अंकित की हालत एकदम खराब हो गई थी उसने जो कुछ भी अपनी आंखों से देखा था वह उसके लिए बेहद अद्भुत और मादकता से भरा हुआ था,,, आज पहली बार उसे ऐसा लगा था कि जैसे उसकी मां भी दूसरे औरतों की तरह ही थी क्योंकि बाथरूम में जो कुछ भी उसने अपनी आंखों से देखा था उसे पर यकीन कर पाना बड़ा मुश्किल हो रहा था...