कियां अक्सर आपस मे कर लेती हैं ..........


श्वेता हैरानी से बोली ओहहह भाभी फिर सेक्स में क्या होता है ......? दीदी मुस्कुरा कर बोली जब कोई मोटा लंड तेरी इस बुर में घुसेगा और रगड़ रगड़ कर घंटे भर तेरी चुदाई करेगा तब तुझे पता चलेगा सेक्स क्या होता है मेरी बन्नो और दीदी ने उसकी चूची का निप्पल मसल दिया श्वेता सिसकते हुए बोली हाय्य्य्य भाभी दर्द होता है धीरे से .......


दीदी बोली मैं तो धीरे से करूंगी पर कोई मर्द तो बेदर्दी से ही चोदेगा तुझे मौका मिलने पर मर्दों को दर्द दे कर चोदने में ही मज़ा आता है वैसे चुदवाने का मज़ा भी तब ही आता है जब चुदने के बाद बदन में दर्द हो और अंगों में टीस उठे ....... फिर वो बोली श्वेता तूने तो कभी चुदाई भी नही देखी होगी ......


श्वेता बोली एक बार मेरी एक फ्रेंड ने कॉलेज में दिखाई थी फोन पर मैं देख कर बहुत घबरा गई थी मेरी हिम्मत नही हुई देखने की ...... दीदी बोली चिंता ना करो मैं तुम्हें व्हाट्सएप्प पर बढ़िया बढ़िया क्लिप्स भेज दिया करूंगी उन्हें देख कर चूत में उंगली कर लिया करना क्यों कि अब तो तुम्हारा मन करेगा रोज ये मज़े लेने को .........


श्वेता बोली हां भाभी मन तो करेगा वाकई बड़ा मजा आता है जब बुर से कुछ निकलता है ...... दीदी बोली अच्छा अब तुम आराम करो मैं थोड़ी देर में आती हूँ ...... श्वेता बोली आप कहाँ जा रही हो भाभी ...... दीदी बोली तुम्हारे भैया के पास बेचारे बहोत तरस रहे हैं मुझसे अकेले में मिलने को .......


श्वेता बोली ओहहह पर वो अकेले में क्यों मिलना चाहते हैं आपसे ..... दीदी ने उसका गाल खींच कर कहा एकदम पागल है तू भी मैं उनकी होने वाली बीवी हूँ वो मुझसे अकेले में क्यों मिलना चाहेंगे सोच ले ...... श्वेता बोली आपका मतलब सेक्स करने के लिए ...... दीदी बोली हां वही मतलब है मेरा वैसे भी तूने चाट चाट आकर मुझे गरम तो कर दिया है अब मेरी बुर की गर्मी तेरे भैया का लंड ले कर ही शांत होगी ......


श्वेता बड़े गौर से दीदी को देखने लगी ...... और दीदी ने उठ कर अपने बैग से एक नाइटी निकाली ये वही ब्लैक वाली सेक्सी नाइटी थी और उसे पहन कर अपने बाल कंघी कर के बोली ok श्वेता मैं जा रही ....... दीदी दरवाजे के पास पहुंची ही थीं कि श्वेता बोली भाभी ...... दीदी ने मुड़ कर उसे देखा ...... श्वेता ने कहा भाभी मुझे देखना है .......

दीदी वापस उसके पास आ गईं और बोली क्या कहा फिर से बोल ...... श्वेता ने कहा .......मुझे देखना है आपको सेक्स करते हुए ...... दीदी को भी थोड़ा आश्चर्य हुआ वो ऐसा कुछ एक्सेप्ट नही कर रही थीं ....... दीदी ने कुछ सोचते हुए कहा ठीक है तुम मेरी फ्रेंड हो तो तुम्हारे लिए इतना तो करूंगी ही ...... लेकिन तुम अभी पूरी तरह से खुल कर नही बोल रही हो ...... सेक्स कहने में उतना मज़ा नही आता यार ...... श्वेता ने इस बार बड़े कॉन्फिडेंस से कहा ok भाभी मुझे तुम्हारी और भैया की चुदाई देखनी है ...... दीदी ने उसका गाल खींच कर कहा गुड गर्ल ...... चलो फिर नाइटी तो पहन लो या ऐसे ही नंगी चलोगी .......

श्वेता नाइटी पहनते हुए बोली पर भाभी आप तो अंदर चली जाओगी और भैया दरवाजा बंद कर लेंगे फिर मैं कैसे ....... दीदी ने कहा खिड़की तो होगी ना उनके कमरे में ..... श्वेता ने कहा हां बाहर बॉलकनी की ओर खुलती है दीदी ने कहा मैं चुपके से खोल दूंगी जरा सी उसी से अंदर देख लेना .......


श्वेता ने कहा ठीक है भाभी थैंक्स ...... दीदी ने कहा वैसे तेरी उम्र अब चुदाई देखने की नही चुदने की है ...... अच्छा एक बात बताऊं राज की ....... श्वेता बोली हां बताओ ना भाभी आपकी तो बातें भी मज़ेदार होती हैं ...... दीदी बोली सिर्फ बातें .....? श्वेता जल्दी से बोली नही नही सब कुछ ....... दीदी हंस दी और बोली मैं तेरे भैया दोनो चाहते हैं कि तेरी और विकास की शादी हो जाये ...... तुझे विकास कैसा लगता है ....... श्वेता ये सुन कर एकदम से शर्मा गयी और बोली ...... भाभीईईई अभी मेरी शादी की उम्र है क्या आज ही 18 कि हुई हूँ और अभी मेरी स्टडी चल रही है ......


दीदी हंस कर बोली आज ही थोड़े कर रहे हैं यार मेरा मतलब था हम ऐसा सोच रहे हैं जब उम्र होगी शादी की तभी करेंगे लेकिन तुम्हें विकास कैसा लगता है अपने लिए वो पूछ रही थी मैं .........

इन सब बातों को सुन कर मेरे लंड के साथ साथ कान भी खड़े हो चुके थे .......

श्वेता बोली ठीक है हैंडसम है स्मार्ट है समझदार है केयरिंग है और आज शाम पार्टी में उसका वो उन बेहूदे लड़कों को पीटना मुझे बहोत अच्छा लगा ...... पर इससे ज्यादा मैंने कुछ सोचा नही अभी उसके बारे में ...... दीदी बोली ठीक है आराम से सोच लेना पर इतना मैं हिंट दे देती हूं तेरे लिए वो परफेक्ट है हर तरह से ...... चल मैं जा रही ऊपर तुम थोड़ी देर बाद आना जब मैं मैसेज करूँ ok .......

और फिर दीदी मुझे फोन की स्क्रीन पर अपनी ओर आती दिखी और फोन उठा कर कमरे से बाहर निकल गईं सीढ़ियों के पास पहुंच कर उन्होंने काल को फ्रंट कैमरे पर एडजस्ट किया और मुझे देख कर मुस्कुरा कर thumbsup का इशारा किया मैंने भी उन्हें फ्लाइंग किस दी और ऊपर चढ़ते हुए उन्होंने bye करते हुए कॉल डिसकनेक्ट कर दी .......

मैं इस टाइम एकदम चुदाई के मूड में था पर दीदी तो अभी प्रतीक के रूम में जा रही थीं ........ मैंने श्वेता की पैंटी को तकिए के नीचे डाल कर अपना खड़ा लंड अंदर किया और एक लोअर पहन लिया ...... एक खिचड़ी मेरे दिमाग मे भी पकने लगी थी ...... और तभी मेरे रूम का दरवाजा धीरे से नॉक हुआ मैंने जा कर दरवाजा खोला तो दीदी अंदर आ गईं और बोली विकी सॉरी जान मन तो तेरे साथ चुदाई का कर रहा है लेकिन अभी जाना पड़ेगा प्रतीक के पास .......

मैंने कहा कोई नही दीदी उसे तो सिर्फ आधे घंटे मिलेंगे मेरे पास तो पूरी जिंदगी है अपनी बीवी को प्यार करने के लिए ...... दीदी एकदम से मेरे सीने से लिपट गयीं और मेरे होंठ चूसने लगी और फिर अलग होते हुए बोली अभी श्वेता आएगी ऊपर देख लेना अगर कुछ जुगाड़ बन सके तो बना लेना ..........

मैंने कहा यार मैं भी कुछ सोच तो रहा था दीदी बोली ok अब मैं जाऊं...... कैसा इत्तेफाक था मेरी दीदी जो अब मेरी बीवी भी थी मुझसे इजाजत मांग रही थी अपने होने वाले पति से चुदने के लिए ....... मैंने हां में सर हिला दिया ...... दीदी ने पूछा बुरा लग रहा है जानू ...... मैंने कहा हां लग तो रहा है पर जाओ ...... मैंने ही इस शादी के लिए जिद की थी तुमसे ...... दीदी बोली जान एक न एक दिन तो ये होना ही था ......

और बस इसीलिए मैं श्वेता की शादी की तुमसे करवाना चाहती हूं कि अगर प्रतीक मुझे चोदेगा तो तुम भी उसकी बहन चोदोगे ...... मैंने कहा जाओ आप ....... और दीदी दरवाजा खोल कर निकल गयीं ....... मैंने दरवाजा पूरी तरह बंद नही किया और वही दरवाजे के पास एक कुर्सी डाल कर बैठ गया ...... कमरे की लाइट मैंने ऑफ कर दी थी ........

दीदी को प्रतीक के कमरे में गए 2 मिनट हो रहे थे और अब मैंने खुद के मन को समझा लिया था कि मुझे दीदी और प्रतीक के रिश्ते को ले कर इतना पजेसिव नही होना चाहिए क्योंकि मैं ऐसा चाहता था तभी दीदी ने इस रिश्ते के लिए हां की थी ...... और दीदी किसी भी कंडीशन में सारी जिंदगी मेरे साथ नही रह सकती थीं ...... हां ये सब जो वो कर रही थीं उस कंडीशन में हमे बहोत सारा मौका और टाइम मिलने वाला था एक दूसरे को प्यार करने का और एक दूसरे के साथ जिंदगी बिताने का ........ ये सबसे बेस्ट पॉसिबल प्लान था ....... जिसमे हम सब मैरिड लाइफ के साथ साथ एक दूसरे के साथ अपने प्यार के रिश्ते को भी निभा सकते थे और परिवार और समाज का भी कोई डर नही था ........

(उधर प्रतीक के कमरे में ....... क्या हुआ ये दीदी ने मुझे लखनऊ से वापसी के रास्ते मे बताया था पर मैं उसका वर्णन अभी कर रहा हूँ )

दीदी ने मेरे रूम से निकल कर प्रतीक का डोर नॉक किया और प्रतीक ने झट से दरवाजा खोला ....... और दीदी को देख कर किनारे हटते हुए बोला वेलकम स्वीटहार्ट मेरे रूम में पहली बार तुम्हारा स्वागत है ...... दीदी अंदर आईं और प्रतीक ने दरवाजा बंद कर लिया ........

दीदी ने गौर से एक बार पूरे कमरे का जायजा लिया और बोली बढ़िया है मेरा बैडरूम ....... शादी के बाद ये मेरा भी कमरा होगा प्रतीक बोला ये अभी भी तुम्हारा ही कमरा है जानू ना सिर्फ ये कमरा बल्कि ये घर और मैं सब तुम्हारा ही है निकी ...... और और प्रतीक ने दीदी के करीब आ कर दीदी को अपनी बाहों में भर लिया दीदी ने भी अपनी बाहें उसके इर्द गिर्द कस दीं........

प्रतीक ने दीदी के माथे को चूम कर कहा ओहहह मेरी जान जिस दिन से तुम्हे देखा था बस तुम्हे अपनी बाहों में लेने के लिए बेकरार था और दीदी ने अपने होंठ उसके होंठो पर रख दिये और दोनो एक दूसरे को बेतहाशा चूमने लगे ........ दीदी भी इस समय एकदम गरम थीं और प्रतीक तो था ही भूखा ....... ठरकी .........

तभी दीदी ने कहा जानू तुमने अपना वो वाश किया है नही ...... प्रतीक बोला शाम को नहाया था उसके बाद से तो नही किया ...... दीदी बोली जाओ फिर उसे धो कर आओ तभी मैं उसे मुह में लुंगी ....... प्रतीक ने मुस्कुरा कर किसे ....... दीदी ने उसके लोअर में बने हुए टेंट की ओर इशारा किया ....... प्रतीक ने कहा नाम भूल गयी क्या इसका ....... दीदी ने कहा भूली नही हूँ लेकिन सामने बोलने में शर्म आती है ना फोन पर तुम देखते थोड़े हो मुझे इसलिए बोल देती हूँ ....... प्रतीक ने कहा एक बार बोलो ना जान प्लीज तुमने कहा था कुछ भी ..........

दीदी शर्माने की जानदार एक्टिंग करते हुए बोली करने को कहा था बोलने को नही ...... प्रतीक बोला ठीक है फिर आज कर ही लेता हूँ सब अपने मन की ....... बातें तो फोन पर होती ही रहेंगी ....... और वो बाथरूम का दरवाजा खोल के अंदर घुस गया ...... दीदी ने जल्दी से फोन उठा के श्वेता को मैसेज भेजा ...... आ जाओ ऊपर ......... और खिड़की के पास जा कर एक पल्ले की चटकनी खोल कर उसे जरा सा खोल दिया फिर वो आ कर बेड पर बैठ गईं ........

दो मिनट में प्रतीक वापस आया सिर्फ अंडरवियर में और दीदी उसे इस हालत में देख कर मुस्कुरा दी ....... उसने कहा तो कितना वक्त है मेरे पास ....... दीदी ने कहा वैसे तो मैंने आधा घंटा दिया था तुम्हें लेकिन तुम जो करना चाहते हो कर लो जी भर के और ये सुनते ही प्रतीक ने दीदी के पास आ कर उनके सामने खड़े हो कर अपना अंडरवियर भी सरका दिया और उसका 8 इंच का मोटा लंड दीदी की नजरों के सामने आ गया .......

उसका लंड देख कर दीदी की आंखों में खुशी और लालच के भाव आ गए और दीदी ने उसे मुट्ठी में भर कर उसके सुपाड़े को चूम लिया ऊम्म्म्म और बोली हाय राजा बड़ा मस्त है तुम्हारा ....... लंड ...... प्रतीक ने कहा पसन्द आया तुम्हे ...... दीदी बोली हां जानू ऐसा तो किसी को भी पसन्द आएगा ....... और दीदी ने सुपाड़े को होंठो में दबा कर चूसना शुरू कर दिया और प्रतीक हाय हाय कर उठा ........ जल्दी ही दीदी प्रतीक का लंड 5-6 इंच तक मुह में ले कर चूसने लगी और प्रतीक ने अपना हाथ उनकी नाइटी के गले में घुसा कर उनकी चुचियाँ पकड़ कर मसलनी शुरू कर दी दीदी भी मस्त होने लगी और एक हाथ से प्रतीक के आंड़ मसलने लगी ......

उधर श्वेता ने मोबाइल पर मैसेज पढा औए धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर निकली और सीढ़ियों की ओर चल पड़ी ...... उसका दिल तेजी से धड़क रहा था आज से पहले उसकी लाइफ में सब एकदम सामान्य तरीके से चल रहा था सुबह स्कूल जाना शाम को वापस आना अपनी पढ़ाई घर के काम और मम्मी और भैया के साथ प्यार से गुजरती जिंदगी बस इतना ही था उसकी लाइफ में 4-5 कॉलेज फ्रेंड थीं वो भी सब उस जैसी ही सीधी सादी एक वो ही फ्रेंड कुछ चालू थी जो शाम को पार्टी में उसे मुझे पटाने की सलाह से रही थी उसका नाम कृति था और वो एक साथ दो तीन लड़को से सेटिंग रखती थी ......

हांलाकि वो भी अभी चुदी नही थी पर बाकी मज़े ले चुकी थी और कई बार श्वेता को भी अपने और अपने bf के किस्से सुनाया करती थी और एक बार उसी ने श्वेता को फोन पर पोर्न दिखाई थी ...... ऐसी सीधी सादी लड़की को पिछले दो दिनों से झटके पर झटके लग रहे थे सबसे पहले कल सुबह जब वो नहाने के बाद वापस अपने कपड़े धुलने गयी थी तो उसकी पैंटी पर लगा हुआ वो चिपचिपा ग्लू जैसा पता नही क्या था वो उस बारे में कृति से पूछना चाहती थी लेकिन कल से उसे मौका ही नही मिला ...... अकेले में उस से बात करने का ......

और आज सुबह निकिता और विकास के आगमन के बाद से उसके हाथ जो जो हुआ था ...... एक ही दिन में वो काफी कुछ सीख समझ गयी थी पहली बार तो उसे सब अजीब लगा लेकिन जब उसके भैया प्रतीक ने कहा कि वो अब बड़ी हो गयी है एडल्ट हो चुकी है और चाहे तो ड्रिंक कर सकती है तो उसे लगने लगा कि अब वो सच मे बड़ी हो गयी है बालिग हो गयी है और वो जो भी काम जो गलत होते हैं छुप कर किये जाते हैं वो सब अब वो भी कर सकती है .........

और आज अपनी भाभी के साथ किये गए लेस्बियन सेक्स में उसे भी काफी मज़ा आया था और अब वो सब कुछ जानना चाहती थी चुदाई क्या होती है कैसे होती है कैसे इस नन्हे से छेद में मोटा सा लंड चला जाता है देखने की इच्छा प्रबल हो गयी थी उसके नादान मन में ........

इन्ही ख्यालों में खोई हुई वो थोड़ी डरी हुई ये सोंचती हुई कि अपने सगे भैया को वो कैसे नंगा देखेगी उफ़्फ़फ़फ़ इतना सोचने भर से उसके बदन में सिहरन होने लगी ....... वो तो बियर का सुरूर था जो वो इतनी हिम्मत कर बैठी ऐसे तो वो कभी ऐसा नही कर पाती .......

ऊपर पहुंच कर उसने दरवाजे से अंदर झांक कर तसल्ली की सभी कमरों के दरवाजे बंद थे और फिर वो दबे पांव तेजी से बॉलकनी की ओर भागी और फिर खिड़की के पास पहुंच कर दुबक के बैठ गयी ....... एक मिनट तक सब ओर देख कर तसल्ली करने और सब ठीक ठाक पाने के बाद उसने सर उठा कर खिड़की के पल्ले में बनी हुई दराज पर आंख लगाई ........

ठीक इसी वक्त निकिता ने प्रतीक का लंड मुह में लेना शुरू किया था ...... और वो लंड देखते ही श्वेता की आंखे चौड़ी हो गई ....... उफ़्फ़फ़फ़ इतना बड़ा मोटा और किसी डंडे जैसा सख्त लंड ....... और भाभी कितने मज़े से चूस रही है इसे जैसे कोई लॉलीपॉप हो ....... यानी कि लंड चूसने में मज़ा आता है उसके मन ने उसके सवाल किया ...... और फिर मन ने ही जवाब दिया जरूर आता होगा अभी भाभी की चूत चाटने में भी तो मज़ा आ रहा था मुझे कुछ ऐसा ही या शायद इस से भी ज्यादा मज़ा आता होगा .......

और मैं दरवाजे की झिरी से श्वेता को ऊपर आते फिर बॉलकनी में जाते और फिर खिड़की से अंदर झांकते वो सारी हरकतें देख रहा था .........

उधर अंदर प्रतीक के कमरे में दीदी ने प्रतीक का लंड चूस चूस कर अपने थूक से तर कर दिया था ...... और अब उसे मुठ मारते हुए उसके फूल कर लटके वीर्य से भरे आंड़ पर जीभ फिराने लगी थीं और प्रतीक के मुह से आहें निकल रही थीं ....... aaahhh निकी क्या मस्त लंड चूसती हो तुम जानू उफ़्फ़फ़ मेरी जान मैं तो रोज एक बार तुम्हे लंड चुसाने वाला हूँ शादी के बाद अब बस करो ना जान नही तो झड़ जाऊंगा तुम्हारे मुह में ही ....... और आखिर दीदी ने उसका लंड छोड़ दिया .......

प्रतीक ने कहा तुम कमाल हो जान लव यू सो मच ...... अब मेरी बारी ये कहते हुए उसने दीदी की नाइटी को डोरी खींच दी और उसे उतार दिया अंदर दीदी ने कुछ भी नही पहना था तो नाइटी हटते ही उनका नंगा बदन देख प्रतीक की आंखे चुंधिया गयीं ...... और वो दीदी को बेड पर लिटा कर उनके ऊपर चढ़ सा गया और उनके चेहरे को चूमने चाटने लगा ....... दीदी की गर्दन से होंठ रगड़ते हुए वो उनकी नंगी चुचियाँ चूमने लगा और फिर निप्पल को मुह में भर कर चूसने लगा दीदी की भी गर्मी तीव्र होती जा रही थी और वो अपने दूसरे निप्पल को सहलाने लगी ये देख कर प्रतीक ने उनका हाथ उनके निप्पल से हटा कर खुद ही दूसरे निप्पल को मसलना शुरू कर दिया और अचानक उसकी नजर दीदी की आर्मपिट से झांक रहे लंबे लंबे बालों पर पड़ी और ये नजारा देखते ही वो बेकाबू सा हो कर दीदी के हाथों को उनके सर से ऊपर उठा कर उनकी आर्मपिट को सूंघने और चाटने लगा ..........

किसी भूखे कुत्ते की तरह जी भर कर दीदी की बगलों को चाटने के बाद वो सरक कर दीदी की चूत पर आ गया और दीदी की घनी झांट वाली बुर को देखते ही वो सिसिया कर बोला aaaahhhh निकी thanks जानू तुम्हारी बुर की झांटे देख कर मज़ा आ गया मुझे भी और मेरे लंड को भी और उसने दीदी की बुर को चूमना शुरू कर दिया और बेतहाशा चाटने लगा ......


दीदी उसका सर हाथो से पकड़ कर अपनी बुर पर दबाते हुए बोली जानू तुम्हारे कहने से ही झांटे बड़ी की हैं तुम्हें पसन्द है ना झांटो वाली बुर ....... प्रतीक हां मेरी जान लव यू ऊऊम्म्म्म्म और फिर वो अपनी जीभ दीदी की बुर में घुसा कर अंदर तक बुर चाटते हुए दीदी की बुर का स्वाद लेने लगा ...... दीदी ने मस्ती में अपनी टांगें हवा में उठा दी और अपनी गांड़ उठाते हुए बोली उफ़्फ़फ़फ़ ऐसे ही चाटो राजा अंदर तक बड़ी गुदगुदी हो रही मेरी बुर में और प्रतीक ने बुर के अंदर जीभ घुमा कर निकाली और फिर जीभ को गांड़ के छेद पर फिराने लगा ........

मैं चुपचाप श्वेता को देख रहा था तभी मुझे ऐसा लगा श्वेता ने अपनी नाइटी ने हाथ डाला और शायद अपनी चूत सहलाने लगी ....... और मैं धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर निकला और फिर नीचे उतर गया श्वेता अंदर चल रही चुदाई देखने मे इतनी खोई थी कि उसे पता ही नही चला मैं उसके पीछे से गुजर गया हूँ .......

नीचे जा कर मैंने किचन वाले फ्रीज के पानी की बोतल निकाली और ....... दो घूंट पी कर बोतल लिए हुए बड़े आराम से सीढियां चढ़ता हुआ ऊपर आने लगा आखिरी सीढ़ियों पर पहुंच कर मैं जान बूझ कर पैर तेजी से रखने लगा ताकि श्वेता को मेरे आने की आहट मिल जाये ....... और हुआ भी वही जैसे ही मैं सीढ़ियों से ऊपर पहुंचा तो देखा श्वेता बॉलकनी में खड़ी सड़क की ओर देख रही थी ....... (अब वो बेचारी इतनी जल्दी कहीं गायब भी तो नही हो सकती थी)

उसने मेरी ओर देखा मैंने चौंकने की एक्टिंग करते हुए कहा अरे आप इस वक़्त यहाँ ....... हांलाकि मेरा सवाल बेवकूफी भरा था ये उसका घर था वो कभी भी कहीं भी हो सकती थी ........ उसने एकदम धीरे से जवाब दिया कि ...... मुझे नींद नही आ रही थी तो सोचा यहां खुली हवा में कुछ देर ....... मैंने कहा सही है ...... फिर वो बोली आप अभी सोए नही ...... मैंने कहा सो गया था लेकिन प्यास लगी तो नींद खुल गई ....... उसके चेहरे पर थोड़ी परेशानी और उलझन के भाव थे ...... उसे लगा शायद मैंने जाते समय उसे प्रतीक के रूम में झांकते देखा होगा .......


और वो बेहद धीरे बात कर रही थी इस डर से कहीं कमरे में मौजूद प्रतीक उसकी आवाज़ ना सुन ले ....... मैंने कहा अगर नींद नही आ रही तो चलिए कुछ देर बातें करते हैं ........ उसे मानो वहां से हटने की वजह मिल गयी और वो बोली हां चलो आपके कमरे में चलते हैं और ये कहते हुए वो सीधा मेरे कमरे की ओर बढ़ गयी .......

पीछे से मैं भी कमरे में आ गया ..... वो बेड पर बैठ गयी और मैं भी उसके पास ही बैठ गया ....... कुछ देर तक हम अपनी पढ़ाई और सब्जेक्ट के बारे में डिस्कस करते रहे ........ फिर वो बोली आपका गिफ्ट बहोत खूबसूरत था और उसकी मुझे जरूरत भी थी मेरी वाच कुछ दिन पहले ही खराब हुई थी ....... और मैं सोच रही थी नई लेने के लिए पर आपने दे दी .......

मैंने कहा चलो अच्छा है मेरा गिफ्ट हर टाइम आपके साथ रहेगा जितनी बार आप टाइम देखोगी शायद मुझे याद करोगी ....... वो मुस्कुरा दी ...... चश्मे वाली लकड़ियां वाकई खूबसूरत होती हैं .......... उसने कहा आपने आज शाम उन लड़कों की बढ़िया धुलाई की लेकिन उन्होंने ऐसा क्या किया था वो कोई नही बता रहा ..........

मैंने कहा किया तो कुछ नही था पर आपके बारे में एकदम बेहूदी बात कर रहे थे वो बस वो सुन कर मुझे गुस्सा आ गया और ....... और आपने उन्हें धो डाला कहती हुई वो हंस पड़ी ...... मैं भी मुस्कुरा दिया ....... फिर वो एकदम गौर से मेरी ओर देखने लगी जैसे कसाई बकरे को देखता है ....... और मैंने पूछ लिया ऐसे क्या देख रही हो ...... वो बोली देख रही हूं आप कैसे लगते हैं ........

उसकी अजीब सी बात सुन कर मैं हंस दिया ....... और कहा मतलब मैं समझा नही ....... वो बोली किसी ने मुझसे पूछा आप मुझे कैसे लगते हैं ....... मैंने कहा अच्छा तो बता दीजिए मैं आपको कैसा लगता हूँ ....... वो बोली एक बात कहूँ आप मुझे आप कहना बन्द कीजिये मैं छोटी हूँ आपसे मैंने कहा ठीक है लेकिन तुम भी मुझे तुम कहोगी ....... वो बोली ok .......

मैंने फिर पूछा तो बताओ तुम्हें मैं कैसा लगा ......? वो बोली ठीक हो ...... मैंने कहा पर मुझे तुम बहोत अच्छी लगी बहोत प्यारी एकदम क्यूट सी और शायद इसीलिए तुम्हारे बारे में गलत सुन कर मुझे गुस्सा आ गया ..... वो हंस दी और बोली अच्छा ऐसी बात है मैंने कहा हां ऐसी ही बात है .......

फिर उठ खड़ी हुई और बोली ....... अच्छा मैं चलती हूँ किसी ने देख लिया तो मुसीबत होगी ...... मैंने कहा श्वेता कुछ कहना है तुमसे उसने बड़ी अदा से मेरी ओर देखा और बोली मैं जानती हूं ...... मैंने हैरानी से कहा कैसे जानती हो तुम ...... उसने तकिए के नीचे से झांक रही अपनी पैंटी की ओर इशारा कर के कहा ये ...... इसने बता दिया कि तुम क्या कहना चाहते हो और मैं एकदम से घबरा गया और हकलाते हुए कहा ...... क क क्या कह रही हो ये क्या है मैं नही जानता ........ वो बोली अब झूठ मत बोलो विकास मैं दोपहर से ही इसे ढूंढ रही थी ....... और आज सिर्फ तुम और भाभी ही गए थे मेरे रूम में ..... अब भाभी तो इसे यहां ला कर रखेंगी नही इतना मैं भी जानती हूं .........

मैंने नजरें झुका ली और अचानक वो हंसने लगी जोर जोर से और हंसते हुए बोली इतना डर क्यों गए तुम.........


मैं किसी से शिकायत नही करूंगी डरो मत उसे हंसता देख मेरी जान में जान आयी और मैंने कहा सॉरी श्वेता वो बस इस पर नजर पड़ी और मैं खुद पर काबू नही कर पाया उसने आगे बढ़ कर अपनी पैंटी को तकिए के नीचे से निकाला उलट पलट कर देखा और बोली हां तो तुम कुछ कहना चाहते थे ........

इतना सब होने के बाद मैं रिलैक्स था और खुश था की उसने इस बात को ज्यादा इश्यू नही बनाया था मैंने कहा श्वेता मुझे तुम बहोत पसन्द हो ......, बहोत अच्छी लगती हो ....... वो मुस्कुरा कर बोली विकास अच्छे तो तुम भी लगने लगे हो मुझे ....... और फिर उसने अपनी पैंटी मेरे हाथ पर रखते हुए कहा लो इसे तुम ही रखो अब ....... और वो कमरे से भाग कर नीचे चली गयी .......

मैं दरवाजा बंद कर के वापस बेड पर लेट गया और श्वेता की पैंटी को सीने से लगा कर सो गया .......।
भाई मजा आ गया
 

neeRaj@RR

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मैंने कार रोकी और बाहर आया ...... इस वक़्त मेरे मन मे एक खलबली सी मची थी ........ गेट बंद कर के मुख्य दरवाजा खोल कर मैं ड्राइंग रूम में आया पर पूरे घर मे सन्नाटा पसरा पड़ा था ....... मैं आंगन में आया और देखा श्वेता के कमरे का दरवाजा बंद था ...... और अंदर कोई हलचल नही थी दो मिनट मैं वही खड़ा रहा और फिर वापस बाहर आ गया ......

मैं ड्राइंग रूम में भी कुछ देर रुका रहा फिर ऊपर अपने कमरे में आ गया यहां भी श्वेता कहीं नजर नही आई ....... मैंने फोन निकाल कर श्वेता का नंबर डायल किया ........ घण्टी गयी और बस दो रिंग के बाद श्वेता की आवाज़ मेरे कान में गूंजी ....... हेलो कौन ....?

उसके पास मेरा नंबर नही था ......

मैंने शरारत करने की सोची ...... और जेब से रुमाल निकाल कर माइक को कवर कर के आवाज़ थोड़ी भारी कर के बोला ......
तुम श्वेता बोल रही हो ना .....?

श्वेता- हां पर आप कौन .....?

मैं- मैं वही बोल रहा हूँ जिसकी कल रात पार्टी में बेज्जती हुई थी और अपनी इस बेज्जती का बदला मैं जरूर लूंगा उस लौंडे को तो मैं जान से मार दूंगा ....... जिसने तुम्हारे सामने मेरी इज्जत का जनाजा निकाला था ......

श्वेता ये सुनते ही भड़कते हुए बोली ...... ओ दो कौड़ी के इंसान कल इतना पिट के भी तुझे अक्ल नही आई और तेरी इतनी हिम्मत की तू मुझे कॉल कर एक धमकी दे रहा है साले मर्द है तो उसी से भिड़ आ के जिसने कल तेरी मरम्मत की थी ....... लेकिन मुझे लगता है अभी तेरी मरम्मत में कुछ कमी रह गयी थी ...... तू एक बार और आजा यहां फिर देख वो क्या हाल करता है तेरा पिछली बार तो तू अपने पैरों पर चल कर गया था लेकिन इस बार स्ट्रेचर पर जाएगा ........

मैं- ओहहह बड़ा यकीन है तुम्हें उस कल के लौंडे पर लेकिन मेरे पास गन है एक गोली अंदर और भेजा बाहर .......

श्वेता- चीखते हुए रुक साले तेरी ऐसी की तैसी ...... अभी पुलिस को कॉल करती हूं शाम तक तू अपनी गन समेत जेल में ना दिखा तो मेरा नाम बदल देना साला हरामी कुत्ता गोली मारेगा मेरे विकास को ...... अभी तेरी औकात बताती हूँ तुझे .......


मेरे विकास को ...... ये तीन शब्द मेरे दिल मे उतर गए ........

लेकिन उसका बाकी का गुस्सा और डायलॉग सुन के मेरी हंसी छूट गयी और मैं जोर जोर से हंसने लगा ......

उसने फिर बड़े ताव में बोल बड़ी हंसी आ रही तुझे हरामखोर तेरी सारी हंसी बन्द करती हूं मैं तू देखता जा अब मैं क्या करती हूं ......

मैंने जल्दी से रुमाल हटा कर अपनी रियल वॉइस में कहा अरे अरे मेरी लेडी डॉन मैं हूँ विकास ...... पुलिस मत बुलाना मुझे डर लग रहा है .......

वो चौंक कर बोली विकास ये तुम हो मैंने कहा हां बस एक छोटा सा प्रैंक कर रहा था ...... वो गुस्से से बोली कितने गंदे हो तुम डरा दिया था मुझे ...... मैंने कहा अच्छा ..... पर तुम तो कहीं से भी डरी हुई नही लग रही थी ....... उल्टा मैं डर गया था तुम्हारा गुस्सा देख के ......

वो इस बार थोड़ा प्यार से बोली तो गुस्सा नही आएगा क्या कोई तुम्हारे बारे में उल्टा सीधा बोलेगा तो ...... मैंने कहा इतना प्यार करती हो क्या मुझसे ....... वो चुप हो गयी ...... मैंने कहा अच्छा ये बताओ हो कहाँ तुम मुझे कंपनी देने का वादा कर के रोक लिया और खुद गायब हो ......

वो बोली मैं तो अपने रूम में ही हूँ इंतजार कर रही थी कि तुम आओगे यहीं पर ...... मैंने कहा आया तो था कमरे के दरवाजे तक लेकिन फिर वापस लौट आया ...... वो बोली हां देखा था मैने आंगन में खड़े खोपड़ी खुजा रहे थे फिर चले गए ....... अंदर क्यों नही आये.......

मैंने कहा एक जवान अकेली लड़की के कमरे में घुसना ये मेरी आदत नही ..... ओहहो बड़े शरीफ हो मैंने कहा तुम्हें कोई शक है मेरी शराफत पे ....... वो हंस कर बोली शरीफ लोग जवान लड़कियों की पैंटी नही चुराते ....... और मेरी बोलती बंद हो गयी ........ 10 सेकेंड की खामोशी के बाद वो खिलखिला कर हंसी और बोली क्या हुआ डर गए मैंने कहा यार अब गुनाह तो हो ही गया मुझसे जो चाहे सज़ा दे दो .......

वो शोखी से बोली मुजरिम सामने आए तो सज़ा सुनाऊं या सारा मुकदमा फोन पर ही चलेगा मैंने कहा तुम ही आ जाओ न ऊपर मुझे डर लग रहा है कहीं अपने कमरे में बुला के तुम ........ वो बोली क्या ...... बात तो पूरी करो ......

मैंने कहा मेरा रेप ना कर दो........ वो खिलखिला कर हंस दी और बोली इतना डरते हो मुझसे ....... फिर शादी कैसे करोगे मुझसे ......? मैंने कहा वो तो कर लूंगा बड़े आराम से ..... उसने कहा चलो ठीक है मैंने रोका है तो मैं ही आती हूँ ....... और उसने फोन काट दिया और कुछ ही पलों में वो मेरे कमरे में आई थोड़ी शरमाई सी कुछ घबराई सी .......

वो आ के बेड के पास खड़ी हो गयी मैंने कहा बैठो श्वेता वो बैठ गयी ........ अभी भी उसने वही जीन्स और ढीला सा टॉप पहना हुआ था वो बैठ गयी सर झुका के मैंने कहा दीदी और जीजू तो वहां एन्जॉय कर रहे होंगे ....... और हम यहां बस timepass कर रहे ........ कह के मैंने श्वेता के हाथ पर हाथ रखा और उसका हाथ पकड़ के खींच लिया अपनी ओर वो खींची हुई चली आयी और मेरे सीने से लगा गयी ........

मैंने दोनो हथेलियों में उसका चेहरा थाम लिया और उसकी आँखों मे देखने लगा चश्मे के अंदर उसकी गहरी आंखों में झांकते हुए मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिये और वो सिसक कर मुझे चूमने लगी बेतहाशा ........ हमारे होंठ आपस मे गुंथे हुए थे और जैसे हममें कॉम्पटीशन चल रहा थे कौन किसके होंठ ज्यादा से ज्यादा चूस सकता है ....... ये मुकाबला चलता रहा और मैंने श्वेता को कंधों से पकड़ कर बेड पर लिटा दिया और मेरे हाथ उसकी बांहों से गुजरते हुए उसके सीने की ओर बढ़ने लगी ........

श्वेता के दिल धड़कने मुझे सुनाई दे रही थीं ........ और फिर मेरे हाथ उसकी तनी हुए कसी और सख्त चुचियों पर घूमने लगी और आखिर मैंने उसकी चुचियाँ मुट्ठी में भर कर मसल दीं और उसने तड़प कर अपनी जीभ मेरे मुह में घुसा दी ........ हमारी जीभ आपस मे टकराने लगी और श्वेता की चुचियाँ कुछ देर मसलने बाद मेरी गिरफ्त उसके छोटे मटर के दाने जैसे फूल रहे निप्पल्स पर बढ़ गयी और मैं उसे चुटकी में भर कर मसलते हुए उसकी जीभ चाटने लगा ......

मेरा लंड एकदम ताव में था और मैंने श्वेता एक हाथ पैंट के ऊपर से अपने खडे लंड पर रखते हुए उसे जोर से दबा दिया और श्वेता एकदम से मुझसे लिपट गयी और मेरे लंड को मुट्ठी में भरने की कोशिश करने लगी ....... पर जीन्स में कैद होने की वजह से वो ऐसा कर ना सकी .........

मैंने अब अपना के हाथ श्वेता के टॉप में नीचे की ओर से डालते हुए उसके नंगे पेट को सहलाते हुए अपने हाथ को ऊपर उसकी ब्रा में कसी चुचियों की बढ़ाना शुरू कर दिया और जल्द ही उसकी ब्रा के कप समेत उसकी चूची मेरी मुट्ठी में थी ........ और दूसरे हाथ से मैंने अपनी ज़िप खोलते हुए अपने लंड को अंडरवियर की कैद से आज़ाद कर दिया ........

नंगे गर्म सख्त लंड की गर्मी अपने हाथ मे महसूस कर के श्वेता ने मेरे होंठो से ध्यान हटा कर नीचे लंड को देखा और खड़े लंड को देखते ही वो एकदम से घबरा सी गयी ....... और अपना हाथ हटा लिया ......

मैंने एक बार फिर से उसका हाथ लंड पर रखते हुए कहा डरो मत ये कुछ नही करेगा ........ और इस बार उसने हिम्मत कर के लंड को मुट्ठी में पकड़ लिया ...... मैंने उसके हाथ पर हाथ रख कर उसे हाथ को ऊपर नीचे करते हुए लंड से खेलना सिखाया और उसने अपने हाथ की नीचे सरकाते हुए लंड की स्किन खोल दी .......

गुलाबी मोटे सुपाड़े को वो बड़े गौर से देख रही थी ...... मैंने कहा श्वेता इसे प्यार करोगी ...... वो ना में सर हिलाने लगी ..... मैंने कहा कर के देखो ना अच्छा लगेगा ...... वो फिर भी कुछ नही बोली ....... तो मैंने अपना हाथ पीछे उसकी पीठ पर ले जाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोल दिये ......., उसकी चुचियों पर झूलती ब्रा में हाथ घुसा कर उसकी नंगी चुचियाँ पकड़ ली और हल्के हल्के से दबाने लगा मसलने लगा ......

और आखिर में मैंने उसे बेड पर लिटाते हुए झुक कर उसकी एक निप्पल पर जीभ फिरा दी वो सिसक उठी और आंखे बंद कर के अपने कड़े निप्पल पर मेरी जीभ की हरकत को महसूस करते हुए अपनी जांघे भींचने लगी ....... मैंने बारी बारी से दोनो निप्पल को चाटते हुए एक हाथ नीचे ले कर जीन्स के ऊपर से उसकी चूत को दबोच लिया उसने एकदम से अपनी गांड़ ऊपर उठायी और बोली aaahhhhh विकास .......

मैं समझ गया ये एकदम गरम है और झड़ने के कगार पर है ....... मैंने एक निप्पल को होंठो में दबा कर चूसना शुरू कर दिया और उसकी जीन्स का बटन खोल दिया उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और बोली प्लीज मत करो ना मुझे शर्म आती है .......

मैंने कहा कुछ भी ना करूँ ......? वो चुपचाप मेरी ओर देखने लगी ....... मैंने फिर पूछा जाऊं मैं ...... उसने कहा नाराज़ हो गए ...... मैंने कहा एकदम नही ...... वो बोली विकास सॉरी पर मैं अभी इसके लिए तैयार नही हूँ ........ मैंने कहा कोई नही और मैंने वापस उसकी जीन्स के बटन बंद कर दिया और अपना लंड अंदर कर के कपड़े सही करते हुए बैठ गया उसके पास .......

उसने सर झुका कर कहा सॉरी विकास मैंने तुम्हारा मूड खराब कर दिया ....... मैंने कहा एकदम नही यार तुम मुझे प्यार करती हो ये बहोत है रही बात सेक्स की तो वो तो एक ना दिन होना ही है ....... उसने कहा अगली बार मैं नही रोकूंगी तुम्हे ........

उसने अपनी ब्रा ठीक करते हुए कहा विकास मैं कुछ पूछना चाहती हूं ...... मैंने कहा हां पूछो ना ......

श्वेता- समझ नही आ रहा कैसे कहूँ .....

मैं- एकदम रिलैक्स हो कर आराम से कहो यार मैं दोस्त हूँ तुम्हारा .........

श्वेता- तुम अपनी दीदी को कितना प्यार करते हो .....?

मैं- बहोत ज्यादा ...... जितना तुमसे करता हूँ शायद उतना ही .......

श्वेता- सिर्फ बहन के नजरिये से या कुछ और भी है तुम्हारे मन में ........

मैं- वो मेरी बहन तो है ही पर उससे बढ़ कर वो मेरी सबसे अच्छी दोस्त भी हैं इसीलिए हम हर एक टॉपिक पर खुल कर बात कर लेते हैं ..... और हमारा कुछ भी नही छिपा है एक दूसरे से ........

श्वेता- वो तो मैं देख रही हूं तुम दोनों को बॉन्डिंग लेकिन मैं ये जानना चाहती हूं कि इसके अलावा भी तुम अपनी दीदी से कुछ और चाहते हो क्या.....?

मैं- साफ साफ पूछो ना क्या पूछना चाहती हो .....?

श्वेता- मेरा मतलब की तुम उनसे सेक्स करना चाहते हो ......

मैं- सब से पहले तुम हमारे रिश्ते को हमारे प्यार को समझ लो और फिर उसे शुरू से ....... विनय वाली घटना से ले कर दिल्ली में जो कुछ हुआ वो सब उसे बताता चला गया सिवा इसके कि हमने शादी की है और सेक्स भी कर चुके हैं ....... यहाँ तक कि मैंने उसे ये भी बता दिया कि मैं और दीदी अक्सर ओरल सेक्स कर लेते हैं एक दूसरे के साथ .......

वो शांति से सब सुनती रही और जब मैं चुप हुआ तो बोली सच मे विकास भाभी किस्मत वाली हैं जो उन्हें इतना प्यारा और समझदार भाई मिला ....... मैंने कहा सॉरी श्वेता मैं तुमसे प्यार करता हूँ मगर मैं दीदी से भी उतना ही प्यार करता हूँ ....... और तुम्हें इस से कोई प्रॉब्लम हो तो अभी बोल दो क्यों कि मैं दीदी के प्रति अपना प्यार कभी कम नही कर सकता .....

वो बोली नही मुझे कोई प्रॉब्लम नही है वैसे भाभी भी तुम्हे बहोत प्यार करती हैं ....... एक बात बताऊं वो तो तुम्हारे साथ सेक्स भी कर लेंगी अगर तुम चाहो तो .....(उसने इस अंदाज में ये कहा मानो कोई बहोत राज़ की बात बता रही हो) और मैंने भी ये सुन कर हैरान होने की एक्टिंग की और बोला ......

ये शायद ठीक नही होगा श्वेता इसीलिए मैंने कभी उनसे ये इच्छा जाहिर नही की हांलाकि शायद मैं ऐसा चाहता हूं पर ठीक है उनका जितना प्यार मुझे मिल रहा है वो भी काफी है .......

और श्वेता ने मेरे गले लगते हुए कहा विकास तुम बहोत अच्छे हो मुझे तुम्हारी ये सच बोलने की आदत बड़ी पसन्द आयी ...... कुछ भी नही छिपाया तुमने सब बता दिया साफ साफ ....... बिना डरे की इस सब के बारे में जान कर मेरा क्या रिएक्शन होगा ......

मैंने कहा झूठ बोलने से कोई फायदा नही था कभी कभी ना तो ये सच तुम्हारे सामने आ ही जाता ...... और शायद उस दिन तुम मुझे माफ़ ना करती इस सब के लिए श्वेता बोली सही कह रहे हो अगर मुझे किसी और तरीके से ये पता चलता तो शायद मैं बर्दाश्त ना कर पाती पर तुमने और भाभी ने ही सब बता दिया मुझे तो अब मुझे स्वीकार है तुम्हारा ये प्यार भरा रिश्ता ......

मैंने श्वेता के गाल को चूम कर कहा thanks श्वेता तुम जितनी खबसूरत हो उतनी ही समझदार भी ....... श्वेता ने मुस्कुरा कर रहा अच्छा जी मक्खन लगा रहे हो मैंने कहा होने वाली बीवी को मक्खन तो लगाना ही पड़ेगा तभी अगली बार कुछ भला होगा मेरा आज तो सूखा सूखा गुजारा करना पड़ रहा है ........

वो कुछ सोचते हुए बोली विकास मेरी एक रिक्वेस्ट है ....... मैंने कहा बोलो यार तुम रिक्वेस्ट मत करो आर्डर दो फिर देखो मैं कैसे हर बात मानता हूँ तुम्हारी ...... वो बोली मैं चाहती हूं जब हम दोनों पहली बार सेक्स करें तो मेरी भाभी और आपकी प्यारी दीदी भी हमारे साथ मौजूद हों ....... और आप उनके साथ भी सेक्स करें उन्हें भी उनका प्यार हासिल हो और मुझे मेरा मतलब हम तीनों को .......

मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा ..... क्या सच मे तुम ऐसा चाहती हो ....... मुझे दीदी के साथ देख कर तुम्हें कोई तकलीफ नही होगी ....... उसने कहा मुझे कभी किसी और के साथ देख कर तुम्हें तकलीफ होगी क्या......? मैंने कहा ये परिस्थितियों पर निर्भर होगा अगर तुम किसी को पसन्द करती हो उसके साथ समय बिता कर तुम्हें खुशी होती है तो तुम्हारी खुशी के लिए मुझे वो कबूल होगा लेकिन अगर तुम मुझसे छुपा कर झूठ बोल कर ऐसा कुछ करोगी तो जरूर मुझे तकलीफ होगी .........

वो बोली बस ऐसे ही जब मैं कह रही हूं तो मुझे क्यों तकलीफ होगी ....... और फिर तुम भाभी जितना ही प्यार मुझे भी करते हो ना बस ....... मैंने कहा ठीक है पर दीदी से इस बारे में मैं कोई बात नही करूंगा ये काम तुम्हे ही करना होगा वो बोली ठीक है मैं कर लुंगी .......

बातों बातों में काफी टाइम बीत गया था 6 बजे मुझे माँ जी को लेने जाना था सो मैं गाड़ी ले कर मंदिर चला आया और माँ जी को ले कर वापस घर आ गया ...... माँ जी मुझसे बड़ी खुश थीं और ढेरों आशीर्वाद देने लगी ...... मैं वहीं उनके पास बैठ कर बातें करने लगा ....... और श्वेता किचन में रात के खाने की तैयारी करने लगी ........

8 बजे तक दीदी जीजू भी आ गए और वो दोनो काफी खुश और रिलैक्स दिख रहे थे ....... फिर रात के खाने के बाद सब अपने अपने कमरों में चले गए कल हमे निकलना था ........ ।

इस रात कुछ खास नही हुआ और अगली सुबह एकदम सवेरे 5 बजे किसी ने मुझे जगाया मैं उठ कर बैठ गया तो देखा श्वेता थी उसने मुझे गुड मॉर्निंग बोला और मेरे पास बैठ कर अपना हाथ मेरे लोअर पर रख कर मेरा लंड जो कि हर सुबह खड़ा ही होता है सहलाने लगी ....... मैंने उसकी गुड मॉर्निंग का जवाब दिया और उसकी इस हरकत पर थोड़ा हैरान होते हुए पूछा ये क्या है जान ........

वो मुस्कुरा कर बोली मुझे भाभी ने भेजा है मैंने कहा किसलिये वो बोली तुम्हारे इसको प्यार करने के लिए ....... मैंने कहा पर कल तो तुम घबरा रही थी और बोल रही थी अगली बार ...... वो बोली हां पर कल रात मैंने भाभी को सब बताया ...... हमारे बीच जो हुआ वो भी और हमारी जितनी बातें हुईं वो भी ....... मैंने कहा फिर ...... वो बोली फिर क्या भाभी ने मुझे समझाया कि जब किसी का मूड बना हो तो उसे रोकना या मना नही करना चाहिए ......

इसलिए मैं सुबह सुबह आ गयी कि जाने से पहले ज्यादा नही तो एक बार इसे थोड़ा सा प्यार ही कर लूं ....... मैं उसकी नादानी पर मुस्कुरा दिया मैंने कहा थोड़ा सा यानी कल की तरह आज भी सारा दिन मैं तड़पता रहूं तुम्हारी याद में ....... मैंने कहा देखो जब करना पूरा प्यार करना ये आधे अधूरे से बस प्यास बढ़ती है .......

वो कुछ उदास सी हो कर बोली सॉरी विकास कल के लिए ....... मैंने कहा कोई नही यार मैं समझता हूं तुम एक लड़की हो और पहली बार के लिए खुद को तैयार करने में समय लगता है वो बोली तुम सच मे बहोत अच्छे हो विकास ........ अच्छा एक काम तो कर दो मेरे लिए ...... मैंने कहा बोलो उसने कहा मुझे एक बार इससे वो निकाल कर दिखाओ .......

मैंने जान बूझ कर अंजान बनते हुए कहा किस से क्या निकाल कर दिखाऊँ ...... वो लंड को मुट्ठी में दबा कर इस से वो निकलता है ना सेक्स के टाइम ...... मैंने कहा तुम्हें इसका नाम नही पता ...... वो बोली पता है ...... मैंने कहा फिर ये वो क्या कर रही हो साफ साफ बोलोगी तो दिखाऊंगा ....... वो हकलाते हुए बोली मुझे अपने ल लंड से वो रस निकाल कर दिखाओ न .......

मैंने कहा ठीक है दिखाता हूँ लेकिन मुझे भी कुछ देखने को मिले तो मुझे भी अच्छा लगेगा ...... उसने कहा क्या देखना है बोलो ...... मैंने कहा एक काम करते हैं हम दोनों ही कपड़े निकाल देते हैं और फिर मैं तुम्हे मुठ मार कर अपने लंड का रस निकाल कर दिखाऊंगा ......

ठीक है ना ...... उसने बड़ी मुश्किल से हां में सर हिलाया मैंने कहा चलो फिर शुरु हो जाओ और मैंने अपनी बनियान निकाल कर फेंक दी वो उठी और कमरे का दरवाजा बंद कर के वापस आ गयी उतनी देर में मैं लोअर भी उतार चुका था और अंडी में मेरा खड़ा लंड उभरा हुआ नजर आ रहा था ....... उसने बेड के पास आ कर अपनी नाइटी खोलते हुए निकाल कर बेड पर डाल दी और मेरे लंड के उभार को देखते हुए ब्रा खोलने लगी .......

मैंने उसके नंगे दूधिया चिकने जिस्म को देखते हुए अपना अंडरवियर सरकाते हुए खड़ा लंड बाहर निकाला और उसे मुठियाने लगा ....... उसने बड़े गौर से लंड को देखते हुए अपनी ब्रा भी निकाल कर रख दी और फिर पैंटी में उंगलियां फंसा कर उसे भी नीचे सरकाते हुए टांगो से निकाल दिया ......

वो एकदम नंगी हो चुकी थी और मैं उसकी चूत देखता ही रह गया ......... घनी रेशमी झांटो से भरी अनचुदी कुंवारी चूत के लिप्स आपस मे एकदम चिपके हुए थे ...... मैं उसकी चूत देख कर अपने होंठो पर जीभ फिराते हुए तेजी से लंड पर हाथ चलाने लगा और फिर मैने बेड पर पड़ी उसकी पैंटी उठा ली और उसे अपनी नाक पर रख कर सूंघते हुए मुठ मारने लगा ........

वो मुस्कुराते हुए मेरी हरकतें देख रही थी ........ मैंने कहा श्वेता प्लीज अपनी बुर खोल कर दिखाओ ना ...... वो बोली कैसे मैंने उसे बेड पर चौपाया बनने को बोला और वो बेड पर चढ़ कर झुकते हुए अपनी गांड़ उभार कर घोड़ी बन गयी अब उसकी चूत के साथ गांड़ की दरार और छेद भी मुझे साफ नजर आ रहा था इतनी खूबसूरत गांड़ देख कर मेरे मुह में पानी औए सुपाड़े पर प्रिकम की बूंदें आ गयी ........

मैंने एक हाथ से उसकी नंगे चूतड़ सहलाते हुए मुठ मारनी जारी रखी और बोला उफ़्फ़फ़फ़ श्वेता बहोत खूबसूरत हो तुम ....... love you मेरी जान ...... उसने गर्दन मोड़ कर मुझे देखा और मुस्कुरा कर बोली ....... love you to विकास ....... मैंने कहा दीदी होती तो मेरे लंड का रस चूस कर पी जाती वो कभी मुझे लंड का रस जमीन पर नही गिराने देती हैं ......

उसने हैरानी से कहा इसे पिया भी जाता है क्या मैंने कहा हां लड़कियां तो बहोत पसन्द करती हैं लंड का रस पीना ...... वो बोली ह्म्म्म तो मैं भी try कर लूं क्या आज मैंने कहा जैसी तुम्हारी मर्ज़ी पर फिलहाल तो मेरा दिल तुम्हारी गांड़ के इस नन्हे से छेद पर आ गया है ....... और मैंने झुक कर श्वेता की गांड़ पर अपने होंठ रख दिये वो मेरे होंठो की गर्मी अपनी गांड़ पर बर्दाश्त नही कर पाई और उसके मुह से एक तेज aaahhh निकली .......... और मैं तेजी से उसकी गांड़ के छेद को जीभ से कुरेदते हुए अपने लंड को मुठियाने लगा ........ श्वेता उत्तेजित हो कर तेजी से सिसिया रही थी .......

मुझे लगा वो झड़ने वाली है उसका बदन अकड़ने लगा था और वो अपनी गांड़ मेरे मुह पर दबाते हुए आहें भर रही थी मैंने अपने दूसरे हाथ को उसकी चूत पर रखा और उसकी झांटो को सहलाते हुए चूत की दरार में उंगली फिराई उसकी चूत में काफी नमी थी ...... और मैंने जीभ को गांड़ से फिराते हुए उसकी चूत की दरार तक का सफर तय करने दिया और फिर उसकी चूत के बंद होंठो को जीभ से खोलने की कोशिश करने लगा ........ बस 8-10 चूत पर जीभ फिराते ही वो कांपने लगी और बोली aaahhhhh विकास ....... उफ़्फ़फ़फ़ ससीईईईईई उसकी चूत के होंठ फड़फड़ाये और कुछ खट्टी कसैली बूंदे मुझे अपनी जीभ पर महसूस हुई मैं उस रस को चाट चाट कर पीने लगा और दो मिनट बाद जब मैने उसकी बुर से छलकी एक एक बूंद को गले से नीचे उतार लिया तब मैं बेड से नीचे उतरा मैं भी अब झड़ना चाहता था कल से मेरा लंड अनगिनत बार खड़ा हो चुका था पर हर बार उसे मायूसी ही मिलती थी ......

श्वेता ने मुड़ कर मुझे देखा मैंने कहा श्वेता इधर बैठो सीधी हो कर मेरे सामने और वो उठ कर बेड पर पैर लटका कर बैठ गयी ....... मैं उसके पास आ गया और उसके चेहरे के ठीक सामने अपना लंड तेजी से मुठियाने लगा वो गौर से लंड को देख रही थी मैंने कहा श्वेता एक बार मुह में लो ना इसे...... और उसने अपना मुह खोलते हुए सुपाड़े को मुह में दबा लिया और जीभ को उस पर फिराने लगी ........

मेरा आंड़ सिकुड़ने लगे ....... मैंने कहा aaahhhhhh श्वेता लो मेरी जान पी लो मेरे लौड़े का रस और इसी के साथ मेरे सुपाड़े से फव्वारे की तरह वीर्य की बारिश होने लगी ........ श्वेता ने चौंकते हुए पीछे हटना चाहा पर मैंने एक हाथ से उसके सर को पकड़ लिया और पहली दो फुहारे उसके मुह में मारने के बाद अगली सारी फुहारे उसके गोर मासूम चेहरे पर और उसके चश्मे के ग्लास पर मेरा वीर्य बहता हुआ उसके गाल पर टपकने लगा आखिरी बूंदे उसके गुलाबी होंठो पर टपकाने के बाद मैंने उसे छोड़ा और देखा तो वो मुह फुलाये हुए मुझे देख रही थी उसके मुह में मेरा वीर्य था उसने इशारे से पूछा इसका क्या करूँ मैंने कहा टेस्ट अच्छा लगा हो तो पी लो ........ उसने मुह में भरे हुए वीर्य को गुटक लिया और गहरी सांस ले कर बोली ....... कितना गरम और चिपचिपा था ...... फिर वो अपना चश्मा उतार कर बोली इसे भी गंदा कर दिया तुमने मुझे कुछ दिख नही रहा ये लगा के मैंने कहा एक काम करो चाट के साफ कर लो इसे ......

और वो सच मे चश्मे के शीशे पर जीभ फिराते हुए उस पर से मेरा वीर्य चाटने लगी ........ चश्मा साफ कर के उसने एक ओर रख दिया और उठ कर बाथरूम में चली गयी दो मिनट बाद वो अपना चेहरा साफ कर के आयी और अपने कपड़े पहनने लगी मैंने भी अपने कपड़े पहन लिए 5:40 हो रहे थे ...... वो कपड़े पहन कर मेरे पास आई और मुझे गले लग कर बोली thanks viky you are so sweet love you so much ......

मैंने उसके होंठ चूम लिए और वो बोली अब मैं जाती हूँ सबके उठने का समय हो रहा ...... फिर वो कमरे से निकल गई और मैं वापस लेट गया ....... फिर 8 बजे तक नहा कर मैं भी नीचे आ गया ...... सबके साथ नाश्ता किया और प्रतीक ऑफिस जाने लगे तो मैंने उनके पैर छुए और कहा आप तो अब शाम को ही आओगे हम लोग निकल जाएंगे तब तक .......

वो बोले ठीक है पर दोपहर का खाना खा कर आराम से जाना ....... मां जी बोली मैं वैसे भी ऐसे नही जाने दूंगी इन दोनों को ........ और फिर प्रतीक चले गए ....... दीदी और श्वेता वहीं बैठ कर बातें करने लगी ....... और मैं ऊपर चला आया ...... दोपहर में 2 बजे दीदी ने कॉल किया कि आओ खाना खा लो मैं नीचे आया सबने खाना खाया ....... और फिर 3 बजे हम मां जी के पैर छू कर वहां से निकल पड़े .......
वापस प्रयागराज की ओर ......।

रास्ते मे दीदी ने मुझे अपनी और श्वेता की सारी मस्ती के बारे में बताया और ये भी की वो भी मानसिक रूप से हमारे रिश्ते को स्वीकार कर चुकी है बस एक बार हमारी ग्रुप में चुदाई हो गयी तो सब सही हो जाएगा ....... मैंने कहा thanks दीदी मेरे लिए कितना कर रही हो तुम .....

वो मुस्कुरा कर बोली तुम्हारे लिए नही जान हमारे लिए अपने लिए ....... फिर उन्होंने ये भी बताया कि कल शाम जब प्रतीक उन्हें ले कर गया था तो वो अपने एक फ्रेंड के फ्लैट पर ले गया जहां उन्होंने एक घन्टे जम के चुदाई का मज़ा लिया ....... मैंने कहा सही है शादी से पहले ही सुहागरात सुहागदीन सब मना लो वो बोली शादी तो हो चुकी है मेरी पहले ही ....... और गले मे पहने हुए मंगलसूत्र को पकड़ लिया ........ ऐसे ही बातें करते हुए हमारा रास्ता कट रहा था .......।
 

neeRaj@RR

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भाई मजा आ गया
और आज का अपडेट भी आ गया उम्मीद है ये भी मज़ा देगा आपको
 

neeRaj@RR

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Shweta lagta hai vicky ko pasand karne lagi hai.nice update
हां दोनो को प्यार हो गया है एक दूसरे से
 
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