• If you are trying to reset your account password then don't forget to check spam folder in your mailbox. Also Mark it as "not spam" or you won't be able to click on the link.

Fantasy अदिति -एक अनोखी प्रेम कहानी

Brijesh

Member
280
912
94
हेल्लो दोस्तों ये कहानी मैंने प्रतिलिपी पर पढ़ा था जो की शशि कुशवाहा जी ने लिखा है । मैं इसको सिर्फ यहाँ शेयर कर रहा हूं। यह कहानी 2 सीरीज में है एक अदिति के प्रेम कथा जो की एक वैम्पायर है और दूसरा उसके बेटे की कहानी है आज मैं पहले पार्ट देता हूं।
Part 1 Update 1- Aditi - ek anokhi prem kahani
ललित तेज तेज कदमो से लगभग दौड़ता हुआ सा चला जा रहा था । आज घर लौटने में रात के 11 बज गये थे।ललित एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था । वो रोज 9 बजे तक घर वापस आ ही जाता था लेकिन आज उसे ऑफिस में काम ज्यादा होने के कारण ओवरटाइम करना पड़ा और काम करते करते उसे समय का पता ही नही चला । ललित एक 20 साल का मध्यमवर्गीय परिवार का नवजवान , खूबसूरत , मेहनती और ईमानदार लड़का हैं।परिवार के दायित्वों का निर्वाह करने के लिए उसे पढ़ाई छोड़ प्राइवेट नौकरी करनी पड़ी । उसके घर में एक बूढ़ी माँ , एक छोटी बहन हैं , जो कि गांव में रहते है । वो शहर में रहकर जॉब भी करता है और अपने परिवार का भरण पोषण करता है। वो इतना सुशील और समझदार है कि उस जैसा बेटा पाकर हर माँ को खुद पर गर्व का अनुभव होता है।

ललित का घर ऑफिस से थोड़ी ही दूरी पर है और वह रास्ता वो पैदल ही तय करता है । आज उसे बहुत देर हो गयी थी इसलिए वो तेज तेज कदमो से घर की तरफ बढ़ रहा था । ठंडी के दिन थे , आधी रात होने को है ,दूर दूर तक इंसान तो क्या कोई जानवर तक नही दिखाई दे रहा था और चारो तरफ घनघोर अँधेरा छाया हुआ है।कही कही पर रोड के किनारे लगी लाइट हलकी रौशनी का एहसास दिला रही थी । वैसे तो ललित किसी से भी नही डरता लेकिन आज पता नही क्यों उसे डर सा महसूस हो रहा है । पत्तो की सरसराहट भी अजीब सा भय उत्पन कर रही थी। तभी उसे किसी लड़की के रोने की आवाज सुनते ही उसके पैर जैसे वही ठहर गये हो । वो इधर उधर देखने लगा लेकिन इतने अँधेरे में उसे कुछ भी दिखाई नही दे रहा था । रोने की आवाज कभी तेज हो जाती तो कभी धीमी । किसी को भी परेशानी में छोड़ देना उसके स्वभाव में नही था । उसने अपने फ़ोन का टॉर्च ऑन किया और रोने की आवाज की दिशा में बढ़ने लगा । थोड़ी दूर ही सड़क के किनारे एक पेड़ के नीचे एक लड़की दिखाई दी । उसी के रोने की आवाज सन्नाटे में साफ साफ सुनाई दे रही थी। ललित उसके पास गया और अपने फ़ोन की लाइट से उसे ऊपर से नीचे तक देखा । पुरा शरीर पर चोटों के निशान से भरा हुआ था । शरीर लहूलुहान और कपडे फटे हुए थे। शरीर पर अनगिनत चोटों के घाव के कारण वो दर्द से कराह रही थी और वो उठने की कोशिश कर रही थी लेकिन बार बार गिर जा रही थी उस लड़की की ऐसी हालत ललित से देखी नही जा रही थी ।
"अरे आप कौन है , यहाँ इतनी रात में क्या कर रही।
किसने आपकी ऐसी हालत की है ।" उसे थामते हुए एक ही सांस में कई प्रश्न कर डाले। वो लड़की कुछ भी जवाब नही दे रही थी । " कुछ बोलिये तो , आपको इतनी चोट कैसे लगी। आपका घर कहाँ है । मै आपको घर छोड़ दू ।" फिर भी कोई आवाज नही ।

"कुछ कहिये थी , अच्छा नंबर ही दे दीजिए । मै आपके घर से किसी को बुलवा देता है ।" फिर भी वो शांत रही कोई जवाब नही ।

"कुछ तो बोलिये, ना आप कुछ बता रही है , ना अपने घर का नंबर दे रही है । मै कैसे आपकी सहायता करूँ। " थोड़ा परेशान होते हुए ललित ने कहा।

"मेरा कोई घर नही है ।" थोड़ा कराहते हुए वो उठने की कोशिश करते हुए बोली।

"अरे कही तो रहती होंगी आप। इतनी खराब हालत में आप कहाँ जाएँगी।"

"मेरा इस दुनिया में कोई नही है। "

"अरे ऐसा क्यों कहा रही है आप "

"मैने कहा ना मेरा कोई नही है । आपको परेशान होने की जरुरत नही है ।" थोड़ा नाराजगी जताते हुए वो बोली।
" आप तो गुस्सा होंने लगी । इतना गुस्सा अच्छा नही होता । वैसे भी इतनी रात हो गयी है । आप कितनी घायल अवस्था में है और ऐसे सुनसान रास्ते पर इतनी रात में एक अकेली लड़की का रहना ठीक नही है। इतनी रात में कोई अस्पताल भी नही खुला होगा जहाँ मैं आपको ले जाऊँ ।मेरा घर यहाँ पास में ही है , ऐसा कीजिये आप मेरे घर चलिये । "

"मैं ठीक हूँ , मैनेज कर लूँगी । आपको परेशान होने की जरुरत नही है । " उठकर चलने को हुई लेकिन लड़खड़ा गयी । तुरंत ही हाथों का सहारा ले ललित ने उसे संभल लिया ।

"आप बहुत जिद्दी है ठीक से उठ तो पा नही रही और मैनेज करने की बात कर रही है । चलिये अब चुप चाप मेरे साथ । " सुबह ठीक होते ही चली जायेगा । ललित के अपनेपन से किये बात को टाल नही पायी । वो प्यार भरी नजरों से उसे देखती रही और बिना कुछ बोले उसके बाहों का सहारा लेते हुए वो ललित के घर पहुँच गयी।


 
Last edited:

Rahul

Kingkong
60,556
70,670
354
:congrats:for new story achchi suruaat kiya hai badhiya update hai:flowers:
 
  • Like
Reactions: Hayaan

Brijesh

Member
280
912
94
अब तक आपने पढ़ा ललित को आफिस से आते समय रात में एक जख्मी लड़की मिलती है। जिसको वह अपने घर ले कर आता है अब आगे...
Part 1 Update 2
पहले आप बाथरूम में जाकर हाथ मुँह अच्छे से धो लीजिये और कपडे बदल लीजिये। तबतक मै आपके लिए पानी गर्म करता हूँ । चोट को अच्छी तरह से साफ करना बहुत जरुरी है और फिर दवा लगा लीजिये। ललित ने उसकी बहन के कपडे उसे देते हुए कहा।

वो लड़की बाथरूम से हाथ मुँह धुलकर वापस आयी तो ....
" लीजिये गर्म पानी से अपनी चोटों को अच्छे से धो लीजिये फिर से दवा लगा लीजिये।" गर्म पानी रखकर दवा देते हुए ललित बोला। लेकिन उस लड़की का कोई भी जवाब नही बस वो अनजानी नजरो से इधर उधर पुरे घर को देखे जा रही थी ।

क्या देख रही है , ये मेरा छोटा सा घर है । मै यहाँ अकेला रहता हूँ कभी कभी माँ और बहन गांव से कुछ दिन रहने को आ जाते है। आप यहाँ जब तक चाहे आराम से बिना संकोच के रह सकती है।
"लाइए मै ही दवा लगा देता हूँ ।" कुछ भी जवाब ना देता देख ललित खुद ही रुई ले उसके घावों को साफ कर दवा लगाने लगता है । वो लड़की बस सिर्फ ललित को ही देखे जा रही थी । ललित ने उसके हाथों के घाव को साफ करने के बाद जैसे ही वो उसके पैरों के घाव साफ करने कर लिए हाथ बढ़ाता है वैसे ही वो उसका हाथ पकड़ लेती है ।
" मैं कर लूँगी "
" हे भगवान ! कम से कम आप बोली तो सही । मुझे लगा आप तो बोलेंगी भी नही । क्या मै आपका नाम जान सकता हूँ अगर बताना चाहे , कोई जबरदस्ती नही है।"
वो कुछ नही बोली तो " ठीक है रहने दीजिए कोई बात नही । ये तो बता सकती है आपकी ये हालत किसने और क्यों की । फिर भी वो चुप थी ।
" ठीक है जब मन करे बता दीजियेगा । आप दवा लगा लीजिये तबतक मै कुछ खाने का इंतजाम करता हूँ ।" कहते हुए ललित किचन में खाने का इंतजाम करने चला जाता है।
थोड़ी देर में खाने के लिए लाता और दोनों बैठकर खाना खाते है और खाने के बाद वो उस लड़की के सोने का इंतजाम बेड पर करता है और कुछ अपना बिस्तर जमीन पर लगा लेट जाता है।

"रात में कुछ भी दिक्कत हो तो बेहिचक होकर मुझसे कह दीजियेगा । कुछ भी छुपाने और शर्माने की जरुरत नही है। अब आप सो जाइये । सुबह तक आपको आराम मिल जायेगा ।

सुबह के चार बजे अचानक से ललित की नींद खुल जाती है और उस लड़की को ना देखकर अचंभित हो जाता है । वो उसे कही भी नही दिखाई देती । वो सोचता है पता नही इतनी सुबह वो कहाँ चली गयी। कुछ बताया भी नही था अपने बारे में।

क्रमशः


 

sunoanuj

Well-Known Member
2,288
6,375
159
बहुत ही जबर्दस्त शुरुआत है ।
 
  • Like
Reactions: Hayaan

Brijesh

Member
280
912
94
अदिति , एक अनोखी प्रेम कहानी
अभी तक आपने पढ़ा ललित को रास्ते में जख्मी हालत में एक लड़की मिलती है और वो उसे अपने घर ले आता है। अब आगे .......
Part 1 Update 3
सुबह के चार बजे अचानक से ललित की नींद खुल जाती है तो रात में मिली उस लड़की को ना पाकर अचंभित हो इधर उधर देखने लगा लेकिन वो कही भी उसे दिखाई नही दी। " उसे तो कितनी चोट लगी थी सही से चल भी नही पा रही थी और ऐसी हालत में इतनी सुबह सुबह बिना बताए कहाँ चली गयी । यही कहि इधर उधर हो गयी होगी । बाहर तो अभी बहुत ही अँधेरा है कहाँ जा सकती है और नाम भी नही पता कैसे आवाज दे " यही सोचते हुए वो उसे बाथरूम में दूसरे कमरे में देखा लेकिन जब घर में कही भी नही दिखी तो घर के बाहर जाकर इधर उधर खोजने लगा लेकिन वो लड़की उसे कही नही मिली । थक हार कर वो वापस कमरे में आकर बैठ गया ।
"इतनी सुबह सुबह आखिर कहाँ चली गयी अपने बारे में कुछ बताया भी नही । कितनी हालत ख़राब थी । पता नही किसने उसकी ये हालत की होगी । कहाँ और किस हाल में होगी ।" यही सब सोचते सोचते वो बेड पर बैठा था तभी वो लड़की कमरे के अंदर प्रवेश की । उसे देखते ही ललित तुरंत बोल पड़ा।

" कहाँ चली गयी थी बिना बताये , पता है ,मैं कितना परेशान हो गया था । कहाँ कहाँ नही ढूंढा तुमको । कहाँ थी इतनी सुबह सुबह । " उसे चुप देखकर फिर बोला।
"कुछ बोलती क्यों नही कितनी देर से पूछ रहा हूँ। बस चुप चाप बुत बानी खड़ी हुई हो।" उसके हाथों को जोर से हिलाते हुए बोला। बिना कुछ बोले ही वो अंदर कमरे में जाकर बेड पर लेट गयी और खुद को चादर से ढक लिया। ललित जोर से झल्ला गया । " आखिर ये है क्या कुछ बोलती ही नही " बुदबुदाते हुए वो खुद ही अपने बिस्तर पर लेट गया लेकिन उनकी आँखों में नींद नही थी । वो बस उस लड़की को ही देखे जा रहा था। पता ही नही चला कि उसे कब नींद आ गयी ।
6 बजे अलार्म की आवाज से जैसे ही उसकी नींद खुली तुरंत ही उसकी नजर उस लड़की की तरफ गयी । वो अभी भी अपने बिस्तर पर सो रही थी । ललित ने थोड़ा चैन की साँस ली और बिना कोई आवाज किये धीऱे से उठकर अपने दैनिक कार्यो में लग गया । 7 बजे चाय बनाकर वो उस लड़की के पास आया ।

"सुनो उठो और मुँह धुलकर फ्रेश हो जाओ । नास्ता तैयार है । कहते हुए उसे जगाया । वो उठी और सीधे वाशरूम में गयी और थोड़ी देर में आकर कुर्सी पर बैठ गयी । ललित चाय लेकर आया और दोनों ने चाय पी ।
"तुमने अपना नाम नही बताया । मै तुम्हे आवाज देनी हो तो मैं किस नाम से बुलाऊँ ।" उसे कुछ ना बोलते देख उसने फिर कहा ।
" अच्छा मैं तुम्हारा कोई नाम रख दू।" ये सुनते ही उस लड़की ने अपने सर को ऊपर से नीचे हिलाकर हा में जवाब दिया।

"अच्छा क्या नाम रखूं , मुझे तो पता भी नही तुम्हे कौन सा नाम पसंद आयेगा। मै कुछ नाम लेता हूँ तुम्हे जो अच्छा लगे बताना ।"
"रूचि ? कैसा है ? "
"नही अच्छा है ।" अच्छा कोई और बताता हूँ ।उसकी तरफ देखते हुए बोला । इसी तरफ उसकी तरफ बोलते हुए कई नाम बोले लेकिन उसकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नही हुई। "अच्छा अदिति नाम कैसा है " पूछते हुए उसकी तरफ देखा तो उसके चेहरे पर हल्की सी स्माइल देख बोला ।
"अरे वाह आपको तो हँसना भी आता है , क्या बात है ।" मुस्कराहट देखकर तो लग रहा ये नाम आपको पसंद आया । चलो फिर आज से मै तुम्हे अदिति कहकर ही बुलाऊंगा। तुम्हे कोई परेशानी तो नही है तुम्हे अदिति नाम से बुलाना ।" नहीं में उसने सर हिला कर अपनी बात रख दी।
"अच्छा अदिति तुम जाओ नहा लो जाकर , जबतक मैं खाना बना लूँ । मुझे ऑफिस के लिए भी निकलना है। अभी तुम मेरी बहन का एक कपडा रखा हैं उसे पहन लेना । मै शाम को तुम्हारे लिए नए कपडे ले आऊंगा। "

ललित खाना बनाने लगता है और अदिति बाथरूम में चली जाती है। नहाने के बाद अदिति बाथरूम से निकलती है तो उसी समय दूसऱी तरफ से निकलते हुए ललित की नजर अदिति से टकरा जाती है । अदिति तुरंत ही अपनी पलके झुका देती है लेकिन ललित की नजरे एक पल के लिए अदिति पर टिक गयी । साधारण से नयन नक्स वाली अदिति काफी खूबसूरत लग रही थी । तुरंत ही उसने अपना चेहरा फेर लिया ।
"अदिति , मैने खाना बना दिया है किचन में रखा है। जब भी भूख लगे खाना खा लेना । ये फ़ोन रख लो और ये मेरा नंबर है कोई भी परेशानी हो मुझे कॉल कर देना । मै आ जाऊंगा । मेरा ऑफिस पास में ही है और दरवाजा अंदर से बंद कर लेना । जब मैं आवाज दू तभी खोलना । अदिति प्लीज बिना बताइये कही भी बाहर मत जाना ।" अदिति को एक फ़ोन और नंबर देते हुए ललित ने अदिति से कहा और ऑफिस के लिए निकल गया।
 

Hellohoney

Well-Known Member
3,473
8,216
159
Achi starting bhai kya isme jadu bhi he ya ye romance pe he waiting for next update
 
  • Like
Reactions: Naina and Hayaan
Top