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Adultery कामुक काजल -जासूसी और मजा

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Chutiyadr

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कहानी ने फिर पासा बदल लिया डॉ चूतिया पक्का हरामी निकला उधर काजल को चुदवाने के में चक्र है और इधर जूही से नक़ली देव को मरवा दिया
:lol:
dhnaywad sandyy bhai :)
 
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Chutiyadr

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lagta hai us haramkhor achha khasa rakam diya hai is dalle manik ko taaki Kajal ko bhog sake :D

lo ek aur haaraman juhi ki entry :roflol:


juhi aur kaajal pehle se mili huyi hai... yeh juhi Kajal aur kayi logo sang milke kuch na kuch to kar rahi hai.. shayad koi bada kand


Yeh dalla manik aur haaraman Kajal aise khush ho rahe hai jaise costumer aaya ho Kajal ke liye :lol:


niche padhne ki jarurat hi nahi... :D
Kyunki uski baaton se hi lage ki wo khas admi aur koi nahi balki is story ka sabse aham story character sabse bada haramkhor dr chutiya hai :laughing:


Yeh Kala kaluta, haddiyo ka dhaansa, human skeleton kabse handsome ho gaya :huh: :roflol:
Btw itne saal beet gaye ab to shayad 70 - 80 ka to hoga hi :roflol:
are neha ne ki beti ki shaadi ho gayi ab neha ka dost kya jawan rahega kya :D
Haan ye kah sakte hai ki budhape pe jawani aayi ho :lol1:

waise budhau us party mein kis liye aaya.. gaur karne wali baat hai :D

Actually budha Dr chutiya kamina hi nahi balki haramkhor aur hawas ka pujari bhi hai definitely :roflol:


behad tanavpurn drishya.. ek uchh pad mein rehne wala dev un haramkhor, kamine, dallo gireftaar na karke un kamino, nashediyo ke sath milke drugs le raha hai :sigh:
Yaha tak ki uski biwi bhi le rahi hai drugs ushe rokne bajaye khud ek ke baad ek pudiya khol sunghe jaa raha hai :sigh:
Kaisa hai ye dev :sigh: ye police officer hi hai na...

kash wo bitch Kajal saalakho ke piche ho giraftaar ho jaye :approve:
waise ye game sabhi ne milke kheli hai.. dr chutiya, Kajal aur juhi lead kar rahe hai apni team ko... so finally readers ki jaan kari ke tahat bitch kaajal randipana pe utar aayi hai.. pehla shikar bana wo hawasi sarad... :D
udhar dev chutiya ban ghar chala aaya akele hi aur udhar Kajal, Dr chutiya aur juhi ne milkar kand kar diya.. :lol:
kahi hatya se pehle kaajal, dr chutiya, juhi, sarad milke four some to kar rahe the.. kya pata wo haramkhor juliyan aur dalla manik ne bhi join ki ho.:lol:. baad mein mauka dekh us hawasi sarad ka kaam tamam kar diya ho :D
bas ek dev insab baaton se anjan tha.. chalo koi na... ab to pata chala .. :lol:
Khair update kaafi dilchasp tha
Let's see what happens next
Brilliant update with awesome writing skill Dr sahab :applause: :applause: :yourock: :yourock: :yourock:
Han dr chitya ki entry mtlb kajal bhog vilas chalu ab bataynege ki schhol time se frnd hai juhi aur kajal😜shayad
[/QUOTE]:lol1:
dhanywad sking bhai :)
 
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Chutiyadr

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अध्याय 21

ऐसा लगा जैसे कोई भयानक सपना देखा हो , मैं डरकर उठ कर बैठ चूका था , सांसे तेज थी , दिल भी जोरो से धडक रहा था , मैंने अपने आसपास देखा , मैं एक झोपड़े में था बाहर से हलकी धुप छनकर एक छोटी सी खिड़की के जरिये आ रही थी , मौसम में थोड़ी ठंडक सी महसूस हो रही थी ..

मेरा पूरा बदन दर्द दे रहा था, जगह जगह पर घाव थे , मुझे कुछ भी याद नहीं की मैं यंहा कैसे आ गया ...

ये कौन सी जगह थी ...??

मैंने उठने की कोशिस की लेकिन मेरे पैरो में जैसे ताकत ही नही हो ...

तभी उस कमरे में एक लड़की आई ...

कोई 16-17 साल की लड़की थी ..

किसी यूरोपियन जैसी गोरी और पतली दुबली उस लड़की को देख कर मैं चौक गया , आखिर मैं हु कहा , उसने कपडे के नाम पर कुछ चिथड़े पहन रखे थे , आँखे नीली और एक धनुष बाण लटका रखा था , साथ ही उसके पास एक छोटी सी तलवार भी थी ..

“तुम... तुम कौन हो ??”

मैंने लडखडाते हुए स्वर में कहा

“नो बॉडी ...”

“मतलब ... “

“मतलब मैं कोई नहीं “

मैं आश्चर्य से उसे देखने लगा की ये आखिर है कौन ..

तभी वंहा एक और बुढा आदमी आया , हाथ में एक बड़ी सी लकड़ी थी ये भी यूरोपियन ही लग रहा था ..

“आखिर तुम्हे होश आ ही गया “

वो अजीब सी मुस्कान के साथ मुस्कुराया , उसके पुरे दांत ही सड़े हुए थे ..

“मैं .. मैं कहा हु , और कितने दिनों से बेहोस हु “

“शांत हो जाओ बच्चे इतनी गोलिया खाने के बाद भी तुम जिन्दा हो यही सबसे बड़ा चमत्कार है ...”

उसकी भाषा सुनकर लग रहा था की मैं अपने क्षेत्र में ही कही हु , उसकी जुबान बिलकुल साफ़ थी , भारतीय लोगो की तरह वो साफ़ हिंदी बोल पा रहा था ..

“मुझे बचाने के लिए धन्यवाद् “

मैंने बहुत ही कृतज्ञता से उससे कहा

“हम्म आर्या जाओ इसके लिए पानी लाओ “

उस बुजुर्ग ने उस लड़की को कहा जो की अभी भी मुझे खा जाने वाली निगाह से घुर रही थी ..

“इससे डरो नहीं ये आर्या है , आर्या स्टार्क .. थोड़ी अजीब है लेकिन प्यारी है, क्या करे बिन माँ बाप की बच्ची जो है “

बुढा वही बैठ गया, और अपने साथ लाये झोले में कुछ् ढूढने लगा ..

“मैंने तो बस एक प्रयोग किया था तुम्हारे उपर वो सफल हो गया, मुझे नहीं पता था की ये दवा इतनी कारगर होगी , लिख लेता हु इसके बारे में “

बोलते हुए उसने कुछ पोथी जैसा निकला और उसमे कुछ लिखने लगा ..

“मैं कहा हु और आप लोग कौन है “

“मैं हु गैरी , यंहा का वैद्य ... तुम अभी नागालैंड के जंगलो में हो , यंहा के बम्चिंग काबिले में ...”

“लेकिन आप सभी यूरोपियन जैसे क्यों लग रहे हो “

मैंने अपना एक शक दूर करने के लिए कहा जिसपर वो हँस पड़ा

“मैं एक रिसर्चर था , आयुर्वेद में रिसर्च करते हुए मैं इंग्लेंड से भारत आया था , कोई 40 साल पहले की बात है , कुछ ढूढ़ते हुए मैं नागालैंड पहुच गया , इस बम्चिंग काबिले में , यंहा मुखिया की बेटी से मुझे प्यार हो गया और मैं यही बस गया ... उसके बाद से यही हु , मेरे बच्चे भी यही बड़े हुए आर्या की माँ मेरी बेटी थी , बिलकुल ऐसे ही दिखती थी , लेकिन आर्या के जन्म के समय उसका देहांत हो गया ... तब आर्या के पिता बम्बादु को इस काबिले का सरदार बनाया गया और उसने अपनी बहन बम्बादा से दूसरी शादी कर ली “

“ऐसे आपकी हिंदी बड़ी अच्छी है “

वो हँस पड़ा

“हां मैं यंहा बहुत सी पुस्तके पढता रहता हु ... मैं और आर्या ही इस काबिले में दो पढ़े लिखे लोग है , मैंने उसे एक पुस्तक गेम ऑफ़ थ्रोन पढने को दी थी उसे जब से ये पढ़ी तब से पगला गयी है , खुद का नाम आर्य से आर्या स्टार्क कर लिया है , खुद को नो बॉडी बोलती है “

मुझे मेरे पसंदीदा वेब सीरिज गेम ऑफ़ थ्रोन की याद आ गई जो की उसी पुस्तक पर बेस थी ..

“हां ये आर्य स्टार्क की तरह दिखती भी है “

“दिखती ही नहीं वैसे ही थोड़ी सरकी हुई भी है , तलवार बाजी और धनुष बाण चलाने में पारंगत , यंहा की भाषा के साथ साथ इटालियन ,इंग्लिस और हिंदी भी बोल लेटी है , यंहा इसके कोई दोस्त नहीं बने इसलिए इसने अपना पूरा समय मेरे साथ किताब पढ़ते बिताया या फिर अपने पिता के साथ युद्ध कला और शिकार करना सीखने में , अब वही उसके और मेरे गले की फांस बन गया है “

“कैसे ??”

मेरी उत्सुकता इस केरेक्टर्स को जानने की बढ़ रही थी

“इस काबिले के नियमो के अनुसार सम्भोग के लिए या तो लड़का लड़की खुद एक दुसरे को पसंद कर सकते है या फिर लड़का , लड़की को और उसके उपर दावा करने वालो को युद्ध में हरा कर उसे जीत सकता है , दिक्कत ये है की आर्या पर दावा करने वाले भी इसे नहीं हरा पाते , इसलिए बेचारी अभी तक कुवारी ही है , और ना ही ये किसी को पसंद ही करती है ..”

गैरी का मुह थोडा छोटा हो गया था जैसे बहुत ही दुखी हो गया हो ...

“ओह लेकिन इसमें दुःख की क्या बात है अभी तो ये बहुत छोटी है “

गैरी ने मुझे घूरते हुए देखा

“ये तुम्हारा समाज नहीं है जन्हा शादिया लेट से होती है , यंहा पर शादिया नहीं होती पहले जी भर कर सम्भोग किया जाता है जिस्म की वासना दूर होने पर भी अगर किसी को किसी के साथ जीवन भर रहना है तो शादी कर लेते है , ऐसे भी लडकियों का जिस्म पुरुषो के मुकाबले पहले ही परिपक्व हो जाता है , और आर्या के उम्र की लडकिया तो माँ तक बन गयी है , लकिन मेरी आर्य बेचारी अभी भी कुवारी ही है “

“हम्म”

“मुझे यंहा एक लड़का पसंद आया है आर्या के लिए , आगे चल कर वो सरदार भी बन सकता है,समझदार है और ताकतवर भी , क्यों ना तुम उसे लड़ना सिखाओ , ताकि वो आर्या को जीत सके “

“मैं ???”

मैं थोडा चौक गया

“हां तुम तो ब्लैक कोबरा के सदस्य हो तुम्हे तो अच्छे से लड़ना आता होगा , “

इस जगल में रहने वाले बूढ़े व्यक्ति के मुह से ब्लैक कोबरा का नाम सुनकर मैं थोडा चोका भी और थोडा घबरा भी गया

मुझे शांत देख कर वो फिर से बोला

“देखो मैं जंगल में जरुर रहा हु लेकिन इंग्लॅण्ड और यंहा भी मेरे कई दोस्त थे जो इस समूह के सदस्य थे ,और मैं तुम्हारे सीने में बने इस निशान को अच्छे से पहचानता हु , तुम्हारे समूह के प्रतिष्ठित डॉ चुतिया तो मेरे दोस्त ही थे , मैं उनसे मिलने जाया करता और अपने कई कामो के लिए वो यंहा भी आते थे “

डॉ चुतिया का नाम सुनकर मेरे माथे में पसीना आने लगा था , साला ये आदमी हर जगह पहुच जाता है ...

“डॉ चुतिया .... लेकिन वो आपके दोस्त कैसे हो सकते है , वो तो अभी जवान ही है , मेरे ही उम्र के आसपास “

गैरी हँसने लगा

“लगता है तुम्हे ब्लैक कोबरा का इतिहास नहीं मालूम , इसका मतलब है की तुम इस समूह के नए सदस्य हो , जब सदस्य समूह के कामो में 5 साल का वक्त पूरा कर ले तब ही उसे पूरा इतिहास बताया जाता है ... “

मैंने उसे ध्यान से देखा इस आदमी ने मेरी जान बचाई थी और अब मैं और झूठ के साथ जीवन नहीं बिता सकता था , मेरे झूठ के कारण आज मेरी ये दशा हो चुकी थी

“मैं एक गद्दार हु ,मैंने ब्लैक कोबरा बहुत पहले ही छोड़ दिया है , और मुझे डॉ चुतिया ने ही गोली मारी “

मैंने स्वाभाविक भाव से कह दिया लेकिन मेरी बात सुनकर गैरी घबरा गया था , उसमे चहरे में डर और आश्चर्य साफ़ दिखाई दे रहे थे ...

“एक गद्दार इतने दिन जिन्दा कैसे रह सकता है ...तुम्हे मारा क्यों नहीं गया ??”

“मुझे नहीं पता शायद उन्हें मुझे मारने से ज्यादा तडफाने में मजा आया हो “

“नहीं जरुर कोई दूसरी बात रही होगी ... खैर यंहा अगर तुमसे कोई पूछे की तुम कौन हो वो बोल देना की तुम डॉ साहब के दोस्त हो , वरना यंहा बाहर से किसी के आने पर पाबन्दी है , मैंने तुम्हे ये निशान देखने के कारन ही बचाने की कोशिस की थी , डॉ चुतिया ने एक बार सरदार बम्बादु की माँ को चीनी आतंकियों से बचाया था, मैंने उसे यही कहा है तुम भी कह देना , अब तुम मेरे साथ रहो और उस लड़के वांगु को लड़ना सिखाओ ताकि वो आर्य को जीत सके ...”

मेरे पास कोई चारा भी तो नहीं था ऐसे भी मेरी हालत अभी ऐसी नहीं थी की मैं फिर से जाकर उन लोगो से भीड़ जाऊ , शायद ये जगह और गैरी का अनुभव मेरी कुछ मदद कर पाए

“गैरी मुझे ब्लैक कोबरा का इतिहास जानना है , क्या तुम इस बारे में कुछ जानते हो “

उसने अपना सर हिलाया

“मेरे पास एक पुरानी किताब है जिसमे ब्लैक कोबरा के बनने की कहानी है , कोई 1000 साल पहले इसे लिखा गया था , ब्राम्ही लिपि में इसे लिखा गया है , पाली भाषा का उपयोग किया गया है , इसके कारण इसे पढने और समझने वाले कम ही लोग इस दुनिया में है , इसके बाद इसका अनुवाद किया गया संस्कृत में देवनागरी लिपि के साथ , लेकिन वो बस सदस्यों को ही दी गई , उसके बाद अनेक भाषाओ में और कई लिपियों में इसका अनुवाद किया गया “

“पाली भाषा , ब्राम्ही लिपि .. ये तो भगवन बुद्ध के समय बोली जाने वाली भाषा है , सम्राट अशोक के समय ये सबसे प्रचलन में थी , उत्तर भारत की भाषा, तो क्या ब्लैक कोबरा इतना पुराना है ?? “

“हां पहले इसे श्याम सर्प कहा जाता था , सर्प की पूजा हर समाज में सदियों से की जाती रही है , उनका निवास पाताल बताया जाता था , और पताला शैतानो या राक्षसों का भी निवास बताया जाता था , बहुत पहले एक छोटे से समूह के रूप में इसका गठन हुआ था , बाद में ये बढ़ते बढ़ते एक विश्व भर में फैले समूह का रूप ले चूका है , इन्हें लगता है की ये दुनिया की भलाई करते है , लेकिन काम गुप्त रूप से करते है , अंग्रेजो के भारत आने के बाद सन 1885 के करीब इसका नाम ब्लैक कोबरा रखा गया ,ताकि विदेशो में भी इसे आसानी से फैलाया जा सके , अब से यही नाम प्रचलित है ... रुको मैं वो पुस्तक लाता हु “

गैरी उठने लगा था

“आपको वो पुस्तक किसने दी ??”

“डॉ चुतिया ने , ऐसे भी अब उस पुस्तक का कोई महत्व ही नहीं है क्योकि उसे समझने वाले ही कोई नहीं है और उसका कई अनुवाद दूसरी भाषाओ में भी उपलब्ध है , मैं पाली भाषा और ब्राम्ही लिपि को सिख रहा था तब उन्होंने मुझे इसे पढने के लिए दिया था , कहा था की कहानी की किताब है , मुझे भी पहले ये कहानिया ही लगती थी लेकिन धीरे धिरे समझ आने लगा की ये कहानी नहीं इतिहास है , उस गुप्त समूह का इतिहास ..

मुझे नहीं लगा था की जीवन में ये किताब कभी मेरे काम भी आएगी , चलो मरने से पहले इसका कुछ तो उपयोग होगा “

गैरी के चहरे में एक मुस्कान थी

“लेकिन गैरी मुझे अभी तक समझ नहीं आया की डॉ चुतिया से तुम्हारा इतना लगाव कैसे हो गया , जबकि तुम्हारी जवानी में तो वो पैदा भी नहीं हुआ होगा “

गैरी हँसा

“डॉ चुतिया कोई आदमी नहीं एक पद है , जैसे राजा कोई व्यक्ति नहीं होता , मंत्री या कलेक्टर कोई व्यक्ति नहीं पद होते है वैसे ही इस समूह में राजा के सबसे करीबी सलाहकार को डॉ चुतिया कहा जाता है , शायद हमारे मित्र की मौत के बाद कोई दूसरा व्यक्ति डॉ चुतिया बन चूका है “

मैं जितना चीजो को समझने की कोशिस कर रहा था उतना ही मुझे और जानने की इक्छा हो रही थी ...

“तो कोई राजा भी है ???”

मेरी बात सुनकर गैरी मुस्कुराया

“वो पुस्तक तुम्हे सब बताएगी ...”

इतना बोलकर वो वंहा से निकल गया ..

मैंने फिर उठने की कोशिस की लेकिन शरीर में अभी भी बहुत दर्द था ..

तभी एक लगभग 22 साल का लड़का वंहा आया , आते ही उसने मेरे पैर पकड लिए

“गुरूजी मुझे सिखाओ लड़ना, मैं आर्या को चोद चाहता “

उसने टूटी फूटी इंग्लिस में कहा , भोसड़ीवाला सिर्फ लड़की चोदने के लिए लड़ना सीखना चाहता था

“तुम वांग हो ??”

उसने अपना सर हां में हिलाया , मैंने उससे ध्यान से देखा , जवान और गठा हुआ मांसल शरीर , चहरे में अजीब सी काली रेखाए खिंच रखा था , और पत्ते की एक लंगोट पहने घूम रहा था , उसके शरीर की बनावट और चाल ढाल से तो वो पक्का जंगली शिकारी लग रहा था , उसकी भुजाओ और मांसल शरीर को देखकर ही उसके बल का अंदाजा लग जाता , आखिर मैं इस आदमी को कैसे लड़ना सिखाता , ये तो खुद ही बहुत ताकतवर लग रहा था ..

मुझे आश्चर्य हुआ की वो छोटी सी दिखने वाली आर्या ने इस गबरू को कैसे हरा दिया ??

जो भी मुझे अभी कुछ महीने यही रहना था तो इन लोगो को अपना बना कर रखना ही मेरे लिए उचित था .........

“ठीक है सिखाऊंगा पहले मुझे थोडा ठीक तो होने दो “

“जी गुरूजी “

वांग ने अपना सर मेरे पैरो में रख दिया और वंहा से निकल गया , उसकी हरकते देखकर मेरे होठो में अनायास ही मुस्कान आ गई थी ......



 

vickyrock

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अध्याय 21

ऐसा लगा जैसे कोई भयानक सपना देखा हो , मैं डरकर उठ कर बैठ चूका था , सांसे तेज थी , दिल भी जोरो से धडक रहा था , मैंने अपने आसपास देखा , मैं एक झोपड़े में था बाहर से हलकी धुप छनकर एक छोटी सी खिड़की के जरिये आ रही थी , मौसम में थोड़ी ठंडक सी महसूस हो रही थी ..

मेरा पूरा बदन दर्द दे रहा था, जगह जगह पर घाव थे , मुझे कुछ भी याद नहीं की मैं यंहा कैसे आ गया ...

ये कौन सी जगह थी ...??

मैंने उठने की कोशिस की लेकिन मेरे पैरो में जैसे ताकत ही नही हो ...

तभी उस कमरे में एक लड़की आई ...

कोई 16-17 साल की लड़की थी ..

किसी यूरोपियन जैसी गोरी और पतली दुबली उस लड़की को देख कर मैं चौक गया , आखिर मैं हु कहा , उसने कपडे के नाम पर कुछ चिथड़े पहन रखे थे , आँखे नीली और एक धनुष बाण लटका रखा था , साथ ही उसके पास एक छोटी सी तलवार भी थी ..

“तुम... तुम कौन हो ??”

मैंने लडखडाते हुए स्वर में कहा

“नो बॉडी ...”

“मतलब ... “

“मतलब मैं कोई नहीं “

मैं आश्चर्य से उसे देखने लगा की ये आखिर है कौन ..

तभी वंहा एक और बुढा आदमी आया , हाथ में एक बड़ी सी लकड़ी थी ये भी यूरोपियन ही लग रहा था ..

“आखिर तुम्हे होश आ ही गया “

वो अजीब सी मुस्कान के साथ मुस्कुराया , उसके पुरे दांत ही सड़े हुए थे ..

“मैं .. मैं कहा हु , और कितने दिनों से बेहोस हु “

“शांत हो जाओ बच्चे इतनी गोलिया खाने के बाद भी तुम जिन्दा हो यही सबसे बड़ा चमत्कार है ...”

उसकी भाषा सुनकर लग रहा था की मैं अपने क्षेत्र में ही कही हु , उसकी जुबान बिलकुल साफ़ थी , भारतीय लोगो की तरह वो साफ़ हिंदी बोल पा रहा था ..

“मुझे बचाने के लिए धन्यवाद् “

मैंने बहुत ही कृतज्ञता से उससे कहा

“हम्म आर्या जाओ इसके लिए पानी लाओ “

उस बुजुर्ग ने उस लड़की को कहा जो की अभी भी मुझे खा जाने वाली निगाह से घुर रही थी ..

“इससे डरो नहीं ये आर्या है , आर्या स्टार्क .. थोड़ी अजीब है लेकिन प्यारी है, क्या करे बिन माँ बाप की बच्ची जो है “

बुढा वही बैठ गया, और अपने साथ लाये झोले में कुछ् ढूढने लगा ..

“मैंने तो बस एक प्रयोग किया था तुम्हारे उपर वो सफल हो गया, मुझे नहीं पता था की ये दवा इतनी कारगर होगी , लिख लेता हु इसके बारे में “

बोलते हुए उसने कुछ पोथी जैसा निकला और उसमे कुछ लिखने लगा ..

“मैं कहा हु और आप लोग कौन है “

“मैं हु गैरी , यंहा का वैद्य ... तुम अभी नागालैंड के जंगलो में हो , यंहा के बम्चिंग काबिले में ...”

“लेकिन आप सभी यूरोपियन जैसे क्यों लग रहे हो “

मैंने अपना एक शक दूर करने के लिए कहा जिसपर वो हँस पड़ा

“मैं एक रिसर्चर था , आयुर्वेद में रिसर्च करते हुए मैं इंग्लेंड से भारत आया था , कोई 40 साल पहले की बात है , कुछ ढूढ़ते हुए मैं नागालैंड पहुच गया , इस बम्चिंग काबिले में , यंहा मुखिया की बेटी से मुझे प्यार हो गया और मैं यही बस गया ... उसके बाद से यही हु , मेरे बच्चे भी यही बड़े हुए आर्या की माँ मेरी बेटी थी , बिलकुल ऐसे ही दिखती थी , लेकिन आर्या के जन्म के समय उसका देहांत हो गया ... तब आर्या के पिता बम्बादु को इस काबिले का सरदार बनाया गया और उसने अपनी बहन बम्बादा से दूसरी शादी कर ली “

“ऐसे आपकी हिंदी बड़ी अच्छी है “

वो हँस पड़ा

“हां मैं यंहा बहुत सी पुस्तके पढता रहता हु ... मैं और आर्या ही इस काबिले में दो पढ़े लिखे लोग है , मैंने उसे एक पुस्तक गेम ऑफ़ थ्रोन पढने को दी थी उसे जब से ये पढ़ी तब से पगला गयी है , खुद का नाम आर्य से आर्या स्टार्क कर लिया है , खुद को नो बॉडी बोलती है “

मुझे मेरे पसंदीदा वेब सीरिज गेम ऑफ़ थ्रोन की याद आ गई जो की उसी पुस्तक पर बेस थी ..

“हां ये आर्य स्टार्क की तरह दिखती भी है “

“दिखती ही नहीं वैसे ही थोड़ी सरकी हुई भी है , तलवार बाजी और धनुष बाण चलाने में पारंगत , यंहा की भाषा के साथ साथ इटालियन ,इंग्लिस और हिंदी भी बोल लेटी है , यंहा इसके कोई दोस्त नहीं बने इसलिए इसने अपना पूरा समय मेरे साथ किताब पढ़ते बिताया या फिर अपने पिता के साथ युद्ध कला और शिकार करना सीखने में , अब वही उसके और मेरे गले की फांस बन गया है “

“कैसे ??”

मेरी उत्सुकता इस केरेक्टर्स को जानने की बढ़ रही थी

“इस काबिले के नियमो के अनुसार सम्भोग के लिए या तो लड़का लड़की खुद एक दुसरे को पसंद कर सकते है या फिर लड़का , लड़की को और उसके उपर दावा करने वालो को युद्ध में हरा कर उसे जीत सकता है , दिक्कत ये है की आर्या पर दावा करने वाले भी इसे नहीं हरा पाते , इसलिए बेचारी अभी तक कुवारी ही है , और ना ही ये किसी को पसंद ही करती है ..”

गैरी का मुह थोडा छोटा हो गया था जैसे बहुत ही दुखी हो गया हो ...

“ओह लेकिन इसमें दुःख की क्या बात है अभी तो ये बहुत छोटी है “

गैरी ने मुझे घूरते हुए देखा

“ये तुम्हारा समाज नहीं है जन्हा शादिया लेट से होती है , यंहा पर शादिया नहीं होती पहले जी भर कर सम्भोग किया जाता है जिस्म की वासना दूर होने पर भी अगर किसी को किसी के साथ जीवन भर रहना है तो शादी कर लेते है , ऐसे भी लडकियों का जिस्म पुरुषो के मुकाबले पहले ही परिपक्व हो जाता है , और आर्या के उम्र की लडकिया तो माँ तक बन गयी है , लकिन मेरी आर्य बेचारी अभी भी कुवारी ही है “

“हम्म”

“मुझे यंहा एक लड़का पसंद आया है आर्या के लिए , आगे चल कर वो सरदार भी बन सकता है,समझदार है और ताकतवर भी , क्यों ना तुम उसे लड़ना सिखाओ , ताकि वो आर्या को जीत सके “

“मैं ???”

मैं थोडा चौक गया

“हां तुम तो ब्लैक कोबरा के सदस्य हो तुम्हे तो अच्छे से लड़ना आता होगा , “

इस जगल में रहने वाले बूढ़े व्यक्ति के मुह से ब्लैक कोबरा का नाम सुनकर मैं थोडा चोका भी और थोडा घबरा भी गया

मुझे शांत देख कर वो फिर से बोला

“देखो मैं जंगल में जरुर रहा हु लेकिन इंग्लॅण्ड और यंहा भी मेरे कई दोस्त थे जो इस समूह के सदस्य थे ,और मैं तुम्हारे सीने में बने इस निशान को अच्छे से पहचानता हु , तुम्हारे समूह के प्रतिष्ठित डॉ चुतिया तो मेरे दोस्त ही थे , मैं उनसे मिलने जाया करता और अपने कई कामो के लिए वो यंहा भी आते थे “

डॉ चुतिया का नाम सुनकर मेरे माथे में पसीना आने लगा था , साला ये आदमी हर जगह पहुच जाता है ...

“डॉ चुतिया .... लेकिन वो आपके दोस्त कैसे हो सकते है , वो तो अभी जवान ही है , मेरे ही उम्र के आसपास “

गैरी हँसने लगा

“लगता है तुम्हे ब्लैक कोबरा का इतिहास नहीं मालूम , इसका मतलब है की तुम इस समूह के नए सदस्य हो , जब सदस्य समूह के कामो में 5 साल का वक्त पूरा कर ले तब ही उसे पूरा इतिहास बताया जाता है ... “

मैंने उसे ध्यान से देखा इस आदमी ने मेरी जान बचाई थी और अब मैं और झूठ के साथ जीवन नहीं बिता सकता था , मेरे झूठ के कारण आज मेरी ये दशा हो चुकी थी

“मैं एक गद्दार हु ,मैंने ब्लैक कोबरा बहुत पहले ही छोड़ दिया है , और मुझे डॉ चुतिया ने ही गोली मारी “

मैंने स्वाभाविक भाव से कह दिया लेकिन मेरी बात सुनकर गैरी घबरा गया था , उसमे चहरे में डर और आश्चर्य साफ़ दिखाई दे रहे थे ...

“एक गद्दार इतने दिन जिन्दा कैसे रह सकता है ...तुम्हे मारा क्यों नहीं गया ??”

“मुझे नहीं पता शायद उन्हें मुझे मारने से ज्यादा तडफाने में मजा आया हो “

“नहीं जरुर कोई दूसरी बात रही होगी ... खैर यंहा अगर तुमसे कोई पूछे की तुम कौन हो वो बोल देना की तुम डॉ साहब के दोस्त हो , वरना यंहा बाहर से किसी के आने पर पाबन्दी है , मैंने तुम्हे ये निशान देखने के कारन ही बचाने की कोशिस की थी , डॉ चुतिया ने एक बार सरदार बम्बादु की माँ को चीनी आतंकियों से बचाया था, मैंने उसे यही कहा है तुम भी कह देना , अब तुम मेरे साथ रहो और उस लड़के वांगु को लड़ना सिखाओ ताकि वो आर्य को जीत सके ...”

मेरे पास कोई चारा भी तो नहीं था ऐसे भी मेरी हालत अभी ऐसी नहीं थी की मैं फिर से जाकर उन लोगो से भीड़ जाऊ , शायद ये जगह और गैरी का अनुभव मेरी कुछ मदद कर पाए

“गैरी मुझे ब्लैक कोबरा का इतिहास जानना है , क्या तुम इस बारे में कुछ जानते हो “

उसने अपना सर हिलाया

“मेरे पास एक पुरानी किताब है जिसमे ब्लैक कोबरा के बनने की कहानी है , कोई 1000 साल पहले इसे लिखा गया था , ब्राम्ही लिपि में इसे लिखा गया है , पाली भाषा का उपयोग किया गया है , इसके कारण इसे पढने और समझने वाले कम ही लोग इस दुनिया में है , इसके बाद इसका अनुवाद किया गया संस्कृत में देवनागरी लिपि के साथ , लेकिन वो बस सदस्यों को ही दी गई , उसके बाद अनेक भाषाओ में और कई लिपियों में इसका अनुवाद किया गया “

“पाली भाषा , ब्राम्ही लिपि .. ये तो भगवन बुद्ध के समय बोली जाने वाली भाषा है , सम्राट अशोक के समय ये सबसे प्रचलन में थी , उत्तर भारत की भाषा, तो क्या ब्लैक कोबरा इतना पुराना है ?? “

“हां पहले इसे श्याम सर्प कहा जाता था , सर्प की पूजा हर समाज में सदियों से की जाती रही है , उनका निवास पाताल बताया जाता था , और पताला शैतानो या राक्षसों का भी निवास बताया जाता था , बहुत पहले एक छोटे से समूह के रूप में इसका गठन हुआ था , बाद में ये बढ़ते बढ़ते एक विश्व भर में फैले समूह का रूप ले चूका है , इन्हें लगता है की ये दुनिया की भलाई करते है , लेकिन काम गुप्त रूप से करते है , अंग्रेजो के भारत आने के बाद सन 1885 के करीब इसका नाम ब्लैक कोबरा रखा गया ,ताकि विदेशो में भी इसे आसानी से फैलाया जा सके , अब से यही नाम प्रचलित है ... रुको मैं वो पुस्तक लाता हु “

गैरी उठने लगा था

“आपको वो पुस्तक किसने दी ??”

“डॉ चुतिया ने , ऐसे भी अब उस पुस्तक का कोई महत्व ही नहीं है क्योकि उसे समझने वाले ही कोई नहीं है और उसका कई अनुवाद दूसरी भाषाओ में भी उपलब्ध है , मैं पाली भाषा और ब्राम्ही लिपि को सिख रहा था तब उन्होंने मुझे इसे पढने के लिए दिया था , कहा था की कहानी की किताब है , मुझे भी पहले ये कहानिया ही लगती थी लेकिन धीरे धिरे समझ आने लगा की ये कहानी नहीं इतिहास है , उस गुप्त समूह का इतिहास ..

मुझे नहीं लगा था की जीवन में ये किताब कभी मेरे काम भी आएगी , चलो मरने से पहले इसका कुछ तो उपयोग होगा “

गैरी के चहरे में एक मुस्कान थी

“लेकिन गैरी मुझे अभी तक समझ नहीं आया की डॉ चुतिया से तुम्हारा इतना लगाव कैसे हो गया , जबकि तुम्हारी जवानी में तो वो पैदा भी नहीं हुआ होगा “

गैरी हँसा

“डॉ चुतिया कोई आदमी नहीं एक पद है , जैसे राजा कोई व्यक्ति नहीं होता , मंत्री या कलेक्टर कोई व्यक्ति नहीं पद होते है वैसे ही इस समूह में राजा के सबसे करीबी सलाहकार को डॉ चुतिया कहा जाता है , शायद हमारे मित्र की मौत के बाद कोई दूसरा व्यक्ति डॉ चुतिया बन चूका है “

मैं जितना चीजो को समझने की कोशिस कर रहा था उतना ही मुझे और जानने की इक्छा हो रही थी ...

“तो कोई राजा भी है ???”

मेरी बात सुनकर गैरी मुस्कुराया

“वो पुस्तक तुम्हे सब बताएगी ...”

इतना बोलकर वो वंहा से निकल गया ..

मैंने फिर उठने की कोशिस की लेकिन शरीर में अभी भी बहुत दर्द था ..

तभी एक लगभग 22 साल का लड़का वंहा आया , आते ही उसने मेरे पैर पकड लिए

“गुरूजी मुझे सिखाओ लड़ना, मैं आर्या को चोद चाहता “

उसने टूटी फूटी इंग्लिस में कहा , भोसड़ीवाला सिर्फ लड़की चोदने के लिए लड़ना सीखना चाहता था

“तुम वांग हो ??”

उसने अपना सर हां में हिलाया , मैंने उससे ध्यान से देखा , जवान और गठा हुआ मांसल शरीर , चहरे में अजीब सी काली रेखाए खिंच रखा था , और पत्ते की एक लंगोट पहने घूम रहा था , उसके शरीर की बनावट और चाल ढाल से तो वो पक्का जंगली शिकारी लग रहा था , उसकी भुजाओ और मांसल शरीर को देखकर ही उसके बल का अंदाजा लग जाता , आखिर मैं इस आदमी को कैसे लड़ना सिखाता , ये तो खुद ही बहुत ताकतवर लग रहा था ..

मुझे आश्चर्य हुआ की वो छोटी सी दिखने वाली आर्या ने इस गबरू को कैसे हरा दिया ??

जो भी मुझे अभी कुछ महीने यही रहना था तो इन लोगो को अपना बना कर रखना ही मेरे लिए उचित था .........

“ठीक है सिखाऊंगा पहले मुझे थोडा ठीक तो होने दो “

“जी गुरूजी “

वांग ने अपना सर मेरे पैरो में रख दिया और वंहा से निकल गया , उसकी हरकते देखकर मेरे होठो में अनायास ही मुस्कान आ गई थी ......
“गुरूजी मुझे सिखाओ लड़ना, मैं आर्या को चोद चाहता “

उसने टूटी फूटी इंग्लिस में कहा , भोसड़ीवाला सिर्फ लड़की चोदने के लिए लड़ना सीखना चाहता था
😂😂😂😂
 
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