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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

neeRaj@RR

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अगला दिन रविवार था और आज मेरे प्लास्टर को 21 दिन हो गए थे और पापा की भी छुट्टी थी वो सबसे पहले मुझे ले कर डॉक्टर के यहां गए मेरे पैर का प्लास्टर कटा और आज 21वें दिन मैं फिर से अपने पैरों पर खड़ा था ......
डॉक्टर ने कुछ हिदायतें दी मुझे जैसे कि कुछ दिन अपने पैर की मालिश करवाना और इस पैर पर ज्यादा जोर मत देना ज्यादा वजन मत उठाना वगैरह वगैरह और फिर हम घर के लिए निकल पड़े रास्ते मे मैंने पापा से गाड़ी रुकवा कर एक किलो रसगुल्ले लिए दीदी को रसगुल्ले बेहद पसंद थे और आज मेरा प्लास्टर कट गया था और दूसरी बात आज सुबह ही प्रतीक की मम्मी का फोन आया था उन्होंने बताया कि वो दो दिन बाद अपनी बेटी और बेटे का साथ हमारे यहां आ रही हैं ......
इतनी सारी खुशी के मौके पर कुछ मीठा टी होना ही था हम घर पहुंचे और मैं सीधा अपने बाथरूम में घुस गया रेजर ले कर एक तो 20 दिन से ठीक से नहाया नही था उस पर मेरी शेव और झांट काफी बढ़ चुकी थी खुजली होने लगी थी ......
मैंने फटाफट अपनी दाढ़ी छीली झांट साफ की और रगड़ रगड़ कर नहाया ...... नहाने एक बाद मैंने देखा मेरा लंड किसी चिड़िया के बच्चे जैसे लटक रहा था इन 14-15 दिनों से मैंने मुठ भी नही मारी थी फिर मेरे मन मे रानी का ख्याल आया इन दिनों में मेरी उससे बस दो तीन बार बहोत थोड़ी बात हुई थी वो हर बार मुझे मिलने की जिद करती लेकिन मैं उसे अपने पैर का हवाला दे कर टाल देता था ......
फिर मैंने कपड़े पहन और नीचे आ कर सबके साथ लंच किया दीदी भी आज खुश नजर आ रही थीं मुझे चलता फिरता देख कर ....... सबने खाना खाया फिर मैंने सबसे पहले दीदी को और फिर मम्मी पापा को रसगुल्ला खिलाया दीदी ने हंसते हुए कहा ये किस खुशी में मैंने कहा आपकी शादी फिक्स होने की खुशी में और सबकी नजर बचा कर आंख मार दी उन्हें उनके चेहरे पर वही प्यारी सी मुस्कान थी अब वो इस फैसले को एक्सेप्ट कर चुकी थीं ......
फिर पापा ने कहा परसों वो लोग आ रहे हैं विकी सब तैयारी अच्छे से करना पहली बार आएंगे वो तो इम्प्रेशन जमा देना मैंने कहा पापा आप फिक्र ना करो मैं सब सम्हाल लूंगा अब मैं एकदम फिट हूँ ..... उन्होंने अंदर से ला कर मुझे 10000 रुपये दिए बोले और जरूरत हो तो मम्मी से ले लेना मैंने कहा ठीक है पापा और फिर मैं दीदी को ऊपर आने का इशारा कर के ऊपर चला गया दीदी पीछे से आई तो मैंने चेकबुक निकाल कर एक चेक पर उनके साइन लिए और फिर मैं घर से निकल गया आज 20 दिन बाद बाहर निकल कर अच्छा लग रहा था ...... मैंने सबसे पहले बैंक जा कर 20000 रुपये निकाले अब मेरी जेब मे 30000 रुपये थे मैं मार्केट चला गया ढेर सारा घर की सजावट का सामान नए पर्दे सोफे के कवर वग़ैरह खरीदे और सब पैक करवा कर घर आ गया मैंने वो सब दीदी को दिया और हम दोनों ने मिल कर घर का हुलिया बदल दिया...... शाम के 6 बजे तक काम कर के हम दोनों ही थक चुके थे .....
फिर मम्मी ने कहा चलो अब तुम दोनों नहा लो और आराम करो सारा काम एक दिन में खत्म कर दोगे तो कल क्या करोगे .....
हम लोग ऊपर आ गए ......, पहले मैं नहाया फिर दीदी नहाने लगी ....., मैं लोअर टीशर्ट डाल कर रूम में बैठा था तभी दीदी भी वही आ गईं और बोली विकी एक बात कहनी थी मैंने कहा हां बोलो दीदी वो बोली आज मन कर रहा है मै चौंक गया मेरा रिएक्शन देख कर वो हंसने लगी और बोली आज मर्स बियर पीने का मन कर रहा ......, उनकी बात सुन कर मैं भी हंस पड़ा और बोला ओहहह मैं कुछ और समझा था ......, दीदी अपना होंठ दांतों से दबा कर बोली वैसे तो सही समझा था मन तो वो भी कर रहा मैंने भी हंसते हुए कहा बस थोड़े दिन और इंतजार कर लो फिर जीजा जी के साथ खूब मन की करना मेरी बात सुन कर वो नकली गुस्से से मुझे देखने लगी और मैंने उन्हें आंख मारते हुए कहा हाय गुस्से में तो और हसीन लगती हो आप ....., वो खिलखिला आकर हंस दी ......
फिर मैं बाजार चला गया और तीन बियर ले कर घर आ गया मम्मी की नजर से बचा कर मैं उसे के कर ऊपर आ गया और दीदी को आवाज़ दी वो फौरन भागते हुए ऊपर आ गईं मैंने उन्हें जेब से निकाल कर कैन दिखाई तो वो बोली अभी नही थोड़ी देर बाद अभी मुझे नीचे जाना पड़ेगा मम्मी पापा को खाना खिला दें फिर मैं आ जाऊंगी और वो नीचे चली गईं मैंने एक कैन खोल ली और पीते हुए रानी को कॉल किया मेरा कल उसे एक बार और चोदने का इरादा बन रहा था उसने कॉल रिसीव कर के कहा हेलो जान तुम तो मुझे भूल ही गए ...... मिलते नही तो कम से कम बात ही कर लिया करो ..... मैंने कहा अब मेरा पैर ठीक हो गया है अब मिलूंगा भी और तेरी चूत की प्यास बुझाऊंगा मेरी रानी वो खुश होते हुए बोली तो कल पक्का करोगे ना मेरी चुदाई मैंने कहा हां करूंगा पर कहाँ अब मैं उसे घर तो नही बुला सकता था उसने फौरन इस समस्या का हल निकाला और बोली मैं दो दिन से अकेली हूँ घर पर मेरी मम्मी मामा के यहां गयी हुई हैं एक हफ्ते के लिए उनकी बेटी की शादी है मैं भी जाती पर शादी वाले दिन ही मेरा एक एग्जाम है इसलिए मैं नही गयी मैंने कहा कोई प्रॉब्लम तो नही होगी वहां वो बोली कुछ नही होगा तुम बस आ जाओ कल बहोत इंतजार करवाया है तुमने अब बस मेरी चूत की प्यास बुझा दो अपने मोटे लंड से मैंने कहा रानी मेरा लंड खड़ा हो रहा है तेरी बातों से तो वो सेक्सी वौइस् में बोली होने दो ना राजा लंड खड़ा ही रहना चाहिए ताकि चूत को मज़े दे सके मैंने कहा लेकिन इस टाइम यहां कहाँ है चूत वो सिसकते हुए बोली मैं हूँ राजा तुम्हारी रण्डी रानी आओ चाट लो मेरी रसीली बुर घुसा दो अपनी जीभ मेरी बुर में एकदम गीली हो रही है मैंने बियर का कैन एक घूंट में खाली कर के बेड के नीचे डाला और बेड पर लेट कर लोअर में हाथ डाल कर खड़ा लंड मसलते हुए बोला हां कुतिया कल तेरी चुत अच्छे से चाटूंगा रानी जीभ डाल कर और मेरा लौड़ा भी तेरे मुह में दूंगा रानी सिसकते हुए बोली आहह विकास मुझे बेहद पसंद है तुम्हारा लंड और उसका रस ऊम्म्म्म बहोत टेस्टी कल मैं चूस चूस कर पी जाऊंगी तुम्हारे लंड का सारा पानी आआहहहहहह विकास मेरी चुचियाँ चूस चूस कर पेल दो अपना लौड़ा चोद दो अपनी रानी की बुर आहहह...... मैं अपना लंड तेजी से मुठियाते हुए बोला हां रानी कल तुझे कुतिया बना के तेरी चुचियाँ मसल मसल के चोदूगा तुझे और तेरी गांड़ भी मारूंगा साली चुदक्कड़ रण्डी उफ़्फ़फ़ ले मेरा लौड़ा मुह में ले ले रानी.......
रानी सिसकते हुए बोली हाय राजा चूत में उंगली कर रही हूं ....., डाल दो लौड़ा मेरी बुर में पेल दो विकास फाड़ दो मेरी बुर आहहह मैं गयी झड़ गयी मेरी रण्डी चुत मैंने अब लंड बाहर निकाल लिया था और तेजी से मुठ मार रहा था मस्ती में मेरी आंखे बंद थीं तभी मुझे कुछ आहट हुई और आंखे खोल कर देखा तो दीदी दरवाजे के बीच मे खड़ी कमर पर हाथ रखे बड़ी गहरी नजरो से मेरे खड़े लंड को देख रही थीं मैंने जल्दी से उसे अंदर किया और रानी को ये बोल कर की बाद में कॉल करता हूँ फोन काट दिया मैंने झेंपते हुए कहा आओ दीदी ......, दीदी आ कर मेरे पास बैठ गईं और बोली लगता है मैंने डिस्टर्ब कर दिया मैंने कहा नही ऐसी कोई बात नही है दीदी मैं तो बस timepass कर रहा था ....... , दीदी मुस्कुरा कर बोली बड़ा मज़ेदार तरीका है ये timepass का आज से मैं भी ऐसे ही timepass किया करूंगी मैं शर्मा गया और नजर झुका ली दीदी ने मेरा गाल खींच कर आये हाये शर्मीले अभी कितनी बेशर्मी की बातें कर रहा था ...... ला निकाल अब कहाँ रखी है मैंने उठ अलमारी से पॉलीथिन में रखी दोनो कैन निकाली और एक उन्हें दे दी हमने अपनी अपनी कैन खोली और पीने लगे पीते पीते दीदी ने कहा पता नही प्रतीक पीता होगा या नही ...... मैंने आजकल बियर तो लगभग सभी पी लेते हैं दीदी ने सर हिलाते हुए कहा हां ये बात तो है लेकिन अगर वो ज्यादा ही शरीफ हुआ तो मुझे भी छोड़नी पड़ेगी मैंने कहा कोई नही जब यहां आओगी मैं पिला दूंगा ना दीदी ने एक घूंट लिया और बोली ये भी सही है इसी बहाने मैं जल्दी जल्दी आया करूंगी मैंने भी घूंट भरते हुए कहा और गर उन्होंने जल्दी जल्दी ना आने दिया तो इतनी सुंदर बीवी को कौन दूर जाने देगा ...... दीदी मुह बनाते हुए बोली मुह नोच लुंगी उसका और फिर हम जोर जोर से हंसने लगे ......

दीदी ने अपनी बियर पहले खत्म की मेरी दूसरी थी तो मैं आराम से पी रहा था मैंने उन्हें छेड़ते हुए कहा आप तो बेवड़ी हो गयी हो इतनी जल्दी तो मेरी भी नही खत्म हुई वो बोली मुझे खाना लेने भी जाना है नीचे फिर वो खाना लेने चली गईं और एक ही थाली में दोनो का खाना ले आईं ......
उन्होंने पेपर डाल कर थाली रखी और फिर सामने पालथी मार के बैठ गईं और मुझे खिलाने लगी मैंने कहा भी की अब मेरा पैर ठीक है ना दीदी मैं खा लूंगा वो थोड़ा स उदास हो कर बोली खा ले ना कुछ दिन की बात और है फिर मैं चली जाऊंगी तब खाते रहना खुद से उनकी बात सुन कर मैं भी थोड़ा सा उदास हो गया ....... फिर मैं भी उन्हें खिलाने लगा खाना खत्म कर के वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं और मैंने हाथ मुह साफ कर के एक सिगरेट सुलगाई ......
आज पहली बार मैं सिगरेट पी रहा था दोस्तो से सुना था बियर पीने के बाद सिगरेट पीने से बियर का मज़ा दुगना हो जाता है यही सोच कर मैंने एक गोल्ड फ्लैग ले ली थी ....... मैंने बस दो ही कश लिए थे कि किसी के आने की आहट मिली मैंने डर के जल्दी से सिगरेट बुझा कर बेड के नीचे डाल दी .....
तभी दीदी कमरे में एंटर हुई और घुसते ही कुछ सूंघने लगी फिर वो बोली तू स्मोक कर रहा था मैंने कहा हां लेकिन मुझे पता नही था आप हो इसलिए फेंक दी दीदी ने पूछा कहाँ फेंकी मैंने बेड के नीचे इशारा कर दिया दीदी ने फौरन अपने हाथों पैरों पर झुक कर सर बेड के नीचे घुसा दिया और सिगरेट ढूंढने लगी पर वो कुछ ज्यादा ही अंदर चली गयी मुझ पर दो बियर का नशा तो पहले ही था ऊपर से रानी से की हुई वो बातें और अब दीदी का यूँ घोड़ी बनना मेरी नजर उनकी उभरी हुई गांड़ से हट ही नही रही थी और मेरा लंड धीरे धीरे फिर से खड़ा होने लगा ........ आखिर दीदी को वो मिल गयी और वो सिगरेट निकाल कर खड़ी हुई और मुझे दे कर बोली जलाओ इसे मैंने सिगरेट जला ली और एक कश ले कर धुंवा उगलने लगा दीदी ने हाथ बढ़ा कर मुझसे सिगरेट ले ली और होंठो से लगा कर खींची तो उन्हें खांसी आने लगी मैंने उनकी पीठ सहलाते हुए उनसे सिगरेट लेनी चाही पर उन्होंने खांसी पर काबू पाते हुए अपना हाथ पीछे कर लिया और इस बार हल्का कश लिया और धुंवा निकालते हुए बोली ......, धीरे धीरे सीख जाऊंगी मैंने कहा पर ये सीखने की जरूरत क्या है आपको बोली बस यूं ही ......
फिर उन्होंने दो तीन कश ले कर सिगरेट मुझे दे दी और बाकी की मैंने फूंक दी दोस्तों की बात सही थी काफी हद तक अब मेरा नशा एकदम से दुगना हो गया था ......, फिर मैंने उसे बुझा कर फेंक दिया और दीदी उठ कर अपने कमरे में चली गईं मैं चुपचाप लेट गया ...... हांलाकि मेरी मुठ मारने की इच्छा हो रही थी पर मैं थोड़ी देर इंतजार करने के मूड में था लेटे हुए मुझे कुछ याद आया और मैंने उठ कर अलमारी से विनय का फोन निकाला और वापस लेट कर दीदी की नंगी तस्वीरें खोल ली और दीदी का नंगा बदन देखते हुए मुठ मारने लगा.......
लेकिन अभी मेरा लंड ठीक से खड़ा ही हुआ था कि खट की आवाज़ के साथ कमरे की लाइट जल गई और मैंने देखा तो दीदी दरवाजे के बीच मे खड़ी हैं उन्होंने एक ब्लू कलर की सिल्क की नाइटी पहनी थी बाल खुले होंठो में लिपस्टिक उनका ये सेक्सी अवतार देख कर मेरे लंड में हलचल बढ़ गयी और मुझे लगा मैं अपना वादा भूल जाऊं पर मैंने खुद पर काबू किया और चुपचाप उन्हें देखने लगा दीदी ने अंदर आ कर दरवाजा बंद किया और बोली विकी आज मैं यही सो जाऊं मैंने हां में सर हिला दिया.....
उन्होंने लाइट ऑफ की और बेड पर आ गईं परफ्यूम की भीनी सी खुशबू मेरी सांसो में समाने लगी......
दीदी मेरे बगल में लेट गयीं मेरी ओर करवट कर के और फिर एकदम से मेरे सीने से लिपट गयी उनकी मुलायम नाइटी और उसमे छुपा उनका रेशमी बदन मेरे जिस्म में गर्मी भरने लगा मैंने उनकी पीठ पर हाथ फिराते हुए कहा क्या हुआ दीदी ......
दीदी कुछ नही बोली पर उन्होंने मेरे गाल पर अपने होंठ रख दिये और एक गीला गीला किस दे दिया ऊऊममममम विकी आई लव यू ......
मैं मुस्कुरा दिया दीदी ने कुछ देर ऐसे ही लेटी रहने के बाद धीरे से कहा उस टाइम मेरी वजह से तेरा काम अधूरा रह गया था ना मैंने कहा कोई नही दीदी इतना भी जरूरी काम नही था ...... दीदी बोली नही तुम मेरा इतना खयाल रखते हो मेरे लिए इतना कुछ करते हो तो मेरा भी कुछ फ़र्ज़ है और उन्होंने अपना हाथ सीधा मेरे खड़े हो रहे लंड पसर रख कर उसे मुट्ठी में दबोच लिया और सहलाने लगी दीदी के इस अचानक हमले से मैं हकबका गया और दीदी का हाथ पकड़ कर हटाने लगा और बोला नही दीदी ये गलत है प्लीज मत करो ऐसा दीदी ने मेरा हाथ झिटकते हुए कहा मुझे इतना ज्यादा सही गलत नही पता पर आज मेरा भी मन है ज्यादा कुछ नही तो उस दिन जैसे हाथ से ही .......
मैंने कहा प्लीज दीदी जिद मत करो मैं एक बार अपने दिल को समझा चुका हूं किसी तरह लेकिन बार बार ये मुझसे भी नही होगा
दीदी ने कहा देखो विकी मैं जानती हूं अच्छी तरह जानती हूं कि इस वक़्त तुम्हें इसकी जरूरत है और मुझे भी समय बेहद जरूरत है तुम्हारी अभी मेरी शादी में काफी टाइम इतने टाइम तक मैं ऐसे नही रह सकती विनय से मिलने के बाद मुझे इस सब की आदत सी लग गयी है ........
मुझे चिड़चिड़ाहट सी होने लगते है इसके बिना और किस से कहूं किस के पास जाऊं एक तुम ही हो जो मुझे मेरी परेशानियों को समझते हो लेकिन अब तुम्हे भी मेरी परवाह नही है बस कुछ दिन की बाद है फिर मैं चली जाऊंगी फिर नही कहूंगी तुमसे कुछ भी ...... इतना कहते हुए दीदी सिसक कर रोने लगी .......
दीदी को रोते सुन कर मेरे दिल मे एकदम दर्द सा हुआ और मैंने सब भूल कर उन्हें कस के अपनी बाहों में भर लिया उनके सीने से लिपट गया और उनके चेहरे को चूमने लगा पागलों जैसे मैंने दीदी के माथे पर गालों नाक पर आंखों पर और आखिर में होंठो पर चुम्बनों की बौछार कर दी दीदी भी कस के मुझसे लिपट गयीं और बोली लव यू विकी मैंने कहा दीदी पर मैंने उस दिन वादा किया था आपसे मैं अपना वादा नही तोड़ सकता दीदी ने कहा मुझसे किया था ना मैं तुझे आज़ाद करती हूं उस वादे के बंधन से अब और मत तड़पा मुझे मान जा मेरी बात इसके बाद मेरे भी सब्र का बांध टूट गया और मैंने दीदी के चूतड़ पर अपनी मुट्ठी कस के उन्हें जोर से मसलते हुए कहा दीदी लव यू सो मच आपसे दूर रहना मेरे लिए भी आसान नही है पर मुझे ये सब सही नही लगता मेरी वजह से आपकी जिंदगी में कोई संकट आया तो मैं खुद को माफ नही कर पाऊंगा दीदी बोली मैं जानती हूं भाई तू बहोत प्यार करता है मुझे पर मैं खुद को और तुझे यूँ तरसता नही देख सकती .....
मैंने दीदी के मुलायम चूतड़ की मुट्ठी में दबोच कर कहा ठीक है पर हम सेक्स नही करेंगे उस दिन जैसे ही बस एक दूसरे की हेल्प कर देंगे दीदी बोली ठीक तुम्हारी ये बात मैं मान रही हूं ..... और इसी के साथ दीदी ने मेरे लोअर में हाथ डाला और लंड को मुट्ठी में सख्ती से पकड़ कर दबाने लगी ...... लंड को अपने नरम हाथो से दबोचते हुए दीदी ने मेरे कान पर अपने होंठ रगड़ते हुए फुसफुसा कर कहा मेरी नंगी pic देखता है ना तू मैंने कहा नही तो दीदी बोली झूठ क्यों बोल रहा है सच बोल ना मैंने कहा हां दीदी कभी कभी देखता हूँ वो फिर से लंड को मसलते हुए बोली तुझे दीदी का नंगा जिस्म अच्छा लगता है ना मैंने कहा हां दीदी आप बहोत सुंदर हो दीदी ने कहा वो तो मुझे पता है मैं कितनी सुंदर हूँ तेरा लंड मुझे बता रहा है मैंने कहा दीदी प्लीज ऐसे इतनी गंदी बातें मत करो ना वो बोली क्यों रानी से तो बड़े मजे ले कर बातें करता है मैंने कहा उसकी बात और हजे वो तो है ही चालू लड़की दीदी ने कहा गरम होने के बाद हर लड़की चालू हो जाती है और उन्होंने एकदम से मेरे होंठ चूसने शुरू कर दिए मेरा दिमाग मस्ती में शून्य हो गया और मैं भी दीदी की गांड़ सहलाते हुए उनके रसीले होंठो का स्वाद लेने में खो गया ........
कोई 10 मिनट तक हम बुरी तरह से एक दूसरे के होंठो को चूसते रहे और फिर दीदी ने अपनी जीभ मेरे मुह में डाल दी दीदी के मुह का मीठा से स्वाद मेरे लंड को पागल करने लगा मैं अपनी जीभ से उनकी जीभ को चाटने लगा मैंने पोर्न में कई बार ये सीन देखा था पर प्रैक्टिकल ज्यादा मज़ा देता है ....... दीदी की जीभ को चूसते हुए मैंने एक हाथ से उनकी नाइटी ऊपर सरकानी शुरू की और जल्दी ही मैंने उनकी नाइटी उनकी गांड़ से ऊपर कर दी .......
और दीदी की नंगी गांड़ पर हाथ फिराने लगा दीदी सिसकने लगी आहें भरने लगी ऑयर बोली आहहहहहह विकी कितना जादू है तेरे हाथो में फिर वो बोली विकी मेरी तस्वीरे कब तक देखेगा एक बार तो नजरो से देख ले मेरा नंगा बदन मैंने कहा दीदी एक बात अच्छे से समझ लो मैं तुम्हें ना चोदने की बात मैं सोच भी नही सकता तो आप ये मत सोचो की आप ऐसे मुझे उत्तेजित कर के अपने मन की कर लोगी दीदी बोली विकी मैं समझ रही हूं तेरी बात मेरी चुत में अपना लंड मत डालना पर इसके अलावा बाकी सब तो कर ले ना मैं चाहती हूं ऐसा मेरी खुशी के लिए मैंने कहा ठीक है दीदी उसके अलावा मैं जो भी कर सकता हूँ करूंगा लेकिन रोज रोज नही ok दीदी बोली ठीक है बाबा पर हफ्ते में एक बार पक्का इतना तो ठीक है ना मैंने कहा ok फिर दीदी बेड से उतर गयीं और जा कर लाइट ऑन कर दी कमरे में रोशनी फैल गयी दीदी के बाल बिखरे रहे उनकी पिंक लिपस्टिक गायब थी उनके होंठ कुछ सूज से गए थे ......
दीदी ने अपनी नशीली आंखों से मुझे देखा और फिर एक झटके से अपनी नाइटी उतार कर फेंक दी अंदर उन्होंने कुछ नही पहना था एक सूत भी नही था उनके जिस्म पर एलईडी की रोशनी में उनका गोरा चिकना बदन किसी मूरत जैसा चमक रहा था वो मस्तानी चाल से चलती हुई मेरे पास आयी और बेड पर चढ़ कर मेरी जांघो पर बैठ गयीं और मेरी टीशर्ट ऊपर उठाते हुए निकाल दी मेरा खड़ा लंड उनकी गांड़ की दरार में फंसा हुआ झटके ले रहा था ......
दीदी ने लंड की गर्मी और चुभन गांड़ पर महसूस कर के सिसियाते हुए अपनी टांगे मेरी कमर पर कैंची बना कर लपेट दी और मेरे बालों को मुट्ठी में जकड़ते हुए झुक कर मेरे होंठो को चूमते हुए बोली आज सुबह से चिकना हो के घूम रहा है तभी से मेरा मूड बन रहा था तुझे खा जाने का और दोबारा मेरे होंठ चूसने लगी ....... कुछ देर तक जी भर के मेरे होंठ चूसने के बाद उन्होंने मुझे छोड़ा और मेरे ऊपर से उठ कर मेरा लोवर निकालने लगी उन्होंने खींच खींच कर जल्दी से मेरा लोअर और अंडरवियर निकाल फेंका और अपनी तरह मुझे भी नंगा कर दिया ......
और गौर से मेरा खड़ा लंड देखने लगी उन्हें ऐसे लंड देखते देख कर मेरा दिल जोर से धड़कने लगा मैंने कहा ऐसे क्या देख रही हो दीदी.....?
दीदी ने होश में आते हुए कहा कितना प्यारा लंड है जी कर रहा इसे कच्चा खा जाऊं दीदी की बात सुन कर मैंने कहा बस कुछ दिन रुक जाओ फिर जीजा जी का लंड खूब मज़े से खाना मेरी बात सुन कर दीदी ने लंड को मुट्ठी में भर कर दबाते हुए कहा पता नही कैसा होगा उनका मैंने कहा अच्छा ही होगा चिंता ना करो दीदी मेरे बाजू में बैठते हुए अपना सर मेरी गोद मे रख कर लेट गयीं और मेरे लंड को अपने गाल पर रगड़ते हुए बोली पता है विकास मैं हमेशा से ऐसा सोचती थी कि मेरा पति बहोत ही सेक्सी हो वो दिन रात भर मेरे साथ सेक्स करे मेरी सेक्स की हर ख्वाइश को पूरी करे...... सबसे पहले मुझे विनय मिला वो काफी हद तक वैसा था जैसा मैंने सोचा था शायद इसीलिए मैं इतनी जल्दी उसकी ओर आकर्षित हो गयी उसके बाद मुझे तुम भी काफी कुछ वैसे ही लगे शायद इसी वजह से तुम्हारी बहन होने के बावजूद भी मैं खुद को रोक नही सकी और तुमसे इतना खुलती गयी पर पता नही ये प्रतीक वैसा होगा या नही अगर ये बहोत सीधा सादा हुआ तो मेरी लाइफ तो झंड हो जाएगी मैं दीदी की बात सुनकर हंस पड़ा और दीदी का ये रूप देख कर हैरान भी था ...... मैंने एक हाथ दीदी के सीने पर रख कर उनकी चूची सहलाते हुए पूछा दीदी पर आपको सेक्स का इतना बुखार चढ़ा कैसे दीदी ने मेरे सुपाड़े पर एक बार जीभ फिरा कर चाट लिया और बोली मोबाइल पर पोर्न देख कर और सेक्स स्टोरीज पढ़ कर ......मैंने हैरान होते हुए पूछा आप भी वो बोली हां मैं भी ....... तीन साल से मैं लगभग रोज ही रात में मोबाइल पर पोर्न देख कर या सेक्स स्टोरीज पढ़ कर चूत में उंगली करती हूं ......
अब और कुछ पूछने की जरूरत नही थी मैंने दीदी के निप्पल को उंगली से सहलाना शुरू कर दिया और दीदी की आंखे बंद हो गयी उनकी सांसे तेज होने लगी और वो अपनी टांगों को भींचते हुए अपनी बुर दबाने लगी .......
मैंने कहा दीदी उन्होंने अपनी बोझिल आंखे खोल कर मुझे देखा और बोली हूँऊऊ मैंने कहा कभी 69 किया है ये सुनते ही उनकी आंखों में चमक आ गयी वो जल्दी से उठी और बोली नही किया तो आज करती हूं ना और मेरे सीने पर हाथ रखते हुए मुझे लिटा दिया मेरा लंड तन कर छत को घूर रहा था दीदी मेरे सर के दोनो ओर पैर रख कर खड़ी हो गयी उनकी उभरी हुई सुडौल गांड़ देख कर मुझे प्रतीक की किस्मत पर जलन होने लगा कि वो साला अब रोज मज़े लेगा इसके फिर मुझे अपने ख्याल पर हँसी आयी साला तो मैं हूँ उसको वो तो मेरे जीजा हैं तभी दीदी नीचे बैठ गईं और उनकी गांड़ के दरवाजे खुले और मुझे दीदार हुआ दीदी की गांड़ की गहरी दरार और उसके बीच मे कसे हुए नन्हे से भूरे छेद का दीदी का गांड़ का छेद देख कर मेरा लौड़े से एक बूंद छलक आयी उधर दीदी भी मज़े से बैठी मुझे अपनी गांड़ के दर्शन करवा रही थीं और फिर उन्होंने आगे को झुक कर मेरा लंड पकड़ कर जोर से दबाया और वो बून्द सुपाड़े से बहने लगी दीदी ने फौरन जीभ निकाल कर उसे चाट लिया और फिर सुपाड़े को होंठो में दबा लिया ...... दीदी के लंड पर हुए इस हमले से मेरा भी खुद पर नियंत्रण खत्म हो गया और मैंने दोनो हाथो से दीदी की नंगी भरी हुई सुडौल गांड़ को थाम कर उन्हें अपने मुह पर खींच लिया दीदी की गांड़ का छेद मेरे होंठो पर आ कर टिक गया और मैंने देर ना करते हुए उस नन्हे से छेद को चूम लिया होंठो का स्पर्श मिलते ही वो छेद कुछ और सिकुड़ सा गया और मैंने जीभ निकाल के दीदी की गांड़ की दरार को ऊपर से नीचे तक चाटना शुरू कर दिया दीदी की गांड़ चाटते हुए मैंने उनके नंगे चूतड़ों को भी जोर जोर से मसलना शुरू कर दिया दीदी भी मदहोश हो कर अपनी गांड़ को मेरे मुह पर दबाते हुए मेरा पूरा लंड अपने मुह में गपक ली और गर्दन हिला हिला कर चूसने लगी ......, उनके मुह से अजीब सी आवाज़ें निकल रही थीं और उन्होंने एक हाथ से मेरे लटक रहे आंड़ पकड़ लिए और उन्हें सहलाते हुए तेजी से अपनी गर्दन हिलाने लगी दोनो ही मस्ती और नशे में डूबे हुए एक दूसरे को ज्यादा से ज्यादा सुख देने की कोशिश कर रहे थे ..........
तभी दीदी ने मेरा लंड मुह से निकाल कर कहा विकी मेरी चूत भी प्यासी है पर लगता है तुझे मेरी गांड़ ज्यादा पसन्द आयी इतना बोल कर उन्होंने फिर से लंड मुह में लिया और चूसने लगी .......
मैंने दीदी की गांड़ के छेद से मुह हटाया और कहा दीदी आपका एक एक अंग लाजवाब है मुझे तो प्रतीक से जलन हो रही है कि अब वो साला रोज इस जिस्म के मज़े लेगा और फिर मैंने दीदी की कमर पकड़ कर उन्हें थोड़ा सा ऊपर खींचा और अब दीदी रसभरी फूली हुई गुलाबी फांको वाली नन्ही सी बुर मेरी नजरो के सामने थी जिसके लिप्स आपस मे कस के चिपके हुए थे मानो अंदर कोई खजाना भरा हो और वो उसकी सुरक्षा कर रहे हों बुर के उन होंठो पर नमी सी थी और मैंने अपनी नाक दीदी की बुर पर रगड़ कर एक गहरी सांस ली दीदी की बुर की मस्त खुशबू मेरे लंड को और सख्त कर गयी और मैंने अपने होंठो में दीदी की बुर को दबा लिया इसी के साथ दीदी के मुँह से एक घुटी घुटी सी चीख निकल गयी क्यों मेरा 6 इंच का लंड उनके मुह में घुसा हुआ था मैंने चूत की फांको को मुह में भर चूसते हुए अपनी जीभ की नोक से दीदी के चूत के दाने को रगड़ा और दीदी ने कस के अपनी चूत मेरे मुह पर दबा दी अपनी गांड़ को हिलाते हुए अपनी चूत मेरे मुह पर रगड़ने लगी ........ मैंने जीभ को नुकीला किया और दीदी की बुर में घुसाने लगा जल्दी ही मेरी आधी जीभ दीदी की बुर की गहराइयों में विचरण करने लगी और दीदी की कमर में हरकत होने लगी वो अपनी चूत में मेरी जीभ और अंदर लेना चाहती थी पर ये जीभ थी लंड नही दीदी ने अब लंड मुह से निकाल कर मुह में भरे हुए थूक को लंड पर उगल दिया अपने हाथ से अपना थूक लंड पर चुपड़ते हुए उसे मुठियाने लगी और दूसरे हाथ से मेरे अन्डो से खेलने लगी फिर मुठ मारते हुए उन्होंने मेरे दोनो आंड़ एक साथ मुह में भर लिए और उन्हें चूसते हुए तेजी से अपने हाथ को गति दे दी उधर मेरी जीभ दीदी की चूत के कोने कोने की तलाशी लेने में लगी हुई थी ...... और मैंने एक उंगली उनकी गांड़ के कैसे हुए छेद पर रख कर उसे सहलाना शुरू कर दिया दीदी इस दोतरफा हमले से बेहाल हो गयी और सिसकते हुए बोली aahhhhh विकी चूस ले दीदी की बुर पी ले मेरी बुर का रस मैं गयी मेरे राजा भैया aahhhhhhh झड़ गयी तेरी दीदी की चूत और इसी के साथ वो अपनी बुर मेरे मुह पसर रगड़ती हुई स्खलित होने लगी उनका बदन बुरी तरह कांप रहा था झटके ले रहा था थरथरा रहा था........
फिर धीरे धीरे वो शांत होने लगी और कुछ देर तक ऐसे ही निढाल पड़ी रही .......
कुछ मिनट बाद उन्होंने मेरे ऊपर से उठ कर शर्माते हुए मेरी ओर देखा और बोली सॉरी विकी लगता है मैं कुछ ज्यादा ही बेशर्म बन गयी थी मैंने मुस्कुरा कर कहा पर मुझे बहोत मज़ा आया आज मेरी बात सुन कर वो भी मुस्कुराने लगी और बोली मुझे भी और मेरे होंठ चूमने लगी मेरे होंठो पर उनकी चूत का रस लगा हुआ था.....
फिर उन्होंने मेरा लंड पकड़ कर कहा उफ्फ कितना गर्म है ये मैंने कहा हां इतना कुछ होने के बाद ये ठंडा रह भी कैसे सकता है फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर खींचते हुए मुझे बिठा दिया और बोली अभी मेरा मन और चूसने का है इसे मैं बेड के एज पर टांगे लटका कर बैठ गया और दीदी मेरी टांगों के बीच पंजो पर बैठ गयी एक बार मेरी आँखों मे देखा और फिर मुह खोल कर धीरे धीरे लंड को निगलने लगी पूरा लंड अपने मुह में भर कर वो अपनी जीभ लंड के चारो ओर फिराने लगी .......
और मेरी हालत खराब होने लगी मैंने भी दीदी के सर पर हाथ रखा और फिर उनके खुले हुए रेशमी बालों को मुट्ठी में जकड़ते हुए उनका सर अपने लंड पर दबा कर अपनी कमर को झटके देते हुए उनके गीले गरम मुह को कस के चोदने लगा मेरे लंड की जड़ से दीदी का थूक टपकते हुए उनकी सुडौल नंगी चुचियो को भिगो रहा था और दो मिनट में ही दीदी की हालत खराब होने लगी उनके गले से गों गों की आवाज़ आने लगी और वो खांसने लगी मैंने आवाज़ सुन कर आंखे खोली और दीदी को गला सहलाते देख एकदम से लंड उनके मुह से निकाल कर खड़ा हो गया दीदी कहा क्या विकी कर ना मैं कहा आपको तकलीफ हो रही है दीदी वो बोली नही तो मुझे तो मज़ा आ रहा था वाइल्ड सेक्स ही मज़ा देता है मुझे आंख मार कर फिर से सुपाड़े को चूसने लगी ......
मैंने कहा दीदी उन्होंने मेरी आंखों में देखा लंड चूसते हुए मैंने कहा दीदी एक बार घोड़ी बन के दिखाओ न मैं आपको वैसे देखते हुए मुठ मार लूंगा मेरी बात सुन कर दीदी ने लंड छोड़ा और उठ खड़ी हुई ...... और बेड के किनारे पर चढ़ कर अपन सर आगे टिका दिया और अपनी टांगे फैलाते हुए अपनी गांड़ पीछे को उभार दी ...... फिर उन्होंने अपने दोनो हाथ पीछे कर के अपने गांड़ पर रखे और दोनो हाथो से दोनो चूतड़ों को फैला दिया उफ़्फ़फ़ दीदी को ऐसे देख कर मेरा लंड फटने को हुआ और मैं दीदी के थूक से भीगे अपने लंड को तेजी से मुठियाने लगा एक हाथ से मुठ मारते हुए मैंने दूसरा हाथ दीदी के चूतड़ पर फिराते हुए उनकी गांड़ के छेद से खेलना शुरू कर दिया और दो मिनट में ही मैं सिसकते हुए बोला आहह दीदी निकलने वाला मेरी आवाज सुनते ही दीदी झटके से उठी और मेरे सामने जमीन पर बैठ कर बड़ा सा मुह खोल कर लम्बी सी जीभ निकाल दी और मेरी आँखों मे देखते हुए बोली झड़ जा भाई निकाल दे अपने लंड की गर्मी ....... और मेरी टांगे भी कांपने लगी और सुपाड़े से एक तेज धार निकल कर दीदी खुले मुह से ले कर उनके माथे तक उन्हें भिगोती चली गयी और फिर एक के बाद दूसरी तीसरी चौथी कोई 9-10 फुहारें दीदी के पूरे जिस्म पर गिरती रही उनका मुह वीर्य से भर चेहरे के हर हिस्से पर गाढ़ा सफेद पानी बह रहा था और उन्होंने मुझे देखते हुए उंगली से वो सारा समेट कर अपने खुले हुए मुह में इकट्ठा करना शुरू कर दिया एक एक कतरा मुह में इकट्ठा करने से उनका मुह एकदम भर गया और वो ऐसे ही बैठी रही मुह खोले मैंने उनकी ओर देखा तो उन्होंने इशारे से पूछा इसे पी लूं मेरा मुह तो खाली था ....... तो मैंने बोल कर जवाब दिया जैसी तुम्हारी मर्ज़ी और उन्होंने मुह बन्द करते हुए घूंट भर कर सारा वीर्य गटक लिया ...... फिर मेरे लंड को पकड़ कर एक बार अच्छे से निचोड़ते हुए दबाया तो दो तीन बूंदे और छलक आयी दीदी ने उसे जीभ से समेटते हुए एक चटकारा लिया और बोली उम्म्म मैंने कहा अब बहोत हुआ बस चुपचाप सो जाओ दीदी ने सर हिलाते हुए अपनी नाइटी उठा कर पहनी मेरा लोअर मुझे दिया मैंने भी उसे पहन लिया और टीशर्ट भी उठा कर पहन ली और बाथरूम आ गया पर मैंने दरवाजा बंद नही किया अब इसमें दीदी से कुछ छुपाने जैसा था भी नही और खड़े खड़े मूतने लगा पीछे से दीदी भी आ गयी और एक पैर उठा कर उठा कर कमोड पर रख कर खड़े खड़े मूतने लगी ....... उनकी चूत से तेज आवाज़ के साथ पेशाब की धार कमोड में गिर रही थी और ........ और मेरा और उनका पेशाब मिल कर एक हो रहा था ....... उनकी ये हरकत देख कर मैं मुस्कुरा कर बोली गंदी दीदी और फिर हम मूत कर वापस कमरे में आ गये दीदी ने लाइट ऑफ की हम बेड पर आ गए और मेरे लेटते ही दीदी आ कर छिपकली जैसे मुझसे चिपक कर बोली goodnight मैंने भी उन्हें good night बोला और फिर हम सो गए ........।
 
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बहुत ही बेहतरीन लिख रहे हो नीरज ।
विकास और निकिता के कैरेक्टर को क्या गजब का ही शो किया है आपने । ओर्जिनल कहानी जैसा लग रहा है । परफेक्ट तरीके से प्रस्तुत किया है अब तक की स्टोरी को ।
वैसे ऐसा मिलता जुलता कहानी इंग्लिश फोरम पर पढ़ा है मैंने पर फिर भी भारतीय लेंग्वेज में पढ़ने का रोमांच कुछ और ही होता है ।
पुरी कहानी पढ़कर बाद में रेभो देता हूं । मुझे लगता है यह कहानी इस फोरम की यादगार Incest कहानियों में एक हो सकती है ।
 

neeRaj@RR

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बहुत ही बेहतरीन लिख रहे हो नीरज ।
विकास और निकिता के कैरेक्टर को क्या गजब का ही शो किया है आपने । ओर्जिनल कहानी जैसा लग रहा है । परफेक्ट तरीके से प्रस्तुत किया है अब तक की स्टोरी को ।
वैसे ऐसा मिलता जुलता कहानी इंग्लिश फोरम पर पढ़ा है मैंने पर फिर भी भारतीय लेंग्वेज में पढ़ने का रोमांच कुछ और ही होता है ।
पुरी कहानी पढ़कर बाद में रेभो देता हूं । मुझे लगता है यह कहानी इस फोरम की यादगार Incest कहानियों में एक हो सकती है ।
धन्यवाद संजू भाई कई सारी कहानियां पढ़ी यहां ...... राज मौर्य की एक अनोखा बंधन भी पढ़ी पर वो गलत कैटेगरी में है उसमें सेक्स ना के बराबर है पर कहानी अच्छी है मैं वैसे ही एक कहानी पढ़ना चाहता पर जिसमे सेक्स पर्याप्त मात्रा में हो काफी ढूंढने पर भी वैसी कॉम्बो स्टोरी नही मिली तो सोचा खुद ही प्रयास करूँ ...... मेरा प्रयास सभी को पसन्द आ रहा इसकी खुशी है।
धन्यवाद
 

An7398

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अगला दिन रविवार था और आज मेरे प्लास्टर को 21 दिन हो गए थे और पापा की भी छुट्टी थी वो सबसे पहले मुझे ले कर डॉक्टर के यहां गए मेरे पैर का प्लास्टर कटा और आज 21वें दिन मैं फिर से अपने पैरों पर खड़ा था ......
डॉक्टर ने कुछ हिदायतें दी मुझे जैसे कि कुछ दिन अपने पैर की मालिश करवाना और इस पैर पर ज्यादा जोर मत देना ज्यादा वजन मत उठाना वगैरह वगैरह और फिर हम घर के लिए निकल पड़े रास्ते मे मैंने पापा से गाड़ी रुकवा कर एक किलो रसगुल्ले लिए दीदी को रसगुल्ले बेहद पसंद थे और आज मेरा प्लास्टर कट गया था और दूसरी बात आज सुबह ही प्रतीक की मम्मी का फोन आया था उन्होंने बताया कि वो दो दिन बाद अपनी बेटी और बेटे का साथ हमारे यहां आ रही हैं ......
इतनी सारी खुशी के मौके पर कुछ मीठा टी होना ही था हम घर पहुंचे और मैं सीधा अपने बाथरूम में घुस गया रेजर ले कर एक तो 20 दिन से ठीक से नहाया नही था उस पर मेरी शेव और झांट काफी बढ़ चुकी थी खुजली होने लगी थी ......
मैंने फटाफट अपनी दाढ़ी छीली झांट साफ की और रगड़ रगड़ कर नहाया ...... नहाने एक बाद मैंने देखा मेरा लंड किसी चिड़िया के बच्चे जैसे लटक रहा था इन 14-15 दिनों से मैंने मुठ भी नही मारी थी फिर मेरे मन मे रानी का ख्याल आया इन दिनों में मेरी उससे बस दो तीन बार बहोत थोड़ी बात हुई थी वो हर बार मुझे मिलने की जिद करती लेकिन मैं उसे अपने पैर का हवाला दे कर टाल देता था ......
फिर मैंने कपड़े पहन और नीचे आ कर सबके साथ लंच किया दीदी भी आज खुश नजर आ रही थीं मुझे चलता फिरता देख कर ....... सबने खाना खाया फिर मैंने सबसे पहले दीदी को और फिर मम्मी पापा को रसगुल्ला खिलाया दीदी ने हंसते हुए कहा ये किस खुशी में मैंने कहा आपकी शादी फिक्स होने की खुशी में और सबकी नजर बचा कर आंख मार दी उन्हें उनके चेहरे पर वही प्यारी सी मुस्कान थी अब वो इस फैसले को एक्सेप्ट कर चुकी थीं ......
फिर पापा ने कहा परसों वो लोग आ रहे हैं विकी सब तैयारी अच्छे से करना पहली बार आएंगे वो तो इम्प्रेशन जमा देना मैंने कहा पापा आप फिक्र ना करो मैं सब सम्हाल लूंगा अब मैं एकदम फिट हूँ ..... उन्होंने अंदर से ला कर मुझे 10000 रुपये दिए बोले और जरूरत हो तो मम्मी से ले लेना मैंने कहा ठीक है पापा और फिर मैं दीदी को ऊपर आने का इशारा कर के ऊपर चला गया दीदी पीछे से आई तो मैंने चेकबुक निकाल कर एक चेक पर उनके साइन लिए और फिर मैं घर से निकल गया आज 20 दिन बाद बाहर निकल कर अच्छा लग रहा था ...... मैंने सबसे पहले बैंक जा कर 20000 रुपये निकाले अब मेरी जेब मे 30000 रुपये थे मैं मार्केट चला गया ढेर सारा घर की सजावट का सामान नए पर्दे सोफे के कवर वग़ैरह खरीदे और सब पैक करवा कर घर आ गया मैंने वो सब दीदी को दिया और हम दोनों ने मिल कर घर का हुलिया बदल दिया...... शाम के 6 बजे तक काम कर के हम दोनों ही थक चुके थे .....
फिर मम्मी ने कहा चलो अब तुम दोनों नहा लो और आराम करो सारा काम एक दिन में खत्म कर दोगे तो कल क्या करोगे .....
हम लोग ऊपर आ गए ......, पहले मैं नहाया फिर दीदी नहाने लगी ....., मैं लोअर टीशर्ट डाल कर रूम में बैठा था तभी दीदी भी वही आ गईं और बोली विकी एक बात कहनी थी मैंने कहा हां बोलो दीदी वो बोली आज मन कर रहा है मै चौंक गया मेरा रिएक्शन देख कर वो हंसने लगी और बोली आज मर्स बियर पीने का मन कर रहा ......, उनकी बात सुन कर मैं भी हंस पड़ा और बोला ओहहह मैं कुछ और समझा था ......, दीदी अपना होंठ दांतों से दबा कर बोली वैसे तो सही समझा था मन तो वो भी कर रहा मैंने भी हंसते हुए कहा बस थोड़े दिन और इंतजार कर लो फिर जीजा जी के साथ खूब मन की करना मेरी बात सुन कर वो नकली गुस्से से मुझे देखने लगी और मैंने उन्हें आंख मारते हुए कहा हाय गुस्से में तो और हसीन लगती हो आप ....., वो खिलखिला आकर हंस दी ......
फिर मैं बाजार चला गया और तीन बियर ले कर घर आ गया मम्मी की नजर से बचा कर मैं उसे के कर ऊपर आ गया और दीदी को आवाज़ दी वो फौरन भागते हुए ऊपर आ गईं मैंने उन्हें जेब से निकाल कर कैन दिखाई तो वो बोली अभी नही थोड़ी देर बाद अभी मुझे नीचे जाना पड़ेगा मम्मी पापा को खाना खिला दें फिर मैं आ जाऊंगी और वो नीचे चली गईं मैंने एक कैन खोल ली और पीते हुए रानी को कॉल किया मेरा कल उसे एक बार और चोदने का इरादा बन रहा था उसने कॉल रिसीव कर के कहा हेलो जान तुम तो मुझे भूल ही गए ...... मिलते नही तो कम से कम बात ही कर लिया करो ..... मैंने कहा अब मेरा पैर ठीक हो गया है अब मिलूंगा भी और तेरी चूत की प्यास बुझाऊंगा मेरी रानी वो खुश होते हुए बोली तो कल पक्का करोगे ना मेरी चुदाई मैंने कहा हां करूंगा पर कहाँ अब मैं उसे घर तो नही बुला सकता था उसने फौरन इस समस्या का हल निकाला और बोली मैं दो दिन से अकेली हूँ घर पर मेरी मम्मी मामा के यहां गयी हुई हैं एक हफ्ते के लिए उनकी बेटी की शादी है मैं भी जाती पर शादी वाले दिन ही मेरा एक एग्जाम है इसलिए मैं नही गयी मैंने कहा कोई प्रॉब्लम तो नही होगी वहां वो बोली कुछ नही होगा तुम बस आ जाओ कल बहोत इंतजार करवाया है तुमने अब बस मेरी चूत की प्यास बुझा दो अपने मोटे लंड से मैंने कहा रानी मेरा लंड खड़ा हो रहा है तेरी बातों से तो वो सेक्सी वौइस् में बोली होने दो ना राजा लंड खड़ा ही रहना चाहिए ताकि चूत को मज़े दे सके मैंने कहा लेकिन इस टाइम यहां कहाँ है चूत वो सिसकते हुए बोली मैं हूँ राजा तुम्हारी रण्डी रानी आओ चाट लो मेरी रसीली बुर घुसा दो अपनी जीभ मेरी बुर में एकदम गीली हो रही है मैंने बियर का कैन एक घूंट में खाली कर के बेड के नीचे डाला और बेड पर लेट कर लोअर में हाथ डाल कर खड़ा लंड मसलते हुए बोला हां कुतिया कल तेरी चुत अच्छे से चाटूंगा रानी जीभ डाल कर और मेरा लौड़ा भी तेरे मुह में दूंगा रानी सिसकते हुए बोली आहह विकास मुझे बेहद पसंद है तुम्हारा लंड और उसका रस ऊम्म्म्म बहोत टेस्टी कल मैं चूस चूस कर पी जाऊंगी तुम्हारे लंड का सारा पानी आआहहहहहह विकास मेरी चुचियाँ चूस चूस कर पेल दो अपना लौड़ा चोद दो अपनी रानी की बुर आहहह...... मैं अपना लंड तेजी से मुठियाते हुए बोला हां रानी कल तुझे कुतिया बना के तेरी चुचियाँ मसल मसल के चोदूगा तुझे और तेरी गांड़ भी मारूंगा साली चुदक्कड़ रण्डी उफ़्फ़फ़ ले मेरा लौड़ा मुह में ले ले रानी.......
रानी सिसकते हुए बोली हाय राजा चूत में उंगली कर रही हूं ....., डाल दो लौड़ा मेरी बुर में पेल दो विकास फाड़ दो मेरी बुर आहहह मैं गयी झड़ गयी मेरी रण्डी चुत मैंने अब लंड बाहर निकाल लिया था और तेजी से मुठ मार रहा था मस्ती में मेरी आंखे बंद थीं तभी मुझे कुछ आहट हुई और आंखे खोल कर देखा तो दीदी दरवाजे के बीच मे खड़ी कमर पर हाथ रखे बड़ी गहरी नजरो से मेरे खड़े लंड को देख रही थीं मैंने जल्दी से उसे अंदर किया और रानी को ये बोल कर की बाद में कॉल करता हूँ फोन काट दिया मैंने झेंपते हुए कहा आओ दीदी ......, दीदी आ कर मेरे पास बैठ गईं और बोली लगता है मैंने डिस्टर्ब कर दिया मैंने कहा नही ऐसी कोई बात नही है दीदी मैं तो बस timepass कर रहा था ....... , दीदी मुस्कुरा कर बोली बड़ा मज़ेदार तरीका है ये timepass का आज से मैं भी ऐसे ही timepass किया करूंगी मैं शर्मा गया और नजर झुका ली दीदी ने मेरा गाल खींच कर आये हाये शर्मीले अभी कितनी बेशर्मी की बातें कर रहा था ...... ला निकाल अब कहाँ रखी है मैंने उठ अलमारी से पॉलीथिन में रखी दोनो कैन निकाली और एक उन्हें दे दी हमने अपनी अपनी कैन खोली और पीने लगे पीते पीते दीदी ने कहा पता नही प्रतीक पीता होगा या नही ...... मैंने आजकल बियर तो लगभग सभी पी लेते हैं दीदी ने सर हिलाते हुए कहा हां ये बात तो है लेकिन अगर वो ज्यादा ही शरीफ हुआ तो मुझे भी छोड़नी पड़ेगी मैंने कहा कोई नही जब यहां आओगी मैं पिला दूंगा ना दीदी ने एक घूंट लिया और बोली ये भी सही है इसी बहाने मैं जल्दी जल्दी आया करूंगी मैंने भी घूंट भरते हुए कहा और गर उन्होंने जल्दी जल्दी ना आने दिया तो इतनी सुंदर बीवी को कौन दूर जाने देगा ...... दीदी मुह बनाते हुए बोली मुह नोच लुंगी उसका और फिर हम जोर जोर से हंसने लगे ......

दीदी ने अपनी बियर पहले खत्म की मेरी दूसरी थी तो मैं आराम से पी रहा था मैंने उन्हें छेड़ते हुए कहा आप तो बेवड़ी हो गयी हो इतनी जल्दी तो मेरी भी नही खत्म हुई वो बोली मुझे खाना लेने भी जाना है नीचे फिर वो खाना लेने चली गईं और एक ही थाली में दोनो का खाना ले आईं ......
उन्होंने पेपर डाल कर थाली रखी और फिर सामने पालथी मार के बैठ गईं और मुझे खिलाने लगी मैंने कहा भी की अब मेरा पैर ठीक है ना दीदी मैं खा लूंगा वो थोड़ा स उदास हो कर बोली खा ले ना कुछ दिन की बात और है फिर मैं चली जाऊंगी तब खाते रहना खुद से उनकी बात सुन कर मैं भी थोड़ा सा उदास हो गया ....... फिर मैं भी उन्हें खिलाने लगा खाना खत्म कर के वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं और मैंने हाथ मुह साफ कर के एक सिगरेट सुलगाई ......
आज पहली बार मैं सिगरेट पी रहा था दोस्तो से सुना था बियर पीने के बाद सिगरेट पीने से बियर का मज़ा दुगना हो जाता है यही सोच कर मैंने एक गोल्ड फ्लैग ले ली थी ....... मैंने बस दो ही कश लिए थे कि किसी के आने की आहट मिली मैंने डर के जल्दी से सिगरेट बुझा कर बेड के नीचे डाल दी .....
तभी दीदी कमरे में एंटर हुई और घुसते ही कुछ सूंघने लगी फिर वो बोली तू स्मोक कर रहा था मैंने कहा हां लेकिन मुझे पता नही था आप हो इसलिए फेंक दी दीदी ने पूछा कहाँ फेंकी मैंने बेड के नीचे इशारा कर दिया दीदी ने फौरन अपने हाथों पैरों पर झुक कर सर बेड के नीचे घुसा दिया और सिगरेट ढूंढने लगी पर वो कुछ ज्यादा ही अंदर चली गयी मुझ पर दो बियर का नशा तो पहले ही था ऊपर से रानी से की हुई वो बातें और अब दीदी का यूँ घोड़ी बनना मेरी नजर उनकी उभरी हुई गांड़ से हट ही नही रही थी और मेरा लंड धीरे धीरे फिर से खड़ा होने लगा ........ आखिर दीदी को वो मिल गयी और वो सिगरेट निकाल कर खड़ी हुई और मुझे दे कर बोली जलाओ इसे मैंने सिगरेट जला ली और एक कश ले कर धुंवा उगलने लगा दीदी ने हाथ बढ़ा कर मुझसे सिगरेट ले ली और होंठो से लगा कर खींची तो उन्हें खांसी आने लगी मैंने उनकी पीठ सहलाते हुए उनसे सिगरेट लेनी चाही पर उन्होंने खांसी पर काबू पाते हुए अपना हाथ पीछे कर लिया और इस बार हल्का कश लिया और धुंवा निकालते हुए बोली ......, धीरे धीरे सीख जाऊंगी मैंने कहा पर ये सीखने की जरूरत क्या है आपको बोली बस यूं ही ......
फिर उन्होंने दो तीन कश ले कर सिगरेट मुझे दे दी और बाकी की मैंने फूंक दी दोस्तों की बात सही थी काफी हद तक अब मेरा नशा एकदम से दुगना हो गया था ......, फिर मैंने उसे बुझा कर फेंक दिया और दीदी उठ कर अपने कमरे में चली गईं मैं चुपचाप लेट गया ...... हांलाकि मेरी मुठ मारने की इच्छा हो रही थी पर मैं थोड़ी देर इंतजार करने के मूड में था लेटे हुए मुझे कुछ याद आया और मैंने उठ कर अलमारी से विनय का फोन निकाला और वापस लेट कर दीदी की नंगी तस्वीरें खोल ली और दीदी का नंगा बदन देखते हुए मुठ मारने लगा.......
लेकिन अभी मेरा लंड ठीक से खड़ा ही हुआ था कि खट की आवाज़ के साथ कमरे की लाइट जल गई और मैंने देखा तो दीदी दरवाजे के बीच मे खड़ी हैं उन्होंने एक ब्लू कलर की सिल्क की नाइटी पहनी थी बाल खुले होंठो में लिपस्टिक उनका ये सेक्सी अवतार देख कर मेरे लंड में हलचल बढ़ गयी और मुझे लगा मैं अपना वादा भूल जाऊं पर मैंने खुद पर काबू किया और चुपचाप उन्हें देखने लगा दीदी ने अंदर आ कर दरवाजा बंद किया और बोली विकी आज मैं यही सो जाऊं मैंने हां में सर हिला दिया.....
उन्होंने लाइट ऑफ की और बेड पर आ गईं परफ्यूम की भीनी सी खुशबू मेरी सांसो में समाने लगी......
दीदी मेरे बगल में लेट गयीं मेरी ओर करवट कर के और फिर एकदम से मेरे सीने से लिपट गयी उनकी मुलायम नाइटी और उसमे छुपा उनका रेशमी बदन मेरे जिस्म में गर्मी भरने लगा मैंने उनकी पीठ पर हाथ फिराते हुए कहा क्या हुआ दीदी ......
दीदी कुछ नही बोली पर उन्होंने मेरे गाल पर अपने होंठ रख दिये और एक गीला गीला किस दे दिया ऊऊममममम विकी आई लव यू ......
मैं मुस्कुरा दिया दीदी ने कुछ देर ऐसे ही लेटी रहने के बाद धीरे से कहा उस टाइम मेरी वजह से तेरा काम अधूरा रह गया था ना मैंने कहा कोई नही दीदी इतना भी जरूरी काम नही था ...... दीदी बोली नही तुम मेरा इतना खयाल रखते हो मेरे लिए इतना कुछ करते हो तो मेरा भी कुछ फ़र्ज़ है और उन्होंने अपना हाथ सीधा मेरे खड़े हो रहे लंड पसर रख कर उसे मुट्ठी में दबोच लिया और सहलाने लगी दीदी के इस अचानक हमले से मैं हकबका गया और दीदी का हाथ पकड़ कर हटाने लगा और बोला नही दीदी ये गलत है प्लीज मत करो ऐसा दीदी ने मेरा हाथ झिटकते हुए कहा मुझे इतना ज्यादा सही गलत नही पता पर आज मेरा भी मन है ज्यादा कुछ नही तो उस दिन जैसे हाथ से ही .......
मैंने कहा प्लीज दीदी जिद मत करो मैं एक बार अपने दिल को समझा चुका हूं किसी तरह लेकिन बार बार ये मुझसे भी नही होगा
दीदी ने कहा देखो विकी मैं जानती हूं अच्छी तरह जानती हूं कि इस वक़्त तुम्हें इसकी जरूरत है और मुझे भी समय बेहद जरूरत है तुम्हारी अभी मेरी शादी में काफी टाइम इतने टाइम तक मैं ऐसे नही रह सकती विनय से मिलने के बाद मुझे इस सब की आदत सी लग गयी है ........
मुझे चिड़चिड़ाहट सी होने लगते है इसके बिना और किस से कहूं किस के पास जाऊं एक तुम ही हो जो मुझे मेरी परेशानियों को समझते हो लेकिन अब तुम्हे भी मेरी परवाह नही है बस कुछ दिन की बाद है फिर मैं चली जाऊंगी फिर नही कहूंगी तुमसे कुछ भी ...... इतना कहते हुए दीदी सिसक कर रोने लगी .......
दीदी को रोते सुन कर मेरे दिल मे एकदम दर्द सा हुआ और मैंने सब भूल कर उन्हें कस के अपनी बाहों में भर लिया उनके सीने से लिपट गया और उनके चेहरे को चूमने लगा पागलों जैसे मैंने दीदी के माथे पर गालों नाक पर आंखों पर और आखिर में होंठो पर चुम्बनों की बौछार कर दी दीदी भी कस के मुझसे लिपट गयीं और बोली लव यू विकी मैंने कहा दीदी पर मैंने उस दिन वादा किया था आपसे मैं अपना वादा नही तोड़ सकता दीदी ने कहा मुझसे किया था ना मैं तुझे आज़ाद करती हूं उस वादे के बंधन से अब और मत तड़पा मुझे मान जा मेरी बात इसके बाद मेरे भी सब्र का बांध टूट गया और मैंने दीदी के चूतड़ पर अपनी मुट्ठी कस के उन्हें जोर से मसलते हुए कहा दीदी लव यू सो मच आपसे दूर रहना मेरे लिए भी आसान नही है पर मुझे ये सब सही नही लगता मेरी वजह से आपकी जिंदगी में कोई संकट आया तो मैं खुद को माफ नही कर पाऊंगा दीदी बोली मैं जानती हूं भाई तू बहोत प्यार करता है मुझे पर मैं खुद को और तुझे यूँ तरसता नही देख सकती .....
मैंने दीदी के मुलायम चूतड़ की मुट्ठी में दबोच कर कहा ठीक है पर हम सेक्स नही करेंगे उस दिन जैसे ही बस एक दूसरे की हेल्प कर देंगे दीदी बोली ठीक तुम्हारी ये बात मैं मान रही हूं ..... और इसी के साथ दीदी ने मेरे लोअर में हाथ डाला और लंड को मुट्ठी में सख्ती से पकड़ कर दबाने लगी ...... लंड को अपने नरम हाथो से दबोचते हुए दीदी ने मेरे कान पर अपने होंठ रगड़ते हुए फुसफुसा कर कहा मेरी नंगी pic देखता है ना तू मैंने कहा नही तो दीदी बोली झूठ क्यों बोल रहा है सच बोल ना मैंने कहा हां दीदी कभी कभी देखता हूँ वो फिर से लंड को मसलते हुए बोली तुझे दीदी का नंगा जिस्म अच्छा लगता है ना मैंने कहा हां दीदी आप बहोत सुंदर हो दीदी ने कहा वो तो मुझे पता है मैं कितनी सुंदर हूँ तेरा लंड मुझे बता रहा है मैंने कहा दीदी प्लीज ऐसे इतनी गंदी बातें मत करो ना वो बोली क्यों रानी से तो बड़े मजे ले कर बातें करता है मैंने कहा उसकी बात और हजे वो तो है ही चालू लड़की दीदी ने कहा गरम होने के बाद हर लड़की चालू हो जाती है और उन्होंने एकदम से मेरे होंठ चूसने शुरू कर दिए मेरा दिमाग मस्ती में शून्य हो गया और मैं भी दीदी की गांड़ सहलाते हुए उनके रसीले होंठो का स्वाद लेने में खो गया ........
कोई 10 मिनट तक हम बुरी तरह से एक दूसरे के होंठो को चूसते रहे और फिर दीदी ने अपनी जीभ मेरे मुह में डाल दी दीदी के मुह का मीठा से स्वाद मेरे लंड को पागल करने लगा मैं अपनी जीभ से उनकी जीभ को चाटने लगा मैंने पोर्न में कई बार ये सीन देखा था पर प्रैक्टिकल ज्यादा मज़ा देता है ....... दीदी की जीभ को चूसते हुए मैंने एक हाथ से उनकी नाइटी ऊपर सरकानी शुरू की और जल्दी ही मैंने उनकी नाइटी उनकी गांड़ से ऊपर कर दी .......
और दीदी की नंगी गांड़ पर हाथ फिराने लगा दीदी सिसकने लगी आहें भरने लगी ऑयर बोली आहहहहहह विकी कितना जादू है तेरे हाथो में फिर वो बोली विकी मेरी तस्वीरे कब तक देखेगा एक बार तो नजरो से देख ले मेरा नंगा बदन मैंने कहा दीदी एक बात अच्छे से समझ लो मैं तुम्हें ना चोदने की बात मैं सोच भी नही सकता तो आप ये मत सोचो की आप ऐसे मुझे उत्तेजित कर के अपने मन की कर लोगी दीदी बोली विकी मैं समझ रही हूं तेरी बात मेरी चुत में अपना लंड मत डालना पर इसके अलावा बाकी सब तो कर ले ना मैं चाहती हूं ऐसा मेरी खुशी के लिए मैंने कहा ठीक है दीदी उसके अलावा मैं जो भी कर सकता हूँ करूंगा लेकिन रोज रोज नही ok दीदी बोली ठीक है बाबा पर हफ्ते में एक बार पक्का इतना तो ठीक है ना मैंने कहा ok फिर दीदी बेड से उतर गयीं और जा कर लाइट ऑन कर दी कमरे में रोशनी फैल गयी दीदी के बाल बिखरे रहे उनकी पिंक लिपस्टिक गायब थी उनके होंठ कुछ सूज से गए थे ......
दीदी ने अपनी नशीली आंखों से मुझे देखा और फिर एक झटके से अपनी नाइटी उतार कर फेंक दी अंदर उन्होंने कुछ नही पहना था एक सूत भी नही था उनके जिस्म पर एलईडी की रोशनी में उनका गोरा चिकना बदन किसी मूरत जैसा चमक रहा था वो मस्तानी चाल से चलती हुई मेरे पास आयी और बेड पर चढ़ कर मेरी जांघो पर बैठ गयीं और मेरी टीशर्ट ऊपर उठाते हुए निकाल दी मेरा खड़ा लंड उनकी गांड़ की दरार में फंसा हुआ झटके ले रहा था ......
दीदी ने लंड की गर्मी और चुभन गांड़ पर महसूस कर के सिसियाते हुए अपनी टांगे मेरी कमर पर कैंची बना कर लपेट दी और मेरे बालों को मुट्ठी में जकड़ते हुए झुक कर मेरे होंठो को चूमते हुए बोली आज सुबह से चिकना हो के घूम रहा है तभी से मेरा मूड बन रहा था तुझे खा जाने का और दोबारा मेरे होंठ चूसने लगी ....... कुछ देर तक जी भर के मेरे होंठ चूसने के बाद उन्होंने मुझे छोड़ा और मेरे ऊपर से उठ कर मेरा लोवर निकालने लगी उन्होंने खींच खींच कर जल्दी से मेरा लोअर और अंडरवियर निकाल फेंका और अपनी तरह मुझे भी नंगा कर दिया ......
और गौर से मेरा खड़ा लंड देखने लगी उन्हें ऐसे लंड देखते देख कर मेरा दिल जोर से धड़कने लगा मैंने कहा ऐसे क्या देख रही हो दीदी.....?
दीदी ने होश में आते हुए कहा कितना प्यारा लंड है जी कर रहा इसे कच्चा खा जाऊं दीदी की बात सुन कर मैंने कहा बस कुछ दिन रुक जाओ फिर जीजा जी का लंड खूब मज़े से खाना मेरी बात सुन कर दीदी ने लंड को मुट्ठी में भर कर दबाते हुए कहा पता नही कैसा होगा उनका मैंने कहा अच्छा ही होगा चिंता ना करो दीदी मेरे बाजू में बैठते हुए अपना सर मेरी गोद मे रख कर लेट गयीं और मेरे लंड को अपने गाल पर रगड़ते हुए बोली पता है विकास मैं हमेशा से ऐसा सोचती थी कि मेरा पति बहोत ही सेक्सी हो वो दिन रात भर मेरे साथ सेक्स करे मेरी सेक्स की हर ख्वाइश को पूरी करे...... सबसे पहले मुझे विनय मिला वो काफी हद तक वैसा था जैसा मैंने सोचा था शायद इसीलिए मैं इतनी जल्दी उसकी ओर आकर्षित हो गयी उसके बाद मुझे तुम भी काफी कुछ वैसे ही लगे शायद इसी वजह से तुम्हारी बहन होने के बावजूद भी मैं खुद को रोक नही सकी और तुमसे इतना खुलती गयी पर पता नही ये प्रतीक वैसा होगा या नही अगर ये बहोत सीधा सादा हुआ तो मेरी लाइफ तो झंड हो जाएगी मैं दीदी की बात सुनकर हंस पड़ा और दीदी का ये रूप देख कर हैरान भी था ...... मैंने एक हाथ दीदी के सीने पर रख कर उनकी चूची सहलाते हुए पूछा दीदी पर आपको सेक्स का इतना बुखार चढ़ा कैसे दीदी ने मेरे सुपाड़े पर एक बार जीभ फिरा कर चाट लिया और बोली मोबाइल पर पोर्न देख कर और सेक्स स्टोरीज पढ़ कर ......मैंने हैरान होते हुए पूछा आप भी वो बोली हां मैं भी ....... तीन साल से मैं लगभग रोज ही रात में मोबाइल पर पोर्न देख कर या सेक्स स्टोरीज पढ़ कर चूत में उंगली करती हूं ......
अब और कुछ पूछने की जरूरत नही थी मैंने दीदी के निप्पल को उंगली से सहलाना शुरू कर दिया और दीदी की आंखे बंद हो गयी उनकी सांसे तेज होने लगी और वो अपनी टांगों को भींचते हुए अपनी बुर दबाने लगी .......
मैंने कहा दीदी उन्होंने अपनी बोझिल आंखे खोल कर मुझे देखा और बोली हूँऊऊ मैंने कहा कभी 69 किया है ये सुनते ही उनकी आंखों में चमक आ गयी वो जल्दी से उठी और बोली नही किया तो आज करती हूं ना और मेरे सीने पर हाथ रखते हुए मुझे लिटा दिया मेरा लंड तन कर छत को घूर रहा था दीदी मेरे सर के दोनो ओर पैर रख कर खड़ी हो गयी उनकी उभरी हुई सुडौल गांड़ देख कर मुझे प्रतीक की किस्मत पर जलन होने लगा कि वो साला अब रोज मज़े लेगा इसके फिर मुझे अपने ख्याल पर हँसी आयी साला तो मैं हूँ उसको वो तो मेरे जीजा हैं तभी दीदी नीचे बैठ गईं और उनकी गांड़ के दरवाजे खुले और मुझे दीदार हुआ दीदी की गांड़ की गहरी दरार और उसके बीच मे कसे हुए नन्हे से भूरे छेद का दीदी का गांड़ का छेद देख कर मेरा लौड़े से एक बूंद छलक आयी उधर दीदी भी मज़े से बैठी मुझे अपनी गांड़ के दर्शन करवा रही थीं और फिर उन्होंने आगे को झुक कर मेरा लंड पकड़ कर जोर से दबाया और वो बून्द सुपाड़े से बहने लगी दीदी ने फौरन जीभ निकाल कर उसे चाट लिया और फिर सुपाड़े को होंठो में दबा लिया ...... दीदी के लंड पर हुए इस हमले से मेरा भी खुद पर नियंत्रण खत्म हो गया और मैंने दोनो हाथो से दीदी की नंगी भरी हुई सुडौल गांड़ को थाम कर उन्हें अपने मुह पर खींच लिया दीदी की गांड़ का छेद मेरे होंठो पर आ कर टिक गया और मैंने देर ना करते हुए उस नन्हे से छेद को चूम लिया होंठो का स्पर्श मिलते ही वो छेद कुछ और सिकुड़ सा गया और मैंने जीभ निकाल के दीदी की गांड़ की दरार को ऊपर से नीचे तक चाटना शुरू कर दिया दीदी की गांड़ चाटते हुए मैंने उनके नंगे चूतड़ों को भी जोर जोर से मसलना शुरू कर दिया दीदी भी मदहोश हो कर अपनी गांड़ को मेरे मुह पर दबाते हुए मेरा पूरा लंड अपने मुह में गपक ली और गर्दन हिला हिला कर चूसने लगी ......, उनके मुह से अजीब सी आवाज़ें निकल रही थीं और उन्होंने एक हाथ से मेरे लटक रहे आंड़ पकड़ लिए और उन्हें सहलाते हुए तेजी से अपनी गर्दन हिलाने लगी दोनो ही मस्ती और नशे में डूबे हुए एक दूसरे को ज्यादा से ज्यादा सुख देने की कोशिश कर रहे थे ..........
तभी दीदी ने मेरा लंड मुह से निकाल कर कहा विकी मेरी चूत भी प्यासी है पर लगता है तुझे मेरी गांड़ ज्यादा पसन्द आयी इतना बोल कर उन्होंने फिर से लंड मुह में लिया और चूसने लगी .......
मैंने दीदी की गांड़ के छेद से मुह हटाया और कहा दीदी आपका एक एक अंग लाजवाब है मुझे तो प्रतीक से जलन हो रही है कि अब वो साला रोज इस जिस्म के मज़े लेगा और फिर मैंने दीदी की कमर पकड़ कर उन्हें थोड़ा सा ऊपर खींचा और अब दीदी रसभरी फूली हुई गुलाबी फांको वाली नन्ही सी बुर मेरी नजरो के सामने थी जिसके लिप्स आपस मे कस के चिपके हुए थे मानो अंदर कोई खजाना भरा हो और वो उसकी सुरक्षा कर रहे हों बुर के उन होंठो पर नमी सी थी और मैंने अपनी नाक दीदी की बुर पर रगड़ कर एक गहरी सांस ली दीदी की बुर की मस्त खुशबू मेरे लंड को और सख्त कर गयी और मैंने अपने होंठो में दीदी की बुर को दबा लिया इसी के साथ दीदी के मुँह से एक घुटी घुटी सी चीख निकल गयी क्यों मेरा 6 इंच का लंड उनके मुह में घुसा हुआ था मैंने चूत की फांको को मुह में भर चूसते हुए अपनी जीभ की नोक से दीदी के चूत के दाने को रगड़ा और दीदी ने कस के अपनी चूत मेरे मुह पर दबा दी अपनी गांड़ को हिलाते हुए अपनी चूत मेरे मुह पर रगड़ने लगी ........ मैंने जीभ को नुकीला किया और दीदी की बुर में घुसाने लगा जल्दी ही मेरी आधी जीभ दीदी की बुर की गहराइयों में विचरण करने लगी और दीदी की कमर में हरकत होने लगी वो अपनी चूत में मेरी जीभ और अंदर लेना चाहती थी पर ये जीभ थी लंड नही दीदी ने अब लंड मुह से निकाल कर मुह में भरे हुए थूक को लंड पर उगल दिया अपने हाथ से अपना थूक लंड पर चुपड़ते हुए उसे मुठियाने लगी और दूसरे हाथ से मेरे अन्डो से खेलने लगी फिर मुठ मारते हुए उन्होंने मेरे दोनो आंड़ एक साथ मुह में भर लिए और उन्हें चूसते हुए तेजी से अपने हाथ को गति दे दी उधर मेरी जीभ दीदी की चूत के कोने कोने की तलाशी लेने में लगी हुई थी ...... और मैंने एक उंगली उनकी गांड़ के कैसे हुए छेद पर रख कर उसे सहलाना शुरू कर दिया दीदी इस दोतरफा हमले से बेहाल हो गयी और सिसकते हुए बोली aahhhhh विकी चूस ले दीदी की बुर पी ले मेरी बुर का रस मैं गयी मेरे राजा भैया aahhhhhhh झड़ गयी तेरी दीदी की चूत और इसी के साथ वो अपनी बुर मेरे मुह पसर रगड़ती हुई स्खलित होने लगी उनका बदन बुरी तरह कांप रहा था झटके ले रहा था थरथरा रहा था........
फिर धीरे धीरे वो शांत होने लगी और कुछ देर तक ऐसे ही निढाल पड़ी रही .......
कुछ मिनट बाद उन्होंने मेरे ऊपर से उठ कर शर्माते हुए मेरी ओर देखा और बोली सॉरी विकी लगता है मैं कुछ ज्यादा ही बेशर्म बन गयी थी मैंने मुस्कुरा कर कहा पर मुझे बहोत मज़ा आया आज मेरी बात सुन कर वो भी मुस्कुराने लगी और बोली मुझे भी और मेरे होंठ चूमने लगी मेरे होंठो पर उनकी चूत का रस लगा हुआ था.....
फिर उन्होंने मेरा लंड पकड़ कर कहा उफ्फ कितना गर्म है ये मैंने कहा हां इतना कुछ होने के बाद ये ठंडा रह भी कैसे सकता है फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ कर खींचते हुए मुझे बिठा दिया और बोली अभी मेरा मन और चूसने का है इसे मैं बेड के एज पर टांगे लटका कर बैठ गया और दीदी मेरी टांगों के बीच पंजो पर बैठ गयी एक बार मेरी आँखों मे देखा और फिर मुह खोल कर धीरे धीरे लंड को निगलने लगी पूरा लंड अपने मुह में भर कर वो अपनी जीभ लंड के चारो ओर फिराने लगी .......
और मेरी हालत खराब होने लगी मैंने भी दीदी के सर पर हाथ रखा और फिर उनके खुले हुए रेशमी बालों को मुट्ठी में जकड़ते हुए उनका सर अपने लंड पर दबा कर अपनी कमर को झटके देते हुए उनके गीले गरम मुह को कस के चोदने लगा मेरे लंड की जड़ से दीदी का थूक टपकते हुए उनकी सुडौल नंगी चुचियो को भिगो रहा था और दो मिनट में ही दीदी की हालत खराब होने लगी उनके गले से गों गों की आवाज़ आने लगी और वो खांसने लगी मैंने आवाज़ सुन कर आंखे खोली और दीदी को गला सहलाते देख एकदम से लंड उनके मुह से निकाल कर खड़ा हो गया दीदी कहा क्या विकी कर ना मैं कहा आपको तकलीफ हो रही है दीदी वो बोली नही तो मुझे तो मज़ा आ रहा था वाइल्ड सेक्स ही मज़ा देता है मुझे आंख मार कर फिर से सुपाड़े को चूसने लगी ......
मैंने कहा दीदी उन्होंने मेरी आंखों में देखा लंड चूसते हुए मैंने कहा दीदी एक बार घोड़ी बन के दिखाओ न मैं आपको वैसे देखते हुए मुठ मार लूंगा मेरी बात सुन कर दीदी ने लंड छोड़ा और उठ खड़ी हुई ...... और बेड के किनारे पर चढ़ कर अपन सर आगे टिका दिया और अपनी टांगे फैलाते हुए अपनी गांड़ पीछे को उभार दी ...... फिर उन्होंने अपने दोनो हाथ पीछे कर के अपने गांड़ पर रखे और दोनो हाथो से दोनो चूतड़ों को फैला दिया उफ़्फ़फ़ दीदी को ऐसे देख कर मेरा लंड फटने को हुआ और मैं दीदी के थूक से भीगे अपने लंड को तेजी से मुठियाने लगा एक हाथ से मुठ मारते हुए मैंने दूसरा हाथ दीदी के चूतड़ पर फिराते हुए उनकी गांड़ के छेद से खेलना शुरू कर दिया और दो मिनट में ही मैं सिसकते हुए बोला आहह दीदी निकलने वाला मेरी आवाज सुनते ही दीदी झटके से उठी और मेरे सामने जमीन पर बैठ कर बड़ा सा मुह खोल कर लम्बी सी जीभ निकाल दी और मेरी आँखों मे देखते हुए बोली झड़ जा भाई निकाल दे अपने लंड की गर्मी ....... और मेरी टांगे भी कांपने लगी और सुपाड़े से एक तेज धार निकल कर दीदी खुले मुह से ले कर उनके माथे तक उन्हें भिगोती चली गयी और फिर एक के बाद दूसरी तीसरी चौथी कोई 9-10 फुहारें दीदी के पूरे जिस्म पर गिरती रही उनका मुह वीर्य से भर चेहरे के हर हिस्से पर गाढ़ा सफेद पानी बह रहा था और उन्होंने मुझे देखते हुए उंगली से वो सारा समेट कर अपने खुले हुए मुह में इकट्ठा करना शुरू कर दिया एक एक कतरा मुह में इकट्ठा करने से उनका मुह एकदम भर गया और वो ऐसे ही बैठी रही मुह खोले मैंने उनकी ओर देखा तो उन्होंने इशारे से पूछा इसे पी लूं मेरा मुह तो खाली था ....... तो मैंने बोल कर जवाब दिया जैसी तुम्हारी मर्ज़ी और उन्होंने मुह बन्द करते हुए घूंट भर कर सारा वीर्य गटक लिया ...... फिर मेरे लंड को पकड़ कर एक बार अच्छे से निचोड़ते हुए दबाया तो दो तीन बूंदे और छलक आयी दीदी ने उसे जीभ से समेटते हुए एक चटकारा लिया और बोली उम्म्म मैंने कहा अब बहोत हुआ बस चुपचाप सो जाओ दीदी ने सर हिलाते हुए अपनी नाइटी उठा कर पहनी मेरा लोअर मुझे दिया मैंने भी उसे पहन लिया और टीशर्ट भी उठा कर पहन ली और बाथरूम आ गया पर मैंने दरवाजा बंद नही किया अब इसमें दीदी से कुछ छुपाने जैसा था भी नही और खड़े खड़े मूतने लगा पीछे से दीदी भी आ गयी और एक पैर उठा कर उठा कर कमोड पर रख कर खड़े खड़े मूतने लगी ....... उनकी चूत से तेज आवाज़ के साथ पेशाब की धार कमोड में गिर रही थी और ........ और मेरा और उनका पेशाब मिल कर एक हो रहा था ....... उनकी ये हरकत देख कर मैं मुस्कुरा कर बोली गंदी दीदी और फिर हम मूत कर वापस कमरे में आ गये दीदी ने लाइट ऑफ की हम बेड पर आ गए और मेरे लेटते ही दीदी आ कर छिपकली जैसे मुझसे चिपक कर बोली goodnight मैंने भी उन्हें good night बोला और फिर हम सो गए ........।
Awesome job
Maza aa gya
 

Ek number

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फोन की घंटी से मेरी नींद टूटी पता नही मैं कितनी देर सोया आज थक भी तो गया था इस पहली चुदाई से , मैंने फोन निकाल कर देखा तो 1:40 हो रहा था और संजय का कॉल था कॉल रिसीव की तो उसने बताया वो नीचे खड़ा है दीदी के साथ लेकिन गेट लॉक है मैंने कहा दीदी से बात कराओ उसने फोन दीदी को दिया ..... मैंने दीदी को बताया कि चाभी वहीं रखी हुई है खोल लो और फिर वो लोग ऊपर आये ..... मैंने उनके आने तक बेड की अस्त व्यस्त चादर सही कर दी और टीशर्ट पहन ली ।
पहले संजय और फिर दीदी अंदर आये संजय मेरे पास बैठ गया और जेब से एक पासबुक और चेकबुक निकाल कर मुझे दी और बताया कि एटीएम कुछ दिन में आ जायेगा .....
मैंने कहा ठीक है फिर दीदी बोली तुम लोग बैठो मैं कुछ पीने को लाती हूँ और वो चली गईं मैंने कहा यार संजय बियर पीने का मन कर रहा है वो भुनभुनाते हुए बोला भोसड़ी के मन तो मेरा भी है और सोचा था कल शाम को पियेंगे लेकिन तूने पहले ही गांड़ मरवा ली मैंने कहा एक काम करियो शाम को ले आना यही पी लेंगे वो हैरानी से मेरा मुह देखते हुए बोला यहां घर पे ..... मैंने कहा हां घर पे वो सर हिलाते हुए बोला मुझे अपनी गांड़ नही तुड़वानी तू तो बोल देगा मैं ही ले कर आया हूँ और अंकल मेरी गांड़ मार देंगे मैंने हंसते हुए कहा कुछ नही होगा गांडू अच्छा सुन एक बात बताऊं उसने कहा बता ...... मैंने बताया कि आज मैंने लड़की चोदी मेरी बात सुन कर वो हंसने लगा और बोला साले लंगड़े खड़ा तो हो नही पा रहा और लंड खड़ा कर लिया तूने साले सुबह सुबह पी ली क्या , मैंने कहा देख मैंने बता दिया अब तू माने ना माने तेरी मर्ज़ी उसने पूछा कौन है मैंने बता दिया वही विनय की आइटम जिसे उस दिन वो उस घर मे चोद रहा था संजय बोला मुझे भी दिलवा तो मानू मैंने कहा बाद मेरा पैर ठीक होने तक इंतजार कर ले फिर तू भी चोद लियो उसे उसने कहा जल्दी से ठीक कर अपना पैर वरना मैं दूसरा भी तोड़ दूंगा साले खुद तो पड़े पड़े चूत चोद रहा और मुझे बता बता कर मेरी सुलगा रहा मैंने कहा यार इसीलिए तो बताया कि अब तेरा भी नंबर लगा दूंगा अब बोल शाम को बियर पिलायेगा ना वो मुह बनाते हुए बोला साले तू बियर के लिए मेरा चुतिया काट रहा न लेकिन समझ ले अगर मुझे चूत न दिलवाई तो तेरी ही गांड़ मार लूंगा मैं ...... तभी दीदी अंदर आयी उनके हाथ मे ट्रे थी जिसमे लस्सी के गिलास थे उन्होंने ट्रे रखी और हम दोनो की लस्सी दी हमने लस्सी पी फिर संजय शाम को आने को बोल कर चला गया ......
दीदी मेरे पास बैठ गईं और बोली बोर तो नही हुए अकेले मैंने कहा एकदम नही और फोन उन्हें दिखाते हुए कहा ये है ना बोरियत भागने के लिए उन्होंने कहा ठीक है लेकिन मम्मी कहाँ गयीं मैंने बताया उन्हें ..... फिर मैंने कहा दीदी और अपनी कानी उंगली दिखाई उन्हें वो मुस्कुरा दी और बेड के नीचे से डिब्बा निकाल कर मेरे सामने बैठ गईं इस बार मैंने बड़े आराम से पैर नीचे लटका कर अपना जिस्म हाथो ऑयर उठाया और दीदी ने मेरा लोअर और अंडरवियर सरका कर नीचे कर दिया फिर उन्होंने डब्बा सामने लगा कर मेरे लंड को उंगलियों की मदद से उसकी ओर मोड़ दिया और मैं मूतने लगा ....... मेरे आराम से मूतने के बाद दीदी ने लंड को झटक कर बूंदे साफ की पर आज वो बड़े गौर से मेरा लंड देख रही थी और फिर मुझे भी लगा कही अभी कुछ देर पहले हुई चुदाई के कोई निशान तो नही मेरे लंड पर जिन्हें देख कर दीदी सब जान जाएं ......
ये सोच कर मुझे कुछ घबराहट हुई पर दीदी ने धीरे से मेरा अंडरवियर और लोअर ऊपर सरका दिया और फिर डब्बा ले कर बाथरूम में चली गईं ..... थोड़ी देर में आई और बोली खाना लगाऊं मैंने कहा हां भूख तो लगी है वो नीचे चली गईं खाना लेने तभी विनय वाले फोन पर कॉल आयी देखा तो रानी की कॉल थी मैंने कॉल रिसीव की तो बोली तुम्हारा काम शुरु कर दिया है मैंने जानू ..... मैंने खुश होते हुए पूछा क्या हुआ बता ना वो बोली अभी अभी उस से चुदवा कर आ रही हूं मैंने हैरान होते हुए कहा इतनी जल्दी ...... साली तू तो मेरी उम्मीद से बहोत तेज है वो हंसते हुए बोली तुम मुझे क्या समझते हो मैं अपनी पर आ जाऊं तो अपने पीछे लौड़ो को लाइन लगा दूँ मैंने कहा सही है तू साली है ही रण्डी वो भी एक नंबर की ..... वो जोर से हंसने लगी मैंने कहा बड़ी खुश है वो बोली एक बात कहूँ मैंने पूछ लिया क्या है बोल ना वो बोली ये लड़का भी मस्त चोदता है अभी तो उसका पैर टूटा है मैं बाद ये सोच रही थी जब से फिट होगा तो मेरी चूत का कबाड़ा कर देगा चोद चोद के मैंने भी हंसते हुए कहा साली तेरी चूत इतने लौड़े खा कर कबाड़ा नही हुई तो ये अकेला क्या उखाड़ लेगा रानी बोली ये चूत चीज ही ऐसी ही चाहे जितना चुदवाओ पर वैसी की वैसी रहती है फिर वो बोली मेरी गांड़ दर्द कर रही है मैंने कहा क्यों गांड़ भी मरवा ली क्या वो बोली हां पहला इम्प्रेशन जो जमाना था वैसे मुझे लगता है एक दो बार और चोदने के बाद ये लड़का मेरे आगे पीछे घूमेगा ......
मैंने मन मे सोचा एक दो बार चोदने के बाद और तुझे संजय से चुदवाने के बाद तेरी गांड़ पे लात मारूंगा मैं साली कुतिया मैंने कहा चल तू लगी रह उसके साथ मैं रखता हूँ वो बोली कब आओगे मेरे राजा मुझे तुम्हारा लंड भी चाहिए मैंने कहा मेरे लंड में हीरे नही जड़े जो मिल रहा है उसी से चुद फिलहाल और फोन काट दिया .....
पर रानी से बात करने में मैं इतना मशगूल हो गया था कि मैं भूल गया दीदी वापस आने वाली हैं और जैसे ही मैंने फोन काट कर सर उठाया देखा दीदी दरवाजे पर थाली लिए खड़ी मुझे बड़े गौर से देख रही हैं उनके चेहरे उलझन और थोड़ा गुस्सा था नजर मिलते ही वो कमरे में आईं और बेड पर पेपर बिछा का थाली रख दी और मेरे बगल में बैठ कर मुझे खिलाने लगी ..... मैं भी उनसे नजर चुराते हुए खाने लगा खाना खत्म होने तक हमारी कोई बात नही हुई ..... और वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं ...... फिर मैं भी सो गया और शाम 5 बजे उठा मम्मी आ चुकी थीं और थोड़ी देर में ही वो चाय और पापड़ लेकर ऊपर आ गयी मैंने चाय पी और फिर पूछा दीदी कहाँ है वो बोली नीचे है बहुत देर से मैंने कहा भी की जा के तुझे चाय दे आये पर बोली आप ही जाओ मुझे नही जाना ......
मुझे लगा शायद वो नाराज़ है मुझसे तभी संजय का कॉल आ गया मैंने रिसीव किया तो वो पूछने लगा कौन सी लाऊं सामने मम्मी बैठी थी तो मैंने कहा इंग्लिश मैथ साइंस सब ले आ मैं अभी नोट कॉपी कर लेता हूँ वो समझ गया कोई है पास में उसने फिर पूछा दो ही लेनी है ना मैंने फिर कहा नही चारो ले आ दो मेरी दो तेरी उसने फोन काट दिया मम्मी ने बर्तन समेटे और नीचे चली गईं ...... थोड़ी देर में संजय आया उसने एक बैग ले रखा था वो आ कर मेरे पास बैठ गया और बोला निकालूं मैंने पूछा दीदी कहाँ हैं वो बोला नीचे ही थीं tv देख रही थीं मैंने कहा निकाल फिर उसने दो बियर निकाली और एक मुझे थमा दी हम पीने लगे ...... वो खत्म कर के उसने खाली कैन अपने बैग में डाले और दो और निकाली और मुझे देते हुए बोला ले पकड़ फिर उसने कुछ कॉपी निकाली और रख कर बोला ये ले नोट्स बना लियो अब मैं चलता हूँ मैंने कहा यार ये दोनों मैं अकेले थोड़े खत्म करूंगा एक ले ना उसने मना किया और बोला मैंने घर जाना है ज्यादा हो गयी तो तुड़ाई हो जाएगी तो आराम से ऊपर पड़ा है पर मेरे पास पर्सनल रूम नही है और फिर वो चला गया मैंने एक और खोली और पीने लगा दूसरी खत्म कर के मैंने खाली कैन बेड के नीचे छुपा दिया और बाकी बचा हुआ एक बेड की दराज में डाल दिया ..... थोड़ी देर में पापा आये हालचाल पूछ कर चले गए ..... फिर 8 बजे दीदी आईं बोली खाना लाउं मैंने हां में सर हिला दिया वो गयीं और थोड़ी देर में खाना ले कर आ गईं खाने के दौरान भी हमारे बीच कुछ बात नही हुई मुझे दीदी की चुप्पी बहुत अखर रही थी .....
फिर वो बर्तन ले कर चली गईं मैं फोन में गेम खेलने लगा फिर 10 बजे के आसपास दूध ले कर आईं मुझे गिलास पकड़ाया और बेड की दराज खोली दवा निकालने के लिए लेकिन अंदर बियर पड़ी हुई थी वो देख का उन्होंने दवा की जगह बियर निकाली और पूछा ये क्या है ......
मैंने देखा और मेरी गांड़ और फट गई साला मैं भी चुतिया हूँ मुझे वही जगह मिली थी इसे रखने के लिए एक तो मैं आज काफी नशे में था मैंने पहली बार दो बियर एक साथ पी थी मैंने हकलाते हुए कहा वो द द दीदी ये बस आज मंगवा ली मन था लेकिन फिर पी नही मैंने झूठ बोल दिया दीदी ने उसे किनारे रख कर दवा निकाली और मुझे दवा दी मैंने चुपचाप दवा खाई दूध पिया और लेट गया ..... दीदी ने गिलास रखा और फिर वो बियर ले के बाहर जाने लगी मैंने उन्हें बियर ले जाते देखा तो मुझे लगा वो पापा या मम्मी से शिकायत करने जा रही मैंने कहा दीदी प्लीज माफ कर दो ना दोबारा नही होगा ऐसा ..... दीदी ने मुड़ कर मेरी ओर देखा और बोली मतलब ...... दोबारा पियोगे नही या मेरे हाथ नही लगने दोगे मैंने कान पकड़ते हुए कहा पियूँगा ही नही ..... दीदी थोड़ा सा मुस्कुराई और बोली यानी कि ये बेकार है अब तुम्हारे लिए मैंने बड़ी असमंजस की स्थिति में सर हिलाया वो बोली ठीक है फिर मैं इसे छुपा कर रख देती हूं ..... मैंने कहा दीदी प्लीज पापा मम्मी से कुछ मत बताना दीदी बोली उनसे बताना होता तो इसे छुपाने क्यों ले जाती और फिर वो चली गयी मेरा नशा कुछ हल्का हो गया था फिर भी मेरे दिल और दिमाग मे आज दिन में हुई चुदाई का सुरूर था और मुझे मस्ती चढ़ रही थी दीदी के जाते ही मैंने वीनय के फोन पर एक वीडियो प्ले किया और देखने लगा ...... एकदम मस्त और सेक्स से भरपूर वो वीडियो देख कर मेरा लंड गरम होने लगा और मैं लंड सहलाते हुए वीडियो का आनंद लेने लगा वीडियो खत्म होने पर मैंने दीदी की pic वाला फोल्डर खोल लिया और दीदी की नंगी तस्वीरे देखने लगा फिर कोई 20 मिनट बाद दीदी कमरे में आई तो मैंने झट से फोन का पावर बटन दबाया और उसे लॉक कर के तकिए के नीचे डाल दिया दीदी चेंज कर के नाइटी पहन कर आई थीं और उन्होंने आ कर लाइट ऑफ की और चुपचाप मेरे बगल में लेट गयीं ...... हम दोनों खामोश थे .... पर मुझे दीदी से बात करने का मन हो रहा था मैंने हिम्मत कर के पूछा दीदी वो सही जगह छुपाई है ना मम्मी के हाथ ना लगे दीदी ने थोड़ा रुक कर जवाब दिया हां एकदम सही जगह छुपा दी किसी के हाथ नही लगेगी ......
वो फिर से चुप हो गईं मैंने फिर से पूछा दीदी आप मुझसे नाराज़ हो वो बोली नही तो मैंने कहा आज कॉलेज से वापस आनेके बाद आप पूरा टाइम नीचे थी मुझे चाय देने भी नही आई वो बोली मैं थक गई थी तो नीचे ही सो गई थी .....
मैंने हिम्मत कर के अपना हाथ उनके हाथ पर रखा उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नही दी ..... कुछ देर खामोशी छाई रही फिर उन्होंने पूछा वो लड़की कौन है जिससे तू बात कर रहा था मैंने कहा कब कौन लड़की मैंने किसी लड़की से बात नही की दीदी ने अब मेरा हाथ झटकते हुए कहा अगर झूठ ही बोलना है तो कोई बात मत कर मुझसे तू शराब पीने लगा है गर्ल फ्रेंड बना ली है और झूठ भी खूब बोलने लगा है आजकल ......
मुझे लगा मामला गंभीर हो रहा है मैंने कहा दीदी ये शराब नही बियर है और उसे भी मैंने पिया नही आप ले गईं दूसरी बात वो मेरी गर्ल फ्रेंड नही विनय की गर्ल फ्रेंड है जिससे मैं बात कर रहा था रही बात झूठ बोलने की तो मैंने ज्यादातर झूठ आपको बचाने के लिए बोले अपने फायदे की लिए मेरी बाद सुन कर दीदी कुछ नरम पड़ी और बोली ठीक है पर तुम मुझसे तो सच बोल सकते हो मुझसे झूठ बोलने की क्या जरूरत है मैंने कहा आपसे झूठ इसलिये क्यों कि आप बड़ी जल्दी गुस्सा हो जाती हो ..... दीदी ने अब मेरी ओर करवट के कर अपना हाथ मेरे सीने पर रख कर कहा जब जानता है तो क्यों बोलता है झूठ वैसे वो विनय की गर्ल फ्रेंड से तू क्यों बात कर रहा था ..... मैंने मज़ाक में कहा बस ऐसे ही विनय की सारी गर्ल फ्रेंड को उस से दूर कर के उसे सजा देना चाहता हूं उसके गुनाह की ...... मैंने दीदी के हाथ पर हाथ रखते हुए कहा दीदी मैं भी कुछ पूछना चाहता हूं दीदी बोली पूछ ..... मैंने कहा मुझे एक बात नही समझ आयी विनय से आपकी दोस्ती हुई प्यार हुआ वहां तक तो ठीक है लेकिन उसके आगे सब क्यों और कैसे हुआ आप इतनी भी पागल नही हो कि सही और गलत ना समझ सको मेरा मतलब है वो pic उसने कैसे ले लिए और आप कैसे तैयार हो गयी उसके लिए ......
दीदी ने कहा मैं तैयार नही हुई पर उसने कुछ ऐसा फंसाया मुझे की मेरी अक्ल पर पर्दा पड़ गया मैंने मुझे पूरी बात जाननी है दीदी ......
दीदी ने एक गहरी सांस ले कर कहा ठीक है वैसे भी तुम सब कुछ जानते हो तो ये भी जान लो शुरू में विनय कुछ दिन मेरे कॉलेज के बाहर सुबह शाम मुझे फॉलो किया मेरे लिए भी ये पहली बार था कि कोई हैंडसम लड़का यू कई दिन तक मेरे आगे पीछे घूमे तो मैं भी उसे देखने लगी नोटिस करने लगी फिर एक दिन उसने रास्ते मे मुझे रोक कर बड़े सभ्य तरीके से मेरा नाम पूछा और मुझसे दोस्ती करने की इच्छा जाहिर की मुझे वो लड़का कहीं से भी गलत नही लगा इसलिए मैंने उसे सिर्फ दोस्ती के लिये हां कर दी फिर हम रोज कॉलेज के बाद किसी रेस्तरां या पार्क में कुछ देर के लिए मिलने लगे उसने कभी मुझसे कोई गलत बात करने की कोशिश नही की हमारी बातचीत ज्यादातर पढ़ाई और अपनी अपनी लाइफ के बारे में होती थी हां हर रोज वो मुझ पर पैसे खर्च करता था फिर एक दिन उसने मुझसे मेरा नंबर मांगा और मैंने उसे दे दिया मुझे इसमे कोई खराबी नही दिखी फिर हम रोज रात को फोन पर बातें करने लगे और लगभग एक महीने बाद उसने मुझे प्रपोज कर दिया उसने सीधा ये कहा कि वो मुझसे शादी करना चाहता है और उसने अपनी मम्मी को मेरे बारे में बता रखा है और मेरी pic भी दिखाई है उन्हें मैं पसन्द हूँ ......., वो पैसे वाला था पढ़ा लिखा था हैंडसम था मेरे पास कोई वजह नही थी उसके प्रपोज को रिजेक्ट करने की मैंने हां कर दी फिर कोई हफ्ते भर बाद एक दिन हम पार्क में बैठे थे तो उसने अपनी मम्मी को कॉल की और बोला लो मम्मी अपनी होने वाली बहू से बात करो और फोन मुझे दे दिया मैंने उनसे बात की तो उन्होंने बड़े प्यार से मुझसे बात की और बोली कि बस इस साल के एग्जाम खत्म होते ही वो मेरे पापा से बात कर के हमारी शादी करवा देंगी .......
दीदी ने एक गहरी सांस ली और बोलना शुरू किया फिर उसने एक दिन मूवी चलने को बोला और मैं चली भी गयी वहां अंधेरे में उसने मुझे बहोत बार किस किया और मेरे बदन को हाथ लगाता रहा उस दिन मैं बहोत उत्तेजित हो गयी थी फिर वो हफ्ते में एक या दो बार मुझे मूवी दिखाने ले जाने लगा वहां वो मेरे बदन से खूब खेलता और अब मुझे भी उसकी ये हरकते अच्छी लगने लगी थीं कभी मैं उसे मना करती तो वो बड़े हक से कहता होने वाले पति को इतना तो अधिकार तो होता ही है मुझे भी लगने लगा कि पापा मम्मी भी इस रिश्ते के लिए मना नही करेंगे तो मैं थोड़ी लापरवाह हो गयी थी मुझे कही से भी कोई डाउट नही था कि विनय का कोई गलत इरादा है और मैं उस पर पूरी तरह भरोसा करने लगी मुझे और एक दिन उसने बताया कि उसके एक दोस्त का घर खाली है तो मैं कॉलेज बंक कर के उसके साथ चलूं वो थोड़ा टाइम मेरे साथ बिताना चाहता है और मैंने ज्यादा सोचे बिना हां कर दी फिर वो मुझे ले कर वहां गया और फिर उसने अपनी शरारतें शुरू कर दी मैं बेकाबू होने लगी और उस दिन पहली बार विनय ने मेरे साथ सेक्स किया फिर हम बार बार वहां मिलने लगे और एक दिन उसने मुझे बियर भी पिलाई थी और उसके बाद कई बाद कई बार हमने साथ मे बियर पी और सेक्स किया धीरे धीरे मुझे भी इस सब मे मज़ा आने लगा और फिर एक दिन जब सेक्स के बाद मैं पूरी तरह नंगी थी तो विनय ने बड़े प्यार से कहा जानू जब तुम मेरे पास नही होती ही मुझे बहोत याद आती है तुम्हारी मैं तुम्हारी कुछ तस्वीरें ले लेता हूँ जब तुम्हारी याद आएगी देख लिया करूंगा और मेरे कोई जवाब देने से पहले ही उसने अपने फोन पर मेरी pic लेनी शुरू कर दी मुझे उस पर किसी तरह का शक नही था इसलिए मैंने भी ज्यादा ध्यान नही दिया पर मुझे नही पता था उसके इरादे इतने खतरनाक हैं ...... इतना कह कर दीदी चुप हो गईं .....
मैंने कहा बाकी सब तो समझ आ गया पर उसकी मम्मी ने तुमसे बात की ये नही समझ आ रहा ...... फिर मैने पूछा दीदी आप को वो डेट याद है क्या जब विनय ने अपनी मम्मी से आपकी बात करवाई थी कितने दिन पहले की बात है ये ?
दीदी ने दिमाग पर जोर देते हुए कहा अभी ज्यादा से ज्यादा दो महीने हुए होंगे मैंने कहा डेट बताओ उन्होंने दो मिनट तक सोच कर बताया कि उनकी फ्रेंड निशा का बर्थडे 17 सितम्बर को था उस दिन वो विनय से नही मिली थीं इस वजह से वो उनसे नाराज़ था फिर उसके अगले दिन वो उस से मिली थी रेस्तरां में और उसके नेक्स्ट डे वो पार्क में मिले थे यानी इस हिसाब से वो 19 सितम्बर की तारीख थी मैंने विनय का फोन निकाला और उसे अनलॉक किया ...... ओह शिट ये क्या डिस्प्ले पर दीदी की वही घोड़ी बनी हुई तस्वीर आ गयी मैं हड़बड़ा गया दीदी ने भी वो तस्वीर देखी और फौरन बोली तुमने अभी डिलीट नही किया इन्हें मैंने बात बनाते हुए कहा मैं डिलीट कर रहा था तभी आप आ गईं तो बस ऐसे ही रख दिया फिर मैंने कॉल लॉग में जा कर 19 सितम्बर की हिस्ट्री चेक की मैंने पूछा दीदी किस टाइम पर बात हुई थी आपकी उसकी मम्मी से कोई आईडिया दीदी ने बताया कि शायद 3 बजे के आसपास मैंने चेक किया 2:56 पर एक कॉल हुई थी जिसका ड्यूरेशन कोई 16 मिनट था पर वो नंबर देख कर मैं चौंक गया ये नंबर तो रानी का था ...... अब सब कुछ मेरी समझ में आ गया था मैंने कहा दीदी उसने तुम्हारी बात अपनी मम्मी से नही अपनी रखैल जैसी गर्ल फ्रेंड से कराई थी जिसका काम ही है उसके लिए नई नई लड़कियां फंसाना...... दीदी भी ये सुन कर हैरान हुई और बोली कितना कमीना है वो और मैं उससे शादी के सपने देख रही थी ......
दीदी ने पूछा पर तुम्हे कैसे पता चला ये सब मैंने कहा बस गेस किया और तुक्का लग गया ।
दीदी बोली मुझे भी कुछ पूछना है विकी मैंने कहा पूछो दीदी ने कहा आज तुम किसी से मिले थे क्या मेरा मतलब दोपहर में यहां कोई आया था ?
मैं कुछ नही बोला तो वो फिर बोली मैंने तो सब सच सच तुम्हे बता दिया पर लगता है तुम सब कुछ छिपाना चाहते हो मुझसे मैंने कहा ऐसी बात नही है दीदी पर ......
दीदी मेरी बात काटते हुए बोली मुझे पता है कोई आया था यहां और वो एक लड़की थी मैंने हैरान होते हुए पूछा आपको कैसे पता वो बोली दीप्ति (शुक्ला आंटी के बेटी हमारी पड़ोसन) ने बताया कि वो जब स्कूल से वापस आ रही थी तो उसने एक लड़की को हमारे घर से निकलते देखा था उसने बाहर से लॉक लगाया चाभी गेट के बगल में छिपा कर रख दी और चली गयी उसने मुह पर दुपट्टा बांध रखा था तो वो उसे पहचान नही पाई उसने शाम को ये बात बताई मुझे ......
मैंने कहा हां दीदी वो रानी थी और उसे मैंने ही बुलाया था दीदी ने पूछा पर यहां क्यों बुलाया था उसे मैंने कहा उसीलिये जिस लिए विनय आपको वहां ले कर जाता था ...... पिछले कुछ दिनों से चल रही घटनाओं की वजह से मैं बहोत उत्तेजित था और सेक्स मेरे दिमाग पर चढ़ा हुआ था मुझे आईडिया आया कि रानी की मदद से मैं अपनी जरूरतें पूरी कर सकता हूँ इसलिए मैंने उसे आज बुलाया था दीदी ने हैरान होते हुए कहा तुम्हे डर नही लगा कि किसी को मालूम हुआ तो मैंने कहा मन में ये बात आई तो थी पर मैंने सोचा कोई प्रॉब्लम हुई तो आपकी हेल्प ले लूंगा दीदी ने कहा प्रोब्लम हुई तो थी दीप्ति की वजह से पर मैंने उसे ये कह कर संतुष्ट कर दिया कि वो मेरी फ्रेंड थी मुझसे मिलने आई थी ये सुन कर मैंने दीदी का हाथ कस के दबा दिया और कहा थैंक्स दीदी ...... दीदी ने कहा देख ले मैं तेरी मदद करती हूं हर तरह से और तू मुझसे ही सब बातें छुपाता है मैंने कहा सॉरी दीदी आज से मैं आपसे कुछ भी नही छुपाउंगा दीदी ने भी मेरा हाथ अपनी उंगलियों में कस लिया और बोली एक और बात बताऊं मैंने कहा बोलो ना दीदी ने कहा वो तेरी बियर मैंने पी ली .....
मैंने कहा कोई बात नही आपको फिर से पीने का मन करे तो मुझे बोल देना दीदी बोली ठीक है पर अब से हम एक दूसरे से अपनी कोई बात नही छुपायेंगे मैंने कहा ठीक है दीदी .....
फिर मैंने कहा दीदी मैं सोच रहा था आप एक बार रानी की आवाज़ सुन कर कंफर्म करो कि ये वही है जिसने विनय की मम्मी बन कर आपसे बात की थी ....
दीदी उठ कर बैठ गयीं और बोली ठीक है मैंने अपने फोन से रानी का नंबर डायल किया और स्पीकर ऑन कर दिया रानी ने कॉल रिसीव की और बोली हेलो डिअर क्या हो रहा है मैंने कहा बस सोने जा रहा था सोचा तुमसे बात कर लूं ..... रानी बोली मैं भी बस तुम्हे ही याद करती हुई अपनी चूत में उंगली कर रही थी मेरी जान क्या मस्त चुदाई की आज तुमने मेरी दिल कर अभी आ जाऊं तुम्हारे पास तुम्हारा लंड चूस लूं ऊम्म्म्म मैं हड़बड़ा गया मुझे उम्मीद नही थी वो फ़ोन पर ऐसी बातें करने लगेगी मैंने जल्दी से फोन काट दिया दीदी बोली अरे क्या हुआ क्यों काट दिया मैंने तो ठीक से उसकी आवाज़ भी नही सुनी मैंने कहा रहने दो मुझे नही कन्फर्म करना दीदी बोली अच्छा समझी तू शर्मा रहा है मुझसे देख विकी अभी हमे एक दूसरे की जिन्दगी के सारे सीक्रेट मालूम हैं तो ऐसे जरा जरा सी बात पे परेशान होने की जरूरत नही मैं भी जानना चाहती हूं कि ये वही लकड़ी है या नही इसलिए तू उससे बात कर आराम से बिना मेरी परवाह किये .......
तभी रानी का कॉल आ गया दीदी ने कहा विकी कॉल रिसीव करो और बात करो रिलैक्स ही के मान लो मैं यहां हूँ ही नही मैंने कुछ सोचते हुए कॉल रिसीव की स्पीकर ऑन किया रानी बोली क्या हुआ जानू कॉल क्यों काट दी मैंने कहा नेटवर्क प्रॉब्लम होगी खुद से कट गया होगा मैंने नही काटा वो बोली ok जान अभी क्या कर रहे हो मैंने कहा बस लेटा हूँ वो बोली और तुम्हारा लंड क्या कर रहा है राजा मैंने कहा वो भी रेस्ट कर रहा है .......
रानी सेक्सी आवाज़ में बोली हां मेहनत भी तो खूब की है मेरे मुह चूत और गांड़ तीनो छेदों को खूब रगड़ा है तुम्हारे खूंटे जैसे लंड ने सच कहूं बहोत मस्त लंड है तुम्हारा तुम्हारी बीवी बहोत खुश रहेगा हमेशा उनकी कामुक बातों से मेरा लंड सर उठाने लगा था एक तो बियर का सुरूर उस पर रानी की मस्त बातें मैंने उस से बात करते हुए एक हाथ लोअर में डाला और लंड सहलाने लगा .......
मैंने कहा रानी मेरा खड़ा हो गया है क्या करूँ रानी बोली आहह राजा मेरे नाम की मुठ मार लो सोचो कि तुम मेरी चूत चाट रहे हो और मैं तुम्हारा लंड चूस रही हूं ..... मैंने कहा हां रानी मैं तेरी चूत चाट रहा हूँ पूरी जीभ डाल कर अंदर तक ...... ऊम्म्म्म बड़ी रसीली है तेरी बुर साली मेरा लंड चूस ना रण्डी वो बोली हां राजा चूस रही हूं तुम्हारा मस्त मोटा लौड़ा अपने मुह में ले कर ....... उफ्फ्फ मेरे गले तक जा रहा है जान मेरे मुह में टपका तो अपना टेस्टी टेस्टी रस आज बड़ा मजा आया तुम्हारे लंड का रस पी कर ....... फिर से पीने का मन कर रहा है जानू मैंने कहा जिस दिन मिला पिला दूंगा साली और वो तेजी से सिसकने लगी मैंने पूछा क्या हुआ वो बोली कि वो चूत में उंगली कर रही है और झड़ने वाली है ...... फिर वो जोर जोर से आहें भरते हुए झड़ गयी ..... मैंने कहा चलो ok रानी अब सो जाओ गुड नाईट उसने कहा गुड नाईट जान ऊऊमममम और फोन काट दिया ......।
Nice update
 

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फोन रख कर मुझे याद आया दीदी भी तो यहीं हैं मेरे बगल में और उसी वक़्त खड़े लंड पे मुझे जोर से पेशाब आया ......,
मैंने धीरे से कहा दीदी ...... दीदी ने हूँ कर के जवाब दिया मैंने कहा टॉयलेट करनी है मेरी बात सुन कर दीदी उठी लाइट ऑन की और बाथरूम से वो डिब्बा उठा लायी फिर उन्होंने मुझे बिठा कर मेरी टांगे नीचे लटका कर मेरा लोअर अंडरवियर सरकाया मेरा लंड जो इस समय पूरी औकात पर था वो तन कर रॉकेट जैसे खड़ा था ऐसे में मैं मूतता तो वो डिब्बे में ना जा कर मेरे ऊपर ही गिरता मैंने उसे हाथ से नीचे की ओर झुकाया पर खड़ा लंड भला कभी झुकता है दीदी बड़े गौर से उसे देख कर मुस्कुरा रही थीं ...... मैंने बेबसी से दीदी की ओर देखा दीदी बोली अभी तो मुश्किल लग रहा है ...... ऐसा कर तू इसे एक बार हल्का कर ले ...... उनकी बात सुन कर मेरे लंड ने एक झटका से लिया ...... तभी दीदी बोली एक काम कर मैं थोड़ी देर को अपने रूम में जाती हूँ तू इसे शांत कर ले और उन्होंने अलमारी से एक छोटा तौलिया निकाल कर मेरी ओर उछाल दिया और बोली कपड़े मत गंदे करना फिर वो बाहर निकल गयी और मैं चुतिया जैसे बैठे सोचने लगा ये साला हो क्या रहा है ...... वैसे इस समय मुझे भी लंड की गर्मी निकालने की बेहद जरूरत महसूस हो रही थी तो मैंने विनय का फोन उठाया और दीदी की pic देखते हुए लंड को मुठियाने लगा ...... कोई 15 मिनट तक तेजी से लंड पर हाथ चलाने के बाद भी वो नही हल्का हुआ ऊपर से मेरा हाथ दुखने लगा ...... मैं इस समय थोड़ा सा झुंझलाया हुआ था और तभी एकदम से दीदी अंदर आयी और मेरे हाथ मे खड़ा लंड देख कर बोली लगता है अभी हुआ नही मैंने सर झुका कर ना में सर हिला दिया दीदी कुछ देर तक खड़ी मुझे देखती रही और फिर बोली मैं कुछ हेल्प कर दूं क्या ...... सच कहूं मन तो मेरा भी यही था कि कोई लड़की मेरे लंड को मुठ मार दे तो मैं जल्दी से निपट जाऊं पर इस समय लड़की कहाँ मिलनी थी मुझे ..... लेकिन दीदी के ये कहते ही मेरे मन मे लड्डू फूटा दीदी ने फिर पूछ लिया लगता है तू मुझसे शरमा रहा है चल ठीक है मैं थोड़ी देर और अपने कमरे में जा रही तू निपट ही ले और वो मुड़ी ...... तभी नशे में झूमते मेरे दिमाग ने कहा रोक ले दीदी को आखिर तू भी तो यही चाहता है और वो खुद से पूछ रही हैं तुझसे ..... मैंने कहा दीदी ..... वो दरवाजे के पास पहुंच कर रुक गयी बड़ी अदा से मुड़ कर मेरी ओर देखा उनकी आंखें भी नशीली सी हो रही थीं ..... फिर कुछ सोच कर उन्होंने हाथ बढ़ा कर लाइट ऑफ कर दी कमरे में घुप्प अंधेरा हो गया मेरी सांसे तेज होने लगी तभी मुझे अपनी टांगों के बीच कुछ सरसराहट हुई और इसी के साथ दीदी का हाथ मुझे अपनी जांघ पर महसूस हुआ दीदी मेरी टांगो के बीच आ बैठी थी ....... उनकी गर्म सांसे मेरे लंड पर मुझे महसूस हो रही थी और फिर उनका मुलायम ठंडा हाथ मेरी जांघ से सरकता हुआ मेरे लंड की जड़ पर आ गया और उन्होंने पहली बार मेरे सख्त खड़े लंड को अपनी मुट्ठी में भर का महसूस किया उन्होंने अपने हाथ मे उसे भर कर कस के दबाया पर वो जरा भी नही दबा उल्टे और झटके मारने लगा दीदी ने जड़ से ले कर सुपाड़े तक पूरे लंड को दो तीन बार अच्छे से सहलाया और फिर हौले हौले मेरी मुठ मारने लगी मैं अल्कोहल और सेक्स के नशे में चूर हुआ हवा में उड़ रहा था दीदी के हाथों से मुठ मरवाने में मुझे रानी को चोदने से भी ज्यादा मज़ा आ रहा था और दीदी के हाथों की गति धीरे धीरे बढ़ने लगी ...... धीरे धीरे मेरी आँखे भी अंधेरे की अभ्यस्त हो रही थी और मैंने देखा दीदी मेरे लंड की स्किन को नीचे करते हुए मेरे गुलाबी रसगुल्ले जैसे सुपाड़े को आंखे फाड़ कर गौर से देखने लगी ....... तभी मैंने देखा उन्होंने अपनी गांड़ को थोड़ा सा ऊपर उठा कर दूसरे हाथ से नीचे कुछ एडजस्ट किया ...... शायद उन्होंने अपनी नाइटी ऊपर सरकाई थी अब मुझे अफसोस होने लगा कि अगर मैंने थोड़ी हिम्मत की होती तो शायद ये सब अंधेरे में नही उजाले में होता ...... लेकिन अब तो बात हाथ से निकल चुकी थी ...... दीदी ने अब मेरे लंड को तेजी से मुठियाते हुए ...... अपना चेहरा और झुका दिया था मेरे लंड पर और अचानक से उनकी नाक मेरे लंड पर टच हुई मेरा बदन एकदम से गनगना गया ...... दीदी ने अपना चेहरा पीछे नही किया बल्कि ऐसा लग रहा था वो गहरी सांसे लेते हुए मेरा लंड सूंघ रही हों ये महसूस करते ही मेरे दिल जोर से उछलने लगा तभी दीदी वैसे ही लंड को मसलते हुए खड़ी हुई और दूसरे हाथ से अपनी नाइटी को उपर करते हुए शायद उन्होंने अपनी पेंटी नीचे सरका दी और अगले ही पल उन्होंने बारी बारी से अपनी दोनो टांगे उठाई तो मैं कन्फर्म हो गया कि वो अपनी पेंटी ही निकाल रही हैं मुझे एक हल्की सी झलक उनकी गोरी चिकनी टांगों की मिली मगर अगले ही पल वो फिर से अपने पंजो पर बैठ गयी पर बैठने से पहले उन्होंने अपनी नाइटी पीछे से ऊपर उठा ली थी कमर से ऊपर ...... यानी अब वो कमर से नीचे नंगी थीं नीचे बैठ कर उन्होंने लंड को फिर से पूरी तेजी से हिलाना शुरू कर दिया और साथ ही साथ उनका दूसरा हाथ उनकी टांगों के बीच मे तेजी से हिल रहा था........
उफ्फ्फ दीदी मेरी मुठ मारते हुए अपनी चूत में भी उंगली कर रही थीं ...... मुझे लगा मेरी और रानी की बात सुन कर वो भी गरम हो गयी होंगी फिर मैंने सारे खयाल दिमाग से निकाल दिए और अचानक दीदी के होंठो से एक आहह निकाली मुझे लगा उन्होंने उंगली ज्यादा तेजी से डाल ली अपनी चूत में फिर वो सिसकने लगी और बड़बड़ाने लगी ...... उफ्फ विकी वाकई मस्त लंड है तेरा रानी ठीक कह रही थी ...... इस लंड पर तो कोई भी फिदा हो जाये और इतना बोलते बोलते उन्होंने वो किया जिसकी मुझे उम्मीद नही थी उन्होंने अपने गरम गुलाबी होंठ लंड के सुपाड़े पर रख दिये और मैं उछल पड़ा ...... मेरा हाथ स्वतः दीदी के सर पर आ गया और मैं दीदी के सर को अपने लंड पर दबाने लगा दीदी ने भी मेरी हालत को समझा और मुह खोलते हुए लंड को अंदर जाने का रास्ता दे दिया ...... और लगभग 5 इंच लंड मुह ले कर अपनी जीभ उसके इर्द गिर्द फिराने लगी उनका हाथ अब मेरे आंड़ को सहला रहा था फिर उन्होंने सर को आगे पीछे करते हुए लंड को चूसते हुए मेरे अन्डो को सहलाते हुए तेजी से अपनी चूत में उंगली पेलनी शुरू कर दी उनके मुह से आवाजें आने लगी ......, आआम्म्म्महहहहहह उफ़्फ़फ़ सससससससस ओह विकी ....... और अब मेरी भी कमर नीचे से ऊपर को मूव होने लगी और मैं तेजी से लंड पेलते हुए दीदी का गरम गरम मुह चोदने लगा ....... तभी दीदी ने एक पल को अपना हाथ अपनी चूत से हटा कर मेरे हाथ पर रखा और फिर मेरे हाथ को खींच कर नाइटी के ऊपर से अपने नरम चूचे पर रख दिया आए वापस चूत रगड़ने लगी मैंने बिना कुछ सोचे दो तीन बार उनकी नरम मुलायम चूची को सहलाया उसकी नरमी महसूस की तभी मेरी उंगलियां उनके तन कर खड़े निप्पल से टकराई और मैंने उसे उंगलियों में पकड़ कर भींच दिया दीदी ने एक तेज आह भरी और उन्होंने अपने दांत हल्के से मेरे लंड पर चुभा दिए और फिर मैंने अपना हाथ उनकी नाइटी के अंदर डाला और उनके नंगे सीने को सहलाते हुए दाईं चूची को मसलने लगा बीच बीच मे मैं निप्पल को भी मसल देता था दो मिनट तक ऐसे की करने से दीदी अब पागल सी होने लगी उनकी आहह और सिसकियां तेज होने लगी और अगले ही पल उनका बदन कांपने लगा उन्होंने थरथराते हुए मेरे लंड को जोर से चुस्का मेरे मुह से भी एक आहह निकली और मैंने तेजी से कमर उछाल कर लंड जड़ तक उनके मुह में पेल दिया और मेरे सुपाड़े से गरम वीर्य की तेज धार एक के बाद एक निकल कर दीदी के मुह में समाने लगी अपनी चूत से रस टपकाते हुए चूत को हल्के हाथ से सहलाते हुए दीदी आंखे मूंदे मेरे लंड का गाढ़ा गरम चूस चूस कर पीने लगी आखिरी बून्द तक निगलने के बाद उन्होंने लंड मुह से निकाला और मेरी जांघ पर अपना गाल रख कर सुस्ताने लगी मैं भी अपनी उखड़ी हुई सांसों को नियंत्रित करते हुए दीदी के सर पर हाथ फिराने लगा .......
और दीदी ने मेरा दूसरा हाथ कस के पकड़ लिया और धीरे से बोली ...... i love you viki ...... मैंने भी दीदी का हाथ दबाते हुए कहा ...... love you to didi .......
वक़्त मानो थम सा गया था दीदी से मेरा नया रिश्ता बन चुका था पर इसका अंजाम क्या होगा इससे हम दोनों बेखबर थे ...... फिर कुछ पल बाद दीदी उठी उन्होंने अपने कपड़े सही किये और लाइट ऑन की उनका चेहरा लाल था वो मेरी ओर देख भी नही रही थी यही हाल मेरा भी था अंधेरे नशे और उत्तेजना में घटी इस घटना से हम दोनों शर्मिन्दा थे दीदी ने मेरे पास आ कर वो डिब्बा उठा कर मेरे लंड के नीचे लगा दिया और बोली अब कर लो हो जाएगी ...... मैंने मूतना शुरू किया और डिब्बा लगभग पूरा ही भर गया इसमे हैंडल नही था तो दीदी को दो ओर से उंगलियों से मदद से उसे पकड़ना पड़ रहा था पूरा भरने से वो काफी भारी हो गया था और दीदी की उंगलियां मेरे पेशाब में डूब गई थीं दीदी ने उसकी गर्मी महसूस की होगी और उनके चेहरे पर एक शर्मीली मुस्कान आ गयी ये देख कर मुझे उन पर प्यार आ गया फिर वो डिब्बा ले कर बाथरूम गयी और 5 मिनट में वापस आयी उन्होंने लाइट ऑफ कर दी और मेरे बगल में लेट गयीं ......
दीदी ने कुछ देर बाद मेरी ओर करवट ली और अपना एक हाथ मेरे सीने पर रख कर मुझसे लिपट सी गयीं और मेरे गाल को चूम कर बोली गुड नाईट विकी .......मैंने भी उन्हें अपने सीने पर चिपकाते हुए कहा गुड नाईट दीदी और फिर हम नींद में डूबते चले गए .....।

अगले अपडेट में कहानी में एक मोड़ आने वाला है ..... दोस्तों अभी तक कि कहानी कैसी लगी अपने विचार अवश्य दीजिये ।
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अगली सुबह 8 बजे के आसपास मेरी नींद खुली देखा तो मैं अकेला था कमरे में ...... मैं उठ कर बैठा और जल्दी ही मुझे बाथरूम जाने की जरूरत महसूस होने लगी मैंने दीदी को आवाज़ दी पर वो शायद नीचे थे मैंने दो तीन तेज आवाज़ें दी तो उन्होंने नीचे से जवाब दिया आती हूँ विकी .....फिर दो मिनट बाद वो कमरे में दाखिल हुए वो नहा चुकी थी और एक लैगी और कुर्ती पहन रखी थी और हमेशा की तरह बेहद सेक्सी दिख रही थी उन्हें देखते ही रात की घटना किसी फिल्म की तरह मेरे दिमाग मे चलने लगी ..... पर दीदी बेपरवाही से मेरे पास आई और मुझे अपनी पीठ पर उठा कर बाथरूम में आ गयी ..... मुझे कमोड पर बिठा कर वो बाहर चली गयी फिर कल की तरह उन्होंने मुझे ब्रश कराया मेरा बदन गर्म पानी से पोंछा और मुझे कपड़े पहना कर नाश्ता करवाया .......
इस दौरान हमारी दो चार शब्द ही बात हुई फिर वो बर्तन ले कर नीचे चली गईं तभी पापा आये और उन्होंने रोज की तरह मेरा हाल चाल लिया ..... और आफिस चले गए फिर दीदी वापस आयी और मैंने उनसे अपनी नोटबुक्स और पेन मांगा और स्कूल का काम पूरा करने लगा मुझे व्यस्त देख कर वो भी नीचे चली गयी और मम्मी की हेल्प करने लगी खाना बनाने में 12 बजे तक मेरा काम खत्म हो गया और मैं लेट कर कल की घटना के बारे में सोचने लगा और मुझे एहसास होने लगा कि कल जो हुआ वो गलत था अनैतिक था भले ही इसमे हमारी सहमति थी रजामन्दी थी पर था तो ये गलत ही और एक बार तो मुझे ये भी अहसास हुआ कि मुझमें और विनय में क्या फर्क है जो उसने किया दीदी के साथ वही तो मैं भी कर रहा हूँ ...... पर मेरे मन ने एक तर्क दिया कि विनय ने गलत इरादे से वो सब किया और मैंने हालात की वजह से ...... मैं इन्ही सब ख्यालों में डूबा था कि तभी मम्मी आ कर बैठ गईं मेरे पास और मुझसे बातें करने लगी उनको आये 5 मिनट ही हुए थे कि तभी मेरे फोन की घंटी बजी ...... देखा तो ये मेरी बुआ का कॉल था (मेरी बुआ प्रीति पापा से 4 साल बड़ी थीं उनकी ससुराल लखनऊ में थी फूफा जी बैंक में जॉब करते थे उनके दो बेटे थे जिनमें से बड़ा बेटा अभय एयरफोर्स में था और छोटा कॉलेज में)
मैंने कॉल रिसीव की और बुआ को चरण स्पर्श कहा उन्होंने आशीर्वाद देते हुए मेरा हालचाल पूछा मैंने अपने एक्सीडेंट के बारे में उन्हें बताया और वहां के हालचाल पूछे उन्होंने बताया कि सब ठीक है और वो कुछ दिन के लिए इलाहाबाद आना चाह रही हैं सबसे मिलने और मेरे एक्सीडेंट की बात सुन कर वो कुछ ज्यादा ही उतावली हो रही थीं आने को मैंने कहा ठीक है बुआ जी आप जब चाहो आ जाओ ...... फिर उन्होंने मम्मी के बारे में पूछा मैंने बताया कि वो यहीं है आप उनसे बात कर लो और मैंने फोन मम्मी को दे दिया मम्मी उनसे बात करने लगी उनकी बात काफी लंबी चलनी थी पर मेरे पास सुनने के सिवा कोई चारा नही था कुछ देर बाद मम्मी की बात सुन कर मेरे कान खड़े हुए वो पूछ रही थी ......, दीदी वो तो ठीक है पर लड़का करता क्या है????.
अच्छा फिर तो सही है कितनी सैलरी होगी?
कितने भाई बहन हैं ,?
इस तरह एक सवाल सुन कर मुझे उत्सुकता हुआ कि बुआ के तो दो बेटे ही हैं उन्हें लड़के की कोई जरूरत ही नही तो क्या ये बातें दीदी के बारे में चल रही ...... कहीं दीदी की शादी की बात तो नही चल रही ये अहसास होते ही मुझे कुछ बुरा सा लगा ...... पर मैंने अपने मन को समझाया कि एक दिन तो ये होना ही है और दीदी की उम्र भी 22 हो रही है ..... इस उम्र में लड़कियों की शादी की बातें तो होती ही हैं ......
आखिर में मम्मी ने कहा ठीक है जीजी आप आना तो लड़के की फ़ोटो और कुंडली लेती आना फिर आगे देखा जाएगा ..... और उन्होंने फोन काट दिया .......
मैंने पूछा क्या कह रही थीं बुआ मम्मी ने मुस्कुराते हुए बताया कि वो निकिता के लिए एक रिश्ता बता रही थीं लड़का उनकी पहचान का है हमारी ही बिरादरी का बैंक में जॉब करता है 80000 तनख्वाह है और लखनऊ में दो मकान हैं उनके खुद के लड़के की सिर्फ एक बहन और माँ है पापा नही हैं छोटा और खुशहाल परिवार है लड़के में कोई बुरी आदतें भी नही हैं ...... हमारी निकिता के लिए एकदम ठीक रहेगा ये लड़का ......
मम्मी की बात सुनकर मुझे हंसी आयी माँ बाप को कितनी जल्दी होती है बच्चों की शादी की आज ही बात हुई और उन्हें सब ठीक लगने लगा फिर मम्मी बोली आज इनसे भी बताऊंगी सब ठीक रहा तो इसी साल शादी कर दूँ निक्की की विनय वाली घटना के बाद से मैं यही सोच रही हूं जल्दी से इसकी शादी हो जाये ससुराल चली जाए तो मुझे चैन मिले उनकी फिक्र अपनी जगह पर जायज भी थी ......
मैंने कहा पर वो अभी पढ़ रही हैं पढ़ाई तो पूरी होने दीजिए मम्मी बोली शादी के बाद भी पढ़ाई कर सकती है इस बारे में बात कर लेंगे लड़के से फिर वो उठी और बोली मैं जा रही हूं नीचे ...... तेरी मामी से बात करनी है मैं समझ गया कि अब ये बात जब तक सारे रिश्तेदारों को पता नही चल जाएगी मम्मी को चैन नही आएगा ........
दोपहर में दीदी खाना ले कर आईं उनके चेहरे पर थोड़ी टेंशन झलक रही थी ..... उन्होंने मुझे खाना खिलाया पर इस दौरान वो चुप ही रहीं ...... वो बर्तन रखने गयी और जल्दी ही वापस आ गईं और परेशान सी बैठ गईं ..... मैंने कहा क्या हुआ दीदी आप कुछ परेशान दिख रही हो वो बोली ....., ,तुझे नही पता मैंने ना में सर हिला दिया वो बोली मम्मी तो कह रही थी तुझे सब पता है मैंने पूछा वो शादी वाली बात वो बोली हां मेरी शादी होने जा रही है दीदी कि बात सुन कर मैं हंस पड़ा ...... मैंने कहा अरे यार अभी बस बुआ ने रिश्ता बताया है शादी की डेट नही फिक्स हुई ये सब लंबा प्रोसेस होता है दीदी बोली पर मम्मी की बातों से ऐसा लग रहा कि वो अगले महीने ही मेरी शादी कर के मुझे ससुराल भेज देंगी ......
मैंने उन्हें छेड़ते हुए कहा अच्छा है तो फिर आपको अपने उंगलियों से मेहनत नही करनी पड़ेगी मेरी बात सुन कर उनके गाल गुलाबी हो गए वो बोली चुप कर नालायक फालतू मत बोल ...... मैंने कहा मैं सही तो बोल रहा हूँ आराम से ससुराल में जीजा जी के साथ मज़े करना दीदी तुनक कर बोली पर ऐसे थोड़े होती है शादी ...... मैंने कहा तो ऐसे कहाँ हो रही है बुआ को आने दो बात आगे बढ़ने दो जमा तो ठीक वरना मना कर देना ..... दीदी मुह बना कर बोली तेरी बात सही है पर मम्मी का अलग ही इरादा लग रहा ऐसा लगता है वो सब डिसाइड कर चुकी हैं मैंने दीदी का हाथ पकड़ कर आप इतनी टेंशन ना लो अभी मैं हूँ ना आपको लड़का पसन्द ना हो तो मुझे बताना मैं मम्मी को समझा लूंगा मेरी बात सुन कर उनके चेहरे का तनाव कुछ कम हुआ और वो स्माइल की .......
मैंने कहा बस ऐसे ही मुस्कुराते हुए आप अच्छी लगती हो और दीदी ने अपना सर मेरे कंधे पर टिका दिया,
तभी नीचे घंटी बजने की आवाज़ आयी ....., दीदी उठ कर नीचे की ओर चल दीं और नीचे से कुछ आवाज़ें आने लगी शायद कोई आया होगा ......, फिर 10 मिनट बुआ जी मेरे कमरे में दाखिल हुए मैं थोड़ा सा चौंक गया उन्हें देख कर वो इतनी जल्दी आ टपकेगी मुझे उम्मीद नही थी पर मैंने मुस्कुराते हुए उन्हें हाथ जोड़ कर प्रणाम किया वो मेरे पास आ कर बैठ गयी मैंने उनके पैर छुए तो उन्होंने मेरे सर पर हाथ फिराते हुए मेरा हाल चाल पूछा मैंने पूछा बुआ प्लेन की टिकट ले रखी थी क्या अभी कुछ देर पहले आपने आने की बात की और इतनी जल्दी हाजिर वो हंस कर बोली मैंने तो रास्ते मे बस में बैठे बैठे ही कॉल की थी तुझे मैंने कहा फिर बताया क्यों नही की आप अभी आ रही हो बुआ हंस कर बोली सरप्राइज और फिर बातें करने लगी काफी देर हमने यहां वहां की बातें की फिर वो नीचे चली गईं .......

शाम को 4 बजे सारे ऊपर ही आ गए दीदी मम्मी बुआ और दीदी ने चाय नाश्ता भी लिया हुआ था वही मेरे कमरे में सबने नाश्ता किया चाय पी और दुनिया भर की चर्चा होती रही बातों बातों में मम्मी ने अपनी साड़ी के पीछे से एक तस्वीर निकाली और मुझे दे कर बोली देख विकी ये लड़का कैसा है ......
मैंने देखा ये एक 25-26 साल के स्लिम ट्रिम लड़के की तस्वीर थी घुंघराले बाल क्लीन शेव आंखों पर चश्मा एकदम गोरा कुल मिला एकदम स्मार्ट और हैंडसम लड़का था ये ...... मैंने दो मिनट तक गौर से उसे देखा और फिर बोला बढ़िया है एकदम फर्स्ट क्लास बुआ ने फौरन सवाल किया अपनी निक्की के लिए कैसा रहेगा ....., और बुआ का ये सवाल सुनते ही दीदी बर्तन समेट कर नीचे चली गईं ........ बुआ ने मुस्कुराते हुए कहा लगता है शर्मा गयी मम्मी ने चहकते हुए कहा मुझे तो लड़का बहोत पसन्द है बस निकिता को पंसद आ जाये ये सुन कर मुझे राहत मिली कि कम से कम उनकी पसन्द का ख्याल तो है मुझे ये डर था कि कहीं उनकी मर्जी पूछे बिना ना मम्मी पापा कोई फैसला कर लें।
मम्मी की बात सुन कर मुझे थोड़ी तसल्ली हुई और मैंने फोन से उस लड़के की एक pic की एक pic ले ली मैंने पूछा बुआ इनका नाम क्या है बुआ ने बताया प्रतीक नाम है इसका घर मे सिर्फ इसकी माँ शांति जो बहोत सीधी सज्जन महिला हैं और बहन श्वेता जो अभी 12th की स्टूडेंट है और वो भी एकदम सीधी सादी लड़की है .......
मुझे ऐसा लगा मेरी निकिता दीदी के लिए घर और रिश्ता एकदम परफेक्ट है .......
फिर बुआ और मम्मी नीचे चली गईं उनके जाते ही दीदी कमरे में आई मुझे सूसू आयी थी मैंने दीदी को बताया उन्होंने हमेशा की तरह मुझे टॉयलेट करवाया और फिर मेरे पास आ कर बैठ गईं और पूछने लगी कि क्या बातें हो रही थी उनकी शादी के बारे में मैंने कहा दीदी वो सब छोड़ो पहले ये बताओ आपने लड़के की तस्वीर देखी उन्होंने ना में सर हिला दिया ...... मैंने फोन पर उन्हें प्रतीक की तस्वीर दिखाई वो बड़े गौर से उसे देखने लगी .......
मैंने पूछा क्या हुआ दीदी पसन्द आ गया क्या उन्होंने कहा ठीक ही है मैंने कहा सिर्फ ठीक मुझे तो बहोत पसन्द आया ये लड़का .....
बाकी चीजें भी अच्छी हैं वो सवालिया नजरो से मुझे देखने लगी मैंने उनके मन की बात समझ कर कहा पहली बात घर मे सिर्फ 3 सदस्य हैं लड़के की माँ और बहन दूसरी बात इसकी मा बहन दोनो एकदम अच्छे स्वभाव की हैं बुआ ने ऐसा ही बताया है बाकी मैं ठीक होने पर खुद जा कर देखूंगा कैसे लोग हैं वो ..... तीसरी बात लड़का अच्छी जॉब करता है बढ़िया कमाता है आपको खुश रखेगा और आखिरी बात अगर आपको ये नही पसन्द तो सब बातें खत्म अब बोलो दीदी ......, अपनी उंगली मसलते हुए बोली इतनी जल्दी क्या बोलूं मैंने कहा कोई बात नही दो चार दिन में बता देना .......
तभी मम्मी ने उन्हें आवाज़ दी और वो नीचे चली गईं ....... ,
फिर संजय आ गया उसने आज के नोट्स दिए मुझे और कल वाले ले कर चला गया और फिर रात में दीदी ने मुझे खाना खिलाया और हम थोड़ी बातचीत कर के सो गए ......
मैंने अपनी तरफ से दीदी से कोई हरकत करने की कोशिश नही के और दीदी ने भी आज खुद पर काबू रखा ।
अगले तीन दिन इसी तरह निकल गये हमारा जिंदगी सामान्य तरीके से चलती रही और चौथे दिन बुआ वापस चली गईं वो जाते जाते कई बार ये बात कह गयी कि भाभी इस रिश्ते पर गौर करना इससे अच्छा रिश्ता मिलना मुश्किल है मम्मी ने उन्हें आश्वासन भी दिया वो जल्दी ही उन्हें बताएंगी .......
और उस रात दीदी ने रोज की तरह मुझे खाना खिला कर दवा और दूध दिया फिर मुझे टॉयलेट करवा के कमरे की लाइट ऑफ कर के आ कर लेट गयी और थोड़ी देर बाद उन्होंने करवट ले कर अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया ......
मैंने उनका हाथ पकड़ लिया और पूछा दीदी 4 दिन हो गए हैं कुछ सोचा आपने उन्होंने कहा हाँ बहोत सोचा पर कोई फैसला नही कर पा रही हूं मैंने उनका हाथ सहलाते हुए कहा ऐसा क्यों दीदी वो बोली विकी ऐसा है कि इस शादी से इनकार करने की मेरे पास कोई वजह नही है लड़का अच्छा है हैंडसम है परिवार भी ठीक है पर मैं अभी शादी नही करना चाहती मैंने कहा ह्म्म्म पर अभी शादी ना करने की वजह ...... वो बोली तुम्हे नही पता मैंने कहा ठीक ठीक नही पता आप ही बता दो वो बोली तुम हो वो वजह ..... मैं अभी बस तुम्हारे साथ रहना चाहती हूं शुरू से मेरा तुम्हारा रिश्ता कुछ खास नही था हम दोनों अपनी अपनी दुनिया मे मस्त थे पर पिछले कुछ दिनों से जो सब हुआ है मुझे महसूस हुआ कि एक तुम ही हो जो मुझे समझते हो मेरी परवाह करते हो मेरी हर खुशी का ख्याल रखते हो मेरे लिए कितना कुछ कर दिया तुमने और मुझे पता हीनही चला कब मैं तुम्हे भाई से बढ़ कर एक दोस्त और फिर उससे भी ज्यादा समझने लगी ....... विकी मुझे तुमसे प्यार हो गया है मैं अभी बस तुम्हारे साथ रहना चाहती हूं इतना कह कर दीदी कस के मेरे सीने से चिपक गयीं मैंने भी उन्हें बाहों में कस लिया और उनके माथे को चूम लिया ......, और कहा ...... दीदी प्यार मैं भी आपसे करता हूँ आपसे बेहद और शायद मैं भी यही चाहता हूं कि आप हमेशा मेरे पास मेरे साथ रहो लेकिन ये सम्भव ही नही है आज नही तो कल एक दो साल बाद आपके शादी करनी ही पड़ेगी हमे एक दूसरे से अलग होना ही पड़ेगा उस रात जो हुआ वो गलत था नही होना चाहिए था और मैं वादा करता हूँ कि आगे से कभी ऐसा नही होगा पर मेरी एक बात मान लो ये रिश्ता वाकई में आपके लिए हर तरह से सही है हां एक बार मैं खुद जा कर उन लोगों से मिलूंगा और अगर सब सही लगा तो आप ये शादी कर लो मना मत करो कभी कभी कुछ फैसले लेने पड़ते हैं दीदी ......
दीदी ने मेरी बात सुन कर एक गहरी सांस ली और कहा तुम्हे ऐसा लगता है उस रात हमारे बीच जो हुआ वो गलत था ...... मैंने कहा दीदी पता नही वो गलत था या सही पर इतना जरूर है किसी को भी पता चला उस बारे में तो वो हमें गलत ही कहेगा अभी विनय वाला मामला निपटा ही है मैं नही चाहता कि मेरी वजह से आप किसी नई मुसीबत में पड़ो दीदी ने मेरे गाल पर किस करते हुए कहा इतना प्यार करता है तू मुझे मेरी खुशी के लिए खुद को मुझसे दूर कर लेगा मैंने कहा एकदम नही मैं अपनी प्यारी दीदी को ना दूर कर सकता हूँ ना आपको कभी अपने से दूर जाने दूंगा लेकिन अब हम उस सब से दूर रहेंगे अच्छा हुआ उस रात हम और आगे नही बढ़े .......
दीदी बोली पता नही अच्छा हुआ या बुरा हुआ ......
मैंने कहा जो होता है अच्छा ही होता है जितना हुआ वो भी अच्छा बल्कि बेहद अच्छा था पर उसके आगे कुछ नही हुआ वो भी अच्छा था ......
दीदी अब बोलो आपका क्या फैसला है दीदी ने मेरे सीने पर रख कर कहा मुझे तेरी धसर बात मंजूर है विकी मैं इस शादी के लिए तैयार हूं पर याद रखना मेरा प्यार तेरे लिए कभी कम ना होगा ...... और हमारी दोस्ती हमेशा बनी रहेगी और हम एक दूसरे से अपनी कोई भी बात नही छुपायेंगे ......
वादा कर मैंने कहा प्रॉमिस दीदी आप जैसा चाहती हो वैसा ही होगा ।
फिर हम एक दूसरे को बाहों में भरे भरे सो गए .......
अगले 10 दिन तक सब वैसे ही चलता रहा हां दीदी ने मम्मी पापा को अपना फैसला सुना दिया था कि उन्हें लड़का पसन्द है और वो शादी के लिए तैयार हैं ......
घर मे सब लोग दीदी के इस निर्णय से खुश थे और बुआ को भी ये सूचित कर दिया गया था .....
इस बीच प्रतीक की मम्मी की एक बार मेरी मम्मी से बात भी हुई थी और मम्मी का कहना था को बेहद सुलझी सरल और सज्जन हैं और दीदी को उनके घर कभी कोई परेशानी नही होगी उन्होंने हम सब को अपने घर बुलाया भी की एक बार सब लोग एक दूसरे से मिल लें ...... और हां बुआ दीदी की तस्वीरें ले गयी थीं जो कि प्रतीक ऑयर उनके घर वालों को बेहद पसंद आ गयी थीं।
आती कैसे नही मेरी दीदी हैं ही ऐसी प्यारी सी मासूम और सेक्सी .......।
Shandaar update
 
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