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dhanywad nasn bhaiBahut hi shaandar thread..
Aise hi aage badte raho..
dhanywad nasn bhaiBahut hi shaandar thread..
Aise hi aage badte raho..
bas thodi der meBesabri se agale update ka intjar he. Par umid bhi he ki thoda bada update milega
awesome update hai dr sahab,अध्याय 4हम दोनों गार्डन में घूम रहे थे , सामने से मुझे मानिकलाल आता हुआ दिखा , वो अपने कसरती बदन में एक टैंक सूट पहने हुए था , उसे यंहा देखना बड़ा ही अजीब था उसे तो इस वक्त नीलम जी के बंगले में होना था ,
काजल को यंहा देखते ही मानिक की आंखे जैसे खिल उठी थी उसने थोड़े दूर से ही हाथ हिलाया , जवाब भी काजल ने ही हाथ हिलाकर दिया , काजल के चेहरे में एक चमक थी जैसे जिसे ढूंढ रही हो वही मिल गया ..
“हाय काजल , गुड मोर्निंग देव सर “
मानिक इतना चहक क्यों रहा था ??
“तुम्हें तो नीलम जी के बंगले में होना था तुम यंहा क्या कर रहे हो “
“वंहा मुझे अच्छा नहीं लगता, जब बुआ वंहा रहती थी तो भी कभी कभी ही जाया करता था लेकिन अब तो ... सोच रहा हु उस बंगले को बेच ही दू , ऐसे मेरा फ्लैट यही पास में ही है , आइये कभी .. काजल जी के साथ “
“बिलकुल ... ऐसे इन्हें तो समय ही नहीं मिलता “काजल ने एक शिकायत भरे लहजे में कहा
“तो आप आ जाना, आपको इस शहर की सबसे अच्छी जगहों में घुमाऊंगा “
मानिक की नजरे काजल के जिस्म के एक खास हिस्से में कुछ सेकण्ड के लिए रुक गई थी , काजल ने एक स्पोर्ट ब्रा पहन रखी थी उपर जेकेट जरूर था लेकिन उसने जेकेट की चैन लगाईं नहीं थी इससे उसके उभार तनकर सामने आ रहे थे और उन दो उभारो के बिच की एक खाई सी साफ़ दिखाई दे रही थी जो किसी भी मर्द के नियत को हिलाने के लिए काफी थी , और जब मर्द मानिक जैसा रसिक हो तो वो किसी ताजे फुल की खुसबू से ही मदहोश हो जाये , यंहा तो इत्र की पूरी बोतल ही खुली हुई दिख रही थी ..
जैसे शराबी के लिए शराब की गंध भी बेकाबू करने वाली होती है वैसे ही मानिक जैसे रूप के शराबी और भोगी के लिए काजल के ये स्तन किसी मधुशाला से कम न थी ..
एक क्षण में हुई इस घटना ने जन्हा मानिक के अंदर कुछ हिला दिया था वही काजल भी जैसे उसकी नजरों को आसानी से पढ़ पा रही थी लेकिन वो बेचैन होने की बजाय इठलाई , ये शादी के बाद पहली बार हुआ था की किसी को अपना जिस्म देखता हुआ पाकर भी काजल की प्रतिक्रिया उसे और भी उत्तेजित करने वाली हो , वो अधिकतर मुझे रिझाने के लिए ऐसा किया करती थी लेकिन आज की बात ही दूसरी थी , वही मेरे अंदर भी एक तूफ़ान सा उमड़ रहा था , मेरे लिंग में एक झुरझुरी सी उठी क्यों...
ये बात मुझे बेचैन करने लगा , कल की घटना और आज का सपना और फिर ये सब , आखिर मुझे क्या हुआ है , आखिर काजल को क्या हो गया है ??
“बढ़िया किया की आपने मुझे फोन कर दिया अब हम रोज ही यंहा मिला करेंगे “
मानिक की इस बात से मैं और भी चौक गया , मैंने आश्चर्य से काजल की ओर देखा
काजल जैसे मेरी नजरों को समझ गई थी
“वो कल इन्होने ही बताया था की वो कहा रहते है , तो आज सोचा की क्यों ना इनसे मिल लू , ऐसे ये रोज यंहा रनिंग के लिए आते है “काजल की आवाज में एक अजीब सी बात थी जैसे वो मुझसे कुछ छिपाने की कोशिश कर रही हो
“ओह ..” मैं बस इतना ही बोल पाया था
मैं जब से काजल को जानता था , मैं उसे बस एक मासूम सी लड़की की तरह ही जानता था , एक सीधी साधी सी गृहिणी जो अपने पति और परिवार के लिए समर्पित थी , लेकिन ये काजल मुझे थोड़ी अलग सी लग रही थी , काजल ने आज तक मुझसे कुछ नहीं छिपाया था लेकिन आज वो छिपा रही थी , क्यों ...??
थोड़ी देर मानिक से बात करके और थोडा जोगिग कर हम वापस आ गए
“काजल तुम मुझसे कुछ छिपा रही हो क्या ??”
काजल ने मुझे थोडा डरते हुए देखा , उसकी प्यारी सी हिरानी जैसी आँखों में हल्का सा डर भी बहुत प्यारा लगता था
“नहीं तो मैं आपसे क्या छिपाऊगी “
“वही बात तो मुझे समझ नहीं आ रही है की तुम ये क्या कर रही हो , तुमने मानिक को गार्डन में बुलाया था “
“हाँ आज हमारी बात हुई थी , ऐसे उसका नंबर तो बहुत से मेरे पास था , आज जब आपने कहा की गार्डन चलते है तो उससे पहले मैं उससे ही चेटिंग कर रही थी “
“वाट उस समय चेटिंग ??”
“हाँ मैंने बताया था की मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैंने अपना वाटसप खोला , उसमे वो ऑनलाइन दिख रहा था , बस मैंने ऊससे इस समय जगाने का कारन पूछा तो उसने बताया की बुआ की मौत के कारन उसे नींद नहीं आ रही थी , मैं उसे फोन लगा लिया और उसे थोडा समझाने का प्रयास किया , बात ही बात में उसने बताया की वो भी गार्डन घुमाने आता है , जब आपने गार्डन वाली बात बोली तो मैंने उसे वही मिलने का मेसेज कर दिया , वो बेचारा भी खुद को अकेला फील कर रहा होगा है ना , आखिर नीलम जी के सिवा उसका था ही कौन ..”
काजल के मासूम से जवाब को सुनकर मुझे मानिक पर बहुत गुस्सा आया जो की मासूम और बेचारा होने अंक ढोंग कर रहा था
“वो कोई बेचारा नहीं है समझ गई , वो साला एक नंबर का ठरकी है , शराब और शबाब के नशे में चूर रहने वाला और उसे नीलम जी के जाने का कोई दुःख भी नहीं है , वो तो बस इस बात को लेकर खुश होगा की उनकी प्रोपर्टी उसे मिल जाएगी “
काजल के चेहरे में एक अनजानी सी मुस्कान खिल गई
“मुझे पता था की आप ये सब जानते है लेकिन फिर भी आपने उसे सीरियसली इन्वेस्टिगेट नहीं किया , मुझे तो लगता है की वही नीलम जी का कातिल है “
काजल का ऐसा रवैया मेरे होश उड़ाने वाला था
“तुम पागल हो तुम क्या करने की कोशिश कर रही हो , और मानिक हमारा प्राइम सस्पेक्ट है लेकिन हर तरीके से जाँच करने के बाद भी उसके खिलाफ हमें कुछ भी नहीं मिला है , और ऐसा भी नहीं है की उसके और नीलम जी के रिश्ते ख़राब हो , चाहे मानिक कितना भी नालायक क्यों न हो लेकिन नीलम जी उसे बहुत प्यार करती थी और ये बात मानिक को भी पता थी ... उसके पास उन्हें मारने का कोई ठोस कारन भी नहीं है “
“आपको क्या लगता है ये आप जानो लेकिन मैं तो सच जानकर ही रहूंगी , और ये मैं मानिक से नजदीकीया बनाकर करुँगी “
काजल की बात से मेरा मुंह खुला का खुला रह गया
“काजल तुम एक सिम्पल सी गृहिणी हो और वो कमीना ना जाने कैसे कैसे लोगो के साथ रहता है , हमें तो ये भी पता लगा है की अंडरवर्ड से भी उसका कनेक्शन है , और ड्रग्स और देहव्यापार के धंधो से भी ,तुम इन सबको अपने दिमाग से निकाल दो ..”
“आप मेरी चिंता मत कीजिये आप बस अपने काम में ध्यान दीजिये , मैं उसे अपने जाल में ऐसा फसौंगी की ..”
“तुम ऐसा कुछ भी नहीं करोगी , अरे वो लडकियों को कपड़ो जैसे बदलते है तुम्हें क्या लगता है की तुम्हारे एक अदा से वो पिघल जायेगा “
काजल के चेहरे में एक कातिल सी मुस्कान आ गई थी
“आपने वो अदा देखी क्या “
“काजल तुम ..”
काजल सीधे मेरे पास आई और मेरे लिंग में अपना हाथ रख दिया
“वाह आपने वो देखा भी और आप उत्तेजित भी हो गए , ये तो कुछ नया सा है “
मैंने तुरंत ही उसका हाथ वंहा से हटाया
“देखो तुम बात मत बदलो “
मैं थोडा झल्लाया
लेकिन काजल के चेहरे में एक कातिल मुस्कान आ गई थी जो की जाने का नाम ही नहीं ले रही थी , वो इठलाते हुए मेरे बहुत ही करीब आ चुकी थी और अहिस्ते से उसने मेरे होंठों में अपने होंठों को रख दिया , ना चाहते हुए भी मैं उसके होंठों के प्याले से रस पिने लगा था
“एक राउंड हो जाये जल्दी से मैं भी थोड़ी गीली हो गयी हु, कभी अपने हुस्न के जलवे आपके अलावा किसी और को नहीं दिखाया है न “
उसने मेरे लिंग को मसलते हुए कहा
“आह ..” मेरे होंठों से सिसकी निकल गई थी
“काजल तुम ये क्या कर रही हो “
“जिस चीज में मजा आता है उसमे मजा ले लेना चाहिए , मानिक की टेंशन आप छोडो उसे मैं देख लुंगी और कुछ गलत हुआ तो आप तो हो न मेरे साथ “
उसने अपनी स्पोर्ट ब्रा निकाल कर फेक दी थी , उसके बाद मेरा खुद को कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल हो चला था .........
Dr sahab wo hi ghise-pite incidents, reactions aur dialogues........अध्याय 4हम दोनों गार्डन में घूम रहे थे , सामने से मुझे मानिकलाल आता हुआ दिखा , वो अपने कसरती बदन में एक टैंक सूट पहने हुए था , उसे यंहा देखना बड़ा ही अजीब था उसे तो इस वक्त नीलम जी के बंगले में होना था ,
काजल को यंहा देखते ही मानिक की आंखे जैसे खिल उठी थी उसने थोड़े दूर से ही हाथ हिलाया , जवाब भी काजल ने ही हाथ हिलाकर दिया , काजल के चेहरे में एक चमक थी जैसे जिसे ढूंढ रही हो वही मिल गया ..
“हाय काजल , गुड मोर्निंग देव सर “
मानिक इतना चहक क्यों रहा था ??
“तुम्हें तो नीलम जी के बंगले में होना था तुम यंहा क्या कर रहे हो “
“वंहा मुझे अच्छा नहीं लगता, जब बुआ वंहा रहती थी तो भी कभी कभी ही जाया करता था लेकिन अब तो ... सोच रहा हु उस बंगले को बेच ही दू , ऐसे मेरा फ्लैट यही पास में ही है , आइये कभी .. काजल जी के साथ “
“बिलकुल ... ऐसे इन्हें तो समय ही नहीं मिलता “काजल ने एक शिकायत भरे लहजे में कहा
“तो आप आ जाना, आपको इस शहर की सबसे अच्छी जगहों में घुमाऊंगा “
मानिक की नजरे काजल के जिस्म के एक खास हिस्से में कुछ सेकण्ड के लिए रुक गई थी , काजल ने एक स्पोर्ट ब्रा पहन रखी थी उपर जेकेट जरूर था लेकिन उसने जेकेट की चैन लगाईं नहीं थी इससे उसके उभार तनकर सामने आ रहे थे और उन दो उभारो के बिच की एक खाई सी साफ़ दिखाई दे रही थी जो किसी भी मर्द के नियत को हिलाने के लिए काफी थी , और जब मर्द मानिक जैसा रसिक हो तो वो किसी ताजे फुल की खुसबू से ही मदहोश हो जाये , यंहा तो इत्र की पूरी बोतल ही खुली हुई दिख रही थी ..
जैसे शराबी के लिए शराब की गंध भी बेकाबू करने वाली होती है वैसे ही मानिक जैसे रूप के शराबी और भोगी के लिए काजल के ये स्तन किसी मधुशाला से कम न थी ..
एक क्षण में हुई इस घटना ने जन्हा मानिक के अंदर कुछ हिला दिया था वही काजल भी जैसे उसकी नजरों को आसानी से पढ़ पा रही थी लेकिन वो बेचैन होने की बजाय इठलाई , ये शादी के बाद पहली बार हुआ था की किसी को अपना जिस्म देखता हुआ पाकर भी काजल की प्रतिक्रिया उसे और भी उत्तेजित करने वाली हो , वो अधिकतर मुझे रिझाने के लिए ऐसा किया करती थी लेकिन आज की बात ही दूसरी थी , वही मेरे अंदर भी एक तूफ़ान सा उमड़ रहा था , मेरे लिंग में एक झुरझुरी सी उठी क्यों...
ये बात मुझे बेचैन करने लगा , कल की घटना और आज का सपना और फिर ये सब , आखिर मुझे क्या हुआ है , आखिर काजल को क्या हो गया है ??
“बढ़िया किया की आपने मुझे फोन कर दिया अब हम रोज ही यंहा मिला करेंगे “
मानिक की इस बात से मैं और भी चौक गया , मैंने आश्चर्य से काजल की ओर देखा
काजल जैसे मेरी नजरों को समझ गई थी
“वो कल इन्होने ही बताया था की वो कहा रहते है , तो आज सोचा की क्यों ना इनसे मिल लू , ऐसे ये रोज यंहा रनिंग के लिए आते है “काजल की आवाज में एक अजीब सी बात थी जैसे वो मुझसे कुछ छिपाने की कोशिश कर रही हो
“ओह ..” मैं बस इतना ही बोल पाया था
मैं जब से काजल को जानता था , मैं उसे बस एक मासूम सी लड़की की तरह ही जानता था , एक सीधी साधी सी गृहिणी जो अपने पति और परिवार के लिए समर्पित थी , लेकिन ये काजल मुझे थोड़ी अलग सी लग रही थी , काजल ने आज तक मुझसे कुछ नहीं छिपाया था लेकिन आज वो छिपा रही थी , क्यों ...??
थोड़ी देर मानिक से बात करके और थोडा जोगिग कर हम वापस आ गए
“काजल तुम मुझसे कुछ छिपा रही हो क्या ??”
काजल ने मुझे थोडा डरते हुए देखा , उसकी प्यारी सी हिरानी जैसी आँखों में हल्का सा डर भी बहुत प्यारा लगता था
“नहीं तो मैं आपसे क्या छिपाऊगी “
“वही बात तो मुझे समझ नहीं आ रही है की तुम ये क्या कर रही हो , तुमने मानिक को गार्डन में बुलाया था “
“हाँ आज हमारी बात हुई थी , ऐसे उसका नंबर तो बहुत से मेरे पास था , आज जब आपने कहा की गार्डन चलते है तो उससे पहले मैं उससे ही चेटिंग कर रही थी “
“वाट उस समय चेटिंग ??”
“हाँ मैंने बताया था की मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैंने अपना वाटसप खोला , उसमे वो ऑनलाइन दिख रहा था , बस मैंने ऊससे इस समय जगाने का कारन पूछा तो उसने बताया की बुआ की मौत के कारन उसे नींद नहीं आ रही थी , मैं उसे फोन लगा लिया और उसे थोडा समझाने का प्रयास किया , बात ही बात में उसने बताया की वो भी गार्डन घुमाने आता है , जब आपने गार्डन वाली बात बोली तो मैंने उसे वही मिलने का मेसेज कर दिया , वो बेचारा भी खुद को अकेला फील कर रहा होगा है ना , आखिर नीलम जी के सिवा उसका था ही कौन ..”
काजल के मासूम से जवाब को सुनकर मुझे मानिक पर बहुत गुस्सा आया जो की मासूम और बेचारा होने अंक ढोंग कर रहा था
“वो कोई बेचारा नहीं है समझ गई , वो साला एक नंबर का ठरकी है , शराब और शबाब के नशे में चूर रहने वाला और उसे नीलम जी के जाने का कोई दुःख भी नहीं है , वो तो बस इस बात को लेकर खुश होगा की उनकी प्रोपर्टी उसे मिल जाएगी “
काजल के चेहरे में एक अनजानी सी मुस्कान खिल गई
“मुझे पता था की आप ये सब जानते है लेकिन फिर भी आपने उसे सीरियसली इन्वेस्टिगेट नहीं किया , मुझे तो लगता है की वही नीलम जी का कातिल है “
काजल का ऐसा रवैया मेरे होश उड़ाने वाला था
“तुम पागल हो तुम क्या करने की कोशिश कर रही हो , और मानिक हमारा प्राइम सस्पेक्ट है लेकिन हर तरीके से जाँच करने के बाद भी उसके खिलाफ हमें कुछ भी नहीं मिला है , और ऐसा भी नहीं है की उसके और नीलम जी के रिश्ते ख़राब हो , चाहे मानिक कितना भी नालायक क्यों न हो लेकिन नीलम जी उसे बहुत प्यार करती थी और ये बात मानिक को भी पता थी ... उसके पास उन्हें मारने का कोई ठोस कारन भी नहीं है “
“आपको क्या लगता है ये आप जानो लेकिन मैं तो सच जानकर ही रहूंगी , और ये मैं मानिक से नजदीकीया बनाकर करुँगी “
काजल की बात से मेरा मुंह खुला का खुला रह गया
“काजल तुम एक सिम्पल सी गृहिणी हो और वो कमीना ना जाने कैसे कैसे लोगो के साथ रहता है , हमें तो ये भी पता लगा है की अंडरवर्ड से भी उसका कनेक्शन है , और ड्रग्स और देहव्यापार के धंधो से भी ,तुम इन सबको अपने दिमाग से निकाल दो ..”
“आप मेरी चिंता मत कीजिये आप बस अपने काम में ध्यान दीजिये , मैं उसे अपने जाल में ऐसा फसौंगी की ..”
“तुम ऐसा कुछ भी नहीं करोगी , अरे वो लडकियों को कपड़ो जैसे बदलते है तुम्हें क्या लगता है की तुम्हारे एक अदा से वो पिघल जायेगा “
काजल के चेहरे में एक कातिल सी मुस्कान आ गई थी
“आपने वो अदा देखी क्या “
“काजल तुम ..”
काजल सीधे मेरे पास आई और मेरे लिंग में अपना हाथ रख दिया
“वाह आपने वो देखा भी और आप उत्तेजित भी हो गए , ये तो कुछ नया सा है “
मैंने तुरंत ही उसका हाथ वंहा से हटाया
“देखो तुम बात मत बदलो “
मैं थोडा झल्लाया
लेकिन काजल के चेहरे में एक कातिल मुस्कान आ गई थी जो की जाने का नाम ही नहीं ले रही थी , वो इठलाते हुए मेरे बहुत ही करीब आ चुकी थी और अहिस्ते से उसने मेरे होंठों में अपने होंठों को रख दिया , ना चाहते हुए भी मैं उसके होंठों के प्याले से रस पिने लगा था
“एक राउंड हो जाये जल्दी से मैं भी थोड़ी गीली हो गयी हु, कभी अपने हुस्न के जलवे आपके अलावा किसी और को नहीं दिखाया है न “
उसने मेरे लिंग को मसलते हुए कहा
“आह ..” मेरे होंठों से सिसकी निकल गई थी
“काजल तुम ये क्या कर रही हो “
“जिस चीज में मजा आता है उसमे मजा ले लेना चाहिए , मानिक की टेंशन आप छोडो उसे मैं देख लुंगी और कुछ गलत हुआ तो आप तो हो न मेरे साथ “
उसने अपनी स्पोर्ट ब्रा निकाल कर फेक दी थी , उसके बाद मेरा खुद को कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल हो चला था .........
बहुत बढ़ियाअध्याय 4हम दोनों गार्डन में घूम रहे थे , सामने से मुझे मानिकलाल आता हुआ दिखा , वो अपने कसरती बदन में एक टैंक सूट पहने हुए था , उसे यंहा देखना बड़ा ही अजीब था उसे तो इस वक्त नीलम जी के बंगले में होना था ,
काजल को यंहा देखते ही मानिक की आंखे जैसे खिल उठी थी उसने थोड़े दूर से ही हाथ हिलाया , जवाब भी काजल ने ही हाथ हिलाकर दिया , काजल के चेहरे में एक चमक थी जैसे जिसे ढूंढ रही हो वही मिल गया ..
“हाय काजल , गुड मोर्निंग देव सर “
मानिक इतना चहक क्यों रहा था ??
“तुम्हें तो नीलम जी के बंगले में होना था तुम यंहा क्या कर रहे हो “
“वंहा मुझे अच्छा नहीं लगता, जब बुआ वंहा रहती थी तो भी कभी कभी ही जाया करता था लेकिन अब तो ... सोच रहा हु उस बंगले को बेच ही दू , ऐसे मेरा फ्लैट यही पास में ही है , आइये कभी .. काजल जी के साथ “
“बिलकुल ... ऐसे इन्हें तो समय ही नहीं मिलता “काजल ने एक शिकायत भरे लहजे में कहा
“तो आप आ जाना, आपको इस शहर की सबसे अच्छी जगहों में घुमाऊंगा “
मानिक की नजरे काजल के जिस्म के एक खास हिस्से में कुछ सेकण्ड के लिए रुक गई थी , काजल ने एक स्पोर्ट ब्रा पहन रखी थी उपर जेकेट जरूर था लेकिन उसने जेकेट की चैन लगाईं नहीं थी इससे उसके उभार तनकर सामने आ रहे थे और उन दो उभारो के बिच की एक खाई सी साफ़ दिखाई दे रही थी जो किसी भी मर्द के नियत को हिलाने के लिए काफी थी , और जब मर्द मानिक जैसा रसिक हो तो वो किसी ताजे फुल की खुसबू से ही मदहोश हो जाये , यंहा तो इत्र की पूरी बोतल ही खुली हुई दिख रही थी ..
जैसे शराबी के लिए शराब की गंध भी बेकाबू करने वाली होती है वैसे ही मानिक जैसे रूप के शराबी और भोगी के लिए काजल के ये स्तन किसी मधुशाला से कम न थी ..
एक क्षण में हुई इस घटना ने जन्हा मानिक के अंदर कुछ हिला दिया था वही काजल भी जैसे उसकी नजरों को आसानी से पढ़ पा रही थी लेकिन वो बेचैन होने की बजाय इठलाई , ये शादी के बाद पहली बार हुआ था की किसी को अपना जिस्म देखता हुआ पाकर भी काजल की प्रतिक्रिया उसे और भी उत्तेजित करने वाली हो , वो अधिकतर मुझे रिझाने के लिए ऐसा किया करती थी लेकिन आज की बात ही दूसरी थी , वही मेरे अंदर भी एक तूफ़ान सा उमड़ रहा था , मेरे लिंग में एक झुरझुरी सी उठी क्यों...
ये बात मुझे बेचैन करने लगा , कल की घटना और आज का सपना और फिर ये सब , आखिर मुझे क्या हुआ है , आखिर काजल को क्या हो गया है ??
“बढ़िया किया की आपने मुझे फोन कर दिया अब हम रोज ही यंहा मिला करेंगे “
मानिक की इस बात से मैं और भी चौक गया , मैंने आश्चर्य से काजल की ओर देखा
काजल जैसे मेरी नजरों को समझ गई थी
“वो कल इन्होने ही बताया था की वो कहा रहते है , तो आज सोचा की क्यों ना इनसे मिल लू , ऐसे ये रोज यंहा रनिंग के लिए आते है “काजल की आवाज में एक अजीब सी बात थी जैसे वो मुझसे कुछ छिपाने की कोशिश कर रही हो
“ओह ..” मैं बस इतना ही बोल पाया था
मैं जब से काजल को जानता था , मैं उसे बस एक मासूम सी लड़की की तरह ही जानता था , एक सीधी साधी सी गृहिणी जो अपने पति और परिवार के लिए समर्पित थी , लेकिन ये काजल मुझे थोड़ी अलग सी लग रही थी , काजल ने आज तक मुझसे कुछ नहीं छिपाया था लेकिन आज वो छिपा रही थी , क्यों ...??
थोड़ी देर मानिक से बात करके और थोडा जोगिग कर हम वापस आ गए
“काजल तुम मुझसे कुछ छिपा रही हो क्या ??”
काजल ने मुझे थोडा डरते हुए देखा , उसकी प्यारी सी हिरानी जैसी आँखों में हल्का सा डर भी बहुत प्यारा लगता था
“नहीं तो मैं आपसे क्या छिपाऊगी “
“वही बात तो मुझे समझ नहीं आ रही है की तुम ये क्या कर रही हो , तुमने मानिक को गार्डन में बुलाया था “
“हाँ आज हमारी बात हुई थी , ऐसे उसका नंबर तो बहुत से मेरे पास था , आज जब आपने कहा की गार्डन चलते है तो उससे पहले मैं उससे ही चेटिंग कर रही थी “
“वाट उस समय चेटिंग ??”
“हाँ मैंने बताया था की मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैंने अपना वाटसप खोला , उसमे वो ऑनलाइन दिख रहा था , बस मैंने ऊससे इस समय जगाने का कारन पूछा तो उसने बताया की बुआ की मौत के कारन उसे नींद नहीं आ रही थी , मैं उसे फोन लगा लिया और उसे थोडा समझाने का प्रयास किया , बात ही बात में उसने बताया की वो भी गार्डन घुमाने आता है , जब आपने गार्डन वाली बात बोली तो मैंने उसे वही मिलने का मेसेज कर दिया , वो बेचारा भी खुद को अकेला फील कर रहा होगा है ना , आखिर नीलम जी के सिवा उसका था ही कौन ..”
काजल के मासूम से जवाब को सुनकर मुझे मानिक पर बहुत गुस्सा आया जो की मासूम और बेचारा होने अंक ढोंग कर रहा था
“वो कोई बेचारा नहीं है समझ गई , वो साला एक नंबर का ठरकी है , शराब और शबाब के नशे में चूर रहने वाला और उसे नीलम जी के जाने का कोई दुःख भी नहीं है , वो तो बस इस बात को लेकर खुश होगा की उनकी प्रोपर्टी उसे मिल जाएगी “
काजल के चेहरे में एक अनजानी सी मुस्कान खिल गई
“मुझे पता था की आप ये सब जानते है लेकिन फिर भी आपने उसे सीरियसली इन्वेस्टिगेट नहीं किया , मुझे तो लगता है की वही नीलम जी का कातिल है “
काजल का ऐसा रवैया मेरे होश उड़ाने वाला था
“तुम पागल हो तुम क्या करने की कोशिश कर रही हो , और मानिक हमारा प्राइम सस्पेक्ट है लेकिन हर तरीके से जाँच करने के बाद भी उसके खिलाफ हमें कुछ भी नहीं मिला है , और ऐसा भी नहीं है की उसके और नीलम जी के रिश्ते ख़राब हो , चाहे मानिक कितना भी नालायक क्यों न हो लेकिन नीलम जी उसे बहुत प्यार करती थी और ये बात मानिक को भी पता थी ... उसके पास उन्हें मारने का कोई ठोस कारन भी नहीं है “
“आपको क्या लगता है ये आप जानो लेकिन मैं तो सच जानकर ही रहूंगी , और ये मैं मानिक से नजदीकीया बनाकर करुँगी “
काजल की बात से मेरा मुंह खुला का खुला रह गया
“काजल तुम एक सिम्पल सी गृहिणी हो और वो कमीना ना जाने कैसे कैसे लोगो के साथ रहता है , हमें तो ये भी पता लगा है की अंडरवर्ड से भी उसका कनेक्शन है , और ड्रग्स और देहव्यापार के धंधो से भी ,तुम इन सबको अपने दिमाग से निकाल दो ..”
“आप मेरी चिंता मत कीजिये आप बस अपने काम में ध्यान दीजिये , मैं उसे अपने जाल में ऐसा फसौंगी की ..”
“तुम ऐसा कुछ भी नहीं करोगी , अरे वो लडकियों को कपड़ो जैसे बदलते है तुम्हें क्या लगता है की तुम्हारे एक अदा से वो पिघल जायेगा “
काजल के चेहरे में एक कातिल सी मुस्कान आ गई थी
“आपने वो अदा देखी क्या “
“काजल तुम ..”
काजल सीधे मेरे पास आई और मेरे लिंग में अपना हाथ रख दिया
“वाह आपने वो देखा भी और आप उत्तेजित भी हो गए , ये तो कुछ नया सा है “
मैंने तुरंत ही उसका हाथ वंहा से हटाया
“देखो तुम बात मत बदलो “
मैं थोडा झल्लाया
लेकिन काजल के चेहरे में एक कातिल मुस्कान आ गई थी जो की जाने का नाम ही नहीं ले रही थी , वो इठलाते हुए मेरे बहुत ही करीब आ चुकी थी और अहिस्ते से उसने मेरे होंठों में अपने होंठों को रख दिया , ना चाहते हुए भी मैं उसके होंठों के प्याले से रस पिने लगा था
“एक राउंड हो जाये जल्दी से मैं भी थोड़ी गीली हो गयी हु, कभी अपने हुस्न के जलवे आपके अलावा किसी और को नहीं दिखाया है न “
उसने मेरे लिंग को मसलते हुए कहा
“आह ..” मेरे होंठों से सिसकी निकल गई थी
“काजल तुम ये क्या कर रही हो “
“जिस चीज में मजा आता है उसमे मजा ले लेना चाहिए , मानिक की टेंशन आप छोडो उसे मैं देख लुंगी और कुछ गलत हुआ तो आप तो हो न मेरे साथ “
उसने अपनी स्पोर्ट ब्रा निकाल कर फेक दी थी , उसके बाद मेरा खुद को कंट्रोल करना बहुत ही मुश्किल हो चला था .........