कर्मफल सिर्फ यही वो शब्द हैं, जिसे हर किसी को भुगतना पड़ता हैं। वीर के साथ जो हुआ बहुत बूरा हुआ, पर अब वो क्या करेगा।
यहां पर "जब नाश मनुष्य पर छाता है, विवेक पहले मर जाता हैं" वाली कहावत चरितार्थ हो रही हैं।
परिवार पर मुसीबत के समय जब अपने लोगों को इकट्ठा करना चाहिए, तो पिनाक अपनो को ही दुश्मन...