,... लेकिन उन्हें पता नहीं था तीनों बहनों की असली साजिश क्या है,... और क्यों उन्हें आंगन में छोटे जीजा के बांस के ऊपर चढ़ाया गया है,
रीनू ने ही अपने मर्द को इशारा किया, बाकी दोनों जीजा लोग भी आंगन में खड़े मुठिया रहे थे, ललचा रहे थे, रीनू दी खुद बड़े वाले जीजा का कभी चूस के कभी मुठिया के ,...
छोटे जीजा ने उन्हें खींच के एकदम अपनी देह पर चिपका लिया , इंच भर भी जगह नहीं बची थी , उन्हें भी बहुत अच्छा लग रहा था, और जीजू ने अपने दोनों हाथों से उनकी पीठ को और पैरों से चूतड़ को जकड़ लिया बाकी दोनों बहनें भी दबोचे थीं,... बांस अलग पूरा अंदर तक घुस गया था,
पर तब तक उन्हें कुछ भी नहीं अंदाज लगा ,
पता तब चला जब रीनू स्साली चूत मरानों ने उनकी गांड अपने अंगूठों से कस के फैलाई और बड़े जीजू को उकसाया,
" अरे जीजू देख क्या रहें हैं, मार लीजिये स्साली की गाँड़,... बहुत लौंडे लौंडियो की आप ने गाँड़ मारी है लेकिन मेरी छुटकी बहना ऐसी मस्त कसी गाँड़ नहीं मिली होगी, होली का मौका है पेलिए नहीं फाड़ दीजिये,
जब तक वो समझे उचके, छुड़ाने की कोशिस करें बड़े जीजू ने उनकी गाँड़ में सुपाड़ा पूरा पेल दिया, ... दोनों चूतड़ कस के दबोच के,....
वो जोर से चिल्लाईं
उउउउउउ उईईई
पर ज्यादा चिल्ला भी नहीं , मंझले जीजू तैयार बैठे थे , खुले मुंह में उन्होंने लंड डाल दिया,... और दोनों हाथ से कस के सर को दबोच लिया
बस बेचारी चिल्ला भी नहीं पा रही थीं , कुछ देर में उन्होंने लंड चूसना भी शुरू कर दिया, स्वाद तो मस्त था ही,... गाँड़ भी मारी जा रही थी,... बुर भी चोदी जा रही थी.
और ऊपर से बहने तीनो खूब मज़ाक उड़ा रही थीं, सबसे ज्यादा रीनू बोली,
ये होता है छोटी साली होने का फायदा, एक साथ तीन तीन मूसल हर छेद की एक साथ सेवा,...
तो बड़ी वाली ने रीनू को चिढ़ाया,... अपनी बारी भूलती है , दो जीजू तेरे तो , तेरे ऊपर भी साथ चढ़े थे पर रीनू कम्मिनी बचपन की उदास मुंह बना के बोली
लेकिन एक छेद तो तब भी बचा रह गया,
कुछ देर बाद मंझले जीजू ने मुंह से लंड बाहर निकाला तो उन्होंने अर्ज लगाई , मेरी कमीनी बहनों , मैं चुदवा लूंगी तुम तीनो के मर्दों से आखिर मेरे जीजा है लेकिन बारी बारी से ,
तीनों बहने एक साथ बोलीं,
एकदम नहीं।
फिर मंझली ने कारन बताया,
" स्साली टाइम कित्ता लगेगा बारी बारी से , आधे घंटे से कम तेरा कोई जीजू झड़ता नहीं, फिर तेरी ऐसी मस्त स्साली , मजे ले ले के चोदेगे सब,... गाल काटेंगे चूँची रगड़ेंगे, और तीनों तीनों छेद का मजा लेंगे तो तीन छेद तीन जीजू , ९ बार आधे घंटे के हिसाब से साढ़े चार घण्टे पूरे फिर बीच में उलटने पलटने का टाइम ,... कम से कम पांच घंटे, अभी बज रहा है दस तो पांच घंटे जोड़ के बजेगा तीन,... और फिर मौसी ने जो रच रच के पकवान बनाएं हैं वो भी खाना है और दो बजे तक वापस भी लौटना है ,... इसलिए चढ़ेंगे तो तीनों साथ साथ,"
मंझली की गणित सच में अच्छी थी , बिना नकल के हाईस्कूल गुड सेकेण्ड क्लास दो बार में पास हो गयी थी।
और बड़ी ने अपना हिसाब बताया, ...
एक तो तेरे साथ मजे लेगा , बाकी दो क्या करेंगे,... पांच दिनों से इन तीनो को हम तीनों बहनो ने उपवास कराया है तो चुदेगी तो तू आज ऐसे ही। "
लेकिन रीनू ने जो बात बताई उसको सुन के दिल दहल गया,
" अरे अभी दोपहर को बड़ी मौसी के दोनों दामाद आएंगे और शाम को छोटी वाली मौसी के ,... "
फिर एक बार झड़ने के बाद तीनो ने बिना सुस्ताये जगह बदल ली , छोटे जीजू गाँड़ मार रहे थे , बड़े जीजू ने तो गाँड़ में झड़ने के बाद सीधे गाँड़ से निकला मुंह में ठेल दिया और मंझले वाले को मेरी बुर,...
तो तीन बार ट्रिपलिंग हुयी आपकी,
गीता ने मुस्कराते हुए पूछा,... और माँ ने खीझ के उसके गाल मींड़ते हुए बोला,
" जब तीन तीन चढ़ेंगे न एक साथ तेरे ऊपर तो पता चलेगा, अभी तो मेरा बेटा अकेले तेरी गाँड़ फाड़ देता है। और एक बार नहीं तीन बार, और मेरी कमीनी मौसेरी बहनें हर बार , मेरे बिल साफ़ कर देती ही जिससे उनके मर्दों का सूखी, बुर, गाँड़ में दरेरता रगड़ता घुसे। ढाई तीन घण्टे तक लगातार मूसल चले तीन तीन। "