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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

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दीदी झाड़ू लगा रही थीं थोड़ा झुक कर मैं पास गया और दरवाजे की ओर देखते हुए एक हाथ उनके कुर्ते के गले मे घुसाते हुए उनकी चूची पकड़ ली और मसलने लगा ........

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neeRaj@RR

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जगदीप भाई आपकी इमेज एकदम सटीक होती हैं स्टोरी लाइन के हिसाब से।
 
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और इतना कहते हुए दीदी उठ खड़ी हुई और सोफे और टेबल की बीच की जगह पर खड़ी हो कर टेबल पर हाथ रखते हुए झुक गयीं और अपना लहंगा ऊपर उठाते हुए अपनी गांड़ नंगी कर दी

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A.A.G.

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बहन की शादी में भाई को ही तैयारियां करनी पड़ती हैं ....... और कौन किस से कितना चुदेगी ये तो वक़्त बताएगा ....... विकास अकेला कहां है उसके पास रानी है और प्रीति का भी नंबर है ...... और जिंदगी में कब कौन कहाँ टकरा जाए क्या भरोसा
bhai rani aur priti permanent thodi hai..jo thi woh toh jayegi pratik ke sath aur enjoy karegi..aur yaha sirf chudayi ki baat nahi hai..pyaar ki bhi toh baat hai..koi apne pyaar ko kisi or ke sath kaise share kar sakta hai..!!
 

neeRaj@RR

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bhai rani aur priti permanent thodi hai..jo thi woh toh jayegi pratik ke sath aur enjoy karegi..aur yaha sirf chudayi ki baat nahi hai..pyaar ki bhi toh baat hai..koi apne pyaar ko kisi or ke sath kaise share kar sakta hai..!!
करना पड़ता है बाबू मोशाय , मजबूरी में खुशी से कौन कुछ करता है
 

Tiger 786

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मेरा दिमाग इस समय उत्तेजना से सनसना रहा था ....... प्रतीक जो अब तक मुझे एकदम सीधे सादे इंसान लग रहे थे उनका ये सेक्सी अवतार देख कर मैं हैरान था ...... लेकिन मेरे मन मे ये खुशी भी थी कि वो दीदी से प्यार करते हैं और दीदी सेक्स के मामले में हमेशा खुश और संतुष्ट रहेंगी .........

कुछ देर बाद प्रतीक नेहा के ऊपर से उठे और अपने कपड़े पहनने लगे ...... नेहा ने भी उठ अपनी ब्रा पैंटी उठाते हुए प्रतीक से कहा ...... आज तो सच मे मज़ा आ गया बहोत दिनों बाद इतनी मस्त चुदाई हुई मेरी ....... प्रतीक मुस्कुरा दिए और बोले थैंक्स नेहा मेरी इस चाहत को पूरा करने के लिए ........ और उन्होंने अपने कपड़े पहन कर जेब से 50000 की गड्डी निकाल कर नेहा को दी पैसे पा कर नेहा की खुशी और भी बढ़ गयी उसने पैसे अपने पर्स में रखे और बोली मैं अब रुकूँ या जाऊं ......?

प्रतीक बोले विकास से पूछ लो और वो बेड पर लेट गए ...... नेहा कपड़े पहन चुकी थी और बाहर आने लगी मैं जल्दी से भाग कर अपने कमरे में आ गया और दरवाजा बंद कर के लेट गया ......

2 मिनट बाद ही डोर नॉक हुआ और मैंने जा कर दरवाजा खोला ....., नेहा मुस्कुराती हुई अंदर आ गयी और बोली सुना सब ..... मैंने हां में सर हिला दिया ...... वो बोली अब मुझे और क्या करना है ......... मैंने कहा बस तुम्हारा काम खत्म तुम जा सकती हो ......,

उसने घड़ी देखी साढ़े 11 बज रहे थे और बोली काफी रात हो गयी है अगर तुम्हे प्रॉब्लम ना हो तो मैं यही रुक जाऊं सुबह चली जाऊंगी ......

मैंने कहा ठीक है ..... और दरवाजा बंद कर लिया ...... नेहा बेड पर लेट गयी और मैं भी लाइट ऑफ कर के उसके बगल में लेट गया .......

कुछ देर बाद वो बोली वो सब सुन कर भी तुम्हारा मूड नही बना .......? मैंने कहा बना तो था पर मैंने मुठ मार ली ....... नेहा बोली ह्म्म्म वैसे तुम चाहो तो मेरे साथ सेक्स कर लो पेमेंट ले चुकी हूं मैं ...... मैंने कहा अब नींद आ रही है पता नही क्यू नेहा मुझे अच्छी तो लग रही थी पर उसके साथ सेक्स करने का मन नही हो रहा था .......

फिर हम सो गए ....... सुबह 7 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने नेहा को जगाया वो उठी और फ्रेश होने चली गयी ....... मैं प्रतीक वाले रूम में आया देखा तो वो नहा कर तैयार थे ....... मुझे देखते ही बोले ...... अब निकलते हैं यहाँ से मैंने कहा हां मैं बस नहा लूं फिर वापस चला जाये ...... वो बोले ठीक है मैं टिकट का इंतजाम करता हूँ ......

मैं वापस अपने रूम में आया और नेहा के निकलते ही बाथरूम में घुस गया आधे घंटे में मैं भी तैयार था नेहा जा चुकी थी ....... प्रतीक ने बताया कि साढ़े 10 बजे हमारी फ्लाइट है लखनऊ की ....... हमने रूम में ही नाश्ता किया और फिर सारा सामान बैग में डाल कर हमने चेकआउट कर लिया ......

और एयरपोर्ट के लिये निकल पड़े रास्ते मे यमुना के पुल से गुजरते हुए वो पिस्तौल और बचे हुए कारतूस मैंने नदी में फेंक दिए ........

10 बजे हम एयरपोर्ट पहुंचे और फिर फ्लाइट पकड़ कर 1 बजे हम वापस प्रतीक के घर पहुंच गए .......

घर पहुंच कर हम सब ने साथ मे लंच किया श्वेता ने मज़ेदार खाना बनाया था खाना खा कर प्रतीक बोले विकास तुम आराम करो थके होगे कल से भागदौड़ में लगे हो ...... मैं थोड़ी देर के लिए आफिस हो आता हूँ ......

मैं ऊपर उनके रूम में गया चेंज किया और लोअर बनियान पहन कर लेट गया ..... और दीदी को कॉल की लेकिन कॉल रिसीव नही हुई शायद वो कॉलेज गयी होंगी .......

मुझे नींद आने लगी थी ..... और मैं सो गया ....... लेकिन सोए हुए मुश्किल से 20-25 मिनट ही हुए थे कि मेरे फोन की घंटी से मेरी नींद खुल गयी देखा तो दीदी का कॉल था ......

मैंने कॉल रिसीव की और ......

दीदी- हेलो विकी ...... कैसा है मेरा भाई .....

मैं- एकदम बढ़िया आप बताओ क्या हो रहा .....

दीदी- कुछ नही बस नीचे थी मम्मी के पास फोन ऊपर ही पड़ा आ कर देखा तो तेरी कॉल मिस हुई थी ....... और बताओ कहाँ हो .......

मैं- प्रतीक के घर पर हूँ आपको कॉल की रिसीव नही हुई तो सो गया था ........

दीदी- ओह सॉरी मैंने डिस्टर्ब कर दिया तुमने .......

मैं- कोई नही दीदी ...... मेरा मन कर रहा था आपसे बात करने का नही हो पाई तो लेट गया और नींद आने लगी .......


दीदी- अब तो बता दो कल वहां क्या कैसे हुआ ......

फिर मैंने उन्हें कल दिल्ली में घटी सारी घटना विस्तार से बताई ........ सिवा नेहा और जीजा के बीच हुई चुदाई और जीजा जी की श्वेता के प्रति चाहत के .......

ये सुन कर की रेलवे ट्रैक पर किस तरह मेरी भी जान मुश्किल में पड़ गयी थी दीदी रोने लगी ...... और बोली विकास इतना खतरा क्यों उठाया तूने अगर तुझे कुछ हो जाता तो मेरा क्या होता मैं कैसे जीती तेरे बगैर ......

मैंने हंसते हुए कहा कैसे हो जाता मुझे कुछ आपका प्यार हमेशा मेरे साथ है मेरी रक्षा करने के लिए ...... दीदी बोली वापस कब आ रहे हो जल्दी आओ ना ...... एक हफ्ता हो चुका है हमे ......

मैंने उनकी बात समझी तो मेरा भी लंड सर उठाने लगा हमे मस्ती किये एक हफ्ते से ज्यादा हो चुका था और मैंने दीदी से वादा किया था कि हफ्ते में एक बार .......

दीदी हंसते हुए बोली विकी जितना तूने किया है मेरी खातिर उसके बदले में कुछ गिफ्ट तो मिलना चाहिए तुम्हे....... मैंने कहा दीदी आपका प्यार है ना सबसे बड़ा तोहफा ...... दुनिया मे कितने भाई अपनी बहन से ऐसा प्यार पाना चाहते होंगे लेकिन किसे मिल पाता है प्यार ......., आप इतना प्यार देते हो मुझे इस से बड़ा गिफ्ट क्या होगा मेरे लिए ....... लव यू दीदी ...... ऊऊम्म्म्म

दीदी बोली लेकिन फिर भी विनय नाम के संकट को हमेशा के लिए मेरी जिंदगी से दूर करने के बदले मैं अपनी जान भी तेरे नाम कर दूं तो कम है ......., लेकिन मेरा गिफ्ट तो तुझे लेना ही पड़ेगा विकी ....... कहते हुए दीदी की आवाज़ में थोड़ी ठरक आ गयी थी ........

मैंने कहा ठीक है आपकी जैसी मर्ज़ी और दीदी खुश हो गईं और बोली फिर जल्दी से आजा मेरे पास मैंने कहा ok कल सुबह तक आ जाऊंगा ........

दीदी बोली ok मेरी जान लव यू सो मच ऊम्म्ममम्म और उन्होंने फ़ोन काट दिया .......

मैं फोन रख कर फिर से लेट गया तभी रानी का कॉल आया मैंने उसे भी वो सारी जानकारी दी और विनय की मौत की खबर सुन कर वो भी खुश हो गयी और बोली thanks विकास तुमने मेरे जीवन की सारी परेशानियां दूर कर दी ........ वापस कब आ रहे हो मुझे मिलना है तुमसे मैंने कहा बस कल तक आ जाऊंगा वो बोली ठीक है........

फिर मैं सो गया और शाम 6 बजे श्वेता ने मुझे जगाया और चाय दी ........ इस वक़्त उसने एक प्लाजो और कुर्ती पहनी हुई थी और कसी हुई कुर्ती में उसकी उभारदार चुंचिया देख कर किसी का भी मन डोल जाता फिर बेचारे प्रतीक का क्या कसूर .......


मैंने चाय पीते हुए पूछा प्रतीक अभी नही आये वो बोली बस आते ही होंगे ......., और वो मुड़ कर चल दी उसकी मटकती गांड़ देख कर मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी ...... वाकई श्वेता एक दिलकश और सेक्सी लौंडिया थी .......

मैंने चाय खत्म की तभी प्रतीक आ गए और चेंज कर के मेरे पास बैठ गए और बोले विकास मुझे समझ नही आ रहा मैं तुम्हारा किस तरह से शुक्रिया अदा करूँ ....... तुमने इस सब मे मेरी मदद कर के मुझ पर बहोत बड़ा उपकार किया है .........

मैंने कहा ऐसा क्यों बोल रहे आप मैंने ये सब सिर्फ अपनी दीदी के लिए किया है और उनके लिए मैं कभी भी कुछ भी कर सकता हूँ ..... ये कहते हुए मैं थोड़ा उत्तेजित हो गया था ....... प्रतीक ने मेरी उत्तेजना को भांप लिया और बोले बहोत प्यार करते हो निकिता से ....... मैंने आवेश में कहा बहोत ज्यादा ....... वो मुस्कुरा दिए और बोले वो भी बहोत प्यार करती है तुम्हे .........

प्रतीक बोले चलो चलते हैं मैंने कहा कहाँ ....... वो बोले थकान मिटाने ......, मैंने कहा चलिए और फिर मैं कपड़े बदल कर उनके साथ बाहर आ गया उन्होंने मुझे लखनऊ के मुख्य बाजार में घुमाया मेरे और दीदी के लिए शानदार ड्रेस खरीदी मुझे बियर पिलाई और और एक फाइव स्टार होटल में डिनर कराया .......

डिनर करते हुए मैंने कहा प्रतीक मुझे आज रात वापस जाना है वो बोले यार दो चार दिन तो रुको मैंने कहा नही अगली बार आऊंगा तो रुकूँगा तब दीदी भी होंगी यहाँ ..... वो हंसने लगे और बोले शादी के बाद कैसे रहोगे अपनी दीदी के बिना ......

उनकी बात सुन कर मेरी मुस्कान गायब हो गयी ...... वो मेरी उदासी भांप कर बोले अरे परेशान मत हो यार मैं तुम्हारा एडमिशन यही की किसी अच्छे कॉलेज में करा दूंगा तुम यहीं रहना अपनी दीदी के साथ ......., उनकी बात सुन कर मैं हंस दिया ........

और बोला लोग कहेंगे कि आपको दहेज में साला मिला है और हम दोनों हंसने लगे ........

फिर उन्होंने मोबाइल पर ट्रेन चेक की रात 11 बजे एक ट्रेन थी उन्होंने मुझे बताया तो मैंने कहा बस टिकट बुक कर दो आप उन्होंने एक सेकेंड ac की टिकट बुक कर दी फिर हम घर आ गए .......,

और मैं अपना बैग पैक करने लगा ....... तभी मेरे फोन की घंटी बजी मैंने देखा तो अननोन नंबर से कॉल थी मैंने कॉल रिसीव की तो उधर से एक लकड़ी बोली हेलो विकास .........

मैं - जी आप कौन .....?..

लड़की- मैं प्रीति पहचाना नही क्या ......

मैं- oh प्रीति कैसी हो सॉरी यार नंबर नही था तुम्हारा मेरे पास इसलिए नही पहचान पाया .....,

प्रीति- इसीलिए तो कॉल की ताकि तुम नंबर सेव कर लो मेरा ...... और सुनाओ क्या हो रहा ......

मैं-बस वापसी की तैयारी हो रही पापा की तबियत अब कैसी है .......

प्रीति- पापा अब एकदम ठीक हैं इसीलिए मैं भी कल वापस जा रही हूं अगले महीने एग्जाम हैं ......

मैं- कल क्यों आज ही चलो ना मेरे साथ......

प्रीति- अरे यार मैं तो चल दूँ लेकिन मम्मी कहाँ जाने देगी रात में उस दिन ही बहोत डांट पड़ी मुझे रात में आने की वजह से.......

मैं- ह्म्म्म चलो कोई नही फिर मैं तो निकल रहा हूँ एक घंटे में .....

प्रीति- ok bye विकास बनारस पहुंच कर कॉल करूंगी तुम्हे .......

मैं- ok bye .......

फिर मैं बैग ले कर नीचे आया मां जी के पैर छू कर श्वेता को bye बोल कर प्रतीक के साथ स्टेशन आ गया ट्रेन छूटने तक प्रतीक मेरे साथ रहे और फिर ट्रेन चल दी ........

वापसी में कोई खास बात नही हुई मेरे साथ रास्ते मे और मैं सो गया फिर सुबह 4 बजे ट्रेन प्रयागराज पहुंची और मैं एक टैक्सी ले कर घर आ गया ........


टैक्सी वाले के pay कर के मैं घण्टी बजाने वाला था फिर मुझे लगा मम्मी पापा जाग जाएंगे इसलिए मैंने घंटी ना बजा कर दीदी को काल की ..........

लेकिन पूरी घंटी जाने ले बाद भी कॉल रिसीव नही हुई मैंने दोबरा घंटी की और दो रिंग जाने के बाद ही उधर से कॉल काट दी गयी ........ मैं दीदी का इंतजार करने लगा और पूरे 5 मिनट बाद गेट खुला ........ दीदी सामने खड़ी थीं ........ आज उन्होंने हल्के बैगनी कलर की सिल्क की नाइटी पहनी थी ये इतनी पारदर्शी थी कि अंदर से उनका नंगा बदन साफ झलक रहा था इस नाइटी को पहनना ना पहनना एक जैसा था ........ कमर तक लहराते खुले बाल ....... और उनकी नाक देख कर मैं चौंक पड़ा ..... उन्होंने नाक में एक छोटी सी रिंग पहनी हुई थी पहली बार दीदी ने नाक में कुछ पहना था......... और इस रिंग ने उनकी खूबसूरती में चार नही आठ चांद लगा दिए थे ........,

और इस सबके बाद उनकी जानलेवा कातिल मुस्कान वो मंद मंद मुस्कुराती हुई मुझे देखने लगी ....... और मैं तो पलकें झपकना भूल गया ....... दीदी ने खामोशी तोड़ी और बोली क्या हुआ मेरे हीरो ....... अंदर नही आओगे मैं खुद के होश सम्हालता हुआ अंदर आया और ......


दीदी भी गेट लॉक कर के मेरे साथ ऊपर आ गईं ...... रूम में आते ही मैंने बैग रखा और दीदी ......., ने एकदम से मुझे अपनी बाहों में भर लिया ...... कस के ...... हम पूरे 5 मिनट तक ऐसे ही एक दूसरे को बाहों में भरे एक दूसरे के जिस्म की गर्मी को महसूस करते रहे ........

फिर मैंने कहा दीदी छोड़ो अब मुझे चेंज करना है ....... दीदी ने मुझे छोड़ दिया लेकिन बड़ी गौर से देखते हुए मुस्कुराने लगी ...... मैंने कपड़े उतारते हुए पूछा ऐसे क्या देख रही हो दीदी ...... वो बोली देख रही हूं मेरा भाई हीरो से सुपरहीरो होता जा रहा है ....... अभी कुछ दिन पहले मैं कितनी परेशान थी लेकिन जैसे ही तुम्हें मेरी परेशानी के बारे में पता चला तुमने झट से सब सही कर दिया जैसे जादू से और अभी फिर परसों रात की ही तो बात है मैं कितनी परेशान थी क्या क्या नही सोच डाला था और दो ही दिन में सब ठीक कर दिया तुमने जैसे कुछ हुआ ही ना हो ..... ..

मैंने जीन्स और टीशर्ट निकाल दी थी और लोअर ढूंढने लगा लेकिन अलमारी में एक भी लोअर नही दिखा मैंने पूछा दीदी मेरे लोअर कहाँ गए सारे ...... दीदी बोली आज मशीन लगाई थी तो सारे धो डाले फिर सुखा कर बाकी कपड़ो के साथ नीचे ही रख दिये अभी ले आऊंगी दिन में . .......

तब तक ऐसे ही रह लो ना और आंख मार कर मुस्कुरा दी ...... मैं जा कर बेड पर लेट गया 4 बजे थे अभी कुछ और नही किया जा सकता था ...... दीदी ने लाइट ऑफ की और आ कर बगल में लेट गयी ...... मैंने कहा दीदी ......

दीदी- हूंऊऊ

मैं- दीदी आपकी नोज रिंग ...... बहोत मस्त लग रही है .....

दीदी- पसन्द आयी ना तुझे ..... मैं सोच रहा थी पता नही तुम्हें अच्छी लगेगी या नही ????? मैंने कहा मुझे तो आप अच्छी ही लगोगी हर हाल में लेकिन ये पहनने के बाद तो आप सुपर से भी ऊपर लग रही हो ......... दीदी बोली किस करने का मन कर रहा है क्या ....... और वो करवट ले जार मुझ पर झुकती चली गईं उनकी नरम नंगी सी चुंचिया मेरे सीने पर दब गई और उन्होंने अपने रसीले होंठ मेरे होंठो पर रखे और भूखी बिल्ली की तरह चूसने लगी .......

मेरी आँखें बंद हो गईं और मैं उनकी पीठ सहलाते हुए इस अद्भुत आनंद में खो गया ........ जल्दी ही दीदी की रसीली गर्म जीभ मेरे मुह में दाखिल हो गयी ..... उफ़्फ़फ़ मीठा से स्वाद मेरे मुह में घुलने लगा और मैं दीवानों की तरह दीदी की जीभ चूसने लगा ........

5-7 मिनट तक हमारा ये गर्म और रसीला चुम्बन चलता रहा और इतनी देर में मेरा लंड एकदम राकेट हो गया ...... और तभी दीदी ने किस तोड़ते हुए एक हाथ मेरे अंडरवियर में डाल मेरा सख्त लौड़ा अपने नरम हाथो में ले लिया और उसे दबाते हुए बोली विकी मेरी जान तेरी दीदी की इसकी बहोत जरूरत है .......

उनका हाथ लंड पर महसूस कर के मेरे पूरे बदन में एक झुरझुरी हुई ...... मैंने कहा दीदी ऐसा क्या हुआ जो इतनी जरूरत हो गयी आपको .......

दीदी बोली जब से तुम गए हो ....... मैं कॉलेज भी नही गई प्रतीक भी तुम्हारे साथ थे तो उनसे भी ज्यादा बात चीत नही हुई ....... टाइम नही पास हो रहा था मेरा तो बस फोन पर सेक्स स्टोरीज पढ़ी और ढेर सारी पोर्न देखी ताकि चुदाई का पूरा नॉलेज हो जाये ...... और मैं प्रतीक को पूरी तरह से खुश और संतुष्ट कर पाऊं ..... लेकिन वो सब पढ़ और देख कर मैं खुद ही इतनी गरम हो गयी कि कल से मेरी चूत पानी बहाए जा रही है........ और अब मुझे इसकी जरूरत है विकास ........

दीदी अपना हाथ धीरे धीरे मेरे लंड पर चलाना शुरू कर दिया था ........ और मेरा लंड भी जो कल नेहा की चुदाई देखने के बाद से झड़ा नही था वो अपने पूरे रंग में खड़ा हो कर झटके लगा रहा था ....... मैंने कहा दीदी आपकी चूत की प्यास मैं बुझा दूंगा लेकिन उस तरीके से नही जैसे आप चाहती हो .......

मेरी बात सुन कर दीदी तड़प कर बोली तुम मुझसे जरा भी प्यार नही करते ना विकी मैं कब से तुमसे तुम्हारा प्यार मांग रही हूं लेकिन तुम नही दे रहे ...... मैंने कहा अगर आपको ऐसा लगता है तो सही हो होगा .........


मेरी बात सुन कर दीदी ने गहरी सांस ली और बोली जानती हूं मुझे ऐसा नही लगना चाहिए आखिर तुमसे ज्यादा कौन चाहेगा मुझे लेकिन इस चाहत को अधूरी रखने की जिद क्यों पकड़े बैठे हो विकी ........

तुमने मुझे भाई का प्यार दिया दोस्त का प्यार दिया ...... बॉयफ्रेंड जैसा अहसास भी दिया मुझे और मुझे ये सब बहोत अच्छा लगा मैं हमेशा से ऐसा ही केयरिंग और समझदार जीवनसाथी चाहती थी मेरे वश में होता तो मैं प्रतीक की जगह तुमसे शादी कर लेती .......

लेकिन तुम्हारी खुशी के लिए तुम्हारे कहने पर मैं तुम्हारी हर बात मानती आयी अब एक बात मेरी भी मान लो प्लीज विकी ....... बस 3 महीने हैं मेरे पास और मैं इन्हें पूरी शिद्दत से अपने पहले प्यार के साथ जीना चाहती हूं इन पलों को महसूस करना चाहती हूं ........ और तुम्हे अपना ढेर सारा प्यार दे कर तुम्हारा बहोत सारा प्यार पाना चाहता हूं ........ लेकिन तुम हो कि हफ्ते में सिर्फ एक बार जैसी बंदिशें लगा कर मुझे सता रहे हो .......

दीदी की बात सुन कर मैं थोड़ा सा चौंक गया और पूछ बैठा दीदी अगर मैं पहला प्यार हूँ आपका तो विनय ....... दीदी ने मेरी बात काटते हुए कहा वो प्यार नही गलती थी मेरी जीवन की सबसे बड़ी गलती जिसका अहसास मुझे खूब अच्छे से हो चुका है अब कभी उसका नाम भी मत ले लेना मेरे आगे ......... मेरा पहला प्यार सिर्फ तुम हो और मेरा दूसरा प्यार प्रतीक है जिस से मुझे शादी इसलिए करनी पड़ेगी की तुम ऐसा चाहते हो और मैं तुमसे चाह कर भी शादी तो नही कर सकती .......

दीदी की बात सुन कर मुझे उन पर और भी प्यार आया और मैंने एक हाथ उनके फूले हुए मुलायम चूतड़ पर रख कर उसे मसलते हुए कहा ओहहह दीदी मैं आपकी तड़प आपकी चाहत और आपका अपने प्रति प्यार महसूस कर रहा हूँ ....... और आपकी बात से सहमत हूँ ठीक है मैं आज आपको उस बंदिश से आज़ाद कर देता हूँ ....... मेरी बात सुनते ही दीदी ने एकदम से मेरी गर्दन को चूम लिया और जीभ की नोक से मेरी गर्दन को गुदगुदाने लगी ....... और बोली आहह विकी लव यू सो मच ऊऊम्म्म्म्म.....



मैंने कहा लेकिन मेरी कुछ बात आपको भी माननी पड़ेगी दीदी बोली मैंने सब मान की तेरी मैंने कहा पहले सुन तो लो ...... पहली बात आपको मेरे साथ प्रतीक को भी पूरा वक़्त और अटेंशन देनी होगी मैं एकदम नही चाहूंगा कि मेरी वजह से आपका और उनका रिश्ता जुड़ने से पहले ही कमजोर हो या और कोई प्रॉब्लम हो दूसरी बात आप जो चाहो करो ....... लेकिन कभी मुझसे मेरा लंड अपनी चूत में डालने की ज़िद नही करोगी इसके सिवा आप कुछ भी करो मैं नही रोकूंगा बल्कि मैं भी बाकी सब करने के तड़प रहा हूँ ........ ये कहते हुए मैंने दीदी की गांड़ के छेद को नाइटी के ऊपर से उँगली से कुरेद दिया ........ और दीदी सिसक कर मेरे गाल पर जीभ फिराने लगी ...........



दीदी बोली पहली बात तो मैंने मान ली लेकिन दूसरी बात बहोत मुश्किल है मेरे लिए ....... मैंने कहा प्लीज दीदी उस पर सिर्फ प्रतीक का हक़ रहने दो वो पति है तुम्हारा ...... दीदी लंड के सुपाड़े से निकल रहे प्रिकम को उंगली से सुपाड़े पर मलते हुए बोली ........ पर मैं तो तुम्हें भी पति मानती हूं विकी मैंने कहा मानने और होने में फर्क होता है दीदी .......


दीदी ने बड़ी मुश्किल से सर हिला कर मेरी बात का समर्थन किया ...... फिर बोली अच्छा चलो ठीक है लेकिन ये भी मान ली तुम्हारी खुशी के लिए लेकिन आज से अकेले में तुम मुझे दीदी नही निकिता कहोगे मेरा नाम लोगे मुझे अच्छा लगता है तुम्हारे मुह से अपना नाम सुनना ...... दीदी की बात सुन कर मैं मुस्कुरा दिया और बोला ok निक्कू ...... लव यू बेबी और अपनी उंगली की हरकत तेज कर दीदी के गांड़ के छेद पर .......

दीदी ने अपनी कमर उपर उठा कर अपनी नाइटी झटके से ऊपर खींच की और मेरे हाथ और उनकी गांड़ के बीच मौजूद कपड़े का हल्का सा आवरण भी हट गया और वो वापस अपनी नंगी चूत मेरी जांघ से चिपका कर लेट गयीं और बोली ....... विक्की मेरी जान अब जी भर के खेलो मेरी नंगी गांड़ से और मैंने फिर से अपनी उंगली दीदी की गांड़ के छेद पर रख दी ........।
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neeRaj@RR

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मैंने दीदी के हाथ की पकड़ अपने लंड पर महसूस कर के कहा दीदी पर ये शो तो नाईट में ही चलेगा दीदी और दीदी बोली नाईट में आज पूरी मूवी दिखाउंगी तुम्हे बच्चू बहोत तरसाया है तुमने इतने दिन और सुबह से मेरी चूत में आग लगा रखी है .......


इतना कह कर दीदी मेरी ज़िप खोलने लगी और इस बार मैं उन्हें मना नही कर सका ...... उन्होंने ज़िप तो खोल ली ........ लेकिन खड़े लंड को जीन्स और अंडरवियर की कैद से निकलना काफी मुश्किल होता है वो कोशिश तो कर रही थीं पर लंड को बाहर नही निकाल पा रही थी कई मिनट तक वो मेरे लंड को खींचती हिलाती रही और अंत मे हार सी मान कर बोली ...... विकी बाहर निकालो ना इसे देखो कैसे रूठा हुआ सा अंदर छुपा है .......

उनकी बात सुन कर मैं मुस्कुरा उठा और फिर मैंने किसी तरह से बाहर निकाल दिया और उसके बाहर आते ही दीदी ने उसे हाथ मे पकड़ लिया और कस कस के दबाने लगी और बोली उफ़्फ़फ़ कितना मस्त है एकदम सख्त ...... तभी उनका फोन रिंग हुआ उन्होंने जल्दी से लंड छोड़ कर पर्स से फोन निकाला प्रतीक की कॉल थी उन्होंने बस फोन की रिंग बन्द कर के उसे वापस पर्स में डाल लिया और फिर से लंड सहलाने लगी ........


लंड सहलाते हुए वो मेरे कान में बोली विकी मेरी चूत का कुछ करो ना बहोत गीली हो रही है मैंने कहा आप अपना लहंगा मेरी साइड से उठा कर इधर वाला पैर उपर सीट पर रखो और उन्होंने ऐसा ही किया मैंने धीरे से अपना दायां हाथ अंदर डाला और दीदी की नरम चिकनी नंगी जांघ की नरमी को महसूस करते हुए अपना हाथ पैंटी में कैद उनकी बुर पर रख दिया दीदी एकदम से सिसक कर बोली aaahhh विकी उंगली डाल न अंदर प्लीज और मैंने पैंटी के साइड से उंगली अंदर घुसा दी ......


दीदी की बुर एकदम पनियाई हुई थी पिछले 20 दिन से उन्होंने झांटे नही साफ की थीं तो मेरी उंगलियों को उनकी झांट के मुलायम बालो का स्पर्श महसूस हुआ उनकी झांट के बाल भी बुर के रस से तरबतर थे .......


मैंने उनकी चूत के मुलायम लिप्स पर उंगलियां फिराई और उनके होंठो से एक तेज सिसकी निकल गयी और दीदी ने अपनी गांड़ उठाते हुए मेरी उंगली को चूत में लेने की कोशिश की लेकिन इस कोशिश में मेरी उंगली फिसल कर उनकी बुर के दाने पर रगड़ गयी और वो एकदम से झुंझला कर बोली विकी अंदर डाल दे ना उंगली प्लीज मैं तेरे हाथ जोड़ती हूँ .........

और मैंने अपनी उंगली को सही दिशा दिखाते हुए दीदी की गीली पनियाई हुई बुर में पेल दिया ...... और गोल गोल घुमाने लगी मेरी इस हरकत से दीदी एकदम तड़प कर अपनी गांड़ हिलाने लगी और मेरे लंड पर उनके हाथ की गति और तेज हो गयी ........

हम दोनो ही पूरी मस्ती में एक दूसरे को भरपूर सुख देने का प्रयास कर रहे थे ...... लेकिन तभी हाल का दरवाजा खुला और एक आदमी हमारी ओर ही आने लगा मैंने जल्दी से दीदी की बुर से उंगली बाहर निकाल कर अपना लंड किसी तरह जीन्स में ठूंसा ..... तब तक वो आदमी पास आ गया ये तो वही गॉर्ड था उसने मेरे पास आ कर पूछा सर कुछ भिजवाऊँ पानी या कोल्ड ड्रिंक ....... मैंने मन में उसे 100 गालियां देते हुए कहा नही कुछ नही यार हमे मूवी देखने दो डिस्टर्ब मत करो .......

वो वापस चला गया और दीदी के चेहरे पर इस समय उत्तेजना खीझ और गुस्से के भाव थे वो बोली साली किस्मत ही खराब है मेरी ....... मैंने दीदी के गाल को चूम कर कहा ऐसा कुछ नही है बस ये जगह और समय खराब है पब्लिक प्लेस है ये सब घर मे अकेले में करने वाले काम हैं ......



मेरी बात सुन कर दीदी का मूड कुछ नॉर्मल हुआ और मैंने दीदी को दिखाते हुए उनकी बुर के रस में भीगी अपनी उंगली पहले सूंघी और फिर मुह में डाल कर चूसने लगा ये देख कर दीदी मुस्कुरा कर बोली बस रात तक रुक जाओ जानू फिर जितना चाहो पी लेना मेरी बुर का रस जीभ डाल डाल कर चूसना मैं तुम्हारी प्यास बुझा दूंगी राजा ........

फिर थोड़ी ही देर में इंटरवल हुआ और मैं बाहर से दो पॉपकॉर्न और चिप्स ले आया बाकी की मूवी हमने किसी तरह पॉपकॉर्न और चिप्स खाते हुए झेली क्योंकि शुरू की तो देखी ही नही थी ठीक से ........ ढाई घंटे में हमारी बियर भी हल्की हो गयी थी .......

मूवी खत्म होते ही हम बाहर आ गए ...... और पार्किंग की ओर चल दिये ...... पार्किंग में पहुंच कर दीदी बोली एक बात कहूँ विकी ...... मैंने कहा हां बोलो ना ..... वो बोली तुम्हारे साथ पब्लिक प्लेस में कुछ करने में मुझे कुछ खास ही मज़ा आता है थोड़ा डर भी लगता है लेकिन मज़ा भी कुछ खास ही आता है .......

मैंने कार अनलॉक की और दरवाजा खोल कर अंदर बैठ गया दीदी भी मेरी बगल में बैठ गईं ....... हमारी कार एकदम पीछे की ओर थी और इस तरफ कोई नही था एक दो लोग आगे की तरफ थे मैंने कहा निक्की ...... दीदी ने मेरी ओर देखा ....... मैंने कहा जल्दी से एक बार चूत चटवा दो ना और मेरी बात सुन कर दीदी ने मुस्कुराते हुए कार की अगली सीट पर घोड़ी बनते हुए अपनी गांड़ मेरी ओर कर दी और जल्दी से पिछे से अपना लहंगा उठा कर गांड़ नंगी कर के बोली पैंटी तुम ही सरका दो मैंने देखा ये वही नेट वाली पैंटी थी और दीदी के झांट वाली बुर के गुलाबी लिप्स नेट से नजर आ रहे थे ........ .

मैंने कुछ सेकेंड जी भर के इस खूबसूरत नजारे को देखा और फिर उनकी पैंटी में उंगलियां फंसा के उसे नीचे खींच दिया अब दीदी की नंगी बुर मेरी आँखों के सामने थी और मैंने उनकी ओर झुकते हुए अपने होंठ उनकी बुर के गीले गीले होंठो पर रख दीदी ......... aaahhhh विकी लव यू जान चुसो खा जाओ मेरी बुर उफ़्फ़फ़ दीदी अपनी गांड़ पीछे धकेलते हुए अपनी बुर मेरे होंठो पर दबाने लगी और मैंने अपनी जीभ एकदम से उनकी बुर में गहराई तक उतार दी ......... और अपनी जीभ को उनकी बुर में गोल गोल घुमाना शुरू कर दिया और कुछ सेकेंड्स तक ऐसे ही बुर को जीभ से मथने के बाद मैंने जीभ को बाहर खींच कर बुर को अपने मुह में भर कर जोर से चूसा और दीदी की बुर से चम्मच भर चिकन खट्टा से रस मेरे मुह में आ गया उसका स्वाद लाजवाब था मैं उसे निगल गया ........

और दीदी कार स्टार्ट कर दी ...... दीदी ने मुड़ कर लाल लाल नशीली आंखों से मेरी ओर देखा और बोली बस थोड़ा सा और मैं झड़ने वाली हूँ ....... मैं खुद को बेबस सा महसूस कर रहा था ...... दीदी की हालत पर तरस भी आ रहा था और यहां पार्किंग में इस से ज्यादा कुछ करना मुझे सही भी नही लग रहा था .......

तभी मेरी मुश्किल आसान हो गयी और दो लड़के पीछे की ओर आते दिखे मैंने दीदी को उन लड़कों की ओर इशारा करते हुए कहा बाकी रात में दीदी ने उन्हें देखा तो जल्दी से सीट पर बैठते हुए अपना लहंगा सही कर लिया ....... और भुनभुनाते हुए बोली हर बार मेरे मूड की माँ चुद जाती है ........

दीदी के मुह से गाली सुन कर मैं थोड़ा हैरान हुआ पर मैंने गाड़ी गियर में डाली और घर की ओर निकल पड़ा ....... रास्ते मे दीदी ने फोन निकाल कर प्रतीक को कॉल की .......

दीदी- हेलो जानू कैसे हो आप .......

आज उन्होंने स्पीकर ऑन नही किया था तो मैं उधर से प्रतीक की बात नही सुन पॉय रहा था .......

दीदी-मैं भी एकदम ठीक हूँ जान बस तुम्हारी याद आती है बहोत मिस करती हूं तुम्हें ......

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दीदी- हां मैं मार्केट आयी थी विकास के साथ कुछ कपड़े लेने थे फोन घर पर ही भूल गयी थी ....... आ कर तुम्हारी कॉल देखी तो फौरन कॉल की ना ........

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दीदी- अभी कहाँ जान अभी तो कमरों की पूरी पेंटिंग बाकी है अभी शायद एक हफ्ता और लगे .......

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दीदी- जान मैं भी तो तड़प रही हूं उस दिन से दोबारा उसी मज़े के लिए लेकिन मजबूरी है मम्मी के साथ सोती हूँ कैसे करूँ सॉरी जान ........

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दीदी- ओहहह बाबू बस एक हफ्ते और इंतजार कर लो फिर तुम्हारी हर बात मानूँगी ना ....... ok मैं pic सेंड के दूंगी अपनी देख कर मुठ मार लेना आप ....... लव यू जान ......

दीदी ने फोन काट कर पर्स में डाला और मेरी ओर देख कर मुस्कुराते हुए आंख मार कर बोली अब एक हफ्ते हमे कोई नही डिस्टर्ब करेगा ....... दीदी की ये चालाकी देख कर मैं भी मुस्कुरा दिया ........ हम घर से थोड़ी ही दूर पर थे तो दीदी बोली विकी रात के लिए कुछ इंतजाम कर लो मैंने कहा कैसा इंतजाम वो बोली पीने का आज मेरा फुल मस्ती करने का मूड है.......

मैंने कहा जो हुक्म सरकार और कार बियर शॉप के पास रोक कर जा कर 4 बियर और सिगरेट का पैकेट ले आया........ और फिर हम घर आ गए ....... मैंने कहा रात तक तो ये गर्म हो जाएगी दीदी बोली मैं इसे चुपचाप फ्रीजर में डाल दूंगी रात में निकाल लाऊंगी ......... और फिर हम घर पहुंच गए ...........

मैं थोड़ी देर नीचे बैठ कर पापा से बातें करता रहा ........ फिर 7 बजे के आसपास मैं ऊपर आ गया थोड़ी ही देर में दीदी भी आ गयीं उन्होंने दो कैन अपने हाथों में ली हुई थी और जल्दी से एक मुझे पकड़ा कर बोली एक एक अभी ले लेते हैं दूसरी खाने के बाद आज दीदी कुछ उतावली सी दिख रही थीं मैंने कहा मम्मी को महक लग गयी तो .......

वो बोली मैं उनके पास नही जाऊंगी ना दूर से बात करूंगी और अब तो सब काम निपटा कर आ रही हूं बस खाना खाना बाकी है....... मैंने कहा ठीक है फिर हम पीने लगे और पीने के बाद दीदी कुछ मूड में आ गईं और ........


उन्होंने बड़ी स्टाइल से पूछा सिगरेट है मैंने हां में सर हिला दिया और जेब से पैकेट निकाल कर एक सिगरेट उन्हें दे दी ....... उन्होंने डेस्क से माचिस निकाल कर उसे सुलगाया और कश लगा कर मुझे पकड़ा दी ....... और एकदम से मेरे लोअर को खींच कर लंड को बाहर निकाल कर झुकी और उसे मुह में ले कर चूसने लगी .......,


मेरा लंड एकदम शांत सिकुड़ा सा पड़ा था अचानक हुए इस हमले से सहम सा गया और फिर सर उठाने लगा ......... मैं भी बस आज मूड में ही था तो दीदी के कुर्ते में हाथ घुसा कर ब्रा में कैद उनकी चुंचिया मसलने लगा ........ एक बार फिर से हम दोनों गरम होने लगे ........ मैं दीदी के खड़े हो चुके निप्पल को सहलाने लगा और दीदी के मुह में मेरा लंड जो अपने पूरे आकार में आ चुका था ........

झटके लेने लगा दीदी अपना सर हिलाते हुए तेजी से लंड चूस रही थीं और मैं भी उनके चूचे मसलते हुए लंड चुसवाने का मज़ा ले रहा था मेरी हालत खराब थी मैं मस्ती में चूर हवा में उड़ रहा था ...... और वाकई आज हमारी किस्मत के लौड़े लगे थे अचानक किसी के ऊपर आने की आहट आयी सीढ़ियों से मैंने दीदी को जल्दी से परे धकेल कर इशारा किया और वो जल्दी से ........

बियर के खाली कैन उठा कर बेड के नीचे सरका दी और फिर जल्दी से भाग कर बाथरूम में चली गईं ....... मैं भी फोन निकाल कर बस यूं ही हाथ मे ले कर बैठ गया ........

और तभी मम्मी कमरे में आई और बोली मैंने सोचा मैं भी देख आऊं अब तुम लोगों के कमरे कैसे लग रहे....... मैंने कहा देख लो मम्मी एकदम बदल गया है लुक वो बोली सही में लग ही नही रहा कि वही कमरा है फिर वो बोली निक्की का कमरा भी देख लूं और वो बाहर निकल गयी ........ थोड़ी देर बाद मम्मी और दीदी मेरे कमरे के दरवाजे पर दिखी और मम्मी बोली चल बेटा खाना खा ले फिर आराम कर आ के ........

मैं भी उठ कर नीचे आ गया हम सब ने साथ मे खाना खाया और फिर मैं सबसे पहले उपर आ गया बस दो मिनट बाद ही दीदी भी आ गईं ........ उन्होंने हाथ मे पकड़ी हुई एक कैन मेरी ओर उछली और बोली मैं बस 5 मिनट में आती हूँ विकी तुम तब तक बियर पी कर मूड बनाओ और वो दूसरी कैन खोल कर घूंट भरती हुई बाहर निकल गईं ........

मैं बेड पर अधलेटी अवस्था मे बैठा हुआ बियर पीने लगा आज ये चौथी थी मैंने पहले कभी एक दिन में इतनी नही पी थी ........
और ज्यादा स ज्यादा तीन मिनट बाद दीदी कमरे में दाखिल हुई उनके जिस्म पर बस वही गुलाबी रंग की ब्रा पैंटी पैरों में ब्लैक कलर के हाई हील कमर तक लहराते हुए खुले बाल और होंठो पर सुर्ख लाल लिपस्टिक इस रूप में दीदी इतनी सेक्सी लग रही थीं कि उन्हें देखते ही मैंने बियर का आखिरी घूंट लेते हुए खाली कैन को एक ओर फेंका और लपक कर बेड से नीचे आ गया .......


दीदी ने मुझे उतरते देख कर जल्दी से घूम कर दरवाजा बंद किया उफ़्फ़फ़ उनके घूमते ही मुझे उनके एकदम नंगे चूतड़ों के दर्शन हो गए हांलाकि उन्होंने पैंटी पहनी थी लेकिन उसकी पतली डोरी सिर्फ उनकी कमर पर दिख रही थी चूतड़ों के बीच घुसी हुई पीछे की डोरी नजर नही आ रही थी .........

मैंने उनके पास जा कर उन्हें बाहों में उठा लिया और ले जा कर बेड पर फेंक सा दिया और उनकी कमर पर हाथ रख कर उन्हें पलटा कर पेट के बल लिटा दिया और फिर जल्दी से बेड पर चढ़ कर झुक कर उनके खुले हुए बाल उनकी पीठ से हटाते हुए पीछे से उनकी गर्दन को चूमने लगा ऊऊम्म्म्म्म aaahhhhh दीदी लव यू जान मैंने अपनी जीभ निकाली और दीदी के गर्दन से फिराते हुए उनकी पीठ को चाटने लगा मैं पूरी जीभ को ऊपर से नीचे दाएं से बाएं चाटे जा रहा था........ दीदी सिसकने लगी आहें भरने लगी ओहहह विकी मेरी जान मेरे बदन में आग लग रही है .........



पीठ चाटते हुए मैंने ना जाने क्या सोच कर दीदी की बाहें पकड़ कर ऊपर उठा दी उनके सर से ऊपर दीदी की गोरी गोरी बगलों में काले चमकदार बाल दिख रहे थे और मैने अपना मुह उनकी बगल में घुसा दीदी के बदन से पसीने की हल्की महक आ रही थी और उस मादक गंध को सूंघ कर मेरा लंड फटने को हुआ और मैं अपनी जीभ दीदी की दाईं आर्मपिट पर फिराते हुए उसे चाटने लगा पसीने के नमकीन स्वाद चखते ही मेरा लंड और भी तेज झटके लेने लगा ........


और दीदी बेड पर पड़ी हुई मचलने लगी ........ ओहहह विकी कितना मज़ा दे रहे हो आज तुम ....... और मैंने अपनी जीभ अब दूसरी ओर की आर्मपिट पर चलानी शुरू कर दी मैं दीदी के बगल के बालों को चूस रहा था ........ और फिर कुछ देर जी भर के दीदी की बगलों को चूसने के बाद मैं दीदी की कमर को चाटने लगा दीदी के बदन में कंपकंपी होने लगी और मैंने उनकी कमर के मांस में दांत गड़ा दिए और दीदी चीख उठी aaahhhhsssss uffffff मेरी जान ले लोगे क्या जानू ........ और मैंने जीभ को अब दीदी के नंगे तेज रोशनी में चमक रहे चूतड़ों पे फिराना शुरू कर दिया मैं किसी कुत्ते जैसे दीदी के चूतड़ों को चाट रहा था दोनो को बारी बारी ....... और दीदी सिसिया रही थी आहें भर रही थी ......... और फिर जब दीदी के दोनो चूतड़ मेरे थूक से भीग कर चमकने लगे तो मैंने उनके एक चूतड़ को मुह में भर कर दांत से हल्के हल्के काटना शुरू कर दीदी एकदम से उछल पड़ी और बोली अब बस मेरी चूत की आग बुझा दो ना मेरी जान ........ अब नही रहा जाता मैंने उनकी बात को अनसुना करते हुए उनकी पैंटी की डोरी को उंगली से पकड़ कर खींचा और दोनो हाथो से उनके चूतड़ फैला कर दीदी के गांड़ के छेद को देखने लगा ........ और अगले ही पल मैंने झुकते हुए उनकी गांड़ के छेद पर अपनी नाक रख दी और सूंघने लगा दीदी की गांड़ को ...... उफ़्फ़फ़ मदहोश करने वाली बू थी वो ...... दो तीन बार जी भर के गांड़ सूंघने के बाद मैंने अपना मुह खोल कर दीदी की गांड़ के छेद को पूरा मुह में भर लिया और चूसने लगा आआम्म्म्महहहहहहह........ और दीदी ने अपनी गांड़ हवा में उठाते हुए मेरे मुह पर दबा दी फिर मैं गांड़ को मुह में भरे हुए ही उनकी गांड़ के छेद को जीभ से कुरेद कुरेद कर चाटने लगा........ और दीदी ओहहह विकास मैं गयी आआहहहहहह झड़ गयी रे बह गई मेरी बुर सससम्म्म्ममम्म ......... उनका बदन कांप रहा था आखिर सारा दिन तड़पने के बाद उनकी बुर की गर्मी थोड़ी शांत हुई थी ......... दीदी का बदन धीरे धीरे कांपता हुआ शान्त हो रहा था और सो गहरी सांसें लेती हुई निढाल पड़ी थी .......

पर मेरे बदन में एक आग जल रही थी और मेरा लंड खूंटे जैसा सख्त हो रहा था........।
 

Tiger 786

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मैंने अपनी उँगली दीदी की गांड़ के कसे हुए छेद पर घुमाते हुए कहा दीदी एक बात पूछूं ........

दीदी ने लंड को कस के मुठियाते हुए कहा अब तुम मुझसे इजाजत ले कर कुछ पूछोगे तुम्हारा हक है कुछ भी पूछने का .......

मैंने कहा आप मुझसे और प्रतीक से इतना प्यार करती हो लेकिन कभी आपको ये पता चले कि मैंने किसी दूसरी लड़की से प्यार किया या सेक्स किया तो आपको बुरा लगेगा या नही ...... मेरी बात सुन के दीदी कुछ सोच में पड़ गईं ...... फिर बोली नही एकदम नही लगेगा ...... क्यों कि ये जरूरी नही हम जिससे सेक्स कर लें उस से प्यार भी हो और ये भी जरूरी नही की जिस से प्यार करते हो उस से सेक्स भी करें ....... दीदी की बात सुन कर मैं मन मे मुस्कुरा उठा ठीक यही बात उस दिन मेरे मन मे भी थी हमारी सोच कितनी कॉमन थी .......


दीदी बोली मैं जानती हूं तुम मुझसे बेहद प्यार करते हो पर शादी किसी और से करोगे और जिससे शादी हो उसे प्यार ना करो तो ये उसके साथ भी गलत होगा ...... रही बात सेक्स की तो ये शारीरिक आकर्षण है कई बार किसी को देख कर एकदम से सनसनी होती है मन उसके बारे में गंदा सोचने लगता है .......

और उसके साथ सेक्स का मन करने लगता है ये सब नेचुरल है सभी के साथ होता है ....... इसलिए तुम बेफिक्र हो कर किसी के साथ भी प्यार करो उसकी चुदाई करो मुझे कोई समस्या नही है ...... मैंने कहा और अगर शादी के बाद तुम्हे कभी प्रतीक के बारे में कुछ पता चले तो ......


दीदी बोली तो क्या ...... अच्छा एक बात बताओ तुम्हे तो पहले से पता था मेरे और विनय के चक्कर के बारे में और ये भी की हम सेक्स कर चुके हैं उसके बावजूद भी तुमने मुझसे प्यार करना छोड़ दिया क्या ..... और बाद में प्रतीक को भी ये सब पता चला लेकिन उसके भी मेरे प्रति प्यार में मुझे कोई फर्क महसूस नही हुआ तो .......


मैं कैसे तुम लोगों की किसी बात को मैटर बना सकती हूं मुझे कोई प्रॉब्लम नही होगी किसी के किसी भी रिलेशन से बशर्ते की उसकी वजह से तुम लोगों का मेरे प्रति प्यार कम या प्रभावित ना हो .........


दीदी का शानदार और तर्कपूर्ण जवाब सुन कर मेरा मन खुश हो गया ....... और मैंने कहा दीदी अब लंड पर रहम खाओ हाथो से कितना सहलाओगी उसे अब तो उसे अपने मुह का रास्ता दिखा दो ...... मेरी बात सुन कर दीदी झट से उठ गई और बोली तुम तकिए की टेक लगा कर बैठ जाओ अपने पैर फैला कर ......


मैं आराम से पैर लंबे कर के बैठ गया तकिया पीठ के पीछे टिका कर दीदी ने अपनी नाइटी निकाल दी और एकदम नंगी हो कर मेरी जांघ पर सर रख लेट गयीं ....... और मेरे लंड की स्किन खोल कर सुपाड़ा बाहर निकाला और उसे जीभ से चाटने लगी ....... मैंने एक हाथ से दीदी कड़ी चूची सहलाते हुए कहा दीदी .......



अब मैं तुम्हे अपनी बारे में एक और नई बात बताने जा रही हूं ...... दीदी ने लंड चाटते हुए कहा बताओ मैं सुन रही हूं ...... फिर मैं दीदी को अपनी और रानी की चुदाई के बारे में बताया और ट्रेन में प्रीति के साथ हुए ओरल सेक्स के बारे में भी पूरी डिटेल में बताया ......


मेरी पूरी बात सुन कर दीदी ने मेरा लंड मुट्ठी में जोर से दबा कर कहा ..... सही है विकी तुम हो ही इतने प्यारे कोई लड़की तुम पर फिदा हो जाएगी मेरी तरह ........ लेकिन तुम रानी को वो सब दे देते हो और मुझे मना कर देते हो ये ठीक नही और सुपाड़े को होंठों में दबा कर चूसने लगी .......


मेरा दिमाग उत्तेजना से भर कर सोचने समझने की शक्ति खो चुका था ........ आआहहहहहह निक्की मेरी जान एक बार निकाल दो मेरे लंड का पानी अब बर्दाश्त नही होता ........ और मैंने दीदी की निप्पल को जोर से मसल दिया ....... दीदी ने एक गहरी सांस ले कर बड़ा सा मुह खोलते हुए लंड को जड़ तक मुह में भर कर तेजी से अपना सर हिलाते हुए चूसना शुरू कर दिया ........


और फिर उन्होंने एकदम से लंड को मुह से बाहर निकाल लिया मैं बस अगले 10-15 सेकेंड में झड़ने वाला था पर बीच मे रुकावट होने से मुझे गुस्सा आया कल से मेरा लंड बस गरम था पर उसकी गर्मी निकल नही पा रही थी। ........


दीदी उठी और बेड से नीचे उतर कर मेरे हाथ पकड़ कर बोली विकी इधर आ जाओ बेड के किनारे पर ....... और मैं खिसक कर बेड एक किनारे पर बैठ गया ....... अपने पैर नीचे लटका कर दीदी मेरी टांगों के बीच अपने पंजो पर बैठ गयी ....... अपने थूक से भीगे मेरे सख्त लंड को मुठियाते हुए बोली विकी ........ कल मैंने एक वीडियो देखी थी फेशियल cumshot वाली ....... और मैं आज तुम्हारा गरम रस अपने पूरे फेस पर महसूस करना चाहती हूं ...........

दीदी की बात सुन कर मेरे लंड ने झटका दे कर जैसे उनकी बात का समर्थन किया हो और उन्होंने झुक कर सुपाड़ा मुह में दबा कर चूसते हुए तेजी से लंड को मुठ मारनी शुरू कर दी ....... मेरे मुह से आहें निकलने लगी मैं एक बार फिर से स्खलन की मंजिल की ओर तेजी से बढ़ चला .. .. .


दीदी एक हाथ से मेरे वीर्य से भरे अण्डों को सहलाते हुए जीभ की नोक से सुपाड़े के छेद को चाट रही थीं ...... मैं मस्ती और उत्तेजना में दीदी के चिकने चेहरे को देखते है उनके मुह की गर्मी और चिकनाहट अपने लंड पर महसूस करते हुए बोला ........ आआहहहह निक्की मेरी जान मैं झड़ने वाला हूँ ....... दीदी ने हाथ की गति को और बढ़ाते हुए मेरी आँखों मे देख कर कहा ........ उफ़्फ़फ़ विकी मेरे भैया झड़ जा निकाल दे अपने लौड़े का पानी ....... भिगो दे मेरे बदन को अपने गरम वीर्य से झड़ जा मेरी जान ...... तेरे लंड से निकलती फुहार मुझे बड़ी अच्छी लगती है ......... इतना बोल कर दीदी ने बड़ा सा मुह खोल कर लंबी से जीभ बाहर निकाली और सुपाड़े को जीभ पर रगड़ते हुए मेरी आँखों मे देखते हुए मुझे आंख मार दी ........

दीदी की इस कामुक हरकत से मेरे लंड से वीर्य की तेज फुहार पिचकारी की तरह निकली और उनके होंठो और नाक से जा टकराई , अचानक हुए इस हमले से वो चौंक सी गयी लेकिन फिर ये महसूस करते ही कि ये मेरे वीर्य की फुहार है वो मुस्कुराने लगी और लंड को दबा दबा कर मसलते हुए उसे हिला हिला उन्होंने अगली दो फुहारे अपने गोरे गोरे गालों पर गिरने दी और फिर पूरा चेहरा वीर्य से भीगने के बाद उन्होंने जल्दी से सुपाड़ा मुह में भरा और उसे चूसते हुए लंड से टपक टपक कर बहता हुआ गाढ़ा रस चूस कर पीने लगीं ........

आखिरी बून्द तक निचोड़ने के बाद उन्होंने सुपाड़े को मुह से निकाला और हाथ से दबाते हुए बड़ी कामुक नजरो से मेरी ओर देखा और बोली हो गया मेरा फेशियल ....... फिर उनकी अगली हरकत मुझे झड़ने के बाद फिर से उत्तेजित करने लगी उन्होंने अपनी उंगली से अपने गालों नाक और माथे पर जमा हुआ वीर्य समेट कर अपने मुह में डालना शुरू किया और पूरा वीर्य पोंछ पोंछ कर चाट कर पी गयी ....... और चटकारा लेती हुई बोली बहोत टेस्टी हो तुम जानू .......


फिर दीदी उठी और बोली अब तुम आराम करो मेरी जान थके होगे ........ मैंने दीदी की नंगी चुंचिया पकड़ कर कहा इतना भी नही थका हूँ कि अपनी बारी पर पीछे हट जाऊं....... मुझे पता है आप भी प्यासी हो गरम हो ....... दीदी मुस्कुरा कर बोली हूँ तो लेकिन अभी नही ....... सुबह होने वाली है अभी मम्मी भी आवाज़ दे देंगी जाना पड़ेगा .........


आज रात में जी भर के प्यार करेंगे हम विकी पर अभी तुम आराम करो और मुझे कॉलेज भी छोड़ देना आज ........ मुझे इनकी बात ठीक लगी और ये चीज भी पसन्द आयी कि दीदी आज सेक्स के लिए उतावलापन नही दिखा रही खुद पर काबू कर रही हैं ........


फिर मैं सो गया ऐसे ही और दीदी कपड़े पहन कर बाथरूम में घुस गई .......


8 बजे दीदी ने मुझे हिलाते हुए जगाया और बोली सोते रहोगे क्या आज नहाना धोना नही है क्या ........ मैंने आंख खोल कर कहा ...... गुड मॉर्निंग स्वीट हार्ट ....... नहाना तो है लेकिन धोना नही है क्योंकि मुझे अपने लंड पर तुम्हारे मुह का अहसास अभी तक हो रहा है धो लूंगा तो खत्म हो जाएगा ....... दीदी शोखी से मुस्कुरा कर बोली खत्म हो जाने दो मौका मिलते ही फिर से वही अहसास दे दूंगी ना अपनी जान को ........


मैं उठ कर जल्दी से बाथरूम में घुस गया ....... और जल्दी से तैयार हो कर नीचे आया मम्मी पापा के पैर छुए तो वो लोग प्रतीक के घर परिवार के बारे में पूछने लगे ......... मैंने नाश्ता करते हुए उनके घर की भव्यता और पारिवारिक रहन सहन के बारे में बताया तो मम्मी पापा भी उस से प्रभावित हुए और खुश भी हुए ये मम्मी बोली हमारी निकी उस घर मे राज करेगी .........

फिर पापा आफिस और मैं दीदी को ले कर कॉलेज निकल पड़े ...... दीदी को कॉलेज छोड़ते हुए मैंने कहा दीदी आज 2 बजे आ जाऊंगा लेने बैंक चलना है कुछ काम है ....... दीदी बोली ok मैं 2 बजे छुट्टी ले लूंगी .......

फिर मैं सीधा राजेश चाचा के पास पहुंचा ........ वो चौकी में ही मिल गये मुझे देखते ही अंदर वाले रूम में ले कर गए मैंने उनके पैर छुए वो थोड़ा सा नाराज़ दिख रहे थे पर मैंने उनके हाथ पैर जोड़ कर दो चार इमोशनल डायलॉग मारे तो उनका गुस्सा काफूर हो गया .......



फिर उन्होंने बताया विनय की लाश उसी रात बरामद हो गयी थी और पुलिस ने उसकी कार की मदद से शिनाख्त कर के विनय के बाप को सूचना दे दी है ......... वहां की लोकल पुलिस ने अपनी जांच में ये नतीजा निकाला है विनय अल्कोहल की ओवरडोज में था और रास्ता भूल कर उस रेलवे ट्रैक की ओर चला गया ........ और पेशाब करने या किसी और वजह से ट्रैक पर गया और नशे की अधिकता से ट्रेन की चपेट में आ गया ........

लेकिन विक्रम सिंह ने चाचा को फोन कर के शक जाहिर किया था कि हो सकता है विनय की हत्या हुई हो ....... चाचा ने उसे ये कहा की हो सकता है ये हत्या हो लेकिन अगर विक्रम ने इस शक के आधार पर अपने रसूख और पावर का इस्तेमाल कर के उच्च स्तरीय जांच करवाई तो विनय के सारे कुकर्मो का चिट्ठा भी अवश्य खुलेगा और एक मेरी दीदी के अलावा पता नही कितनी लड़कियों के साथ कैसा मामला रहा हो वो सब जांच में सामने आएगा और ये सब पब्लिक होने के बाद उसकी प्रतिष्ठा को जो नुकसान होगा वो चुनाव जीतने की बात तो भूल ही जाए ........ चाचा की बात उसे समझ आ गयी थी और उसने अपने राजनीतिक करियर को बचाने के लिए कोई कंप्लेन ना करने का फैसला करते हुए विनय की लाश का अंतिम संस्कार करने का निर्णय ले लिया था ........

चाचा की बात सुन कर मेरे दिमाग मे रही सही फिक्र भी खत्म हो गयी ........ अब दीदी एकदम सुरक्षित थीं और शायद हम सब भी ........ फिर चाचा ने पर्स से एक चेक निकाल कर मुझे दिया 25 लाख का चेक ....... वो ले कर मैंने एक बार फिर चाचा को धन्यवाद दिया और उनके पैर छू कर हॉस्पिटल की ओर चल पड़ा वहां पहुंच कर रानी से मिला तो पता चला उसकी मम्मी अब एकदम ठीक हैं और 3-4 दिन में डिस्चार्ज हो जाएंगी ........


रानी मुझसे बहोत प्रभवित थी और वो मेरे सामने पूरी तरह खुद को समर्पित कर रही थी ....... फिर वो बोली चलो तुम्हे मम्मी से मिलवाती हूँ मैंने कहा रुको आता हूँ ...... फिर हॉस्पिटल के बाहर एक शॉप से मैंने दो किलो सेब 1 दर्जन केले और 1 किलो कीवी ली और रानी के पास आ कर कहा अब चलो .......

मेरे हाथों में इतने फल देख कर वो बोली मम्मी अकेले एडमिट हैं यहां इतने फल कौन खायेगा ....... मैंने कहा वो ही खाएंगी जब तक यहां रहेंगी ....... फिर हम उनके प्राइवेट रूम में आये रानी ने उनसे मेरा परिचय अपने दोस्त के रूप में करवाया ...... और उन्हें बताया कि इन्होंने ही उनके ऑपरेशन के पैसे दिए हैं और सारा इंतज़ाम किया ये सुन कर उन्होंने मेरे आगे हाथ जोड़ दिए ........


मैंने उनके हाथ पकड़ कर ऐसा मत करिए माँ जी दोस्त की मदद करना हर इंसान का फर्ज है ........ फिर रानी बोली मम्मी आप अब काफी बेहतर हो अगर आप मुझे थोड़ी देर की परमिशन दो मैं घर चली जाऊं दो दिन से यही कपड़े पहन रखे हैं नहाई भी नही हूँ ........ मैं नहा कर कपड़े बदल के कुछ खाना बना कर ले कर शाम तक आ जाती हूँ यहाँ तो नर्स है ही आपकी देखभाल के लिए ...... विकास मुझे घर छोड़ देगा ....... ये कहते हुए उसने अर्थपूर्ण नजरों से मेरी ओर देखा ........

उसकी मम्मी बोली हां तू हो आ घर मैं एकदम ठीक हूँ ...... फिर मैंने एक सेब उनको चाकू से काट कर खिलाया और वो बोली अब जाओ तुम लोग फिर हम बाहर आ गए ....... रानी बोली घर चलें मैंने कहा चलो ........ लेकिन निकलने से पहले मैंने संजय को कॉल की और उसने झट से कॉल रिसीव की और बोला जिंदा है क्या तू भोसड़ी के मैं तो सोच रहा था मर गया साले चार दिन से तेरे चक्कर मे मुठ मार मार के टोपा सुजा लिया मैंने ........

उसकी बात सुन कर मैं हंसते हुए बोला बस बस आज दिलाता हूं ना तुझे ....... मेरी बात सुन कर वो चिढ़ कर बोला साले अपनी गांड़ में डाल ले नही चाहिए मुझे बस उम्मीद जगा के KLPD कर देता है बार बार ......., मैंने कहा अच्छा सुन जल्दी से इस अड्र्स पर पहुंच मैं तुझे यहीं मिलता हूँ ........

वो भुनभुनाते हुए बोला साले हरामखोर अगर आज भी मुझे चुतिया बनाया तो तेरी गांड़ मार लूंगा और फोन काट दिया ....... रानी मेरी बातें सुन कर हंस रही थी फिर बाइक पर बैठती हुई बोली यही है ना आपका दोस्त जिस के बारे में कह रहे थे ........


मैंने कहा हां यार यही है इसी ने इस विनय वाले मामले में मेरी पूरी मदद की है ....... लेकिन मैंने इस से वादा किया था जब भी किसी लकड़ी की लेंगे तो एक दूसरे की दिलवाने में मदद करेंगे एक दूसरे की अब मेरा काम पहले हो गया तो नाराज़ है मुझसे ........


रानी पीछे से अपनी भारी चूची मेरी पीठ पर दबाते हुए बोली आज आपके दोस्त की ख्वाइश भी पूरी कर देती हूं ...... फिर हम रानी के घर पहुंचे वो मुझे अंदर ले गयी और कमरे में बिठा कर नहाने चली गयी ........ नहा कर वो यूँ ही नंगी कमरे में आ गयी उसके बालों से भी पानी टपक रहा था और उसका ये गीला हसीन बदन देख कर मेरा मूड बनने लगा .......


मेरा लंड जीन्स के अंदर सर उठाने लगा ........ तभी संजय का कॉल आया वो आ चुका था ....... मैंने रानी से कहा संजय आ गया है तुम कपड़े पहन लो वो बोली क्या करूंगी पहन के अभी तो फिर उतारने पड़ेंगे मैंने कहा ऐसे नंगी उसके सामने आ गयी तो वो हर्ट अटैक से ही मर जायेगा उसने आज तक नंगी लड़की नही देखी है .......


मेरी बात सुन कर रानी जोर से हंसती हुई अंदर वाले कमरे में चली गई और मैंने बाहर आ कर गेट खोल दिया ....... संजय थोड़ी दूर पर ही कान से फोन लगाए खड़ा था मैंने उसे आवाज़ दे कर बुलाया वो जल्दी से फ़ोन जेब मे रख कर भागता हुआ आय उसका उतावलापन देख कर मुझे हंसी आ रही थी ........


मुझे हंसता देख कर वो कुढ़ के बोला साले ले ले मज़े किसी दिन मैं भी कोई लड़की पटा कर चोदूगा फिर मैं भी मज़े लूंगा तेरे ....... मैंने कहा बकचोदी बाद में कर लेना चूतिये पहले लड़की चोद ले चल अंदर ......


वो मेरे साथ अंदर आया और बेड पर बैठ गया औ इशारे से पूछा कहां है मैंने कहा सब्र कर आ रही है फिर उसने जेब से कंडोम निकाल कर दिखाया मुझे और बोला पूरा इंतजाम कर के आया हूँ आज ...... मैंने कफ फिर इसे लगा कर रेडी हो जा वो बोला पहले देखूं तो सही कैसी है ....... मैंने कहा उस दिन वीडियो दिखाया तो था तुझे वो बोला सामने से देखने की और बात है बे .......



तभी रानी अंदर से बाहर आई उसने एक रेड कलर का फिटिंग सूट पहने था और बालों को सुखा कर जूड़ा सा बांध रखा था रानी को देखते ही उसकी बकचोदी बंद हो गयी वो बार बार थूक गटकने लगा मैंने कहा रानी ये मेरा दोस्त संजय है .......


रानी संजय के बगल में बैठ कर उसके कंधे पर हाथ रख कर बोली संजय जी नमस्ते मैं हूँ रानी ....... और संजय सहम सा गया रानी मुझसे बोली आपके दोस्त तो बड़े शर्मीले दिख रहे हैं ....... मैंने कहा नही बातें तो बड़ी बड़ी चोद लेता है हां चूत कभी नही चोदी इसने वो अलग बात है संजय मुझे घूरने लगा .......


मुझे हंसी आ रही थी लेकिन मैं जानता था इस टाइम हंसा तो संजय मुझे जूता फेंक के मारेगा तो मैंने उठते हुए कहा ठीक है रानी संजय तुम लोग एक दूसरे से बातें करो मैं चला मुझे बैंक जाना है एक जरुरी काम है.........


मैं उठ कर बाहर आया तो संजय भागता हुआ बाहर आया और बोला भाई तू रुक ना कहाँ जा रहा है मुझे अकेला छोड़ के ...... मैंने कहा तू जा मज़े कर मैं क्या यहां तुझे चोदने का तरीका बताऊंगा वो बोला बता दियो बे मेरा पहली बार है मैंने कहा रानी को सब आता है उससे पूछ लियो मुझे भी उसी ने सिखाया था .........


मेरी बात सुन कर उसे थोड़ी तसल्ली हुई और वो बोला थैंक्स भाई और मुझे गले लगा लिया मैंने कहा जी भर के चोद लियो साले फिर मत कहना कि मैंने चूत नही दिलवाई तुझे ..........


1:20 हो रहे थे मैं दीदी के कॉलेज की ओर चल दिया और फिर उन्हें पिक कर के बैंक आ गया यहां मैंने दीदी के एकाउंट में मेरा नाम भी ऐड करा कर इसे जॉइंट कराया और वो 25 लाख की चेक एकाउंट में लगा दी फिर मुझे बैंक के कर्मचारी ने ही बताया सर इस एकाउंट का एटीएम आ गया है वो भी ले लीजिए एटीएम ले कर हम बैंक से बाहर आये ........


दीदी बोली विकी इतने सारे पैसे का क्या करेंगे मैंने कहा दीदी धूमधाम से आपकी शादी करेंगे और खूब धमाल करेंगे ........ फिर मैं दीदी को ले कर एक माल में आ गया और उन्हें ढेर सारी शॉपिंग कराई ...... दीदी बोली ये किस खुशी में मैंने कहा अपनी गर्ल फ्रेंड को शॉपिंग कराने की कोई वजह नही होती ......., मेरी सेक्सी स्वीट जानू के लिए कुछ ऐसी ड्रेस लेनी है मुझे जिन्हें पहन कर मेरी जान और भी जनलेवा दिखे ......... ,



फिर दीदी ने दो सेक्सी ड्रेस ली एक लहंगा चोली और दूसरा स्कर्ट टॉप ...... लहंगा बड़े घेर वाला था साथ मे मैंने उनके लिए दो सेट महंगी और स्टाइलिश अंडर गारमेंट्स भी लिए बदन को छुपाते कम दिखाते ज्यादा थे .........


फिर हम उसी माल में बने हुए रेस्टोरेंट में आ गए और हमने शानदार लंच किया आज दीदी बहोत खुश थीं ........

जब हम बाइक लेने पार्किंग में आये तो वहां कोई नही था ........ एकदम सन्नाटा देख कर दीदी ने मुझे कस के गले लगा लिया और मेरे होंठ चूम कर बोली थैंक्स विकी लव यू सो मच मेरी जान ........ बस ऐसा ही बॉयफ्रेंड चाहिए था मुझे मैंने भी उनके बाहों में भर लिया और उनके चूतड़ों की गोलाइयाँ दबाते हुए कहा लव यू टू स्वीटी .......



दीदी बोली अभी मैं भी बदले में एक रिटर्न गिफ्ट देना चाहती हूं आंखे बंद करो ......., मैंने आंखे बंद की और दीदी ने जल्दी से नीचे बैठ कर मेरे जीन्स की ज़िप सरका दी मैंने कहा दीदी ये पार्किंग है प्लीज यहां नही ........ दीदी बोली पर कोई नही है ना यहां ....... और नहाने के बाद तुम्हारे लंड से मेरे मुह का अहसास खत्म हो गया था ना फिर से देना है मुझे .........


फिर वो मेरा हाथ पकड़ कर मुझे दो कारों के बीच मे ले गयी और फिर मेरा लंड बाहर निकाल कर उसे मस्ती में चूसने लगी ........ पूरे दो मिनट तक अच्छे से लौंड़ा चूसने के बाद दीदी ने उसे अंदर करते हुए ज़िप बंद की और बोली अब चलें .........


मैंने बुरा सा मुह बनाते हुए कहा तुम भी ना बस आग लगा कर छोड़ देती हो ......,, वो हंसते हुए बोली अच्छा तो अब तुमसे भी सब्र नही होता ........


फिर मैंने बाइक स्टार्ट की और हम घर की ओर चल पड़े ......., घर पहुंच कर मम्मी ने सब कपड़े देखे तो उन्हें भी पसन्द आये वो पूछने लगी कि इतने कपड़े क्यों ले लिए तो दीदी मेरा मुह ताकने लगी मैंने कहा वो प्रतीक ने कहा था कि दीदी को कपड़े दिला देना उनकी तरफ से ........,


ये जान कर मम्मी भी खुश हुई कि उनका होने वाला दामाद उनकी बेटी को कितना प्यार करता है ........ मम्मी ने खाने को कहा तो दीदी ने बताया कि वही रेस्तरां में लंच कर लिया हमने .......... ,


फिर मैं और दीदी दोनो उपर आ गए ....... दीदी अपने अंडरगारमेंट्स को ले कर एक्साइटेड थीं ......., और मैंने उन्हें वो कपड़े बैग से निकाल कर दिखाए जो प्रतीक ने उन्हें और मुझे दिलाये थे दीदी के लिए एक रेड कलर का डिजाइनर गाउन था और मेरे लिए एक शर्ट और जीन्स सारे कपड़े महंगे और ब्रांडेड थे ..........



ये सब देख कर दीदी का चेहरा खुशी से और भी दमकने लगा था दीदी ने तुरंत ही प्रतीक को कॉल की और बोली फोन स्पीकर पर डाल कर बोलीं .........,


दीदी- लव यू सो मच माय स्वीट हबी ....... आपने ड्रेस तो भेजी बहोत अच्छी है ........

प्रतीक - लव यू माय लव पर वो अच्छी तब ही लगेगी जब मेरी स्वीट वाइफ उसे पहनेगी ......

दीदी - ok जानू आज रात ही पहन कर दिखाउंगी तुम्हें ....... और तुम्हे बहोत सारा थैंक्स जान .......


प्रतीक - वो किसलिये ....... दीदी बोली मुझे इतना सारा प्यार देने के लिए विकी के साथ मिल कर मेरी सारी परेशानियां दूर करने के लिए ........, मेरे बारे में सब जान कर भी अपना प्यार बरकरार रखने के लिए ........ और मेरे साथ साथ मेरे विकी को भी उतना ही लगाव देने के लिए........

प्रतीक - हसंते हुए बोले बस बस ........ ये लिस्ट बहोत लंबी होती जा रही है लेकिन इनमें से कुछ भी ऐसा नही है जिसके लिए तुम मुझे थैंक्स बोलो ........ ये सब मैंने अपनी जान निकी अपनी होने वाली वाइफ के लिए किया है उसकी खुशी के लिए किया है और सारी जिंदगी करता रहूंगा तो क्या तुम हर रोज मुझे थैंक्स बोलोगी .........

दीदी - चंचलता से बोली अभी दूर हूँ तो थैंक्स ही बोल सकती हूं जब साथ रहूंगी तब तो तुम्हे प्यार कर के तुम्हे थैंक्स बोलूंगी .......


प्रतीक- मेरी जान बहोत तड़प रहा हूँ तुम्हारे लिए .......


दीदी - मैं भी तड़प रही हूं ना जानू तुम्हारे लिए तुम्हारे प्यार के लिए ..........

प्रतीक - इतना मत तड़पो ना कुछ इंतजाम कर लो .......

दीदी - मुस्कुरा कर ......... कैसा इंतजाम ...... प्रतीक बोले उंगली कर लो ना



दीदी - ....... आज रात में करूंगी .......करनी ही पड़ेगी बहोत गीली हो रही है.........


प्रतीक - अकेले???


दीदी - नही तुम्हारे साथ ....... मस्ती करते हुए .......


प्रतीक,- फिर तो आज मैं बियर पार्टी कर लेता हूँ फिर मज़ा आएगा ........ तुमने कभी बियर पी है निक्की ............


दीदी- हिचकिचाते हुए बोली ........ नही मैंने कभी नही पी .........

प्रतीक- यार पी कर करने में ज्यादा मज़ा आता है.......


दीदी- ok तो तुम पी लेना न मैं कहाँ रोक रही हूं ........

प्रतीक- मैं तुम्हारी बात कर रहा हूँ जान मैं सोच रहा था अगर दोनो ने पी हो तो और भी मज़ा आएगा .........


दीदी- पर मैं कैसे ......?

प्रतीक- यार कुछ करो न एक बियर का इंतजाम कैसे भी ........

दीदी मुझे देख कर मुस्कुराते हुए बोली........

मैं कैसे मैं थोड़े जाऊंगी बियर लेने .......

प्रतीक - ये बात तो है तुम थोड़े जाओगी लेने ........


दीदी- तुम परेशान ना हो मैं ऐसे ही कर लूंगी .......


प्रतीक- ok जान आज तो तुमने मुझे एकदम से खुशी से दे दी मैं तो रात के बारे में सोच सोच कर ही एक्सिटेड हो रहा हूं.........


दीदी- मैं भी ....... अच्छा अब रखती हूं रात में मिलते हैं जान ....... लव यू ....... और दीदी ने कॉल काट दी .......।


फिर दीदी नीचे चली गईं और मैं फ़ोन पर गेम खेलने लगा तभी प्रतीक की कॉल आयी मैंने रिसीव की ........

प्रतीक- यार विकास मेरा एक छोटा सा काम कर दो प्लीज ......

मैं- अरे आप आदेश करिये जीजा जी मैं फौरन करता हूँ ......


प्रतीक- यार देखो कुछ गलत ना समझना पर आज निकी से बात करते हुए मैंने पूछ लिया कि तुमने कभी बियर पी है या नही वो बोली नही तो मैंने कहा एक बार पी कर देखो ........ उसने कहा कि उसका मन तो होता है पर वो लेने नही जा सकती तो प्लीज तुम उसे एक बियर ला कर दे दोगे ........

मैं- ठीक है अगर आप ऐसा चाहते हैं तो मैं ला दूंगा उसमे क्या है .......

प्रतीक- थैंक्स विकी ......


मैं- लेकिन अगर दीदी गुस्सा की मुझ पर तो .......?


प्रतीक- नही करेगी मैं हूँ ना चिंता ना कर ...........


मैं- फिर ठीक है जीजू मैं आपका काम कर दूंगा ........

उन्होंने कॉल काट दी और मैं सोचने लगा इनको कैसे मालूम होगा कि अगर ये आज ना भी कहते तो मैं दीदी की पिलाने वाला था ............


तभी संजय का काल आया वो बहोत खुश था बोला मेरे भाई दोस्त हो तो तेरे जैसा ....... मज़ा आ गया यार मैंने पूछा कितनी बार ली वो डींग मारता हुआ बोला 4 बार ली बहोत रगड़ के चोदा मैंने कहा ठीक है चल तुझे चूत मिल गयी अब कल से दीदी की शादी के इंताजाम में लगना है हमे ........ वो बोला साले तेरे कहने की जरूरत नही है मेरी भी दीदी है तू चिंता ना कर कल से स्कूल के बाद रोज दो घंटे तेरे नाम ........


फिर शाम को 7 बजे मैं बाजार गया पैदल घूमते हुए और 4 बियर और दो सिगरेट ले कर चुपके से अपने कमरे में रख आया .........

फिर हम सब ने रात का खाना खाया और थोड़ी देर पारिवारिक बातचीत के सब अपने अपने कमरों की ओर चल दिये .......।
Umdhaa update
 
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