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Incest अनोखा करवाचौथ

Enjoywuth

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Writer ne likha tha apne ek post main ki kuch amadani honi chahiyo toh


Bhai uske liye bahut fund chaiye ..Yeh toh forum bhi kuch chuninda login ki mehrbani se chal raha hai...

Aap ki story likhne ka style wakai gajab ki hai...Aur sayad yahi is kahani main bhi milega ....Dekte hain rubi madam aage kya karti hai aur anoop ko kaisi saja deti hai
 
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Incestlala

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रूबी के बाहर निकलते ही अनूप ने नीरज को कॉल किया

" नीरज भाई रूबी को मैंने वो गोली विटामिन सिरप में मिला कर पिला दी हैं।

नीरज खुश होते हुए बोला:"

" बहुत बढ़िया, यार तुम एक सच्चे दोस्त हो, तुम्हारे जैसे लोग बहुत आगे जाते हैं।

अनूप:" आपकी कृपया दृष्टि बनी रही तो जरूर तरक्की करूंगा।

नीरज:" अच्छा एक बात का ध्यान रखना कि तुम्हे उसके साथ सेक्स नहीं करना है उसे तपड़ते रहने देना हैं, उसकी आग को इतना भड़का देना हैं कि वो खुद नंगी होकर मेरे नीचे लेट जाए।

अनूप:" भाई तुम फिक्र मत करो, मैंने आज बहुत ज्यादा पी है बस अब सोकर सुबह ही उठुंगा।

नीरज:" अरे वाह तुम तो बहुत समझदार निकले, वैसे अभी हैं कहां रूबी ?

अनूप:" अपने बेटे के कमरे में गई हैं उसे गुड नाईट बोलने, दो चार मिनट बाद आ जायेगी।

नीरज:' चलो ठीक हैं तुम सो जाओ, लेकिन ध्यान रखना कि उसे बिल्कुल शक नहीं होना चाहिए तुम पर, नहीं तो सारा प्लान खराब हो जाएगा,

अनूप:' भाई तुम बिल्कुल चिंता मत करो, अब तो तुमसे ज्यादा मेरे लिए उसका घमंड तोड़ना जरूरी बन गया है।

नीरज,:' मुझ पर भरोसा रखो अनूप, चलो ठीक है अब तुम आराम करो!

इतना कहकर नीरज ने फोन काट दिया और अनूप सोने की कोशिश करने लगा। दारू का नशा उस पर पूरी तरह से हावी हो गया था इसलिए उसे कुछ होश नहीं रहा और वो गहरी नींद में समाता चला गया।

वहीं दूसरी तरफ साहिल अपने मोबाइल में सेक्सी मूवी देख रहा था क्योंकि वो समझ गया था कि अब इतनी रात हो गई तो उसकी मम्मी आज उसे गुड नाईट किस देने नहीं आएगी।

तभी उसके दरवाजे पर दस्तक हुई तो वो डर गया क्योंकि कल की तरह आज फिर उसका लंड पूरी तरह से अकड़ गया था और पेंट में तम्बू बन गया था।

साहिल में अपनी पॉकेट में हाथ डाले और अपने तम्बू को छुपाने की नाकाम कोशिश करते हुए दरवाजे को खोल दिया। रूबी अंदर दाखिल हुई और बोली

" सो गए थे क्या बेटा ?

साहिल बेड पर बैठ गया और अपने ऊपर चादर डाल ली और बोला:

" नहीं मम्मी बस सोने ही वाला था, हल्की हल्की नींद आने लगी थी मुझे।

रूबी:" ओह इसका मतलब मैंने तुम्हे डिस्टर्ब कर दिया बेटा,!!

साहिल हल्की स्माइल करते हुए बोला:" नहीं मम्मी ऐसा मत बोलिए आप तो जानती हैं कि आपके गुड नाईट किस के बिना मुझे नींद नहीं आती।

रूबी ने स्माइल करी और बेड पर साहिल के बराबर में लेट गई और बोली:"

" चल आजा मेरी गोद में आज तुझे लोरिया गाकर सुला देती हूं।

साहिल एकदम से आपकी मम्मी की बांहों में समा गया तो रूबी ने भी उसे अपनी बांहों में समेट लिया। साहिल ने अपने लंड को रूबी की जांघो से दूर ही रखा और रूबी प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरने लगी। साहिल बड़े गौर से अपनी मा को देखने लगा तो रूबी बोली

" देख रहा हूं मैं मम्मी कितनी खूबसूरत हैं, सचमुच पापा बहुत किस्मत वाले हैं जो उन्हें आप जैसी खूबसूरत पत्नी मिली हैं।

रूबी पर दवा का हल्का हल्का असर होने लगा और उसके जिस्म में हलचल होनी शुरू हो गई।रूबी की आंखे लाल होने लगी और बोली:"

" क्यों मजाक करता हैं अपनी मा से बेटा, अगर खूबसूरत होती तो तेरे पापा मुझसे ऐसे दूर क्यों रहते?

साहिल:" मम्मी वो पापा से याद आया कि आपका और पापा का इतना झगड़ा क्यों होता हैं? थोड़ी देर पहले भी आवाज अा रही थी।

रूबी को अपने जिस्म में अब बेचैनी साफ महसूस हो रही थी लेकिन अभी तो सिर्फ शुरुवात थी इसलिए रूबी अपने आपको संभाले हुए थी लेकिन धीरे धीरे दवा का असर बढ़ रहा था।

रूबी:" बेटा वो रोज दारू पीकर आते हैं ये कोई उनकी अच्छी बात हैं क्या ?

रूबी ने ये बोलकर बड़ी उम्मीद से साहिल की तरफ देखा तो साहिल बोला:"

" ये तो गलत बात है उनकी मम्मी, इससे तो घर मे लड़ाई होगी।

रूबी का सर घूमने लगा था और उसकी चूचियां अपने आप अकड़ना शुरू हो गई तो रूबी को अपने आप पर हैरानी होने लगी। उफ्फ ये मुझे क्या हो रहा हैं, लगता है जैसे जिस्म में आग भरती जा रही है।

रूबी:" बिल्कुल बेटे यहीं तो रोज होता है, मैं उन्हें योग के लिए कहूं तो तब लड़ाई। बेटा तुम्हे तो आज देखा कि वहां लोग मेरे पति से मिलना चाहते हैं, बताओ उन्हें ले जाकर मैं क्या अपनी बे इज्जाती खुद ही कराऊ??

साहिल ने रूबी के चेहरे को अपने हाथ में भर लिया और बोला:"

" मम्मी आप उन्हें ले गई तो सचमुच आपकी बे इज्जती होगी, एक रास्ता है अगर आप किसी बिल्कुल फिट आदमी को थोड़ी देर के लिए अपना पति बना ले और उसे ले जाए।

रूबी को हल्का अा गुस्सा आया लेकिन बोली:_

" आइडिया तो अच्छा है बेटा, लेकिन अगर उस आदमी ने फिर बाद में मुझे परेशान किया तो क्या दिक्कत नहीं होगी?

साहिल सोच में डूब गया और बोला:" हान मम्मी ये तो मैंने सोचा ही नहीं था। फिर क्या करे ?

रूबी का जिस्म एक जलती हुई भट्टी की तरह तपने लगा था और उसके जिस्म से मस्ती भरी तरंगे निकलने लगी तो उसका जिस्म अपने आप साहिल की तरफ सरकने लगा। रूबी कुछ सोचते हुए बोली:"

" बेटा अगर बुरा ना लगे तो एक बात कहूं ?

साहिल:" मम्मी मुझे आपकी किसी बात का बुरा नहीं लगता, आप बोलिए ?

रूबी के हाथ अपने आप साहिल की कमर पर हल्का हल्का घूमने लगे और वो थोड़ा आगे होते हुए बोली

" कान में कहूंगी "

इतना कहकर रूबी साहिल से पूरी तरह से चिपक गई जिससे साहिल का खड़ा हुआ लंड फिर से उसकी जांघो में घुसने लगा तो रूबी की जांघे अपने आप खुलती चली गई और लंड अपने आप उसकी जांघो में घुस गया। दोनो की जांघ आपस में बिल्कुल चिपक गई और रूबी बोली:"

" साहिल बेटा तुम ही मेरे साथ मेरे पति बनकर चलना थोड़ी देर के लिए, तुम्हारा चेहरा तो अनूप से काफी मिलता भी है।

साहिल को जैसे यकीन नहीं हुआ और उसने हैरानी से रूबी की तरफ देखा तो रूबी ने मुस्कुरा कर एक बार से अपनी सहमति दे दी और बोली:

" बेटा मेरे लिए तुम्हे इतना तो करना ही पड़ेगा, पहली बार मैंने तुमसे कुछ मांगा है।

साहिल:" लेकिन मम्मी मैं तो अभी जवान हूं और पापा की उम्र ज्यादा है। फिर कैसे ?

रूबी को बहुत दिनों के बाद लंड का एहसास हुआ था, हालाकि वो बातो पर ध्यान दे रही थी लेकिन कहीं ना कहीं लंड का असर उस पर साफ हो रहा था।

रूबी:" बेटा वो मैं तुम्हारा ऐसा मेक अप कर दूंगी कि तुम खुद अपने आपको नहीं पहचान पाओगे। बस अब मना मत करना मुझे बेटा।

साहिल तो खुद अपनी मा को खुश देखना चाहता था इसलिए उसने अपनी स्वीकृति दे दी तो रूबी पागलों की तरह उससे कसकर लिपट गई और उसका मुंह चूमने लगी

"ओह साहिल मेरे बेटे, लव यू सो मच !!

साहिल भी अपनी मां का प्यार देखकर जोश में आ गया और उसने अपनी पूरी ताकत से रूबी को आज पहली बार अपनी बांहों में कस लिया तो रूबी को अपने जिस्म की हड्डियां कड़कती हुई महसूस हुई तो वो उसके गाल पर हल्के से मारते हुए बोली:"

" आह साहिल, मार देगा क्या, तू तो अपने आप को सचमुच का पति मान बैठा।

इतना कहकर रूबी हंस पड़ी तो साहिल शर्मा गया और अपनी मा के आंचल में घुस गया। रूबी की साड़ी का पल्लू कभी का हट गया था इसलिए साहिल की सांसे उसकी चूचियों पर पड़ने लगी तो रूबी की चूत में हल्का गीलापन आने लगा और सांसे तेज होने लगी जिससे चूचियों का उभार साहिल के मुंह से टकराने लगा।

जैसे जैसे दवा का असर बढ़ रहा था रूबी पल पल अपने होश खोती जा रही थी। लेकिन वो एक संस्कारी नारी थी और मान मर्यादा कहीं ना कहीं उसके उपर हमेशा हावी रही इसलिए वो किसी तरह अपने आपको रोके हुई थी लेकिन उसे महसूस हो रहा था कि अब ज्यादा देर तक वो खुद को नहीं रोक पाएगी।

रूबी:" अच्छा बेटा मैं चलती हूं, तेरे पापा वेट कर रहे होंगे।

साहिल:" ठीक है मम्मी, जैसी आपकी मर्जी।

रूबी इतना कहकर बेड से उतर गई और जाने लगी। उसकी साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया था और उसकी चूचियों का उभार साफ़ नजर आ रहा था।

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साहिल भी गेट बंद करने के लिए उसके पीछे पीछे अा गया और जैसे ही रूबी कमरे के गेट पर पहुंची तो उसने पलटकर साहिल को देखा तो उसे अपने बेटे पर बहुत प्यार आया और वो एक बार फिर से साहिल से लिपट गई और दोनो हाथ उसकी कमर पर रख दिए। साहिल भी अपनी मम्मी को अपनी बांहों में भर लिया और बोला:'

" क्या हुआ मम्मी अब ?

रूबी: तुझे किस करना तो भूल ही गई मैं।

इतना कहकर उसने साहिल को देखा, दोनो के चेहरे एक दूसरे के बिल्कुल सामने थे और रूबी के हाथ अपने आप अपने बेटे की गर्दन पर पहुंच गए मानो वो लिपलॉक करने के लिए पोजिशन बना रही थी। साहिल अपनी मा की आंखो में देख रहा था जहां उसे आज एक अलग ही रूबी नजर आ रही थी। रूबी ने अपने होंठो पर अपनी जीभ फिराई और साहिल के गाल पर अपने गुलाबी होंठ टिका दिए।

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आज रूबी के होंठ जैसे आग के जलते हुए अंगारे बने हुए थे जिसकी तपिश साहिल को अपने गाल पर महसूस हुई और उसने जोर लगाते हुए रूबी को कसा तो लंड फिर से रूबी की जांघो में घुस गया। रूबी अब पूरी तरह से बहक चुकी थी और लंड की रगड़ उसे और ज्यादा मदहोश किए जा रही थी। रूबी की जीभ अपने आप बाहर निकल गई वो आंखे बंद करके साहिल के गाल को चाटने लगी। साहिल का जवाब भी धैर्य दे गया और उसके हाथ अब रूबी की कमर पर घूमने लगे। साहिल के हाथ उसकी कमर पर घूमकर आग में घी डाल रहे थे जिसका नतीजा ये हुआ की रूबी ने जोश में आकर साहिल के गाल पर अपने दांत गडा दिए।
साहिल अपना आपा खो बैठा और उसने रूबी को पकड़कर दीवार से लगा दिया तो रूबी की आंखे बंद हो गई और वो लम्बी लम्बी तेज सांसे लेने लगी। उसने एक हाथ से दीवार के कोने को पकड़ लिया और उस पर अपनी उंगलियां दबाने लगी। साहिल मदहोशी से अपनी मा की उठती गिरती हुई चूचियों को देख रहा था

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साहिल का लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था और उसने सिर्फ एक पतले से कपडे की पेंट पहनी हुई थी। साहिल ने रूबी का हाथ पकड़ कर अपने गाल पर रख दिया और बोला:'

" मम्मी बहुत तेज काट लिया आपने, कहीं पापा तो नहीं समझ लिया था मुझे ?

रूबी ने आंखे बंद किए हुए ही साहिल के गाल को उंगलियों से सहलाया और बोली:"

" चुप कर बेशर्म, अच्छे बेटे अपनी मा से ऐसे बाते नहीं करते

साहिल ने अपना चेहरा आगे किया तो उसकी सांसे रूबी को अपने होंठो पर महसूस हुई तो उसका असर सीधे उसकी चूत पर पड़ा तो उसकी जीभ बाहर निकल गई खुद ही अपने होंठो को चाटने लगी। साहिल को समझ नहीं आ रहा था कि ये आज रूबी को क्या हो रहा हैं क्योंकि आज रूबी की दबी हुई वासना खुल कर बाहर आ रही थी।

साहिल ने अपनी मम्मी के एक गाल पर अपने होंठ छुआ दिए और बोला:'

" मम्मी आपका बेटा बहुत अच्छा लड़का हैं, क्या अापको नहीं पता ?

रूबी:' होगा अच्छा लेकिन अपनी मम्मी को प्यार नहीं करता हैं बस अच्छे से, मुझे छोड़कर चला जाता हैं अपने बाप की तरह।

साहिल ने अपनी मा का उलाहना उतारने के लिए उसके गाल को मुंह में भर लिया और किसी रसगुल्ले की तरह चूसने लगा।रूबी कसमसा उठी और खुशी में उसके होंठ उसके गाल से ज्यादा उभर आए और अपने हाथो को तोडने मरोड़ने लगी तो साहिल ने उसकी कमर को थाम लिया और जोर जोर से उसके गाल को चूमने लगा। साहिल हाथ जैसे ही रूबी की नंगी कमर पर पड़े तो उसे लगा जैसे उसने जलती हुई बिजली का नंगा तार छू लिया हैं और वहीं रूबी तो रूबी के मुंह से एक हल्की सी मस्ती भरी आह निकल पड़ी और उसने साहिल के चेहरे को अपने दोनो हाथों में भर लिया और जोर से उसके गाल पर अपने दांत गडा दिए। साहिल दर्द भागने के लिए रूबी के अंदर घुस सा गया जिससे पहली बार साहिल का लंड रूबी की चूत से टकरा गया और रूबी के मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

लंड के चूत पर टकराते ही रूबी जैसे होश में आई और साहिल को गुड नाईट बोलते हुए शर्म से मुंह नीचे किए हुए बाहर निकल गई।

रूबी के जाते ही साहिल जैसे होश में वापिस आया और उसका गला पूरी तरह से सूख चुका था। उसने फ्रिज से पानी की बोतल निकाली और गटागट पीता चला गया।

रूबी के जिस्म से आग की लपटे सी निकल रही थीं और वो अपने कमरे में आ गई और बेड पर लेट कर करवटें बदलने लगी। जब उसे सुकून नहीं मिला तो उसने अनूप की तरफ देखा और उसे उससे बड़ी नफरत हुई।

रूबी को अपने जिस्म की आग ठंडी करने का एक ही रास्ता नजर अाया और वो अपने कमरे से बाहर निकल गई और गैलरी में अा गई। रूबी चलते चलते किचेन के पास बने स्टोर रूम में पहुंच गई। साहिल दूसरी बार गेट की आवाज आने से हैरान हो गया तो इसलिए देखने के लिए बाहर अा गया और रूबी को स्टोर में जाते हुए देखा। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था इसलिए वो उसके पीछे पीछे चल दिया। हॉल में हल्का हल्का अंधेरा था और जैसे ही रूबी स्टोर में घुसी तो साहिल ने स्टोर के खुले दरवाजे से अंदर देखा तो उसे रूबी कहीं नजर नहीं आई। वो स्टोर के अंदर घुस गया और मम्मी को देखा लेकिन रूबी तो जैसे गायब हो गई थी। साहिल हैरान परेशान, उसने एक काफी बड़ी पेंटिंग देखी जिस पर धूल जमी हुई थी लेकिन उस पर हाथ के निशान थे ।साहिल ने पेंटिंग को हटाया तो उसकी आंखे फटी की फटी रह गईं, उसकी आंखों में जमाने भर का आश्चर्य था।

पेंटिंग के ठीक पीछे उसे एक बॉक्स नजर आया जिसमें कुछ स्विच लगे हुए थे। साहिल ने ग्रीन स्विच को दबाया तो दीवार अपने आप सरक गई और सामने एक रास्ता नजर अाया और साहिल उत्सुकतावश आगे बढ़ गया। करीब 10 मीटर बाद जैसे ही वो मुड़ा तो एक स्क्रीन लगी नजर अाई

" चुदाई लोक"
रूबी के बाहर निकलते ही अनूप ने नीरज को कॉल किया

" नीरज भाई रूबी को मैंने वो गोली विटामिन सिरप में मिला कर पिला दी हैं।

नीरज खुश होते हुए बोला:"

" बहुत बढ़िया, यार तुम एक सच्चे दोस्त हो, तुम्हारे जैसे लोग बहुत आगे जाते हैं।

अनूप:" आपकी कृपया दृष्टि बनी रही तो जरूर तरक्की करूंगा।

नीरज:" अच्छा एक बात का ध्यान रखना कि तुम्हे उसके साथ सेक्स नहीं करना है उसे तपड़ते रहने देना हैं, उसकी आग को इतना भड़का देना हैं कि वो खुद नंगी होकर मेरे नीचे लेट जाए।

अनूप:" भाई तुम फिक्र मत करो, मैंने आज बहुत ज्यादा पी है बस अब सोकर सुबह ही उठुंगा।

नीरज:" अरे वाह तुम तो बहुत समझदार निकले, वैसे अभी हैं कहां रूबी ?

अनूप:" अपने बेटे के कमरे में गई हैं उसे गुड नाईट बोलने, दो चार मिनट बाद आ जायेगी।

नीरज:' चलो ठीक हैं तुम सो जाओ, लेकिन ध्यान रखना कि उसे बिल्कुल शक नहीं होना चाहिए तुम पर, नहीं तो सारा प्लान खराब हो जाएगा,

अनूप:' भाई तुम बिल्कुल चिंता मत करो, अब तो तुमसे ज्यादा मेरे लिए उसका घमंड तोड़ना जरूरी बन गया है।

नीरज,:' मुझ पर भरोसा रखो अनूप, चलो ठीक है अब तुम आराम करो!

इतना कहकर नीरज ने फोन काट दिया और अनूप सोने की कोशिश करने लगा। दारू का नशा उस पर पूरी तरह से हावी हो गया था इसलिए उसे कुछ होश नहीं रहा और वो गहरी नींद में समाता चला गया।

वहीं दूसरी तरफ साहिल अपने मोबाइल में सेक्सी मूवी देख रहा था क्योंकि वो समझ गया था कि अब इतनी रात हो गई तो उसकी मम्मी आज उसे गुड नाईट किस देने नहीं आएगी।

तभी उसके दरवाजे पर दस्तक हुई तो वो डर गया क्योंकि कल की तरह आज फिर उसका लंड पूरी तरह से अकड़ गया था और पेंट में तम्बू बन गया था।

साहिल में अपनी पॉकेट में हाथ डाले और अपने तम्बू को छुपाने की नाकाम कोशिश करते हुए दरवाजे को खोल दिया। रूबी अंदर दाखिल हुई और बोली

" सो गए थे क्या बेटा ?

साहिल बेड पर बैठ गया और अपने ऊपर चादर डाल ली और बोला:

" नहीं मम्मी बस सोने ही वाला था, हल्की हल्की नींद आने लगी थी मुझे।

रूबी:" ओह इसका मतलब मैंने तुम्हे डिस्टर्ब कर दिया बेटा,!!

साहिल हल्की स्माइल करते हुए बोला:" नहीं मम्मी ऐसा मत बोलिए आप तो जानती हैं कि आपके गुड नाईट किस के बिना मुझे नींद नहीं आती।

रूबी ने स्माइल करी और बेड पर साहिल के बराबर में लेट गई और बोली:"

" चल आजा मेरी गोद में आज तुझे लोरिया गाकर सुला देती हूं।

साहिल एकदम से आपकी मम्मी की बांहों में समा गया तो रूबी ने भी उसे अपनी बांहों में समेट लिया। साहिल ने अपने लंड को रूबी की जांघो से दूर ही रखा और रूबी प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरने लगी। साहिल बड़े गौर से अपनी मा को देखने लगा तो रूबी बोली

" देख रहा हूं मैं मम्मी कितनी खूबसूरत हैं, सचमुच पापा बहुत किस्मत वाले हैं जो उन्हें आप जैसी खूबसूरत पत्नी मिली हैं।

रूबी पर दवा का हल्का हल्का असर होने लगा और उसके जिस्म में हलचल होनी शुरू हो गई।रूबी की आंखे लाल होने लगी और बोली:"

" क्यों मजाक करता हैं अपनी मा से बेटा, अगर खूबसूरत होती तो तेरे पापा मुझसे ऐसे दूर क्यों रहते?

साहिल:" मम्मी वो पापा से याद आया कि आपका और पापा का इतना झगड़ा क्यों होता हैं? थोड़ी देर पहले भी आवाज अा रही थी।

रूबी को अपने जिस्म में अब बेचैनी साफ महसूस हो रही थी लेकिन अभी तो सिर्फ शुरुवात थी इसलिए रूबी अपने आपको संभाले हुए थी लेकिन धीरे धीरे दवा का असर बढ़ रहा था।

रूबी:" बेटा वो रोज दारू पीकर आते हैं ये कोई उनकी अच्छी बात हैं क्या ?

रूबी ने ये बोलकर बड़ी उम्मीद से साहिल की तरफ देखा तो साहिल बोला:"

" ये तो गलत बात है उनकी मम्मी, इससे तो घर मे लड़ाई होगी।

रूबी का सर घूमने लगा था और उसकी चूचियां अपने आप अकड़ना शुरू हो गई तो रूबी को अपने आप पर हैरानी होने लगी। उफ्फ ये मुझे क्या हो रहा हैं, लगता है जैसे जिस्म में आग भरती जा रही है।

रूबी:" बिल्कुल बेटे यहीं तो रोज होता है, मैं उन्हें योग के लिए कहूं तो तब लड़ाई। बेटा तुम्हे तो आज देखा कि वहां लोग मेरे पति से मिलना चाहते हैं, बताओ उन्हें ले जाकर मैं क्या अपनी बे इज्जाती खुद ही कराऊ??

साहिल ने रूबी के चेहरे को अपने हाथ में भर लिया और बोला:"

" मम्मी आप उन्हें ले गई तो सचमुच आपकी बे इज्जती होगी, एक रास्ता है अगर आप किसी बिल्कुल फिट आदमी को थोड़ी देर के लिए अपना पति बना ले और उसे ले जाए।

रूबी को हल्का अा गुस्सा आया लेकिन बोली:_

" आइडिया तो अच्छा है बेटा, लेकिन अगर उस आदमी ने फिर बाद में मुझे परेशान किया तो क्या दिक्कत नहीं होगी?

साहिल सोच में डूब गया और बोला:" हान मम्मी ये तो मैंने सोचा ही नहीं था। फिर क्या करे ?

रूबी का जिस्म एक जलती हुई भट्टी की तरह तपने लगा था और उसके जिस्म से मस्ती भरी तरंगे निकलने लगी तो उसका जिस्म अपने आप साहिल की तरफ सरकने लगा। रूबी कुछ सोचते हुए बोली:"

" बेटा अगर बुरा ना लगे तो एक बात कहूं ?

साहिल:" मम्मी मुझे आपकी किसी बात का बुरा नहीं लगता, आप बोलिए ?

रूबी के हाथ अपने आप साहिल की कमर पर हल्का हल्का घूमने लगे और वो थोड़ा आगे होते हुए बोली

" कान में कहूंगी "

इतना कहकर रूबी साहिल से पूरी तरह से चिपक गई जिससे साहिल का खड़ा हुआ लंड फिर से उसकी जांघो में घुसने लगा तो रूबी की जांघे अपने आप खुलती चली गई और लंड अपने आप उसकी जांघो में घुस गया। दोनो की जांघ आपस में बिल्कुल चिपक गई और रूबी बोली:"

" साहिल बेटा तुम ही मेरे साथ मेरे पति बनकर चलना थोड़ी देर के लिए, तुम्हारा चेहरा तो अनूप से काफी मिलता भी है।

साहिल को जैसे यकीन नहीं हुआ और उसने हैरानी से रूबी की तरफ देखा तो रूबी ने मुस्कुरा कर एक बार से अपनी सहमति दे दी और बोली:

" बेटा मेरे लिए तुम्हे इतना तो करना ही पड़ेगा, पहली बार मैंने तुमसे कुछ मांगा है।

साहिल:" लेकिन मम्मी मैं तो अभी जवान हूं और पापा की उम्र ज्यादा है। फिर कैसे ?

रूबी को बहुत दिनों के बाद लंड का एहसास हुआ था, हालाकि वो बातो पर ध्यान दे रही थी लेकिन कहीं ना कहीं लंड का असर उस पर साफ हो रहा था।

रूबी:" बेटा वो मैं तुम्हारा ऐसा मेक अप कर दूंगी कि तुम खुद अपने आपको नहीं पहचान पाओगे। बस अब मना मत करना मुझे बेटा।

साहिल तो खुद अपनी मा को खुश देखना चाहता था इसलिए उसने अपनी स्वीकृति दे दी तो रूबी पागलों की तरह उससे कसकर लिपट गई और उसका मुंह चूमने लगी

"ओह साहिल मेरे बेटे, लव यू सो मच !!

साहिल भी अपनी मां का प्यार देखकर जोश में आ गया और उसने अपनी पूरी ताकत से रूबी को आज पहली बार अपनी बांहों में कस लिया तो रूबी को अपने जिस्म की हड्डियां कड़कती हुई महसूस हुई तो वो उसके गाल पर हल्के से मारते हुए बोली:"

" आह साहिल, मार देगा क्या, तू तो अपने आप को सचमुच का पति मान बैठा।

इतना कहकर रूबी हंस पड़ी तो साहिल शर्मा गया और अपनी मा के आंचल में घुस गया। रूबी की साड़ी का पल्लू कभी का हट गया था इसलिए साहिल की सांसे उसकी चूचियों पर पड़ने लगी तो रूबी की चूत में हल्का गीलापन आने लगा और सांसे तेज होने लगी जिससे चूचियों का उभार साहिल के मुंह से टकराने लगा।

जैसे जैसे दवा का असर बढ़ रहा था रूबी पल पल अपने होश खोती जा रही थी। लेकिन वो एक संस्कारी नारी थी और मान मर्यादा कहीं ना कहीं उसके उपर हमेशा हावी रही इसलिए वो किसी तरह अपने आपको रोके हुई थी लेकिन उसे महसूस हो रहा था कि अब ज्यादा देर तक वो खुद को नहीं रोक पाएगी।

रूबी:" अच्छा बेटा मैं चलती हूं, तेरे पापा वेट कर रहे होंगे।

साहिल:" ठीक है मम्मी, जैसी आपकी मर्जी।

रूबी इतना कहकर बेड से उतर गई और जाने लगी। उसकी साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया था और उसकी चूचियों का उभार साफ़ नजर आ रहा था।

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साहिल भी गेट बंद करने के लिए उसके पीछे पीछे अा गया और जैसे ही रूबी कमरे के गेट पर पहुंची तो उसने पलटकर साहिल को देखा तो उसे अपने बेटे पर बहुत प्यार आया और वो एक बार फिर से साहिल से लिपट गई और दोनो हाथ उसकी कमर पर रख दिए। साहिल भी अपनी मम्मी को अपनी बांहों में भर लिया और बोला:'

" क्या हुआ मम्मी अब ?

रूबी: तुझे किस करना तो भूल ही गई मैं।

इतना कहकर उसने साहिल को देखा, दोनो के चेहरे एक दूसरे के बिल्कुल सामने थे और रूबी के हाथ अपने आप अपने बेटे की गर्दन पर पहुंच गए मानो वो लिपलॉक करने के लिए पोजिशन बना रही थी। साहिल अपनी मा की आंखो में देख रहा था जहां उसे आज एक अलग ही रूबी नजर आ रही थी। रूबी ने अपने होंठो पर अपनी जीभ फिराई और साहिल के गाल पर अपने गुलाबी होंठ टिका दिए।

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आज रूबी के होंठ जैसे आग के जलते हुए अंगारे बने हुए थे जिसकी तपिश साहिल को अपने गाल पर महसूस हुई और उसने जोर लगाते हुए रूबी को कसा तो लंड फिर से रूबी की जांघो में घुस गया। रूबी अब पूरी तरह से बहक चुकी थी और लंड की रगड़ उसे और ज्यादा मदहोश किए जा रही थी। रूबी की जीभ अपने आप बाहर निकल गई वो आंखे बंद करके साहिल के गाल को चाटने लगी। साहिल का जवाब भी धैर्य दे गया और उसके हाथ अब रूबी की कमर पर घूमने लगे। साहिल के हाथ उसकी कमर पर घूमकर आग में घी डाल रहे थे जिसका नतीजा ये हुआ की रूबी ने जोश में आकर साहिल के गाल पर अपने दांत गडा दिए।
साहिल अपना आपा खो बैठा और उसने रूबी को पकड़कर दीवार से लगा दिया तो रूबी की आंखे बंद हो गई और वो लम्बी लम्बी तेज सांसे लेने लगी। उसने एक हाथ से दीवार के कोने को पकड़ लिया और उस पर अपनी उंगलियां दबाने लगी। साहिल मदहोशी से अपनी मा की उठती गिरती हुई चूचियों को देख रहा था

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साहिल का लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया था और उसने सिर्फ एक पतले से कपडे की पेंट पहनी हुई थी। साहिल ने रूबी का हाथ पकड़ कर अपने गाल पर रख दिया और बोला:'

" मम्मी बहुत तेज काट लिया आपने, कहीं पापा तो नहीं समझ लिया था मुझे ?

रूबी ने आंखे बंद किए हुए ही साहिल के गाल को उंगलियों से सहलाया और बोली:"

" चुप कर बेशर्म, अच्छे बेटे अपनी मा से ऐसे बाते नहीं करते

साहिल ने अपना चेहरा आगे किया तो उसकी सांसे रूबी को अपने होंठो पर महसूस हुई तो उसका असर सीधे उसकी चूत पर पड़ा तो उसकी जीभ बाहर निकल गई खुद ही अपने होंठो को चाटने लगी। साहिल को समझ नहीं आ रहा था कि ये आज रूबी को क्या हो रहा हैं क्योंकि आज रूबी की दबी हुई वासना खुल कर बाहर आ रही थी।

साहिल ने अपनी मम्मी के एक गाल पर अपने होंठ छुआ दिए और बोला:'

" मम्मी आपका बेटा बहुत अच्छा लड़का हैं, क्या अापको नहीं पता ?

रूबी:' होगा अच्छा लेकिन अपनी मम्मी को प्यार नहीं करता हैं बस अच्छे से, मुझे छोड़कर चला जाता हैं अपने बाप की तरह।

साहिल ने अपनी मा का उलाहना उतारने के लिए उसके गाल को मुंह में भर लिया और किसी रसगुल्ले की तरह चूसने लगा।रूबी कसमसा उठी और खुशी में उसके होंठ उसके गाल से ज्यादा उभर आए और अपने हाथो को तोडने मरोड़ने लगी तो साहिल ने उसकी कमर को थाम लिया और जोर जोर से उसके गाल को चूमने लगा। साहिल हाथ जैसे ही रूबी की नंगी कमर पर पड़े तो उसे लगा जैसे उसने जलती हुई बिजली का नंगा तार छू लिया हैं और वहीं रूबी तो रूबी के मुंह से एक हल्की सी मस्ती भरी आह निकल पड़ी और उसने साहिल के चेहरे को अपने दोनो हाथों में भर लिया और जोर से उसके गाल पर अपने दांत गडा दिए। साहिल दर्द भागने के लिए रूबी के अंदर घुस सा गया जिससे पहली बार साहिल का लंड रूबी की चूत से टकरा गया और रूबी के मुंह से मस्ती भरी आह निकल पड़ी।

लंड के चूत पर टकराते ही रूबी जैसे होश में आई और साहिल को गुड नाईट बोलते हुए शर्म से मुंह नीचे किए हुए बाहर निकल गई।

रूबी के जाते ही साहिल जैसे होश में वापिस आया और उसका गला पूरी तरह से सूख चुका था। उसने फ्रिज से पानी की बोतल निकाली और गटागट पीता चला गया।

रूबी के जिस्म से आग की लपटे सी निकल रही थीं और वो अपने कमरे में आ गई और बेड पर लेट कर करवटें बदलने लगी। जब उसे सुकून नहीं मिला तो उसने अनूप की तरफ देखा और उसे उससे बड़ी नफरत हुई।

रूबी को अपने जिस्म की आग ठंडी करने का एक ही रास्ता नजर अाया और वो अपने कमरे से बाहर निकल गई और गैलरी में अा गई। रूबी चलते चलते किचेन के पास बने स्टोर रूम में पहुंच गई। साहिल दूसरी बार गेट की आवाज आने से हैरान हो गया तो इसलिए देखने के लिए बाहर अा गया और रूबी को स्टोर में जाते हुए देखा। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था इसलिए वो उसके पीछे पीछे चल दिया। हॉल में हल्का हल्का अंधेरा था और जैसे ही रूबी स्टोर में घुसी तो साहिल ने स्टोर के खुले दरवाजे से अंदर देखा तो उसे रूबी कहीं नजर नहीं आई। वो स्टोर के अंदर घुस गया और मम्मी को देखा लेकिन रूबी तो जैसे गायब हो गई थी। साहिल हैरान परेशान, उसने एक काफी बड़ी पेंटिंग देखी जिस पर धूल जमी हुई थी लेकिन उस पर हाथ के निशान थे ।साहिल ने पेंटिंग को हटाया तो उसकी आंखे फटी की फटी रह गईं, उसकी आंखों में जमाने भर का आश्चर्य था।

पेंटिंग के ठीक पीछे उसे एक बॉक्स नजर आया जिसमें कुछ स्विच लगे हुए थे। साहिल ने ग्रीन स्विच को दबाया तो दीवार अपने आप सरक गई और सामने एक रास्ता नजर अाया और साहिल उत्सुकतावश आगे बढ़ गया। करीब 10 मीटर बाद जैसे ही वो मुड़ा तो एक स्क्रीन लगी नजर अाई

" चुदाई लोक"
Superb hot update
 
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