सोए हुए मैं एक सपना देख रहा था कि मेरे कमरे में मैं श्वेता और निकिता दीदी तीनो एक साथ चुदाई का खेल खेल रहे हैं हम तीनों एकदम नंगे हैं और दीदी और श्वेता मेरे सामने बैठी एक साथ मेरा लंड चूस रही हैं ..........
उधर नीचे दीदी श्वेता के साथ उसके कमरे में थी और तभी मां जी उनके कमरे में आई उन्हें देखते ही दीदी एकदम से उठ कर खड़ी हो गईं ...... मां जी उनके इस शिष्टाचार से खुश हो कर बोल अरे बैट बेटी ......ऐसे मुझे देख कर खड़ी मत हुआ करो मैं तुम्हारी भी माँ हूँ क्लास टीचर नही मैं बस ये बताने आयी थी कि मैं थोड़ी देर के पास वाले मंदिर में जा रही हूं आज वहां कथा हो रही है श्वेता तुम खाना बना लेना टाइम से मैं डेढ़ बजे तक आ जाऊंगी और फिर वो चली गईं ........
उनके जाने के बाद श्वेता बोली भाभी आप आराम करो मैं खाना बना लेती हूं दीदी बोली अरे वाह तुम काम करो और मैं आराम ये तो गलत बात है मैं भी चलती हूँ ना ...... श्वेता मना करती रही कि रहने दो भाभी मैं कर लुंगी पर दीदी नही मानी और बोली अच्छा चलो काम मत करवाना पर मुझसे बातें तो कर सकती हो .......
फिर वो दोनो किचन में आ गयी और श्वेता ने एक स्टूल किचन में डाल दिया और दीदी को सब्जी काटने को दे दी और वो खुद खाने की तैयारी करने लगी .......
दीदी ने टमाटर काटते हुए ननद रानी सच सच बताओ कितने बॉय फ्रेंड हैं तुम्हारे ...... वो वो फ्राई पैन में तेल डालते हुए बोली एक भी नही भाभी बोला न मैं इस सब चक्कर में नही रहती ....... दीदी ने एक बड़ा सा टमाटर उठा कर उसे घुमाते हुए कहा फिर ये इस टमाटर जैसी बड़ी बड़ी चुचियाँ कैसे हो गयी तुम्हारी ....... बिना बॉय फ्रेंड से मसलवाये .......
श्वेता ने फ्राई पैन में पनीर के पीस डालते हुए कहा धत्त भाभी आपको इसके अलावा और कुछ नही सूझता क्या ....... दीदी हंस कर बोली अभी जवानी में भला और क्या सूझेगा मुझे ...... और मेरे खयाल से तुम्हे भी यही सूझना चाहिए इस उम्र में .........
दीदी की बात का श्वेता ने कोई जवाब नही दिया और मुस्कुराती रही ....... दीदी बोली वैसे एक बात तो है ....... इतना कह कर दीदी चुप हो गईं ...... तो श्वेता बोली क्या बात भाभी ...... दीदी बोली रहने दो जब तुम्हे मेरा बात करना पसंद नही आ रहा कोई जवाब ही नही दे रही हो तो क्या फायदा ......
श्वेता को लगा दीदी नाराज़ हो गयी तो वो बोली भाभी ऐसा नही है पर मुझसे पहले कभी किसी ने ऐसी बातें नही की तो समझ नही आ रहा क्या जवाब दूँ बड़ा अजीब सा लग रहा है ....... वैसे कोई बात बताने वाली थीं आप बताइए ना ...... दीदी बोली मैं लड़का होती तो जरूर तुम्हे लाइन मारती और पटा लेती ......, श्वेता हंस पड़ी और जोर से हंसते हुए बोली आप भी ना भाभी ...... मुझे पटा कर आप क्या करती वैसे ....... दीदी ने उसे घूर कर देखा और मुस्कुरा कर बोली लड़के लकड़ियों को पटा कर क्या करते हैं ये भी नही जानती ..... इतनी तो छोटी नही हो अब तुम .........
श्वेता हकलाते हुए बोली स स सेक्स ...... दीदी हां वही लेकिन मैं तो तुम्हें चोद देती मौका मिलते ही ...... दीदी कि बात सुन कर श्वेता बोली उफ़्फ़फ़ भाभी बहोत गंदी हो आप ....... दीदी बोली अच्छा तूने इंग्लिश में बोला तो सही मैंने हिंदी में बोल दिया तो गंदी हो गयी मैं ....... ठीक है मैं गंदी ही सही पर कुछ दिन बाद मुझे भी चुदना है तेरे भैया से और एक दिन तू भी चुदेगी किसी न किसी से ........
श्वेता- भाभी उफ़्फ़फ़ ऐसे मत बोलो ना दीदी बोली क्यों सुन कर बुर गीली हो रही क्या ...... श्वेता बनवाती गुस्से से दीदी को देखते हुए बोली आप क्या चाहती हो ...... दीदी बोली यही की मुझसे दोस्ती कर लो बहोत मज़े करवाउंगी तुम्हें ....... श्वेता बोली लगता है आपने खूब मज़े किये हैं दीदी बोली और क्या मैं तो हर दिन मज़े करती हूं .......
वो हैरानी से बोली हाय आप सेक्स कर चुकी हैं दीदी बोली हां वो थोड़ी टेंशन में दिखने लगी और बोली ...... इसका मतलब आप मेरे भैया को चीट कर रही हैं दीदी बोली एकदम नही उन्हें सब मालूम है और उन्हें इससे कोई प्रॉब्लम नही ........
श्वेता सर हिलाते है बोली आप झूठ बोल रही हैं भाभी ऐसा कैसे हो सकता है कि भैया को सब मालूम हो और उन्हें कोई फर्क ना पड़े....... दीदी बोली अगर मैं प्रूव कर दूं तो ....... श्वेता ने कहा ठीक है करिये प्रूव अगर आपने प्रूव किया तो मैं आपकी दोस्ती एक्सेप्ट कर लुंगी ....... दीदी बोली वो तो तुम्हे वैसे भी करनी पड़ेगी जब मैं इस घर मे ब्याह कर आ जाऊंगी तो मुझसे दुश्मनी कर के तो रहोगी नही तुम .......
कुछ और करना पड़ेगा ...... श्वेता बोली क्या दीदी बोली अगर मैंने प्रूव कर दिया कि तुम्हारे भैया को मेरी सेक्स लाइफ के बारे में सब पता है और वो फिर भी मुझसे शादी करना चाहते हैं और मुझे प्यार करते हैं तो तुम्हे मेरी 3 बातें माननी पड़ेंगी .......
श्वेता ने कौन सी बातें दीदी ने कहा वो मैं बाद में बताऊंगी शर्त जीतने के बाद ..... श्वेता ने कहा पता नही आप बाद में का बोल दो मुझे तो आपसे डर लगने लगा है ....... दीदी बोली लड़की हो के लड़की से डरती हो मैं तुम्हारा रेप थोड़े कर लुंगी कुछ ऐसा ही करूंगी जो तुम कर सको और उसमे तुम्हें मज़ा भी आये ......
श्वेता ने थोड़ा सोचा और बोली ठीक है भाभी अब प्रूव करो ........ दीदी कमरे से अपना फोन ले आयी और श्वेता के बगल में खड़ी हो कर प्रतीक को कॉल की और स्पीकर ऑन किया ........
प्रतीक- हेलो जान क्या हुआ घर में हो कर कॉल क्यों कि ऊपर ही हूँ मैं बालकनी में .....
दीदी- प्रतीक मुझे एक बात पूछनी है तुमसे ....... मेरे पास्ट के बारे में जानकर कभी तुम्हारे मन मे ऐसा तो नही आया कि मैं कैसी लड़की से रिश्ता जोड़ रहा हूँ जो शादी के पहले ही किसी और से चुद चुकी है .........
प्रतीक- इस सवाल की जरूरत क्यों महसूस हुई तुम्हे जान तुम मेरे घर मे हो नवंबर में हमारी शादी है जिसमे की अब कुछ ही दिन बचे हैं और उस कमीने विनय ने जो किया तुम्हारे साथ वो सब मैं जानता हूँ और उस वजह से मुझे तुमसे कोई शिकायत नही रही कभी भी मेरे प्यार में कोई कमी महसूस हुई हो कभी तो कहो .........
दीदी- नही मुझे तो कभी कुछ महसूस नही हुआ पर मैं एक बार सुनना चाहती थी तुम्हारे मुह से ....... थैंक्स प्रतीक......
प्रतीक- कोई बात नही जान मैं 100 बार ये कहने को तैयार हूँ कि शादी से पहले किये गये तुम्हारे सेक्स की वजह से मुझे कोई फर्क नही पड़ता और हाँ तुम शादी के बाद भी किसी से चुदना चाहो तो मुझे कोई प्रॉब्लम नही है बस मुझे उस से मिलवा देना ......, हेहेहे ........
दीदी- धत्त गंदे शादी के बाद मैं सिर्फ तुमसे चुदूँगी जान ok लव यू जान उम्म्म्म्
और दीदी ने फोन काटते हुए विजेता वाली मुस्कान के साथ श्वेता को देखा ...... और वो बेचारी उलझन में सर झुका कर आटा गूंधने लगी ......
दीदी ने कहा अब बोलो ननद रानी क्या कहती हो...... उसने धीरे से कहा जब भैया को कोई प्रॉब्लम नही तो मैं क्या बोलूं पर आप लोग कितनी गंदी बातें करते हो दीदी बोली ......, ये तो कुछ भी नही था असली बातें तो रात में होती हैं उस टाइम हम दोनों अपने कपड़े निकाल देते हैं और नंगे हो कर बातें करते हैं .......
श्वेता उफ़्फ़फ़ भाभी लगता है आप मुझे भी अपने जैसी गन्दी बना दोगी दीदी ने उसकी जीन्स में कसी हुई गांड़ पर चिकोटी काटते हुए कहा बन कर देखो बड़ा मजा आएगा ......., वो एकदम से उछल गयी और बोली काम करने दो ना भाभी प्लीज ....., दीदी बोली ठीक है अभी तो काम कर लो पर 3 वचन याद रखना ....... श्वेता बोली अब तो फंस ही गई हूं .......
फिर दोनो ने मिल कर हंसी मजाक करते हुए खाना बनाया......
(ये सारी बातें मुझे बाद में प्रयागराज वापस आने पर दीदी की जुबानी पता चली)
इधर ऊपर प्रतीक के कमरे में सोए हुए मेरा सपना बड़ा मज़ेदार चल रहा था और सपना देखते हुए मेरा लंड एकदम टाइट हो चुका था लेकिन तभी किसी ने मुझे आवाज़ दी और सपना खत्म टूट गया साथ ही मेरी नींद भी खुल गयी देखा तो श्वेता मुझ पर झुकी हुई मुझे जगा रही थी ...... मैंने आंखे खोली तो उसने कहा नीचे चलिए सब आपका इंतजार कर रहे हैं खाने पर .......
वो इतना कह कर मुस्कुराते हुए भाग गई और मैं जैसे ही उठा मेरी नजर अपने लोअर में बने हुए टेंट पर पड़ी मैंने टाइम देखने के लिए फोन निकाला डेढ़ बजे रहे थे और व्हाट्सएप्प पर दीदी ने दो वॉयस रिकार्डिंग सेंड की थीं ....... मैं बाथरूम चला गया और मूतते हुए एक रिकार्डिंग प्ले की ........ प्रतीक की आवाज़ सुनाई दी मुझे ......
प्रतीक- हां जान जैसा तुमने कहा था वैसा ही किया मैंने उसकी पैंटी में मुठ मार कर वापस रख दी वैसे ही .........
दीदी- फिर कुछ हुआ ......
प्रतीक- नही कुछ खास नही बाद में एक घंटे बाद जा कर देखा तो उसके सारे गंदे कपड़े वहां से गायब थे और छत पर धुले हुए फैले थे ........
दीदी- उसके हाव भाव मे कोई बदलाव .....
प्रतीक- नही एकदम नही बिल्कुल सामान्य है ....... हां जितनी बार मेरे सामने आई मेरी ओर देखा नही एक भी बार नजर नही मिलाई मुझसे ......
दीदी- शर्मा रही होगी ये सोच कर की मेरे भैया मुझे चोदना चाहते हैं .......
प्रतीक- वो तो पता नही जान लेकिन ये बताओ यहाँ आ कर एक बार मेरे गले से भी नही लगोगी क्या जब से आई हो श्वेता के ही कमरे में घुसी हो ......
दीदी- बहोत मन कर रहा क्या मुझे गले लगाने का .......
प्रतीक- मेरा मन तो बस तुम्हें ....... खैर छोड़ो जानू जाने से पहले कुछ मिनट तो मिल लेना मुझसे अकेले में ......
दीदी- क्या मन कर रहा बोलो ना जान अपनी होने वाली बीवी से अपने दिल की बात तो कह ही सकते हो ......
प्रतीक- मन तो कर रहा जान बस तुम्हे अपने कमरे में लाउं और नंगी कर के तुम्हारी चूत चूस डालूं ........
दीदी- उफ़्फ़फ़ जान सच मे बहोत मन कर रहा क्या मेरी चूत चूसने का.......
प्रतीक- हां जान सच मे.....
दीदी- लेकिन अगर मैंने चूत चूसने दी तो फिर तुम्हारा चोदने का मन भी तो करेगा .......
ये सुन कर प्रतीक के मन मे आशा और लालच जाग गया ....
प्रतीक- नही जान मैं बस तुम्हारी बुर चूस कर खुश हो जाऊंगा ......
दीदी- ओ मेरा प्यारा बच्चा लेकिन तुमने तो विकास को अपने कमरे में रखा है वहां कैसे ......?
प्रतीक- अरे तुम चिंता ना करो उसे मैं बगल वाले रूम में शिफ्ट कर देता हूँ ..... अभी तो सो रहा है वो जागा तो उसे दूसरा कमरा दे दूंगा बोल दूंगा की उधर आराम से सो लेगा वो अकेले ........
दीदी- ok ठीक है फिर मैं कुछ जुगाड़ कर दूंगी तुम्हारा जान ....
प्रतीक- ओहहह जान तुम कितनी प्यारी हो लव यू सो मच ........
दीदी- अच्छा रखती हूं श्वेता आ गयी ......
और आवाज़ बंद हो गयी ......
मूतने से मेरे लंड का तनाव कुछ कम हुआ था पर ये रिकार्डिंग सुन कर फिर बढ़ गया ....... मैंने लंड को दबा कर लोअर में डाला और हाथ धो कर नीचे आ गया ......
खाने की मेज पर मां जी प्रतीक और दीदी बैठे हुए थे श्वेता नही नजर आ रही थी ...... मैं दीदी के सामने वाली कुर्सी पर बैठ गया ....... और तभी अचानक मुझे अपने लंड पर कुछ हरकत महसूस हुई ...... मैंने धीरे से नीचे देखा तो दीदी मेज़ पर कुहनियां रख कर झुकी हुई थी और उनका एक पैर मेरे लंड पर हरकत कर रहा था ......
दीदी के इस साहस पर मैं हैरान हो गया और मैंने घूर कर उन्हें देखा वो मुझे देख हल्के से आंख दबा के मुस्कुरा दी और फिर अपना पैर हटा लिया ........ तभी प्रतीक ने आवाज़ दी श्वेता ले आओ विकास आ गया ....... और दो मिनट बाद ही ......, श्वेता पालक की गर्म कचौड़ियां और पूरियां ले कर आई मेज़ पर रख कर वो भी मेरे बगल में बैठ गयी ........,
हमने हल्की फुल्की बात चीत करते हुए खाना खाया खाना बहोत लाजवाब बना था ...... सभी ने दबा के खाया और फिर ....... मां जी अपने कमरे में आराम करने चली गईं ....... प्रतीक ने कहा श्वेता तुम शाम तक निकिता के साथ मिल के कमरा डेकोरेट कर देना .......और अपनी फ्रेंड्स को बोल देना टाइम से आ जाएं लेट ना करें वो बोली जी भैया ......
और फिर प्रतीक बोले मैं जरा एक दो काम और निपटा लूं ....... और वो मुझसे कार की चाभी ले कर चले गए ...... दीदी बोली चल श्वेता हम अंदर चलते हैं ...... श्वेता बोली लेकिन भाभी फिर विकास जी अकेले क्या करेंगे ...... मैं उसकी बात सुन कर हंस दिया और बोला विकास जी tv देखेंगे और आराम करेंगे आप लोग जा सकती हैं ....... और मेरा नाम विकास जी नही सिर्फ विकास है .......
मेरी बात सुन कर श्वेता खिलखिला कर हंस दी और बोली ठीक है सिर्फ विकास ....... और हम तीनों से हंसने लगे ...... श्वेता अब मुझे सेक्सी के साथ साथ प्यारी भी लगने लगी थी और उसके मासूम चेहरे को देखते हुए मुझे दीदी की बात याद आ गयी ......., श्वेता की सील मैं तुमसे तुड़वाऊंगी ...... उफ़्फ़फ़ कैसी होगी इसकी चूत दीदी जैसी ही या कुछ अलग और मेरा लंड फिर से सर उठाने लगा ........
मुझे यूँ गौर से अपनी ओर देखते देख कर श्वेता की हंसी बन्द हो गयी और वो शर्मा कर उठी और बोली चलिए भाभी ......
मैं उठ कर ड्राइंग रूम में आ गया और tv ऑन कर के सोफे पर फैल गया ...... ।