गुजरे हुए लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ,
प्यास गहरी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ,
यहाँ सब लोग गिनाते है खूबियां अपनी,
मैं अपने-आप में कमियाँ तलाश करता हूँ।
प्यास गहरी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ,
यहाँ सब लोग गिनाते है खूबियां अपनी,
मैं अपने-आप में कमियाँ तलाश करता हूँ।