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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

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dekh raha hu par pura talent dikhane ko koi taiyar hi nhi hoti 😁😁
कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही पड़ता,
रोना पड़ता है

रोये हम उनकी बाहों में कुछ इस कदर,
वो ब्रा उतार कर बोलीं
ले दूध पी और चुप कर
😀😀😀😀😀😀
 

neeRaj@RR

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कुछ पाने के लिए कुछ खोना नही पड़ता,
रोना पड़ता है

रोये हम उनकी बाहों में कुछ इस कदर,
वो ब्रा उतार कर बोलीं
ले दूध पी और चुप कर
😀😀😀😀😀😀
bhai roya hi nahi jayega mujhse dudh nahi mila to beer pi lenge ...... cheers 🍺🍺
 

A.A.G.

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मैं सीधा अपने कमरे में आ गया और दो मिनट बाद दीदी भी पीछे से आई और उनके हाथ में वो प्रतीक वाला गाउन और दूसरे हाथ मे उनके अंडर अगरमेंट्स का पैकेट था ....... दीदी ने वो दूसरा पैकेट मेरे सामने रखते हुए कहा ....... इनमें से कौन सा पहनू विकी इस गाउन के साथ ...... मैंने दोनो बॉक्स खोल कर वो अंडरगारमेंट्स बाहर निकाले हांलाकि उन्हें पसन्द मैंने ही किया था लेकिन वहां माल में उन्हें ठीक तरह से देख नही पाया था .......

एक पिंक कलर का सिल्क जैसे कपड़े का पतली डोरी वाला ब्रा पैंटी का सेट था जिसमे पैंटी पर चूत वाली जगह पर नेट लगा हुआ था ....... ब्रा के निप्पल वाली जगह पर भी नेट था .......


दूसरा एक रेड कलर का कॉटन का फ्लावर प्रिंट का सेट था इसमे भी बस डोरियां और जरा जरा सा कपड़ा था मुश्किल से निप्पल से 4 इंच के हिस्से को कवर करता और पैंटी ऐसी थी कि आगे तो नजर आती पर पीछे उसकी डोरी गांड़ की दरार में घुस कर अदृश्य हो जानी थी और गांड़ नंगी ही दिखती ........


मैंने वो दूसरी वाली ही सेलेक्ट की क्योंकि गाउन भी रेड ही था दीदी ने वो सब उठाया और जाने लगी मैंने कहा निक्की ...... उन्होंने मुड़ कर मेरी ओर देखा ...... मैंने कहा अलमारी में कुछ और भी है उन्होंने जा कर अलमारी खोली और पॉलीथिन में रखी बियर देख कर खुशी से बोली वाओ अब आएगा मज़ा ......

मैंने कहा ये प्रतीक ने मंगवाई है तुम्हारे लिए ...... दीदी बोली किसी ने मंगवाई हो क्या फर्क पड़ता है मज़ा तो मुझे ही आने वाला है उन्होंने एक बियर निकाल कर मेरी ओर उछाल दी और एक खोल कर पीते हुए अपने कमरे में चली गईं ..........


और मैं बियर पीते हुए फोन पर गूगल सर्च करने लगा girls pusy licking videos ......

सर्च करते ही ढेर सारी साइट्स ओपन हो गईं और ....... मैंने एक साइट खोल कर एक वीडियो प्ले कर दी ....... इस वीडियो में एक हट्टा कट्टा इंसान एक दुबली पतली नाजुक सी लड़की को पूरी तरह से नंगा कर के उसे एक काउच पर लिटा कर उसके हाथ और पैर रस्सियों से बांध कर उसके नंगे बदन को चूमता है चाटता है और उसके बदन से आधे घंटे तक इतना खेलता है कि वो लड़की झड़ जाती है और फिर वो उसकी चुत चाटते हुए उसका सारा जूस पी जाता है ये वीडियो देख कर मेरा लंड और बदन गरम हो चुका था ........ और मेरी बियर भी खत्म हो गयी थी ....... तभी एकदम से दरवाजा खुला और दीदी ने अंदर आ कर दरवाजा बंद कर लिया ........


उफ़्फ़फ़ दीदी क्या लग रही थीं ........ उस चटख लाल रंग एक गाउन में उनकी लंबी नंगी चमकती बाहें उनका मासूम चेहरा वो प्यारी सी मुस्कान खुले हुए लहराते बाल नाक में छोटी सी नोसरिंग और और पैरों में हाई हील ......
होंठो पर डार्क रेड लिपस्टिक आंखों में गहरा काजलऔर चेहरे पर मेकअप की हल्की सी परत उनकी खूबसूरती को और बढ़ा रही थी ........

दीदी मेरे सामने आ कर खड़ी हुई और दो बार गोल गोल घूम गयी फिर बोली कैसी लग रहीं हूँ ....... मैंने दीदी के चूतड़ पर एक हल्का स थप्पड़ लगा कर........ कहा बहोत बहोत प्यारी ...... मेरी जान .......



दीदी बोली सिर्फ प्यारी ....... मैंने कहा हां ..... वो तुनक कर बोली प्यारी तो मैं हमेशा लगती हूँ तुम्हे ...... आज कैसी लग रही हूं वो बताओ ....... मुझे अपनी गलती समझ आ गयी ........


मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींच लिया और उन्हें सीने से लगा कर उनकी गांड़ मसलते हुए बोला ....... आआहहहहह मेरी जान आज तो कयामत लग रही हो एकदम सेक्सी ....... देख कर ही मेरे लंड में हलचल होने लगी है ...... दिल कर रहा बस तुम्हे नंगी कर के खा जाऊं तुम्हारी रसीली चूत .......


दीदी मेरा लंड सहला कर बोली और तुम्हारा ये सख्त लंड मेरी चूत में भी तो हलचल मचा रहा है जान ....... आज मैं भी खा जाऊंगी तुम्हारा लंड ........ मैंने कहा तो फिर आज मच जाने दो हलचल .......


दीदी ने अपना फोन मुझे दिया और बोली कुछ pic ले लो प्रतीक को भेजने हैं मैंने दीदी के 10-12 अलग अलग पोज में बढ़िया से pic लिए और फिर दीदी ने अपना गाउन उतार दिया सिर्फ ब्रा पैंटी में उनका नंगा नशीला रसीला जिस्म देख कर मेरे होश उड़ गए मैंने बड़ी मुश्किल से खुद को काबू किया हुआ था ....... दीदी ने कहा विकी कुछ pic और लो ना और मैंने दीदी के 7-8 pic और लिए एक मे दीदी कमर पर हाथ रख कर खड़ी थीं दूसरी में अपनी चुंचिया हाथो में पकड़ कर तीसरी में वो कुतिया बन कर अपनी गांड़ कैमरे की ओर कर के पीछे मुड़ कर देख रही थीं ........ और चौथी में वो टांगे फैला कर बैठी और अपनी चूत पर हथेली रखी हुई थी ........


फ़ोटो सेशन करते करते मैंने दूसरी बियर भी खोल लीं और एक दीदी को दे दी दूसरी खुद पीने लगा ....... आखिर pic में दीदी एक हाथ में बियर का कैन ले कर मुह खोल कर लंबी सी जीभ निकाल कर कैन को चाटने का पोज लिए हुए थीं वो सारी सेक्सी pic देख कर मेरे लंड का तो मूड बुरी तरह खराब हो चुका था और मैं प्रतीक के बारे में सोच रहा था ..........


दीदी ने मुझसे फोन ले कर वो सारे pic देखे और संतुष्ट हो कर प्रतीक को सेंड कर दिए और लास्ट में एक टेक्स्ट मैसेज ...... little gift for my loving husband 💋


और अगले ही पल वो सारे pic सीन हो गए प्रतीक ऑनलाइन आ गए थे ...... और उन्होंने रिप्लाई किया ....... ohh jaan you are amazing ....... i am so lucky i have so hot n sexy wife ...... beautiful ....... I have no words to praise you....... you are the most beautiful girl in my life 💋💋💋 love you so much jaan .......

प्रतीक का रिप्लाई पढ़ कर हमारे चेहरे पर मुस्कान आ गईं ....... मैंने कहा दीदी जीजू तो गए काम से ...... दीदी ने बियर का घूंट भर कर कहा वो तो नही पर उनका लंड जरूर काम से जाएगा आज और हंसने लगी .......

तभी प्रतीक की काल आने लगी दीदी ने फोन रिसीव कर के स्पीकर ऑन किया और प्रतीक बोले ...... थैंक्स जान मेरी ड्रेस पहन कर मुझे अपने इस हसीन रूप का दीदार कराने के लिए ....... तुम गज्जब हो यार कमाल हो बेमिसाल हो ...... दीदी हंसते हुए बोली अब बस भी करो सारी तारीफ आज ही कर दोगे तो अगली बार क्या करोगे ....... प्रतीक बोले अगली बार इस से ज्यादा तारीफ करूंगा और हंस कर बोले जान तुम्हे देखने के बाद मुझसे ज्यादा कोई और परेशान है ...... दीदी बोली कौन ...... फिर दीदी बोली प्रतीक मुझे 5 मिनट का टाइम दो मैं सब सेट कर लूं फिर कॉल करती हूं ...... प्रतीक उतावली से बोले जानू जल्दी करो न अब एक पल भी इंतजार नही होता दीदी हंसते हुए बोली बस थोड़ा सा और मेरी जान ........ और उन्होंने फोन काट दिया .......

दीदी ने जल्दी जल्दी से अपनी बची हुई बियर खत्म की और मैंने भी कैन खाली कर के बेड के नीचे फेंक दी और फिर बैग से earbuds निकाल कर उन्हें दीदी के फोन से कनेक्ट किया और एक दीदी को दे कर कान में लगाने के बोला दूसरा मैंने लगा लिया ........


इतना सब कर के मैं कमरे के बाहर गया ऊपर एक कमरा स्टोर रूम की तरह इस्तेमाल होता था और यहाँ घर भर का फालतू समान पड़ा होता था यहां एक पुरानी रस्सी पड़ी हुई थी कपड़े सुखाने वाली जिसे मैंने अभी कुछ दिनों पहले ही बदला था .......


मैंने वो पुरानी रस्सी उठाई और कमरे में आ गया ....... मेरे हाथ मे रस्सी देख के दीदी गौर से मुझे देखने लगी और बोली ये रस्सी किसलिये ...... मैंने कहा तुम्हे बांधने के लिए ...... दीदी बोली पर बाँधोगे क्यों मुझे .....?


मैंने दीदी के होंठो को चूमते हुए कहा कोई सवाल नही मैं जो कर रहा हूँ करने दो बस मज़े लो और प्रतीक से बातें करो ....... दीदी की आंखे 2 बियर पीने के बाद नशे से सुर्ख हो रही थीं उन्होंने भी ज्यादा दिमाग ना लगाते हुए कहा ok .......


दीदी सिर्फ उस रेड कलर की छोटी सी सेक्सी ब्रा पैंटी में बेड पर लेटी हुई थीं मैंने कैंची से रस्सी चार टुकड़े किये और फिर उनके दाएं हाथ को बेड के पाए से बांध दिया और फिर दूसरे हाथ को दूसरी ओर के पाए पर बांध दिया दीदी बेड के एकदम बीच मे लेटी हुई थीं .......

फिर मैंने बारी बारी से उनके दोनो पैर भी बेड के नीचे वाले पाए के साथ बांध दिए दीदी के पैर एकदम फैले हुए थे एक दूसरे से विपरीत .......

और तभी प्रतीक का काल आने लगा मैंने फोन उठा कर कॉल रिसीव की और फोन तकिए के नीचे रख दिया .......


प्रतीक- कितनी देर लगाती हो जान जानती हो ना मैं और सब्र नही कर सकता ......


दीदी- हसंते हुए ओहहह सॉरी जानू बस जरा दरवाजा बंद कर के कपड़े उतार रही थी ...... उसी में टाइम में लग गया ......

प्रतीक- उफ़्फ़फ़ मेरी जान नंगी हो गयी क्या ......


दीदी- हां जानू तुमने कपड़े पहने हुए हैं क्या .......

प्रतीक- ज्यादा नही सिर्फ अंडरवियर पहन रखा है .......

दीदी- उसे भी उतार दो न ...... जान .....

प्रतीक- मैंने सोचा उसे तुम उतार देती तो ......

दीदी- आहह जान अभी तो तुम्हे ही उतारना पड़ेगा ...... लेकिन जब मैं आ जाऊंगी तो रोज मैं ही उतारूंगी ......


प्रतीक- तुम आ जाओगी ना तो दो चार महीने तो मैं तुम्हे ना कपड़े पहनने दूंगा न खुद पहनूंगा ......

दीदी- हाय्य्य्य तो क्या मुझे हमेशा नंगी रखोगे .......

प्रतीक - और क्या जी भर के देखूंगा तुम्हारा नंगा बदन ....... और बस दिन रात तुम्हारी ........

दीदी- मेरी क्या बोलो ना जान .......


प्रतीक- दिन रात तुम्हारी चुदाई करूंगा जान आआहहहहहह .......


दीदी- उफ़्फ़फ़ जान दिन रात चोदोगे मुझे ......

प्रतीक- हां रानी तुम्हे नंगी देख कर तो सब्र करना मुश्किल ही होगा ......
जान मैंने अपना अंडरवियर भी निकाल दिया है एकदम नंगा हो गया हूँ ...... उफ़्फ़फ़ मेरा लंड एकदम सख्त हो रहा है ......

दीदी- आपने तो अपना लंड भी नही दिखाया मुझे अब तक ........

प्रतीक- तुम्हे कैसा लंड चाहिए निक्की ......

दीदी- बस एकदम सख्त और गरम जिसे चूसने और चुदने में मज़ा आये ...... ऊफफफ कितनी गन्दी बातें करने लगी मैं पता नही आप क्या सोचेंगे मेरे बारे में .......


प्रतीक- मेरी जान मैं कुछ सोच नही रहा बस खुश हूं और एन्जॉय कर रहा हूँ ....... मुझे ऐसी ही सेक्सी और समझदार बीवी चाहिएत थी जो खुल के जिंदगी के मज़े लेना जानती हो ...... वो टिपिकल शर्मीली टाइप बीवी नही चाहिए थी मुझे ......


दीदी- उफ़्फ़फ़ जान पर मैं भी शर्मीली ही हूँ ........


प्रतीक- जान तुम जैसी भी हो मुझे बेहद पसंद हो बाकी तुम्हे बेशर्म बनाना मेरा काम है वो मैं कर ही लूंगा.......

मैं मज़े से उन दोनों का वार्तालाप सुनते हुए बेड पर दीदी के बगल में लेट गया दीदी मेरी आंखों में देखते हुए बोली ........

उफ़्फ़फ़ आप मुझे बेशर्म बनाओगे अपनी बीवी को .......


प्रतीक- हां जान शादी तक मुझे तुम्हे एकदम बेशर्म और सेक्सी बना देना है ताकि सुहागरात को तुम पूरी तरह से चुदाई का मज़ा ले सको ......., मेरे कई दोस्तों ने बताया की शादी के बाद 10-15 दिन वो चुदाई कर ही नही पाए क्योंकि उनकी बीवी बहोत शर्मीली थी .......



दीदी- ok जानू बना दो मुझे एकदम बेशर्म .......


प्रतीक- तुम्हे लंड चूसना अच्छा लगता है निकी .......?

दीदी- हां मेरी जान मुझे लंड चूसना पसन्द है और मैं आपका लंड बड़े प्यार से चूसूँगी ......

.प्रतीक- aaahhhh जानू मैं मुठ मार रहा हूँ काश तुम मेरे पास होती तो तुम्हारे मुलायम हाथों से मुठ मरवाने में कितना मज़ा आता .......

दीदी- हंसते हुए बोली ....... मैं होती तो भी मुठ मरवाते क्या जान ......

प्रतीक को अपनी बेवकूफी भरी बात का अहसास हुआ तो वो बोले ....... मेरा मतलब है कि तुमसे मुठ मरवाता फिर अपना लंड तुम्हारे मुह में दे कर चुसवाता और फिर तुम्हे अपने लंड पर बिठा कर जी भर के चोदता ....... जब तक तुम अपनी रसीली बुर का पानी मेरे लंड पर ना टपका देती .......

.दीदी- aaahhhh जान तुम्हारी बातों से ही मेरी बुर पानी टपका रही है पता नही जब तुम अपना लंड डाल कर मुझे चोदोगे तो क्या होगा ........


प्रतीक- मज़ा आएगा मेरी जान बहोत मज़ा आएगा ...... जितना मज़ा अभी तुम्हे उंगली करने में आता है उस से भी हजार गुना ज्यादा मज़ा आएगा ........

दीदी- उफ़्फ़फ़ प्रतीक........ अब अपना लंड दे भी दो मेरे मुह में ...... मुझे चूसना है तुम्हारा मस्त लंड......

प्रतीक- पता है निक्की जब मैंने पहली बार तुम्हे सामने से देखा तो मेरे मन मे क्या ख्याल आया ......


दीदी- मुझे कैसे पता होगा ....... बताओ ना .......


प्रतीक- मैंने तुम्हे देखा तो मुझे सबसे ज्यादा तुम्हारे सुर्ख रसीले होंठ अच्छे लगे और मैं सोचने लगा काश एक बार इन्हें चूस लूं जी भर के फिर मर भी जाऊं तो कोई बात नही ........


दीदी- ऐसी फालतू की बातें मत करिएगा दोबारा , मरें आपके दुश्मन और ये रसीले होंठ अब आपको रोज जी भर के चूसने को मिलेंगे ...... और ये रसीले होंठ आपका रसीला लंड भी चूसेंगे .......


प्रतीक- ऊफफ जान और फिर तुम्हारे होंठ देखने के बाद मुझे बस ये ख्याल आया कि जिसके होंठ इतने रसीले हैं उसकी बुर कितनी रसीली होगी ...... और उसे चूस चूस कर उस बुर का रस पीने में कितना मज़ा आएगा ........


ये बातें सुन कर मेरा भी लंड बेकाबू होने लगा था ....... और मैंने अपने हाथों पर झुक कर दीदी के चेहरे पर अपनी जीभ फिरानी शुरू कर दी और दीदी के गले से हल्की सिसकारियां निकलने लगी ....... और वो बोली ....... aaahhhhhh sssssss प्रतीक मेरी रसीली बुर जी भर के चाटना मेरी जान एक बार मुझे आने दो फिर रोज तुम्हे नंगी हो के अपनी बुर चटवाऊंगी तुम्हारे मुह पर बैठ कर ........

(अब दीदी बियर और सेक्स के नशे में चूर हो कर रंग में आ रही थीं और सिर्फ वो क्यों हम तीनो का वही हाल था)


मेरी जीभ उनके गालों पर नाक पर कान पर कान के निचले हिस्से से होते हुए गर्दन तक घूम रही थी और दीदी की आहें और सांसे भारी होती जा रही थीं .........

प्रतीक- ओहह जान सिर्फ बुर नही मुझे तो एक एक अंग चाटना है तुम्हारा तुम्हारी आर्मपिट की स्मेल लेनी है मुझे ...... उफ़्फ़फ़ कैसी खुशबू होगी तुम्हारे बदन की .......


दीदी- हां जान मेरा एक एक अंग चाटना चूसना ...... मेरी चुत के साथ मेरी गांड़ भी चाटना जानू वो भी पसन्द आयेगी तुम्हे ........

मैं दीदी की गर्दन से चाटते हुए उनके होंठो तक आया और फिर होंठो को 3-4 सेकेंड के लिए मुह में दबा कर चूसा और दीदी ने एकदम से जीभ निकाल कर मेरी जीभ को चाट लिया ......., दीदी हद से ज्यादा गर्म हो चुकी थीं ........ और मैं दीदी की लंबी सुतवां नाक को चाटने लगा और फिर उनकी नाक को मुह में भर कर चूसने लगा ........ दीदी के मुह और नाक से भाप सी निकल रही थी ........

प्रतीक- आहह मेरी रानी निक्की मैं तो तुम्हारी गांड़ के छेद में जीभ डाल डाल कर अंदर तक चाटूँगा जान ...... निक्की मेरा एक कहना मानोगी प्लीज ........


दीदी- iiisshhhhh ....... uufffff हां बोलो ना जानू तुम्हारी हर बात मानूँगी मैं ........ तुम जो कहो सब मंजूर है मुझे .......


और मैंने इसी के साथ दीदी को नाक चूसना छोड़ कर अपनी जीभ उनकी नाक के छेद में डाल दी और चाटने लगा ..... दीदी मेरी इस हरकत से बावली हो गईं और तेजी से सिसियाने लगी ...........


प्रतीक- जानू आज से ले कर हमारी शादी तक तुम अपनी चूत और आर्मपिट के बाल नही हटाओगी मुझे घनी झांटो वाली चूत बहोत पसन्द है रानी ......., झांट वाली चूत देख कर ही मेरे मुह में पानी आ जाता है ......... बस शादी के वक़्त पार्लर जाना तो सेट करवा लेना अपनी झांटे .........


दीदी- उफ़्फ़फ़ मेरी जान जैसा तुम चाहो मैं आज के बाद कभी अपने बाल नही साफ करूंगी और रोज अपने पति को अपनी झांटो वाली रसीली चूत चटा दिया करूंगी ......... और कोई इच्छा हो तो बताओ जानू .........


मैंने बारी बारी से दीदी के नाक के दोनो छेद चाटे अंदर तक जीभ डाल के और फिर नीचे सरक कर दीदी के नंगे पेट को चूमने लगा ....... मेरी गर्म सांसे अपने पेट पर महसूस कर के दीदी रेत पर पड़ी मछली जैसे तड़पने लगी और अपने चूतड़ उठाने लगी .......

प्रतीक- aaahhhh निकी फिलहाल तो यही एक इच्छा थी बाकी एक बार मिलो तो सही सारी इच्छाएं पूरी करूंगा एक एक कर के ....... तुम्हारी कोई इच्छा हो तो बताओ जानू ........,


दीदी- नशे और मस्ती में सिसियाते हुए बड़बड़ाई आहह जान ......, मुझे तो अपने निप्पल चुसवाते हुए अपनी बुर में उंगली करना बड़ा अच्छा लगता है पूरे बदन में करंट सा दौड़ता है और बुर पानी बहा देती है मेरी ........


प्रतीक- ओहहह जान मैं तो तुम्हारे निप्पल काट काट कर चुसूंगा और चूसते अपना लंड तुम्हारी बुर में धक्के मार मार के पेलूँगा जानू जब तक तुम झड़ नही जाती........



मैं दीदी के पेट को जीभ निकाल कर चाटने लगा था और दीदी के बदन का एक एक रोयां खड़ा हो गया था और फिर मैं दीदी की नाभि में जीभ डाल कर चूसने लगा ......, दीदी की नाभि चूसते हुए मैंने एक हाथ पैंटी के दो इंच कपड़े में ढकी हुई उनकी चूत पर रखा और दीदी की गरम दहकती हुई बुर को मुट्ठी में भर कर जोर से मसल दिया ....... और दीदी के मुह से तेज आहह निकली ......... और वो बोली उफ़्फ़फ़ ऐसे ही मसलो ......... और जोर से पी लो मेरी नंगी चुंचिया राजा चोद दो ना अब ...... aaaahhhh


प्रतीक- ओहहह जान चूस रहा हूँ तुम्हारे निप्पल मुह में ले कर दांतों से काट रहा हूँ ......... और अपना गरम लंड तुम्हारी नंगी गीली बुर में रगड़ रहा हूँ ......... उफ़्फ़फ़ निक्की कितनी चिकनी बुर है तुम्हारी .......


दीदी- हां प्रतीक ऐसे ही चुसो काटो खा जाओ मेरे चूचे और पेल दो अपना मोटा लंड मेरी बुर में चोद लो अपनी होने वाली बीवी को शादी के पहले ही सुहागरात मना लो राजा ....... aaahhhh कितना मज़ा आ रहा है आज उंगली करने में ही .......


मैंने दीदी की पैंटी की रेशमी डोरी पकड़ी और खींच दी एक ओर की गांठ खुल गयी और मैंने दीदी के नरम पेट पर हाथ फिराते हुए अपना हाथ उनकी ढीली हो चुकी पैंटी में घुसा कर उनकी बुर को सहलाया बुर के होंठ बुरी तरह से गीले थे उन पर चिकना रस लगा हुआ था मेरी उँगलियां भीग गयी और मैंने एकदम से अपनी मोटी उंगली दीदी की बुर में पेल दी ....... दीदी सिसक उठी ........ और अपना निचला होंठ दांत से काटते हुए अपनी गांड़ हवा में उठाने लगीं ...........

मैं धीरे धीरे अपनी उंगली उनकी बुर में अंदर बाहर करने लगा और फिर मैंने वो उंगली दीदी की बुर से निकाल कर उन्हें दिखाते हुए अपने मुह में डाल कर चूस ली ऊऊम्म्म्म्म क्या स्वाद था दीदी की बुर का ........ मुझसे रहा नही गया और मैंने दीदी की पैंटी की दूसरी गांठ तेजी से खोल कर उसे एक झटके
से उनके बदन से अलग कर दिया और दीदी की टांगो के बीच लेटते हुए दोनो हाथो से उनकी बुर फैला दी और अपने होंठ बुर के अंदरूनी हिस्से पर रख कर चूमते हुए बुर को मुह में दबोच कर चूसना शुरू कर दिया ........, दीदी हाय हाय करने लगी ...... बेड पर बंधी हुई तड़पने लगी अपने बदन को झटके देने लगी ........... और अपनी कमर को तेजी से उछालने लगी ........


प्रतीक- ओहहह जान अब तो लग रहा है बस अभी उड़ कर आ जाऊं तुम्हारे पास और पेल दूँ अपना लंड तुम्हारी बुर में और बस दनादन धक्के मार मार कर चोद दूँ तुम्हे और झड़ जाऊं तुम्हारी बुर की गहराइयों में aaahhhhh रानी ये लो मैं गया ......, ऊफफफ चूस लो मेरे लंड का रस जान पी लो मेरा वीर्य ........


दीदी- हाय्य्य्य राजा झड़ जाओ...... निकाल दो अपने लंड का गरम रस मेरे मुह में ........पिला दो जानू बहोत प्यासी हूँ मैं ....... aaahhhh ऊऊम्म्ममम्म ........


प्रतीक- हांफते हुए बोले बहोत सेक्सी हो जान मैं पहली बार इतनी जल्दी झड़ा हूँ मुठ मारते हुए वरना आधे घंटे से पहले कभी नही होता मेरा .......


दीदी- कोई नही जान पर बहोत मज़ा आया सच मे आज ...... तुम झड़ गए हो तो एक pic दिखाओ ना अपने लंड की मुझे देखना है कितना पानी निकाला है तुमने ......


प्रतीक- जान मैं वीडियो कॉल कर के दिखाता हूँ ......

दीदी- नही ना वीडियो कॉल नही मुझे शर्म आएगी अभी pic दिखा दो वीडियो कॉल अगली बार ......


प्रतीक- ok जान और फिर काल कट गई और कटते ही मैंने अपनी जीभ लंबी सी निकाली और दीदी की बुर की गहराई तक उतार कर घुमा घुमा कर दीदी की बुर अंदर तक चाटने लगा ...... दीदी बोली विकी मेरे हाथ खोल दी प्लीज मैं मर जाऊंगी आज aaahhhhh इतना मज़ा आ रहा है ..........


मैंने दोनो हाथ ऊपर उठा कर दीदी के चूचो को पकड़ लिया और ब्रा के मुलायम कपड़े के ऊपर से सहलाने लगा और कहा ...... दीदी बस मज़े लो मेरी जान मरने तो मैं आपको दूंगा नही बस आपकी चूत का रस निकाल दूंगा.....
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तभी दीदी के फोन पर मैसेज टोन बजी मैंने देखा तो प्रतीक ने अपने लंड की 4-5 pic भेजी थी ...... अलग अलग एंगल से मैंने pic फुल स्क्रीन कर के दीदी को दिखाई .......


प्रतीक का 8 इंच का मस्त मोटा लंड गुलाबी मोटा सुपाड़ा और फूले हुए
आंड़ देख कर दीदी बोली उफ़्फ़फ़ कितना मस्त लंड है बड़े मजे देगा मैंने pic को स्क्रोल किया तो अगली pic आ गयी ये सिर्फ सुपाड़े का क्लोजअप था दीदी उसे देख कर होंठ चाटती हुई बोली aahahh चूसने में मज़ा आएगा इसे .......


अगली pic में लंड के साथ प्रतीक के पेट पर पड़ी हुई वीर्य की मोटी मोटी लकीरें दिख रही थीं ........ कम से कम 10 चम्मच गाढ़ा मलाई जैसा वीर्य उसके पेट पर बिखरा पड़ा दीदी बोली उफ़्फ़फ़ इतने में तो मेरा पेट भर जाएगा .........

तभी फिर से प्रतीक की कॉल आ गयी मैंने कॉल रिसीव की .......


प्रतीक- देखा जान कैसा लगा .......


दीदी- हाय्य्य्य कितना मस्त लंड है आपका मेरे मुह में तो पानी आ गया ....... और कितना गाढ़ा है आपका वीर्य मैं तो रोज चूस चूस के पियूंगी आपके लंड का रस ..........


प्रतीक चलो जान तुम भी जल्दी से कर लो अब ....... दीदी ओहहह जानू मेरा तो कब का हो गया तुमसे बात करते हुए कितना मज़ा आया आज सच मे ......

प्रतीक- सच मे तुम्हारा हुआ ना ......


दीदी - हां जानू झूठ क्यों बोलूंगी......

प्रतीक- ok जान लव यू सो मच ......


दीदी- प्रतीक एक बात पुछू ......?

प्रतीक- हां पूछो ना ......


दीदी- मुझसे मिलने के पहले भी तुम मुठ मारते थे ......?

प्रतीक- हां ..... मारता था मैं तो 17 साल की उम्र से मुठ मार रहा हूँ .......


दीदी- अच्छा जी 17 से ही शुरू हो गए थे .......


प्रतीक- हां जान मेरे दोस्त ने मुझे पोर्न दिखाई अपने घर पर और उसी दिन मैंने पहली बार मुठ मारा .......


मैं अब चुपचाप लेट कर लंड सहलाते हुए दीदी का वार्तालाप सुन रहा था.........

दीदी- ह्म्म्म अच्छा ये बताओ तुमने पहली बार किस के बारे में सोच कर मुठ मारी थी........


प्रतीक ने कोई जवाब नही दिया......


दीदी- बोलो न जान बताओ ना किस लड़की के बारे में सोच कर मुठ मारी थी तुमने .......?


प्रतीक- जान प्लीज ये सवाल पास कर देते हैं झूठ मैं बोलना नही चाहता और सच मैं बोल नही पाऊंगा .......


दीदी- अरे ऐसा कौन है की तुम उसका नाम नही ले पा रहे और झूठ बोलने को तो मैं कह भी नही रही ......., बता दो ना मैं फिर मैं भी बताऊंगी ........ या पहले मैं ही बताती हूँ ........ मुझे ना अनिल कपूर बहोत अच्छा लगता था बचपन से ही मैं उसकी हर मूवी कई कई बार देखती थी फिर जब मैं 16 की थी तब उसकी बेटा मूवी देखी उसमे वो गाना है ना धक धक करने लगा उसमे उसकी परफॉर्मेंस देख कर उस रात मैंने पहली बार उसके बारे में सोच कर अपनी चूत रगड़ रगड़ कर लाइफ का पहला ऑर्गेज्म फील किया था ....... उसके बाद कई साल तक मैं उसी के बारे में सोचती रही ........ और उंगली करती रही.........

(दीदी की बात सच थी क्योंकि अनिल कपूर उनका फेवरेट हीरो था)

अब तो बता दो जानू अगर कोई प्रॉब्लम ना हो तो ........


प्रतीक- मेरी जान इस के अलावा कोई भी सवाल पूछ लो ना मैं बता दूंगा ......


दीदी- नही और तो कोई सवाल नही है ......, अच्छा चलो फिर सोते हैं काफी देर हो गयी बात करते हुए........


प्रतीक- अरे गुस्सा मत हो जान ....... अच्छा मैं बता दूंगा किसी दिन पर आज नही प्लीज .......

दीदी- its ok मैं गुस्सा नही हूँ यार ......, जब मन हो बता देना और परेशान ना हो कोई भी हो मैं गुस्सा नही करूंगी बस मुझे जानने की उत्सुकता है कि वो कौन लड़की है जिसने पहली बार मेरे प्रतीक का लंड खड़ा किया था ........


प्रतीक- ok जान बता दूंगा किसी दिन ......, ठीक है चलो अब सोया जाए ........, लेकिन सच मे आज का दिन यादगार रहा मेरी लाइफ का फोन सेक्स पहले भी कई बार किया है मैंने पर वो सब शर्मीली लड़कियां है बार बार कहने के बाद भी खुल कर नही बोलती ........ आज का एक्सपीरियंस बेस्ट है मेरी लाइफ का ......., लव यू निक्की ..... बहोत प्यार आ रहा है तुम पर .......


दीदी- मुझे भी जान लव यू सो मच गुड नाईट मेरे राजा ....... bye .....

और फोन कट गया ........

फोन कटते ही दीदी बोली विकी अब और बर्दाश्त नही हो रहा राजा कैसे भी मेरी बुर का पानी निकालना है मुझे मैंने कहा जो हुक्म मेरी जान और मैंने फिर से पोजिशन ले कर ..... दीदी के दोनो चुचियो को सहलाते हुए जीभ से उनकी बुर का दाना चाटना शुरू कर दिया दाने पर जीभ का स्पर्श पा कर दीदी बोली रगड़ कर चाटो ना जानू एकदम से चबा कर खा जाओ इस निगोड़ी मेरी बुर को aaahhhhh और मैं पूरी जीभ को दीदी की बुर पर रगड़ रगड़ कर उनकी बुर चाटने लगा ........ बुर चाटते हुए मैंने ब्रा की भी डोरी खींच ली और दीदी के चूचे नंगे कर के उनके तन कर खड़े हुए निप्पल्स को चुटकी में पकड़ कर मींजते हुए अपनी जीभ लंड जैसे कड़ी कर के बुर में घुसा दी और गोल गोल घुमा कर चाटने लगा दीदी बोली आहहहहहहससससससईईईईईई ऐसे ही चाटो राजा बस झड़ जाएगी मेरी बुर और अपनी गांड़ उठा उठा कर अपनी बुर मेरे मुह में ठेलते हुए चटवाने लगी .........



और मैंने जीभ को बुर में घुमाते हुए उनके पेशाब वाले छेद को जीभ से कुरेदना शुरू कर दिया अगले ही पल वो और जोर से छटपटाने लगी अपना सर पटकते हुए सिसक उठी और बोली हाय्य्य्य विकास मेरे भाई कितने मज़े दे रहा है तू मेरी चूत का अब चोद दे ना अपनी दीदी की बुर ........

मैंने एकदम से दाँत गड़ा कर काट लिया दीदी की बुर पर और उनके निप्पल तेजी से खींचते हुए उमेठ दिए और दीदी की बुर से फलफला कर मीठा रस बहने लगा टपकने लगा और मैं उसे चाट चाट के चूस चूस के पीता रहा ........


एक एक बूंद चूसने के बाद मैंने जीभ बुर से निकाली और दीदी की बुर से जीभ फिराते हुए उनकी गांड़ के कसे हुसे नन्हे से छेद को चूमा और चाटने लगा दीदी बोली अब बस करो और बर्दाश्त नही होगा प्लीज उनकी सांसे अभी भी तेज थीं ........

मैं उठ बैठा उनकी टांगों के बीच दीदी मेरी ओर देखते हुए मुस्कुरा कर बोली मेरे लिये तो फैसला करना मुश्किल है कि मेरा पति ज्यादा सेक्सी है या मेरा भाई .......


लेकिन इतना तय है मैं मायके में रहूं या ससुराल में मेरी बुर कभी प्यासी नही रहेगी ........ अब या तो मेरे हाथ खोल दे जल्दी से या अपना लंड मेरे मुह में दे दे मुझे भी लौड़े का रस पीना है अब ..........


मैं दीदी के पास उनके सर के बगल में घुटनो पर बैठ गया और अपना खड़ा लंड दीदी के चेहरे पर रगड़ने लगा उनके गालों पर माथे पर होंठो पर और फिर मैंने लंड की स्किन पीछे सरका कर सुपाड़ा खोला और गरम सुपाड़ा दीदी की नाक पर रगड़ने लगा .........


और दीदी मेरी आँखों मे देखते हुए गहरी सांस ले कर जैसे मेरे लंड को सूँघने सी लगी ....... दीदी की इस हरकत से मेरे लंड के सुपाड़े पर चिकने रस की कुछ बूंदे छलछला गयीं ....... नाक पर उसकी चिकनाहट महसूस कर के दीदी ने सर ऊपर उठाते हुए सुपाड़े पर अपनी रसीली जीभ फिरा दी और उस रस को चाट कर चटकारा लिया ........ और फिर मैंने अपना सुपाड़ा उनके होंठो पर रगड़ना शुरू कर दिया उनकी लिपस्टिक का रंग मेरे गुलाबी सुपाड़े को और सुर्ख करने लगा ..........


दीदी ने एकदम से मुह खोल दिया और मैंने देर ना करते हुए अपना सुपाड़ा उनके होंठो के बीच सरकाया और दीदी उसे रसगुल्ले जैसे चूसने लगी ....... ..

5 मिनट तक लंड चूसने के बाद दीदी बोली विकी मेरी जान आज मुझे कुछ भी नही करने दोगे क्या .... बहुत हुआ अब खोल भी दो ना ...... मुझे अपने मन की भी करनी है अब ....... और मैंने दीदी को हाथो की गांठ खोल दी हाथ खुलते ही दीदी उठ बैठी और अपने पैर खोलने लगी ........

एकदम आज़ाद हो कर उन्होंने मुझे धक्का दे कर बेड पर लिटा दिया और मुझ पर झुकते हुए किसी भूखी शेरनी की तरह मेरे होंठो को चूसते हुए मेरे लंड को मुठ मारने लगी ...... उनकी जीभ अब मेरे मुह के अंदर घूम रही थी और उनका मीठा मीठा शहद जैसा थूक मेरे मुह में घुल रहा था जिसे मैं चूस रहा था निगल रहा था .........

और फिर दीदी की जीभ मेरे बदन अपर घूमती हुई मेरे सीने पर मेरे निप्पल के चारो ओर घूमने लगी और मैं पागल सा होने लगा बस अब मैं अपने लंड से ढेर सारा गरम वीर्य उगलना चाहता था मेरे आंड़ के अंदर हलचल तेज होने लगी थी ...... .


दीदी ने मेरे छोटे छोटे निप्पल को अपनी नरम जीभ से चाटा और फिर हल्के से दाँत चुभो दिए मैं सिसक उठा ..............


उफ़्फ़फ़ निकिता जान ले लोगी क्या मेरी ... . दीदी ने और नीचे आ कर मेरा लंड हाथ मे पकड़ कर मसलते हुए नीचे लटक रहे आंड़ पर जीभ फिराई और बोली लेना तो तेरा मस्त लंड चाहती हूं अपनी बुर में लेकिन तू देता ही नही ........

मैंने कहा उसके अलावा तो सब दे रहा हूँ जान और कितना मज़ा लेना चाहती हो कोई कमी हो तो बोलो वो भी पूरी कर देता हूँ .. ......


दीदी ने बड़ा सा मुह खोल कर दोनो आंड़ एक साथ मुह में भर लिए और चूसने लगी साथ ही वो लंड पर तेजी से हाथ भी चला रही थी ....... मुझे एक पल को लगा नेहा जैसी पेशेवर रण्डी भी इतना मस्त लंड ना चूस पाए शायद ......


दीदी ने कुछ सेकेंड मुझे हवा में उड़ाने के बाद जमीन पर लैंड कराते हुए मुह से आंड़ निकाले और बोली कोई कमी नही है जानू इतना सुख तो शायद चुदाई में भी ना मिले जितना तुम देते हो मुझे ....... और फिर से सुपाड़े को चाटने लगी मुझसे रहा नही गया और मैंने एक हाथ दीदी के हाथ के ऊपर से अपने लंड पर रखा और पूरी तेजी से उसे मुठियाने लगा .........


दीदी भी मेरा साथ देते हुए लंड को मुठ मारते हुए मेरे सुपाड़े के छेद को जीभ की नोक से कुरेदते हुए चाटने लगी और एक झटके से मेरे सुपाड़े के छेद से एक एक तेज धार निकली गाढ़े गर्म वीर्य की और दीदी की जीभ को तर करती हुई उनके हलक से जा टकराई .......



दीदी चौंक गयीं लेकिन अगले ही पल सम्हलती हुई सुपाड़े के नीचे जीभ लगा कर आने वाली अगली धार को अपनी जीभ पर ही समेट कर लपर लपर करती हुई जीभ चला कर बहता हुआ वीर्य चाटने लगी कुछ बूंदे उड़ती हुई उनकी नाक और गालों पर चमक रही थी और एक बूंद उनकी नोजरिंग में जा कर फंस गई जो रोशनी में किसी हीरे जैसे चमक रही थी ........


एक के बाद एक आती हुई बौछारों को दीदी तब तक चूसती रही जब तक आखिरी बून्द तक नही टपक गयी ..........., और फिर गहरी सांस लेती हुई दीदी मेरी बगल में लेट गयी दरवाजा बंद ही था तो मैंने भी दीदी को पीछे से बाहों में भर कर अपना एक हाथ उनकी नंगी चूची पर रख कर उसे मुट्ठी में भर लिया और पीछे से अपना झड़ा हुआ लंड जो झड़ कर भी किसी खूंटे जैसा ही सख्त था को दीदी के चूतड़ों की गहरी दरार में फंसा कर लेट गया और जल्दी ही हम नींद के आगोश में डूब गए ........।
nice update..!!
vikas aur nikita ka scene bahot badhiya tha..yeh pratik bich me kyun aata hai..!!:gtfo:
 

neeRaj@RR

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nice update..!!
vikas aur nikita ka scene bahot badhiya tha..yeh pratik bich me kyun aata hai..!!:gtfo:
प्रतीक निकिता का होने वाला पति है वो तो बीच मे आएगा ही और कहां जाएगा बेचारा उसके तो अरमान भी पूरे नही हो रहे जो श्वेता के प्रति उसके मन मे हैं
 

neeRaj@RR

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Dear friend ,
Vikash ke sath uski mummy or partik ki mummy or partik ki behan ko samil kro na.
Vikash ke sath sb females hongi to aur maja aayega kahani ka.
Vikash ke sath sabka sex relation ho , chori chupke.
Waiting For Next Update
सॉरी भाई मम्मियां नही शामिल होंगी इस कहानी में इस रिश्ते का मैं सम्मान करता हूँ 🙏
 

neeRaj@RR

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सुबह 6 बजे मेरी आँख खुली दीदी अब भी नंगी मेरी बाहों में सिमटी सो रही थीं ...... उनके मासूम चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान खुशी और संतुष्टि थी ..... मैंने दीदी के होंठो पर किस किया ऊऊम्म्म्म्म और उठने लगा इस हलचल से दीदी जाग गयीं ...... और मेरी बांह पकड़ कर एकदम से लिपट गयीं मुझसे और बोली गुड मॉर्निंग मेरी जान .......


उनकी नंगी चूची मेरी बांह से चिपकी हुई थी और सुबह सुबह मेरा लंड फिर से सर उठाने लगा था ...... गुड मॉर्निंग स्वीटहार्ट मैंने दीदी को रिप्लाई करते हुए खड़े हो रहे लंड को दबा कर शांत करने की कोशिश की ........

लेकिन दबाने से कभी लंड शांत हुआ है दीदी के हार्ड निप्पल की चुभन बांह पर महसूस करते ही और वो और तेजी से सर उठाते हुए झटके मारने लगा ......... दीदी वो नज़ारा देख कर हंसने लगी फिर मैं उठ कर बाथरूम चला गया और फ्रेश हो कर नहा कर रेडी हो कर नीचे आ गया ........

थोड़ी देर में दीदी भी नहा कर नीचे आ गईं आज उन्होंने येलो ड्रेस पहनी हुई थी और गजब की सुंदर दिख रही थीं कल रात हुई गरमा गरम मस्ती से उनके चेहरे की चमक मानो और बढ़ गयी हो .......

तभी पापा भी तैयार हो कर नाश्ते के लिए आ गए और हम सब ने साथ मे नाश्ता किया ....... पापा ने पूछा कि मैंने कुछ काम शुरू किए या नही मैंने कहा बस आज से सब शुरू करना है पापा , तभी मम्मी बोली मैं सोच रही थी कि ऊपर तीसरी मंजिल पर दो कमरे और एक बाथरूम और बनवा लें तो ठीक रहेगा शादी के घर मे मेहमान आएंगे चार कमरों में बिस्तर लगवा देंगे तो सही रहेगा....... और इसी टाइम ऊपर वाले तीनो कमरों का फर्श भी फिर से बनवा दें ...... ऊपर के तीनों कमरों में बस साधारण फर्श था मम्मी चाहती थीं कि उनमें भी टाइल्स या मार्वल लग जाएं।

उनकी बात हम सभी को जंची और तय हुआ कि जल्दी से ऊपर काम शुरू करवा दिया जाए और बुकिंग वगैरह का काम निपटा दिया जाए बाकी बाद में देखा जाएगा .........

फिर हम सब निकल पड़े अपने अपने रास्ते पापा आफिस और मैं दीदी को कॉलेज छोड़ कर अपने कॉलेज ....... कॉलेज में संजय मिला वो भी अब बहोत खुश था और इसी खुशी में मैंने उसे अपना पिछड़ा कॉलेज वर्क पूरा करने की जिम्मेवारी दे दी जिसे उसने खुशी से स्वीकार भी कर लिया.......

फिर लंच में मैंने उससे कहा यार ऊपर कुछ काम करवाना है ....... कोई बढ़िया बन्दा चाहिए जो जिम्मेवारी से सब काम कर दे ........ वो बोला तू टेंशन ना ले मेरी बुआ का लड़का प्रकाश यहीं प्रयागराज में ठेकेदारी का काम करता है उसके पास सारा इंतजाम है मैटेरियल से ले कर लेबर इलेक्ट्रिशियन प्लम्बर सब का जुगाड़ वो कर देगा और घर का बन्दा है तो बढ़िया काम भी करेगा .........

मैंने कहा फिर उसे जल्दी से बुला ले काम शुरू करवा देते हैं वो बोला ठीक है मैं शाम को उससे बात करता हूँ ......

फिर 3 बजे मैं दीदी को ले कर घर पहुंचा और खाना खाते हुए संजय का कॉल आया उसने बताया कि प्रकाश से बात हो गयी है और वो उसे ले कर मेरे घर आ रहा है .......


फिर आधे घंटे में प्रकाश और संजय आ गए मैंने सबको साथ ले जा कर ऊपर अपनी रिक्वायरमेंट बताई प्रकाश ने सब ठीक से समझा और बोला ठीक है भाई जी सब हो जाएगा कमरे और बाथरूम बनवाने से ले कर प्लम्बर इलेक्ट्रिशियन का सारा काम उसके बाद पूरे घर की पेंटिंग वगैरह सब मैं करवा दूंगा .......


फिर हम नीचे आ गए मम्मी ने सबको चाय नाश्ता कराया और जाते जाते संजय ने प्रकाश को हिदायत भी दी कि काम बढ़िया होना चाहिए और फालतू पैसा नही खर्च होना चाहिए ......


प्रकाश बोला भैया आप मुझे एक लाख रुपये दे दो मैटेरियल गिरवाने के लिए मैं कल सब इंतजाम करवा के परसों से काम शुरू करवा देता ....... मैंने उसे तुरंत एक लाख की चेक पकड़ाई और वो ले कर चला गया ......


फिर मैंने संजय को बाकी कामो के बारे में बताया उसने कहा हर रोज एक काम निपटाएंगे तो हफ्ते 10 दिन में सब हो जाएगा सबसे पहले तो एक बढ़िया मैरिज हाल या लॉन बुक करना था चूंकि नवंबर में शादी थी तो ज्यादा ठंड नही होनी थी इसलिए मैं ओपन लॉन से करना चाहता था ........

फिर मैंने बाइक उठाई संजय के साथ अपने एरिया के दो तीन सबसे अच्छे लॉन गया उन्हें देखा समझा रेट पता किया ........ उनके वीडियोस बनाये और घर आ कर मम्मी और दीदी के साथ डिस्कस करने लगा ....... तभी पापा भी आ गए मैं उन्हें भी दिखाने लगा तो वो बोले भाई ये सब तू और निकी ही देख ले जो भी पसन्द आये .......


फिर दीदी ने एक लॉन सेलेक्ट किया यहां काफी ज्यादा खुला स्पेस था और साथ ही 12 बड़े कमरे भी थे स्टेज भी शानदार और बड़ा था ....... आखिर में वही फाइनल हुआ और फिर ........ मैं संजय को घर छोड़ने चला गया वापस आ कर हम सबने खाना खाया और फिर रोज की तरह हम अपने कमरों में पहुंच गए .......


दीदी चेंज कर के मेरे रूम में आईं दरवाजा बंद कर के लेट गयी मेरे बगल में उन्होंने मुझसे चिपकने की कोशिश की पर मैंने उन्हें बाहों में भर के किस किया और बोला दीदी आज सोने दो ना कल से बहोत भाग दौड़ करनी है दीदी बोली ठीक है ......

आज प्रतीक का कॉल भी नही आया ..... और हम जल्दी ही सो गए ......


अगले दिन सुबह रोज की तरह दीदी ने पहले उठ कर मुझे जगाया और मैं उन्हें किस कर के जल्दी से रेडी हो कर नीचे आ गया थोड़ी देर में ही प्रकाश का काल आया उसने बताया कि भैया ईंट और मोरंग भेज दिया है आप उसे जगह बता देना उतारने की मैंने कहा ठीक है और फिर थोड़ी देर में ही ईंट मोरंग की गाड़ियां और 3 लेबर आये मैंने घर के बाहर ही वो सब उतरवा दिया और थोड़ी देर में ही प्रकाश भी आ गया वो मजदूरों को ले कर ऊपर आया और उसने कहा कि ये तीनो कमरे 20-25 दिन के लिए खाली करने पड़ेंगे ...... ये सुन कर मुझे बड़ा बुरा लगा साला अपना कमरा छोड़ना किसी मुसीबत से कम नही .......

लेकिन काम करवाना था तो करना ही पड़ेगा तो ये तय हुआ कि दीदी मम्मी के कमरे में शिफ्ट होंगी और मैं नीचे वाले गेस्ट रूम में रहूंगा ......

और फिर मैंने और दीदी ने अपने अपने कमरों से जरूरी सामान निकाल कर नीचे वाले कमरों में शिफ्ट किया और बाकी का सामान अलमारी में भर कर लॉक कर दिया ......


प्रकाश ने ही कहा कि भैया इन कमरों में आप ताला लगा दो क्यों कि मजदूरों का कोई भरोसा नही कब क्या सामान पार कर दें मौका पा कर दिन में वैसे भी घर पर सिर्फ मम्मी होती हैं वो अकेली कहाँ कहाँ नजर रख पाती और हमारे कमरे फिलहाल के लिए बंद हो गए .........

दीदी का मूड थोड़ा ऑफ था इस वजह से ....... की अब हमें काफी दिनों तक कोई मौका नही मिलने वाला था साथ मे सोने का कॉलेज जाते हुए रास्ते मे वो इस वजह से काफी उखड़ी हुई थीं और मुझसे बोली पहले ऊपर का काम करवा लेते उसके बाद हमारे रूम खाली करते मैंने कहा यार फर्श का काम ज्यादा से ज्यादा 8-10 दिन में हो जाएगा उसके बाद हम रह सकते हैं अपने कमरों में ....... फिर भी उनका मूड सही नही हुआ ....... वो बोली बड़ी मुश्किल से तुझे मनाया था तो अब ये नई मुसीबत .......

खैर अब उनका मूड सही करने का मेरे पास कोई इंतजाम फिलहाल तो नही था तो उन्हें कॉलेज ड्राप कर के मैं अपने कॉलेज निकल गया ........ पहला पीरियड ऑफ था तो मैं फील्ड में निकल गया और प्रकाश को कॉल की उसने कॉल रिसीव की तो मैंने कहा यार एक काम करो तुम सबसे पहले ऊपर वाले तीनो कमरों का फर्श बनवा दो और भले ही ज्यादा आदमी लगें पर जल्दी जल्दी से उनका काम फिनिश करवा के उनकी सीलिंग बनवा कर पेंट करवा के सब ok करवाओ ताकि हम अपने कमरों में शिफ्ट हो सकें बाकी काम करवाते रहना ..........

वो बोला भाई जी फर्श का काम वैसे भी दूसरा मिस्त्री करेगा मैं आज ही फर्श तोड़ने के लिए 4 लेबर लगा देता हूँ कल तक वो फर्श तोड़ लेंगे और परसो से मैं फर्श का काम शुरू करा दूंगा उपर के कमरों और बाथरूम का काम दूसरे लोग करेंगे .......

बस आप आज या कल में थोड़ा टाइम दो मुझे और फर्श के लिए टायल्स सेलेक्ट कर लो मैंने कहा ठीक है शाम को चलते हैं .........


वो बोला ठीक है मैं शाम को आपको कॉल करूंगा और फर्श का काम 4-5 दिन में निपट जाएगा उसके बाद बस एक एक दिन तीनो कमरों की सीलिंग में और दो दिन पेंटिंग में ...... मैं 10 दिन में आपके वो तीनो कमरे फिनिश करवा देता हूं ....... मैंने कहा भाई तेरा बहोत अहसान होगा वो बोला क्या भाई जी मैं कौन सा फ्री में करवा रहा हूँ पैसे भी तो दे रहे हो आप ...........

फिर सारा दिन कॉलेज में बिता कर शाम 3 बजे घर पहुंच कर खाना खा कर मैं निकल गया मैरिज लॉन वाले से बात कर के उसे एडवांस दे कर बुकिंग फाइनल की और वहां से निकलते ही प्रकाश का कॉल आ गया उसने एक शॉप का एड्रेस दिया और बोला आप वहां जा कर सैम्पल देख कर माल सेलेक्ट कर को जो भी लगवाना हो बस फिर आप फ्री हो उसके बाद मेरी जिम्मेवारी .........

मैं वहां से सीधा शॉप पर गया और फर्श के लिए खूबसूरत डिजाइनर टायल्स सेलेक्ट कर के घर निकल गया ........ शाम के 7 बजे मैं घर पहुंचा ......., कपड़े बदल कर एक बार ऊपर गया मेरे और दीदी के कमरे का कबाड़ बना हुआ था सारा फर्श उधड़ा पड़ा था और चारो ओर धूल जमी हुई थी ....... मैं नीचे आ गया और tv देखने लगा तभी पापा आये और मुझसे आज दिन भर की जानकारी लेने लगे मैंने आज की रिपोर्ट दी उन्हें ....... फिर हमने खाना खाया और दीदी और मम्मी , मम्मी के कमरे में पाप गेस्ट रूम में और मैं ड्राइंग रूम में पड़े सोफे पर ही लेट गया .........


जल्दी ही मुझे नींद आने लगी और मैंने tv ऑफ की और सो गया ...... रात के 11 बजे मुझे ऐसा लगा कोई मुझे किस कर रहा है और मेरी आँख खुल गयी देखा तो दीदी मुझ पर झुकी हुई मुझे किस कर रही थीं ....... मैंने फुसफुसा कर कहा क्या कर रही हो यहां जाओ अपने कमरे में किसी ने देख लिया तो मुसीबत होगी ...... वो मुह फुला कर खड़ी हो गईं और बोली अच्छा अब एक किस भी नही मिलेगी उसके लिए भी तरसना पड़ेगा ...... मैं उनकी बात सुन कर मुस्कुरा दिया और एक बार मम्मी और पापा के कमरों की ओर देखा वहां एकदम शांति थी फिर मैंने उनकी गर्दन में हाथ डाल कर उन्हें अपनी ओर खींचा और उनके गुलाबी नरम होंठो को अपने होंठो में दबा कर चूसने लगा ........


पूरे दो मिनट तक हम एक दूसरे के होंठो को चूसने चाटने में मगन रहे और फिर मैंने दीदी को अलग करते हुए कहा बस अब जाओ आप दीदी ने बड़ी लाचारगी से मेरी ओर देखा उनका मन नही कर रहा था जाने का लेकिन फिर वो मुड़ी और चली गई मम्मी के रूम में .........

और मैं दोबारा सोने की कोशिश करने लगा ....... आखिर नींद आ ही गयी और मैं सो गया ........

अगले 13 दिन बड़ी भाग दौड़ और व्यस्तता रही रोज का वही रूटीन सुबह नहा धो कर कॉलेज और वापस लौट कर संजय के साथ कभी हलवाई कभी माली कभी लाइट और बैंड और कभी आतिशबाजी और घोड़ी ........


लेकिन इस मेहनत का नतीजा ये निकला की सारे बुकिंग के काम निपट गए अब सिर्फ शॉपिंग का काम बाकी था मैं रोज के रोज मम्मी पापा को सारी रिपोर्ट दे देता था पिछले 10 दिन से मैं ऊपर गया ही नही था वहां इतनी गंदगी फैली हुई थी चारो ओर धूल मिट्टी ........



लेकिन आज शाम को घर आने के बाद प्रकाश आया और मैंने उस से अब तक काम की रिपोर्ट मांगी उसने बताया कि भैया ऊपर वाले कमरों का काम निपट गया है मैं उसके साथ ऊपर आया अपने कमरे में ....... कमरे की रंगत एकदम बदल चुकी थी नया चमचमाता हुआ फर्श छत पर डिजाइनर सीलिंग और पूरे कमरे में पेंट की गंध फैली हुई थी .......


मुझे पेंट की स्मेल से एलर्जी है और फौरन ही मुझे छींक आने लगी एक बार कमरे का मुआयना कर के संतुष्ट हो के मैं बाहर आ गया और फिर बाकी बाकी दोनो कमरों का भी निरीक्षण किया यहां का सब काम बढ़िया तरीके से हो चुका था फिर और ऊपर छत पर गया तो देखा नए कमरो की दीवारें खड़ी हो चुकी थीं ..........

और छत डालने के लिए शटरिंग लग रही थी ....... प्रकाश ने बताया कि बस कल छत ढल जाएगी फिर 10 दिन बाद फिनिशिंग का काम शुरू करा दूंगा और 10-12 दिन में सब खत्म मैं काम की गति से सन्तुष्ट था ....... उसने कहा भैया पैसा खत्म हो गया है कुछ पेमेंट और मिल जाता तो मैंने उसे दो लाख रुपये का एक चेक और दिया वो खुशी खुशी चला गया ........

अभी कमरे में पेंट की गंध तेज थी तो मैंने सोचा एक दो दिन और इंतजार कर लूं और मैंने सभी कमरों के खिड़की दरवाजे खोल कर पंखे चला दिए .........

फिर मैं नीचे आया और रात का खाना खा कर हम सब सोने चले गए अपनी अपनी जगह पर इन 13 दिनों में मुझे और दीदी को बस थोड़ी बहुत चुम्मा चाटी का ही मौका मिला था ...... लेकिन कल संडे था ....... ।
 
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