वही दूसरी तरफ नहाने के बाद
मां - कम्मो, उर्मी, एक बात बताओ कैसी लग रही हूं मैं?
चाची - भाभी, एकदम माल लग रही हो, अगर मैं लौंडा होती तो अब तक तुम्हारे चक्कर में पड़ गई होती कसम से कही से नही लगता की दो जवान बच्चो की मां हो।
मां - धत्त पगलिया कुछ भी बोलती रहती है, और तू भी कुछ कम नहीं लग रही है और...
मेरी हालत खराब होती जा रही थी।।
मतलब ऐसा हाल हो गया था की सामने मेरे तीन तीन मस्त गदराई हुई माल औरतें लगभग नंगी नहा रहा थी, मेरे पजामे के अंदर मेरा लन्ड फटने पर उतारू था और मैं कुछ कर नही सकता था। फिर मेरे दिमाग में एक ख्याल आया कि क्यों ना मैं सामने अपने कमरे में चला जाऊं और खिड़की से बाहर आराम...
माफी चाहूंगी आप सब से, मेरे पति दशहरे की छुट्टी से अब वापस गए है और आप सब में से जो भी अपने पति या पत्नी से दूर रहता होगा उसे पता होगा की इतने दिनो के बाद मिलने पर एक दूसरे को कोई भी पति या पत्नी समय नहीं देना चाहता। तो अब दीपावली तक आपको लगभग हर दिन या हर दूसरे दिन अपडेट मिलते रहेंगे।। आशा है...
कोई जुनून या कुछ भी खत्म नहीं हुआ है और रही बात अपडेट की तो बात ये है कि जरा एक दो दिन का इंतज़ार और कर लीजिए आप लोग मेरे पति, जो की आए हुए है वापस, इनके जाते ही कहानी फिर से चलने लगेगी।।
आप सभी पाठको का दिल से धन्यवाद।।
उधर उन तीनो के कमरे में-
सबसे पहले मामी जागी उठने के बाद
मामी - हे राम, ये बिना पेटीकोट के साड़ी पहनने से यही होता है अब बताओ लगभग नंगी ही पड़ी है हम तीनो अगर कोई आ जाता तो? ये सोचते ही मामी जल्दी से उठी और और अपनी साड़ी सही करके तुरंत कमरे से बाहर निकल कर मेरे कमरे की तरफ आई ये देखने की मैं सो...
अब आप लोग मेरी हालत का अंदाजा लगाइए मेरे सामने घर में तीन तीन मस्त गदराई हुई औरतें थी जिनके बारे में मुझे पता था की उन्होंने साड़ी के नीचे पेटीकोट नही पहना है और चड्डी और ब्रा पहनने का तो कोई रिवाज ही नही था। मेरी हालत ऐसी थी की लन्ड फटने को उतारू था और मैं कुछ कर भी नही सकता था। मैने सोचा की...
जैसे तैसे रात बीती और सुबह उठते ही करीब ८ बजे हम सब वैसे ही गाड़ी में बैठ कर चल दिए घर के लिए। अभी हम थोड़ी दूर ही पहुंचे थे की आगे गांव में पुलिस का नाका लगा था उन्होंने हमें रोका हमने उनको अपनी मजबूरी बताई लेकिन उन्होंने कहा की हम भी मजबूर है लेकिन आपकी इतनी मदद कर सकते है की आप इस गांव तक आकर...
सो इन २-३ दिनों में मैं सिर्फ एक बार अपनी मां और चाची की गोरी गांड़ ही देख पाया सुबह हगते हुए बस
l खैर जैसे तैसे २४ तारीख आई हम लोगो ने सारा समान पैक किया मैने अपने कपड़े के बैग में ४-५ जोड़ी लोअर और टी शर्ट डाली क्योंकि वैसे भी सिर्फ खेत में ही घूमना था सो वो बहुत था। मां लोगो ने एक बैग...
फिर मुझे याद आया की पापा से बात करनी पड़ेगी वापस जाने की लिए सो मैंने बोला की मुझे अब वापस यूनिवर्सिटी जाना पड़ेगा छुट्टियां खत्म हो चुकी है। पापा ने कुछ देर सोच कर बोला की ऐसा है ये बीमारी कुछ ज्यादा ही फैल रही है इसलिए कुछ दिन अभी तुम घर पर ही रुको जब ठीक हो जाए सब तब जाना। तब तो मुझे बहुत...
जब मेरी आंख खुली तो करीब ११.३० या १२ बज रहा था मैं हड़बड़ा कर उठा और बाहर बरामदे की तरफ भागा अपनी मां को नंगा देखने मगर मां नही दिखी मैने दरवाजे की तरफ देखा तो वो अंदर से बंद था फिर जब नीचे गया तो देखा मां कमरे के अंदर थी और कमरा बंद करके सो रही थी अपनी किस्मत को कोसता हुआ मैं नहाया और खाना खाकर...
कसम से क्या गांड़ थी दोनो की इच्छा हो रही थी की मुंह घुसेड़ दूं उसके अंदर, अब क्योंकि दोनो ने अपना मुंह खेत की तरफ कर रखा था इसलिए मैं निश्चिंत होकर अपना लन्ड निकलकर मुठ मार रहा था। अपनी किस्मत पर मुझे यकीन नही हो रहा था की कहा मैने आज तक सिर्फ ब्रा और चड्डी पर मुठ मारी है और कहा दो दिन में मुझे...
खैर जैसे तैसे खाना खा कर मैं सोने गया।
रात भर सपने में मां मुझे नंगी ही दिखती रही, मां की मोटी चूचियां और फूली हुई गांड़ सोचते सोचते मैं पता नही कब सो गया। दूसरे दिन सुबह मेरी आंख जल्दी खुल गई शायद करीब ६ बजे न जाने क्यों मैने सोने की कोशिश की लेकिन नींद न आई दोबारा। आखिर मैं अपने कमरे से निकल...
ये सब मेरे लिए बहुत हो गया था में पसीने से लथपथ उठा और अपने कमरे में चला गया और अपना कमरा बंद करके बिस्तर पर लेट गया। मेरी आंखों के सामने मेरी नंगी मां ही घूम रही थी न जाने कब ये सोचते सोचते मैं सो गया। मैं जब जागा तो ३ बज रहे थे। मैं नीचे गया और मां को ढूंढते हुए नीचे गया और मां का कमरा खटखटाया...
कपड़े फैलाने के बाद मां नहाने लगी रगड़ रगड़ कर
उसकी नंगी गांड़ बगल के बाल मोटी चुचियों को देखकर मेरा लन्ड उल्टी करने लगा इतना पानी निकला उस दिन की शायद जिंदगी में कभी नहीं निकला होगा।
लन्ड झड़ने के बाद भी खड़ा था मैंने फिर से मुठ मारी अपनी नंगी मां को देखकर। फिर नहाने के बाद वो उठी और उसने...
साड़ी और ब्लाउज धुलने के बाद मां खड़ी हुई और एक झटके में अपना पेटीकोट उतार दिया और हो गई एकदम नंगी
मैं बेहोश नही हुआ बस, खेतो में काम करने की वजह से उसका शरीर एकदम कसा हुआ था सिर्फ पेट पर हल्की सी चमड़ी लटकी हुई थी l गांड़ तो ऐसी फूली हुई थी जैसे की मां जिम जाती हो फिर मां वैसे ही खड़ी खड़ी...
उसकी चूचियां लप्प से बाहर आ गई, गोरी गोरी एकदम टाईट चूचियां थी उसपर हल्के भूरे रंग के निप्पल ऐसा लगता नही था की वो दो जवान बच्चो की मां है। मां फिर वैसे ही पेटीकोट में चपाकल की हैंडल चला कर बाल्टी भरने लगी जिससे मां की मोटी मोटी चूचियां हिलने लगी और मेरी हालत और खराब होने लगी। बाल्टी में पानी...