मैं हवस से भरी हुई गदराई घोड़ी हूं । पूरे मोहल्ले के मर्द मेरे ऊपर चढ़कर उतर चुके हैं । हर जगह मेरे रंडीपने के चर्चे होते हैं । मेरी चाल और भरी हुई जवानी रंडियों से भी ज्यादा मादक है । लेकिन मैं हर वक्त बहुत संस्कारी और शरीफ होने का दिखावा करती हूं । जैसे मैं बहुत ही शरीफ हूं । लेकिन आप ठहरे असली रंडीबाज मर्द । हिलते चूतड़ों पर बैल्ट बजानी h । लेकिन मैं संस्कारी बनती रहती हूं ।