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अध्याय 11
मैं अभी भी हक्का बक्का सा अपने घर में बैठा हुआ था , दिमाग मानो सुन्न पड़ गया हो ..
मैंने काजल को काल लगाया लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था , मैंने जूही को फोन लगाया ..
“देव कहा हो तुम जानते भी हो की क्या हो गया है “
“जानता हु जूही अभी मेरे पास पूर्वी आई थी , वो काजल को खोज रहे है ...
क्या तुम्हे पता है की काजल कहा है ..???”
“मुझे कैसे पता होगा देव ??? ऐसे भी हम सभी नशे में चूर हो गए थे ..मुझे अभी इन्वेस्टीगेशन के लिए बुलाया गया है , केस सीबीआई को सौप दिया गया है , शायद तुमसे भी पुछ्ताज की जाएगी , बस एक चीज याद रखना की हमने ड्रग्स नहीं लिया था ,मैं तुम्हारे लिए एक ओरगेनिक जूस ला रही हु वो पीते रहना तो ब्लड टेस्ट में ड्रग्स का कोई साबुत नहीं मिलेगा “
“तुम... मुझे काजल के लिए चिंता हो रही है “
“काजल को तो तुम तभी खोज पाओगे जब तुम खुद ठीक रहो , अभी पुछ्ताज में अगर तुम्हारे ब्लड से ड्रग्स का प्रमाण मिल गया तो तुम तुरंत ही ससपेंड कर दिए जाओगे ... ऐसे भी जो टीम इस मर्डर केस के लिए बन रखी है उसमे तुम्हे नहीं रखा गया है , कोई नया बंदा है जो इसे हेंडल करेगा, सुना है बहुत ही खतरनाक है , अभी तक पूर्वी के हाथो में सब था इसलिए तुम बचे हुए हो , वो आते ही पहले तुमसे पुछ्ताज करेगा, तो समझ लो की तुम्हे क्या बोलना है , मैं आ रही हु तुम फ्रेस हो जाओ “
मैंने बिना कुछ बोले ही फोन रख दिया , नहाने के बाद ही मुझे थोडा सुकून महसूस हुआ , शरीर तो अब ठीक था लेकिन दिमाग ..??
नहा के ही निकला था की पूर्वी का फोन आ गया , उसने मुझे बताया की SP साहब ने मुझे बुलाया है ... साथ ही और भी लोगो को जो उस दिन पार्टी में थे .. ऐसे तो पूर्वी ने सबसे पुछ्ताज कर ली थी लेकिन वो सबसे फिर से मिलना चाहते थे ...
थोड़े ही देर में जूही वंहा आ चुकी थी , आते ही वो मेरे गले से लग गयी
“सब ठीक हो जायेगा देव तुम टेंशन मत लो और ये पि लो “
उसके हाथो में एक प्लास्टिक की बोतल थी जिसमे कुछ काले रंग का द्रव्य भरा हुआ था ..
“ये क्या है ??”
“अरे ये शरीर को डीटक्स कारने वाला जूस है , इसे तुम्हे हर आधे घंटे में पानी के साथ मिलकर पीना है , शाम तक कई बार तुम्हे यूरिन जाना पड़ेगा लेकिन तुम बिलकुल क्लीन हो जाओगे ..”
मैंने उसे प्रश्न भरी निगाहों से देखा
“यार ये सभी को पता होता है जो ये नशा करते रहते है , चलो जल्दी जल्दी इसे पि लो , एक दो घंटे में हमें सीबीआई के सामने पेश होना होगा “
मैंने हां में सर हिलाया
“जूही एक बात पुछू , काजल कहा होगी ??”
जूही ने बड़े ही प्यार से मुझे देखा और अपने चहरे को मेरे चहरे के करीब लाया ..
उसने अपने होठो को मेरे कान के पास रख दिया
“वो ठीक है बस अभी इतना ही समझ लो , ये भी हो सकता है की हमारी बाते कोई सुन रहा होगा इसलिए जोर से कुछ मत बोलना , काल रिकॉर्ड हो रहे है तो फोन पर कोई बात नहीं करना समझे “
मैंने उसे हैरत भरी निगाहों से देखा लेकिन चुप ही रहा , मतलब काजल का पता जूही के पास था और वो सुरक्षित थी ..
मैंने एक चैन की साँस ली , लेकिन शरद का मर्डर ???
और वो पेंटी ..???
लेकिन अभी मैं उससे और ज्यदा नहीं पूछ सकता था , मुझे समझ में आया की पूर्वी ने मुझे जगाने में इतना समय क्यों लिया था , जरुर मेरा घर उनके निगरानी में होगा , शायद कही कैमरे या ऑडियो रेकॉर्डर भी लगा के रखा हो ,और अभी भी एक टीम हमारी बात सुन रही हो या हमें देख रही हो ..??
हो सकता था ..
लेकिन ड्रग्स की बात तो जूही ने खुलकर कह दी थी ..
खैर अगर ब्लड में कुछ नहीं मिला तो फिर कोई सबूत ही नहीं रह जाता,
मैंने वो दवाई पीनी शुरू कर दी ..
२ घंटे के बाद हम उस टीम से मिलने चले गए जो इस केस को सम्हाल रही थी ..
वो मेरा ही स्टाफ था लेकिन आज मैं उनका अधिकारी नहीं था ...
वंहा हमें मानिक भी बैठा हुआ दिख गया , वो बहुत ही घबराया हुआ लग रहा था ..
“मानिक ..”
पूर्वी उसे घूरने लगी , मानिक ने चहरा उठाया उसके चहरे में आतंक नाच रहा था
“तुमने कुछ उल्टा सीधा तो नही बोल दिया न अंदर “
जूही ने बड़े ही कड़ाई से उससे पूछा ..
“ नहीं जो तुमने कहा था वही बोला हु , ड्रग्स की को बात नहीं की , बोला की हम शराब के नशे में थे , शरद को ड्रग्स कहा से मिली हमें नहीं पता, उसके बाद ही हम अलग हो गए .. वंहा लगे सीसीटीवी कैमरे में शरद अंतिम बार काजल के साथ दिखा था ... “
उसने नजर उठा कर गुस्से से मुझे देखा ..
“तुम्हे कुछ याद है की काजल क्या सच में शरद के साथ उसके कमरे में गई थी ..??”
मैंने मानिक के गुस्से की परवाह नहीं करते हुए उससे कहा
“हा मैं भी उनके साथ ही वंहा था , उसके बाद मैं बहार निकल गया , और बहर ही सोफे में जाकर सो गया, नींद खुली तब तक पुलिस वंहा पहुच चुकी थी ... शरद जी अब नहीं रहे ये जनकारी वंहा के नौकरों ने पुलिस को दी थी , जुलियन भी अपने कमरे में सो रहे थे , शरद और काजल को मैंने गेस्ट हाउस में छोड़ा था , लेकिन ये सब मैंने पुलिस को नहीं बताया है , “
“अगर काजल शरद के साथ सीसीटीवी में दिखी तो तुम क्यों नहीं ..??”
उसकी बात सुनकर मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था ..
“मुझे क्या पता था की कहा कैमरा लगा हुआ है ??? , मैं उसमे नहीं आया तो मैं क्या करू , तुम्हारी बीबी ने शरद को मार डाला , अगर उसे वो पसंद नहीं था तो वो वंहा से जा भी सकती थी “
मानिक ने गुस्से में मुझसे कहा , और मैंने उसका गला पकड लिया ..
जूही ने हमें अलग किया
“पागल हो गए हो तुम दोनों , यंहा सबकी नज़ारे हम पर है ... मैंने मानिक को ये बयान देने और काजल का नाम ना लेने की लिए कितनी मुश्किल से मनाया है तुम सोच सकते हो ... ??”
जूही ने गुस्से से मुझे देखा ..
तभी पूर्वी वंहा आ गयी ..
“सर तुम दोनों को बुला रहे है , पहले तुम जूही ..”
जूही कमरे के अंदर गई , वही कमरे से बाहर निकलने वाले शख्स थे डॉ चुतिया ..
“कैसे हो देव बाबु , “
उन्होंने चहकते हुए कहा
“कैसा रहूँगा डॉ ..”
मैं अभी भी गुस्से में था
“अरे टेंशन मत लो कुछ नहीं होने वाला , काजल के खिलाफ कोई खास साबुत नहीं है इन लोगो के पास , लेकिन बस मुझे ये समझ नहीं आ रहा ही की उसके बाल शरद के बिस्तर में कैसे पहुचे “
मैंने आश्चर्य से उन्हें देखा
“अरे तुम्हे पता नही क्या , डीएनए रिपोर्ट से साबित हो गया है की बिस्तर में पड़े बाल काजल का ही था ... अभी अभी तुम्हारे SP मनोज कालेकर ने बताया मुझे ... अच्छा आदमी है , मेरा पुराना परिचित ... टेंशन मत लो मैंने बोल दिया है उसे की तुम मेरे दोस्त हो और जो भी हुआ तुम्हे कुछ भी पता नहीं था , बस जो जूही ने तुमसे कहा था वही बयान देना “
डॉ ने मेरे कंधे पर अपना हाथ रखा और वंहा से चले गए ..
ये सब क्या हो रहा था और मैं सो रहा था , यंहा सबने अपनी अपनी प्लानिंग भी कर ली थी ...
थोड़ी देर बाद ही मुझे बुलाया गया ,जूही जब बाहर आई तो उसके चहरे में कोई भी सिकन नही थी , बल्कि वो बस मुझे देख कर मुस्कुराई जैसे कोई भी बड़ी बात ना हो ..
“आराम से और कांफिडेंस के साथ “
उसने मुझे जाते जाते कहा
अंदर जो नजारा था वो मेरे लिए कोई नया नहीं था लेकिन नया ये था की जिस सिट पर मनोज बैठा था वंहा मैं बैठा करता था ...
वही बाजु में पूर्वी और वेदांत खड़े थे सभी के चहरे गंभीर थे सिवाय मनोज के ...
मनोज कालेकर ,2005 बैच का IPS था , अपने टाइम का दबंग ऑफिसर ..
कुछ दिन महारास्ट्र कैडर में काम करने के बाद उसे सीबीआई में भेज दिया , अभी वो सीबीआई में एक SP के रेंक में पदस्थ है ..
कई केस को हेंडल करने वाले मनोज को खास गृहमंत्री सुखमन पटेल के बोलने पर लाया गया था , जाहिर था की इतने बड़े आदमी की यु संदिग्ध स्थिति में मौत के करन शासन प्रसासन दोनों ही चौकन्ने हो गए थे ,
मनोज एक 40 साल का लेकिन गठीला और रोबदार शख्सियत था , चहरे में पुलिसिया मूंछे और गोरा चहरा , चहरे में अधिकारियो वाला रौब ,
“जय हिन्द सर “
उसे देखते ही मेरे मुह से निकल गया , उसने भी मेरे अभिवादन को स्वीकार किया लेकिन उसके चहरे में एक कुटिल सी मुस्कान थी ..
“बैठिये ASP साहब “
ऐसे तो मैं उससे सिर्फ एक रेंक छोटा था लेकिन वो एक IPS था जबकि मैं प्रदेश सरकार का अधिकारी , पुलिस विभाग में सिर्फ ये एक फासला पूरी लाइन ही चेज कर देता है , सेलरी से लेकर प्रमोशन तक सब कुछ चेज हो जाता है , साथ ही रुतबा भी ..
उपर से वो एक सीबीआई का अधिकारी था जबकि मैं नार्मल पुलिस वाला जिसे प्रमोशन के जरिये स्पेसल फ़ोर्स का हिस्सा बनाया गया था ,
मैं चुपचाप उनके सामने रखी कुर्सी में बैठ गया ..
“काजल कहा है ??”
उन्होंने सीधे ही सवाल पूछा जिससे मैं थोडा हडबडा गया
“सर मुझे कैसे पता होगा ??”
“तुम ही उसके पति हो या और कोई दूसरा है ??”
उन्होंने गजब का व्यंग मारा था , दिल में एक जलन सी जरुर हुई लेकिन मैं चुप ही रहा
“लगता है अपने पुराने कलिग लोगो के सामने तुम बोलने से शर्मा रहे हो , हा सही है जिस ऑफिस में तुम अधिकारी हुआ करते थे वह एक गवाह की तरह आना अच्छा नहीं लगता होगा ,और उसपर भी जब प्राइम सस्पेक्ट तुम्हारी बीबी हो “
मैं फिर से कुछ नहीं बोला, उन्होंने पूर्वी और वेदांत को वंहा से जाने का इशारा किया , वो दोनों अजीब निगाहों से मनोज को देखते रहे लेकिन फिर वो दोनों ही वंहा से चले गए .. अब हम दोनों ही वंहा अकेले थे , माहोल में एक अजीब सा तनाव महसूस हो रहा था
“देव मैंने तुम्हारी फाइल्स देखि , अब तक तुम्हारा काम काबिले तारीफ रखा है , तुम समझदार हो तो तुमसे कुछ पूछने का मतलब ही नहीं बनता, तुम कोई न कोई कहानी सुना दोगे जिसपर मुझे भरोसा करना ही पड़ेगा क्योकि बाकियों ने भी वही कहानी सुनाई है , लेकिन इससे काजल की दिक्कते ख़त्म नहीं होगी , उसे सामने आना ही होगा और इससे क्या हो सकता है तुम जानते हो ... अब तुम मुझे सीधे सीधे ही बताओ ..”
उसने रिकॉर्डर को बंद कर दिया , मैंने उन्हें आश्चर्य से देखा
“तुम पर भरोसा है मुझे , और मुझे सच जानना है , शराब के नशे में कोई इतना बेसुध नही हो सकता, तुम सबने ड्रग्स लिया था ?? लेकिन मैं इसे प्रूफ नहीं कर सकता तो फिर इस बात का कोई मतलब ही नहीं रह जाता , तुम भी कानून जानते हो और ये भी ये काम कैसे करता है ... मुझे सच बताओ शायद इससे तुम अपनी पत्नी की कोई मदद कर सकते हो ...सब बाते ऑफ द रिकॉर्ड होंगी ”
मैंने एक बार मनोज को देखा और एक गहरी साँस ली ..
“सर मुझे उस दिन के फोटोज मिल सकते है जो फोरेंसिक वालो ने खींचे होंगे ??”
मैं इस केस से जुड़ना चाहता था मैं चाहता था की मुझे भी वो सच पता चले जो हुआ था, और मेरा दिल कह रहा था की काजल दोषी नहीं है ...
मनोज ने एक गहरी साँस छोड़ी और मेरे सामने फोटोज रख दिया ..
मुझे यकीं नहीं हो रहा था की एक अधिकारी इतना समझदार कैसे हो सकता है , ऐसे मैं ये भी जानता था की मनोज जैसा आदमी सभी पर शक करता है , और ये समझदार लोगो की निशानी होती है ,लेकिन इससे एक चीज और होती है की जो सभी पर शक करते है वो किसी पर भी शक नहीं करते, मतलब वो किसी भी बात पर यु ही यकीन नहीं कर लेते ..
पूर्वी और वेदांत ने ये यकीन कर लिया था की काजल ही दोषी है लेकिन मनोज ने अभी तक ये नहीं किया था क्योकि वो साबुत ढूढ़ रहा था , वो और मैं दोनों ही एक चीज अच्छे से जानते थे की बिना साबुत किसी पर शक या यकीन कर भी लो तो भी सामने वाले का कुछ नहीं उखड़ेगा , अदालत में कुछ भी साबित नहीं हो पायेगा ...
मैंने बड़े ही ध्यान से फोटोज को देखा और मेरे होठो में एक मुस्कान तैर गयी और एक रहत मेरे दिल में भी तैर गयी ..
“सर काजल ने शरद के साथ सेक्स नहीं किया था “
मैंने वो फोटोज उसके सामने रख दी जिसमे शरद का वीर्य एक काले रंग की पेंटी पर गिरा हुआ था ...
“क्या ये पेंटी काजल की है ??”
उसने मुझे घूरते हुए कहा ..
“हा शायद ऐसी एक पेंटी उसके पास है जरुर लेकिन उस दिन उसने क्या पहना था मुझे नहीं पता , लेकिन मेरे दिल को इस बात का सकुन जरुर मिला की पूर्वी गलत थी उनके बीच सेक्स नहीं हुआ था “
मनोज मुस्कुराने लगा ,
“हम्म वो तो मैं भी देखते ही समझ गया था की शरद ने पेंटी के उपर वीर्य को गिराया है , ना की पोछा है , ये ऐसा ही है जैसा कोई आदमी अपनी फेंटेसी को पूरा कर रहा हो उसके बारे में सोच कर हिला रहा हो “
मनोज हँस पड़ा , लेकिन मेरे लिए ये हँसी की बात नहीं थी , साला शरद ठरकी था ये तो मुझे पता था लेकिन मरते मरते भी उसे मुट्ठा मरने के लिए मेरी प्यारी बीवी की पेंटी ही मिली थी ...
“और उन बालो का क्या जो शरद के बिस्तर से मिली , वो तो काजल की ही थी , और उसे ये पेंटी कैसे मिल गयी ???“
मनोज ने फिर से कहा
“काजल उसके साथ उसके कमरे तक तो गई थी , वो भी नशे में चूर थी , जब मुझे ये तक याद नहीं की मैं घर कैसे आया तो हो सकता है की इसी नशे का फायदा उठा कर शरद उसे अपने कमरे तक ले गया हो, काजल बिस्तर में लेटी जरुर होगी जिससे उसके बाल वंहा गिर गए होंगे .... शायद फिर उसने काजल के साथ जबरदस्ती किया हो ??”
मनोज ने मुझे वही टोक दिया
“नहीं देव कोई जबरदस्ती नहीं की थी , अगर ऐसा होता तो शरद के शरीर में भी कुछ निशान मिलते ..”
“सर काजल नशे में धुत थी , क्या पता की उसकी पेंटी शरद ने ...”
मैं इतना ही बोलकर चुप हो गया , मुझे अंदर ही अंदर से ही घृणा आने लगी ,मैंने आखिर काजल को अकेले क्यों छोड़ दिया था , लेकिन मैंने फिर से हिम्मत जुटाई
“सर मैं मानता हु की हम सबने ड्रग्स लिया था ,मैं इसे इसलिए बता रहा हु की आपके सामने केस क्लियर हो , हलाकि आप समझ सकते है की मैं अधिकारिक बयान में इसे बदल दूंगा .”
मनोज में हां में सर हिला दिया
“सर हमने जो ड्रग्स लिया था वो पावडर फॉर्म में था , DNT को दो तरह से उपयोग में लाया जा रहा है , एक ज्यादा नशे के लिए पावडर फॉर्म में , ये अक्सर पार्टीस में उपयोग में लायी जा रही है ,दूसरा गोली के रूप में , ये गोलिया लोग घर में रखते है और कभी कभी या रेगुलर इसका उपयोग करते है , इसमें ज्यादा नशा नहीं होता, पाउडर फॉर्म में इसे नाक से लिया जाता है लेकिन गोली के रूप में मुह से , ये बाते इसलिए भी जरुरी है क्योकि नीलम देवी और शरद दोनों ने ड्रग्स समझकर वो गोलिया खाई थी लेकिन वो जहर निकली ...वो भी वही जहर जिससे ये ड्रग्स बनता है . जरुर किसी ने उनके डब्बे बदले होंगे ...जैसा नीलम देवी के साथ हुआ था ..”
मनोज मेरी बात को ध्यान से सुन रहा था , उसने एक साँस छोड़ी
“लेकिन शरद पहले से इतने नशे में था उसे फिर से नशा करने की क्या जरूरत पड़ गयी ..”
“क्या पता सर , हो सकता है की किसी ने उसे उकसा कर वो खिला दिया हो “
मनोज के चहरे में एक कामिनी सी मुस्कान आई
“बिलकुल और यही काजल पर शक जाता है क्योकि उस कमरे में उन दोनों के अलावा कोई नहीं था “
मनोज की बात सुनकर मैं चुप हो गया , और बेचैन भी ...
“उसके पास कोई कारण ही नहीं था की वो शरद को मारती , वो तो शरद की बहुत बड़ी फेन थी “
मुझे बेचैन देख कर उसने मेरे तरफ एक पानी का ग्लास बड़ा दिया , मैंने पानी का पूरा ग्लास एक ही साँस में खाली कर दिया ..
“देव काजल को तलाशो , वही बता सकती है की उस दिन क्या हुआ था , और हमशे पहले उस तक पहुचो , क्योकि अभी तक हमारे पास जो साबुत है उसके आधार पर हम काजल को दोषी तो नहीं ठहरा सकते लेकिन हा पुलिस रिमांड में जरुर रख सकते है ... आगे तुम खुद ही समझदार हो ... अब ओफिसियल बयान भी दे दो ”
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा मैंने भी हामी भर दी ..........
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मैं और जूही अभी कार में ही बैठे हुए घर जा रहे थे ..
हम दोनों ही रिलेक्स थे
“जूही काजल कहा है ..??”
“ये जानना अभी तुम्हारे लिए ठीक नहीं होगा देव ..”
जूही ने गाड़ी चलाते हुए मुझे देखा
“जूही...”
“देव समझो बात को , हम सभी का फोन टेब हो रहा होगा , हमपर नजर रखी जा रही होगी , तुम्हारी एक गलती से काजल पुलिस के हाथ लग जाएगी “
“मैं समझता हु जूही लेकिन कम से कम मुझे इतना तो बता ही सकती हो ...”
जूही ने मुझे घुर और फिर आगे देखने लगी
“काजल ऐसी जगह है जन्हा कोई आम आदमी नहीं जा सकता, डॉ चुतिया के क्लब में “
मैं बुरी तरह से चौका
“लेकिन उस जगह ..”
“डोंट वरी देव , वंहा कोई उसे ढूंढने नहीं जायेगा , वो सेफ है ...”
जूही की बात सुनकर मैं भी चुप हो चूका था , लेकिन डॉ चुतिया का क्लब ??
उस कमीने डॉ को यही जगह मिली थी मेरी बीवी को छिपाने के लिए ..
मैं भन्ना रहा था , साथ ही साथ मुझे डॉ की वो नजर भी याद आ गयी जब उसने पहली बार काजल को देखा था ..
“इसलिए वो साला आज इतना खुश था “
मैं हलके से बुदबुदाया ......