कुमार जी सलाहों के दौर में एक बात मैं भी कहना चाहूंगा यह फोरम फोरम सामान्यतः उन पाठकों के लिए है जो अपनी वासना के अतिरेक में भटकते हुए ऐसी कामुक कहानियां पढ़ते हैं और पढ़ते समय यह बात भूल जाते हैं कि जिन रिश्तो के बारे में वह कहानियां पढ़ रहे हैं वह स्वयं उन रिश्तो में किसी न किसी रूप में जुड़े...
अधूरी कहानी अधूरा भाग १२६
सुगना ने जिस संजीदगी से सोनू से प्रश्न पूछा था उसका सच उत्तर दे पाना कठिन था आखिर सोनू किस मुंह से कहता है कि वह अपनी बड़ी बहन की बुर देखना चाह रहा है।
सोनू को कोई उत्तर न सूझ रहा था आखिरकार वह अपने हाथ जोड़कर घुटनों के बल जमीन पर बैठ गया..उसका चेहरा सुगना की नाभि...
आप सभी पाठकों को बहुत-बहुत धन्यवाद यह देखने में आया है कि कुछ पाठक आपस में विचार विमर्श करते करते उग्र हो रहे हैं उम्मीद करता हूं यहां आप सब भी आनंद के लिए आते होंगे और कोई भी व्यक्ति यहां से तनाव लेकर जाए यह मुझे भी अच्छा नहीं लगता शब्दों का फेर है कभी भी किसी को कोई बात बुरी लग सकती है यथासंभव...
आप सरयू सिंह के दाग की कहानी भी ध्यान से पड़ेंगे तो आपको अंदाजा होगा कि यह दाग शुरुआत से ही है हां इस भाग के बढ़ने और घटने का क्रम है जो आपको इस कहानी में विधिवत दिखाई पड़ेगा और रही बात सरयू सिंह की जान जाने की वह शायद दाग की वजह से न था अपितु शिलाजीत का आवश्यकता से अधिक सेवन और सुगना के दूसरे...
Thanks
Yah baat to sahi hai kabhi Na kabhi sugna ko is bat ka pata jarur chalega ki vah Apne pita se hi vasna ka Sukh le rahi thi...jaane us par kya bitegi...
Thanks
Welcome ji मुझे तो पता भी नहीं कि आप इंतजार कर रही हैं...
अपने पुराने एपिसोड ध्यान से नहीं पढ़े यह दाग सरयू सिंह को भी आया था...
निश्चित ही यह दाग सोनू के जीवन पर असर डालेगा आखिर जिसे सोनू स्वयं प्रतिबंधित मानता था उसे भोगने का फल तो उसे भुगतना ही पड़ेगा... पर अभी उसे न तो इसका इल्म है और न हीं पश्चाताप... जैसे सरयू सिंह सुगना के बारे में जानने के बाद अपनी पश्चाताप की आग से गुजर रहे हैं वैसा कभी न कभी सोनू को भी भुगतना है...
यह दाग कहानी का एक अहम हिस्सा है...और विद्यानंद जो सरयू सिंह के बड़े भाई हैं.उनकी भी कहानी में मुख्य भूमिका है...जुड़े रहे आनद लेते रहें।
मैंने पहले भी कहा है पाप पुण्य आपकी सोच पर निर्भर करता है..जो समाज की सोच से भिन्न हो सकता है...
मैंने उस समय के समाज की बात कही है....
आप द्वारा दी गई...
निश्चित ही इस दाग का संबंध सुगना से ही है...
आपने सही पहचाना...
लाली और सोनू का मिलन .... वह भी विवाह के रूप में... देखिए क्या होता है
जब सोनू इस दाग का रहस्य जानेगा तब ना
सोनू और सुगना ने एक ही मां की कोख से जन्म लिया है... अलग-अलग पिता होने के बावजूद उन्हें भाई बहन माना भी जा सकता है और...