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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

Lutgaya

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शानदार अपडेट भाई
प्रीती दुबारा मिले विकास से तो मजा आ जाए
 

neeRaj@RR

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शानदार अपडेट भाई
प्रीती दुबारा मिले विकास से तो मजा आ जाए
फिर तो मिलवाना ही पड़ेगा
 

neeRaj@RR

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मैंने प्रीति को जगाया वो सोने लगी थी उसने आँख खोल कर पूछा क्या हुआ मैंने बताया उठो लखनऊ आ गया वो उठ बैठी और अपने कपड़े सही कर के बैग उठा लिया मैंने भी अपना बैग लिया और हम स्टेशन से बाहर आ गए ....... प्रीति ने मुझसे मेरा नंबर लिया और बोली वापस बनारस जा कर मैं तुम्हे कॉल करूंगी .......

मैंने प्रतीक का नंबर डायल किया और उन्होंने बताया कि वो पार्किंग के गेट पर हैं , मैं वहीं आ जाऊं ....... प्रीति टैक्सी स्टैंड की ओर जाने लगी मैंने उसे आवाज़ देते हुए कहा ...... उधर कहां जा रही हो ..... वो बोली टैक्सी लेने मैंने कहा मेरे साथ चलो ना मैं गए छोड़ दूंगा ...... वो हैरानी से मुझे देखने लगी ...... मैंने उसका हाथ पकड़ कर कहा चलो भी और उसे खींचता हुआ सा ले कर पार्किंग गेट पर आया ......

प्रतीक वहां अपनी हेक्टर के पास खड़े मुझे गौर से देख रहे थे उन्हें देख कर मैंने प्रीति का हाथ छोड़ दिया और उनके पैर छूने को झुका तो वो मुझे रोकते हुए मुझसे गले मिले और धीरे से पूछा ये कौन है विकास .....?


मैंने कहा फ्रेंड है जीजा जी इतनी रात में टैक्सी पकड़ने जा रही थी मैंने रोक लिया कि घर छोड़ देंगे ...... वो मुस्कुरा कर बोले खास दोस्त लग रही तुम्हारी मैंने कहा नही वैसा कुछ नही है और फिर उन्होंने कार के दरवाजे खोल दिये मैं उनके साथ आगे बैठा और प्रीति पीछे ..........

प्रतीक ने प्रीति से एड्रेस पूछा और फिर उन्होंने गाड़ी बढ़ा दी रास्ते मे हमने ज्यादा बात चीत नही की और प्रीति को उसके घर छोड़ कर ...... हम प्रतीक के घर की ओर चल पड़े ......


प्रतीक ने गाड़ी खड़ी की और घंटी बजाई जल्दी ही श्वेता ने दरवाजा खोला और मुझसे नमस्ते की साढ़े चार बज रहे थे अब सोने का तो कोई सवाल नही था .......

हम अंदर आये ये एक पाश एरिया में बना हुआ शानदार दो मंजिला घर था नीचे और ऊपर 4-4 कमरे और दोनो फ्लोर पर 2-2 बाथरूम ....... शानदार सज़ा हुआ ड्राइंग रूम घर की एक एक चीज महंगी और शानदार थी मैं सोफे पर बैठा चारो ओर देख रहा था और सोच रहा मेरी शानदार दीदी के लिए ये घर एकदम परफेक्ट है ......

तभी श्वेता चाय ले आयी हमने चाय पी और फिर प्रतीक बोले चलो ऊपर मेरे कमरे में चलते हैं थोड़ी देर आराम कर लो 9 बजे हमे निकलना है .......

फिर हम ऊपर आये प्रतीक का कमरा और। भी शानदार था ....... बड़ा सा बेड और जब मैं उस पर बैठा तो एकदम धंस सा गया ...... (साला इस बार तो मैंने भी यही गद्दे लेने हैं इन पर चुदाई करने में अलग ही मज़ा आएगा) ये सोचते हुए मेरे मन मे ख्याल आया बस कुछ दिन बाद इसी गद्दे पर दीदी की चुदाई होगी .........

प्रतीक ने लाइट ऑफ कर दी और हम लेट गए ...... प्रतीक ने पूछा विकास दिल्ली पहुंच कर आगे क्या प्लान है मैंने कहा मेरे पास नोएडा पुलिस के दो लोगों का नंबर है जो हमारी मदद करेंगे .......

प्रतीक ने कहा पर क्या पुलिस की मदद लेना ठीक होगा मैंने कहा क्यों उसमे क्या प्रॉब्लम है ...... वो बोले मैंने कुछ और सोचा है ...... मैंने पूछा क्या वो बोले सबको पता है कि तुम लखनऊ आये हो मेरे पास मैं सोच रहा हूँ कि हम दोनों अपने फ़ोन्स यही घर पर छोड़ दें और हम एक किराए की कार से नोएडा चलें ........ 7-8 घंटे में पहुंच जाएंगे नोएडा में एक बन्दा है मेरी पहचान का वो हमें गन दे देगा बस विनय के पास जा कर उसे शूट कर के वापस आ जाएंगे किसी को कुछ पता नही चलेगा .........

मैंने अगर यही करना है तो मैं अकेला जाऊंगा आप नही जाओगे मैं नही चाहता कल को कोई बखेड़ा हो उसका बाप पैसे और रसूख वाला है अगर पुलिस पीछे लगी और कोई क्लू मिल गया ...... तो मेरी दीदी का क्या होगा .... डेढ़ महीने बाद आपकी शादी है ........ वो हंसते हुए बोले अच्छा और तेरा क्या होगा फिर ...... मैंने कहा मुझे अपनी परवाह नही पर दीदी को अब और दुख मिले ये मुझसे नही बर्दाश्त होगा .......


वो गंभीरता से बोले हम्म्म्म ...... ये बात मैंने बस इसलिए कही थी कि तुम्हारी सोच देखना चाहता था ...... ऐसा कोई प्लान नही है ...... हम एयर ट्रैवेल करेंगे बाकी वहां पहुंच कर देखा जाएगा ....... फिर मैं सो ही गया रात भर तो जगा ही था सुबह 7 बजे श्वेता ने आवाज़ दे दे कर मुझे जगाया ...... मैं आंख मलते हुए उठा तो देखा श्वेता व्हाइट जीन्स और रेड टीशर्ट में खड़ी है चाय की ट्रे लिए हुए ......

उसने मुस्कुरा कर कहा गुड मॉर्निंग विकास ....... चाय पी लो और रेडी हो जाओ भैया ने कहा है ...... मैंने भी मुस्कुराते हुए उसे गुड मॉर्निंग बोला और चाय पीने लगा वो चली गयी और मेरी नजर श्वेता की जीन्स में कसी हुई उभरी गांड़ पर पड़ी .......


ये साली लौंडियो को गांड़ और चुचियाँ भी कमाल की होती हैं नजर हटती ही नही ...... चाय पी कर मैं बाथरूम में घुस गया नहा कर आया और रेडी हो कर नीचे आ गया .......

माँ जी मिली तो उनके पैर छू कर आशीर्वाद लिया ....... उन्होंने सब के हाल चाल लिए फिर बढ़िया सा नाश्ता लग गया ..........

8 बजे नाश्ता खत्म हुआ और फिर हम ऊपर आ गए प्रतीक ने एक बैग में अपने कुछ कपड़े रखे और मुझे बैग देते हुए बोले अपने कपड़े भी इसी में डाल लो विकी ज्यादा सामान ले कर क्या करोगे मैंने भी हलके फुल्के कपड़े उसमे डाल लिए और फिर हम मां जी के पैर छू कर निकल पड़े अपने मिशन पर ........

एयरपोर्ट आ कर हमने अपनी फ्लाइट ली और डेढ़ घंटे बाद हम दिल्ली पहुंच चुके थे बाहर आ कर हमने एक टैक्सी की और नोएडा पहुंचे मैंने ड्राइवर को वो एरिया समझाया जहां विनय की लास्ट लोकेशन मिली थी और उसका फोन लगतार कई दिन से उसी एरिया में एक्टिव था ........

मैंने ड्राइवर से कहा उसी एरिया में किसी अच्छे होटल में जाना है हमे और उसने कोई दो घंटे की लंबी ड्राइव के बाद हमे बताया कि .......... साब यही वो जगह है और थोड़ी देर में उसने एक अच्छे से होटल के सामने टैक्सी रोकी ....... प्रतीक ने उसे pay किया और हम होटल में आ गए एक रूम बुक किया और ऊपर आ कर अपना बैग रूम में रखा .........


प्रतीक बोले अब ...... मैंने कहा अब ये की विनय को ढूंढना है ....... वो बोला कैसे ...... मैंने कहा सोचता हूँ ....... फिर मैंने कहा चलो कुछ देर घूम कर आते हैं ....... और हम दोनों नीचे आ गए मेन रोड पर होटल था और बाकी सड़क के दोनो ओर अधिकतर बंगले ही बने हुए थे कुछ घरों के बाहर दुकानें भी बनी हुई थीं ....... हमने एक बार पूरी मेन रोड पर एक सिरे से सड़क के दूसरी ओर तक पैदल भ्रमण किया इस दौरान मेरी नजरे दोनो ओर बनी हुई इमारतों का निरीक्षण करती रहीं ......... बीच मे 3 सड़कें अंदर की ओर निकल रही थीं हम बारी बारी से उन सभी सड़को के अंदर गए ........ और दूसरी सड़क पर अंदर जा कर थोड़ा आगे एक ऊंची बहुमंजिला इमारत दिखी जिसमे फ्लैट बने हुए थे ये कोई 20 मंजिला इमारत थी और मेनगेट पर गॉर्ड बैठा हुआ था ........


हम उस बिल्डिंग के सामने से गुजरे देखा तो मेनगेट और हर जगह पर cctv लगे हुए थे ....... मैंने प्रतीक से कहा आप होटल जाओ मैं थोड़ी देर में आता हूँ उन्होंने कहा वो मुझे अकेला नही छोड़ेंगे , पर मैंने कहा प्लीज जीजा जी बस मेरी बात मान लो आप आज के दिन वो बोले कोई गड़बड़ मत करना तुझे कुछ परेशानी हुई तो मैं निकी को क्या जवाब दूंगा उसने मुझसे 5 बार कहा था कि विकी गुस्सैल है उसका ध्यान रखना ......

मैंने मुस्कुरा कर कहा मैं ऐसा कुछ नही करूंगा जिस से किसी को या मुझे कोई परेशानी हो आप निश्चिंत रहो और वो चल दिये .........

मैंने थोड़ा आगे जा कर देखा सड़क के किनारे एक पान का खोखा दिखा दोपहर का समय था साढ़े बारह बजे थे तेज धूप थी और सड़क पर इक्का दुक्का लोग ही दिख रहे थे ....

मैं उस खोखे पर गया और कहा चाचा राम राम वो खुश होते हुए बोला बेटा राम राम मैंने एक सिगरेट ले कर सुलगाई और 100 का नोट खोखे वाले को दे कर कहा चाचा एक मदद चाहिए आपकी .......

वो गौर से मुझे देखते हुवे बोला इलाहाबाद के हो बचवा मैंने कहा सही पहचाना पर कैसे जान गए आप ...... वो बोला हमहू इलाहाबादी हैं बस हियाँ आ गए और यही के ही कर रह गए ...... तू बतावा का काम रहा .......

मैंने कहा चाचा ये जो पीछे बिल्डिंग है इसमे कोई नया बन्दा आया है क्या पिछले 20 दिन में वो कुछ सोचते हुए बोला हां बचवा एक लौंडा आवा है लेकिन बहुत हरामी है साला हमरे पास सिगरेट ले आवत है लेकिन बहुत अकड़ मा रहत है सीधे मुह बात नही करत ....... मैंने उसे विनय का हुलिया बताया तो वो बोले हां शायद यही लौंडा है.......


मैं बोला ठीक है चाचा वो छुट्टे पैसे मुझे देने लगे तो मैंने बोला रखे रहो शायद फिर आपकी मदद की जरूरत पड़े ........ अच्छा चाचा राम राम ..... वो बोला राम राम बेटा फिर आना ....... और मैं होटल कि ओर चल पड़ा .......


होटल पहुंच कर मैंने प्रतीक को बताया कि विनय उसी बिल्डिंग में रह रहा है अब एक दो दिन उसकी निगरानी करनी पड़ेगी की वो कब कहाँ आता जाता है फिर उसे दबोचते हैं ....... प्रतीक ने फोन पर ढूंढ कर एक ट्रेवल एजेंसी से एक कार बुक कर दी और उसे होटल का एड्रेस दे कर बुलवा लिया फिर हमने लंच किया और तब तक कार आ गयी और हम कार पर निकल पड़े उसी बिल्डिंग के थोड़ा सा आगे कार लगा कर हम इंतजार करने लगे .......

तभी प्रतीक ने किसी को कॉल किया और कार से निकल कर उस से बात करने लगे लगभग 15 मिनट बाद वो वापस कार में आये और बोले इंतजाम हो गया है ...... मैंने पूछा कैसा इंतजाम वो बोले विनय जैसे इंसान से निपटने के लिए हर तरह से मुस्तैद होना चाहिए मैंने एक डीलर से बात की है वो हमें गन दे देगा ........

मुझे भी उनकी बात सही लगी हो सकता विनय असलहा भी रखता हो और मौके पर वो हम पर भारी पड़ जाए ...... मैंने कहा ठीक है जीजा जी कर लीजिए ये इंतजाम भी ...... प्रतीक बोले वो आधे घंटे में यहीं आ रहा है ......

फिर हम कार में बैठे इंतजार करते रहे मेरी नजर उस बिल्डिंग के गेट पर ही थी ...... लेकिन कुछ खास हाथ नही लग रहा था फिर एक घंटे बाद प्रतीक के फोन पर कॉल आया ........ उन्होंने बात कर के अपनी लोकेशन कार का कलर और नंबर बताया ...... और 5 मिनट बाद एक स्पलेंडर बाइक हमारी कार के पास रुकी एक बन्दा उतरा और कार में आ गया .......

उसने जीजा जी से नाम पूछा फिर उसने फोन निकाल कर कोई नंबर डायल किया और जीजा जी के फ़ोन की घण्टी बजते ही उसने संतुष्ट होते हुए कॉल काट दी और कंधे पर टंगे हुए बैग को खोल कर तीन चार असलहे निकाल कर रख दिये .......


मैं उन्हें देखने लगा और फिर एक पिस्तौल साइलेंसर के साथ सेलेक्ट की उसने दोनो की कीमत एक लाख दस हजार बताई मोल भाव के बाद एक लाख में वो पिस्तौल साइलेंसर और 4 कारतूस देने को राजी हो गया ...... प्रतीक बोले सामान यहीं छोड़ दो और मेरे साथ होटल चलो मैं पेमेंट देता हूँ .........

उसने पिस्तौल मेरे हाथ मे दे दी और बाकी सामान भी ...... मैंने उस से उसे चलाने का तरीका समझ कर साइलेंसर को पिस्तौल की नाल पर लगाया और एक कारतूस उसमे लोड कर के उसे अपनी जीन्स में फंसा लिया ......

प्रतीक उसे ले कर चले गए और मैं कार में बैठा इंतजार करता रहा ....... और फिर आधे घंटे बाद अचानक बिल्डिंग के गेट पर एक स्विफ्ट प्रकट हुई उसका हॉर्न लगातार बज रहा था गॉर्ड को गेट खोलने में एक मिनट लगा उतनी देर में वो हॉर्न बजा बजा कर हंगामा करने लगा ....... उसकी ड्राइविंग सीट पर बैठे विनय को मैंने पहचाना और फौरन कार स्टार्ट कर की जैसे ही गेट से उसकी कार निकली मैंने अपनी कार उसके पीछे लगा दी लगातार आधे घंटे उसका पीछा करने के बाद उसकी कार एक दारू की दुकान के बाहर रुकी .......

वो उतर कर गया और 4 बोतले शराब की खरीद कर वापस आया फिर उसने एक दो दुकानों से और कुछ सामान लिया और वापस घर आ गया मैं उसके पीछे लगा रहा .......

उसके बिल्डिंग में घुसने के बाद मैं वापस उसी जगह कार लगा कर खड़ा हो गया तभी प्रतीक का काल आया वो पूछने लगे कहाँ हो तो मैंने बताया कि उसी बिल्डिंग के सामने वो बोले की मैं वहां गया था तुम नही थे तो मैंने उन्हें पूरी बात बताई वो बोले अब क्या करना है ...... मैंने कहा थोड़ा सा और वाच करने दीजिये फिर बताता हूँ .......


कोई एक घंटे बाद एक जोमैटो डिलिवरी बॉय उस बिल्डिंग में गया और 10 मिनट बाद वो वापस आया मैंने कार स्टार्ट कर के उसकी बाइक के पीछे लगा दी और आगे जा कर उसे रोक लिया ....... उसने मुझसे पूछा क्या है भाई मैंने जेब से 200 रुपये निकाल कर उसे दिए और कहा कुछ जानकारी चाहिए .......


उसने मुझे गौर से देखते हुए कहा आप कौन मैंने गंभीर स्वर में कहा ....... STF ऑफिसर आई कार्ड दिखाऊँ वो हड़बड़ाते हुए बोला नही सर कहिए क्या बात है ...... मैंने उसे कार के अंदर आने को बोला वो आ कर बैठ गया .........


मैंने पूछा अभी कहाँ गए थे डिलीवरी करने ... ? वो बोला सर फ्लैट नंबर 76 में मैंने पूछा कौन रहता है वहां उसने बताया कि एक लौंडा है अकेला रहता है पर बहोत बिगड़ैल लौंडा है ......


मैंने पूछा ऐसा क्यों कह रहे हो तो वो बोला कि वो हर टाइम तो शराब के नशे में रहते है और दो तीन बार मुझसे ही किसी लड़की का जुगाड़ करने को बोला है ........ मैंने कहा फिर तुमने क्या कहा वो बोला मैं उसे आजकल कर के टरका रहा हूँ .......


मैंने कहा क्या वो रोज ऑर्डर मंगवाता है वो बोला हां रोज दो या तीन बार .......मैंने कहा ठीक है अब अपना नंबर मुझे दो और जाओ
उसने अपना नंबर दिया और जल्दी से उतर गया कार से वो थोड़ा घबराया सा था .......

मैंने उसका नाम पूछा उसने अपना नाम अमन बताया मैंने कहा देखो अमन इस पूछ्ताछ के बारे में किसी को बताया तो तुम्हे ही तकलीफ होगी वो ना में सर हिलाते हुए बोला एकदम नही सर मैंने कहा हो सकता है तुम्हे मेरी थोड़ी मदद और करनी पड़े वो बोला ok सर जो काम हो आप बताना मुझे और वो चला गया .......


फिर मैंने कार स्टार्ट की और आसपास के 4-6, किलोमीटर के इलाके में घूम कर सारा नक्शा समझा उस इलाके का उस जगह से दो किलोमीटर की दूरी पर रेलवे लाइन थी ....... और वो जगह एकदम सुनसान भी थी बस रेलवे क्रासिंग के आसपास इक्का दुक्का दुकानें थी .......


वो जगह मुझे ठीक लगी फिर मैं होटल वापस आ गया प्रतीक वहां मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे मुझे देखते ही बोले भाई क्या कर रहे हो मुझे भी कुछ बता दो निकी का 3 बार फोन आ चुका है वो मुझसे बस तुम्हारे बारे में पूछ रही है मैंने कहा लगभग सब काम हो चुका है आप दीदी से बता दो मैं एकदम ठीक हूँ ......


वो बोले पहले मुझे बताओ सारा दिन क्या किया और क्या सोचा मैंने उन्हें दिन भर की सारी घटना बताई और बोला कि मैं अमन की मदद से उसे रेलवे ट्रैक के पास बुलाऊंगा ...... वो बोले फिर क्या करोगे ...... , मैंने कहा वो तो हालात के मुताबिक देखा जाएगा आप भी साथ मे रहोगे .......

वो बोले कब करना है ये काम मैंने कहा कोशिश करता हूँ आज ही हो जाये पर एक लड़की की जरूरत पड़ेगी उन्होंने कहा लड़की क्यों मैंने कहा वो लड़की के लिए तड़प रहा है और लड़की के बारे में पता चलते ही भागा चला आएगा .......

प्रतीक बोले फिर किसी कॉल गर्ल का इंतजाम कर लूं क्या ...... मैंने कहा हो जाएगा वो बोले सब हो जाएगा पैसे ही तो लगेंगे ..... मैंने कहा करिये ....... उन्होंने फोन निकाला दो तीन जगह कॉल की और फिर ....... एक बंदे ने कहा वो लड़की का नंबर सेंड करता है उसका नाम नेहा है आप बात कर लो ....... उसने एक नंबर व्हाट्सएप्प किया .......


प्रतीक बोले लड़की का नंबर मिल गया है पर उससे बात तुम ही करो ....., मैंने कहा ठीक है और मैंने प्रतीक से उस कॉल गर्ल का नंबर ले कर डायल किया .......

उसने जल्दी ही कॉल रिसीव की और बोली कहिए ....... मैंने पूछा नेहा ? वो बोली हां मैंने कहा सर्विस चाहिए क्या चार्जेस हैं तुम्हारे वो बोली 2000 पर ऑवर 5000 फुल नाईट ...... मैंने कहा ठीक है मैंने उसे होटल का नाम और लोकेशन बता कर पूछा कितनी देर में आ जाओगी???

वो बोली सर घंटे भर में पहुंच जाऊंगी ....... मैंने कहा ठीक है आ जाओ वो बोली सर मैं पेमेंट पहले ले लेती हूं मैंने कहा आ जाओ मिल जाएगा ...... वो बोली ok सर मैं पहुंचती हूँ ........


मैंने अमन को कॉल की और उससे कहा कि वो विनय को कॉल कर के बताए कि लड़की का इंतजाम हो गया है लेकिन वो उसके घर नही आ पाएगी क्यों को वो कोई पेशेवर नही है स्टूडेंट है और बस मौज मस्ती के लिए कभी कभी ये काम कर लेती है ...........


और उसे कहना की आगे मेन रोड से दाईं ओर मुड़ने पर दो किलोमीटर आगे तो रेलवे ट्रैक है वहीं पर वो आने को तैयार हुई है वो सुनसान जगह है वहां आराम से उसका सारा इंतजाम हो जाएगा .......


उसने घबरा कर पूछा सर मुझे तो कोई प्रॉब्लम नही होगी मैंने कहा ज्यादा से ज्यादा इतनी की बाद में कभी लोकल पुलिस तुमसे सिर्फ इतना पूछे कि तुम और विनय एक दूसरे को कॉल क्यों करते थे तो तुम बता देना की मैं डिलीवरी बॉय हूँ वो हर रोज आर्डर करता था नाश्ता खाना वगैरह ...... बस उसी सिलसिले में बात होती थी ....... इसके सिवा कुछ नही बताना तुम्हे हमारे बारे में किसी से कोई जिक्र नही करना और इस काम के तुम्हे अच्छे खासे पैसे मिल जाएंगे ......

वो बोला ठीक है सर मैं उस से बात कर के आपको बताता हूँ उसने कॉल काट दी प्रतीक बोले विकी यार पहली बार ऐसा कुछ करने जा रहा हूँ मैंने तो कॉलेज लाइफ में भी कभी लड़ाई झगड़ा नही किया ........ मैंने हंस कर कहा मैंने दो तीन लौंडों को पेला है अपने स्कूल ने आप परेशान ना हो मैं सम्हाल लूंगा इस कुत्ते को और बाकी ये तो है ही मैंने पैंट में फंसा रखे पिस्तौल को थपथपाया ..........


फिर 10 मिनट में अमन का कॉल आया उसमे बताया को लड़की के बारे में सुन कर विनय बहोत एक्साइटेड है और वो लड़की से बात करवाने को कह रहा है ....... मैंने कहा उस से बोलो की मिलने से पहले बात भी हो जाएगी पर वो उसके फ्लैट में नही आ सकती क्योंकि वहां कैमरे लगे हैं उसे ही आना पड़ेगा वो बोला ठीक है मैं फिर से कोशिश करता हूँ ....... उसने कॉल काटी ......


प्रतीक बोले अगर वो बाहर आने को तैयार नही हुआ तो ...... मैंने मुस्कुरा कर कहा आएगा जरूर आएगा वो 20 दिन से लड़की के बिना रह रहा है नही रोक पायेगा खुद को ........


तभी राजेश चाचा की कॉल आयी मैंने फोन रिसीव कर के कहा चाचा प्रणाम ...... वो बोले खुश रहो बेटा आज मैंने विक्रम सिंह( विनय के बाप) को बुलवाया था चौकी पर.......

मैंने कहा फिर क्या हुआ ...... वो बोले कि मैंने उसे बहोत फटकारा और विनय की करतूत के बारे में बताया तो वो बेहद शर्मिंदा हुए और कहने लगे बस एक मौका और दे दीजिए मैं इस बार उसे इस लायक नही छोडूंगा की वो फिर से कुछ कर सके ........


असल मे विक्रम सिंह चुनाव लड़ना चाहते हैं और इलाके में उनकी छवि भी ठीक है पूरी संभावना है की वो चुनाव जीत जाएं लेकिन ये विनय उनके रास्ते का कांटा बन कर बार बार उनके पैर में चुभ जाता है .........


मैंने कहा तो वो इस विनय का कोई इलाज करते क्यों नही ....... चाचा बोले वो कह रहा था कि वो उसे विदेश भेज देगा हमेशा के लिये वहां जा कर वो चाहे जितनी अय्याशी करे उस से उनकी छवि पर कोई फर्क नही पड़ेगा........

मैंने कहा ठीक है वो नो करना चाहे करें आपने डील कितने में फाइनल की अपनी चाचा हंसने लगे और बोले अभी तो कोई डील नही की है पर आज शाम तक करनी है इसीलिए तुम्हे कॉल की बोलो कितना चाहिए मैंने कहा दूसरी गलती है तो दुगना तो होना ही चाहिए ...........


वो बोले ठीक है फिर इस बार 25 और 50 कर देते हैं मैन कहा ठीक है हो सके तो आज ही पैसा ले लीजिए आप वो बोले ले लूंगा विक्रम सिंह तो दोपहर को चेक दे रहा था बिना रकम भरे ...... पर मैंने सोचा तुमसे पूछ लूं एक बार ....... मैंने कहा चाचा एक बात बताओ अगर कोई आदमी शराब के नशे में ....... गिर कर घायल हो जाये या मर जाये तो पुलिस ज्यादा छानबीन करती है क्या ........

वो बोले तो इस पर निर्भर करेगा कि मरने वाला कौन है अगर कोई ऐसा इंसान है जिसके मरने से किसी को कोई खास फर्क नही पड़ता तब तो बस सब औपचारिकता निभा कर काम खत्म लेकिन कोई रसूख वाला इंसान हुआ या मरने वाले के किसी संबंधी ने कोई शक जाहिर किया तो फिर पुलिस सही से सारी इन्वेस्टिगेशन करती है ........

लेकिन तुम ये सब क्यों पूछ रहे हो मैंने कहा बस ऐसे ही ....... वो बोले कुछ करने का इरादा हो तो कम से कम मुझे तो बता ही देना मैंने कहा कुछ करूंगा तो जरूर आपको बता दूंगा वो बोले ठीक है फिर मैं विक्रम सिंह से वसूली कर लूं .......


उनके फोन काटने से पहले ही अमन की कॉल आने लगी मैंने जल्दी से वो कॉल रिसीव की तो उसने बताया वो आने को तैयार है पर पहले लड़की से बात करने को मरा जा रहा मैंने आधे घंटे में उसकी बात करवा दी जाएगी .......

वो बोला ठीक है मैंने भी यही कहा है उससे की थोड़ी देर में लड़की की बात करवाता हूँ .......... और कॉल काट दी ...... प्रतीक बड़े गौर से मेरी सारी बातें सुन रहे थे .....

तभी नेहा की कॉल आयी और वो बोली कि वो नीचे खड़ी है रिसेप्शन पर मैंने कहा आठ हूँ रुको ....... और मैं नीचे चला आया देखा तो काउंटर के पास एक 18-19 साल की बेहद खूबसूरत लड़की जीन्स और टॉप में खड़ी थी पैरों में हाई हील आंखों पर काला चश्मा खुले और कटे हुए बाल सब लंबे नाखून उन पर अलग अलग कलर के नेल पेंट .......

सब मिला कर वो सेक्स बम थी ...... किसी का भी लंड खड़ा कर देने की क्षमता थी उसके हुस्न में उसे देख कर एक बार तो मेरे मन मे भी आया भाड़ में जाये विनय इसे चोद लूं पहले ....... लेकिन मैंने अपने मन को समझाते हुए आवाज़ दी नेहा ........


उसने मेरी ओर देखा और फिर मेरी ओर आने लगी पास आ कर उसने मुझसे हाथ मिलाया और बोली चलिए मैं उसे ले कर ऊपर जाने लगा तो काउंटर पर बैठी लड़की ने कहा सर इनकी एंट्री करवाइए पहले फिर ले जाइए ........


मैंने नेहा से कहा तुम यहीं रुको मैं आता हूँ नेहा को लिफ्ट के दरवाजे पर छोड़ कर मैं काउंटर पर आया काउंटर गर्ल भी 25-26 साल की दिलकश लड़की थी जैसी किसी अच्छे होटल की रिसेप्शनिस्ट होती है मैंने मुस्कुराते हुए उसकी ओर देखा और जेब से 500 के दो नोट निकाल कर उसकी ओर बढ़ाते हुए कहा कॉल गर्ल है ज्यादा देर नही रोकना है बस 10 मिनट में इसे ले कर निकल जाऊंगा यहां से ........


एंट्री मत करवाओ इसकी समझा करो उसने मुस्कुरा कर नोट जल्दी से मुट्ठी में दबाते हुए कहा ठीक है पर सिर्फ 10 मिनट उसके बाद रुकी तो और चार्ज लगेगा मैंने कहा ok........ और मुझे लगा ये लौंडिया भी चालू टाइप की है .......


फिर मैं नेहा के साथ ऊपर आया और उसे कमरे में ले आया वहां प्रतीक को देख कर वो बोली दो लोगों का चार्ज डबल लगेगा मैंने प्रतीक से कहा इसे 10000 रुपये दे दो प्रतीक ने जेब से गड्डी निकाल कर उसके सामने फेंक दी उसने जल्दी से उसे अपने पर्स में ठूंसा और फिर मुस्कुरा कर बोली एक एक कर के करोगे या 3some का इरादा है .........


इतना कहते हुए उसने झटके से अपना टॉप निकाल फेंका नीचे उसने ब्लू कलर की सेक्सी ब्रा पहनी थी ब्रा में उसके कसे हुए चूचे देख कर मेरा तो मूड बन गया प्रतीक भी चुपके से उसके चूचे घूर रहा था........


मैंने कहा नेहा अपना टॉप पहन लो इतनी क्या जल्दी है वो हैरानी से मुझे देखते हुए बोली कमाल है पैसे देने के बाद तो बस लोग अगले ही पल मुझे नंगी देखना चाहते हैं ........


मैंने कहा असल मे हमने अपने एक दोस्त के लिए तुम्हे बुलाया है अपने लिए नही वो बोली ओह कोई बात नही पर कहाँ है आपका दोस्त मैंने कहा उसे लगता है कि हम उसके साथ मजाक कर रहे हैं और वो आने को तैयार नही है तुम एक बार उस से बात कर लो वो आ जायेगा ........


नेहा बोली ठीक है करवा दो मेरी बात ....... तभी अमन का कॉल आने लगा मैंने नेहा से रुकने का इशारा किया और कमरे से बाहर निकल कर कॉल रिसीव की अमन बोला सर वो तीन बार कॉल कर चुका है और अब तो गाली दे रहा था कह रहा है साले अगर तूने आज चुतिया बनाया तो तेरी ही गांड़ मारूंगा जल्दी कुछ करिये मैंने कहा ok मैं एक नंबर बताता हूँ नोट करो मैंने उसे नेहा का नंबर दिया और कहा कि विनय को ये नंबर दे दो और उसे बात करने को कहो लड़की का नाम नेहा है ....... वो बोला ठीक है सर और उसने कॉल काट दी ........

मैं अंदर आया और नेहा से बोला अभी तुम्हे कॉल आएगी मेरे दोस्त की विनय नाम है उसका उस से बात करना और अगर वो तुम्हे कहीं आने को बोले तो कहने मैं नही आ सकता अगर तुम्हें जरूरत है सेक्स करना है तो तुम्हे आना पड़ेगा उसी जगह पर जहां मैं बुला रही हूं .........


नेहा ने सर हिलाते हुए किस जगह पर मैंने कहा तुम बस इतना बोल देना जो जगह अमन ने बताई है उसी जगह पर ........



मैंने पूछा ये बताओ तुम उसे खुश तो कर दोगी उसे सेक्स का बहोत शौक है और वो लड़की देखते ही बेकाबू हो जाता है नेहा बोली पैसे लिए हैं तो करना ही पड़ेगा आज कल तो लोगों को बस मुह में देना और गांड़ मारना यही ज्यादा पसन्द आता है किसी किसी को roleplay करना होता है वो सब मैं कर लुंगी या ज्यादा से ज्यादा लंड का पानी मुह में निकालेगा बस ....... मैंने कहा फिर ठीक है पर उसकी ये सब बातें सुन कर मेरा और शायद प्रतीक का भी लंड खड़ा हो गया था .........

और तभी नेहा का फोन बजने लगा उसने पर्स से फ़ोन निकाला तो मैंने बोला नेहा स्पीकर पर डालना प्लीज .......


नेहा ने फोन रिसीव कर के स्पीकर पर डाल दिया और विनय की नशे से भरी हुई आवाज़ आयी ......

विनय - हेलो कौन नेहा......?

नेहा- हां बोल रही हूं आप कौन?

विनय- मैं विनय बोल रहा मुझे लेनी है तेरी ........ चूत इधर आ जा ना मेरे फ्लैट पे कितना पैसा लेगी बोल मैं दूंगा जल्दी से आ जा 20 दिन से चूत नही चोदी मैंने ........

नेहा- मेरा चार्ज एक राउंड का 4000 और फुल नाईट का 10000 है लेकिन मैं तुम्हारे पास नही आ सकती तुम्हे मेरे पास आना पड़ेगा .........


विनय- थोड़ा रुक कर बोला ........ ठीक है पर पूरे मज़े देगी ना गांड़ मारूंगा तेरी कुतिया बना के ........


नेहा- सेक्सी वौइस में बोली जो जो करना हो कर लेना मैं कहाँ मना कर रही हूं जल्दी से आ जाओ ..........


विनय- ok मैं आता हूँ जल्दी से साली आज तुझे रगड़ के चोदूंगा ........ कहाँ आना है मेको ज्यादा आईडिया नही इधर का ......?


नेहा- अमन के साथ आ जाना वो ले आएगा तुम्हे मेरे पास .......


विनय- ok ठीक है मैं आता हूँ ........
और उसने कॉल काट दी.........


मैंने कहा उससे भी पैसे लोगी क्या नेहा ने कहा अगर आपको प्रॉब्लम होगी तो नही लुंगी उसने पूछा तो मैंने बता दिया ........ मैंने कहा मुझे कोई प्रॉब्लम नही पर तुम्हारा काम सिर्फ उसे वहां बुलाना है उस से सेक्स करना नही वो हैरानी से मेरा मुह देखने लगी........

मैंने कहा देखो नेहा हमारा कछ पर्सनल मैटर है तुम्हारा काम सिर्फ उसे घर से बाहर निकालने का था इस काम की भरपूर कीमत मिल गयी है तुम्हे और हो सके तो विनय से भी पैसा ले लेना इसके बाद तुम इनके (मैंने प्रतीक की ओर इशारा किया) साथ वापस आ जाना बस तुम्हारा काम खत्म ......


नेहा फिर से हैरान होती हुई बोली यानी मुझे किसी से भी चुदना नही है और इतने पैसे यूँ ही मिल रहे हैं ....... मैं बोला हां यही समझ लो वो बोली ऐसे कस्टमर रोज मिलें तो बढ़िया है ........ और हंसने लगी ........


तभी अमन का कॉल आया.......
 
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Lib am

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मैंने प्रीति को जगाया वो सोने लगी थी उसने आँख खोल कर पूछा क्या हुआ मैंने बताया उठो लखनऊ आ गया वो उठ बैठी और अपने कपड़े सही कर के बैग उठा लिया मैंने भी अपना बैग लिया और हम स्टेशन से बाहर आ गए ....... प्रीति ने मुझसे मेरा नंबर लिया और बोली वापस बनारस जा कर मैं तुम्हे कॉल करूंगी .......

मैंने प्रतीक का नंबर डायल किया और उन्होंने बताया कि वो पार्किंग के गेट पर हैं , मैं वहीं आ जाऊं ....... प्रीति टैक्सी स्टैंड की ओर जाने लगी मैंने उसे आवाज़ देते हुए कहा ...... उधर कहां जा रही हो ..... वो बोली टैक्सी लेने मैंने कहा मेरे साथ चलो ना मैं गए छोड़ दूंगा ...... वो हैरानी से मुझे देखने लगी ...... मैंने उसका हाथ पकड़ कर कहा चलो भी और उसे खींचता हुआ सा ले कर पार्किंग गेट पर आया ......

प्रतीक वहां अपनी हेक्टर के पास खड़े मुझे गौर से देख रहे थे उन्हें देख कर मैंने प्रीति का हाथ छोड़ दिया और उनके पैर छूने को झुका तो वो मुझे रोकते हुए मुझसे गले मिले और धीरे से पूछा ये कौन है विकास .....?


मैंने कहा फ्रेंड है जीजा जी इतनी रात में टैक्सी पकड़ने जा रही थी मैंने रोक लिया कि घर छोड़ देंगे ...... वो मुस्कुरा कर बोले खास दोस्त लग रही तुम्हारी मैंने कहा नही वैसा कुछ नही है और फिर उन्होंने कार के दरवाजे खोल दिये मैं उनके साथ आगे बैठा और प्रीति पीछे ..........

प्रतीक ने प्रीति से एड्रेस पूछा और फिर उन्होंने गाड़ी बढ़ा दी रास्ते मे हमने ज्यादा बात चीत नही की और प्रीति को उसके घर छोड़ कर ...... हम प्रतीक के घर की ओर चल पड़े ......


प्रतीक ने गाड़ी खड़ी की और घंटी बजाई जल्दी ही श्वेता ने दरवाजा खोला और मुझसे नमस्ते की साढ़े चार बज रहे थे अब सोने का तो कोई सवाल नही था .......

हम अंदर आये ये एक पाश एरिया में बना हुआ शानदार दो मंजिला घर था नीचे और ऊपर 4-4 कमरे और दोनो फ्लोर पर 2-2 बाथरूम ....... शानदार सज़ा हुआ ड्राइंग रूम घर की एक एक चीज महंगी और शानदार थी मैं सोफे पर बैठा चारो ओर देख रहा था और सोच रहा मेरी शानदार दीदी के लिए ये घर एकदम परफेक्ट है ......

तभी श्वेता चाय ले आयी हमने चाय पी और फिर प्रतीक बोले चलो ऊपर मेरे कमरे में चलते हैं थोड़ी देर आराम कर लो 9 बजे हमे निकलना है .......

फिर हम ऊपर आये प्रतीक का कमरा और। भी शानदार था ....... बड़ा सा बेड और जब मैं उस पर बैठा तो एकदम धंस सा गया ...... (साला इस बार तो मैंने भी यही गद्दे लेने हैं इन पर चुदाई करने में अलग ही मज़ा आएगा) ये सोचते हुए मेरे मन मे ख्याल आया बस कुछ दिन बाद इसी गद्दे पर दीदी की चुदाई होगी .........

प्रतीक ने लाइट ऑफ कर दी और हम लेट गए ...... प्रतीक ने पूछा विकास दिल्ली पहुंच कर आगे क्या प्लान है मैंने कहा मेरे पास नोएडा पुलिस के दो लोगों का नंबर है जो हमारी मदद करेंगे .......

प्रतीक ने कहा पर क्या पुलिस की मदद लेना ठीक होगा मैंने कहा क्यों उसमे क्या प्रॉब्लम है ...... वो बोले मैंने कुछ और सोचा है ...... मैंने पूछा क्या वो बोले सबको पता है कि तुम लखनऊ आये हो मेरे पास मैं सोच रहा हूँ कि हम दोनों अपने फ़ोन्स यही घर पर छोड़ दें और हम एक किराए की कार से नोएडा चलें ........ 7-8 घंटे में पहुंच जाएंगे नोएडा में एक बन्दा है मेरी पहचान का वो हमें गन दे देगा बस विनय के पास जा कर उसे शूट कर के वापस आ जाएंगे किसी को कुछ पता नही चलेगा .........

मैंने अगर यही करना है तो मैं अकेला जाऊंगा आप नही जाओगे मैं नही चाहता कल को कोई बखेड़ा हो उसका बाप पैसे और रसूख वाला है अगर पुलिस पीछे लगी और कोई क्लू मिल गया ...... तो मेरी दीदी का क्या होगा ...... 3 महीने बाद आपकी शादी है ........ वो हंसते हुए बोले अच्छा और तेरा क्या होगा फिर ...... मैंने कहा मुझे अपनी परवाह नही पर दीदी को अब और दुख मिले ये मुझसे नही बर्दाश्त होगा .......


वो गंभीरता से बोले हम्म्म्म ...... ये बात मैंने बस इसलिए कही थी कि तुम्हारी सोच देखना चाहता था ...... ऐसा कोई प्लान नही है ...... हम एयर ट्रैवेल करेंगे बाकी वहां पहुंच कर देखा जाएगा ....... फिर मैं सो ही गया रात भर तो जगा ही था सुबह 7 बजे श्वेता ने आवाज़ दे दे कर मुझे जगाया ...... मैं आंख मलते हुए उठा तो देखा श्वेता व्हाइट जीन्स और रेड टीशर्ट में खड़ी है चाय की ट्रे लिए हुए ......

उसने मुस्कुरा कर कहा गुड मॉर्निंग विकास ....... चाय पी लो और रेडी हो जाओ भैया ने कहा है ...... मैंने भी मुस्कुराते हुए उसे गुड मॉर्निंग बोला और चाय पीने लगा वो चली गयी और मेरी नजर श्वेता की जीन्स में कसी हुई उभरी गांड़ पर पड़ी .......


ये साली लौंडियो को गांड़ और चुचियाँ भी कमाल की होती हैं नजर हटती ही नही ...... चाय पी कर मैं बाथरूम में घुस गया नहा कर आया और रेडी हो कर नीचे आ गया .......

माँ जी मिली तो उनके पैर छू कर आशीर्वाद लिया ....... उन्होंने सब के हाल चाल लिए फिर बढ़िया सा नाश्ता लग गया ..........

8 बजे नाश्ता खत्म हुआ और फिर हम ऊपर आ गए प्रतीक ने एक बैग में अपने कुछ कपड़े रखे और मुझे बैग देते हुए बोले अपने कपड़े भी इसी में डाल लो विकी ज्यादा सामान ले कर क्या करोगे मैंने भी हलके फुल्के कपड़े उसमे डाल लिए और फिर हम मां जी के पैर छू कर निकल पड़े अपने मिशन पर ........

एयरपोर्ट आ कर हमने अपनी फ्लाइट ली और डेढ़ घंटे बाद हम दिल्ली पहुंच चुके थे बाहर आ कर हमने एक टैक्सी की और नोएडा पहुंचे मैंने ड्राइवर को वो एरिया समझाया जहां विनय की लास्ट लोकेशन मिली थी और उसका फोन लगतार कई दिन से उसी एरिया में एक्टिव था ........

मैंने ड्राइवर से कहा उसी एरिया में किसी अच्छे होटल में जाना है हमे और उसने कोई दो घंटे की लंबी ड्राइव के बाद हमे बताया कि .......... साब यही वो जगह है और थोड़ी देर में उसने एक अच्छे से होटल के सामने टैक्सी रोकी ....... प्रतीक ने उसे pay किया और हम होटल में आ गए एक रूम बुक किया और ऊपर आ कर अपना बैग रूम में रखा .........


प्रतीक बोले अब ...... मैंने कहा अब ये की विनय को ढूंढना है ....... वो बोला कैसे ...... मैंने कहा सोचता हूँ ....... फिर मैंने कहा चलो कुछ देर घूम कर आते हैं ....... और हम दोनों नीचे आ गए मेन रोड पर होटल था और बाकी सड़क के दोनो ओर अधिकतर बंगले ही बने हुए थे कुछ घरों के बाहर दुकानें भी बनी हुई थीं ....... हमने एक बार पूरी मेन रोड पर एक सिरे से सड़क के दूसरी ओर तक पैदल भ्रमण किया इस दौरान मेरी नजरे दोनो ओर बनी हुई इमारतों का निरीक्षण करती रहीं ......... बीच मे 3 सड़कें अंदर की ओर निकल रही थीं हम बारी बारी से उन सभी सड़को के अंदर गए ........ और दूसरी सड़क पर अंदर जा कर थोड़ा आगे एक ऊंची बहुमंजिला इमारत दिखी जिसमे फ्लैट बने हुए थे ये कोई 20 मंजिला इमारत थी और मेनगेट पर गॉर्ड बैठा हुआ था ........


हम उस बिल्डिंग के सामने से गुजरे देखा तो मेनगेट और हर जगह पर cctv लगे हुए थे ....... मैंने प्रतीक से कहा आप होटल जाओ मैं थोड़ी देर में आता हूँ उन्होंने कहा वो मुझे अकेला नही छोड़ेंगे , पर मैंने कहा प्लीज जीजा जी बस मेरी बात मान लो आप आज के दिन वो बोले कोई गड़बड़ मत करना तुझे कुछ परेशानी हुई तो मैं निकी को क्या जवाब दूंगा उसने मुझसे 5 बार कहा था कि विकी गुस्सैल है उसका ध्यान रखना ......

मैंने मुस्कुरा कर कहा मैं ऐसा कुछ नही करूंगा जिस से किसी को या मुझे कोई परेशानी हो आप निश्चिंत रहो और वो चल दिये .........

मैंने थोड़ा आगे जा कर देखा सड़क के किनारे एक पान का खोखा दिखा दोपहर का समय था साढ़े बारह बजे थे तेज धूप थी और सड़क पर इक्का दुक्का लोग ही दिख रहे थे ....

मैं उस खोखे पर गया और कहा चाचा राम राम वो खुश होते हुए बोला बेटा राम राम मैंने एक सिगरेट ले कर सुलगाई और 100 का नोट खोखे वाले को दे कर कहा चाचा एक मदद चाहिए आपकी .......

वो गौर से मुझे देखते हुवे बोला इलाहाबाद के हो बचवा मैंने कहा सही पहचाना पर कैसे जान गए आप ...... वो बोला हमहू इलाहाबादी हैं बस हियाँ आ गए और यही के ही कर रह गए ...... तू बतावा का काम रहा .......

मैंने कहा चाचा ये जो पीछे बिल्डिंग है इसमे कोई नया बन्दा आया है क्या पिछले 20 दिन में वो कुछ सोचते हुए बोला हां बचवा एक लौंडा आवा है लेकिन बहुत हरामी है साला हमरे पास सिगरेट ले आवत है लेकिन बहुत अकड़ मा रहत है सीधे मुह बात नही करत ....... मैंने उसे विनय का हुलिया बताया तो वो बोले हां शायद यही लौंडा है.......


मैं बोला ठीक है चाचा वो छुट्टे पैसे मुझे देने लगे तो मैंने बोला रखे रहो शायद फिर आपकी मदद की जरूरत पड़े ........ अच्छा चाचा राम राम ..... वो बोला राम राम बेटा फिर आना ....... और मैं होटल कि ओर चल पड़ा .......


होटल पहुंच कर मैंने प्रतीक को बताया कि विनय उसी बिल्डिंग में रह रहा है अब एक दो दिन उसकी निगरानी करनी पड़ेगी की वो कब कहाँ आता जाता है फिर उसे दबोचते हैं ....... प्रतीक ने फोन पर ढूंढ कर एक ट्रेवल एजेंसी से एक कार बुक कर दी और उसे होटल का एड्रेस दे कर बुलवा लिया फिर हमने लंच किया और तब तक कार आ गयी और हम कार पर निकल पड़े उसी बिल्डिंग के थोड़ा सा आगे कार लगा कर हम इंतजार करने लगे .......

तभी प्रतीक ने किसी को कॉल किया और कार से निकल कर उस से बात करने लगे लगभग 15 मिनट बाद वो वापस कार में आये और बोले इंतजाम हो गया है ...... मैंने पूछा कैसा इंतजाम वो बोले विनय जैसे इंसान से निपटने के लिए हर तरह से मुस्तैद होना चाहिए मैंने एक डीलर से बात की है वो हमें गन दे देगा ........

मुझे भी उनकी बात सही लगी हो सकता विनय असलहा भी रखता हो और मौके पर वो हम पर भारी पड़ जाए ...... मैंने कहा ठीक है जीजा जी कर लीजिए ये इंतजाम भी ...... प्रतीक बोले वो आधे घंटे में यहीं आ रहा है ......

फिर हम कार में बैठे इंतजार करते रहे मेरी नजर उस बिल्डिंग के गेट पर ही थी ...... लेकिन कुछ खास हाथ नही लग रहा था फिर एक घंटे बाद प्रतीक के फोन पर कॉल आया ........ उन्होंने बात कर के अपनी लोकेशन कार का कलर और नंबर बताया ...... और 5 मिनट बाद एक स्पलेंडर बाइक हमारी कार के पास रुकी एक बन्दा उतरा और कार में आ गया .......

उसने जीजा जी से नाम पूछा फिर उसने फोन निकाल कर कोई नंबर डायल किया और जीजा जी के फ़ोन की घण्टी बजते ही उसने संतुष्ट होते हुए कॉल काट दी और कंधे पर टंगे हुए बैग को खोल कर तीन चार असलहे निकाल कर रख दिये .......


मैं उन्हें देखने लगा और फिर एक पिस्तौल साइलेंसर के साथ सेलेक्ट की उसने दोनो की कीमत एक लाख दस हजार बताई मोल भाव के बाद एक लाख में वो पिस्तौल साइलेंसर और 4 कारतूस देने को राजी हो गया ...... प्रतीक बोले सामान यहीं छोड़ दो और मेरे साथ होटल चलो मैं पेमेंट देता हूँ .........

उसने पिस्तौल मेरे हाथ मे दे दी और बाकी सामान भी ...... मैंने उस से उसे चलाने का तरीका समझ कर साइलेंसर को पिस्तौल की नाल पर लगाया और एक कारतूस उसमे लोड कर के उसे अपनी जीन्स में फंसा लिया ......

प्रतीक उसे ले कर चले गए और मैं कार में बैठा इंतजार करता रहा ....... और फिर आधे घंटे बाद अचानक बिल्डिंग के गेट पर एक स्विफ्ट प्रकट हुई उसका हॉर्न लगातार बज रहा था गॉर्ड को गेट खोलने में एक मिनट लगा उतनी देर में वो हॉर्न बजा बजा कर हंगामा करने लगा ....... उसकी ड्राइविंग सीट पर बैठे विनय को मैंने पहचाना और फौरन कार स्टार्ट कर की जैसे ही गेट से उसकी कार निकली मैंने अपनी कार उसके पीछे लगा दी लगातार आधे घंटे उसका पीछा करने के बाद उसकी कार एक दारू की दुकान के बाहर रुकी .......

वो उतर कर गया और 4 बोतले शराब की खरीद कर वापस आया फिर उसने एक दो दुकानों से और कुछ सामान लिया और वापस घर आ गया मैं उसके पीछे लगा रहा .......

उसके बिल्डिंग में घुसने के बाद मैं वापस उसी जगह कार लगा कर खड़ा हो गया तभी प्रतीक का काल आया वो पूछने लगे कहाँ हो तो मैंने बताया कि उसी बिल्डिंग के सामने वो बोले की मैं वहां गया था तुम नही थे तो मैंने उन्हें पूरी बात बताई वो बोले अब क्या करना है ...... मैंने कहा थोड़ा सा और वाच करने दीजिये फिर बताता हूँ .......


कोई एक घंटे बाद एक जोमैटो डिलिवरी बॉय उस बिल्डिंग में गया और 10 मिनट बाद वो वापस आया मैंने कार स्टार्ट कर के उसकी बाइक के पीछे लगा दी और आगे जा कर उसे रोक लिया ....... उसने मुझसे पूछा क्या है भाई मैंने जेब से 200 रुपये निकाल कर उसे दिए और कहा कुछ जानकारी चाहिए .......


उसने मुझे गौर से देखते हुए कहा आप कौन मैंने गंभीर स्वर में कहा ....... STF ऑफिसर आई कार्ड दिखाऊँ वो हड़बड़ाते हुए बोला नही सर कहिए क्या बात है ...... मैंने उसे कार के अंदर आने को बोला वो आ कर बैठ गया .........


मैंने पूछा अभी कहाँ गए थे डिलीवरी करने ... ? वो बोला सर फ्लैट नंबर 76 में मैंने पूछा कौन रहता है वहां उसने बताया कि एक लौंडा है अकेला रहता है पर बहोत बिगड़ैल लौंडा है ......


मैंने पूछा ऐसा क्यों कह रहे हो तो वो बोला कि वो हर टाइम तो शराब के नशे में रहते है और दो तीन बार मुझसे ही किसी लड़की का जुगाड़ करने को बोला है ........ मैंने कहा फिर तुमने क्या कहा वो बोला मैं उसे आजकल कर के टरका रहा हूँ .......


मैंने कहा क्या वो रोज ऑर्डर मंगवाता है वो बोला हां रोज दो या तीन बार .......मैंने कहा ठीक है अब अपना नंबर मुझे दो और जाओ
उसने अपना नंबर दिया और जल्दी से उतर गया कार से वो थोड़ा घबराया सा था .......

मैंने उसका नाम पूछा उसने अपना नाम अमन बताया मैंने कहा देखो अमन इस पूछ्ताछ के बारे में किसी को बताया तो तुम्हे ही तकलीफ होगी वो ना में सर हिलाते हुए बोला एकदम नही सर मैंने कहा हो सकता है तुम्हे मेरी थोड़ी मदद और करनी पड़े वो बोला ok सर जो काम हो आप बताना मुझे और वो चला गया .......


फिर मैंने कार स्टार्ट की और आसपास के 4-6, किलोमीटर के इलाके में घूम कर सारा नक्शा समझा उस इलाके का उस जगह से दो किलोमीटर की दूरी पर रेलवे लाइन थी ....... और वो जगह एकदम सुनसान भी थी बस रेलवे क्रासिंग के आसपास इक्का दुक्का दुकानें थी .......


वो जगह मुझे ठीक लगी फिर मैं होटल वापस आ गया प्रतीक वहां मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे मुझे देखते ही बोले भाई क्या कर रहे हो मुझे भी कुछ बता दो निकी का 3 बार फोन आ चुका है वो मुझसे बस तुम्हारे बारे में पूछ रही है मैंने कहा लगभग सब काम हो चुका है आप दीदी से बता दो मैं एकदम ठीक हूँ ......


वो बोले पहले मुझे बताओ सारा दिन क्या किया और क्या सोचा मैंने उन्हें दिन भर की सारी घटना बताई और बोला कि मैं अमन की मदद से उसे रेलवे ट्रैक के पास बुलाऊंगा ...... वो बोले फिर क्या करोगे ...... , मैंने कहा वो तो हालात के मुताबिक देखा जाएगा आप भी साथ मे रहोगे .......

वो बोले कब करना है ये काम मैंने कहा कोशिश करता हूँ आज ही हो जाये पर एक लड़की की जरूरत पड़ेगी उन्होंने कहा लड़की क्यों मैंने कहा वो लड़की के लिए तड़प रहा है और लड़की के बारे में पता चलते ही भागा चला आएगा .......

प्रतीक बोले फिर किसी कॉल गर्ल का इंतजाम कर लूं क्या ...... मैंने कहा हो जाएगा वो बोले सब हो जाएगा पैसे ही तो लगेंगे ..... मैंने कहा करिये ....... उन्होंने फोन निकाला दो तीन जगह कॉल की और फिर ....... एक बंदे ने कहा वो लड़की का नंबर सेंड करता है उसका नाम नेहा है आप बात कर लो ....... उसने एक नंबर व्हाट्सएप्प किया .......


प्रतीक बोले लड़की का नंबर मिल गया है पर उससे बात तुम ही करो ....., मैंने कहा ठीक है और मैंने प्रतीक से उस कॉल गर्ल का नंबर ले कर डायल किया .......

उसने जल्दी ही कॉल रिसीव की और बोली कहिए ....... मैंने पूछा नेहा ? वो बोली हां मैंने कहा सर्विस चाहिए क्या चार्जेस हैं तुम्हारे वो बोली 2000 पर ऑवर 5000 फुल नाईट ...... मैंने कहा ठीक है मैंने उसे होटल का नाम और लोकेशन बता कर पूछा कितनी देर में आ जाओगी???

वो बोली सर घंटे भर में पहुंच जाऊंगी ....... मैंने कहा ठीक है आ जाओ वो बोली सर मैं पेमेंट पहले ले लेती हूं मैंने कहा आ जाओ मिल जाएगा ...... वो बोली ok सर मैं पहुंचती हूँ ........


मैंने अमन को कॉल की और उससे कहा कि वो विनय को कॉल कर के बताए कि लड़की का इंतजाम हो गया है लेकिन वो उसके घर नही आ पाएगी क्यों को वो कोई पेशेवर नही है स्टूडेंट है और बस मौज मस्ती के लिए कभी कभी ये काम कर लेती है ...........


और उसे कहना की आगे मेन रोड से दाईं ओर मुड़ने पर दो किलोमीटर आगे तो रेलवे ट्रैक है वहीं पर वो आने को तैयार हुई है वो सुनसान जगह है वहां आराम से उसका सारा इंतजाम हो जाएगा .......


उसने घबरा कर पूछा सर मुझे तो कोई प्रॉब्लम नही होगी मैंने कहा ज्यादा से ज्यादा इतनी की बाद में कभी लोकल पुलिस तुमसे सिर्फ इतना पूछे कि तुम और विनय एक दूसरे को कॉल क्यों करते थे तो तुम बता देना की मैं डिलीवरी बॉय हूँ वो हर रोज आर्डर करता था नाश्ता खाना वगैरह ...... बस उसी सिलसिले में बात होती थी ....... इसके सिवा कुछ नही बताना तुम्हे हमारे बारे में किसी से कोई जिक्र नही करना और इस काम के तुम्हे अच्छे खासे पैसे मिल जाएंगे ......

वो बोला ठीक है सर मैं उस से बात कर के आपको बताता हूँ उसने कॉल काट दी प्रतीक बोले विकी यार पहली बार ऐसा कुछ करने जा रहा हूँ मैंने तो कॉलेज लाइफ में भी कभी लड़ाई झगड़ा नही किया ........ मैंने हंस कर कहा मैंने दो तीन लौंडों को पेला है अपने स्कूल ने आप परेशान ना हो मैं सम्हाल लूंगा इस कुत्ते को और बाकी ये तो है ही मैंने पैंट में फंसा रखे पिस्तौल को थपथपाया ..........


फिर 10 मिनट में अमन का कॉल आया उसमे बताया को लड़की के बारे में सुन कर विनय बहोत एक्साइटेड है और वो लड़की से बात करवाने को कह रहा है ....... मैंने कहा उस से बोलो की मिलने से पहले बात भी हो जाएगी पर वो उसके फ्लैट में नही आ सकती क्योंकि वहां कैमरे लगे हैं उसे ही आना पड़ेगा वो बोला ठीक है मैं फिर से कोशिश करता हूँ ....... उसने कॉल काटी ......


प्रतीक बोले अगर वो बाहर आने को तैयार नही हुआ तो ...... मैंने मुस्कुरा कर कहा आएगा जरूर आएगा वो 20 दिन से लड़की के बिना रह रहा है नही रोक पायेगा खुद को ........


तभी राजेश चाचा की कॉल आयी मैंने फोन रिसीव कर के कहा चाचा प्रणाम ...... वो बोले खुश रहो बेटा आज मैंने विक्रम सिंह( विनय के बाप) को बुलवाया था चौकी पर.......

मैंने कहा फिर क्या हुआ ...... वो बोले कि मैंने उसे बहोत फटकारा और विनय की करतूत के बारे में बताया तो वो बेहद शर्मिंदा हुए और कहने लगे बस एक मौका और दे दीजिए मैं इस बार उसे इस लायक नही छोडूंगा की वो फिर से कुछ कर सके ........


असल मे विक्रम सिंह चुनाव लड़ना चाहते हैं और इलाके में उनकी छवि भी ठीक है पूरी संभावना है की वो चुनाव जीत जाएं लेकिन ये विनय उनके रास्ते का कांटा बन कर बार बार उनके पैर में चुभ जाता है .........


मैंने कहा तो वो इस विनय का कोई इलाज करते क्यों नही ....... चाचा बोले वो कह रहा था कि वो उसे विदेश भेज देगा हमेशा के लिये वहां जा कर वो चाहे जितनी अय्याशी करे उस से उनकी छवि पर कोई फर्क नही पड़ेगा........

मैंने कहा ठीक है वो नो करना चाहे करें आपने डील कितने में फाइनल की अपनी चाचा हंसने लगे और बोले अभी तो कोई डील नही की है पर आज शाम तक करनी है इसीलिए तुम्हे कॉल की बोलो कितना चाहिए मैंने कहा दूसरी गलती है तो दुगना तो होना ही चाहिए ...........


वो बोले ठीक है फिर इस बार 25 और 50 कर देते हैं मैन कहा ठीक है हो सके तो आज ही पैसा ले लीजिए आप वो बोले ले लूंगा विक्रम सिंह तो दोपहर को चेक दे रहा था बिना रकम भरे ...... पर मैंने सोचा तुमसे पूछ लूं एक बार ....... मैंने कहा चाचा एक बात बताओ अगर कोई आदमी शराब के नशे में ....... गिर कर घायल हो जाये या मर जाये तो पुलिस ज्यादा छानबीन करती है क्या ........

वो बोले तो इस पर निर्भर करेगा कि मरने वाला कौन है अगर कोई ऐसा इंसान है जिसके मरने से किसी को कोई खास फर्क नही पड़ता तब तो बस सब औपचारिकता निभा कर काम खत्म लेकिन कोई रसूख वाला इंसान हुआ या मरने वाले के किसी संबंधी ने कोई शक जाहिर किया तो फिर पुलिस सही से सारी इन्वेस्टिगेशन करती है ........

लेकिन तुम ये सब क्यों पूछ रहे हो मैंने कहा बस ऐसे ही ....... वो बोले कुछ करने का इरादा हो तो कम से कम मुझे तो बता ही देना मैंने कहा कुछ करूंगा तो जरूर आपको बता दूंगा वो बोले ठीक है फिर मैं विक्रम सिंह से वसूली कर लूं .......


उनके फोन काटने से पहले ही अमन की कॉल आने लगी मैंने जल्दी से वो कॉल रिसीव की तो उसने बताया वो आने को तैयार है पर पहले लड़की से बात करने को मरा जा रहा मैंने आधे घंटे में उसकी बात करवा दी जाएगी .......

वो बोला ठीक है मैंने भी यही कहा है उससे की थोड़ी देर में लड़की की बात करवाता हूँ .......... और कॉल काट दी ...... प्रतीक बड़े गौर से मेरी सारी बातें सुन रहे थे .....

तभी नेहा की कॉल आयी और वो बोली कि वो नीचे खड़ी है रिसेप्शन पर मैंने कहा आठ हूँ रुको ....... और मैं नीचे चला आया देखा तो काउंटर के पास एक 18-19 साल की बेहद खूबसूरत लड़की जीन्स और टॉप में खड़ी थी पैरों में हाई हील आंखों पर काला चश्मा खुले और कटे हुए बाल सब लंबे नाखून उन पर अलग अलग कलर के नेल पेंट .......

सब मिला कर वो सेक्स बम थी ...... किसी का भी लंड खड़ा कर देने की क्षमता थी उसके हुस्न में उसे देख कर एक बार तो मेरे मन मे भी आया भाड़ में जाये विनय इसे चोद लूं पहले ....... लेकिन मैंने अपने मन को समझाते हुए आवाज़ दी नेहा ........


उसने मेरी ओर देखा और फिर मेरी ओर आने लगी पास आ कर उसने मुझसे हाथ मिलाया और बोली चलिए मैं उसे ले कर ऊपर जाने लगा तो काउंटर पर बैठी लड़की ने कहा सर इनकी एंट्री करवाइए पहले फिर ले जाइए ........


मैंने नेहा से कहा तुम यहीं रुको मैं आता हूँ नेहा को लिफ्ट के दरवाजे पर छोड़ कर मैं काउंटर पर आया काउंटर गर्ल भी 25-26 साल की दिलकश लड़की थी जैसी किसी अच्छे होटल की रिसेप्शनिस्ट होती है मैंने मुस्कुराते हुए उसकी ओर देखा और जेब से 500 के दो नोट निकाल कर उसकी ओर बढ़ाते हुए कहा कॉल गर्ल है ज्यादा देर नही रोकना है बस 10 मिनट में इसे ले कर निकल जाऊंगा यहां से ........


एंट्री मत करवाओ इसकी समझा करो उसने मुस्कुरा कर नोट जल्दी से मुट्ठी में दबाते हुए कहा ठीक है पर सिर्फ 10 मिनट उसके बाद रुकी तो और चार्ज लगेगा मैंने कहा ok........ और मुझे लगा ये लौंडिया भी चालू टाइप की है .......


फिर मैं नेहा के साथ ऊपर आया और उसे कमरे में ले आया वहां प्रतीक को देख कर वो बोली दो लोगों का चार्ज डबल लगेगा मैंने प्रतीक से कहा इसे 10000 रुपये दे दो प्रतीक ने जेब से गड्डी निकाल कर उसके सामने फेंक दी उसने जल्दी से उसे अपने पर्स में ठूंसा और फिर मुस्कुरा कर बोली एक एक कर के करोगे या 3some का इरादा है .........


इतना कहते हुए उसने झटके से अपना टॉप निकाल फेंका नीचे उसने ब्लू कलर की सेक्सी ब्रा पहनी थी ब्रा में उसके कसे हुए चूचे देख कर मेरा तो मूड बन गया प्रतीक भी चुपके से उसके चूचे घूर रहा था........


मैंने कहा नेहा अपना टॉप पहन लो इतनी क्या जल्दी है वो हैरानी से मुझे देखते हुए बोली कमाल है पैसे देने के बाद तो बस लोग अगले ही पल मुझे नंगी देखना चाहते हैं ........


मैंने कहा असल मे हमने अपने एक दोस्त के लिए तुम्हे बुलाया है अपने लिए नही वो बोली ओह कोई बात नही पर कहाँ है आपका दोस्त मैंने कहा उसे लगता है कि हम उसके साथ मजाक कर रहे हैं और वो आने को तैयार नही है तुम एक बार उस से बात कर लो वो आ जायेगा ........


नेहा बोली ठीक है करवा दो मेरी बात ....... तभी अमन का कॉल आने लगा मैंने नेहा से रुकने का इशारा किया और कमरे से बाहर निकल कर कॉल रिसीव की अमन बोला सर वो तीन बार कॉल कर चुका है और अब तो गाली दे रहा था कह रहा है साले अगर तूने आज चुतिया बनाया तो तेरी ही गांड़ मारूंगा जल्दी कुछ करिये मैंने कहा ok मैं एक नंबर बताता हूँ नोट करो मैंने उसे नेहा का नंबर दिया और कहा कि विनय को ये नंबर दे दो और उसे बात करने को कहो लड़की का नाम नेहा है ....... वो बोला ठीक है सर और उसने कॉल काट दी ........

मैं अंदर आया और नेहा से बोला अभी तुम्हे कॉल आएगी मेरे दोस्त की विनय नाम है उसका उस से बात करना और अगर वो तुम्हे कहीं आने को बोले तो कहने मैं नही आ सकता अगर तुम्हें जरूरत है सेक्स करना है तो तुम्हे आना पड़ेगा उसी जगह पर जहां मैं बुला रही हूं .........


नेहा ने सर हिलाते हुए किस जगह पर मैंने कहा तुम बस इतना बोल देना जो जगह अमन ने बताई है उसी जगह पर ........



मैंने पूछा ये बताओ तुम उसे खुश तो कर दोगी उसे सेक्स का बहोत शौक है और वो लड़की देखते ही बेकाबू हो जाता है नेहा बोली पैसे लिए हैं तो करना ही पड़ेगा आज कल तो लोगों को बस मुह में देना और गांड़ मारना यही ज्यादा पसन्द आता है किसी किसी को roleplay करना होता है वो सब मैं कर लुंगी या ज्यादा से ज्यादा लंड का पानी मुह में निकालेगा बस ....... मैंने कहा फिर ठीक है पर उसकी ये सब बातें सुन कर मेरा और शायद प्रतीक का भी लंड खड़ा हो गया था .........

और तभी नेहा का फोन बजने लगा उसने पर्स से फ़ोन निकाला तो मैंने बोला नेहा स्पीकर पर डालना प्लीज .......


नेहा ने फोन रिसीव कर के स्पीकर पर डाल दिया और विनय की नशे से भरी हुई आवाज़ आयी ......

विनय - हेलो कौन नेहा......?

नेहा- हां बोल रही हूं आप कौन?

विनय- मैं विनय बोल रहा मुझे लेनी है तेरी ........ चूत इधर आ जा ना मेरे फ्लैट पे कितना पैसा लेगी बोल मैं दूंगा जल्दी से आ जा 20 दिन से चूत नही चोदी मैंने ........

नेहा- मेरा चार्ज एक राउंड का 4000 और फुल नाईट का 10000 है लेकिन मैं तुम्हारे पास नही आ सकती तुम्हे मेरे पास आना पड़ेगा .........


विनय- थोड़ा रुक कर बोला ........ ठीक है पर पूरे मज़े देगी ना गांड़ मारूंगा तेरी कुतिया बना के ........


नेहा- सेक्सी वौइस में बोली जो जो करना हो कर लेना मैं कहाँ मना कर रही हूं जल्दी से आ जाओ ..........


विनय- ok मैं आता हूँ जल्दी से साली आज तुझे रगड़ के चोदूंगा ........ कहाँ आना है मेको ज्यादा आईडिया नही इधर का ......?


नेहा- अमन के साथ आ जाना वो ले आएगा तुम्हे मेरे पास .......


विनय- ok ठीक है मैं आता हूँ ........
और उसने कॉल काट दी.........


मैंने कहा उससे भी पैसे लोगी क्या नेहा ने कहा अगर आपको प्रॉब्लम होगी तो नही लुंगी उसने पूछा तो मैंने बता दिया ........ मैंने कहा मुझे कोई प्रॉब्लम नही पर तुम्हारा काम सिर्फ उसे वहां बुलाना है उस से सेक्स करना नही वो हैरानी से मेरा मुह देखने लगी........

मैंने कहा देखो नेहा हमारा कछ पर्सनल मैटर है तुम्हारा काम सिर्फ उसे घर से बाहर निकालने का था इस काम की भरपूर कीमत मिल गयी है तुम्हे और हो सके तो विनय से भी पैसा ले लेना इसके बाद तुम इनके (मैंने प्रतीक की ओर इशारा किया) साथ वापस आ जाना बस तुम्हारा काम खत्म ......


नेहा फिर से हैरान होती हुई बोली यानी मुझे किसी से भी चुदना नही है और इतने पैसे यूँ ही मिल रहे हैं ....... मैं बोला हां यही समझ लो वो बोली ऐसे कस्टमर रोज मिलें तो बढ़िया है ........ और हंसने लगी ........


तभी अमन का कॉल आया.......
लगता है मास्टर प्लान बनाया है विक्की ने इस बार विनय के लिए। कुछ तो बड़ा होने वाला है। उम्दा अपडेट
 

Tiger 786

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मैं नीचे आ गया पापा tv पर आईपीएल देख रहे थे मम्मी खाना बना रही थीं ......
मैं भी बैठ कर मैच देखने लगा पापा ने कहा विकास बेटा सबसे पहले तुम शादी के लिए कोई अच्छा सा गेस्ट हाउस लॉन देख लो जो तुम्हे ठीक लगे और कोई हलवाई लाइट वाला माली इन सब से बात कर के सबको एडवांस देते जाओ और घर की भी पेंटिंग करवानी है ये सब निपट जाए तो खरीददारी शुरू कर दो ...... मम्मी और दीदी से सब पूछ पूछ कर करते जाना सब काम ध्यान से करना .....
मैंने कहा ठीक है पापा मैं बस दो तीन दिन बाद से काम मे लग जाता हूँ आप निश्चिंत रहो ...... पापा जानते थे कि मैं काम को ले कर हमेशा से जिम्मेवार रहा हूँ इसलिए उन्होंने सब मेरे जिम्मे कर दिया था ......

तभी दीदी ऊपर से उतर कर आईं और मुझे गुस्से से घूरती हुई किचन में चली गयी ...... फिर जल्दी ही हम सब ने खाना खाया और मैं सोचने लगा आज ऊपर जाने के बाद दीदी से बचना मुश्किल ही नही नामुमकिन होगा .......

खाना खा कर मैं भी पापा के साथ बैठ के मैच देखने लगा एकतरफा से मैच था चेन्नई आराम से जीत रही थी ...... पापा थोड़ी देर बाद बोले ये मैच CSK जीत रही मैं चला सोने व उठ के चले गए लेकिन जल्दी ही वो लौट कर आये और मेरे हाथ मे दीदी का पुराना फोन देते हुए बोले ये निकिता को दे देना मैंने कहा पर उनके पास है तो उनका फोन वो बोले वो कह रही थी कि उसे अपनी फ्रेंड्स के नंबर निकालने हैं जो कि इसी फोन में हैं ...... मैंने फोन ले लिया ....... थोड़ी देर में मम्मी भी किचन समेट कर चली गईं अपने कमरे में ......

और दीदी ने आ कर tv ऑफ कर दिया और कमर पर हाथ रख के मेरे सामने खड़े हो गईं ...... उनका मुझे देखने का अंदाज़ ऐसा था मानो कह रही हों अब बच के कहाँ जाएगा बच्चू ...... मैंने कहा tv क्यों ऑफ कर दी बस 6 ओवर का खेल बाकी था .....
दीदी बोली ऊपर चल मैं तुझे फ़ास्ट बॉलिंग खिलाती हूँ ..... मैं मुस्कुराते हुए उठा और दीदी के साथ ऊपर आ गया ...... मैं अपने कमरे में गया और दीदी अपने कमरे में चली गईं ...... मुझे शरारत सूझी और मैंने अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया ...... और कपड़े बदल कर बेड पर लेट गया .......

कुछ देर बाद मेरे कमरे के दरवाजे को दीदी ने नॉक किया और बोली दरवाजा खोला विकी ये क्या हरकत है ..... मैंने सोचा बेवजह बखेड़ा करने से कोई फायदा नही और मैंने दरवाजा खोल दिया .......

दीदी अंदर आईं उन्होंने आज भी ब्लैक वाली नाइटी पहनी थी और अंदर उन्होंने शायद कुछ नही पहना था क्योंकि उनके चूचे चलने पर ज्यादा ही थिरक रहे थे .......

उन्होंने मुड़ कर दरवाजा बंद किया और अधिकार पूर्वक आ कर बेड पर लेट गयीं ....... मैं भी आ कर लेट गया और मेरे लेटते ही दीदी ने पूछा दरवाजा क्यों बंद किया था ...... मैंने कहा बस यूं ही ..... दीदी बोली विकी तू मुझे प्यार नही करता ना बस यूं ही बातें बनाता रहता है ..... मैंने कहा ऐसा क्यों लगा आपको अचानक ...... दीदी बोलीं जिस तरह से तू मुझसे दूर भागता है लगता तो यही है ..... मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर कहा ऐसा कुछ नही है दीदी आपके प्रति मेरा प्यार मैं कैसे जाहिर करु वो समझ नही आता पर सच तो ये है आप मेरी दीदी ने होती तो मैं आपसे शादी कर लेता .....

दीदी हंस कर बोली अब तो देर कर दी तूने ये बात कहने में कुछ दिन पहले कही होती तो मैं सोचती इस बारे में लेकिन अब तो मेरी शादी तय हो गयी है ....... मैंने कहा जानता हूँ और ये भी जानता हूँ कि मेरे कहने पर ही आपने इस शादी के लिए हां की है ......

दीदी बोली वही तो मैं तो तेरी हर बात मान लेती हूं चुपचाप पर तू ना जाने क्यों मुझसे दूर भागता है ..... मैंने कहा बस इसीलिए क्यों कि आपकी शादी तय हो गयी है और मैं नही चाहता कि विनय वाले मामले के बाद कोई नया संकट आये आपके जीवन मे हमारा रिश्ता कही से भी सही नही है .......

दीदी मेरी बात सुन के कुछ सोचते हुए बोली पर हमने ऐसा क्या गलत कर दिया भाई बहन एक दूसरे को प्यार करते हैं इसमे तो कुछ गलत नही है ..... . रही बात जो हम थोड़ी सी खुशी एक दूसरे को दे देते हैं उसमें किसी का क्या जाता है अगर हम एक दूसरे के साथ एक दूसरे की मर्ज़ी से कुछ कर रहे हैं तो इसमें गलत क्या है ......?

मैंने बस तब तक गलत नही है जब तक किसी को इसकी खबर नही लगती उसके बाद तो सब गलत ही गलत है और इतना गलत की इससे गलत कुछ नही हो सकता ....... अगर मम्मी पापा को इस बारे में कुछ पता चला गलती से भी इसका क्या अंजाम होगा कभी सोचा है आपने ......

विनय वाले मामले को जैसे तैसे बर्दाश्त किया उन्होंने पर ये शायद ना बर्दाश्त कर पाएं वो लोग .......

दीदी बोली तुम्हारी बातें एकदम सही हैं विकी पर मैं ऐसा कुछ तो नही करती हूं जिस से किसी को हम पर शक हो या कोई गड़बड़ हो ...... मैंने कहा हां सही है पर ये सिर्फ इसलिए है कि हम खुद पर काबू करते हैं आपकी इच्छाओं पर नियंत्रण रखते हैं और यही मैं कह रहा हूँ कि जितना नियंत्रण रखेंगे उतना ही सही रहेगा हम सब के लिए हमारे परिवार के लिए हमारे रिश्ते के लिए .......

दीदी एक गहरी सांस ले कर बोली क्या यार शम्स के इतने मूड में थी मैं लेकिन तुमने तो एकदम गहरी गहरी बड़ी बड़ी बातें कर के सब चौपट कर दिया ...... मैंने कहा प्रतीक से बात कर लो फिर से मूड बन जायेगा ..... दीदी बोली हां लेकिन क्या फायदा तुम तो कुछ करोगे नही मेरे साथ ...... मैंने कहा अभी एक हफ्ता पूरा होने में दो दिन बाकी हैं ....... दीदी बोली ठीक है दो दिन और सही फिर देखती हूँ ...... तुम कहाँ भाग कर छुपते हो ......

तभी मुझे याद आया और मैंने जेब से दीदी का फोन निकाल कर उन्हें दिया ....... उन्होंने फोन ले कर चार्जिंग पर लगा दिया और वापस आ कर लेट कर अपना नया फोन उठा कर प्रतीक को कॉल कर दी ......

लेकिन कॉल रिसीव नही हुई तो मुह बना कर फ़ोन फेंकते हुए बोली किस्मत ही खराब है आज ...... और मैं हंस दिया ...... वो भी मुस्कुराने लगी और उनके गाल में डिंपल पड़ गया और मैंने उसे देख कर मन मे सोच लिया की एक दिन इसे छोटे से गड्ढे को अपने लंड के रस से भरूँगा जरूर ......

और इतना सोचते सोचते ही दीदी के फोन पर प्रतीक का कॉल आ गया ...... दीदी ने कॉल रिसीव किया और स्पीकर ऑन कर दिया ......

प्रतीक- लगता है मेरी सासू माँ को मुझ पर रहम आ ही गया ........

दीदी- हंसते हुए नही ऐसा कुछ नही है मैंने सोचा चलो थोड़ी सी ही बात कर लूं ताकि तुम चैन से सो सको......

प्रतीक - ओह जान कितना ख्याल रखती हो तुम मेरा लव यू सो मच मेरी जान .....

दीदी- लव यू टू जानू ...... पर हर किसी को प्यार की कदर नही होती ......

प्रतीक- ऐसा क्यों कह रही हो ..... जान ऐसा कौन बेवकूफ है जो प्यार की कदर नही करता ......

दीदी- बस यूं ही कहा ......

प्रतीक- खाना खा लिया तुमने ....?

दीदी- हां खा लिया ..... तुमने खाया....?

प्रतीक-अभी नही तुमने आज बात करने से मना किया था तो सोचा आराम से खा लूंगा नही तो रोज 8 बजे तक खा पी के फ़ोन ले के इंतजार करता हूँ तुम्हारी कॉल का ......

दीदी- अच्छा ऐसा क्यों एक दिन भी नही रह सकते मुझसे बात किये बिना ......

प्रतीक- रह सकता हूँ पर मुश्किल तो होगी ही ....... अच्छा लगता है तुमसे बातें करना तुम्हारी आवाज़ सुनना .......

मैं गौर से दीदी विनय की बातें सुन रहा था और खुश भी था कि दीदी को एक अच्छा जीवनसाथी मिला है जिसके साथ दीदी का जीवन खुशियों से भरा होगा ......

दीदी- अच्छा आज ज्यादा बात नही कर सकती अब रखती हूं गुड नाईट जान.....

प्रतीक- ok जानू गुड नाईट ऊऊम्म्म्म तुम्हारे रसीले होंठो पर .....

दीदी- ऊऊम्म्म्म्म तुम्हारे गाल पर ......

फिर दीदी ने फोन काट दिया और मेरे पास खिसक आईं और मेरे पर सीने पर सर रख कर लेट गयीं मैंने भी अपना हाथ उनकी कमर पर रख कर उन्हें खुद से चिपका लिया ....... तभी उन्हें कुछ याद आया और ..... वो उठ कर अपना पुराना फोन ले आईं ...... और उसे ऑन करते हुए बोली निशा (उनकी पक्की वाली सहेली) का नंबर चाहिए वो 20-22 दिन से मिली नही और बात भी नही हुई ......

फोन ऑन हुआ पूरे 27 दिन बाद ये फोन ऑन हुआ था और फोन ऑन होते ही नोटिफिकेशन की बाढ़ सी आ गयी .......


दीदी फोन चेक करने लगीं और थोड़ी ही देर में उनका चेहरा पीला पड़ने लगा ..... वो एकदम से फफक कर रोने लगीं ...... उन्हें रोता देख कर मैं भी हैरान और परेशान हो गया ....... मैंने दीदी को सीने से लगाते हुए पूछा क्या हुआ दीदी ...... आप रो क्यों रही हो वो बोली सब खत्म हो गया विकास ...... विनय ने सब खत्म कर दिया ये पढ़ लो उन्होंने अपना पुराना फोन मेरी ओर बढ़ा दिया .......

मैंने दीदी का फोन देखा व्हाट्सएप्प ओपन था और किसी नंबर से ढेर सारे मैसेज आये हुए थे........ मैंने उन्हें पढ़ना शुरू किया .......

(वो मैसेज मैं ज्यों के त्यों लिख रहा हूँ)

ये मैसेज जिस दिन विनय को थाने बुलाया गया था उस से तीन दिन बाद के थे।

साली रण्डी तुझे क्या लगा मेरी पुलिस कंप्लेन कर के तू बच जाएगी ......

बर्बाद कर दूंगा मैं तुझे मेरे बाप ने मुझे दिल्ली भेज दिया तो क्या हुआ ....... मैं यही से तेरी जिंदगी नरक कर दूंगा कुतिया......

अगर अपनी सलामती चाहती है तो मैसेज पढ़ते ही मुझे इस नंबर पर कॉल करना......

इसके बाद दो दिन बाद कोई मैसेज नही थे
फिर......

साली फोन बंद कर के बैठी है तो क्या हुआ मैं तुझे कहीं से भी ढूंढ निकलूंगा तेरी वजह से मेरी और मेरे बाप की बहोत बेज्जती हुई है और मैं ये बर्दाश्त नही कर पा रहा हूँ अगर मुझसे बात नही की तूने तो मैं तुझे बर्बाद कर दूंगा .........

उसके बाद फिर 4 दिन कोई मैसेज नही थे और अगले दिन ......

बिल में छुपी बैठी है तू और तेरा वो नामर्द भाई जो पुलिस का सहारा ले कर मुझे तुझसे दूर करना चाहता है पर याद रखना ये कानून ये पुलिस कुछ नही उखाड़ सकते मेरा ...... मेरे बाप ने भले ही सब भुला दिया हो पर मैं ना तुझे भूल पाऊंगा ना तेरे नंगे बदन को साली बनेगी तो तू मेरी ही रखैल .......

और फिर अगले मैसेज उस दिन के थे जिस दिन मैं रानी के घर गया था उसे चोदने।

साली रण्डी तेरी एक एक हरकत पर मेरी नजर है शादी फिक्स हुई है ना तेरी ...... मेज देखता हूँ कैसे होती है ये शादी अगर तूने मुझसे बात नही की तो तेरे होने वाले पति को सब बताऊंगा अपने और तेरे बारे में ...... ये भी की तूने मेरा लंड चूसा है और उछल उछल के मेरे लंड से चुदी है ........

अगर तुझे लग रहा है कि मैं बकवास कर रहा हूँ तो ये देख तेरे होने वाले पति का नंबर भी है मेरे पास .......

प्रतीक का नंबर पढ़ के मुझे भी घबराहट होने लगी .......

फिर अगले मैसेज में लिखा था ये देख ले हरामजादी तेरी नंगी तस्वीरें फिर से मेरे पास आ चुकी हैं और अगर दो दिन में तूने मुझे कॉल नही की तो मैं ये तस्वीरें तेरे होने वाले पति को भेज दूंगा .......

उसके बाद दीदी वही सब तस्वीरें सेंड की गई थी जो कि विनय के फोन में थीं .........

उसके बाद आज दोपहर का एक मैसेज था उसमें लिखा था .......

तू ऐसे नही मानेगी फिर मैं ये तस्वीरें भेज देता हूँ तेरे पति को अब तू बर्बाद ......

ये सब पढ़ के मेरी आँखों के आगे अंधेरा सा छा गया और मेरा सर चकराने लगा .....

उधर दीदी फूट फूट कर रोये जा रही थीं मैं उन्हें चुप कराने की कोशिश करने लगा वो मेरे सीने से लग कर सुबकने लगीं .......

किसी तरह मैंने खुद को इस झटके से बाहर निकालते हुए सम्हाला और मैंने बड़े प्यार से दीदी माथे को सहलाते हुए चूम लिया और फिर उनके गालों पर बह रहे उनके आंसू पोछते हुए बोला दीदी आपको मुझ पर जरा सा भी भरोसा है या नही ......?

दीदी ने लाल लाल आंखों से मेरी ओर देखा और बोली मुझे अपनी किस्मत के सिवा सब पर भरोसा है ...... लेकिन मेरी किस्मत में ही दुख लिखे हैं शायद .......

मैंने कहा दीदी ज्यादा कुछ तो नही कह सकता इस समय पर इतना वादा जरूर करता हूँ पिछली बार की तरह ही इस बार भी मैं आपकी इस समस्या को कैसे भी दूर करूंगा आपकी मुस्कान वापस लाऊंगा आपके चेहरे पर ये मेरा वादा है इसके लिए मुझे जो भी करना पड़े करूंगा कोई भी हद पार करूंगा .......

इतना कहते हुए मेरे अंदर दबा हुआ गुस्सा जिसे मैं काबू करने की कोशिश कर रहा था फट पड़ा और मैं गुर्राते हुए बोला विनय सिंह अगर तेरी माँ ना चोदी तो मैं अपने बाप की पैदाइश नही ........ मेरा चेहरे गुस्से से लाल हो रहा था और मेरी आँखें लाल हो उठी थीं .......

दीदी बोली रहने दे विकास तू कहाँ तक मेरे दुख मेरी मुसीबतें अपने सर लेगा अब मुझे मेरे हाल पर छोड़ दे .......

मैंने दीदी को कस के बाहों में जकड़ लिया और बोला प्यार करता हूँ आपसे ..... हद से ज्यादा ..... और शायद मुझे बार बार अपने प्यार को सबित करने का मौका मिल रहा है .......

बस अभी आप रोना बंद करो प्लीज ताकि मैं कुछ सोच सकूं कोई रास्ता कोई तरकीब कोई हल इस समस्या का ......

दीदी ने रोना तो बन्द कर दिया पर उनके चेहरे पर दुनिया भर की उदासी और परेशानी के बादल मंडरा रहे थे ....... मेरी भी हालत कुछ ऐसी ही थी पर मैं उसे अंदर छुपाए हुए था नही तो दीदी को कौन सम्हालता मैं खुद बेड की पुश्त से पीठ टिका कर बैठ गया और दीदी को खींच कर अपनी गोद मे लिटा लिया और उनका माथा सहलाते हुए कहा आप सो जाओ दीदी बस आंखे बंद करो और ये सोचो कुछ हुआ ही नही है और कल सुबह से आपको एकदम नॉर्मल रहना है जैसे कुछ हुआ ही ना हो .......

मम्मी पापा को इस बारे में कोई भनक तक नही लगनी चाहिए ......

दीदी ने कहा है तो मुश्किल काम पर कोशिश करूंगी लेकिन अगर प्रतीक ने मम्मी पापा से कुछ बोल दिया तो क्या होगा मैंने फिर से उनके हाथ को कस के पकड़ते हुए कहा तब जो होगा देखा जाएगा और मैं हूँ ना हर हाल में आपके साथ हमेशा आपके सामने खड़ा हो जाऊंगा हर मुसीबत को आपसे पहले मुझसे टकराना पड़ेगा ......

लेकिन मुझे थोड़ा सा मौका दो शांत दिमाग से सोचने का दीदी ने सर हिला दिया और आंखे बंद कर ली .....

मैंने दीदी का फोन लिया और बारीकी से सारे मैसेज दोबारा पढ़े एक एक मैसेज की तारीख और समय दिमाग मे बिठाया और पिछले दिनों की घटनाओं को याद करने लगा .........

सबसे पहले मुझे ये पता लगाना था कि वो पिक्स विनय को दोबारा कैसे मिले उसने हमसे झूठ बोला था उनकी और कॉपी थी उसके पास या कोई और बात है .........

मेरे इस सवाल का जवाब मेरे ही दिमाग ने दिया अगर उसके पास कॉपी होती तो वो इस धमकी वाले मैसेज के लिए कई दिन इंतजार क्यों करता पहले दिन ही वो बात कहता .......
लेकिन तब तक तो दीदी की शादी की कोई बात थी ही नही ये सब तो अभी दो दिन पहले हुआ और कुछ खास लोगों के सिवा किसी को इस बारे में कुछ पता नही यहां तक कि मुहल्ले में भी सिर्फ शुक्ला अंकल की फैमिली को छोड़ कर कोई नही जानता दीदी की शादी वाली बात ......

और फिर अचानक रानी का नाम और चेहरा मेरे दिमाग मे आया ...... और ये भी याद आया कि उस दिन मेरा फोन उसके घर मे और उसके हाथ मे भी था ....... जब मैं बाथरूम से वापस आया था तो उसने सकपका कर मेरा फोन फेंक दिया था .......

गलती तो हुई थी मुझसे अब इस गलती को खत्म करना था कैसे भी ......

दीदी सो चुकी थी मैंने उन्हें धीरे से तकिए पर लिटा दिया और .......

मैंने अलमारी से विनय वाला फोन निकाला और निकाला सारे फोन ले कर मैं दीदी के रूम में आया दरवाजा अंदर से बंद कर लिया .......

मैंने दीदी के पुराने फोन से विनय का नया नंबर डायल किया ...... घंटी जाने के साथ ही मैंने कॉल को रिकार्ड पर लगा दिया ..........

जल्दी सी उधर से विनय की शराब के नशे में लड़खड़ाती आवाज़ आयी ....... अब आयी ना तू औकात में साली दो टके की लौंडिया तू विनय सिंह को पुलिस से उठवायेगी .......

मैंने एकदम शांत और ठंडी आवाज़ में कहा मैं विकास हूँ निकिता का भाई अब सुन हरामजादे तेरे बाप ने वादा किया था तेरी या उनकी ओर से कोई हरकत नही होगी ईसलिये तू बचा हुआ वरना मैं कब का तुझे काट कर गंगा में बहा देता ........ और हां ये जो तूने दीदी के pic प्रतीक को भेज कर नीचता की है ना इसका अंजाम तू नही सोच सकता बहोत बुरी हालत करूंगा तेरी जिस दिन तू मेरे सामने हुआ .......

मेरी बात सुन कर वो हंसते हुए बोला हरामजादे अब मैं उस शहर से बहोत दूर हूँ तुझे कभी मालूम भी नही होगा मैं कहाँ हूँ और सोच जो इंसान यहां बैठ कर तेरे घर मे चल रही घटनाओं की जानकारी कर सकता है वो क्या नही कर सकता ........ तू मेरी झांट भी नही उखाड़ सकता .....

मैंने अपने शब्दों को चबाते हुए कहा ....... कुत्ते तू भूल गया शायद अभी कुछ दिन पहले थाने में गांड़ पर एक डंडा पड़ते ही तेरी गांड़ फट गई थी दो चार और पड़ते तो पैंट में हग देता तू ....... लेकिन साले तू दोगला है एक बाप की औलाद ही नही है और नामर्द भी है तू एक लड़की को धोखा दे कर उस से प्यार का झूठा नाटक कर के उसे अपने जाल में फंसा कर उसे शादी के सपने दिखा कर तूने उसके जिस्म से खिलवाड़ किया उसकी नंगी तस्वीरें ले ली और उन तस्वीरों के दम पर तू खुद को बहोत बड़ा तीस मार खान समझ रहा है ...... थोड़ा सा इंतजार कर फिर तेरा खेल खत्म .......

विनय बोला ये सब तू जानता है मैं जानता हूँ पर तेरी बहन का होने वाला पति तो नही जानता और कौन तस्वीरें मेरे पास अब कोई तस्वीर नही तेरी बहन की वो तो मैंने आज सुबह ही उसके होने वाले पति को भेज दी थीं और अपने फोन से डिलीट भी कर दी थीं अब कोई सबित नही कर सकता कि मेरे पास तेरी बहन की कोई तस्वीर है ....... उसने देख भी ली हैं और उसका कॉल भी आ रहा था मेरे पास लेकिन मैंने उसका नंबर ब्लॉक लिस्ट में डाल दिया ........

अब रहा होगा ये सोच सोच के तेरी दीदी से शादी करे या नही क्योंकि तेरी दीदी की तस्वीरें देखने के बाद वो सोच रहा होगा ऐसी मस्त लौंडिया को कैसे बिना चोदे छोड़ दूं ........

उसकी ये बात सुन कर इतनी परेशानी में भी मुझे हंसी आ गयी क़ानूनी तौर पर उसे गलत सिद्ध करने के एक हजार तरीके थे मेरे पास पर वो मुझे करना नही था ......

मैंने कहा विनय सिंह अब रखता हूँ जरा तेरी रखैल रानी के हालचाल पूंछ लूं कल सुबह उसे थाने में बिठा कर पूछ ताछ होगी तो वो सारी बातें गा गा कर बताएगी .......

मेरी बात सुन कर वो थोड़ा सा बौखला गया और बोला ...... उसे भी कुछ नही पता मैं कहाँ हूँ वो बस इतना ही बता सकती है कि उसने ही मेरे फोन से जिसे तू इस्तेमाल कर रहा है तेरी बहन की फ़ोटो और तेरी बहनोई का नंबर निकाल कर मुझे दिया लेकिन उसकी भी मजबूरी थी तेरी बहन जैसे उसके भी नंगे pic हैं मेरे पास वो तो मेरी गुलाम है मैं कहूँ तो बीच सड़क पर भी नंगी हो जाएगी ............

अब सब कुछ स्पष्ट था मेरे सामने ...... मैंने कहा रखता हूँ जल्द ही मुलाकात होगी तुझसे मेरी ........

मैंने फोन काट दिया और बैठ कर सोचने लगा ........ बाकी काम तो मैं निपटा लूंगा बस प्रतीक ने pic देख लिए हैं वो कैसे मैनेज होगा .......

मैंने दीदी के फोन से विनय वाली काल रिकार्डिंग अपने फोन में भेज दी और फिर सोचने लगा मेरा सर दर्द करने लगा सोचते सोचते और फिर एक आशा की एक मद्धिम सी किरण मेरे दिमाग के कोने में चमकी ........।
Bhai aap ki storie bohot badiya ja rahi hai bole to zakaas
 
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