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धन्यवाद जीUltimate update, so now both fantasy characters has come into the limelight jn this update, it was splendid to see both of them having a convo on chanda.
Great update, keep writing
जल्द ही
मैंने तो पहले ही कहा था, पंडित मुख्य पात्र मे से एक हैKuch bada hone wala hai lagta hai. Pandit saitan ka pujari nikla
Awesome update awesome , keep writingभीमसिंगह का लंड अब फूलकर पूरा मोटा हो गया और चन्दा की मुट्ठी मे नहीं अआ रहा था, चन्दा ने अपनी जांघे भीमसिंगह से सटा ली थी भीमसिंगह के ऊपर चन्दा के बदन का पूरा भार था, चन्दा के मोटे स्तन उसकी छाती मे गढ़े हुए थे, चन्दा के मोटे 38 इंच के स्तन और 42 इंच के चूतड़ मर्द को उसके घुटनों तक कमजोर करने मे सक्षम थे। मनोहर के साथ चन्दा को मजा पूरा आता था, मनोहर का लंड भी भीमसिंगह से थोड़ लंबा था पर मोटा काम था, पर चन्दा का मर्द तो भीमसिंगह ही था, इतने साल चन्दा ने भीमसिंगह के साथ बीताये थे, इसीलिए चन्दा को मन का लगाव था भीमसिंगह से चुदाई मे चन्दा का टन और मन दोनों संतुष्ट हो जाते है, बाकी मर्दों से तो चन्दा सिर्फ टन की भूख मिटाती थी।
nice update ..to bheem singh ne chanda ke saath chudai ki dastan sunana shuru kar diya ..ramlal bhi maje lekar sun raha hai ..अपडेट- 29………
सीन- श्याम नवाबी और रात गुलाबी जारी रखते हुए…….॥
रात गुलाबी…….
पिछले भाग मे।।
रामलाल- चल भाव मत खा, तू बता क्या हुआ, इधर तो सूखा सूखा रहता है माया की वजह से, तेरी बातों से ही थोड़ा रस ले लू।
भीमसिंगह- ठीक है बताता हू तो सुन…..
रामलाल और भीमसिंगह की दोस्ती सालों पुरानी थी, दोनों कभी कभी गाँव की औरतो की चुदाई भी साथ कर दिया करते थे, और भीमसिंगह जानता था माया के धार्मिक सावभाव से रामलाल हमेशा प्यासा रहता था, इसीलिए वो समझता था रामलाल की मजबूरी और दूसरी और वो खुद चन्दा के रंडीपने की जलन से दूसरी औरतो के पास जाता था, दोनों खेतों मे जाकर गाँव की दूसरी औरतो का मजा लेटे थे, तो वो आपस मे हमेशा खुल कर बात करते थे और चुदाई की बाते बताते थे।
अब आगे।।
आगे कहानी मे भीमसिंघ- BS, रामलाल- RL,चन्दा- Ch लिखा जाएगा
भीमसिंगह इधर उधर देखते हुए, अपनी कुर्सी रामलाल के पास कर लेता है, दोनों की कुर्सी बागीचे मे अब एक तरफ होती है जिसका मुंह घर की तरफ होता है।
(भीमसिंगह का शहर मे कई छोटे छोटे बिजनस था, जिन्हे वो समय समय पर शहर जाके संभालता था)
फिर श्याम मे जो हुआ था, वो सब रामलाल को बताने लगता है, रामलाल बड़े चाव से भीमसिंगह के चेहरे को देखते हुए सुनने लगता है, रामलाल और भीमसिंगह दोनों का चेहरा खिल उठता है।
भीमसिंग- जब श्याम को मैं शहर से घर आया, घर पर कोई भी नहीं था, मैं तो वैसे ही थका हुआ था, तो सोचा नहा लिया जाए, मैं अपने कपड़े निकाल कर एक लूँगी उठा ली, और एक टोलिया लेकर अपने बेडरूम वाले बाथरूम मे घुस गया, मैं नहा रहा था की मुझे पता चल की बाहर का गते किसी ने खोल है, मैंने जल्दी जल्दी से पानी बंद करके नहाना खतम किया, और तौलिए से बदन पोंछ कर तौलिया लपेट लियाऔर बाहर अआ गया, मैं जैसे ही नहा कर बाहर निकला, सामने चन्दा खड़ी थी, उसके हाथ मे एक पानी का लौटा था।
भीमसिंगह और चन्दा के साथ हुई श्याम मे घटना।
भीमसिंगह तौलिया लपेटे हुए था, एक हाथ उसका तौलिए को पदके हुए था, और दूसरे हाथ से उसने बाथरूम का दरवाजा पकड़ रखा था, और चन्दा को बोला- अरे चन्दा कहा गई हुई थी, वीर भी नहीं है, घर पर कोई भी नहीं था जब मैं आया
चन्दा ने जब ये सुना घर पर कोई नहीं है, उसके चेहरे पर मुस्कान या गई और उसने लौटे को बेडरूम के दरवाजे के पास रखे छोटे से मेज पर रख दिया, और जल्दी जल्दी मे उसने दरवाजा भी पूरा खुला छोड़ दिया, और फिर अपनी मादक चाल, चूतड़ों को दाय बाय बलखाती हुई भीमसिंगह की तरफ बढ़ती हुई बोली- मैं तो मंदिर गई थी, राजा जी आप कब आए (जब चन्दा चुदासी होती थी तो वो भीमसिंगह को राजा जी कहकर बुलाती थी)
चन्दा के मुंह से राजा सुनकर भीमसिंगह समझ गया चन्दा चुदासी हो गई है, पर वो आज थका हुआ था- अरे बस 10 मिनट हुए है, थकान बहुत हो गई थी, और मैं फिर नहाने लगा, सोचा थकान दूर हो जाएगी
चन्दा अब भीमसिंगह के पास पहुच गई थी, और भीमसिंगह ऊपर से अभी भी नंगा और हल्का गीला था, चन्दा ने भीमसिंगह की छाती पर हाथ फेरते हुए बोली- अरे राजा जी मेरे रहते हुए आपको थकान दूर करने के लिए नहाने की क्या जरूरत, मैं हू ना
चन्दा का हाथ पकड़ते हुए, भीमसिंगह भोला- अरे नहीं बस हम नह लिया यही बहुत है।
चन्दा ने अपना पूरा बदन भीमसिंगह के शरीर से सटा लिया, चन्दा बिल्कुल बेल की तरह अब भीमसिंगह से लिपट गई, 6 फुट का भीमसिंगह और 5 फुट 4 इंच की चन्दा भीमसिंगह के लगभग गीले बदन से लिपटी हुई थी, उसने अपनी मोटी मोटी चुचिया भीमसिंगह की छाती मे गढ़ा दी थी, इधर भीमसिंगह का लंड जो की अभी सोई अवस्था मे था चन्दा को तौलिए मे से अपनी जांघों पर महसूस हो रहा था।
चन्दा बोली- राजा जी मैं हू ना तारों ताज़ा महसूस कराने के लिए, पूरी थकान मिट जाएगी आपकी
BS- अरे अरे चन्दा क्या कर रही हो, वीर अआ जाएगा
Ch- वीर कही नहीं आएगा, खेलने गया हुआ है, आपको वीर की पड़ी है, मुझपर ध्यान कोन देगा, इतने दिन हो गए है।
BS- हआ दिन तो हो गए है, पर चन्दा ये कोई वक्त है रात तक रुक जाओ (भीमसिंगह बेशक एक फौजी था, पर वो घर मे बच्चों के आगे मान मर्यादा बनाए रखता था)
Ch- मुझे रात की कोई परवाह नहीं है, रात को फिर कोई बहाना बना दोगे (चन्दा ने भीमसिंगह के लंड को तौलिए के ऊपर से पकड़ लिया और जोर जोर से मसलने लगी जिससे तौलिया ढीला होने लगा था)
भीमसिंगह एक फौजी होने की वजह से उसका शरीस अच्छा लंबा चोंड़ा और भरा हुआ था, आज भी भीमसिंगह मे बहुत ताकत थी, वो चन्दा की जब भी चुदाई करता था चन्दा की बस करा देता था, भीमसिंगह के अंदर बहुत स्टामिना था जिससे चन्दा तृप्त हो जाती थी और उसकी चूत की प्यास मिट जाती थी। और ये बात सच थी की दोनों को चुदाई करे बहुत दिन हो गए थे, बेशक चन्दा मनोहर पंडित से आधी चुद आई थी पर उसकी चूत तो अभी भी प्यासी थी उसकी चूत मे जब तक वीर्य नहीं जाता उसको शांति मिलनी मुस्किल थी।
BS- नहीं चन्दा रात को मैं वादा करता हू
Ch- राजा रात तक मेरी चूत कैसे इंतज़ार करेगी, मेरी चूत जो इस मोटे लंड के लिए रस छोड़ रही है उसका क्या करू
चन्दा की बातों और लंड की रगड़न ने भीमसिंगह के मनोबल को काम कर दिया, अब उसका 10 इंच लंबा 4 इंच मोटा लंड, सांप के जैसे अपना सर उठाते हुए फुफकारने लगा था।
BS- चन्दा तेरी चूत तो हमेशा ही भूखी रहती है
Ch- तो राजा करदो इसका ठंड, करदो मुझे तृप्त
BS- चन्दा तेरी तृप्ति कर दूंगा, पर रात मे
Ch- आप वैसे ही रात रात कर रहे है, आपके ये महाराज तो अभी मेरे अंदर जाने को है
भीमसिंगह का लंड अब फूलकर पूरा मोटा हो गया और चन्दा की मुट्ठी मे नहीं अआ रहा था, चन्दा ने अपनी जांघे भीमसिंगह से सटा ली थी भीमसिंगह के ऊपर चन्दा के बदन का पूरा भार था, चन्दा के मोटे स्तन उसकी छाती मे गढ़े हुए थे, चन्दा के मोटे 38 इंच के स्तन और 42 इंच के चूतड़ मर्द को उसके घुटनों तक कमजोर करने मे सक्षम थे। मनोहर के साथ चन्दा को मजा पूरा आता था, मनोहर का लंड भी भीमसिंगह से थोड़ लंबा था पर मोटा काम था, पर चन्दा का मर्द तो भीमसिंगह ही था, इतने साल चन्दा ने भीमसिंगह के साथ बीताये थे, इसीलिए चन्दा को मन का लगाव था भीमसिंगह से चुदाई मे चन्दा का टन और मन दोनों संतुष्ट हो जाते है, बाकी मर्दों से तो चन्दा सिर्फ टन की भूख मिटाती थी।
BS- ओह चन्दा अब तू ऐसे मेरे से लिपटी रहेगी और लंड को पकड़ी रहेगी तो और क्या होगा, और तेरे ये मोटे चूतड़ भी मेरे को जीने कहा देते है (ये बोलकर भीमसिंगह ने चन्दा के 42 इंच मोटे चूतड़ों को पीछे हाथ ले जाकर दबोच लिया और अपनी तरफ खीच लिया)
Ch- बस आप मुझे और मत तड़पाइए वक्त नहीं है (ये बोलकर चन्दा ने भीमसिंगह के चेहरे को दोनों हाथों से पकड़ लिया और जमकर चूमने लगी, पीछे से चन्दा के चूतड़ों को भीमसिंगह जोर जोर से मसल रहा था, गूथ रहा था। चन्दा की चूत जो पहले से छप छप बह रही थी चूत के रस ने अब उसकी कच्छी को पूरा गीला करना शुरू कर दिया था)
चन्दा और भीमसिंगह के बीच जमकर चुम्मा चाटी शुरू हो गई थी, चन्दा ने अब एक हाथ नीचे ले जाकर भीमसिंगह के लंड को फिर से पकड़ लिया था, इस बीच तौलिया पूरा बीच मे से लगभग पूरा ही खुल गया था।
जब तौलिया बहुत ढीला हो गया गया और चन्दा के हाथ मे भीमसिंगह का नंगा लंड लग गया उसने भीमसिंगह को चूमना छोड़ दिया और वो झट से नीचे बैठ गई, और उसने हवस भरी नजरों से भीमसिंगह को देखना शुरू कर दिया, भीमसिंगह चन्दा के ऐसे रंडीपन से वाकिफ था, वो भी अब ये सब देख कर खुश हो रहा था।
चन्दा के हाथ मे भीमसिंगह का लंड था और चन्दा पर भीमसिंगह को प्यार अआ गया था, ऐसे मे भीमसिंगह ने नीचे झुककर चन्दा को चूम लिया
दोनों को पता था आगे क्या होने वाला है, चन्दा ने अपना कातिलाना मुस्कान देते हुए नीचे बैठे हुए मुसकुराना शुरू कर दिया, और साथ साथ वो लंड को दाए हाथ से आगे पीछे मुठिया रही थी।
दोनों की हवस भरी श्याम की दास्तान को जानने के लिए जुड़े रहिए, देखे आगे क्या होता है।
बाकी अगले अपडेट मे॥ मिलते है कुछ वक्त बाद।।
बताना चाहूँगा-कल ना लिख पाने की वजह से आज छोटा अपडेट दिया है, अगला अपडेट मे लंबाई बढ़ा दी जाएगी