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Incest जीजा जी की चाहत (incest)

neeRaj@RR

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Kamuk kahani bas phle seduction phir sex karao dheere dheere.....abhi tak ki kahani sandar h..intejar h aage ki kahani ki
धन्यवाद सोनी जी कहानी स्लो ही रहेगी एकदम से जबरदस्ती का सेक्स नही मिलेगा आपको इस कहानी में
 

neeRaj@RR

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कहानी की सुरुवात बहुत बढ़िया है बाद में मम्मी को भी चुदवाना
एकदम नही मा बेटे के रिश्ते के बारे में कोई भी गलत बात ना मैं सोच सकता हूँ ना लिख सकता हूँ क्षमा करें
 

neeRaj@RR

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Isme bhan bhai ka sex hi hoga fer ye jija ji ki chahat naam kyon hai khani ka
वो आपको आगे के अपडेट में अवश्य पता चलेगा अभी तो बस शुरुवात है कहानी की
 

neeRaj@RR

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सुबह रोज की तरह ही 6 बजे मेरी नींद खुल गयी मैं आंखे मलते हुए उठ बैठा मेरी आदत है सुबह उठते ही सीधे बाथरूम में घुस जाने की लेकिन आज मैं मजबूर था ...... मैंने बगल में नजर डाली दीदी मेरी ओर ही करवट लिए गहरी नींद में सो रही थीं इस समय उनके प्यारे से चेहरे ढेर सारी मासूमियत छाई हुई थी और सोई हुई वो बड़ी क्यूट सी लग रही थीं दिल किया बस ऐसे ही उन्हें निहारता रहूं पर कुछ ही मिनट में मेरा प्रेसर आने लगा और आखिर मुझे दीदी को आवाज़ देनी पड़ी दो तीन आवाज़ों के बाद भी जब दीदी नही जागी तो मैंने सोचा इतनी गहरी नींद का कुछ तो फायदा उठा ही सकता हूँ मैंने दीदी की ओर झुकते हुए दाएं गाल को हौले से चूम लिया और बस इसी के साथ दीदी ने झट से आंख खोल कर कहा गुड मॉर्निंग विकी ...... मेरी हालत खराब हो गयी दीदी जग रही थीं बस वो सोने का नाटक कर रही थीं ......
मैंने हड़बड़ाते हुए बोला आप जाग रही थीं ..... दीदी शोखी से मुस्कुराते हुए बोली हां पहली आवाज़ में ही जाग गयी थी ...... मैंने कहा फिर आप उठी क्यों नही ...... दीदी ने मेरी आंखों में झांकते हुए कहा फिर तू इतने प्यार से कहाँ जगाता मुझे ......
मुझे अब समझ आ गया कि दीदी ने मेरी इस हरकत का बुरा नही माना बल्कि वो खुश हैं ...... दीदी बोली वैसे आज सुबह सुबह बड़ा प्यार आ रहा है दीदी पर मैंने नजरें चुराते हुए कहा दीदी आप कल से मेरा इतनी केयर कर रही हो ..... तो जाहिर सी बात है आप पर प्यार तो आएगा ही ...... लेकिन मुझे अभी बाथरूम जाना है जल्दी से बहोत जोर से आई है ..... मेरी बात सुन कर दीदी खिलखिला कर हंस दी और बोली ..... अच्छा अब समझी तुझे फिर से मेरी सवारी करनी है सुबह सुबह इसीलिए इतना मस्का लगाया जा रहा है फिर दीदी ने bed से उतर कर मुझे सहारा दे कर बिठाया और मेरे सामने आ कर घूम कर मुझे अपनी पीठ पर उठा लिया ...... आप लोगों को तो पता ही होगा कि सवेरे सवेरे जवान लड़को के लंड की क्या हालत होती है तो मेरा भी काफी सख्त था और सीधा दीदी के नरम नरम चूतड़ों पर जा धंसा मेरा खड़ा लंड दीदी उसकी सख्ती महसूस कर के जरा सा चिहुंक गयी पर फिर खुद को सम्हाल कर मुझे ले कर बाथरूम में घुस गयीं ......
कमोड के पास मुझे खड़ा कर के उन्होंने दो सेकेंड्स कुछ सोचा फिर एकदम से मेरा लोअर और अंडरवियर नीचे सरका दिया और मेरा लंड उछल कर बाहर आ गया ...... ये सब एकदम से हुआ मुझे दीदी से ऐसी उम्मीद नही थी तो मैं अपना लंड हाथ से छिपाने लगा इस पर दीदी हंसते हुए बोली इतना छोटा नही है कि हाथ से छिप जाए और मैंने पहले भी देखा है चल अब जल्दी से बैठ जा इससे पहले की कोई गड़बड़ हो और मैं झेंपते हुए कमोड पर टूटी हुई टांग सीधी फैला कर बैठ गया ...... बैठने पर मेरा लंड लोअर के पीछे छिप गया और दिखना बंद हो गया दीदी बोली जब कर लेना तो आवाज़ देना मैं ले जाऊंगी .....
मैंने हां में सर हिला दिया और दीदी बाहर चली गईं ...... वैसे आज मेरे पैर में दर्द ना के बराबर था और मुझे लगा थोड़ी कोशिश करूँ तो दो चार कदम चल लूंगा ..... मैं फ्रेश हो के फ्लश करके बैठा रहा और एकदम से मेरा मुठ मारने का मन हुआ पर दरवाजा अंदर से बंद नही था ..... पर मुझे लगा मेरे बुलाये बिन तो दीदी आएंगी नही ..... और मैंने लंड को लोअर की ओट से बाहर निकाल कर मसलना शुरू कर दिया ..... मैं जल्दी ही मस्ती में भर उठा और आंखे बंद कर के अपना लंड तेजी से मुठियाने लगा और आंखे बंद करते ही मेरे दिमाग मे दीदी की नंगी तस्वीरें एक के बाद एक आने लगी और मैं कल्पनाओं में दीदी के नंगे खूबसूरत मखमली बदन को देखते हुए तेजी से मुठ मारने लगा ........ 3-4 मिनट बीते कई मुझे एकदम से लगा दरवाजे के पास कोई है पर इसी वक्त मैं चर्मोत्कर्ष पर पहुंचने वाला था मेरे दिल और दिमाग मे असमंजस की स्थिति बन रही दिल कह रहा था कि बस कुछ सेकेंड्स और करता रह निकाल दे अपना रस और दिमाग कह रहा था कि रुक जा कहीं दीदी अंदर ना जाये ...... पर मैं खुद को रोक ना सका और तभी एकदम से दरवाजा खुला और दीदी ने अंदर आते हुए कहा कितनी देर से इंतजार कर रही हूं मैं की तू कब बुलायेगा फ्लश की आवाज़ तो काफी देर पहले आयी थी ....... ये कहते हुए वो कमोड और दरवाजे के बीच मे आ गईं और उनकी तीखी नजरें मेरी मुट्ठी में कसे हुए खड़े सख्त लंड पर गयी ...... मैंने अपना हाथ रोक तो लिया था दरवाजा खुलते ही लेकिन मैं लंड को छुपा नही पाया था मैंने जैसे तैसे उसे ठेल कर लोअर के नीचे दबाया और बोला हां मैं बस फ्लश किया ही था कि हल्का प्रेसर फिर से आ गया तो सोचा 2 मिनट और बैठ लूं ...... दीदी होंठ सिकोड़ते हुए बोली हां हां मैं समझ रही हूं कैसा प्रेसर आया था लगता है मैं गलत टाइम पर अंदर आ गयी ..... मैंने कहा नही नही ऐसी कोई बात नही है दीदी बस हो गया ले चलो मुझे दीदी ने कहा यही रुक मैं आती हूँ ...... और दीदी फिर से बाहर चली गईं मेरा लंड सिकुड़ चुका था और अब दोबारा उसे हाथ लगाने की मेरी हिम्मत नही हुई ...... दो मिनट में दीदी दोबारा बाथरूम में दाखिल हुए उनके हाथ मे एक स्टूल और दूसरे हाथ मे गर्म पानी की बाल्टी और एक छोटा तौलिया था दीदी ने स्टूल मेरे पास रखा और मुझे सहारा दे कर स्टूल पर बिठाया और फिर बाथरूम का दरवाजा बंद कर के मेरे सामने जमीन पर बैठ कर धीरे धीरे मेरे पैरों से लोअर और अंडरवियर निकालने लगी मैंने कहा दीदी सारे कपड़े क्यों निकाल रही हो वो मेरी ओर देखे बगैर बोली क्यों कपड़े पहन कर नहाता है क्या तू ..... मैंने कहा नही पर अंडरवियर तो नही निकालता ना मैं दीदी बोली फिर ठीक है मैं भी इसे नही निकालती हूँ पर मैं सोच रही थी अच्छे से साफ कर दूं तुझे पानी डाल कर तो नही नहला सकती प्लास्टर खराब हो जाएगा तौलिया भिगो के तेरा बदन पोंछ देती हूं ...... फिर मैंने धीरे से कहा दीदी किसी को बताना मत प्लीज की आपने मुझे ऐसे देखा है और ऐसे नंगा कर के नहलाया है दीदी हंस कर बोली इतनी समझ है मुझे है कि क्या बताना चाहिए और क्या नही ...... तू का सबको बताएगा कि मेरा विनय के साथ क्या रिश्ता था और हमने क्या क्या किया है ..... मैंने कहा पागल हो गयी हो क्या आप ये कोई बताने की बात है ...... दीदी ने मेरा टीशर्ट निकालते हुए कहा तो बस जैसे तुझे पता है क्या छुपाना है वैसे भी मुझे भी इतना तो पता ही है और ये सब तेरी टांग टूटने का नतीजा है वरना मैं इतना किसी के लिए नही करती ......
मेरे चेहरे पर एक फीकी सी मुस्कान आ गयी जिसे दीदी ने देख लिया .......अब मेरे जिस्म पर सिर्फ अंडरवियर था दीदी ने तौलिया गर्म पानी मे गीला कर के निचोड़ा और मेरे बदन के एक एक अंग को रगड़ कर पोंछने लगी कोई 8-10 मिनट तक उनकी ये प्रक्रिया चलती रही और फिर उन्होंने आखिरी बार तौलिया निचोड़ कर मेरे अंडरवियर को सामने से पकड़ कर खींचते हुए अपना हाथ अंदर डाल दिया और लंड के आसपास तौलिया फिराने लगी ये करते हुए उनकी पतली लंबी उंगलियां बार बार मेरे लंड को छू रही थीं और जल्दी ही वो फिर से अपने रंग में आने लगा ....... उसका आकार बढ़ने लगा और वो हल्के से झटके लेने लगा जिसे दीदी ने भी महसूस किया होगा पर वो उस पर ध्यान ना देते हुए उसे पोंछती रही और फिर फाइनली एक बार पूरे लंड पर तौलिया फिराया और मुझे ऐसा लगा जिसे दीदी ने उसे हल्के हाथों दे दबाया हो और फिर हाथ बाहर निकाल कर बोलीं ...... लो भाई ये काम तो खत्म हुआ और फिर उन्होंने मेरे ब्रश में पेस्ट लगा कर मुझे मैं ब्रश करने लगा और दीदी बाहर निकल गईं मेरे ब्रश करने से पहले ही वो मेरा अंडरवियर बनियान ले कर आ गईं और फिर से मेरे सामने बैठ कर मेरा पहना हुआ अंडरवियर खींचते हुए उतारने लगी उसे उतार कर उन्होंने तिरछी नजरों से मेरे लंड को देखा और फिर साफ अंडरवियर मेरे पैरों में डाल कर उसे ऊपर खींचने लगी .....
अंडरवियर ऊपर जांघो तक चढ़ा कर उन्होंने मेरा लंड उंगलियों से दबाते हुए अंदर किया और फिर बनियान भी पहना दी मैंने पानी मांग कर कुल्ला किया और फिर दीदी ने वापस मुझे पीठ पर लाद कर बेड पर बिठा दिया और अलमारी से लोवर टीशर्ट निकाल कर मुझे पहना दी ....... तभी मम्मी ने नीचे से उन्हें आवाज़ दी दीदी ने वहीं से चिल्ला कर उन्हें जवाब दिया कि अभी वो मेरे साथ व्यस्त हैं थोड़ी देर में आएंगी ...... फिर वो मुझे लिटाने लगी तो मैंने मना किया कि थोड़ी देर बैठने दो मुझे उन्होंने कहा ठीक है मैं भी नहा लूं फिर नाश्ता करते हैं और वो बाथरूम में घुस गयीं .......
मैंने संजय को कॉल की 7 बज गए थे उसने फोन उठा कर अलसायी आवाज़ में पूछा अब क्या हो गया मैंने कहा अभी सो रहा क्या झांटू इंसान आज तुझे कुछ काम करने हैं मेरे वो बोला अबे साले सुबह 7 बजे कौन सा बैंक खुलता है मेरे बाप का बैंक थोड़े है आता हूँ 9 बजे तक अभी सोने दे मुझे हरामखोर ...... और उसने फोन काट दिया तभी मम्मी ऊपर आयी उनके हाथ मे दो कप चाय थी उन्होंने मुझे चाय दी और मेरे पास बैठ कर मेरा हालचाल पूछने लगी ...... मैंने बताया कि मैं एकदम ठीक हूँ फिर मैंने कहा मम्मी अभी संजय आएगा वो दीदी को कॉलेज ले जाएगा और दीदी छुट्टी की एप्लिकेशन दे आएंगी ताकि वो घर पर रह कर मेरी देखभाल और आपकी मदद कर सकें मम्मी बोली ठीक है पर पापा को शायद ना अच्छा लगे निकिता का किसी गैर लड़के के साथ बाहर जाना ...... मैंने कहा मम्मी प्लीज संजय गैर नही मेरा दोस्त है और वो ऐसा वैसा लड़का नही है आप भूल गयीं कल उसने मेरी कितनी मदद की अस्पताल ले कर गया मम्मी बोली मैं तेरे पापा की बात कर रही हूं मुझे तो कोई प्रॉब्लम नही है मैंने कहा तो मैं उसे पापा के आफिस जाने के बाद बुलाता हूँ और आप पापा से मत बताना इस बारे में मम्मी ने शंका व्यक्त करते हुए पूछा और विनय ने कोई गड़बड़ की तो मैंने कहा अब वो इस लायक रहा ही नही की कुछ कर सके मम्मी ने फौरन अगला सवाल दागा की ऐसे क्यों कहा रहा है तूने कुछ किया क्या उसके साथ मैंने अपनी बात सम्हालते हुए कहा अरे नही मैं क्या कर सकता हूँ पर मुझे ऐसा लगता नही है कि दिन दहाड़े ऑन रोड वो कोई गलत हरकत करेगा और करेगा तो पुलिस है कानून है उसे सजा मिलेगी मैं उसकी ऐसी तैसी कर दूंगा ......
मम्मी को मेरी बात यकीन हुआ या नही वो तो मुझे नही पता पर उन्होंने सर हिलाते हुए कहा ठीक है पर संजय के साथ सिर्फ आज दोबारा नही मैंने कहा उसकी जरूरत ही नही पड़ेगी एक बार मैं ठीक हो जाऊं फिर तो दीदी की सारी जिम्मेवारी मेरी है .......मम्मी मुस्कुराते हुए उठ खड़ी हुई और बोली निकिता को चाय दे देना मैं तुम्हारे पापा का लंच बॉक्स रेडी कर दूं और वो नीचे चली गईं दो मिनट बाद ही निकिता दीदी सामने वाले दरवाजे से अंदर आयी वो नहा चुकी थीं और आसमानी रंग का सलवार सूट पहने हुए थीं ...... भीगी भीगी महकी महकी ....... उन्हें देख कर मैं उनमें खो से गया उन्होंने अंदर आ कर मेरी आँखों के सामने चुटकी बजाई ...... ओ मिस्टर कहाँ खोए हुए हो चाय पी लो ठंडी हुई जा रही ...... मैंने खयालों से बाहर आते हुए चाय का सिप लिया और उनकी चाय की ओर इशारा करते हुए कहा आप भी पी लो वो मेरे पास ही बैठ कर चाय पीने लगी ...... फिर वो नीचे चली गयी और आधे घंटे बाद नाश्ता ले कर लौटी प्लेट में गरम गरम ऑमलेट और सैंडविच साथ मे कॉफ़ी के दो कप उन्होंने बेड पर ट्रे रखी और बैठ कर मुझे खिलाने लगी मैंने कहा कि मैं अपने हाथ से खा सकता हूँ मेरा पैर टूटा है हाथ एकदम सलामत हैं पर वो बोली कि नही अपने हाथ से खाओगे फिर कहोगे हाथ धोने जाना है फिर मुझे तुम्हे सवारी करानी पड़ेगी टैक्सी नही बनना मुझे इससे अच्छा मैं ही खिला देती हूं फिर मैंने कोई बहस नही की और चुपचाप नाश्ता कर लिया नाश्ता खत्म कर के हम कॉफ़ी पीने लगे और मैंने कहा दीदी अभी संजय आएगा आप उसके साथ चली जाना बैंक वाला काम निपटा लेना और कॉलेज में एप्लीकेशन दे आना दीदी बोली ठीक है पर इतने पैसों का करेंगे क्या और कहीं पापा मम्मी को पता चला तो क्या जवाब दूंगी मैं ...... मैंने कहा आप बताने जा रही हो पापा मम्मी को ? उन्होंने ना में सर हिला दिया मैंने कहा मैं भी नही बताऊंगा उन्हें बाकी अब आकाशवाणी नही होती वो पहले के जमाने मे हुआ करती थी ...... मेरी बात सुन कर वो जोर जोर से हंसने लगी ........ और उनकी हंसी सुन कर मैं भी हंसने लगा दीदी के मोतियों जैसे सफेद दांत बड़े सुंदर लग रहे थे ...... कॉफ़ी खत्म कर के उन्होंने बर्तन उठाये और नीचे चली गईं साढ़े आठ बजे पापा ऊपर आये उन्होंने भी हालचाल लिए और फिर बोले तेरा तो स्कूल गया 20 दिन का लेकिन निकिता का बेवजह नुकसान हो रहा मैंने कहा पापा वो आज संजय के साथ जा कर लीव एप्पलीकेशन दे देंगी और अगर आपको कोई प्रॉब्लम ना हो तो संजय 20 दिन तक उन्हें कॉलेज छोड़ दिया करेगा और शाम को घर भी छोड़ देगा ...... पापा ने गहरी सांस लेते हुए कहा वो इतने भरोसे के लायक है या नही मैं नही जानता ? मैंने कहा पापा आप उस पर मेरे जितना ही भरोसा कर सकते हैं ......
पापा कहा तेरा दोस्त है देख ले जैसा तुझे ठीक लगे विनय वाले मामले के बाद वो अब कोई रिस्क नही लेना चाहते थे दीदी को ले कर ..... मैंने कहा फिर रहने देते हैं पर आज तो दीदी को उनके साथ जाना ही होगा उनके और मेरे कॉलेज में एप्पलीकेशन देने पापा बोले ठीक है भेज देना उसे और फिर वो आफिस के लिए निकल गए .....।
 
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neeRaj@RR

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कुछ देर बाद संजय का कॉल आया उसने कहा वो बस घर पहुंच रहा है मैंने दीदी को बुला कर उन्हें सब समझाया और वो चेक दे दी चेक लेते समय दीदी थोड़ा नर्वस हो रही थीं ...... फिर संजय आया और दीदी उसके साथ निकल गईं ......
उनके जाने एक बाद मैंने एक बार फिर से रानी का नंबर ट्राय किया और आज घंटी बजने लगी रानी ने कॉल रिसीव की और बड़ी सेक्सी आवाज़ में बोली आ ही गयी मेरी याद विनय बाबू को ...... मैंने कहा हां याद तो आनी ही थी मेरी जान ..... मेरी आवाज सुनते ही उसने कहा कौन विनय कहाँ है ...... मैंने कहा मैं विनय ही हूँ मेरा गला खराब है इसलिए आवाज़ बदली बदली लग रही तुम्हे...... उसने पूछा कैसे खराब हुआ गला इतना ज्यादा मैंने बताया कि परसों मैंने बहोत ठंडी बियर पी ली थी इसलिए गले मे इंफेक्शन हो गया है उसने मेरी बात पर यकीन करते हुए कहा बोलो कैसे याद किया कहाँ मिलना है मैंने कहा रानी मुझे एक जरुरी काम है तुमसे उसने कहा बोलो न मैंने कभी तुम्हारे किसी काम को इनकार किया है क्या ..... मैंने कहा नही वो बात नही है पर ये काम खास है इसलिए तुमसे कह रहा हूँ मेरी बात सुन कर बोली अगर इतना खास काम है तो इसकी कीमत भी खास होगी मैंने कहा पहले मैं काम बताऊं या तुम कीमत बताओगी ...... वो बोली एक बात साफ साफ बताओ तुम विनय ही हो ना मैंने कहा क्यों तुम्हे ऐसा क्यों लग रहा मैं कोई और हूँ वो बोली पहली बात तो तुम्हारी आवाज़ बदली हुई है और दूसरी बात तुम आज मुझसे कुछ अलग तरीके से बात कर रहे हो ....... ऐसे जैसे मैं तुम्हारी गर्ल फ्रेंड हूँ .... मैं सोच में पड़ गया मुझे ठीक से पता नही था कि विनय उस से किस लहजे में बात करता है मेरी चुप्पी देख कर उसने कहा खैर तुम काम बताओ मैंने कहा एक लड़का है मैं उसकी बहन को सेट को करना चाहता हूं पर उसके लिए मुझे उससे दोस्ती करनी पड़ेगी पर मैं चाहता हूं पहले तुम उससे दोस्ती करो और उसे इतने मज़े दो की वो तुम्हारा मुरीद बन जाये और बाद में तुम उस से मेरा इंट्रो करवा देना ताकि उसे किसी तरह का शक ना हो ...... मेरी बात सुन कर वो हंसते हुए बोली इसमे खास क्या है तुम जिस से बोलते है मैं चुदवा ही लेती हूं इस से भी चुद लुंगी उसमे क्या है साला ये तो मेरी सोच से भी ऊपर की चीज निकल गयी मैंने कभी किसी लड़की से ऐसे गंदे तरीके से बात नही की थी इसलिए हिचक रहा था ...... पर मुझे लगा शायद विनय इससे ऐसे ही गंदी भाषा मे बात करता होगा इसलिए मैंने फौरन हंसते हुए कहा वो तो मुझे पता है साली तू एक नंबर की लंडखोर चुदक्कड़ है पर इस बार खास ये है कि तुझे सिर्फ चुदवाना नही है उसे अपने जाल में फंसाना भी है रानी बोली तुम फिक्र ना करो ऐसा लंड चूसूँगी उसका की वो मेरे आगेपीछे घूमता रहेगा मैंने कहा बस यही मैं चाहता हूं अब बोल कीमत वो बोली ये इतना खास काम भी नही मेरी जान बस आज मुझे कस कस के चोद के मेरी चूत की प्यास बुझा देना राजा ये काम तो मैं फ्री में कर दूंगी ........
मैंने कहा पर अभी उस लड़के के पैर में चोट आई है एक्सीडेंट हुआ है उसका वो घर पर ही है कोई जुगाड़ लगा के उसके घर मे घुसना पड़ेगा तुझे ...... रानी कहा ठीक है मैं कुछ प्लान करती हूं फिलहाल आज मैं आ जाऊं तुम्हारे अड्डे पर राजा तुम्हारे मोटे लौड़े की याद आ रही है मेरी चूत का मैंने कहा नही अभी तो आउट ऑफ स्टेशन हूँ 15-20 दिन के लिये उसके बाद ही तेरी चूत का कोई जुगाड़ होगा तब तक तू इस नए पंछी के लंड से खेल ....... रानी ने कहा अरे एकदम से कहाँ निकल गए मैंने कहा वो सब वापस आने पर बताऊंगा मैं उस लड़के की डिटेल तुझे व्हाट्सएप्प कर रहा हूँ आज से ही काम पर लग जा ...... रानी ने कहा ठीक है पर जल्दी से आ जाओ वापस मेरी चूत को तुम्हारे लंड की ही आदत है राजा ...... मैंने हंसते हुए कहा ठीक है वापस आ कर तेरी चूत का भोसड़ा बनाता हूँ साली और फोन काट दिया ........
फिर मैंने अपना एड्रेस फोन नंबर अपनी सारी डिटेल्स और एक pic रानी को व्हाट्सएप्प कर दिया विनय के फोन से ...... मैं अपने प्लान पर खुश था कि मुझे बैठे बिठाए एक फ्री की चूत का मज़ा मिलने वाला है वो भी मेरे दुश्मन विनय की खास पसन्द वाली चूत का .......
थोड़ी देर में ही रानी की कॉल मेरे नम्बर पर आई मैंने कॉल रिसीव की और रानी ने पूछा .......
रानी- हेलो विकास बोल रहे हैं आप
मैं- जी मैं बोल रहा हूँ आप कौन?
रानी- मैं रानी बोल रही हूं ...
मैं-कौन रानी क्या काम है आपको मुझसे ?
रानी- असल मे बात ये है कि मैं आपको हमेशा कॉलेज आते जाते हुए देखती हूँ मैं भी आपकी दीदी के कॉलेज में पढ़ती हूँ और आप को रोज देखती हूँ और सच कहूं आप पहले दिन से ही मुझे बहोत अच्छे लगने लगे हैं ...... और मैं आपसे मिलना चाहती हूं लेकिन आप आज कॉलेज नही आये तो मैंने आपकी दीदी की एक फ्रेंड से आपका नंबर लिया और बड़ी हिम्मत कर के आपको कॉल की आप मुझसे नाराज़ तो नही हैं ऐसे कॉल करने की वजह से ........
मैं मन ही मन मे मुस्कुरा रहा था उसे लग रहा था कि वो मुझे फंसा रही आ जबकि वो खुद ही फंस रही थी मेरे जाल में .....
मैं-नही नही नाराज़ तो नही हूँ पर अभी मैं आपसे नही मिल सकता मेरे पैर में फ्रैक्चर है और मैं चल फिर नही सकता ठीक होने के बाद मैं आपसे मिल लूंगा
रानी- पर मेरा दिल नही मानता है ना आपको देखे बिना मैं बस एक बार आपको देखना चाहती हूं प्लीज कुछ भी करिये ना मैं आपके घर आ जाती हूँ ..... आपको कोई प्रॉब्लम तो नही ?
मैं- अरे पर मैं घर वालों को क्या बताऊंगा की आप कौन हो ऐसे तो मेरे लिए मुसीबत हो जाएगी
रानी- मायूस स्वर में बोली देख लीजिए अगर कुछ हो सके तो मैं तो आपसे मिलने के लिए कुछ भी कर सकती हूं अगर किसी टाइम आप घर पर अकेले हों तो मैं आ जाऊं थोड़ी देर के लिए
मैं- ठीक है अगर कोई मौका मिला तो मैं कॉल करूंगा तुम्हे
रानी- ठीक है विकास जी वैसे एक बात और कहनी है मुझे ....
मैं- हां हां बोलो .... क्या बात है
रानी- i i love you vikas
मैं- अरे ये क्या बात हुई मैंने आपको देखा भी नही कभी और आप i love you बोल रही हो
रानी- अभी देख लो ना डिअर वीडियो कॉल पर उसने कॉल काट दी और अगले ही मिनट उसकी वीडियो कॉल आने लगी
मैंने कॉल रिसीव की तो रानी शायद अपने घर पर थी बैकग्राउंड में कमरे की दीवार नजर आयी और रानी जो कि बेड पर तकिया लगाए बैठी थी उसने एक स्लीवलेस टीशर्ट पहनी हुई थी जिसमे उसके 36 साइज के चूचे तने हुए नजर आ रहे और अंदर शायद ब्रा भी नही पहनी थी उसने निप्पल एकदम कड़क दिख रहे थे उभरे हुए मुझे देख कर उसने बड़ी अदा से स्माइल की और hi किया मैंने भी हाथ हिला कर उसे रिप्लाई किया उसके बाल खुले हुए थे और कुल मिला कर वो आकर्षक लग रही थी ...... वो कहते हैं ना बुरे काम के लिए बुरी नही थी वो ......
उसने इयरफोन लगा रखा था और बोली कहिए जनाब कैसी लगी मैं मैंने thumbsup कर दिया वो बोली अब तो बोल दूँ i love you और आंख मार दी .......
मैंने मुस्कुराते हुए उसे fliying kiss दी और उसने भी होंठ गोल करते हुए मुझे किस का इशारा किया .....
फिर मैंने अपने सीने की ओर इशारा कर के कहा तुम्हारे ये बहोत बड़े बड़े हैं वो शर्माने की एक्टिंग करते हुए बोली हाँ ऐसे ही हैं क्यों आपको नही पसन्द क्या मैंने हंस कर कहा नही मुझे बहोत पसन्द आये तो वो फौरन बोली देखोगे क्या ......
मैंने कहा ok दिखा दो उसने फौरन अपनी टीशर्ट ऊपर की और अपनी नंगी चुचियाँ हिला हिला कर दिखाने लगी ये सीन देख कर मेरा लंड बेकाबू होने लगा और मैं अपना लंड सहलाने लगा .......
इस से पहले कुछ और होता किसी के सीढियां चढ़ने की आवाज़ आयी और मैंने कोई आ रहा है कह कर फोन काट दिया .......
मम्मी कमरे में आई मेरा हालचाल लिया और पूछा कोई जरूरत तो नही है मैंने कहा नही अभी तो कुछ नही चाहिए फिर वो मेरे पास बैठ कर बोली विकास मुझे कुछ सामान लेने मार्केट जाना है और पार्लर भी जाना है टाइम ही नही मिलता आज वो शुक्ला आंटी भी मार्केट जा रही हैं अगर तू अकेले रह सके तो मैं हो आऊं उनके साथ अकेले की ही वजह से मैं कई दिनों से टाल रही हूं ....
ये सुनते ही मेरे दिमाग की बत्ती जली और मैंने कहा कोई नही मम्मी आप हो आओ वैसे भी मैं अभी 3-4 घंटे सोने वाला हूँ .....
मम्मी बोली ठीक है फिर अभी साढ़े 9 हैं मैं 10 बजे तक निकलती हूँ 1 बजे तक वापस आ जाऊंगी निकिता भी दो बजे तक आ जायेगी तुझे भूख तो नही लगी मैंने कहा नही मम्मी इतनी जल्दी कहाँ अभी तो नाश्ता किया था ...... हाँ एक बोतल पानी दे देना मुझे और आप बाहर से गेट लॉक कर के चाभी उसी जगह रख देना जहां हम रखते हैं ..... (हमारे मेनगेट के बगल में बॉण्डरी में एक ऐसी जगह है जहां हम कभी कभी चाभी छुपा कर रख देते हैं जब कभी घर के सारे सदस्य बाहर गए हों और वापस अलग अलग आना हो इस स्थिति में पहले आने वाला चाभी निकाल कर दरवाजा खोल लेता है) मम्मी ने कहा ठीक है मैं चाभी वहीं रख दूंगी और फिर वो चली गईं उनके जाते ही मैंने रानी को कॉल की और उसने फौरन कॉल रिसीव की और बोली क्या हुआ विकास तुमने कॉल क्यों काट दी थी लगता है मेरा जिस्म तुम्हे पसन्द नही आया ..... मैंने कहा बताया तो था कोई आ रहा है मम्मी आयी थीं और हां अभी 10 से 1 तक मैं घर पर अकेला हूँ तुम चाहो तो घर आ सकती हो ये सुनते ही वो खुश हो और बोली ठीक है डिअर मैं निकलती हूँ फौरन मैंने कहा लेकिन मेरे घर के पास आ कर पहले मुझे कॉल कर लेना फिर मैं बताऊंगा कैसे अंदर आना है उसने कहा ठीक है।
फोन रख कर मैं अंदर ही अंदर खुशी से उछलने लगा आज पहली बार किसी लड़की के साथ मज़े करने का मौका मिलने जा रहा था हांलाकि मेरी थोड़ी थोड़ी फट भी रही थी कोई गड़बड़ ना हो को पड़ोसी उसे देख ना ले घर आते हुए वैसे किसी का किसी के घर जाना कोई बड़ी बात नही लेकिन जब इरादे गलत हों तो एक चोर बैठ जाता है मन में ..... फिर मैंने सोचा कुछ प्रॉब्लम हुई तो दीदी की हेल्प ले लूंगा झूठ बोल कर और अपनी हिम्मत इकट्ठी करने लगा......
फिर थोड़ी देर में मम्मी आयी ऊपर उनके साथ शुक्ला आंटी भी थीं आंटी ने मेरा हालचाल पूछा वो दोनो तैयार थीं मार्केट जाने के लिए फिर उन्होंने कहा बेटा मैं जा रही हूं चाभी रख दूंगी निकिता आये तो उसे बता देना मैंने कहा ठीक है मम्मी और वो लोग चली गईं अब मैं घर मे अकेला था और मेरा दिल जोरो से धड़क रहा था .....
मैंने फिर से रानी को कॉल किया उसने बताया कि वो रास्ते मे है थोड़ी देर में पहुंच रही है ......, मैंने कॉल काट कर संजय को कॉल की उसने बताया कि वो अभी दीदी के कॉलेज पहुंचा है और फिर वहां से बैंक जाएगा उन्हें ले कर मुझे पता था बैंक मे कम से कम दो घण्टे तो लगने ही थे उन्हें फिर भी मैंने कहा जब वापस घर के लिए निकलना तो एक कॉल कर लेना मुझे उसने कहा ठीक है .......
फिर सब तरफ से निश्चिंत हो कर मैं रानी का इंतजार करने लगा और 5 मिनट में उसका कॉल आ गया वो बोली कि मेरी गली के मोड़ पर खड़ी है कौन स घर है मैंने उसे घर की पहचान बताई और ये भी बताया कि गेट के बगल में किस जगह उसे चाभी मिलेगी वो उससे लॉक खोल कर सीधा ऊपर आ जाये मैं वहीं मिलूंगा उसे ....... कुछ मिनट बाद ही किसी के सीढियां चढ़ने की आवाज़ आयी और अगले ही पल रानी मेरे कमरे में थी ...... उसने हल्के हरे रंग का कसा हुआ सूट पहन रखा था पैरों में काले सैंडल हाई हील के जिसकी वजह से उसकी गांड़ कुछ ज्यादा ही उभरी हुई थी ..... उसने चेहरे पर कॉटन का दुपट्टा बांध रखा था और आंखों पर गॉगल्स पहन रखे थे अंदर आते ही उसने मुझे देखा और फिर अपना चश्मा उतार कर दुप्पटा खोलते हुए बोली हेलो हैंडसम आखिर मैं आ ही गयी तुमसे मिलने .......
मैंने कहा आओ बैठो वो मेरे पास ही बेड पर बैठ गयी मैंने उसकी आँखों मे देखते हुए कहा अब बताओ क्यों मिलना था मुझसे वो बोली बस तुम्हे देखना था तुमसे बात करनी थी .....
मैंने कहा इतना तो फ़ोन पर भी हो जाता मिलने की क्या जरूरत थी वो शर्माने की एक्टिंग करते हुए बोली असल मे मुझे आपसे प्यार हो गया है और प्यार करने के लिए मिलना जरूरी होता है ......
मैंने मन मे कहा साली रांड तुझे तो सिर्फ पैसे और लंड से प्यार है....... पर मैंने उसके हाथ पर हाथ रखते हुए कहा अगर प्यार करना है तो इतनी दूर क्यों बैठी हो ऊए सुनते ही रानी ने मेरी गर्दन में हाथ डाला और मुझ पर झुकते हुए अपने लिपस्टिक लगे होंठ मेरे होंठो पर रख दिये और बुरी तरह से मुझे चूमने लगी .......
मेरे जिस्म में एक तरंग सी उठने लगी और मैंने भी खुद को उसके हवाले कर दिया ..... और फिर दो मिनट तक जबरदस्त तरीके से मेरे होंठ चूसने एक बाद वो अलग हो गयी उसकी सांस तेजी से चल रही थी और उसकी चुचियाँ तेजी से ऊपर नीचे हो रही थीं मेरी नजर उसकी चुचियो पर ही जमी थी उसने हंस कर कहा क्या देख रहे हो मैंने कहा तुम्हारे बूब्स बहुत मस्त हैं उसने चहकते हुए कहा तुम्हे पसन्द हैं मैंने कहा फोन पे देखा तो अच्छे लगे थे सामने से देखूं तो पता चला ये सुनते ही उसने अपनी कुर्ती को पकड़ कर ऊपर उठाते हुए निकाल दिया मैंने कहा नीचे का गेट तो बंद कर दिया है ना?
वो बोली हां बंद है और चाभी अपनी ब्रा से निकाल कर बेड पर रख दी रानी की स्काई कलर की प्रिंटेड ब्रा में कसी हुई मोटी चुचियाँ देख कर मेरे मुह और लंड में पानी आ गया मैंने अपने होंठो पर जीभ फेरी और कहा रानी मुझे इन्हें नंगा देखना है मेरी बात सुन कर वो घूम कर अपनी नंगी पीठ मेरी ओर कर के बोली खोल दो मेरी ब्रा विकास नंगी कर दो मुझे मैंने जिस दिन से तुम्हे देखा है बस तड़प रही हूं तुम्हारे सामने नंगी होने के लिए तुमसे प्यार करने के लिए ...... मैंने रानी की पीठ को सहलाते हुए उसकी ब्रा के हुक खोलने की कोशिश की पर वो बहोत टाइट था उस दिन मुझे समझ आया कि ब्रा के हुक खोलना भी कोई आसन काम नही कुछ देर तक उस से झूझने के बाद आखिर मुझे हुक खोलने में कामयाबी मिल ही गयी और मैंने उसकी ब्रा उसकी बाहों से निकाल कर फेंक दी और उसकी नंगी पीठ पर अपने होंठ रख कर चूमने लगा ......, मेरे होंठो की छुवन महसूस करते ही उसके एक सिसकी भरी और अपनी पीठ मेरे सीने से लगा दी और पीछे से झांक कर मैं उसकी नंगी रसीली भारी चुचियाँ देखने लगा...... मेरे हाथ रानी के कंधों से होते हुए उसके सीने की ओर बढ़ने लगे और अगले पल उसकी दोनो चुचियाँ मेरी मुट्ठी में कसी हुई थीं और मैं उन्हें बेरहमी से मसलते हुए उसके गाल पर जीभ फिराने लगा ...... रानी सिसकते हुए बोली आहह विकास कैसे जादू है तुम्हारे हाथों में मैं बहक रही हूं पिघल रही हूं उफ्फ बहोत अच्छा लग रहा है तुम्हे कैसा लग रहा है मैंने कहा रानी मुझे भी बहोत अच्छा लग रहा है मेरा दिल कर रहा है तुम्हे एकदम नंगी कर के देखने का वो बोली तो सोच क्या रहे हो मेरी जान कर दो ना नंगी अपनी रानी मैं तुम्हे रोकूंगी नही...... मैंने रानी के दोनो अंगूर जैसे कड़े निप्पल चुटकी में पकड़ कर जोर से भींचते हुए कहा रानी मेरा पैर सही होता तो मैं कब का तुम्हारे कपड़े फाड़ चुका होता मगर आज जो भी करना है तुम्हे ही करना होगा ......, वो बोली आहह विकास मैं भूल गयी थी कि तुम्हारे पैर में फ्रैक्चर है लेकिन अभी मुझे बस तुमसे प्यार करना है चाहे जैसे हो मैं सब करूंगी तुम्हारे लिए और वो उठ खड़ी हुई मेरे सामने खड़ी हो कर उसने अपनी सलवार को झटके से निकाल दिया और पैंटी भी निकाल दी मादरजात नंगी हो कर रानी बड़ी अदा से घूम गयी और अपनी भारी गांड़ मेरी ओर कर के अपने चूतड़ों पर हाथ फिराने लगी.......
मेरा लंड एकदम राकेट हुआ जा रहा था पहली बार नंगी लड़की वो भी अपने रूम में उफ्फ मैं उसकी उभरी हुई गुदाज गांड़ देखते हुए अपना लंड मसलने लगा उसने सर घुमा कर मुझे देखा और बोली ओहहह जान तुम क्यों मेहनत कर रहे हो ये तो मेरा खिलौना है मुझे खेलने दो इससे और वो मेरे पैरों के पास बैठ गयी उसने एक हाथ मेरे लंड पर रख कर उसकी लंबाई और मोटाई का जायजा लिया और फिर उसे कस कस के दबाने लगी अगले ही पल उसने मेरा लोअर खींचते हुए कहा इसे निकालो न मुझे तुम्हारा लंड देखना है विकास जिस बेबाकी से उसने लंड बोला मेरे लंड ने फौरन एक ठुमकी दी उसके हाथ मे और मैंने आने हाथों पर खुद को ऊपर उठा लिया रानी ने देर ना करते हुए मेरे लोअर और अंडी को घुटनों तक सरका दिया और मेरा खड़ा लंड मुट्ठी में भर कर बोली उफ्फ कितना सख्त और गर्म है तुम्हारा लौड़ा और लंड को हल्के हाथों से सहलाने लगी उसके हाथों के स्पर्श का मज़ा लेते हुए मैंने अपने हाथ फिर से उसके चूचो पर जमा दिए और जोर जोर से उन्हें मसलने लगा रानी सिसकते हुए बोली आहद और दबाओ विकास बहोत तंग करते हैं ये मुझे ........
 
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