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Incest आह..तनी धीरे से.....दुखाता.

Lovely Anand

Love is life
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आह ....तनी धीरे से ...दुखाता
(Exclysively for Xforum)
यह उपन्यास एक ग्रामीण युवती सुगना के जीवन के बारे में है जोअपने परिवार में पनप रहे कामुक संबंधों को रोकना तो दूर उसमें शामिल होती गई। नियति के रचे इस खेल में सुगना अपने परिवार में ही कामुक और अनुचित संबंधों को बढ़ावा देती रही, उसकी क्या मजबूरी थी? क्या उसके कदम अनुचित थे? क्या वह गलत थी? यह प्रश्न पाठक उपन्यास को पढ़कर ही बता सकते हैं। उपन्यास की शुरुआत में तत्कालीन पाठकों की रुचि को ध्यान में रखते हुए सेक्स को प्रधानता दी गई है जो समय के साथ न्यायोचित तरीके से कथानक की मांग के अनुसार दर्शाया गया है।

इस उपन्यास में इंसेस्ट एक संयोग है।
अनुक्रमणिका
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भाग 126 (मध्यांतर)
 
Last edited:

KANCHAN

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अपडेट - 93
अब मनोरमा और सुगना दोनों अपने मन को शांत करने का प्रयास करेंगी। सोनू अब सुगना पर अधिक ध्यान देगा। सूरज शुरू से ही शारीरिक क्रिया - कलापों पर अपना असर दिखायेगा।
उम्मीद है कि आपकी कहानी में ज्ञात पाठकों की संख्या लगातार बढ़ती रहें।
 

Soniya7784

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बहुत ही बेहतरीन कहानी है आपकी में कुछ परिवारिक मजबूरी की वजह से कभी भी अब किसी कहानी पर कमेंट नही करती पर आपकी कहानी बहुत ही बेहतरीन है और उम्मीद करती हूं आपकी कहानी के भाग 90 91 पड़ने का भी सौभाग्य प्राप्त होगा
 

saintgkp

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भाई साहब क्या तारीफ़ करूं आपकी जितनी की जाए कम है। आपके द्वारा लिखे हुए एक एक शब्द जैसे मोतियों की माला पिरोई जाती है ठीक उसी तरह आपने इस कहानी को लिखने जिस तरह से शब्दों की शमा बांध रही है। मैं तो आपकी लिखयवाट का कायल हो गया हूं। आपसे उम्मीद करता हूं की इस कहानी को अन्त तक लेकर जरूर जायेंगे।

आपका एक पाठक
 

Lovely Anand

Love is life
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Nice story please keep it up
Sure if u will accompany
मैंने पहले भी कहा था - अप्रतिम 👍❤️
Thank u
Pls give me 90 & 91
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अपडेट - 93
अब मनोरमा और सुगना दोनों अपने मन को शांत करने का प्रयास करेंगी। सोनू अब सुगना पर अधिक ध्यान देगा। सूरज शुरू से ही शारीरिक क्रिया - कलापों पर अपना असर दिखायेगा।
उम्मीद है कि आपकी कहानी में ज्ञात पाठकों की संख्या लगातार बढ़ती रहें।
सूरज कमाल है और उसे होना भी चाहिए...सरयू सिंह और सुगना के मिलन के फल को विशेष होना भी चाहिए...
अपडेट 90 कमाल का है, आपसे अनुरोध है कि कृपया अपडेट 91 शेयर करें
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Kahani bht hi jeevant h
Thank u
90 and 91 update share kre
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बहुत ही बेहतरीन कहानी है आपकी में कुछ परिवारिक मजबूरी की वजह से कभी भी अब किसी कहानी पर कमेंट नही करती पर आपकी कहानी बहुत ही बेहतरीन है और उम्मीद करती हूं आपकी कहानी के भाग 90 91 पड़ने का भी सौभाग्य प्राप्त होगा
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भाई साहब क्या तारीफ़ करूं आपकी जितनी की जाए कम है। आपके द्वारा लिखे हुए एक एक शब्द जैसे मोतियों की माला पिरोई जाती है ठीक उसी तरह आपने इस कहानी को लिखने जिस तरह से शब्दों की शमा बांध रही है। मैं तो आपकी लिखयवाट का कायल हो गया हूं। आपसे उम्मीद करता हूं की इस कहानी को अन्त तक लेकर जरूर जायेंगे।

आपका एक पाठक
बस यूं ही साथ बनाए रखिए...आगमन के लिए धन्यवाद
 
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